पति का यार मेरी चूत का हकदार - SexBaba
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पति का यार मेरी चूत का हकदार

hotaks444

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Hindi XXX Stories दोस्तों मेरा नाम नैनसी है और मेरी उम्र 25 साल की है। में कई दिनो से Sex के लिए तड़प रही थी। मेरे पति का होना ना होना तो बराबर ही था। फिर एक दिन उसी रात को में अपने पति के दोस्त राजा के साथ बाजार गई। मेरा पति घर पर ही था लेकिन उसने बहुत पी रखी थी और में बाजार खाना लेने गयी थी। थोड़ी पी तो मैंने भी रखी थी और राजा ने भी। फिर मैंने एक टी-शर्ट और केफरी पहन रखी थी। टी-शर्ट में मेरे बड़े बड़े बूब्स और भी अच्छे लगते है और पेंटी तो में पहनती ही नहीं हूँ और ऊपर से केफरी थोड़ी ढीली थी। फिर घर पर दारू पीते पीते मैंने अपनी केफरी में हाथ डाल कर बहुत देर तक अपनी चूत को सहलाया फिर में बाईक पर राजा के पीछे बैठ गई रात के 11 बज चुके थे और सभी सड़के सुनसान थी। तभी में उससे चिपक कर बैठी थी और मेरा एक बूब्स उसकी कमर में धंसा हुआ था। निप्पल हार्ड होने की वजह से उसे चुभ सा रहा था और वो भी जान बुझकर बार बार बाईक के ब्रेक मार रहा था। सो मैंने उसे उत्तेजित करने का प्लान बना लिया। मुझे ये भी पता था कि वो भी मुझे बहुत पसंद करता था। वो करीब 5.7 इंच का एक हट्टा कट्टा लड़का था और उसकी उम्र करीब 24 साल की थी।

तभी मैंने उसे पूछा कि राजा वो तेरी गर्लफ्रेड थी सोनिया, उसका क्या हुआ? क्या अब तू उससे बात नहीं करता? तभी वो बोला कि बस भाभी मैंने उसे छोड़ दिया है। फिर मैंने पुछा क्यों? वो कहने लगा बस ऐसे ही। मैंने पूछा कि कुछ तो वजह होगी। वो कहने लगा कि बस भाभी अपना मतलब निकल गया था सौ गले में डालकर थोड़ी रखनी थी। फिर उसकी बात से में समझ गयी कि उसने सोनिया को चोदने के बाद छोड़ दिया था। लेकिन फिर अंजान बनने का नाटक करते हुए मैंने पूछा कौन सा काम?

तभी वो कहने लगा कि छोड़ो भाभी तुम्हारे मतलब की बात नहीं है। फिर मैंने कहा कि बताइए ना। फिर वो कहने लगा कि कुछ नहीं भाभी मैंने वो खा ली थी। चूँकि उसने भी बहुत पी रखी थी सो उसी बात में वो जवाब देते हुए बोला खा ली थी मतलब, तूने उसके साथ। मैंने जान बूझकर अपनी बात अधूरी छोड़ दी। तभी उसने कहा हाँ भाभी उसने फिर बेशर्मी से जवाब दिया। में तो पहले से ही गरम थी और उसकी इस बात ने मुझे और गरम कर दिया था फिर मैंने पूछा और सोनिया? उसका क्या है। तभी वो कहने लगा कि उसे तो मुझसे पहले भी कई लोगो ने खाया है और मेरे बाद भी उसने एक बॉयफ्रेंड बना लिया है।

तभी उसकी यह बात सुनकर मेरा दिल कर रहा था कि उसे सीधे सीधे कह दूँ कि राजा मुझे भी खा ले लेकिन हिम्मत ही नहीं हुई। फिर मैंने कहा तू राजा बड़ा कमीना है। तभी वो चुप हो गया लेकिन में अब इस बात के सहारे उसके साथ सोने की प्लॅनिंग करने लगी थी और मेरा दिमाग़ इस तरफ चल रहा था कि किस तरह उससे चुदाई करवाई जाए।

तभी मैंने बड़ी बेतक्लुफ़ी से उससे चिपकते हुए कहा, राजा मेरा एक काम कर दे। फिर वो कहने लगा बोलो भाभी क्या काम है? मैंने कहा तू पहले बाईक कहीं पर रोक। तभी उसने बाईक सड़क के किनारे लगाई। तो मैंने कहा यहाँ पर नहीं आगे चल। फिर थोड़ी आगे जाकर मैंने एक खाली प्लॉट के साईड में बाईक रुकवा दी और उसका हाथ पकड़ कर प्लॉट में पड़े खोखे के पीछे उसे ले जाकर बोली, राजा में जो कहूँगी तू वो करेगा ना।

फिर वो बोला कि नैनसी भाभी तुम कहो तो सही। फिर मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने एक भारी बूब्स पर रख दिया और बोली, राजा चोद दे मुझे, में बड़ी प्यासी हूँ प्लीज मेरी प्यास बुझा दे। तभी उसने मेरी तरफ देखा और फिर मेरे बूब्स को मसलते हुए बोला, नैनसी भाभी यह क्या कह रही हो तुम? मैंने कहा हाँ राजा में ठीक कह रही हूँ, में बड़े दिनों से प्यासी हूँ और तड़प रही हूँ।

फिर वो कुछ नहीं बोला लेकिन मेरे बूब्स को मसलता रहा। फिर जब मैंने देखा कि वो खामोश है तो मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने पेट पर रखा और अपनी केफरी में सरका दिया। फिर अंदर जाते ही उसके हाथ ने मेरी चूत के होंठो को छुआ में मस्ती में चिल्ला पड़ी उूुउउइई माँ और फ़ौरन ही उसके बाल पकड़ कर उसके होंठो को किस करना शुरू कर दिया। तभी उसने अपनी जीभ मेरे मुहं में घुसेड़ दी और में उसकी जीभ को चूसने लगी।

फिर वहीं दूसरे हाथ में मैंने उसका लंड पेंट के ऊपर से ही पकड़ लिया। जब उसके लंड को पकड़ा तो में पागल सी हो गई और उसका लंड बहुत बड़ा था और हल्के हल्के सर उठा रहा था। तभी पास से निकल रही बाईक की आवाज़ सुनकर हम दोनो को होश आया। फिर हम दोनो अलग हुए और घर को चल पड़े। बाईक पर बैठने के बाद मैंने उसका लंड फिर से पकड़ लिया और उसे बोली, राजा आज मुझे किसी भी हाल में तेरा ये बड़ा लंड अपनी चूत में लेना है।

तभी वो कहने लगा तुझे बड़ी जल्दी लग रही है मेरे बड़े लंड की। फिर मैंने कहा साले इतने लंड ले चुकी हूँ कि बस हाथ लगाकर ही बता देती हूँ के लंड कितना बड़ा होगा। फिर मैंने कहा अच्छा ध्यान से सुन अभी घर पर जाकर तुम दोनो और पीयोगे, में तुझे एक गोली दूँगी तू उसके पेग में डाल देना थोड़ी देर में वो बेहोश हो जाएगा, फिर हम दोनो ऐश करेंगे। तभी घर पहुँचे तो देखा कि मेरा पति पहले ही बहुत पी चूका था और वो खड़ा भी नहीं हो पा रहा था। अब में खुश हो गई और बाथरूम में घुस गई।

फिर मैंने अपनी टी-शर्ट उतार कर एक तरफ डाल दी और फिर ब्रा को उतार कर फैंक दिया और टी-शर्ट वापस पहन ली। अब मेरे भारी भारी बूब्स के तने हुए निप्पल टी-शर्ट के ऊपर से साफ चमक रहे थे, तभी राजा मुझे देख कर मुस्कुरा उठा। फिर में किचन में घुस गई और दो मिनट बाद राजा वहाँ पर आया और मेरा एक बूब्स दबाकर बोला गोली देने की ज़रूरत तो नहीं है साले ने वैसे ही बहुत पी ली है। फिर मैंने कहा तू ज़्यादा समझदार मत बन गोली दे दे चुपचाप। में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती और ना ही रात का मज़ा खराब करना चाहती हूँ। तभी राजा ने मेरा निप्पल टी-शर्ट के ऊपर से ही मसल दिया तो में चीख पड़ी, मेरा पति बाहर से ही बोला क्या हुआ? कुछ नहीं दाल गरम कर रही थी गरम बर्तन पकड़ लिया। तभी राजा मुस्कुराकर बाहर निकल गया। फिर मैंने खाना प्लेट में डाला और बाहर आ गयी। में डाइनिंग टेबल पर अपने पति की कुर्सी के पास खड़ी थी और झुककर खाना सर्व कर रही थी, में इस तरह झुकी थी की राजा मेरी टी-शर्ट के गले में से मेरे भारी रसीले बूब्स का दीदार कर सके। फिर थोड़ी देर बाद मेरा पति खाना खाते खाते ही डाइनिंग टेबल पर सर रख कर पड़ गया। उस वक़्त में राजा के पास खड़ी थी राजा ने आचनक ही मेरे बाल पकड़े और मुझे किस करने लगा।

फिर में कुछ समझ पाती इससे पहले ही उसका एक हाथ मेरी टी-शर्ट में घुस गया और मेरे बूब्स को टटोलने लगा। फिर में उसकी पैर पर बैठ गयी और हम दोनो स्मूच का मज़ा लेने लगे। मेरा पति डाइनिंग टेबल पर पड़ा था और में किसी गैर मर्द को किस कर रही थी, यह सोच सोच कर मेरी चूत पानी छोड़ने लगी। हम दोनो एक दूसरे को बूरी तरह किस कर रहे थे और वहीं राजा का एक हाथ मेरे बूब्स मसलने में वयस्त था।

फिर मैंने भी उसके लंड पर हाथ रखा था और उसे पेंट के ऊपर से ही दबा रही थी। फिर में सीधी होने लगी तो वो बोला नैनसी मेरी जान कहाँ जा रही है? तभी में बोली मदारचोद आज बड़ी जान जान कर रहा है। तभी वो कहने लगा आज से पहले तो हिम्मत नहीं हुई डर लगता था भाभी कि तुम बुरा ना मान जाओ। फिर में बोली साले इतने दिनों से तेरे साथ गंदे मज़ाक कर रही हूँ, कितनी बार बूब्स दिखाए, यहाँ तक की पेंटी भी दिखा दी और तू फिर भी डर रहा था गांडू। तभी वो बोला अरे साली रांड, माँ की लौड़ी बदन तो तेरा कपड़ो में से वैसे ही दिखता है। कसे कसे कपड़ो में फँसे तेरे ये बड़े बड़े बूब्स और तेरी उन कसी हुई सलेक्स में से झाकती तेरी जांघे और गांड देख देख कर ही पता नहीं कितनी मुठ मारी है मैंने। फिर मैंने कहा कि साले थोड़ी हिम्मत करता तो मूठ ना मारता मेरी चूत ही मार लेता पर तू है ही गांडू।

तभी वो बोला चल कोई नहीं आज तेरी चूत भी मार लेता हूँ। फिर इतना कहकर उसने मुझे खींचकर अपनी गोद में बैठा लिया और मेरी टी-शर्ट के ऊपर से ही मेरे बूब्स चूसने लगा। फिर उसने मेरी टी-शर्ट में से मेरा एक बूब्स निकाल लिया और जैसे ही उसने मेरा निप्पल मुहं में लिया में मस्ती में चिल्ला उठी आअहह वह्ह्ह।

तभी वो मेरे बूब्स चूसने लगा और बीच बीच में निप्पल काट लेता था में पागल सी होती जा रही थी ऑश आह्ह्ह्ह आई माँ मसल मेरे बूब्स चूस मेरी चूत फिर दो तीन मिनट बाद में उसकी गोद से खड़ी हुई और अपनी टी-शर्ट उतार कर एक तरफ फैंक दी। तभी उसने मुझे खींच कर अपनी गोद में फिर से बैठा लिया और बोला कि नैनसी डार्लिंग बड़े जबरदस्त बूब्स है तेरे।

फिर में उसकी गोद से खड़ी हुई और उसके सामने ज़मीन पर बैठ गयी और उसकी पेंट खोलते हुए बोली मेरा सामान तो देख लिया और चूस भी लिया अब अपना सामान भी तो दिखा दे। तभी उसने मेरी मदद की और मैंने उसकी पेंट खोल कर उतार दी और उसका लंड उसकी अंडरवियर में खड़ा हुआ चमक रहा था। फिर मैंने अंडरवियर के ऊपर से ही उसके लंड को काटना शुरू कर दिया और फिर अपना एक हाथ उसकी अंडरवियर में डाल कर उसका लंड बाहर निकाल लिया लंड को देख कर में तड़प उठी। उसका लंड बहुत बड़ा था करीब 8-9 इंच का तो होगा ही। तभी उसने मेरे बाल पकड़े और अपना लंड मेरे होठो पर रगड़ते हुए बोला, क्यो मेरी जान कैसा लगा मेरा लंड? फिर मैंने उसे कोई जवाब नहीं दिया और उसका लंड चाटने लगी। फिर धीरे धीरे उसका लंड मुहं में ले कर आईस क्रीम की तरह चूसने लगी।

फिर दो ही मिनट में उसका पूरा लंड मेरे मुहं में था करीब चार पांच मिनट तक ऐसे ही चलता रहा। फिर में उसका लंड चूसती ही रही या कहें कि वो मेरा मुहं चोदता रहा। फिर उसने मेरे बाल पकड़ कर मुझे खड़ा कर दिया और डाइनिंग टेबल पर बैठा दिया और मेरी केफरी का बटन खोल कर सरका दी। मैंने भी अपनी गांड उठाकर उसे मुझे नंगी करने में मदद की और फिर केफरी उतार कर उसने मेरी टाँगे हवा में उठाकर उसने मेरी चूत का एक चुम्मा लिया। फिर जैसे ही उसने मेरी चूत पर मुहं रखा, में चिल्ला पड़ी अहह मदारचोद मज़ा आ गया। आह माँ क्या मज़ा है चूत चटवाने में चाट मेरे राजा जी भरके चाट, मेरी चूत का दाना भी चाट, मदारचोद तू सच में मर्द है आज इसको चोद चोद कर भोसड़ा बना दे।

तभी उसने पूछा नैनसी सच बता परसो जब में आया था तब वो सुनार अन्दर था, क्या कर रहा था? अच्छा उस दिन। अब झूट नहीं बोलूँगी, चुद रही थी उससे। तभी वो बोला लेकिन जब तूने दरवाजा खोला तब तूने साड़ी पहन रखी थी बिल्कुल तैयार थी तू। अबे साड़ी उतार के थोड़ी चुद रही थी ब्लाउज के हुक खोले, साड़ी उठाई और लंड चूत में। वो कहने लगा पक्की चुड़क्कड़ है तू और में तो तुझे शरीफ समझता था।

तभी इतना कह कर उसने फिर से मेरी चूत चाटनी शुरू कर दी, में मज़े में मदहोश होकर चिल्ला रही थी उूउउइइ माँ चूस मेरी चूत मज़ा आ रहा है ऐसे ही हाँ बस आअहह अब में मदहोश होती जा रही थी। तभी मैंने उसका सर पकड़ कर अपनी चूत पर दबा दिया था और अब अपनी गांड उछाल उछाल कर उसके मुहं पर अपनी चूत पटक रही थी। उसकी जीभ मेरी चूत में थी और मुझे ऐसा मजा आ रहा था जैसे किसी ने छोटे लंड को चूत में डाल रखा हो। फिर करीब तीन चार मिनट बाद मेरी चूत ने रस छोड़ दिया और राजा ने मेरा सारा रस चाटकर मेरी चूत को साफ किया और फिर मुझे खड़ा कर दिया।

फिर में उसके सामने खड़ी थी और वो मेरे बूब्स मसल रहा था। फिर उसने मुझे डाइनिंग टेबल की तरफ घुमा कर आगे को झुका दिया और में अब घोड़ी सी बनी खड़ी थी। फिर उसने मेरे पीछे आकर अपने लंड का सुपाड़ा मेरी तड़पती हुई चूत पर टिकाकर एक ही धक्के में अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया ओह माँ राजा क्या लंड है तेरा, मेरी तो चूत ही फट गयी साले, मजा आ गया। तभी उसने झटके मारने शुरू कर दिए, वो अपना लंड सुपाड़े तक मेरी चूत से निकाल लेता और फिर वापस डाल देता में पागल सी होने लगी थी। आह्ह्ह्हह उई माँ क्या चोदता है तू राजा आहह उउंमाँ मर गयी ज़ोर ज़ोर से मार और जोर से, साली बड़ी तड़प रही थी मेरी चूत लंड के लिए, आज खिला इसे जी भर के अपना ये बड़ा लंड चोद उईई माँ।

तभी मैंने उसे गालियाँ देनी शुरू कर दी माँ की लौड़ी रांड बड़ा तडपया है तूने मुझे अपना ये कसा बदन दिखा दिखा कर मादरचोद साली, कैसे गांड मटका मटका के चलती थी मेरे सामने। फिर मेरा हवा में लटका एक बूब्स दबाते हुए बोला। साली कपड़ो में कसे तेरे ये कसे कसे बूब्स देख देखकर लंड खड़ा हो जाता था और ऊपर से तेरे डीप गले वाले सूट में से झांकते बूब्स देखकर कितनी बार मूठ मारी है।

फिर वो पूरे जोश से अपना लंड मेरी चूत में डाले रहा था। में भी अपनी गांड पटक पटक कर उसका लंड अपनी चूत में डलवा रही थी। फिर थोड़ी देर इस तरह मुझे चोदने के बाद उसने मुझे दीवार के किनारे खड़ी कर दिया और मेरी एक टाँग उठाकर अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया।

में पागल होती जा रही थी मेरी चूत बड़े मज़े से लंड खा रही थी, फिर पांच मिनट बाद उसने मुझे बेडरूम में ले जाकर बेड पर लेटा दिया और चोदने लगा, अब में झड़ने के करीब थी मैंने अपनी टाँगे उठाकर उसकी कमर पर लपेट ली और मेरी चूत ने रस छोड़ दिया। फिर वहीं वो भी झड़ने वाला था। तभी मुझे बोला नैनसी क्या तेरी चूत में ही झड़ जाऊ? फिर मैंने कहा नहीं राजा मेरे मुहं में झड़ मैंने बहुत दिनो से लंड का माल नहीं खाया।

फिर इतना कहकर में उठकर खड़ी हुई और ज़मीन पर बैठ गयी उसने अपना लंड मेरे मुहं में डाल दिया और दो तीन झटको में ही उसके लंड ने पिचकारी चला दी और मेरा मुहं उसके लंड के वीर्य से भर गया। फिर मैंने उसका वीर्य आख़िरी बूँद तक पिया। मेरी चूत तो थोड़ी ठंडी हो गयी थी लेकिन अभी में और मस्ती करने के मूड में थी। फिर हम दोनो सोफे पर बैठे थे।

अब में उसका लंड पकड़ कर हिला रही थी। लंड धीरे धीरे फिर से हरकत में आने लगा था। तभी में सोफे से उठ कर उसके सामने ज़मीन पर बैठ गयी और उसका लंड पकड़ कर अपने बूब्स और निप्पल पर रगड़ने लगी। फिर धीरे से उसका लंड अपने बूब्स में फँसा लिया और बूब्स चुदवाने लगी, उसका लंड फिर से खड़ा होने लगा था। तब मैंने उसका लंड फिर से मुहं में भर लिया। लंड अब पूरी तरह तन गया था में खड़ी हो गयी और उसके लंड का सुपाड़ा पकड़ कर अपनी चूत पर टिका कर उस पर बैठ गई और खुद उसके लंड पर उछल उछल कर उसका लंड अपनी चूत में लेने लगी और वो मेरे बूब्स चूस रहा था।

फिर करीब पांच मिनट तक इस तरह चुदने के बाद में खड़ी हो गयी और उसके सामने ज़मीन पर घोड़ी बनकर उसे बोली, राजा मेरी चूत को तो तूने ठंड कर दिया है प्लीज अब मेरी गांड की प्यास भी बुजा दे। तभी वो मेरे पीछे से आकर खड़ा हो गया और अपने लंड का सुपाड़ा मेरी गांड पर टिका दिया और एक धक्के में उसका आधा लंड मेरी गांड में था, में मस्त होकर गांड मरवाने लगी। फिर करीब पांच मिनट तक मेरी गांड मारने के बाद उसने एक बार फिर अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और इस बार मेरी चूत मारते मारते वो मेरी चूत में ही झड़ गया।

दोस्तों में तृप्त हो गयी थी अपने कपड़े पहन कर मैंने राजा के साथ अपने पति को उठाकर बेड पर लेटा दिया। फिर उसके बाद हम भी बेड पर लेट गये, राजा मेरे साथ पड़ा था और मेरे बूब्स से खेल रहा था। थोड़ी देर बाद मैंने एक बार उससे और चुदाई करवाई और उसके बाद वो अपने घर पर चला गया। मेरी चूत अब तृप्त हो गयी थी सो में भी सो गयी ।।
 
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