hotaks444
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अब मैं इस दुनिया मे नही था. अपने ख़यालो मे घूम था. सुबह सुबह नेहा के साथ जो हुआ, और अब वरुण ने ऐसा किया. ये सब क्या हो रहा था?
पायल: हेलो? व्हेअर दा हेल आर यू वरुण? यू स्क्रूड एवेरितिंग.........................व्हाट??,.....................नही यार! आख़िर ऐसा क्या हो गया कि तू हमे इस तरह से छोड़ कर चला गया?.........................बहाने मत बना वरुण. हमारा प्रॉजेक्ट रिजेक्ट हो गया.................ओह्ह रियली?? यू आर सॉरी? वाह.. मेरी तो आखे भर आई...........हाँ. सम्राट यही हैं. कहाँ जाएगा? वरुण कम्से कम उसकी तो सोचता.शिट.!!...............ग्राउंड पर हैं... तू अभी इसी वक़्त यहाँ आ..........आज तो तेरी जान ही ले लुगी मैं..................कौन?? कौन हैं तेरे साथ?......आइ डोंट गिव आ क्रॅप! अभी इसी वक़्त यहा आ...
मैने सब सुना मगर ध्यान नही दिया.
पायल: आ रहा हैं.
पायल ने मेरे कंधे पर हाथ रखी और बोली;
पायल: चियर अप यार! इतना सॅड मत हो. वी विल फिगर आउट सम्तिंग अबाउट दा प्रॉजेक्ट. मुझे पता हैं तू कुछ करेगा. आइ ट्रस्ट यू. अभी तो तू सिर्फ़ वरुण की जान लेने के बारे मे.................
पायल ये सब कहे जा रही थी. मगर मेरे दिल मे तूफान चल रहा था. सिर्फ़ प्रॉजेक्ट ही नही. मुझे नेहा की याद आ रही थी. मुझे ज़रूरत थी उसकी. मैं बस नेहा की बाहों मे कुछ देर बिताना चाहता था. उसकी बाहो मे होता हूँ तो दुनिया से डर नही लगता, सब सही लगता हैं. उसके जिस्म की खूशबू बड़ा सुकून देती हैं मुझे. उसके सॉफ्ट सॉफ्ट हाथो को पकड़ता हूँ तो मुझे ये एहसास होता हैं कि मेरे हाथ किसी भी मुसीबत से भिड़ने के लिए रेडी हैं. उसकी आखो मे देखता हूँ तो लगता हैं की पूरी ज़िंदगी इन आखो मे देखते हुए ही बिता दूं. चाहे मेरा मूड कितना भी बुरा क्यू ना हो, चाहे कितनी भी बड़ी मुसीबत क्यू ना आ जाए मुझपे नेहा की स्माइल देखता हूँ तो एक ताक़त सी आ जाती हैं अंदर मेरे. अभी मुझे बस नेहा की ज़रूरत थी.
मे: मैं जा रहा हू. वरुण से तू ही बात कर. आइ आम लीविंग.
पायल: अर्रे? मगर तू कहाँ जा रहा हैं? वरुण आता ही होगा यार.
मैने जैसे पायल की बात सुनी ही ना हो. मैं एक एक स्टेर उतर रहा था. भारी कदमो से आगे बढ़ रहा था. मैं आखरी स्टेर से उतरता उतने मे ही कुछ 100 फुट पर मुझे वरुण हमारी ओर आता दिखाई पड़ा. और ऑलमोस्ट उसी वक़्त मुझे नेहा का कॉल आया.
मैने कॉल आन्सर किया;
मे: हेलो! नेहा! थॅंक गॉड तुमने कॉल किया नेहा. तुम नही जानती मुझे कितनी ज़रूरत थी तुम्हारी आवाज़ सुनने की. कहाँ हो तुम? मैं अभी आ रहा हूँ तुम्हारे पास.
मैं एक ही साँस मे सब कुछ कह गया बिना ये सोचे कि नेहा ने कुछ सुना भी या नही.
मे: नेहा?? मेरी आवाज़ आ आरही हैं तुम्हे? तुम कुछ कहती क्यू नही?
कुछ सेकेंड्स बीत गये मगर नेहा कुछ नही बोली. मुझे लगा नेटवर्क मे कुछ प्राब्लम हैं तो;
मे: आइ थिंक नेटवर्क मे प्राब्लम हैं. रूको. मैं तुम्हे कॉल बॅक करता हूँ.
मैं इतना कह कर बस फोन अपने कान से हटाने ही वाला था कि उतने मे;
नेहा: हेलो! सम्राट.. आइ आम हियर.
मैने झट से फोन अपनी कनपटी पर दोबारा लगा दिया.
मे: ओह्ह! कुछ कहा क्यू नही फिर इतनी देर? तुम रेडी रहो. मैं तुम्हे 20 मिनट मे तुम्हारे घर मे से पिक अप करता हूँ. आइ हॅव हॅड आ रियली बॅड डे नेहा. आइ रियली नीड यू.
मैं वरुण को धीरे धीरे अपने नज़दीक आते देख रहा था. मेरे दिल मे उसके लिए जितना गुस्सा था वो सब नेहा की बस आवाज़ भर से चला गया था. मैं अब भी स्टेर्स पे ही खड़ा था.
नेहा: सम्राट! उम्म्म.. मैं घर पर नही हूँ!
मे: घर पर नही हो? मुझे लगा कि तुम्हारा कॉलेज नही हैं आज. तुम घर नही होतो कहाँ हो?
नेहा: मैं आज कॉलेज नही गयी. नोट आटीस्ट अपने कॉलेज.
मे: क्या मतलब नेहा? किसी फ्रेंड के साथ हो क्या? तुम कहो तो मैं तुम्हे वही से पिक अप कर लेता हूँ.
नेहा: नही सम्राट. मुझे तुमसे कुछ बात करनी थी. इसीलिए कॉल की मैने.
मे: हाँ तो मिल कर बात करते हैं ना. तुम ही तो सुबह कह रही थी ना कि मिलना हैं. आइ नीड टू सी यू नेहा. मैं अभी बोहोत उदास हूँ. इट्स लाइक दा वर्स्ट डे ऑफ माइ लाइफ. तुमसे मिलुगा तो अच्छा लगेगा.
मुझे नेहा की सासों की आवाज़ आने लगी. मैं महसूस कर पा रहा था कि नेहा बोहोत गहरी साँसे ले रही हैं.
मे: नेहा? तुम्हारी तबीयत तो ठीक हैं ना? तुम कुछ ज़्यादा ही हेविली ब्रेत कर रही हो? क्या हुआ?
नेहा: सम्राट!!?
मैं अब ज़रा परेशान होने लगा था.
मे: हाँ कहो ना!!
नेहा ने एक गहरी और लंबी साँस ली और;
नेहा: सम्राट मैं इस वक़्त तुम्हारे ही कॉलेज मे हूँ.
मे: क्या?? मेरे कॉलेज मे? तुम यहाँ क्या कर रही हो? और हो कहाँ तुम? अभी आता हूँ मिलने तुम्हे.
इतनी देर मे वरुण भी आ गया था. वो मेरे सामने खड़ा था. कुछ 3-4 फीट की दूरी पर. मैने उसकी ओर देख कर उसे एक फिंगर दिखाया. मैं अब भी नाराज़ था उसपर.
नेहा: मैं यहीं हूँ सम्राट!!
मे: यहीं?? कहाँ पर?
मैने ग्राउंड पे देखने लगा. कही कोई नही दिखाई पड़ा. बिल्कुल सुनसान था.
मे: मुझे तो कोई नही दिखाई दे रहा! क्यू मज़ाक कर रही हो नेहा?
नेहा: नही सम्राट. मैं मज़ाक नही कर रही. मैं यही हूँ, ग्राउंड पे. जस्ट टर्न अराउंड!
पायल: हेलो? व्हेअर दा हेल आर यू वरुण? यू स्क्रूड एवेरितिंग.........................व्हाट??,.....................नही यार! आख़िर ऐसा क्या हो गया कि तू हमे इस तरह से छोड़ कर चला गया?.........................बहाने मत बना वरुण. हमारा प्रॉजेक्ट रिजेक्ट हो गया.................ओह्ह रियली?? यू आर सॉरी? वाह.. मेरी तो आखे भर आई...........हाँ. सम्राट यही हैं. कहाँ जाएगा? वरुण कम्से कम उसकी तो सोचता.शिट.!!...............ग्राउंड पर हैं... तू अभी इसी वक़्त यहाँ आ..........आज तो तेरी जान ही ले लुगी मैं..................कौन?? कौन हैं तेरे साथ?......आइ डोंट गिव आ क्रॅप! अभी इसी वक़्त यहा आ...
मैने सब सुना मगर ध्यान नही दिया.
पायल: आ रहा हैं.
पायल ने मेरे कंधे पर हाथ रखी और बोली;
पायल: चियर अप यार! इतना सॅड मत हो. वी विल फिगर आउट सम्तिंग अबाउट दा प्रॉजेक्ट. मुझे पता हैं तू कुछ करेगा. आइ ट्रस्ट यू. अभी तो तू सिर्फ़ वरुण की जान लेने के बारे मे.................
पायल ये सब कहे जा रही थी. मगर मेरे दिल मे तूफान चल रहा था. सिर्फ़ प्रॉजेक्ट ही नही. मुझे नेहा की याद आ रही थी. मुझे ज़रूरत थी उसकी. मैं बस नेहा की बाहों मे कुछ देर बिताना चाहता था. उसकी बाहो मे होता हूँ तो दुनिया से डर नही लगता, सब सही लगता हैं. उसके जिस्म की खूशबू बड़ा सुकून देती हैं मुझे. उसके सॉफ्ट सॉफ्ट हाथो को पकड़ता हूँ तो मुझे ये एहसास होता हैं कि मेरे हाथ किसी भी मुसीबत से भिड़ने के लिए रेडी हैं. उसकी आखो मे देखता हूँ तो लगता हैं की पूरी ज़िंदगी इन आखो मे देखते हुए ही बिता दूं. चाहे मेरा मूड कितना भी बुरा क्यू ना हो, चाहे कितनी भी बड़ी मुसीबत क्यू ना आ जाए मुझपे नेहा की स्माइल देखता हूँ तो एक ताक़त सी आ जाती हैं अंदर मेरे. अभी मुझे बस नेहा की ज़रूरत थी.
मे: मैं जा रहा हू. वरुण से तू ही बात कर. आइ आम लीविंग.
पायल: अर्रे? मगर तू कहाँ जा रहा हैं? वरुण आता ही होगा यार.
मैने जैसे पायल की बात सुनी ही ना हो. मैं एक एक स्टेर उतर रहा था. भारी कदमो से आगे बढ़ रहा था. मैं आखरी स्टेर से उतरता उतने मे ही कुछ 100 फुट पर मुझे वरुण हमारी ओर आता दिखाई पड़ा. और ऑलमोस्ट उसी वक़्त मुझे नेहा का कॉल आया.
मैने कॉल आन्सर किया;
मे: हेलो! नेहा! थॅंक गॉड तुमने कॉल किया नेहा. तुम नही जानती मुझे कितनी ज़रूरत थी तुम्हारी आवाज़ सुनने की. कहाँ हो तुम? मैं अभी आ रहा हूँ तुम्हारे पास.
मैं एक ही साँस मे सब कुछ कह गया बिना ये सोचे कि नेहा ने कुछ सुना भी या नही.
मे: नेहा?? मेरी आवाज़ आ आरही हैं तुम्हे? तुम कुछ कहती क्यू नही?
कुछ सेकेंड्स बीत गये मगर नेहा कुछ नही बोली. मुझे लगा नेटवर्क मे कुछ प्राब्लम हैं तो;
मे: आइ थिंक नेटवर्क मे प्राब्लम हैं. रूको. मैं तुम्हे कॉल बॅक करता हूँ.
मैं इतना कह कर बस फोन अपने कान से हटाने ही वाला था कि उतने मे;
नेहा: हेलो! सम्राट.. आइ आम हियर.
मैने झट से फोन अपनी कनपटी पर दोबारा लगा दिया.
मे: ओह्ह! कुछ कहा क्यू नही फिर इतनी देर? तुम रेडी रहो. मैं तुम्हे 20 मिनट मे तुम्हारे घर मे से पिक अप करता हूँ. आइ हॅव हॅड आ रियली बॅड डे नेहा. आइ रियली नीड यू.
मैं वरुण को धीरे धीरे अपने नज़दीक आते देख रहा था. मेरे दिल मे उसके लिए जितना गुस्सा था वो सब नेहा की बस आवाज़ भर से चला गया था. मैं अब भी स्टेर्स पे ही खड़ा था.
नेहा: सम्राट! उम्म्म.. मैं घर पर नही हूँ!
मे: घर पर नही हो? मुझे लगा कि तुम्हारा कॉलेज नही हैं आज. तुम घर नही होतो कहाँ हो?
नेहा: मैं आज कॉलेज नही गयी. नोट आटीस्ट अपने कॉलेज.
मे: क्या मतलब नेहा? किसी फ्रेंड के साथ हो क्या? तुम कहो तो मैं तुम्हे वही से पिक अप कर लेता हूँ.
नेहा: नही सम्राट. मुझे तुमसे कुछ बात करनी थी. इसीलिए कॉल की मैने.
मे: हाँ तो मिल कर बात करते हैं ना. तुम ही तो सुबह कह रही थी ना कि मिलना हैं. आइ नीड टू सी यू नेहा. मैं अभी बोहोत उदास हूँ. इट्स लाइक दा वर्स्ट डे ऑफ माइ लाइफ. तुमसे मिलुगा तो अच्छा लगेगा.
मुझे नेहा की सासों की आवाज़ आने लगी. मैं महसूस कर पा रहा था कि नेहा बोहोत गहरी साँसे ले रही हैं.
मे: नेहा? तुम्हारी तबीयत तो ठीक हैं ना? तुम कुछ ज़्यादा ही हेविली ब्रेत कर रही हो? क्या हुआ?
नेहा: सम्राट!!?
मैं अब ज़रा परेशान होने लगा था.
मे: हाँ कहो ना!!
नेहा ने एक गहरी और लंबी साँस ली और;
नेहा: सम्राट मैं इस वक़्त तुम्हारे ही कॉलेज मे हूँ.
मे: क्या?? मेरे कॉलेज मे? तुम यहाँ क्या कर रही हो? और हो कहाँ तुम? अभी आता हूँ मिलने तुम्हे.
इतनी देर मे वरुण भी आ गया था. वो मेरे सामने खड़ा था. कुछ 3-4 फीट की दूरी पर. मैने उसकी ओर देख कर उसे एक फिंगर दिखाया. मैं अब भी नाराज़ था उसपर.
नेहा: मैं यहीं हूँ सम्राट!!
मे: यहीं?? कहाँ पर?
मैने ग्राउंड पे देखने लगा. कही कोई नही दिखाई पड़ा. बिल्कुल सुनसान था.
मे: मुझे तो कोई नही दिखाई दे रहा! क्यू मज़ाक कर रही हो नेहा?
नेहा: नही सम्राट. मैं मज़ाक नही कर रही. मैं यही हूँ, ग्राउंड पे. जस्ट टर्न अराउंड!