desiaks
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- Aug 28, 2015
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[font=verdana, geneva, lucida,]जैसा कि हम दोनों ये सोच कर आज घर से निकले थे कि आज केवल होगी ..तो ...
मस्ती मस्ती और बस मस्ती ....
तो आज की रात ऐसी ही गकर रही थी ..
मस्ती भी ऐसी कि कोई सपने में भी नहीं सोच सकता ..
मगर मेरे लण्ड को भी ना जाने कैसी जवानी आ गई थी ..
ना तो एक पल को बैठ रहा था ..
और न ही अभी तक उसने पानी ही निकाला था ...
मुझे याद नहीं पड़ता कि कभी इससे पहले ये कभी इतना रुका हो ...
कभी कभी तो केवल जरा सा देखकर ही कच्छा ख़राब कर देता था ...
मगर आज इतना मस्त नजारा चारों ओर था ...
सब तरफ चुदाई चल रही थी ...
ऋतू कि खूब चुदाई भी की थी ..
उस जैसी चुदक्कड़ रंडी को भी संतुष्ट कर दिया था ..
उसका तक पानी निकल गया था ..
मगर खुद अभी भी तना खड़ा था ...
अब साला ना जाने किसको चोदने वाला था ....
मैंने लण्ड को पेंट के अंदर डालने की कोशिश की मगर बो कहाँ अंदर जाने वाला था ...
जूली जब बिस्तर पर उस लड़की के पास गई तो मैंने सोचा शायद वो अभी भी और मस्ती के मूड में है ..
उसने अभी भी अपना कोई कपडा नहीं पहना था ...
उसकी स्कर्ट और टॉप दोनों उसके हाथ में ही दिख रहे थे ...
मगर वो बिस्तर पर जाकर कुछ ढूंढने लगी ...
ढूंढ़ते हुए ही जब वो उस आदमी के पास गई ...
जो उस लड़की को चोदने के बाद बिस्तर पर एक ओर बैठा था ...
तो उस आदमी ने भी जूली को छेड़ना शुरू कर दिया ...
जूली बिस्तर पर घुटने पर बैठ चादर हटा देख रही थी ..
वो अंग्रेजी में बोल रहा था ...
वो कोई विदेशी ही था ...
ज्यादा गोरा तो नहीं ...
पर अलग सा लुक था उसका ...
आदमी: अरे मेरी जान क्या ढूंढ रही है ...
और साले ने एक कस कर चपत जूली के चूतड़ पर लगा दी ....
उसके दोनों चूतड़ के हिस्से जोर से हिले ...
और एक दम से लाल हो गए ...
जूली: उउउउउन्न्न्न ओह दर्द होता है ...
और उसने बड़े ही सेक्सी अंदाज़ में अपनी कमर को हिलाया ..
आदमी: ओह सॉरी ..
और उसने उस हिस्से को सहलाया ..
पर क्या खो गया ...
जूली: व्वव्वूऊओ मेरी ब्रा नहीं मिल रही ...
यही तो थी ....
आदमी ने उसके चूची को पकड़ लिया ..
आदमी: अरे मेरी जान इनको कैद नहीं करे न ..
कितने सुन्दर हैं तेरे ये फूल ..
इनको आजाद रहने दे ...
और उसने जूली को अपने ओर खीच उसकी एक चूची को अपने मुहं में डाल लिया ...
मैंने देखा वो लड़की भी उनकी मस्ती देख मस्त हो रहे है ...
उसने अपना हाथ जूली की पीठ पर रख दिया ..
और सहलाने लगी ...
मैंने भी अपनी पेंट को फिर से नीचे कर दिया ..
और उस लड़की के पास पहुंच गया ..
उसने मुस्कुराते हुए मेरे लण्ड को अपने बाएं हाथ से पकड़ लिया ...
मगर मैं अब कुछ और करने के मूड में नहीं था ...
मैं कैसे भी अपना पानी चूत में निकालना चाह रहा था ..
मैंने उसकी चूत को अपने हाथ से सहलाया ..
और उसको घुमाने के लिए पलटने लगा ..
वो एक दम घूमकर घोड़ी बन गई ..
उसको शायद ऐसे चुदवाना अच्छा लगता होगा ..
मैंने एक हाथ से उसकी चूत को टटोलते हुए ..
बिस्तर पर चढ़कर उसके पीछे घुटने पर बैठ गया ..
और अपने लण्ड को सेट करके उसकी चूत में अंदर तक घुसेर दिया ..
अब बिस्तर पर ही बड़ा अच्छा सीन हो गया था ....
एक साइड में वो आदमी बैठा था ..
फिर जूली अपने घुटनो पर खड़े हो अपनी चूची चुसा रही थी ..
उसके पीछे वो लड़की घोड़ी बनी थी ..
और उस लड़की का मुहं ठीक जूली के चूतड़ पर था ..
और फिर मैं उस लड़की की चूत में लण्ड डाले उसको चोद रहा था ....
तभी उस लड़की ने जूली के चतड़ों को अपने दोनों हाथ से पकड़ खोला ..
मेरे सामने जूली के दोनों छेद चमक उठे ..
दोनों पूरे लाल हो रहे थे ..
और चूत तो इतनी गीली हो रही थी ..
जैसे लगातार पानी छोड रही हो ..
मैंने उस लड़की के कसकर एक धक्का मारा...
और उसका मुहं जूली के चूतड़ से सट गया ...
उसने भी पूरा नीचे होकर जूली की चूत पर अपनी जीभ लगा दी ...
जूली ने एक बार पीछे घूमकर देखा ...
उसकी आँखे थोड़ी सी फैली ..
और फिर वो भी मजा लेने लगी ...
वो लड़की बड़े मजे से जूली की चूत चाट रही थी ...
और मैं कस कस कर धक्के मार रहा था ...
और इस बार कुछ धक्कों में ही मेरे लण्ड ने पिचकारी निकालनी शुरू कर दी ...
मैंने जल्दी से लण्ड उसकी चूत से बाहर निकाला ..
और उसकी पीठ पर सारा पानी छोड दिया ...
लड़की तेजी से उठी और मेरे लण्ड को अपने मुहं में ले लिया ...
वो पूरी प्रोफेशनल थी ...
उसको सब पता था .कि मर्द को कैसे अच्छा लगता है ..
मैंने देखा उस आदमी ने जूली को अपनी गोद में खीच लिया है ..
मैंने हल्का सा नीचे झुककर देखा ...
अरे इसका लण्ड तो ठीक जूली की चूत से चिपका था ..
वो अभी भी जूली की चूची को चूस रहा था ...
जूली की एक चूची पूरी ही उसके मुहं के अंदर थी ..
और दूसरी चूची को वो अपने हाथ में लेकर मसल रहा था ....
मैंने ध्यान से देखा उसका लण्ड भी बहुत ताकतबर था ..
और जूली को भी उसके लण्ड का कठोरपन अपनी चूत पर महसूस हो रहा होगा ...
क्या जूली उसके लण्ड को चूत के अंदर ले लेगी ???
फिलहाल उसका लण्ड जूली की चूत को चारों ओर से चूम चूका था .....
तभी ....
क्याआआ ये अर रे रे र्र्र्र्र्र्र्र ......
...
......[/font]
[font=verdana, geneva, lucida,][size=medium]ओह थैंक्स गॉड ...
मेरे लण्ड को आखिरकार ठंडक मिल ही गई थी ....
उस लड़की ने एक एक बूँद चाट चाट कर साफ़ कर दी थी ....
मेरा लण्ड सीसे की तरह चमक रहा था ....
लड़की बाकई बहुत सेक्सी थी ....
अब मैंने उसको ध्यान से देखा ...
बड़ी बड़ी आँखें, सांवला रंग और बहुत सेक्सी होंठ ..
नीचे का होंठ कुछ ज्यादा ही चोडा था ...जो शायद लण्ड चूस चूस कर हुआ होगा ...
मगर उसकी फिगर बहुत सेक्सी था ...
मस्त उठी हुई चूचियाँ और उठी हुई गांड ...
ये पक्का था की कपड़ों में भी वो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर लेती होगी ...
फिलहाल तो पूरी नंगी मेरे लण्ड की सेवा में लगी थी ..
मेरा ध्यान अब जूली की ओर था ...
और मैं इंतजार में था कि ये भी चुदवा ले ...
एक मजेदार लम्बा और मजबूत लण्ड उसकी चूत से चिपका था ...
वो आदमी अपने हाथों से निचोड़ निचोड़ कर उसकी चूची चूस रहा था ...
जूली लगातार अपनी कमर हिला रही थी ...
जिससे उसकी चूत उसके लण्ड का हाल बेहाल किये थी ..
तभी उसने जूली को जरा सा ऊपर को किया ..
या जूली खुद हल्का से ऊँची हुई ...
अररर रे रे ये क्या ???
उसका लण्ड अब पूरा खड़ा था ....
करीब ८-९ इंच और बहुत मोटा ....
लण्ड का अगला भाग लाल भबुका हो रहा था ...........
जूली के दोनों पैर काफी खुले थे ...
वो उसकी गोद में पूरी चिपकी थी ....
पीछे से ही उसकी मस्त चूत खिली हुई साफ़ दिख रही थी ...
उसके उचकने से लण्ड का टोपा जूली कि चूत के मुहं पर आ गया था ...
मुझे साफ़ साफ़ दिख रहा था कि लण्ड के टोपे ने चूत के मुहं को खोलना शुरू कर दिया था ...
बहुत ही हॉट सीन था ...
मुझे लग रहा था कि किसी भी पल ये भयंकर लण्ड मेरी जान कि चूत में प्रवेश करने ही वाला है ...
शायद जूली को भी इसका अहसास होने लगा था ...
वो जैसे ही थोड़ा सा और ऊपर हुई मैंने देखा लण्ड अब उसकी चूत से हट गया था ...
पता नहीं जूली क्यों अभी भी लण्ड से दूर हो रही थी ..
शायद उसको मेरे सामने चूत में लण्ड लेते शरम आ रही होगी ..
फिलहाल तो मेरे दिल को यही लग रहा था ...
तभी मैंने देखा उस आदमी ने जूली को कसकर बाँहों में जकड़ लिया है ....
और उसको फिर से अपनी गोद में बिठाने को नीचे कर रहा है ..
उसने अपने बाएं हाथ से जूली को कस कर चिपका लिया ..
और दायाँ हाथ नीचे ला जूली के कसे हुए चूतड़ को दबाते हुए उसको अपने लण्ड पर सेट करने लगा ...
मैं साला भी ..ना जाने क्यों इसका इन्तजार कर रहा था ..
कि कब ये लण्ड जूली कि चूत को भेदता हुआ अंदर जाता है ...
मैं बिना पलक झपकाये उसको देखे जा रहा था ...
और वो लड़की बेचारी मेरे मुरझा चुके लण्ड को अभी भी चूसे जा रही थी ...
शायद उसको फिर से चुदवाना था ...
मैंने देखा लण्ड कि पोजीशन ठीक चूत के मुहं पर थी ..
और जूली पूरा प्रयास ऊपर उठने का कर रही थी ...
उसको लण्ड अपनी चूत तक नहीं जाने देना था ...
और वो आदमी उसको किसी छोटी से गुड़िया कि तरह अपनी गोद में चिपकाये बड़े प्यार से ही उसको लण्ड के पास ला रहा था ...
बहुत ताकतबर था वो आदमी ...
उसने एक बार फिर जूली को नीचे खीचते हुए और अपनी कमर को भी थोड़ा सा ऊपर उठाते हुए ...
एक बार फिर लण्ड को चूत से भिड़ा दिया ...
मैंने देखा इस छीना झपटी में एक दो बार लण्ड का अगला हिस्सा जरूर थोड़ा बहुत चूत को भेद चुका था ..
ये सीन मेरे इतने पास चल रहा था ..
कि उसका हर प्रयास और मूवमेंट मुझे साफ़ साफ़ दिख रहा था ...
जैसे ही लण्ड चूत के मुख को छूता था जूली अपनी पूरी ताकत लगा फिर ऊपर हो जाती थी ..
उन दोनों का ये खेल देख मेरे लण्ड में फिर से जान आने लगी ..
हाँ वो सेक्सी लड़की अपनी पूरी कोशिश कर रही थी ..
मेरे लण्ड को बहुत अच्छी तरह से ..चारों ओर से चूस रही थी ...
मगर मैं १००% पक्का था कि ..
इतनी जल्दी लण्ड में ताकत उसके चूसने से नहीं ..
वल्कि सामने चल रहे सीन ओर जूली की मस्ती देख ही आ रही थी ...
मेरे लण्ड को ना जाने क्यों ?? ये सब बहुत भा रहा था ..
अब इन्तजार लण्ड के सम्पूर्ण रूप से जूली की चूत में समाने का था ...
१०-१२ बार यही सब चलता रहा ...
वो जूली को नीचे करता ...
और जूली ऊपर उठ जाती ...
और एक बार भक्क की आवाज आई ..
अरे हाँ इस बार टोपा अंदर तक चला गया था ...
जूली: अह्ह्ह्हाआआआआआ ऊइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइ
जूली के मुहं से भी एक चीख और सिसकारी एक साथ निकली ..
मगर ये सब एक पल के लिए ही हुआ ...
जूली ने पूरी ताकत लगा फिर से ऊपर उठ गई ..
और एक बार फिर लण्ड की दूरी बढ़ गई ...
चूत उसकी पहुँच से बच कर निकल गई ...
ये सब एक चूहे बिल्ली वाला खेल बहुत रोचक और मजेदार हो रहा था ...
कभी पकड़ में आ रहे थी ...
और कभी बच कर निकल जा रहे थी ..
मुझे तो जन्नत का मजा आ रहा था ..
एक हसीना से अपना लण्ड चुसवाते हुए ये सब देखना असीम सुख दे रहा था ....
एक दो बार और ऐसा हुआ...
मगर जूली उसके काबू में बिलकुल नहीं आ रही थी ..
मुझे भी अहसास होने लगा था ..
की अगर औरत ना चाहे तो शायद कोई भी लण्ड चूत में प्रवेश न कर पाये ...
क्युकि कहाँ तो वो इतना तगड़ा आदमी ..
और कहाँ मेरी मासूम कमसिन सी जूली ...
उसकी चूत में जाने को भी इतना ताकतबर लण्ड बेचारा कितनी देर से तरस रहा था ...
तभी उस आदमी को शायद गुस्सा आ गया ...
उसने वैसे ही जूली को बिस्तर पर गिरा दिया ...
और उसकी दोनों टाँगे किसी जालिम की तरह से जकड ली ...
उसने टांगों को बड़ी ही बेदर्दी से १८० डिग्री में फैला दिया ...
वो जूली के ऊपर चढ़ आया और उसने जूली की चूत को देखा ..
जो मुझे भी दिख रही थी ...
चूत बुरी तरह से फ़ैल गई थी ...
जूली उसकी पकड़ से निकलने के लिए बुरी तरह मचल रही थी ..
और जब लण्ड चूत के ऊपर आ गया तब वो जोर से चिल्ला पड़ी ...
जूली: बछ्ःआआआआओओओओओओओओओओओ
बस्स्स्स्स
यही मेरी मरदानगी जाग गई ...
आखिर वो मेरी प्यारी जान थी ...
उसने अपना लण्ड जूली की चूत पर रख झटका मारने वाला ही था ...
कि जूली ने पूरी ताकत लगा दी उसको हटाने की ..
और इधर मैंने भी उस लड़की के मुहं से अपना लण्ड निकाला ...
और कसकर उस आदमी को धक्का दे दिया ..
मेरा धक्का इतना ज़ोरदार था कि वो पीछे को गिर गया ....
बस इतनी देर काफी थी ..
जूली के लिए ...
वो जल्दी से वहां से उठी ओर कपडे पकड़ कमरे के दरवाजे पर पहुंच गई ...
मैंने भी जल्दी से उठकर जूली के पीछे पहुंच गया ..
वो आदमी गुस्से से भिनभिना रहा था ...
मैंने दरवाजे पर आकर अपनी पेंट ठीक करके उसको गुस्से से देखा ...
वो मेरे पास आने को लपका ही था कि उस लड़की ने उसको पकड़ लिया ...
शायद वो वहां मारधाड़ नहीं चाहती थी ...
और वो आदमी भी नंगा होने के कारण बाहर नहीं आया ...
जूली तो नंगी ही कॉरिडोर से बाहर निकल आई थी ...
उसने अभी भी अपने कपडे नहीं पहने थे ..
उसको डर था कि कहीं वो फिर आकर उसको ना पकड़ ले ...
मैं भी जल्दी जल्दी उसके पीछे को भगा ..
कि फिर कोई उसको नंगा देख ना पकड़ ले ...
??????
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मस्ती मस्ती और बस मस्ती ....
तो आज की रात ऐसी ही गकर रही थी ..
मस्ती भी ऐसी कि कोई सपने में भी नहीं सोच सकता ..
मगर मेरे लण्ड को भी ना जाने कैसी जवानी आ गई थी ..
ना तो एक पल को बैठ रहा था ..
और न ही अभी तक उसने पानी ही निकाला था ...
मुझे याद नहीं पड़ता कि कभी इससे पहले ये कभी इतना रुका हो ...
कभी कभी तो केवल जरा सा देखकर ही कच्छा ख़राब कर देता था ...
मगर आज इतना मस्त नजारा चारों ओर था ...
सब तरफ चुदाई चल रही थी ...
ऋतू कि खूब चुदाई भी की थी ..
उस जैसी चुदक्कड़ रंडी को भी संतुष्ट कर दिया था ..
उसका तक पानी निकल गया था ..
मगर खुद अभी भी तना खड़ा था ...
अब साला ना जाने किसको चोदने वाला था ....
मैंने लण्ड को पेंट के अंदर डालने की कोशिश की मगर बो कहाँ अंदर जाने वाला था ...
जूली जब बिस्तर पर उस लड़की के पास गई तो मैंने सोचा शायद वो अभी भी और मस्ती के मूड में है ..
उसने अभी भी अपना कोई कपडा नहीं पहना था ...
उसकी स्कर्ट और टॉप दोनों उसके हाथ में ही दिख रहे थे ...
मगर वो बिस्तर पर जाकर कुछ ढूंढने लगी ...
ढूंढ़ते हुए ही जब वो उस आदमी के पास गई ...
जो उस लड़की को चोदने के बाद बिस्तर पर एक ओर बैठा था ...
तो उस आदमी ने भी जूली को छेड़ना शुरू कर दिया ...
जूली बिस्तर पर घुटने पर बैठ चादर हटा देख रही थी ..
वो अंग्रेजी में बोल रहा था ...
वो कोई विदेशी ही था ...
ज्यादा गोरा तो नहीं ...
पर अलग सा लुक था उसका ...
आदमी: अरे मेरी जान क्या ढूंढ रही है ...
और साले ने एक कस कर चपत जूली के चूतड़ पर लगा दी ....
उसके दोनों चूतड़ के हिस्से जोर से हिले ...
और एक दम से लाल हो गए ...
जूली: उउउउउन्न्न्न ओह दर्द होता है ...
और उसने बड़े ही सेक्सी अंदाज़ में अपनी कमर को हिलाया ..
आदमी: ओह सॉरी ..
और उसने उस हिस्से को सहलाया ..
पर क्या खो गया ...
जूली: व्वव्वूऊओ मेरी ब्रा नहीं मिल रही ...
यही तो थी ....
आदमी ने उसके चूची को पकड़ लिया ..
आदमी: अरे मेरी जान इनको कैद नहीं करे न ..
कितने सुन्दर हैं तेरे ये फूल ..
इनको आजाद रहने दे ...
और उसने जूली को अपने ओर खीच उसकी एक चूची को अपने मुहं में डाल लिया ...
मैंने देखा वो लड़की भी उनकी मस्ती देख मस्त हो रहे है ...
उसने अपना हाथ जूली की पीठ पर रख दिया ..
और सहलाने लगी ...
मैंने भी अपनी पेंट को फिर से नीचे कर दिया ..
और उस लड़की के पास पहुंच गया ..
उसने मुस्कुराते हुए मेरे लण्ड को अपने बाएं हाथ से पकड़ लिया ...
मगर मैं अब कुछ और करने के मूड में नहीं था ...
मैं कैसे भी अपना पानी चूत में निकालना चाह रहा था ..
मैंने उसकी चूत को अपने हाथ से सहलाया ..
और उसको घुमाने के लिए पलटने लगा ..
वो एक दम घूमकर घोड़ी बन गई ..
उसको शायद ऐसे चुदवाना अच्छा लगता होगा ..
मैंने एक हाथ से उसकी चूत को टटोलते हुए ..
बिस्तर पर चढ़कर उसके पीछे घुटने पर बैठ गया ..
और अपने लण्ड को सेट करके उसकी चूत में अंदर तक घुसेर दिया ..
अब बिस्तर पर ही बड़ा अच्छा सीन हो गया था ....
एक साइड में वो आदमी बैठा था ..
फिर जूली अपने घुटनो पर खड़े हो अपनी चूची चुसा रही थी ..
उसके पीछे वो लड़की घोड़ी बनी थी ..
और उस लड़की का मुहं ठीक जूली के चूतड़ पर था ..
और फिर मैं उस लड़की की चूत में लण्ड डाले उसको चोद रहा था ....
तभी उस लड़की ने जूली के चतड़ों को अपने दोनों हाथ से पकड़ खोला ..
मेरे सामने जूली के दोनों छेद चमक उठे ..
दोनों पूरे लाल हो रहे थे ..
और चूत तो इतनी गीली हो रही थी ..
जैसे लगातार पानी छोड रही हो ..
मैंने उस लड़की के कसकर एक धक्का मारा...
और उसका मुहं जूली के चूतड़ से सट गया ...
उसने भी पूरा नीचे होकर जूली की चूत पर अपनी जीभ लगा दी ...
जूली ने एक बार पीछे घूमकर देखा ...
उसकी आँखे थोड़ी सी फैली ..
और फिर वो भी मजा लेने लगी ...
वो लड़की बड़े मजे से जूली की चूत चाट रही थी ...
और मैं कस कस कर धक्के मार रहा था ...
और इस बार कुछ धक्कों में ही मेरे लण्ड ने पिचकारी निकालनी शुरू कर दी ...
मैंने जल्दी से लण्ड उसकी चूत से बाहर निकाला ..
और उसकी पीठ पर सारा पानी छोड दिया ...
लड़की तेजी से उठी और मेरे लण्ड को अपने मुहं में ले लिया ...
वो पूरी प्रोफेशनल थी ...
उसको सब पता था .कि मर्द को कैसे अच्छा लगता है ..
मैंने देखा उस आदमी ने जूली को अपनी गोद में खीच लिया है ..
मैंने हल्का सा नीचे झुककर देखा ...
अरे इसका लण्ड तो ठीक जूली की चूत से चिपका था ..
वो अभी भी जूली की चूची को चूस रहा था ...
जूली की एक चूची पूरी ही उसके मुहं के अंदर थी ..
और दूसरी चूची को वो अपने हाथ में लेकर मसल रहा था ....
मैंने ध्यान से देखा उसका लण्ड भी बहुत ताकतबर था ..
और जूली को भी उसके लण्ड का कठोरपन अपनी चूत पर महसूस हो रहा होगा ...
क्या जूली उसके लण्ड को चूत के अंदर ले लेगी ???
फिलहाल उसका लण्ड जूली की चूत को चारों ओर से चूम चूका था .....
तभी ....
क्याआआ ये अर रे रे र्र्र्र्र्र्र्र ......
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......[/font]
[font=verdana, geneva, lucida,][size=medium]ओह थैंक्स गॉड ...
मेरे लण्ड को आखिरकार ठंडक मिल ही गई थी ....
उस लड़की ने एक एक बूँद चाट चाट कर साफ़ कर दी थी ....
मेरा लण्ड सीसे की तरह चमक रहा था ....
लड़की बाकई बहुत सेक्सी थी ....
अब मैंने उसको ध्यान से देखा ...
बड़ी बड़ी आँखें, सांवला रंग और बहुत सेक्सी होंठ ..
नीचे का होंठ कुछ ज्यादा ही चोडा था ...जो शायद लण्ड चूस चूस कर हुआ होगा ...
मगर उसकी फिगर बहुत सेक्सी था ...
मस्त उठी हुई चूचियाँ और उठी हुई गांड ...
ये पक्का था की कपड़ों में भी वो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर लेती होगी ...
फिलहाल तो पूरी नंगी मेरे लण्ड की सेवा में लगी थी ..
मेरा ध्यान अब जूली की ओर था ...
और मैं इंतजार में था कि ये भी चुदवा ले ...
एक मजेदार लम्बा और मजबूत लण्ड उसकी चूत से चिपका था ...
वो आदमी अपने हाथों से निचोड़ निचोड़ कर उसकी चूची चूस रहा था ...
जूली लगातार अपनी कमर हिला रही थी ...
जिससे उसकी चूत उसके लण्ड का हाल बेहाल किये थी ..
तभी उसने जूली को जरा सा ऊपर को किया ..
या जूली खुद हल्का से ऊँची हुई ...
अररर रे रे ये क्या ???
उसका लण्ड अब पूरा खड़ा था ....
करीब ८-९ इंच और बहुत मोटा ....
लण्ड का अगला भाग लाल भबुका हो रहा था ...........
जूली के दोनों पैर काफी खुले थे ...
वो उसकी गोद में पूरी चिपकी थी ....
पीछे से ही उसकी मस्त चूत खिली हुई साफ़ दिख रही थी ...
उसके उचकने से लण्ड का टोपा जूली कि चूत के मुहं पर आ गया था ...
मुझे साफ़ साफ़ दिख रहा था कि लण्ड के टोपे ने चूत के मुहं को खोलना शुरू कर दिया था ...
बहुत ही हॉट सीन था ...
मुझे लग रहा था कि किसी भी पल ये भयंकर लण्ड मेरी जान कि चूत में प्रवेश करने ही वाला है ...
शायद जूली को भी इसका अहसास होने लगा था ...
वो जैसे ही थोड़ा सा और ऊपर हुई मैंने देखा लण्ड अब उसकी चूत से हट गया था ...
पता नहीं जूली क्यों अभी भी लण्ड से दूर हो रही थी ..
शायद उसको मेरे सामने चूत में लण्ड लेते शरम आ रही होगी ..
फिलहाल तो मेरे दिल को यही लग रहा था ...
तभी मैंने देखा उस आदमी ने जूली को कसकर बाँहों में जकड़ लिया है ....
और उसको फिर से अपनी गोद में बिठाने को नीचे कर रहा है ..
उसने अपने बाएं हाथ से जूली को कस कर चिपका लिया ..
और दायाँ हाथ नीचे ला जूली के कसे हुए चूतड़ को दबाते हुए उसको अपने लण्ड पर सेट करने लगा ...
मैं साला भी ..ना जाने क्यों इसका इन्तजार कर रहा था ..
कि कब ये लण्ड जूली कि चूत को भेदता हुआ अंदर जाता है ...
मैं बिना पलक झपकाये उसको देखे जा रहा था ...
और वो लड़की बेचारी मेरे मुरझा चुके लण्ड को अभी भी चूसे जा रही थी ...
शायद उसको फिर से चुदवाना था ...
मैंने देखा लण्ड कि पोजीशन ठीक चूत के मुहं पर थी ..
और जूली पूरा प्रयास ऊपर उठने का कर रही थी ...
उसको लण्ड अपनी चूत तक नहीं जाने देना था ...
और वो आदमी उसको किसी छोटी से गुड़िया कि तरह अपनी गोद में चिपकाये बड़े प्यार से ही उसको लण्ड के पास ला रहा था ...
बहुत ताकतबर था वो आदमी ...
उसने एक बार फिर जूली को नीचे खीचते हुए और अपनी कमर को भी थोड़ा सा ऊपर उठाते हुए ...
एक बार फिर लण्ड को चूत से भिड़ा दिया ...
मैंने देखा इस छीना झपटी में एक दो बार लण्ड का अगला हिस्सा जरूर थोड़ा बहुत चूत को भेद चुका था ..
ये सीन मेरे इतने पास चल रहा था ..
कि उसका हर प्रयास और मूवमेंट मुझे साफ़ साफ़ दिख रहा था ...
जैसे ही लण्ड चूत के मुख को छूता था जूली अपनी पूरी ताकत लगा फिर ऊपर हो जाती थी ..
उन दोनों का ये खेल देख मेरे लण्ड में फिर से जान आने लगी ..
हाँ वो सेक्सी लड़की अपनी पूरी कोशिश कर रही थी ..
मेरे लण्ड को बहुत अच्छी तरह से ..चारों ओर से चूस रही थी ...
मगर मैं १००% पक्का था कि ..
इतनी जल्दी लण्ड में ताकत उसके चूसने से नहीं ..
वल्कि सामने चल रहे सीन ओर जूली की मस्ती देख ही आ रही थी ...
मेरे लण्ड को ना जाने क्यों ?? ये सब बहुत भा रहा था ..
अब इन्तजार लण्ड के सम्पूर्ण रूप से जूली की चूत में समाने का था ...
१०-१२ बार यही सब चलता रहा ...
वो जूली को नीचे करता ...
और जूली ऊपर उठ जाती ...
और एक बार भक्क की आवाज आई ..
अरे हाँ इस बार टोपा अंदर तक चला गया था ...
जूली: अह्ह्ह्हाआआआआआ ऊइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइइ
जूली के मुहं से भी एक चीख और सिसकारी एक साथ निकली ..
मगर ये सब एक पल के लिए ही हुआ ...
जूली ने पूरी ताकत लगा फिर से ऊपर उठ गई ..
और एक बार फिर लण्ड की दूरी बढ़ गई ...
चूत उसकी पहुँच से बच कर निकल गई ...
ये सब एक चूहे बिल्ली वाला खेल बहुत रोचक और मजेदार हो रहा था ...
कभी पकड़ में आ रहे थी ...
और कभी बच कर निकल जा रहे थी ..
मुझे तो जन्नत का मजा आ रहा था ..
एक हसीना से अपना लण्ड चुसवाते हुए ये सब देखना असीम सुख दे रहा था ....
एक दो बार और ऐसा हुआ...
मगर जूली उसके काबू में बिलकुल नहीं आ रही थी ..
मुझे भी अहसास होने लगा था ..
की अगर औरत ना चाहे तो शायद कोई भी लण्ड चूत में प्रवेश न कर पाये ...
क्युकि कहाँ तो वो इतना तगड़ा आदमी ..
और कहाँ मेरी मासूम कमसिन सी जूली ...
उसकी चूत में जाने को भी इतना ताकतबर लण्ड बेचारा कितनी देर से तरस रहा था ...
तभी उस आदमी को शायद गुस्सा आ गया ...
उसने वैसे ही जूली को बिस्तर पर गिरा दिया ...
और उसकी दोनों टाँगे किसी जालिम की तरह से जकड ली ...
उसने टांगों को बड़ी ही बेदर्दी से १८० डिग्री में फैला दिया ...
वो जूली के ऊपर चढ़ आया और उसने जूली की चूत को देखा ..
जो मुझे भी दिख रही थी ...
चूत बुरी तरह से फ़ैल गई थी ...
जूली उसकी पकड़ से निकलने के लिए बुरी तरह मचल रही थी ..
और जब लण्ड चूत के ऊपर आ गया तब वो जोर से चिल्ला पड़ी ...
जूली: बछ्ःआआआआओओओओओओओओओओओ
बस्स्स्स्स
यही मेरी मरदानगी जाग गई ...
आखिर वो मेरी प्यारी जान थी ...
उसने अपना लण्ड जूली की चूत पर रख झटका मारने वाला ही था ...
कि जूली ने पूरी ताकत लगा दी उसको हटाने की ..
और इधर मैंने भी उस लड़की के मुहं से अपना लण्ड निकाला ...
और कसकर उस आदमी को धक्का दे दिया ..
मेरा धक्का इतना ज़ोरदार था कि वो पीछे को गिर गया ....
बस इतनी देर काफी थी ..
जूली के लिए ...
वो जल्दी से वहां से उठी ओर कपडे पकड़ कमरे के दरवाजे पर पहुंच गई ...
मैंने भी जल्दी से उठकर जूली के पीछे पहुंच गया ..
वो आदमी गुस्से से भिनभिना रहा था ...
मैंने दरवाजे पर आकर अपनी पेंट ठीक करके उसको गुस्से से देखा ...
वो मेरे पास आने को लपका ही था कि उस लड़की ने उसको पकड़ लिया ...
शायद वो वहां मारधाड़ नहीं चाहती थी ...
और वो आदमी भी नंगा होने के कारण बाहर नहीं आया ...
जूली तो नंगी ही कॉरिडोर से बाहर निकल आई थी ...
उसने अभी भी अपने कपडे नहीं पहने थे ..
उसको डर था कि कहीं वो फिर आकर उसको ना पकड़ ले ...
मैं भी जल्दी जल्दी उसके पीछे को भगा ..
कि फिर कोई उसको नंगा देख ना पकड़ ले ...
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