hotaks444
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जिस्म की कमजोरी से बड़ी मन की कमजोरी होती है,मैं मन से थक गया था,जैसे ही मैं अपने होटल में पहुचा जो की आजकल मेरा ठिकाना था,शबनम ने मुझे रोक लिया,
“रात भर कहा थे और ये सब क्या है “
उसने मेरे कपड़े में लगे खून के धब्बो को देखकर कहा ..
अब मैं उसे क्या बतलाता की मैं आखिर कहा था,
“जानते हो क्या हुआ है ,??”
उसने फिर से सवाल किया,साला अब क्या हो गया है ???
मैंने ना में सर हिलाया
“अजीम को ठाकुर ने कुछ ऐसा खिला दिया जिससे उसकी तबियत बहुत ही ज्यादा खराब हो गई है ,सारे tv चैनल में ये सबसे बड़ी न्यूज़ बनी हुई है और तुम सबसे अनजान हो “
मैं चौक गया ,क्या वही पुड़िया थी जिसे आज काजल ने ठाकुर को दिया था ..
शबनम मेरा हाथ पकड़ कर खिंचते हुए मुझे केबिन में ले गई और tv ऑन कर दिया …
समाचार देखते देखते मेरी आंखे बड़ी हो गई
‘खान ग्रुप के मालिक मिस्टर खान के बेटे अजीम जो की ड्रग्स और कत्ल के जुर्म में कुछ दिनों से जेल में है को जेल इंचार्ज इंस्पेक्टर ठाकुर द्वारा जेल के अंदर ही ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी और आज जहरीला ड्रग्स देकर मारने की कोशिस किया गया ,इससे शासन सकते में आ गया है ,जेल के अंदर इस तरह के भयानक गतिविधियों से पोलिस और जेल प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए है ,जेल के सीसीटीवी फुटेज में भी कई गड़बड़ियां पाई गई है ,कई घंटो का फुटेज गायब बताया जा रहा है ,कहा जा रहा है की अवैध तरीके से इंस्पेकटर ठाकुर अजीम को उसके पिता से मिलवाता था ,सारी घटना के बारे में हमने जेल IG से जानने की कोशिस की लेकिन कोई भी जिम्मेदार कुछ भी नही कह रहा है ,हालिया ख़बरो के अनुसार इंस्पेक्टर ठाकुर फरार है ,वही अजीम खान की तबियत गंभीर बताई जा रही है ,उन्हें ** अस्पताल में रखा गया है ….
क्या हमारे देश में भ्रस्टाचार का ऐसा नंगा चलता रहेगा ‘
मैंने tv बंद कर दिया …
“तो काजल ने अपनी चाल चल ही दी “
शबनम ने मुझे देखते हुए कहा ,मैंने हा में सर हिलाया
“लेकिन अब तो उसकी जान को ठाकुर और खान दोनो से ही खतरा होगा आखिर कहा है वो “
“मुझे नही पता “
मैंने सपाट सा जवाब दिया
वो फोन निकाल कर एक काल करती है
“हम्म ओके “
वो एक गहरी सांस लेती है
“वो अभी हॉस्पिटल में ही है ,अजीम के पास ,खान को भरोसा दिलाने की ठाकुर ही उसे मारने का षड्यंत्र कर रहा था ,ठाकुर का कोई पता नही है अभी भी …”
तभी फिर से उसका फोन घनघना उठा
“हैल्लो क्या ??”
उसके चहरे का रंग ही उड़ गया था
“क्या हुआ “
“पता नही ये क्या हो रहा है ,ठाकुर ने खान के फॉर्महाउस में जाकर वँहा के गार्ड और उसके बेटे को कुल्हाड़ी से मार डाला ,उसकी बीवी ही जान बचा कर भाग पाई है …”
वो उलझन में दिख रही थी लेकिन मुझे पता था की ये सब काजल का ही किया धरा है ..अब पुलिस और खान दोनो ही ठाकुर को ढूंढने में लगे हुए थे…
“क्या बोलते हो हॉस्पिटल चले “
शबनम की बात से मैं थोड़ा चौक गया
“क्यो ??”
“देखते है ना की आखिर अजीम को उसके पापों की क्या सजा मिली है ,और मुझे खान को रोता हुआ देखकर बहुत ही सुकून होगा “उसके होठो में एक मुस्कान आ गई ……
**************
हम दोनो ही ICU के बाहर खड़े थे ,खान साहब की आंखे र्रो रो कर सूज गई थी ,चहरा मरा हुआ मालूम हो रहा था ,उन्होंने हमे देखा तक नही चारो तरफ पुलिस वाले ही दिख रहे थे ,हमे अंदर जाने की इजाजत नही दी गई, लेकिन कुछ देर बाद काजल आ गई वो भी अंदर जाना चाहती थी , उसने पुलिस से बात करके हमे परमिशन दिलवा दिया ,काजल मेरी ओर देख भी नही रही थी ना ही मैं काजल को देख रहा था ऐसा लग रहा था जैसे हम नितांत अजनबी हो …
हम तीनो ही अंदर गए क्योकि खान की इतनी हिम्मत ही नही थी की वो उसे देख सके…
अजीम की हालत बहुत ही खराब थी ,लग रहा था जैसे उसका पूरा जिस्म ही गल गया हो,केवल आंखे ही सलामत दिख रही थी ,काजल को देख कर उसके आंखों में आंसू आ गए ,और काजल के होठो में मुस्कान ,उसके नाक में ऑक्सीजन मास्क लगा हुआ था और चारो तरफ ही बहुत से मशीन ,उसे बस जिंदा रखा गया था ,
डॉ ने हमे देखते ही कहा
“पता नही ये कौन सा ड्रग्स इसे खिलाया गया है और इतनी मात्रा में इसने इसे ले कैसे लिया ,जरूर ये ठाकुर पर बहुत ही भरोसा करता था ,”
“सच बतलाइए डॉ इसके बचने का कितना चांस है “
काजल ने डॉ की ओर देखा
“सच कहु हो एक दो दिनों तक मशीनों के भरोसे जिंदा रखा जा सकता लेकिन उससे ज्यादा ..., खान साहब से ये बात ना कहे तो ही बेहतर होगा,और कोई अगर इनसे मिलना चाहे कोई करीबी हो तो प्लीज् उन्हें मिलवा दीजिये ,हम 1-2 दिन से ज्यादा इन्हें नही बचा पाएंगे ..”
डॉ के सामने तो काजल ने अफसोस जाहिर किया लेकिन उसके जाते ही उसके होठो में मुसकान गहरी हो गई वो अजीम के पास पहुची ..
“डॉ को नही पता की ये कौन सी ड्रग्स है ,ये वही ड्रग्स है जो तुमने बनवाई थी ,उन लड़कियों को अपने रास्ते से हटवाने के लिए जो तुम्हारे गले पड़ जाती थी ...बहुत पाप किया है तुमने अब दो दिनों तक उसकी सजा भुगत लो ,मैं तुम्हे आसानी से मरना नही चाहती थी ,मैं यही चाहती थी की तुम अफसोस कर कर के मरो …”
इतना कहकर वो सीधे ही कमरे से बाहर निकल गई और अजीम के आंखों से एक पानी की बून्द नीचे गिर गई ….
“रात भर कहा थे और ये सब क्या है “
उसने मेरे कपड़े में लगे खून के धब्बो को देखकर कहा ..
अब मैं उसे क्या बतलाता की मैं आखिर कहा था,
“जानते हो क्या हुआ है ,??”
उसने फिर से सवाल किया,साला अब क्या हो गया है ???
मैंने ना में सर हिलाया
“अजीम को ठाकुर ने कुछ ऐसा खिला दिया जिससे उसकी तबियत बहुत ही ज्यादा खराब हो गई है ,सारे tv चैनल में ये सबसे बड़ी न्यूज़ बनी हुई है और तुम सबसे अनजान हो “
मैं चौक गया ,क्या वही पुड़िया थी जिसे आज काजल ने ठाकुर को दिया था ..
शबनम मेरा हाथ पकड़ कर खिंचते हुए मुझे केबिन में ले गई और tv ऑन कर दिया …
समाचार देखते देखते मेरी आंखे बड़ी हो गई
‘खान ग्रुप के मालिक मिस्टर खान के बेटे अजीम जो की ड्रग्स और कत्ल के जुर्म में कुछ दिनों से जेल में है को जेल इंचार्ज इंस्पेक्टर ठाकुर द्वारा जेल के अंदर ही ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी और आज जहरीला ड्रग्स देकर मारने की कोशिस किया गया ,इससे शासन सकते में आ गया है ,जेल के अंदर इस तरह के भयानक गतिविधियों से पोलिस और जेल प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए है ,जेल के सीसीटीवी फुटेज में भी कई गड़बड़ियां पाई गई है ,कई घंटो का फुटेज गायब बताया जा रहा है ,कहा जा रहा है की अवैध तरीके से इंस्पेकटर ठाकुर अजीम को उसके पिता से मिलवाता था ,सारी घटना के बारे में हमने जेल IG से जानने की कोशिस की लेकिन कोई भी जिम्मेदार कुछ भी नही कह रहा है ,हालिया ख़बरो के अनुसार इंस्पेक्टर ठाकुर फरार है ,वही अजीम खान की तबियत गंभीर बताई जा रही है ,उन्हें ** अस्पताल में रखा गया है ….
क्या हमारे देश में भ्रस्टाचार का ऐसा नंगा चलता रहेगा ‘
मैंने tv बंद कर दिया …
“तो काजल ने अपनी चाल चल ही दी “
शबनम ने मुझे देखते हुए कहा ,मैंने हा में सर हिलाया
“लेकिन अब तो उसकी जान को ठाकुर और खान दोनो से ही खतरा होगा आखिर कहा है वो “
“मुझे नही पता “
मैंने सपाट सा जवाब दिया
वो फोन निकाल कर एक काल करती है
“हम्म ओके “
वो एक गहरी सांस लेती है
“वो अभी हॉस्पिटल में ही है ,अजीम के पास ,खान को भरोसा दिलाने की ठाकुर ही उसे मारने का षड्यंत्र कर रहा था ,ठाकुर का कोई पता नही है अभी भी …”
तभी फिर से उसका फोन घनघना उठा
“हैल्लो क्या ??”
उसके चहरे का रंग ही उड़ गया था
“क्या हुआ “
“पता नही ये क्या हो रहा है ,ठाकुर ने खान के फॉर्महाउस में जाकर वँहा के गार्ड और उसके बेटे को कुल्हाड़ी से मार डाला ,उसकी बीवी ही जान बचा कर भाग पाई है …”
वो उलझन में दिख रही थी लेकिन मुझे पता था की ये सब काजल का ही किया धरा है ..अब पुलिस और खान दोनो ही ठाकुर को ढूंढने में लगे हुए थे…
“क्या बोलते हो हॉस्पिटल चले “
शबनम की बात से मैं थोड़ा चौक गया
“क्यो ??”
“देखते है ना की आखिर अजीम को उसके पापों की क्या सजा मिली है ,और मुझे खान को रोता हुआ देखकर बहुत ही सुकून होगा “उसके होठो में एक मुस्कान आ गई ……
**************
हम दोनो ही ICU के बाहर खड़े थे ,खान साहब की आंखे र्रो रो कर सूज गई थी ,चहरा मरा हुआ मालूम हो रहा था ,उन्होंने हमे देखा तक नही चारो तरफ पुलिस वाले ही दिख रहे थे ,हमे अंदर जाने की इजाजत नही दी गई, लेकिन कुछ देर बाद काजल आ गई वो भी अंदर जाना चाहती थी , उसने पुलिस से बात करके हमे परमिशन दिलवा दिया ,काजल मेरी ओर देख भी नही रही थी ना ही मैं काजल को देख रहा था ऐसा लग रहा था जैसे हम नितांत अजनबी हो …
हम तीनो ही अंदर गए क्योकि खान की इतनी हिम्मत ही नही थी की वो उसे देख सके…
अजीम की हालत बहुत ही खराब थी ,लग रहा था जैसे उसका पूरा जिस्म ही गल गया हो,केवल आंखे ही सलामत दिख रही थी ,काजल को देख कर उसके आंखों में आंसू आ गए ,और काजल के होठो में मुस्कान ,उसके नाक में ऑक्सीजन मास्क लगा हुआ था और चारो तरफ ही बहुत से मशीन ,उसे बस जिंदा रखा गया था ,
डॉ ने हमे देखते ही कहा
“पता नही ये कौन सा ड्रग्स इसे खिलाया गया है और इतनी मात्रा में इसने इसे ले कैसे लिया ,जरूर ये ठाकुर पर बहुत ही भरोसा करता था ,”
“सच बतलाइए डॉ इसके बचने का कितना चांस है “
काजल ने डॉ की ओर देखा
“सच कहु हो एक दो दिनों तक मशीनों के भरोसे जिंदा रखा जा सकता लेकिन उससे ज्यादा ..., खान साहब से ये बात ना कहे तो ही बेहतर होगा,और कोई अगर इनसे मिलना चाहे कोई करीबी हो तो प्लीज् उन्हें मिलवा दीजिये ,हम 1-2 दिन से ज्यादा इन्हें नही बचा पाएंगे ..”
डॉ के सामने तो काजल ने अफसोस जाहिर किया लेकिन उसके जाते ही उसके होठो में मुसकान गहरी हो गई वो अजीम के पास पहुची ..
“डॉ को नही पता की ये कौन सी ड्रग्स है ,ये वही ड्रग्स है जो तुमने बनवाई थी ,उन लड़कियों को अपने रास्ते से हटवाने के लिए जो तुम्हारे गले पड़ जाती थी ...बहुत पाप किया है तुमने अब दो दिनों तक उसकी सजा भुगत लो ,मैं तुम्हे आसानी से मरना नही चाहती थी ,मैं यही चाहती थी की तुम अफसोस कर कर के मरो …”
इतना कहकर वो सीधे ही कमरे से बाहर निकल गई और अजीम के आंखों से एक पानी की बून्द नीचे गिर गई ….