hotaks444
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हम घर के अंदर गये, तो मोम लॉन में ही खड़ी थी, घर को देख रही थी बाहर से... उनके साथ डॅड, शन्नो और विजय भी थे...
"अरे बेटे आओ... और ललिता, तुम यहाँ कैसे.." शन्नो ने उसे गले लगाते हुए पूछा...
"मोम, सामान तो लिया ही नहीं था अपना ज़रूरी मैने.. इसलिए अभी लेके, कल शाम तक वहाँ जाउन्गि.." ललिता ने शन्नो से अलग होते हुए कहा
"बेटे कल वहाँ जाएगी फिर 17थ को इधर, अब इधर ही रह जा... पायल और माया उधर गये हैं ना, तो एनफ हैं" मोम ने ललिता को अपने पास खींचते हुए कहा
"माया और पायल उधर... क्यूँ भला, ये कब हुआ, मुझे बताया क्यूँ नहीं पहले" डॅड ने मोम से कहा
"भाई साब, मैने माया से कहा, कि वो वहाँ चली जाए, क्या है कि उनके घर में कोई है नहीं उनकी मदद के लिए, अब हमने उन्हे वक़्त ही इतना कम दिया कि तैयारियों के लिए उन्हे किसी की तो ज़रूरत होगी... इसलिए मैने उन्हे कहा, वरना वो तो मना ही कर रहे थे.." विजय ने पापा को बोला
(हां भोसड़ी के.. तेरी साली की चूत जो मिलती है लंड के बाल साले... उसकी गान्ड में ही घुस जा पूरा जा.) मैं मन में सोचने लगा
"ठीक है, बट माया को बताना चाहिए था मुझे.. एनीवेस, और .. कपड़े लिए कि नहीं... चलो दिखाओ मुझे क्या लिया है" कहके डॅड मुझे वहाँ से लिविंग रूम में लाए और मेरे कपड़े देखने लगे
"प्राउड ऑफ यू माइ बॉय.. दिस ईज़ कॉल्ड चाय्स, सटल आंड रिच... ग्रेट" डॅड ने मेरे सूट को देखते हुए कहा
"डॅड, आपके और मोम के कपड़े कहाँ है..." मैने रूम में नज़र घूमाते हुए पूछा
" बॉय, वी हॅव नो टाइम.. आज पूरा दिन गेस्ट्स में निकला, उन्हे सामान देना था शगुन का, मिठाइयाँ, पूरा दिन उसमे ही निकला है..." डॅड ने थकि हुई आवाज़ में कहा
"नतिंग डूयिंग डॅड..कल आप और मोम और हम सब शॉपिंग पे चलेंगे ओके.. ललिता विल ड्राइव अस देअर.." मैने डॅड को कहा
"ओके बॉय.. अब तुम ही हो सब कुछ भाई.. कल चलेंगे, डन, कितने बजे पर" डॅड ने पूछा
"उः.. नून, अट 1, ओके वित यू ?" मैने कन्फर्म किया डॅड से..
"ओके जी.. पर ललिता क्यूँ ड्राइव करेगी, कल हमारी न्यू कार में चलेंगे, आपके बर्तडे गिफ्ट में जो दी थी... ड्राइवर ले चलेगा आंड वी ऑल विल सीट बॅक आंड रिलॅक्स ओके.. चलो गुड नाइट नाउ..." कहके डॅड वहाँ से उठके फिर लॉन में गये और बाकी सब को भी चलने के लिए बोला
जैसे ही मैं और ललिता उपर जा रहे थे,
".. ललिता, कम हियर बेटा..." डॅड ने हमे बुलाया
"यस अंकल.... क्या हुआ डॅड" ललिता और मैने एक साथ उन्हे बोला
"बेटा आगे से स्कॉच के बाद मिंट ले लिया करो... वैसे कौनसी ब्रांड थी" डॅड ने हमे मस्ती में पूछा
ललिता जवाब देने से रही, मैने कहा
"जॅक डॅनियल्ज़ डॅड... 16 यियर्ज़"
"देअर यू गो... यू हॅव आ ग्रेट टेस्ट सन.. कल का लंच भी फिक्स अपना" आँख मारके डॅड चले गये अपने रूम में
डॅड के जाने के बाद ललिता को मैने हमारा कल का प्रोग्राम बताया..
"वाउ... बट नाउ शो माइ सर्प्राइज़.. जल्दी से" कहके ललिता दौड़ दौड़ के रूम में चलने लगी
"ललिता तेरा सर्प्राइज़ कुछ ऐसा है..." मैं ललिता को फोटो दिखाते हुए कहा...
"वाउ भाई.. लव्ली वन पीस.. आइ वांटेड दिस बॅड्ली, अब आक्चुयल तो दिखाओ"
"थॅंक गॉड तुझे मेरी चाय्स पसंद आई.. हियर इट ईज़.." मैने ड्रेस देते हुए कहा
"थॅंक्स भाई... वाउ... सेम कलर, सेम डिज़ाइन... थॅंक्स आ लॉट भाई.. आइ लव यू.. म्व्वहाह्हह्ह" ललिता ने मेरे गालों पे एक किस दी
"भाई, ट्राइ करके दिखाऊ.. वेट हाँ," कहके ललिता मेरे कमरे बने बाथरूम में चली गयी.
"अरे बेटे आओ... और ललिता, तुम यहाँ कैसे.." शन्नो ने उसे गले लगाते हुए पूछा...
"मोम, सामान तो लिया ही नहीं था अपना ज़रूरी मैने.. इसलिए अभी लेके, कल शाम तक वहाँ जाउन्गि.." ललिता ने शन्नो से अलग होते हुए कहा
"बेटे कल वहाँ जाएगी फिर 17थ को इधर, अब इधर ही रह जा... पायल और माया उधर गये हैं ना, तो एनफ हैं" मोम ने ललिता को अपने पास खींचते हुए कहा
"माया और पायल उधर... क्यूँ भला, ये कब हुआ, मुझे बताया क्यूँ नहीं पहले" डॅड ने मोम से कहा
"भाई साब, मैने माया से कहा, कि वो वहाँ चली जाए, क्या है कि उनके घर में कोई है नहीं उनकी मदद के लिए, अब हमने उन्हे वक़्त ही इतना कम दिया कि तैयारियों के लिए उन्हे किसी की तो ज़रूरत होगी... इसलिए मैने उन्हे कहा, वरना वो तो मना ही कर रहे थे.." विजय ने पापा को बोला
(हां भोसड़ी के.. तेरी साली की चूत जो मिलती है लंड के बाल साले... उसकी गान्ड में ही घुस जा पूरा जा.) मैं मन में सोचने लगा
"ठीक है, बट माया को बताना चाहिए था मुझे.. एनीवेस, और .. कपड़े लिए कि नहीं... चलो दिखाओ मुझे क्या लिया है" कहके डॅड मुझे वहाँ से लिविंग रूम में लाए और मेरे कपड़े देखने लगे
"प्राउड ऑफ यू माइ बॉय.. दिस ईज़ कॉल्ड चाय्स, सटल आंड रिच... ग्रेट" डॅड ने मेरे सूट को देखते हुए कहा
"डॅड, आपके और मोम के कपड़े कहाँ है..." मैने रूम में नज़र घूमाते हुए पूछा
" बॉय, वी हॅव नो टाइम.. आज पूरा दिन गेस्ट्स में निकला, उन्हे सामान देना था शगुन का, मिठाइयाँ, पूरा दिन उसमे ही निकला है..." डॅड ने थकि हुई आवाज़ में कहा
"नतिंग डूयिंग डॅड..कल आप और मोम और हम सब शॉपिंग पे चलेंगे ओके.. ललिता विल ड्राइव अस देअर.." मैने डॅड को कहा
"ओके बॉय.. अब तुम ही हो सब कुछ भाई.. कल चलेंगे, डन, कितने बजे पर" डॅड ने पूछा
"उः.. नून, अट 1, ओके वित यू ?" मैने कन्फर्म किया डॅड से..
"ओके जी.. पर ललिता क्यूँ ड्राइव करेगी, कल हमारी न्यू कार में चलेंगे, आपके बर्तडे गिफ्ट में जो दी थी... ड्राइवर ले चलेगा आंड वी ऑल विल सीट बॅक आंड रिलॅक्स ओके.. चलो गुड नाइट नाउ..." कहके डॅड वहाँ से उठके फिर लॉन में गये और बाकी सब को भी चलने के लिए बोला
जैसे ही मैं और ललिता उपर जा रहे थे,
".. ललिता, कम हियर बेटा..." डॅड ने हमे बुलाया
"यस अंकल.... क्या हुआ डॅड" ललिता और मैने एक साथ उन्हे बोला
"बेटा आगे से स्कॉच के बाद मिंट ले लिया करो... वैसे कौनसी ब्रांड थी" डॅड ने हमे मस्ती में पूछा
ललिता जवाब देने से रही, मैने कहा
"जॅक डॅनियल्ज़ डॅड... 16 यियर्ज़"
"देअर यू गो... यू हॅव आ ग्रेट टेस्ट सन.. कल का लंच भी फिक्स अपना" आँख मारके डॅड चले गये अपने रूम में
डॅड के जाने के बाद ललिता को मैने हमारा कल का प्रोग्राम बताया..
"वाउ... बट नाउ शो माइ सर्प्राइज़.. जल्दी से" कहके ललिता दौड़ दौड़ के रूम में चलने लगी
"ललिता तेरा सर्प्राइज़ कुछ ऐसा है..." मैं ललिता को फोटो दिखाते हुए कहा...
"वाउ भाई.. लव्ली वन पीस.. आइ वांटेड दिस बॅड्ली, अब आक्चुयल तो दिखाओ"
"थॅंक गॉड तुझे मेरी चाय्स पसंद आई.. हियर इट ईज़.." मैने ड्रेस देते हुए कहा
"थॅंक्स भाई... वाउ... सेम कलर, सेम डिज़ाइन... थॅंक्स आ लॉट भाई.. आइ लव यू.. म्व्वहाह्हह्ह" ललिता ने मेरे गालों पे एक किस दी
"भाई, ट्राइ करके दिखाऊ.. वेट हाँ," कहके ललिता मेरे कमरे बने बाथरूम में चली गयी.