hotaks444
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रज़िया को बोलने का होश नही है पर वो अपने मूह के आवभाव से एकदम आश्वस्त दिखते वैसा जताते हरी को यह मेसेज कॉनवे करती है कि उसे इस चुदाई से बहुत मज़ा आया. फिर हरी लंड चूत से निकालते, वही पड़ी नाइटी से लंड और चूत पोंछ के रज़िया को खड़ी करके पानी लाने को बोलता है तो रज़िया नंगी जाके पानी लाती है. नंगी रज़िया को गोद मे बिठा दोनो पानी पीते है. पानी पीके हरी बोला, "रज़िया तेरा चहेरा तो खिल गया है, लगता है बड़े दिनो से प्यासी थी और आज इस जिस्म को चुदाई से शांति मिली. देख तेरा चहेरा कैसे खुशी से फूल गया है और यह मम्मे देख कैसे एक पराए मर्द के हाथ लगने से अब भी कड़क हो गये है." हरी के गले मे हाथ डालते रज़िया खुशी से बोली, "हां चाचा..सही कह रहे हो, यह मम्मे ढीले होने का नाम ही नही लेते और यह चूत को देखिए, बंद होने का नाम नही लेती, देखो खुली की खुली ही है आप जैसे मस्त मर्द से मसलके चुदवाने के बाद ."
रज़िया के निपल पिंच करते हरी बोला, "आरे मेरी मदरचोड़ रंडी रज़िया, मेरा लॉडा गया था ना तो अब यह हमेशा मेरा लॉड की याद मे तेरी चूत खुली ही रहेगी. अब तेरी इस रंडी मुसलमानी चूत को तेरे हिजड़े पति के लंड का नही हरी चाचा के लॉड का इंतज़ार रहेगा." इस बात पे शरमाते हस्ते रज़िया अपना चहेरा हरी के सीने मे छुपा है. रज़िया की इस अदा पे खुश होते हरी उसे किस करते बोला, "उफ़फ्फ़ आह क्या शरमाती है. आरे बेटी तेरे इस शरमाने से मैं और ही तेरा दीवाना बन गया हूँ. चुदवाते वक़्त रंडी होती हो पर बाद मे ऐसे मस्त शरमाती हो कि क्या कहे."
रज़िया हरी की गोदी मे मूह डालके लेट जाती है. हरी के लंड और झाँत से आती खुशुबू वो करीब से सूंघते बोली, "चाचा क्या मैं पूरी रात आपके लंड को अपने मूह मे लेके इसी तरह सो जाउ?" इस बात पे हरी बोला, "हां बेटी, अब तेरी सास आने तक हर्दिन,हर रात हर पल मेरा लॉडा तेरे पास रहेगा. अब मेरा लॉडा मूह मे लेक सो जा पर बेटी सुबह होने के बाद तेरी चूत फिर चोदुन्गा. वैसे रात मे अगर तेरी नींद खुली तो लंड चूत या मूह मे ले लेना और मेरी खुली तो मैं तुझे मेरे उप्पर लेके लंड चूत मे डालके सो जाउन्गा ठीक है?"
"ऐसी बात है चाचा तो अभी ही चूत मे डालके सो जाओ ना. जब भी टाइट हो तो धीरे - धीरे मुझे धक्के देते देना ताकि उसका रस चूत मे टपकता रहे."
हरी हां बोलते अब खुद नीचे लेट जाता है और रज़िया को उप्पर लेता है. पर रज़िया ज़िद करके खुद हरी के नीचे आती है. एक बार फिर हरी अपना लंड रज़िया की चूत मे घुसाके निपल चूस्ते सो गया .
चुदाई का यह सिलसिला यूँ ही 10-15 दिन चलता रहा. रहमान के आने के बाद हरी दिन मे रज़िया को चोदने जाता. रज़िया की सास आने तक यह खेल चलता रहा. जब अगली बार रज़िया को पीरियड्स नही आए तब उसने जाके डॉक्टर से जाच कराई और डॉक्टर ने उसे खुश ख़बरे दी. खबर सुनके घर आके उसने पहले हरी को बुलाया और उसके पैर पकड़े. मा बनने की उसकी तमन्ना हरी ने पूरी की थी. फिर उसने अपनी सास को यह खबर हरी के सामने दी. रेहाना बी समझी कि रज़िया को सब बात पता चल गई है पर उससे अब कोई दिक्कत नही थी.
जल्द ही रेहाना बी घर आई और हरी को बुलाके उसका शुक्रिया अदा किया. जब रज़िया को लड़का हुआ तो खुशी से रेहाना बी ने हरी को 200000 रुपये और दिए. सब के लिए जिंदगी मस्त हो गई दोस्तो इस तरह ये कहानी यही समाप्त होती है आप सब को कहानी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
समाप्त
रज़िया के निपल पिंच करते हरी बोला, "आरे मेरी मदरचोड़ रंडी रज़िया, मेरा लॉडा गया था ना तो अब यह हमेशा मेरा लॉड की याद मे तेरी चूत खुली ही रहेगी. अब तेरी इस रंडी मुसलमानी चूत को तेरे हिजड़े पति के लंड का नही हरी चाचा के लॉड का इंतज़ार रहेगा." इस बात पे शरमाते हस्ते रज़िया अपना चहेरा हरी के सीने मे छुपा है. रज़िया की इस अदा पे खुश होते हरी उसे किस करते बोला, "उफ़फ्फ़ आह क्या शरमाती है. आरे बेटी तेरे इस शरमाने से मैं और ही तेरा दीवाना बन गया हूँ. चुदवाते वक़्त रंडी होती हो पर बाद मे ऐसे मस्त शरमाती हो कि क्या कहे."
रज़िया हरी की गोदी मे मूह डालके लेट जाती है. हरी के लंड और झाँत से आती खुशुबू वो करीब से सूंघते बोली, "चाचा क्या मैं पूरी रात आपके लंड को अपने मूह मे लेके इसी तरह सो जाउ?" इस बात पे हरी बोला, "हां बेटी, अब तेरी सास आने तक हर्दिन,हर रात हर पल मेरा लॉडा तेरे पास रहेगा. अब मेरा लॉडा मूह मे लेक सो जा पर बेटी सुबह होने के बाद तेरी चूत फिर चोदुन्गा. वैसे रात मे अगर तेरी नींद खुली तो लंड चूत या मूह मे ले लेना और मेरी खुली तो मैं तुझे मेरे उप्पर लेके लंड चूत मे डालके सो जाउन्गा ठीक है?"
"ऐसी बात है चाचा तो अभी ही चूत मे डालके सो जाओ ना. जब भी टाइट हो तो धीरे - धीरे मुझे धक्के देते देना ताकि उसका रस चूत मे टपकता रहे."
हरी हां बोलते अब खुद नीचे लेट जाता है और रज़िया को उप्पर लेता है. पर रज़िया ज़िद करके खुद हरी के नीचे आती है. एक बार फिर हरी अपना लंड रज़िया की चूत मे घुसाके निपल चूस्ते सो गया .
चुदाई का यह सिलसिला यूँ ही 10-15 दिन चलता रहा. रहमान के आने के बाद हरी दिन मे रज़िया को चोदने जाता. रज़िया की सास आने तक यह खेल चलता रहा. जब अगली बार रज़िया को पीरियड्स नही आए तब उसने जाके डॉक्टर से जाच कराई और डॉक्टर ने उसे खुश ख़बरे दी. खबर सुनके घर आके उसने पहले हरी को बुलाया और उसके पैर पकड़े. मा बनने की उसकी तमन्ना हरी ने पूरी की थी. फिर उसने अपनी सास को यह खबर हरी के सामने दी. रेहाना बी समझी कि रज़िया को सब बात पता चल गई है पर उससे अब कोई दिक्कत नही थी.
जल्द ही रेहाना बी घर आई और हरी को बुलाके उसका शुक्रिया अदा किया. जब रज़िया को लड़का हुआ तो खुशी से रेहाना बी ने हरी को 200000 रुपये और दिए. सब के लिए जिंदगी मस्त हो गई दोस्तो इस तरह ये कहानी यही समाप्त होती है आप सब को कहानी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
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