hotaks444
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आँचल ने सुनील को ऐसे मस्ती करते हुए कभी नही देखा था सिवाय जब वो हनीमून के लिए शिमला गये थे. सुनील में तो अच्छा बदलाव आ गया है , आँचल सोचने लगी. वो चाहती थी की कैसे भी सुनील के साथ उसकी सेक्स-लाइफ इम्प्रूव हो जाए. सुनील आज उसे बहुत चुदाई के मूड में लग रहा था. लेकिन रिया भी तो मेरे साथ होगी घर पे. आज रात रिया को कहाँ रखूँ ? रिया के मम्मी पापा चंडीगढ़ वापस जा चुके थे. आँचल के मम्मी पापा एक शादी के रिसेप्शन में गये थे और उनको घर लौटने में देर रात हो जाने वाली थी. रिया को अकेले वहाँ मायके में रखना ठीक नही था. क्यूंकी मायके में ठरकी नौकर रामू था. आँचल सोचने लगी रिया को अकेले पाकर तो वो इसे चोद ही देगा. वैसे भी रिया अपने मंगेतर रवि के साथ चुदाई का मज़ा ले चुकी थी तो रामू को वो रोक नही पाती.
आँचल यही सब सोच रही थी और कोई रास्ता उसे नही सूझ रहा था. तभी सुनील तीनो के लिए पॉपकॉर्न के पैकेट्स और पेप्सी की बॉटल्स लेकर आ गया. इतना सब वो अपने हाथों में संभाल नही पाया और रिया को पेप्सी देते समय उसकी टीशर्ट में थोड़ी पेप्सी गिर गयी. हड़बड़ाकर सुनील रुमाल से रिया की चूचियों के ऊपर टीशर्ट पर गिरी पेप्सी को पोछने लगा. आँचल उसको मना कर पाती तब तक उसने एक दो बार रिया की चूचियों के ऊपर रुमाल से पोछ दिया. फिर वो अपनी सीट पर बैठ गया. आँचल ने रुमाल लेकर रिया की टीशर्ट से अच्छी तरह से पेप्सी पोछ दी.
रिया सोचने लगी जीजाजी जानबूझकर उसकी चूचियों को रुमाल से दबा रहे थे, लेकिन वो हॉर्नी फील कर रही थी , तो उसने जीजाजी को रोका नही बल्कि उसे अच्छा जो लग रहा था. वो तो आँचल ने सुनील को हटा दिया तब. फिर जब आँचल उसकी चूचियों के ऊपर से पेप्सी पोछ रही थी तो चूचियां दबने से रिया को मज़ा आ रहा था , उसने मुस्कुराते हुए आँचल को आँख मार दी.
कुछ देर बाद इंटरवल खत्म हो गया और मूवी शुरू हो गयी. पॉपकॉर्न खत्म करके सुनील फिर से आँचल के साथ मस्ती में लग गया. जल्दी ही वो दोनो मूवी देखना छोड़कर अपनी चुम्मा चाटी में लग गये. रिया को उन दोनो के गहरी साँसे लेने की आवाज़ सुनाई देने लगी. रिया भी मूवी देखते हुए बीच बीच में उनको देखने लगी. उसकी खुद की साँसे भी भारी होने लगी.
आँचल के होठों को चूसते हुए सुनील ने देखा रिया उन दोनो को ही देख रही है. उसने देखा रिया उत्तेजित सी लग रही है और उसके होंठ खुले हुए हैं. रिया ने जब देखा जीजाजी भी उसको देख रहे हैं तो शरमाकर वो सामने मूवी देखने लगी.
रिया को देखते पाकर सुनील और ज़्यादा उत्तेजित हो गया , उसने आँचल की चूचियों को ज़ोर ज़ोर से मसलना शुरू कर दिया. आँचल हल्की हल्की सिसकारियाँ लेने लगी. फिर सुनील ने आँचल की ब्रा ऊपर करके एक चूची बाहर निकाल दी .
रिया ये सब देख रही थी. उसने देखा आँचल की बाहर निकली हुई चूची के निपल तने हुए हैं. सुनील निपल को उंगली से दबाके घुमाने लगा. अब वो सीधा रिया की आँखो में देख रहा था. रिया अब नज़रें झुका नही रही थी बल्कि सीधा जीजाजी की आँखो में कामुक नज़रों से देख रही थी. दोनो लड़कियों को उत्तेजित देखकर सुनील को बहुत मज़ा आ रहा था. आँचल के साथ मस्ती करने से रिया पर पड़ते प्रभाव को देखकर सुनील ज़्यादा एक्साइटेड फील कर रहा था.
जब मूवी खत्म हुई तो रिया ने आँचल को कन्धा पकड़कर हिलाया. आँचल ने देखा फिल्म खत्म हो चुकी है और हॉल की लाइट्स ऑन हो गयी हैं. वो हड़बड़ाकर सुनील से अलग हुई. और जल्दी से अपनी ब्रा और ब्लाउज ठीक किया. हॉल से बाहर आते समय सुनील आँचल और रिया के पीछे चल रहा था. भीड़भाड़ में आँचल आगे निकल गयी , रिया और सुनील पीछे रह गये. रिया के ठीक पीछे चलते हुए सुनील उसके नितंबों में अपना लंड रगड़ने लगा. रिया समझ गयी जीजाजी उसकी गांड में पीछे से लंड चुभा रहे हैं , लेकिन वो कुछ नही बोली मज़े लेती रही. अब सुनील की हिम्मत बढ़ गयी. उसने देखा आँचल काफ़ी आगे निकल गयी है . थोड़ी देर तक रिया के नितंबों में लंड रगड़ने के बाद भीड़ से बचाने के बहाने से सुनील ने रिया की काँखों के नीचे हाथ डालकर उसे अपने से चिपका लिया और उंगलियों से उसकी चूची दबाने लगा. वो दोनो जानबूझकर धीरे धीरे चलने लगे.
हाल से बाहर आते ही सुनील को आँचल दिख गयी उसने जल्दी से रिया को छोड़ दिया. आँचल उनको ही ढूँढ रही थी पर अभी उसकी नज़र उनपर नही पड़ी थी. जब सुनील आँचल के पास पहुँचा तो आँचल थोड़ी उखड़ी हुई दिख रही थी.
सुनील ने पूछा , क्या हुआ तो आँचल ने कुछ जवाब नही दिया और बोली, चलो अब जल्दी, बाहर आने में इतनी देर लगा दी. जब वो तीनो पार्किंग में कार में बैठ गये तो आँचल ने बताया की हॉल से बाहर आते समय दो लड़के उसके पीछे थे और उन्होने भीड़भाड़ में उसके बदन और नितंबों पर खूब हाथ फिराया और नितंबों को मसल दिया.
सुनील को बीवी की बात पर गुस्सा आ गया , वो बोला,” वहीं पर क्यूँ नहीं बताया ? तुमने मुझे उन लड़को को दिखाना चाहिए था.”
आँचल बोली,” वहाँ पर सबके सामने ड्रामा करके क्या फायदा. इसलिए मैंने तुमसे कहा जल्दी चलो यहाँ से.”
देर शाम घर पहुँचकर नहाने के बाद फ्रेश होकर वो डिनर टेबल पर आ गये. आँचल के सास ससुर के साथ डिनर करते समय ज़्यादा बातें नही हुई.
डिनर के बाद रिया ने देखा की आँचल ने उसके लिए अपने रूम में एक एक्सट्रा बेड लगा रखी है.
रिया बोली,” आँचल, मैं तुम्हारी प्राइवेसी को डिस्टर्ब नही करना चाहती हूँ. मेरे लिए लिविंग रूम मे बेड लगा दो.”
आँचल बोली,” लिविंग रूम में क्यूँ सोएगी , मेरे साथ सोएगी.”
ससुर ने सुझाव दिया,” रिया मेरे बेडरूम में सास के साथ सो जाएगी और मैं लिविंग रूम में सो जाऊंगा.”
ससुर की बात कोई टाल नही सकता था , इसलिए ऐसा ही डिसाइड हो गया.
डिनर के बाद आँचल ने रिया को अपने बेडरूम में ताश खेलने बुलाया , वो दोनो सुनील के साथ ताश खेलने लगी. खेलते हुए तीनो हँसी मज़ाक कर रहे थे.
कुछ समय बाद रिया को आभास हो गया की आँचल और जीजाजी अब सेक्स करने के मूड में है. रिया नींद का बहाना करके उनके बेडरूम से बाहर आ गयी. रूम से बाहर आकर रिया ने देखा की ससुरजी लिविंग रूम में टीवी देख रहे हैं. रिया ने उनको गुडनाइट बोला और सास के बेडरूम में सोने चली गयी.
रूम मे आकर रिया ने छोटी सी नाइटी पहन ली. तभी ससुर कमरे में आ गया और सास को नींद को गोली देने लगा. सास को रोज़ रात को नींद की गोली देनी पड़ती थी तब जाके वो सोती थी. सास को गोली खिलाते हुए ससुर रिया को देख रहा था. रिया ने छोटी सी नाइटी पहनी हुई थी जो उसकी आधी जांघों तक पहुँच रही थी. रिया की चूचियों, उसकी खुली टाँगों और जांघों को ससुर ने ललचाई नज़रों से देखा.
फिर रिया से कहने लगा,” मैंने नींद की गोली दे दी है, अब ये सुबह तक आराम से सोएगी और तुम्हे यहाँ सोने में कोई परेशानी नही होगी.”
रिया ससुर की ललचाई नज़रों को महसूस कर रही थी. ससुर से उसे डर भी लगता था और एक्साइट्मेंट भी फील होती थी. सुनीता की जबरदस्त चुदाई करते हुए ससुर का बड़ा लंड रिया ने देखा था. वो याद आते ही रिया की नज़र ससुर के पैजामे पर पड़ी.
ससुर ने तुरंत भाँप लिया की रिया की नज़र उसके पैजामे पर पड़ी थी. ससुर इस जवान लड़की को चोदने को तड़प रहा था पर पहल करने में हिचक रहा था. फिर रिया की खुली जांघों को घूरते हुए वो रूम से बाहर चला गया.
तभी सुनीता भी रूम में आ गयी वो सास के बेड के पास फर्श पर गद्दा बिछाकर सोती थी. लाइट ऑफ करके रिया बेड में लेट गयी पर उसको नींद नही आ रही थी. वो दिन भर मे हुई घटनाओ के बारे में सोचने लगी . अभी आँचल और जीजाजी अपने बेडरूम में नंगे होकर चुदाई कर रहे होंगे , इस ख़याल से उसको मस्ती आने लगी.
उधर आँचल के बेडरूम में सुनील ने आँचल को नंगा कर दिया और अपने कपड़े उतारकर उसके ऊपर चढ़ गया. आँचल बड़ी खुश थी की आज सुनील उसकी अच्छी चुदाई करेगा. लेकिन उसकी खुशी थोड़ी ही देर में खत्म हो गयी . आँचल की चूत में लंड घुसाकर चुदाई करने के कुछ ही देर में सुनील झड़ गया. आँचल को फिर से वही फ्रस्ट्रेशन हो गया. लेकिन और दिनों की तरह इस बार झड़ने के बाद सुनील करवट लेकर सो नही गया बल्कि आँचल से रिया के बारे में तरह तरह के सवाल पूछने लगा.
उसने पूछा,” रिया कुँवारी है या चुदाई के मज़े ले चुकी है ?”
आँचल सुनील को रिया की चुदाई की बातें बताने लगी की कैसे उसके मंगेतर रवि ने सगाई के दूसरे दिन ही उसकी सील तोड़ दी थी.
ये लो चमत्कार हो गया , रिया की चुदाई के किस्से सुनकर सुनील का फिर से लंड खड़ा हो गया और वो आँचल की चूत में लंड घुसाकर फिर से उसे चोदने लगा. आँचल आश्चर्य से खुश होते हुए चुदवाने लगी और अपना किस्सा सुनाना जारी रखा.
“रिया बता रही थी की सगाई के दूसरे ही दिन रवि ने उसे अपने दोस्त के घर बुलाया और उस दोस्त के बेडरूम में ही उसकी चुदाई कर दी. “
सुनील रिया की चुदाई का किस्सा सुनते हुए जोश में आँचल को चोदने लगा.
आँचल सिसकारियाँ लेते हुए किस्सा सुनाती रही.
“रिया कह रही थी की वो तो शरम से पानी पानी हो गयी क्यूंकी दोस्त के बेड की चादर में उसकी चूत की सील टूटने से खून लग गया था.”
किस्सा सुनाते हुए आँचल मज़े से सिसकते हुए चिल्लाई, “ओह……..सुनील……. चोदो…...उननग्ग्घह…….ज़ोर से चोदो …..ओइईईईईईईई माँ …..”
आँचल को महसूस हुआ की चुदाई की बातों से सुनील को नया जोश चढ़ रहा है और वो अच्छे से उसकी चुदाई कर रहा है. तभी आँचल को ओर्गास्म आ गया.
“ऊऊओह……..आआहह…..ओइईईईईईईईईईईईईईईईई…..”
सुनील ने भी दूसरी बार आँचल की चूत में पानी छोड़ दिया.
आँचल को याद नही था की सुनील के साथ चुदाई में पिछली बार कब उसे ओर्गास्म आया था. बहुत लंबे समय बाद सुनील के साथ उसे ओर्गास्म आया था , इस चमत्कार से वो बहुत खुश हुई और उसने सुनील से बातें करना जारी रखा.
फिर वो सुनील को बताने लगी की सिनेमा हॉल से बाहर आते समय उन दो लड़को ने कैसे उसके नितंबों को मसला था और चिकोटी काटी थी. उसकी कामुक बातों से सुनील का लंड फिर से खड़ा होने लगा. लेकिन उन लड़को के बारे में बताने के लिए आँचल के पास इतना ही था. तो उसने सुनील की उत्तेजना बढ़ाने के लिए मनगणंत किस्सा सुनाना शुरू किया की कैसे उन दोनो लड़को ने उसके आगे पीछे खड़े होकर उसको बीच में सैंडविच बना दिया. एक उसकी चूचियों को दबा रहा था और दूसरा उसके नितंबों को मसल रहा था.
उत्तेजित होकर सुनील तीसरी बार आँचल के ऊपर चढ़ गया और उसकी चूत में लंड घुसाकर आँचल को चोदने लगा.
आँचल खुश होकर चुदवाते हुए सुनील को झूठ मूठ में बताने लगी की उन दोनो लड़को के बीच में फंसकर उसने अपने को कितना असहाय महसूस किया लेकिन उनके बदन को मसलने से उसे उत्तेजना भी महसूस हो रही थी. और लोगो के सामने उसका बदन उन लड़को ने मसल दिया जिससे उसकी चूत से रस बहने लगा था.
“उनन्नज्ग्घ……...सुनील …….वो दोनो लड़के बोल रहे थे की मेरे मुममे बहुत मस्त हैं…..आअहह…” आँचल उत्तेजना से अपना सर झटकते हुए बोली. उसको आज दूसरी बार ओर्गास्म आ गया था.
सुनील भी तीसरी बार झड़ गया. ज़ोर से सिसकारियाँ लेती आँचल ने सुनील को अपने ऊपर जकड़ रखा था. सुनील की पीठ पर उसने उत्तेजना से नाख़ून गड़ा दिए.
तीन बार की चुदाई से थककर सुनील और आँचल एक दूसरे की बाँहो में संतुस्ट होकर नंगे सो गये.
उधर रिया को नींद नही आ रही थी , बेड पर लेटे हुए वो उत्तेजित महसूस कर रही थी. तभी उसने कुछ आहट सुनी.
आँचल यही सब सोच रही थी और कोई रास्ता उसे नही सूझ रहा था. तभी सुनील तीनो के लिए पॉपकॉर्न के पैकेट्स और पेप्सी की बॉटल्स लेकर आ गया. इतना सब वो अपने हाथों में संभाल नही पाया और रिया को पेप्सी देते समय उसकी टीशर्ट में थोड़ी पेप्सी गिर गयी. हड़बड़ाकर सुनील रुमाल से रिया की चूचियों के ऊपर टीशर्ट पर गिरी पेप्सी को पोछने लगा. आँचल उसको मना कर पाती तब तक उसने एक दो बार रिया की चूचियों के ऊपर रुमाल से पोछ दिया. फिर वो अपनी सीट पर बैठ गया. आँचल ने रुमाल लेकर रिया की टीशर्ट से अच्छी तरह से पेप्सी पोछ दी.
रिया सोचने लगी जीजाजी जानबूझकर उसकी चूचियों को रुमाल से दबा रहे थे, लेकिन वो हॉर्नी फील कर रही थी , तो उसने जीजाजी को रोका नही बल्कि उसे अच्छा जो लग रहा था. वो तो आँचल ने सुनील को हटा दिया तब. फिर जब आँचल उसकी चूचियों के ऊपर से पेप्सी पोछ रही थी तो चूचियां दबने से रिया को मज़ा आ रहा था , उसने मुस्कुराते हुए आँचल को आँख मार दी.
कुछ देर बाद इंटरवल खत्म हो गया और मूवी शुरू हो गयी. पॉपकॉर्न खत्म करके सुनील फिर से आँचल के साथ मस्ती में लग गया. जल्दी ही वो दोनो मूवी देखना छोड़कर अपनी चुम्मा चाटी में लग गये. रिया को उन दोनो के गहरी साँसे लेने की आवाज़ सुनाई देने लगी. रिया भी मूवी देखते हुए बीच बीच में उनको देखने लगी. उसकी खुद की साँसे भी भारी होने लगी.
आँचल के होठों को चूसते हुए सुनील ने देखा रिया उन दोनो को ही देख रही है. उसने देखा रिया उत्तेजित सी लग रही है और उसके होंठ खुले हुए हैं. रिया ने जब देखा जीजाजी भी उसको देख रहे हैं तो शरमाकर वो सामने मूवी देखने लगी.
रिया को देखते पाकर सुनील और ज़्यादा उत्तेजित हो गया , उसने आँचल की चूचियों को ज़ोर ज़ोर से मसलना शुरू कर दिया. आँचल हल्की हल्की सिसकारियाँ लेने लगी. फिर सुनील ने आँचल की ब्रा ऊपर करके एक चूची बाहर निकाल दी .
रिया ये सब देख रही थी. उसने देखा आँचल की बाहर निकली हुई चूची के निपल तने हुए हैं. सुनील निपल को उंगली से दबाके घुमाने लगा. अब वो सीधा रिया की आँखो में देख रहा था. रिया अब नज़रें झुका नही रही थी बल्कि सीधा जीजाजी की आँखो में कामुक नज़रों से देख रही थी. दोनो लड़कियों को उत्तेजित देखकर सुनील को बहुत मज़ा आ रहा था. आँचल के साथ मस्ती करने से रिया पर पड़ते प्रभाव को देखकर सुनील ज़्यादा एक्साइटेड फील कर रहा था.
जब मूवी खत्म हुई तो रिया ने आँचल को कन्धा पकड़कर हिलाया. आँचल ने देखा फिल्म खत्म हो चुकी है और हॉल की लाइट्स ऑन हो गयी हैं. वो हड़बड़ाकर सुनील से अलग हुई. और जल्दी से अपनी ब्रा और ब्लाउज ठीक किया. हॉल से बाहर आते समय सुनील आँचल और रिया के पीछे चल रहा था. भीड़भाड़ में आँचल आगे निकल गयी , रिया और सुनील पीछे रह गये. रिया के ठीक पीछे चलते हुए सुनील उसके नितंबों में अपना लंड रगड़ने लगा. रिया समझ गयी जीजाजी उसकी गांड में पीछे से लंड चुभा रहे हैं , लेकिन वो कुछ नही बोली मज़े लेती रही. अब सुनील की हिम्मत बढ़ गयी. उसने देखा आँचल काफ़ी आगे निकल गयी है . थोड़ी देर तक रिया के नितंबों में लंड रगड़ने के बाद भीड़ से बचाने के बहाने से सुनील ने रिया की काँखों के नीचे हाथ डालकर उसे अपने से चिपका लिया और उंगलियों से उसकी चूची दबाने लगा. वो दोनो जानबूझकर धीरे धीरे चलने लगे.
हाल से बाहर आते ही सुनील को आँचल दिख गयी उसने जल्दी से रिया को छोड़ दिया. आँचल उनको ही ढूँढ रही थी पर अभी उसकी नज़र उनपर नही पड़ी थी. जब सुनील आँचल के पास पहुँचा तो आँचल थोड़ी उखड़ी हुई दिख रही थी.
सुनील ने पूछा , क्या हुआ तो आँचल ने कुछ जवाब नही दिया और बोली, चलो अब जल्दी, बाहर आने में इतनी देर लगा दी. जब वो तीनो पार्किंग में कार में बैठ गये तो आँचल ने बताया की हॉल से बाहर आते समय दो लड़के उसके पीछे थे और उन्होने भीड़भाड़ में उसके बदन और नितंबों पर खूब हाथ फिराया और नितंबों को मसल दिया.
सुनील को बीवी की बात पर गुस्सा आ गया , वो बोला,” वहीं पर क्यूँ नहीं बताया ? तुमने मुझे उन लड़को को दिखाना चाहिए था.”
आँचल बोली,” वहाँ पर सबके सामने ड्रामा करके क्या फायदा. इसलिए मैंने तुमसे कहा जल्दी चलो यहाँ से.”
देर शाम घर पहुँचकर नहाने के बाद फ्रेश होकर वो डिनर टेबल पर आ गये. आँचल के सास ससुर के साथ डिनर करते समय ज़्यादा बातें नही हुई.
डिनर के बाद रिया ने देखा की आँचल ने उसके लिए अपने रूम में एक एक्सट्रा बेड लगा रखी है.
रिया बोली,” आँचल, मैं तुम्हारी प्राइवेसी को डिस्टर्ब नही करना चाहती हूँ. मेरे लिए लिविंग रूम मे बेड लगा दो.”
आँचल बोली,” लिविंग रूम में क्यूँ सोएगी , मेरे साथ सोएगी.”
ससुर ने सुझाव दिया,” रिया मेरे बेडरूम में सास के साथ सो जाएगी और मैं लिविंग रूम में सो जाऊंगा.”
ससुर की बात कोई टाल नही सकता था , इसलिए ऐसा ही डिसाइड हो गया.
डिनर के बाद आँचल ने रिया को अपने बेडरूम में ताश खेलने बुलाया , वो दोनो सुनील के साथ ताश खेलने लगी. खेलते हुए तीनो हँसी मज़ाक कर रहे थे.
कुछ समय बाद रिया को आभास हो गया की आँचल और जीजाजी अब सेक्स करने के मूड में है. रिया नींद का बहाना करके उनके बेडरूम से बाहर आ गयी. रूम से बाहर आकर रिया ने देखा की ससुरजी लिविंग रूम में टीवी देख रहे हैं. रिया ने उनको गुडनाइट बोला और सास के बेडरूम में सोने चली गयी.
रूम मे आकर रिया ने छोटी सी नाइटी पहन ली. तभी ससुर कमरे में आ गया और सास को नींद को गोली देने लगा. सास को रोज़ रात को नींद की गोली देनी पड़ती थी तब जाके वो सोती थी. सास को गोली खिलाते हुए ससुर रिया को देख रहा था. रिया ने छोटी सी नाइटी पहनी हुई थी जो उसकी आधी जांघों तक पहुँच रही थी. रिया की चूचियों, उसकी खुली टाँगों और जांघों को ससुर ने ललचाई नज़रों से देखा.
फिर रिया से कहने लगा,” मैंने नींद की गोली दे दी है, अब ये सुबह तक आराम से सोएगी और तुम्हे यहाँ सोने में कोई परेशानी नही होगी.”
रिया ससुर की ललचाई नज़रों को महसूस कर रही थी. ससुर से उसे डर भी लगता था और एक्साइट्मेंट भी फील होती थी. सुनीता की जबरदस्त चुदाई करते हुए ससुर का बड़ा लंड रिया ने देखा था. वो याद आते ही रिया की नज़र ससुर के पैजामे पर पड़ी.
ससुर ने तुरंत भाँप लिया की रिया की नज़र उसके पैजामे पर पड़ी थी. ससुर इस जवान लड़की को चोदने को तड़प रहा था पर पहल करने में हिचक रहा था. फिर रिया की खुली जांघों को घूरते हुए वो रूम से बाहर चला गया.
तभी सुनीता भी रूम में आ गयी वो सास के बेड के पास फर्श पर गद्दा बिछाकर सोती थी. लाइट ऑफ करके रिया बेड में लेट गयी पर उसको नींद नही आ रही थी. वो दिन भर मे हुई घटनाओ के बारे में सोचने लगी . अभी आँचल और जीजाजी अपने बेडरूम में नंगे होकर चुदाई कर रहे होंगे , इस ख़याल से उसको मस्ती आने लगी.
उधर आँचल के बेडरूम में सुनील ने आँचल को नंगा कर दिया और अपने कपड़े उतारकर उसके ऊपर चढ़ गया. आँचल बड़ी खुश थी की आज सुनील उसकी अच्छी चुदाई करेगा. लेकिन उसकी खुशी थोड़ी ही देर में खत्म हो गयी . आँचल की चूत में लंड घुसाकर चुदाई करने के कुछ ही देर में सुनील झड़ गया. आँचल को फिर से वही फ्रस्ट्रेशन हो गया. लेकिन और दिनों की तरह इस बार झड़ने के बाद सुनील करवट लेकर सो नही गया बल्कि आँचल से रिया के बारे में तरह तरह के सवाल पूछने लगा.
उसने पूछा,” रिया कुँवारी है या चुदाई के मज़े ले चुकी है ?”
आँचल सुनील को रिया की चुदाई की बातें बताने लगी की कैसे उसके मंगेतर रवि ने सगाई के दूसरे दिन ही उसकी सील तोड़ दी थी.
ये लो चमत्कार हो गया , रिया की चुदाई के किस्से सुनकर सुनील का फिर से लंड खड़ा हो गया और वो आँचल की चूत में लंड घुसाकर फिर से उसे चोदने लगा. आँचल आश्चर्य से खुश होते हुए चुदवाने लगी और अपना किस्सा सुनाना जारी रखा.
“रिया बता रही थी की सगाई के दूसरे ही दिन रवि ने उसे अपने दोस्त के घर बुलाया और उस दोस्त के बेडरूम में ही उसकी चुदाई कर दी. “
सुनील रिया की चुदाई का किस्सा सुनते हुए जोश में आँचल को चोदने लगा.
आँचल सिसकारियाँ लेते हुए किस्सा सुनाती रही.
“रिया कह रही थी की वो तो शरम से पानी पानी हो गयी क्यूंकी दोस्त के बेड की चादर में उसकी चूत की सील टूटने से खून लग गया था.”
किस्सा सुनाते हुए आँचल मज़े से सिसकते हुए चिल्लाई, “ओह……..सुनील……. चोदो…...उननग्ग्घह…….ज़ोर से चोदो …..ओइईईईईईईई माँ …..”
आँचल को महसूस हुआ की चुदाई की बातों से सुनील को नया जोश चढ़ रहा है और वो अच्छे से उसकी चुदाई कर रहा है. तभी आँचल को ओर्गास्म आ गया.
“ऊऊओह……..आआहह…..ओइईईईईईईईईईईईईईईईई…..”
सुनील ने भी दूसरी बार आँचल की चूत में पानी छोड़ दिया.
आँचल को याद नही था की सुनील के साथ चुदाई में पिछली बार कब उसे ओर्गास्म आया था. बहुत लंबे समय बाद सुनील के साथ उसे ओर्गास्म आया था , इस चमत्कार से वो बहुत खुश हुई और उसने सुनील से बातें करना जारी रखा.
फिर वो सुनील को बताने लगी की सिनेमा हॉल से बाहर आते समय उन दो लड़को ने कैसे उसके नितंबों को मसला था और चिकोटी काटी थी. उसकी कामुक बातों से सुनील का लंड फिर से खड़ा होने लगा. लेकिन उन लड़को के बारे में बताने के लिए आँचल के पास इतना ही था. तो उसने सुनील की उत्तेजना बढ़ाने के लिए मनगणंत किस्सा सुनाना शुरू किया की कैसे उन दोनो लड़को ने उसके आगे पीछे खड़े होकर उसको बीच में सैंडविच बना दिया. एक उसकी चूचियों को दबा रहा था और दूसरा उसके नितंबों को मसल रहा था.
उत्तेजित होकर सुनील तीसरी बार आँचल के ऊपर चढ़ गया और उसकी चूत में लंड घुसाकर आँचल को चोदने लगा.
आँचल खुश होकर चुदवाते हुए सुनील को झूठ मूठ में बताने लगी की उन दोनो लड़को के बीच में फंसकर उसने अपने को कितना असहाय महसूस किया लेकिन उनके बदन को मसलने से उसे उत्तेजना भी महसूस हो रही थी. और लोगो के सामने उसका बदन उन लड़को ने मसल दिया जिससे उसकी चूत से रस बहने लगा था.
“उनन्नज्ग्घ……...सुनील …….वो दोनो लड़के बोल रहे थे की मेरे मुममे बहुत मस्त हैं…..आअहह…” आँचल उत्तेजना से अपना सर झटकते हुए बोली. उसको आज दूसरी बार ओर्गास्म आ गया था.
सुनील भी तीसरी बार झड़ गया. ज़ोर से सिसकारियाँ लेती आँचल ने सुनील को अपने ऊपर जकड़ रखा था. सुनील की पीठ पर उसने उत्तेजना से नाख़ून गड़ा दिए.
तीन बार की चुदाई से थककर सुनील और आँचल एक दूसरे की बाँहो में संतुस्ट होकर नंगे सो गये.
उधर रिया को नींद नही आ रही थी , बेड पर लेटे हुए वो उत्तेजित महसूस कर रही थी. तभी उसने कुछ आहट सुनी.