कड़ी_02
मैं लुबना हाथ पकड़कर चल रहा था। बातों के साथ-साथ मैं उसके हाथ का भी मसल रहा था। लेकिन लुबना मुझे कुछ नहीं कह रही थी। फिर हम स्कूल पहुंच गये और क्लासेज लेने लगे।
मुझे स्कूल में एक टीचर बहुत पसन्द श्री। इंग्लिश की टीचर श्री, नाम उसका सुमेरा था, उम्र 22-23 साल की होगी। मम्मे और चूतर उसके बड़े-बड़े थे, जिनका मैं क्लास में बैठकर घूरता रहता था। टीचर जब ब्लैकबोर्ड में कुछ लिखती थी तो पीछे से उनकी गाण्ड बहुत हिलती थी। ये सब कुछ देखकर मेरा लण्ड खड़ा हो रहा था पैंट में। लेकिन लण्ड को मैंने पैंट में दबाया हवा था। छुट्टी के टाइम मैं लुबना का हाथ पकड़कर घर की तरफ चल पड़ा।
जब घर पहुंचा तो खाला ने मुझे गले लगाया और प्यार किया। मैं जानबूझ कर ज्यादा चिपक गया खाला के साथ। मेरा चेहरा खाला के कंधे तक जा रहा था। चेहरा थोड़ा नीचे करके मैंने खाला के मम्मों के ऊपर रख दिया और खाला को अपने साथ दबा लिया।
खाला ने कहा "अब छोड़ भी दे..."
लेकिन मैंने पकड़े रखा खाला को। नीचे से मेरा लण्ड खाला की टांगा पें लग रहा था। फिर में खाला से अलग हवा और अपने घर की तरफ चला गया। घर जाकर खाना खाया और लेट गया।
चार बजे उठकर मैं खाला के घर चला गया। खाला सब्जी काट रही थी और लुबना पट रही थी। मैं खाला के पास बैठ गया। एक हाथ पीछे को कर लिया जिस में मैंने अपना वजन डाला हुवा था, और वो हाथ खाला की जांघों को छू रहा था खाला की जांधे बहुत नरम और गरम लग रही थी मुझे। मैं सामान्य अंदाज में हाथ को हिला रहा था, जो खाला की जांघों के साथ रगड़ खा रहा था जिससे मुझे मजा आ रहा था।
खाला को पता भी था की मेरा हाथ उनको लग रहा है, लेकिन वो कुछ कह नहीं रही थी। इस वक़्त खाला दुपट्टे के बगैर बैठी हुई थी। टाइट कमीज में खाना के मम्मे उभर के सामने आ रहे थे और एक तरफ से मुझे ब्रा की ब्लैक पट्टी भी नजर आ रही थी। ये सारी करवाई मैं चोर नजरों से कर रहा था।
लुबना सामने टेबल कुमी में बैठी पट रही थी और नोटबुक पे झुक के कुछ लिख रही थी। जिस वजह से लुबना का ऊपरी सीना मुझे थोड़ा-थोड़ा नजर आ रहा था।
मैंने खाला का कहा- "आज क्या बना रही हो?"
खाला ने कहा "बेटा, आलू गोभी पकनी है आज। तुम्हारे खालू को बहुत पसन्द है.."
मैंने कहा- "खाला जान मेरी पसन्द की भी कभी मुझं बनाकर खिलाओं ना?"
खाला ने कहा, "क्यों नहीं पुत्तर जरन खिलाऊँगी। सनडे का आना फिर तुम्हारी पसन्द की चीज बनाऊँगी.."
में बात करते-करते खाला ने मुझे अपने साथ लगा लिया और मैं थोड़ा लेटने जैसी पोजीशन में खाला के साथ लग गया। मैंने करवट ले ली, जिससे मेरा लण्ड खाला की जांघों को छुने लगा और चेहरा खाला के कंधे पें आ गया। मैंने खाला की गर्दन में दोनों बाजू डाल लिए। बायें बाजू की कोहनी खाला के दायें मम्मे में लग रही थी। मैं वहां दबाओ डाल रहा था और खाला के मम्मे महसूस कर रहा था। मैंने खाला के गाल पे किस कर दी।
खाला भी मुझे देखकर मुश्कुराने लगी और मेरे माथे में किस कर दी।
लुबना हमको देखकर कहने लगी. "अम्मी आप तो मुझे ऐसे प्यार नहीं करती.."
खाला बोली- "अली तो मेरी जान है, इसे में सबसे ज्यादा प्यार करती हैं.."
इन बातों के दौरान मेरा लण्ड खड़ा हो रहा था, और खाला की जांघों को लग रहा था। एक बार खाला ने मेरी तरफ देखा भी और नजरों से। लेकिन मैंने अपने आपको नार्मल ही रखा। मैं धीरे-धीरे अपना लण्ड खाला की जांघ पे रगड़ने लगा, जिससे मुझे बहुत मजा आ रहा था। मेरे अंदर सेक्स पूरी तरह जाग गया था।
जब खाला को लगा कुछ ज्यादा हो रहा है तो खाला ने कहा- "चलो बेटा, अब तुम भी पढ़ाई कर लो काफी टाइम हो गया है...
फिर मैं ना चाहते हमें भी वहां से उठा और अपने घर की तरफ चल दिया।
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