hotaks444
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दीदी के बालो को जोर से पकड़ कर उसने दीदी की जीभ को अपनी गीली चूत के अन्दर तक उतार दिया.....
दीदी रात भर आंटी की चूत चूसने के बाद सुबह मोनिका की जवान चूत चूस रही थी....
ऐसा लग रहा था की दीदी का मुंह रुई के अन्दर है और अन्दर ढेर सारा आम का रस है....दीदी ने अपनी जीभ से उसकी चूत को कुरेदा और अपने होंठो से उसके आमरस को पीना शुरू कर दिया...
अह्ह्हह्ह.........येस्स्स्स.......रश्मि ...........ओह माय डार्लिंग......म्मम्म....
दीदी का एक हाथ नीचे जाकर अपनी चूत के ऊपर ही रगड़ देने लगा....
मोनिका की कमर हवा में थी...और वो अपनी चूत के बल पर मेरे मुंह से लिपटी हुई थी....
दीदी को सच में मजा आ रहा था... तभी दीदी के मुंह में मोनिका की क्लिट आ गयी...इतना मोटा दाना था उसका...दीदी की चूत के अन्दर जो था..उससे भी बड़ा..
दीदी ने अपनी जीभ से उसके दाने को बुरी तरह से चाटा और खरोंचा....उसकी तो हालत ही खराब हो गयी थी...
मोनिका बोली रश्मि मुझे इस चूत में एक मोटा लंड चाहिए जल्दी से अपने भाई को बुलाओ वरना मैं पागल हो जाऊंगी. मैंने कहा मोनू सो रहा है मोनिका.
मोनिका ने अब मुझे खीच कर किस करना शुरू कर दिया और बोली तुमने भी तो अपनी चूत में मोनू का लंड लिया है न रश्मि. दीदी ने कहा मोनू और मनीष दोनों का ही लिया है. क्यों. वो बोली तो तुम समझ सकती हो मुझे अभी इसी वक़्त लंड न मिला तो मैं मर जाऊंगी.
रश्मि दीदी ने उसे कहा वेट करो और अन्दर जा कर मोनू को जगा कर ले आई. मैं बाहर आ कर सोफे पर अपनी टाँगे चोडी करके बैठ गया और रश्मि दीदी अपनी चूत की रगड़ाई करने लगी..
अब मोनिका से और सहन नहीं हुआ...वो खड़ी हुई...और अपनी एक टांग उठा कर मेरे हाथ पर रख दी...और अपनी चूत को उसने मेरे मोटे लंड के ऊपर लगा कर दबा दिया...
अह्ह्हह्ह्ह्ह .......ओफ्फ्फफ्फ्फ़ .......साला.....क्या लंड है तेरे भाई का.....रश्मि.....म्मम्मम..... मैंने उसकी दूसरी टांग को भी उठा लिया और अपनी गोद में उठा कर अपना पूरा का पूरा लोडा मोनिका की चूत के अन्दर पेल दिया...
और हम दोनों पागलो की तरह से एक दुसरे के होंठो को काटने लगे...पुरे कमरे में वासना का तूफ़ान आ गया था...
दीदी रात भर आंटी की चूत चूसने के बाद सुबह मोनिका की जवान चूत चूस रही थी....
ऐसा लग रहा था की दीदी का मुंह रुई के अन्दर है और अन्दर ढेर सारा आम का रस है....दीदी ने अपनी जीभ से उसकी चूत को कुरेदा और अपने होंठो से उसके आमरस को पीना शुरू कर दिया...
अह्ह्हह्ह.........येस्स्स्स.......रश्मि ...........ओह माय डार्लिंग......म्मम्म....
दीदी का एक हाथ नीचे जाकर अपनी चूत के ऊपर ही रगड़ देने लगा....
मोनिका की कमर हवा में थी...और वो अपनी चूत के बल पर मेरे मुंह से लिपटी हुई थी....
दीदी को सच में मजा आ रहा था... तभी दीदी के मुंह में मोनिका की क्लिट आ गयी...इतना मोटा दाना था उसका...दीदी की चूत के अन्दर जो था..उससे भी बड़ा..
दीदी ने अपनी जीभ से उसके दाने को बुरी तरह से चाटा और खरोंचा....उसकी तो हालत ही खराब हो गयी थी...
मोनिका बोली रश्मि मुझे इस चूत में एक मोटा लंड चाहिए जल्दी से अपने भाई को बुलाओ वरना मैं पागल हो जाऊंगी. मैंने कहा मोनू सो रहा है मोनिका.
मोनिका ने अब मुझे खीच कर किस करना शुरू कर दिया और बोली तुमने भी तो अपनी चूत में मोनू का लंड लिया है न रश्मि. दीदी ने कहा मोनू और मनीष दोनों का ही लिया है. क्यों. वो बोली तो तुम समझ सकती हो मुझे अभी इसी वक़्त लंड न मिला तो मैं मर जाऊंगी.
रश्मि दीदी ने उसे कहा वेट करो और अन्दर जा कर मोनू को जगा कर ले आई. मैं बाहर आ कर सोफे पर अपनी टाँगे चोडी करके बैठ गया और रश्मि दीदी अपनी चूत की रगड़ाई करने लगी..
अब मोनिका से और सहन नहीं हुआ...वो खड़ी हुई...और अपनी एक टांग उठा कर मेरे हाथ पर रख दी...और अपनी चूत को उसने मेरे मोटे लंड के ऊपर लगा कर दबा दिया...
अह्ह्हह्ह्ह्ह .......ओफ्फ्फफ्फ्फ़ .......साला.....क्या लंड है तेरे भाई का.....रश्मि.....म्मम्मम..... मैंने उसकी दूसरी टांग को भी उठा लिया और अपनी गोद में उठा कर अपना पूरा का पूरा लोडा मोनिका की चूत के अन्दर पेल दिया...
और हम दोनों पागलो की तरह से एक दुसरे के होंठो को काटने लगे...पुरे कमरे में वासना का तूफ़ान आ गया था...