hotaks444
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वो मुझे देख रही थी और मैं उसे और मैने जो ही सॉरी कहने के लिए अपनी ज़बान हिलाई;
पायल: आइ आम सॉरी सम्राट!
और इतना कह कर पायल की आखो से आसू निकला और उसकी उपर नीचे होती हुई छाती पर गिर गया. मैने सोचा ये तो पासा उल्टा ही पड़ गया. कहाँ तो मैं पायल को सॉरी कहने वाला था और ये मुझसे माफी माँग रही है. मुझे पहले तो कुछ समझ नही आ रहा था कि आख़िर ये क्यू मुझसे माफी माँग रही हैं?
मे: अर्रे? क्या हुआ पायल ? सॉरी क्यू कह रही हैं? और तू रो क्यूँ रही हैं?
पायल: क...कू..कुछ नही हुआ सम्राट. प्लीज़, फर्गिव मी!
मे: तू बताएगी आख़िर हुआ क्या हैं तो?
मैने पायल के कंधो को पकड़ कर उसे सहारा देखार सोफे पर बिठाया और उसके सामने नीचे,घुटनो के बल बैठ गया. पायल अब रोने लगी थी. मैने उसके आँसुओ पोछते हुए उससे कहा;
मे: तू प्लीज़ बताएगी कुछ? और रोना बंद कर सबसे पहले!
किसी तरह कुछ वक़्त बाद पायल का रोना बंद हुआ, मगर उसकी आवाज़ मे अब भी भारीपन था और आखे नम थी.
पायल: सम्राट! तुम पहले प्रॉमिस करो कि तुम मुझसे नाराज़ नही होगे.
मे: इसमे नाराज़ होने वाली क्या बात हैं?
पायल: पहले प्रॉमिस करो सम्राट!
मे: हुफ़फ्फ़! हाँ ओक.. आइ प्रॉमिस.. अब बता जल्दी से.
पायल ने एक गहरी सास लेते हुए कहा;
पायल: सा..सस्स..
मे: हाँ बोलेगी अब?
मुझे अब चीढ़ महसूस होने लगी थी तो मैं उसपे चिल्ला पड़ा,और पायल थोड़ा और सहम गयी.
पायल: सम्राट! त....तुम पहले लड़के हो जिसने मुझे आज तक छुआ हैं?
पायल की बात सुन कर मुझे समझ नही आ रहा था कि मैं अब हँस पडु इसकी बेवकूफी पे या इतना अच्छा जो किस्सिंग चल रहा था हमारा, वो इसने बिगाड़ दिया उस वजह से मैं चढ़ु उसपे? मैने कुछ ना कहना ही सही समझा और सिर्फ़ 'ह्म्म्म्म ' कर दिया.
पायल: ह्म्म्म क्या सम्राट?! ये भी कोई रियेक्शन हैं?
अब मुझे धीरे धीरे गुस्सा आने लगा था. आप लोग तो समझ सकते हो दोस्तो कि एक तो महीनो कुछ मिले नही और जब मिला तो लड़की ऐसे आइटम करने लगेगी तो किसी की सटकेगी ना? वैसा ही कुछ मेरे साथ हुआ और मैं अपना आपा खो बैठा.
मे: कैसा रियेक्शन मतलब? आख़िर तू चाहती क्या हैं मुझसे पायल? क्या कहूँ मैं बता दे?
मेरे चिल्लाने से पायल फिर से सहम गयी. मैं आज तक पायल पर कभी नही चिढ़ा. गुस्सा होना तो दूर की बात हैं, मैने कभी उससे ऊँची आवाज़ मे बात भी नही की, मगर आज बात अलग थी. मुझे भी नही समझ आ रहा था कि इतना गुस्सा मुझे किस बात पर आ रहा हैं? मैं बॅस इतना जानता था कि मुझे बहुत गुस्सा आ रहा हैं.
मे: बोल ना! क्या कहूँ मैं तुझे?
इतना कह कर मैने पायल के कंधो को जाकड़ लिया. मेरे मज़बूत हाथ उसके मुलायम स्किन मे जैसे गढ़ गये हो. पायल को दर्द होने लगा था मेरी पकड़ की वजह से. वो मेरी ओर अजीब तरह से देखने लगी और उसकी उस नज़र से मुझे समझ आया कि मैं क्या कर रहा हूँ? मैं फटी आखो से पायल को देखने लगा और वो मुझे. मेरे हाथ अपने आप ही पायल के कंधो से नीचे उतर गये और मैं अपनी जगह से खड़ा हो गया और पायल से कुछ फीट दूर खड़ा हो गया. रूम मे अब एक मनहूस सन्नाटा सा फैला हुआ था. मैं नीचे ज़मीन को घूर रहा था और पायल मुझे देख रही थी सवालिया नज़रों से. हम दोनो मे से कोई भी कुछ नही कह रहा था. कुछ कहने को बचा ही नही था. पायल ने अपना दोस्त समझ कर मुझे कुछ बताया और मैने एक हैवान की तरह उसके नाज़ुक से शरीर को झकझोर दिया. मैं एक अपराधी की तरह महसूस कर रहा था. मेरी नज़र पायल की नज़रों से नही मिल रही थी और बिना उसकी ओर देखे ही मैने पायल से कहा;
मे: मुझे लगता हैं कि तूने अब जाना चाहिए. मैं ऑटो बुलाता हूँ.
इतना कह कर मैं आगे निकल गया, बिना ये सुने की पायल कुछ कहना चाहती हैं या कह रही हैं. मैं जितना तेज़ी से हो सके उतना तेज़ी से घर से बाहर निकल आया. एक गहरी सास ली और ऑटो लाने के लिए कुछ आगे चल पड़ा. मेरे मन मे ढेर सारे सवाल आने लगे. आख़िर या अभी क्या हुआ? मैं कभी अपना आपा नही खोता हूँ? आज कैसे खो दिया? वो भी पायल की एक मामूली बात पर! क्या मैं फ्रस्टरेटेड हूँ? इतने सारे सवाल मगर एक भी जवाब नही. कुछ ही दूरी पर जाके मुझे एक ऑटो वाला मिल गया. मैने उसे पूछा कि उस अड्रेस पर जाएगा या नही? और इतना पूछ कर मैं ऑटो मे बैठ कर वापिस घर आया. ऑटो से उतर कर मैने ड्राइवर से कहा;
मे: 2 मिनट भैया! आता हूँ
इतना कह कर मैं घर मे जाने के लिए मूढ़ गया. जो ही मैने घर का डोर खोला, पायल ठीक सामने खड़ी थी. मैने उसकी तरफ ना देखते हुए ही कहा;
मे: ऑटो आ गया.
और बाहर जाने के लिए मूढ़ गया तो पायल ने कहा;
पायल: मगर सम्राट??.....
उसकी बात पूरी ना करते हुए मैने बीच मे ही उसे कहा;
मे: अभी जा पायल! ऑटो वेट कर रहा है.
पायल: आइ आम सॉरी सम्राट!
और इतना कह कर पायल की आखो से आसू निकला और उसकी उपर नीचे होती हुई छाती पर गिर गया. मैने सोचा ये तो पासा उल्टा ही पड़ गया. कहाँ तो मैं पायल को सॉरी कहने वाला था और ये मुझसे माफी माँग रही है. मुझे पहले तो कुछ समझ नही आ रहा था कि आख़िर ये क्यू मुझसे माफी माँग रही हैं?
मे: अर्रे? क्या हुआ पायल ? सॉरी क्यू कह रही हैं? और तू रो क्यूँ रही हैं?
पायल: क...कू..कुछ नही हुआ सम्राट. प्लीज़, फर्गिव मी!
मे: तू बताएगी आख़िर हुआ क्या हैं तो?
मैने पायल के कंधो को पकड़ कर उसे सहारा देखार सोफे पर बिठाया और उसके सामने नीचे,घुटनो के बल बैठ गया. पायल अब रोने लगी थी. मैने उसके आँसुओ पोछते हुए उससे कहा;
मे: तू प्लीज़ बताएगी कुछ? और रोना बंद कर सबसे पहले!
किसी तरह कुछ वक़्त बाद पायल का रोना बंद हुआ, मगर उसकी आवाज़ मे अब भी भारीपन था और आखे नम थी.
पायल: सम्राट! तुम पहले प्रॉमिस करो कि तुम मुझसे नाराज़ नही होगे.
मे: इसमे नाराज़ होने वाली क्या बात हैं?
पायल: पहले प्रॉमिस करो सम्राट!
मे: हुफ़फ्फ़! हाँ ओक.. आइ प्रॉमिस.. अब बता जल्दी से.
पायल ने एक गहरी सास लेते हुए कहा;
पायल: सा..सस्स..
मे: हाँ बोलेगी अब?
मुझे अब चीढ़ महसूस होने लगी थी तो मैं उसपे चिल्ला पड़ा,और पायल थोड़ा और सहम गयी.
पायल: सम्राट! त....तुम पहले लड़के हो जिसने मुझे आज तक छुआ हैं?
पायल की बात सुन कर मुझे समझ नही आ रहा था कि मैं अब हँस पडु इसकी बेवकूफी पे या इतना अच्छा जो किस्सिंग चल रहा था हमारा, वो इसने बिगाड़ दिया उस वजह से मैं चढ़ु उसपे? मैने कुछ ना कहना ही सही समझा और सिर्फ़ 'ह्म्म्म्म ' कर दिया.
पायल: ह्म्म्म क्या सम्राट?! ये भी कोई रियेक्शन हैं?
अब मुझे धीरे धीरे गुस्सा आने लगा था. आप लोग तो समझ सकते हो दोस्तो कि एक तो महीनो कुछ मिले नही और जब मिला तो लड़की ऐसे आइटम करने लगेगी तो किसी की सटकेगी ना? वैसा ही कुछ मेरे साथ हुआ और मैं अपना आपा खो बैठा.
मे: कैसा रियेक्शन मतलब? आख़िर तू चाहती क्या हैं मुझसे पायल? क्या कहूँ मैं बता दे?
मेरे चिल्लाने से पायल फिर से सहम गयी. मैं आज तक पायल पर कभी नही चिढ़ा. गुस्सा होना तो दूर की बात हैं, मैने कभी उससे ऊँची आवाज़ मे बात भी नही की, मगर आज बात अलग थी. मुझे भी नही समझ आ रहा था कि इतना गुस्सा मुझे किस बात पर आ रहा हैं? मैं बॅस इतना जानता था कि मुझे बहुत गुस्सा आ रहा हैं.
मे: बोल ना! क्या कहूँ मैं तुझे?
इतना कह कर मैने पायल के कंधो को जाकड़ लिया. मेरे मज़बूत हाथ उसके मुलायम स्किन मे जैसे गढ़ गये हो. पायल को दर्द होने लगा था मेरी पकड़ की वजह से. वो मेरी ओर अजीब तरह से देखने लगी और उसकी उस नज़र से मुझे समझ आया कि मैं क्या कर रहा हूँ? मैं फटी आखो से पायल को देखने लगा और वो मुझे. मेरे हाथ अपने आप ही पायल के कंधो से नीचे उतर गये और मैं अपनी जगह से खड़ा हो गया और पायल से कुछ फीट दूर खड़ा हो गया. रूम मे अब एक मनहूस सन्नाटा सा फैला हुआ था. मैं नीचे ज़मीन को घूर रहा था और पायल मुझे देख रही थी सवालिया नज़रों से. हम दोनो मे से कोई भी कुछ नही कह रहा था. कुछ कहने को बचा ही नही था. पायल ने अपना दोस्त समझ कर मुझे कुछ बताया और मैने एक हैवान की तरह उसके नाज़ुक से शरीर को झकझोर दिया. मैं एक अपराधी की तरह महसूस कर रहा था. मेरी नज़र पायल की नज़रों से नही मिल रही थी और बिना उसकी ओर देखे ही मैने पायल से कहा;
मे: मुझे लगता हैं कि तूने अब जाना चाहिए. मैं ऑटो बुलाता हूँ.
इतना कह कर मैं आगे निकल गया, बिना ये सुने की पायल कुछ कहना चाहती हैं या कह रही हैं. मैं जितना तेज़ी से हो सके उतना तेज़ी से घर से बाहर निकल आया. एक गहरी सास ली और ऑटो लाने के लिए कुछ आगे चल पड़ा. मेरे मन मे ढेर सारे सवाल आने लगे. आख़िर या अभी क्या हुआ? मैं कभी अपना आपा नही खोता हूँ? आज कैसे खो दिया? वो भी पायल की एक मामूली बात पर! क्या मैं फ्रस्टरेटेड हूँ? इतने सारे सवाल मगर एक भी जवाब नही. कुछ ही दूरी पर जाके मुझे एक ऑटो वाला मिल गया. मैने उसे पूछा कि उस अड्रेस पर जाएगा या नही? और इतना पूछ कर मैं ऑटो मे बैठ कर वापिस घर आया. ऑटो से उतर कर मैने ड्राइवर से कहा;
मे: 2 मिनट भैया! आता हूँ
इतना कह कर मैं घर मे जाने के लिए मूढ़ गया. जो ही मैने घर का डोर खोला, पायल ठीक सामने खड़ी थी. मैने उसकी तरफ ना देखते हुए ही कहा;
मे: ऑटो आ गया.
और बाहर जाने के लिए मूढ़ गया तो पायल ने कहा;
पायल: मगर सम्राट??.....
उसकी बात पूरी ना करते हुए मैने बीच मे ही उसे कहा;
मे: अभी जा पायल! ऑटो वेट कर रहा है.