desiaks
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पर अपनी पहली कहानी शेयर करने जा रहा हूँ। में 25 साल का हूँ और मुझे सेक्स करने में बहुत मज़ा आता है। दोस्तों यह कहानी जो में आप लोगों को सुनाने जा रहा हूँ यह मेरी और मेरी बायो टीचर के साथ हुई एक सेक्स घटना पर आधारित है। दोस्तों में बचपन से ही चूत के लिए दीवाना था और में मुठ मार मारकर काम चलाता था। दोस्तों मेरी क्लास में मेरी एक बायो टीचर थी जिनका में नाम नहीं बताऊंगा.. क्योंकि में उनकी बहुत इज्जत करता हूँ और मुझे वो बहुत पसंद थी। उनकी उम्र 28 साल के करीब होगी.. मेरी मेडम मस्त ज़बरदस्त फिगर, गोरी, लंबी और बड़े बड़े बूब्स, पतली कमर, गदराया हुआ बदन और एक बहुत अच्छी गांड की मालकिन थी।
उनको देखकर स्कूल में सभी के लंड एक साथ खड़े होकर सलामी देते और पूरे स्कूल के स्टूडेंट, टीचर उनके दीवाने थे। उनके चाहने वाले स्कूल के बाहर भी थे। उनके घर के आस पास के लोग भी उन्हे ताकते रहते थे.. लेकिन वो ज्यादा इन सभी बातों पर ध्यान नहीं देती थी। तो में भी जमकर उनको लाईन मारता था और में उनकी याद में बहुत बार मुठ मारता और उनकी चुदाई के सपने देखता और स्कूल में उनके पीरियड का सुबह से ही इंतज़ार करता। उनको सोचता और जब उनका पीरियड स्टार्ट होता तो उनके चहरे से मेरी नज़र नहीं हटती थी। जब भी उनसे मेरी नजरें मिलती तो मेरे दिल की धड़कन थम सी जाती थी और जिस दिन वो स्कूल नहीं आती तो उस दिन मुझे बहुत बुरा लगता था।
फिर हमारे स्कूल में नवम्बर के महीने में अर्धवार्षिक परीक्षा हो चुकी थी और जब रिज़ल्ट निकला तो में बायो में फैल हो गया। तो मेडम ने मुझसे कहा कि अपने माता पिता को लेकर आना और जब में अपने पापा को लेकर पेरेंट्स मीटिंग में गया तो में मेडम को देखकर एकदम दीवाना हो गया.. वो उस दिन काली कलर की साड़ी पहने हुई थी और क्या ग़ज़ब लग रही थी।
में पास में खड़ा था और पापा मेडम से बात कर रहे थे और फिर मेडम ने उन्हे बताया कि यह क्लास में ठीक तरह से नहीं पड़ते है और इनका ध्यान हमेशा कहीं और रहता है.. तो मैंने मन ही मन में कहा कि जान मेरा ध्यान तो सिर्फ आप पर रहता है। तो पापा ने कहा कि आप इसकी पिटाई लगा दिया करो.. लेकिन मेडम ने कहा कि अब यह बड़े हो गये हैं.. इनको क्या मारना? अगर यह अच्छे से पढ़ाई नहीं करेंगे तो बोर्ड की परीक्षा में फैल हो जाएँगे। तो पापा ने यह बात सुनकर मेडम से प्राईवेट ट्यूशन के लिए कहा.. लेकिन मेडम ने मना कर दिया।
फिर में पहले तो बहुत खुश हुआ.. लेकिन बाद में जब मेडम ने मना किया तो मेरा दिल टूट गया और पापा ने एक बार फिर से उनसे आग्रह किया तो मेडम ने कहा कि में अपने ससुराल में रहती हूँ और मेरी फेमिली वाले यह सब करने से साफ मना कर देंगे और वैसे भी में किसी को भी प्राईवेट ट्यूशन नहीं देती और प्लीज मुझे माफ़ करें। पापा ने एक बार फिर उनसे कहा तो मेडम मान गयी और उन्होंने कहा कि ठीक है.. आप कल से इनको ठीक 5 बजे मेरे घर पर भेज दीजिए और में उनकी यह बात सुनकर बहुत खुश हुआ.. लेकिन घर पर पहुंचकर तो पापा ने मेरी वाट लगा दी और मुझसे कहा कि थोड़ा अच्छी तरह पढ़ाई करो और ज्यादा से ज्यादा ध्यान अपनी पढ़ाई पर दो।
फिर मैंने उनसे पक्का वादा किया और में बहुत खुश था क्योंकि मुझे वो चीज़ मिल गयी जो में सोचता था और में अगले दिन मेडम के घर एकदम पूरा हीरो बनकर चला गया और जब मैंने दरवाजा बजाया तो मेडम के ससुर जी दरवाजा खोलेने आए। फिर में अंदर गया और चुपचाप जाकर बैठ गया.. लेकिन कुछ देर बड़ी बेसब्री से इंतजार करने के बाद भी मेडम नहीं आई.. शायद वो कुछ काम कर रही थी। अंदर उनकी सास भी थी और उनका एक दो साल का लड़का भी था जो कि मेडम की तरह बहुत सुंदर था। में उस रूम में एकदम अकेला बैठा था और मेडम के आने का इंतज़ार कर रहा था।
तभी कुछ देर में मेडम अंदर आ गयी और में उनको देखकर बहुत खुश हुआ.. मेरे दिल पर तो हज़ारों बूंदे गिर गयी और मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धक धक कर रहा था। आज रूम में सिर्फ़ में और मेडम ही थे और सभी सदस्य दूसरे रूम में थे। फिर मेडम ने मुझे पढ़ाना शुरू कर दिया.. में टॉपिक्स पर कम ध्यान देता और उन पर ज्यादा ध्यान देता। तो मेडम मुझे डाँटती और कहती कि तुम मुझ पर कम ध्यान दो और अपनी पढ़ाई करो l
वो कभी कभी मेरा हाथ पकड़कर मुझे लिखने का इशारा भी देती जिससे उनके बूब्स मुझे छू जाते वो कभी कभी मुझे थप्पड़ मारने की जगह मेरे गाल पर अपना हाथ घुमा देती और बस उनके छू जाने से ही मेरे जिस्म में आग सी लग जाती। फिर बस ऐसे ही दिन कटने लगे और फिर में घर पर पहुंचकर हर रोज उनको याद करके जमकर मुठ मारता। एक दिन में उनके घर पहुंचा तो मेडम ने ही आकर गेट खोला वो क्या कयामत लग रही थी? और उस दिन मेडम ने बाल खोल रखे थे और उन्होंने लाल कलर की साड़ी पहन रखी थी।
एकदम टाईट ब्लाउज के साथ उनके बूब्स बहुत ग़ज़ब दिख रहे थे और में उनको गेट पर ही देखता रह गया। मेडम ने कहा कि अब अंदर भी आओगे या यहीं खड़े रहोगे? फिर में अंदर आया और उस दिन घर पर कोई नहीं था और मैंने पूछा कि अंकल, आंटी कहाँ गये? तो मेडम ने बताया कि वो लोग बाहर गये है और उनके पति भी साथ में गये थे।
तो में बहुत खुश हुआ कि शायद आज अच्छा मौका मिले.. मेडम ने पढ़ना शुरू किया और में मेडम के चहरे पर आखें टिकाए बैठा उनको निहार रहा था। तभी मेडम ने मुझे देखा और कहा कि राहुल कहाँ खोए रहते हो? क्या आज पढ़ाई नहीं करनी है? तो मैंने कहा कि हाँ मेडम आज मेरा पड़ने का मूड नहीं है तो मेडम ने कहा कि ठीक है बैठकर नक्शा बनाओ। मैंने कहा कि ठीक है और इतने में उनका लड़का रोने लगा जो कि दूसरे रूम में सो रहा था।
मेडम ने कहा कि यह नक्शा बनाओ और में सन्नी (उनका बेटा) को देखती हूँ। फिर में नक्शा बनाने लगा। 10 मिनट में मेरा नक्शा बन गया और में उसको दिखाने उनके रूम में चला गया.. अंदर जाकर मैंने देखा कि मेडम सन्नी को दूध पिला रही थी और उनके बड़े बड़े बूब्स देखकर में पागल हो गया और में उनको एकटक नजर से देखता रहा।
उनको देखकर स्कूल में सभी के लंड एक साथ खड़े होकर सलामी देते और पूरे स्कूल के स्टूडेंट, टीचर उनके दीवाने थे। उनके चाहने वाले स्कूल के बाहर भी थे। उनके घर के आस पास के लोग भी उन्हे ताकते रहते थे.. लेकिन वो ज्यादा इन सभी बातों पर ध्यान नहीं देती थी। तो में भी जमकर उनको लाईन मारता था और में उनकी याद में बहुत बार मुठ मारता और उनकी चुदाई के सपने देखता और स्कूल में उनके पीरियड का सुबह से ही इंतज़ार करता। उनको सोचता और जब उनका पीरियड स्टार्ट होता तो उनके चहरे से मेरी नज़र नहीं हटती थी। जब भी उनसे मेरी नजरें मिलती तो मेरे दिल की धड़कन थम सी जाती थी और जिस दिन वो स्कूल नहीं आती तो उस दिन मुझे बहुत बुरा लगता था।
फिर हमारे स्कूल में नवम्बर के महीने में अर्धवार्षिक परीक्षा हो चुकी थी और जब रिज़ल्ट निकला तो में बायो में फैल हो गया। तो मेडम ने मुझसे कहा कि अपने माता पिता को लेकर आना और जब में अपने पापा को लेकर पेरेंट्स मीटिंग में गया तो में मेडम को देखकर एकदम दीवाना हो गया.. वो उस दिन काली कलर की साड़ी पहने हुई थी और क्या ग़ज़ब लग रही थी।
में पास में खड़ा था और पापा मेडम से बात कर रहे थे और फिर मेडम ने उन्हे बताया कि यह क्लास में ठीक तरह से नहीं पड़ते है और इनका ध्यान हमेशा कहीं और रहता है.. तो मैंने मन ही मन में कहा कि जान मेरा ध्यान तो सिर्फ आप पर रहता है। तो पापा ने कहा कि आप इसकी पिटाई लगा दिया करो.. लेकिन मेडम ने कहा कि अब यह बड़े हो गये हैं.. इनको क्या मारना? अगर यह अच्छे से पढ़ाई नहीं करेंगे तो बोर्ड की परीक्षा में फैल हो जाएँगे। तो पापा ने यह बात सुनकर मेडम से प्राईवेट ट्यूशन के लिए कहा.. लेकिन मेडम ने मना कर दिया।
फिर में पहले तो बहुत खुश हुआ.. लेकिन बाद में जब मेडम ने मना किया तो मेरा दिल टूट गया और पापा ने एक बार फिर से उनसे आग्रह किया तो मेडम ने कहा कि में अपने ससुराल में रहती हूँ और मेरी फेमिली वाले यह सब करने से साफ मना कर देंगे और वैसे भी में किसी को भी प्राईवेट ट्यूशन नहीं देती और प्लीज मुझे माफ़ करें। पापा ने एक बार फिर उनसे कहा तो मेडम मान गयी और उन्होंने कहा कि ठीक है.. आप कल से इनको ठीक 5 बजे मेरे घर पर भेज दीजिए और में उनकी यह बात सुनकर बहुत खुश हुआ.. लेकिन घर पर पहुंचकर तो पापा ने मेरी वाट लगा दी और मुझसे कहा कि थोड़ा अच्छी तरह पढ़ाई करो और ज्यादा से ज्यादा ध्यान अपनी पढ़ाई पर दो।
फिर मैंने उनसे पक्का वादा किया और में बहुत खुश था क्योंकि मुझे वो चीज़ मिल गयी जो में सोचता था और में अगले दिन मेडम के घर एकदम पूरा हीरो बनकर चला गया और जब मैंने दरवाजा बजाया तो मेडम के ससुर जी दरवाजा खोलेने आए। फिर में अंदर गया और चुपचाप जाकर बैठ गया.. लेकिन कुछ देर बड़ी बेसब्री से इंतजार करने के बाद भी मेडम नहीं आई.. शायद वो कुछ काम कर रही थी। अंदर उनकी सास भी थी और उनका एक दो साल का लड़का भी था जो कि मेडम की तरह बहुत सुंदर था। में उस रूम में एकदम अकेला बैठा था और मेडम के आने का इंतज़ार कर रहा था।
तभी कुछ देर में मेडम अंदर आ गयी और में उनको देखकर बहुत खुश हुआ.. मेरे दिल पर तो हज़ारों बूंदे गिर गयी और मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धक धक कर रहा था। आज रूम में सिर्फ़ में और मेडम ही थे और सभी सदस्य दूसरे रूम में थे। फिर मेडम ने मुझे पढ़ाना शुरू कर दिया.. में टॉपिक्स पर कम ध्यान देता और उन पर ज्यादा ध्यान देता। तो मेडम मुझे डाँटती और कहती कि तुम मुझ पर कम ध्यान दो और अपनी पढ़ाई करो l
वो कभी कभी मेरा हाथ पकड़कर मुझे लिखने का इशारा भी देती जिससे उनके बूब्स मुझे छू जाते वो कभी कभी मुझे थप्पड़ मारने की जगह मेरे गाल पर अपना हाथ घुमा देती और बस उनके छू जाने से ही मेरे जिस्म में आग सी लग जाती। फिर बस ऐसे ही दिन कटने लगे और फिर में घर पर पहुंचकर हर रोज उनको याद करके जमकर मुठ मारता। एक दिन में उनके घर पहुंचा तो मेडम ने ही आकर गेट खोला वो क्या कयामत लग रही थी? और उस दिन मेडम ने बाल खोल रखे थे और उन्होंने लाल कलर की साड़ी पहन रखी थी।
एकदम टाईट ब्लाउज के साथ उनके बूब्स बहुत ग़ज़ब दिख रहे थे और में उनको गेट पर ही देखता रह गया। मेडम ने कहा कि अब अंदर भी आओगे या यहीं खड़े रहोगे? फिर में अंदर आया और उस दिन घर पर कोई नहीं था और मैंने पूछा कि अंकल, आंटी कहाँ गये? तो मेडम ने बताया कि वो लोग बाहर गये है और उनके पति भी साथ में गये थे।
तो में बहुत खुश हुआ कि शायद आज अच्छा मौका मिले.. मेडम ने पढ़ना शुरू किया और में मेडम के चहरे पर आखें टिकाए बैठा उनको निहार रहा था। तभी मेडम ने मुझे देखा और कहा कि राहुल कहाँ खोए रहते हो? क्या आज पढ़ाई नहीं करनी है? तो मैंने कहा कि हाँ मेडम आज मेरा पड़ने का मूड नहीं है तो मेडम ने कहा कि ठीक है बैठकर नक्शा बनाओ। मैंने कहा कि ठीक है और इतने में उनका लड़का रोने लगा जो कि दूसरे रूम में सो रहा था।
मेडम ने कहा कि यह नक्शा बनाओ और में सन्नी (उनका बेटा) को देखती हूँ। फिर में नक्शा बनाने लगा। 10 मिनट में मेरा नक्शा बन गया और में उसको दिखाने उनके रूम में चला गया.. अंदर जाकर मैंने देखा कि मेडम सन्नी को दूध पिला रही थी और उनके बड़े बड़े बूब्स देखकर में पागल हो गया और में उनको एकटक नजर से देखता रहा।