Adult kahani पाप पुण्य - Page 17 - SexBaba
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Adult kahani पाप पुण्य

रिशू उसे ऐसा करते देख मुस्कुराते हुए बोला

रिशू : रश्मि... तूने तो पेशेवर रांड को भी मात दे दी है...क्यूं मोनिका, देखी मेरी ट्रेनिंग. तू भी जब वापस अपने घर जाएगी तो ऐसी हो हो जाएगी. क्यों मजा आया न तुझे?

मोनिका ने बड़ी मुश्किल से खुद को संभाला. उसका मुंह रिशू के वीर्य से महक रहा था. उसका खारा और नमकीन स्वाद उसे बिल्कुल भी बुरा नहीं लगा.

मोनिका: तुमने तो मेरी जान निकाल दी. ऐसे तो मोनू और मनीष ने भी नहीं किया मेरे साथ. सांस तक नहीं आ रही थी मुझे. लग रहा था जैसे मैं जिंदा नहीं बचूंगी.

रिशू: क्या? तो तू मोनू से चुदवा चुकी है और ये मनीष कौन है.

मोनिका: मनीष मेरा सगा भाई. और मैं ही क्या रश्मि भी तो मोनू से चुदवा चुकी है.

रिशू: अच्छा तो उस गांडू ने तुझे भी चोद लिया रश्मि. तूने मुझे बताया नहीं. साली तभी तू उस दिन मोनू को लेकर मेरे घर आ गयी थी चुदवाने के लिए और वो कुछ नहीं बोला. वैसे तो जब तुझे पहली बार मैंने चोदा था तब भी वो साला यही चुप करके सब देख रहा था. बड़ा हरामी निकला बेहनचोद मोनू.

रश्मि: जब तू चोद सकता है तो मेरा भाई क्यों नहीं चोद सकता. साला खुद तो रात भर अपनी माँ चोदी है और मोनू को हरामी बता रहा है.

रिशू: काश मेरी बहन भी तेरे जैसी होती. पर कोई बात नहीं रात भर माँ चोदी और मौका मिलते ही बहन भी चोद लेंगे फ़िलहाल तो मोनिका की चूत की बारी है. रश्मि चल, मेरा लंड तैयार कर अपनी बहन के लिए. इसके बाद तेरी चूत का भी तो भोसड़ा बनाना है न, तब तेरी ये बहन मेरा लंड चूस कर तेरी चूत के लिए तैयार करेगी.

रश्मि जल्दी से आगे बढ़ कर रिशू के लंड को सहलाने लगी फिर अपने घुटनों पर बैठ कर उसके लंड को होंठों में लेकर चूसने लगी और कुछ देर की मेहनत में रिशू का लंड दोबारा अपने असली रूप में आ गया. रिशू ने अपना लंड रश्मि के मुंह से निकाला और मोनिका को देखा. वो एक हाथ से अपनी चूचीयों को और दूसरे हाथ से अपनी चूत को रगड़ रही थी.

रिशू : रंडी..... चूत फाड़ दूंगा तेरी... एक बार लंड तेरी चूत में घुसा तो जब तक फाड़ नहीं दूंगा निकालूंगा नहीं....

मोनिका: फाड़ दे..... बिल्कुल रहम मत करना.... मैं जितना भी चीखूं चिल्लाउं, तुम रूकना मत..... आज अपनी पूरी दंरिदगी मुझ पर उडेल दो. देखूं तेरी मर्दानगी.

कह कर मोनिका ने बेड पर लेट कर अपनी दोनों टांगे फैला दी.


 
रिशू ने अब तक काफी औरतों को चोदा था. कुछ को फसा कर, कुछ को पैसे देकर और कुछ को रश्मि जैसे जबरदस्ती भी लेकिन पहली बार ही किसी ने उसकी मर्दानगी को ललकारा था. मोनिका की बातों ने रिशू की मर्दानगी के साथ साथ उसके खड़े लंड को भी झकझोर दिया.

ताव में आकर वो मोनिका की तरफ बढा और उसकी दोनों टांगे के बीच आकर अपने लंड के सुपाड़े को मोनिका की चूत के होंठों पर रख दिया. ये मिलन होते ही मोनिका के लरजते होंठों से एक सित्कार निकली. कुछ देर अपना मूसल लंड मोनिका की चूत पर रगड़ने के बाद रिशू ने लंड बिना कोई चेतावनी दिए एक जोर का झटका मारकर मोनिका की चूत में पेल दिया. आधा लंड चूत की दीवारों से रगड़ खाता हुआ मोनिका की चूत में उतर गया.

मोनिका : आहहहहहहहहहहहहहहहहहहईईईईईई उई माँ मैं गई......... मेरी चू....................... आह! निकालो.........

कहां मोनिका की नाजुक चूत और कहां रिशू का मोटा मूसल लंड... मोनिका को अपनी चूत फटती हुई महसूस होती है जैसे किसी ने जलती हुई लोहे की मोटी राड उसकी चूत में घुस दी हो. असहनीय दर्द के मारे वह जोर से चीख उठती है. उसे अपनी जान निकलती महसूस होती है.

रिशू: रश्मि इसका मुंह बंद कर........ अभी तो अंदर गया ही कहां है और ये हरामजादी चिल्लाने लगी है. अब तो ये तेरी चूत फाड़ कर ही निकलेगा.

कहते हुए रिशू ने एक और जोरदार झटका मारा और पूरा लंड मोनिका की चूत में पेल दिया. मोनिका की आंखों के आगे जैसे अंधेरा छा गया. उसने चिल्लाने के लिए जैसे ही मुंह खोला वैसे ही रश्मि ने पास आकर उसके मुंह के उपर अपना मुंह रख दिया और उसके होंठ चूसने लगी.

उधर रिशू ने किसी वहशी की तरह मोनिका की चूत में लंड पेलना शुरू कर दिया. हर झटके के साथ मोनिका का कमनीय बदन कांप जाता था. कुछ ही झटकों में रिशू का पूरा लंबा लंड मोनिका की चूत की गहराईयों में गोते लगाने लगा. मोनिका का बदन रह रह कर अकड़ने लगा. रिशू के कुछ ही मर्दाना झटकों से उसकी चूत पानी छोड़ देती है और वह निढ़ाल होकर लेट जाती है. दर्द और कुछ कम हो जाता है, उधर रिशू बिना रूके झटके पर झटके दे रहा था. नयी चूत का जोश उसके सर पर चड़ा हुआ था.

लगातार 20 मिनट तक मोनिका की चूत पर अपने लंड से जोरदार ठोकरें मारने के बाद रिशू ने अपने लंड का पूरा वीर्य मोनिका की चूत में ही उगल दिया. अपनी चूत में गर्म गर्म वीर्य को महसूस करके मोनिका का शरीर हरकत में आ गया. उसने आंखे खोल कर रिशू को देखा. रिशू लंड को चूत से निकाल कर ठीक उसके उपर खड़ा था और उसके लंड से वीर्य की कुछ बूंदे टपक कर मोनिका के पेट पर गिर गयी.

रश्मि, रिशू की इस चुदाई को देख छटपटा गयी थी और बिना चुदे ही रश्मि की चूत पानी छोड़ने लगी. उसने आगे झुक मोनिका के पेट पर गिरे वीर्य को चाट लिया. रिशू अब घुटनो के बल मोनिका की टांगों के बीच बैठा था और उसने मोनिका की गांड के छेद पर एक ऊँगली लगाई जिससे मोनिका थोडा बिदक गयी...

उधर एक हाथ अपनी चूत पर फिराते हुए रश्मि कहती है

रश्मि: उसकी गांड बाद में, पहले मुझे चोद कमीने? देख मेरी चूत जल रही है. कहीं मोनू न लौट आए......


 
रिशू : अब मोनू से क्या पर्दा. आ गया तो मिल कर तुम दोनों के चुदाई करेंगे हम दोनों. तू कहती है तो इसकी गांड बाद में मारूंगा पर तेरी चुदाई के लिए तेरी बहन को बोल की मेरा लंड खड़ा करे. फिर तेरी ही बारी है अभी तू लंड तो साफ कर हरामजादी.

रश्मि ने आगे झुक रिशू के लंड को अपने मुंह में ले लिया. चुदाई के बाद रिशू का लंड ढ़ीला होने से रश्मि ने उसका पूरा लंड बड़ी आसानी से अपने मुंह में भर लिया और चाट कर साफ कर दिया.

रिशू: चल, अब तू मोनिका की चूत साफ कर और तेरी बहन को मेरा लंड चूसने दे ताकि ये फिर से खड़ा हो जाए तेरी चुदाई के लिए.

रश्मि ने उसकी बात सुन लंड मुंह से निकाल दिया और रिशू आगे बढ़ कर मोनिका के मुंह तक पहुंच गया. उसका ढ़ीला लंड अब मोनिका के मुंह के ठीक उपर था. रश्मि मोनिका की दोनों टागों में बैठ कर अपना मुंह मोनिका की चूत पर रख दिया और जीभ से उसकी चूत को चाटने लगी. रश्मि की जीभ का स्पर्श पा मोनिका के बदन में फिर से कपंकपी से दौड़ गयी.

रश्मि भी मोनिका की चूत में रिशू के लंड की महक पा कर तड़प उठी और मोनिका की टांगों को फैला अपनी जीभ उसकी चूत में घुसा कर चाटने लगी. रिशू ने मोनिका के सिर को उपर उठा उसे अपना लंड चूमने का इशारा किया तो मोनिका मुंह खोल कर लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी.

जीभ के स्पर्श से कुछ ही पलों में रिशू के लंड में फिर से तनाव पैदा हो गया और वो आकार लेने लगा. नीचे रश्मि मोनिका के चूत से बहते हुए रिशू के वीर्य् को पूरा चाट गयी.

मोनिका की चूत का दर्द् अब कुछ हल्का हो गया और वो पूरे मनोयोग से रिशू के लंड को मुंह में लेकर चूसने चाटने लगी और उसकी 10 मिनट की मेहनत से रिशू का लंड फिर से तन कर खड़ा हो गया और लंड का सुपाड़ा उसके गले को टक्कर मारने लगा. अचकचा कर उसने लंड को मुंह से निकाल देती है.

मोनिका : लो.... हो गया तैयार रश्मि की चूत कूटने के लिए.

मोनिका की बात सुन रश्मि झट से मोनिका की बगल में अपनी टांगे फैला कर लेट गयी ओर रिशू की तरफ देखने लगी.

रिशू मोनिका के उपर से उठ रश्मि की जांघों में बैठ गया. रश्मि की चूत को निहारते हुए वह एक हाथ में अपने लंड को थाम कर दूसरे हाथ से वो रश्मि की चूत को सहलाने लगा.

रश्मि बेड पर लेटी रिशू से उसे चोद देने की विनती कर रही थी जैसे चुदने से कुछ देर पहले वो खुद कर रही थी. धीमे लड़खड़ाते कदमों से वह उनकी और बढ़ती है.

रश्मि: उफफफफफ्! आह!!!! रिशू.......अब और मत तड़पाओ प्लीज........ ये मूसल मेरी चूत में डालो और फाड़ डालो मेरी चूत..... आह!!!!!!!

रिशू लंड को रश्मि की चूत के मुंह पर रख कर एक जोरदार धक्का मारता है और पहले ही झटके में रिशू का मूसल लंड रश्मि की चूत को बेरहमी से रौंदते हुए अंदर दाखिल हो गया. रश्मि जोर से सिसकारी भरती है. रिशू के अंदर तो जैसे एक दंरिदा जाग गया था और वो अपने मूसल को रश्मि की चूत में पेलना जारी रखता है.

जोरदार झटके मारते हुए रिशू ने अपने लंड को पूरा रश्मि की चूत में उतार दिया. अब वो रश्मि को एक तरहं के वहशीपन से चोद रहा था.

मोनिका: रिशू थोड़ा धीरे करो. मार डालोगे क्या? देखो वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही.

रिशू: अरे उसे ऐसे ही चुदना पसंद है. कई बार मुझसे चुद चुकी है. इसके जैसी रंडियों को मैं ऐसे ही चोदता हूं. तू चिंता मत कर, तेरा आज मेरे साथ पहली बार है. बाद में देखना तू भी ऐसे ही चुदने के लिए तडपेगी.


 
मोनिका: पर जिस तरह तुम रश्मि को चोद रहे हो यह 2 दिन नहीं चल पायेगी. मेरी चूत में अब तक भयंकर दर्द है और ठीक से चल तक नहीं पा रही हूँ. कोई भी मेरी चाल देखकर बता सकता है कि मैंने अभी अभी क्या गुल खिलाया है.

रिशू: अरे मूड मत ख़राब कर. इसकी चूचीयां दबा और इसके होंठ चूस. जल्दी कर हरामजादी अब मैं इसकी चूत का भोसड़ा बना कर इसकी चूत को अपने लंड रस से भरने वाला हूँ.

रिशू की बात सुनकर मोनिका तुंरत रश्मि की तनी हुई चूचीयों को सहलाने लगी और अपने जलते हुए होंठ रश्मि के होंठों पर रख दिये. रिशू ने अपने जोरदार झटके मारना जारी रखा और लगातार 10—15 जोदरदार झटके और मारते हुए रिशू ने रश्मि की चूत में अपना पूरा वीर्य भर दिया और रश्मि के बगल में लेट गया...

तभी अचानक घंटी बजी. रिशू के मूसल लंड ने मोनिका की नाजुक चूत की भी चूलें हिला के रख दी थी जिसकी वजह से वह भी ठीक से नहीं चल पा रही थी. मोनिका धीमे कदमों से लड़खड़ाते हुए उठने की कोशिश करने लगी पर रश्मि ने उसे रोका और उठ कर पास पड़ी एक मैक्सी पहन कर नीचे दरवाजे खोलने चल दी. मोनिका उसे आश्चर्य से देख रही थी की ऐसी चुदाई के बाद रश्मि की चाल के ऊपर कोई असर नहीं हुआ था. रिशू ने तब तक मोनिका को पकड़ कर वापस बेड पर खींच लिया और बोला

रिशू: कहा चली कुतिया, भूल गयी अभी तो तेरी गांड भी फाडनी है मुझे.

मोनिका: पर नीचे कोई आया है.

रिशू: अरे रश्मि बहुत समझदार है. जो भी होगा वो उसे नीचे से ही टरका देगी. वो जानती है की अभी तेरी गांड फटने वाली है.

मोनिका ये सोच कर बहुत परेशान थी की अगर रिशू ने उसकी गांड मारी तो पक्का खून निकाल देगा. इतना मोटा लंड गांड में वो नहीं लेना चाहती थी. वैसे भी वो गांड मरवाने में अभी एक्सपर्ट नहीं हुई थी और अपने भाइयों को भी ज्यादा गांड नहीं मारने देती थी. पर आज उसकी किस्मत अच्छी थी क्योंकि जब नीचे रश्मि ने डोर खोला तो सामने मोनू कामिनी आंटी के साथ खड़ा था.


 
दरवाजा खोलते ही आंटी दीदी से बोली

कामिनी: तू तो बड़ी रांड निकली. दिन दहाड़े अपने यार से चुदवा रही है. कहा है मेरा बेटा.

आंटी ने दीदी के चुटकी ली. दरअसल उनका शराब का नशा अभी पूरी तरह उतरा नहीं था. 

रश्मि: अरे आंटी वो तो रिशू मोनू से मिलने आया है. ऊपर कमरे में है.

दीदी कामिनी आंटी को भी मेरे साथ देख कर थोडा चौक गयी पर तभी कामिनी आंटी हँसने लगी और बोली: हाँ वो तो मोनू से मिलने ही आया होगा पर उसके लंड को मिली होगी तुम्हारी चूत. मुझसे कह कर आया था की जरूरी काम है. ठीक भी है चुदाई से ज्यादा जरूरी काम क्या हो सकता है. क्यों मोनू?

मोनू: अरे दीदी. हम लोग पास ही में लंच करने आये थे. मैं आंटी को वापस छोड़ने जा रहा था तो हमने देखा की रिशू की बाइक बाहर खड़ी है तो आंटी बोली वो रिशू के साथ ही वापस चली जाएँगी.

रश्मि: अच्छा तभी मैं कहूँ की आंटी को कैसे पता की रिशू यहाँ है.

मोनू: मोनिका कहाँ है?

रश्मि: वो भी रिशू के साथ ऊपर कमरे में है.

मोनू: वो ऊपर क्या कर रही है.

रश्मि: तू तो उसे जानता ही है. तेरा ही तो दोस्त है. नयी चूत देखने के बाद वो उसे छोड़ने वाला है क्या. चोद रहा है मोनिका को. 

मोनू: अरे आंटी देख लो उसने रश्मि दीदी के साथ साथ मोनिका को भी चोद दिया. अब तो चाहे कुछ भी हो मुझे रिक्की को चोदना ही है. अब तुम कुछ करो आंटी.

कामिनी: अरे अभी वो छोटी है. थोडा इंतज़ार करो.

रश्मि: अरे छोटी वोटी कुछ नहीं है. दो दो बॉयफ्रेंड बना रखे है उसने. एक अपनी फ्रेंड का भाई अंकुर और दूसरा उसकी ही क्लास का लौंडा है जय. उसने खुद मुझे बताया है की दोनों के साथ खूब चूमा चाटी की है उसने. खूब खर्चा करवाती है दोनों से. गिफ्ट ऐंठती है और बदले में चूची दबवाती है. चूत चतवाती है. यह बात भी उसने मुझे काफी पहले बताई थी. हो सकता है की चुदवा भी लिया हो अब तक.

कामिनी: सच कह रही हो रश्मि? मुझे तो विश्वास नहीं होता.

रश्मि: सच में आंटी. और मोनू मुझे तो लगता है की रिशू भी रिक्की को चोदने के चक्कर में है.


 
हम ये बात कर ही रहे थे की तभी मोनिका नीचे आ गयी. रिशू ने उसे देखने भेजा था की कौन आया है. वो कामिनी आंटी को नहीं पहचानती थी. हमने उसे बताया की वो रिशू की मम्मी है तो उसने आंटी को नमस्ते की.

कामिनी: अच्छे से तो चोदा न रिशू ने तुम्हे. मजा आया न. लाखों में एक लंड है मेरे बेटे का.

मोनिका को थोडा अजीब लगा की एक माँ अपने बेटे के बारे में ऐसे बोल रही है. वो चुप हो गयी.

कामिनी: तुम दोनों रंडियों ने तो मेरे बेटे का लंड खा लिया है तो अब तुम दोनों यही रहो.आओ मोनू हम ऊपर चले.

और आंटी मुझे लेकर ऊपर के कमरे में चल दी. ऊपर रिशू बड़ी बेसब्री से मोनिका और रश्मि दीदी का इंतज़ार कर रहा था और बेड पर नंगा लेटा अपना लंड सहला रहा था. अचानक मुझे और आंटी को देख कर वो थोडा हडबडा गया.

रिशू: अरे मम्मी आप? यहाँ..

कामिनी: क्यों तो तो बोल रहा था की जरूरी काम है शाम तक आऊंगा. और मुझे प्यासा छोड़ कर यहाँ दोनों रंडियों की चूत में घुसा बैठा है. भला हो इस मोनू का जो वक़्त पर पहुच गया.

यह कह कर आंटी ने अपनी साड़ी खोल दी और रिशू के लंड पकड़ कर सहलाने लगी. 

कामिनी: बहुत दिन हो गए दो लंड एक साथ नहीं लये. आ जा मोनू तू भी आजा.

रिशू: अच्छा गांडू. आज पता चला की तू भी बड़ा चोदु हो गया है. गुरु को बताया ही नहीं और अपनी बहन चोद ली. आजा देखूं तो कैसे चोदता है तू. मम्मी तुम शुरू लोग करो मैं देखता हूँ.

मैंने मुस्कुराते हुए अपना लंड बाहर निकाला और रिशू ने आंटी को इशारा किया. कामिनी आंटी मेरे पास आई और निचे झुक गई. आंटी ने मेरे लंड को मुहं में भर लिया. मेरे बदन में एक झनझनाहट सी हुई और आंटी ने एक ही झटके में पुरे लंड को लोलीपोप की तरह अन्दर कर लिया.


 
रिशू ने अपने लौड़े को हाथ से ही चोदन सुख देना चालू कर दिया. वो हाथ से लंड को हिला रहा था और अपनी माँ को मेरा लंड चूसते हुए देख रहा था. फिर वो खड़ा हुआ और कामिनी आंटी की गांड के पास आ गया. आंटी का पेटीकोट उसने आगे हाथ डाल के खोल दिया और आंटी की पेंटी को साइड में कर के उसने गांड को सुंघा और जीभ उनकी गांड के होल के ऊपर नीचे करने लगा. आंटी ने उसके सर को पकड़ के अपनी गांड में घुसा दिया. और रिशू आंटी की गांड को चाटने लगा. 

वो मेरे सामने अपनी माँ की गांड को जबान से ऐसे चाट रहा था जैसे उसमे से मलाई निकलने वाली हो. और फिर उसने अपनी ऊँगली को कामिनी आंटी की चूत में डाल दिया. और चूत को मसलने लगा. आंटी ने इधर मेरे लौड़े में आग लगा दी थी. पूरा चूस चूस के लाल कर रखा था. मैंने आंटी का ब्लाउज खोल दिया और आंटी की चुन्चियो को पकड लिया. निप्पल को मसलते ही आंटी के अन्दर चुदास का सैलाब सा आ गया. आंटी ने मेरे लंड को मुहं से निकाला और बोली, चल मोनू डाल दे.

यह सुन के रिशू साइड पर हो गया. मैंने निचे लेट गया और आंटी मेरे ऊपर आ गई. उसने मेरे लंड को अपने हाथ में पकड के सेट किया. मैंने आंटी को सीधा किया और अपने लौड़े को झटका मारा. आंटी कराह उठी और मेरा लंड उसकी चूत की सीधी दरार में टेढ़ा हो के घुस चुका था. रिशू आंटी के पीछे था. उसने आंटी को कंधे से पकड के ऊपर निचे होने में मदद की. वैसे आंटी को मदद की आवश्यकता थी नहीं. वो मस्त ऊपर निचे हो के मेरे लौड़े को अपनी चूत में नचा रही थी. आंटी की चून्चियो को मसल के मैं भी झटके मारने लगा था.

आंटी आह आह कर रही थी और उछल उछल के लंड को चूत से लडवा रही थी. उधर रिशू जो मोनिका की गांड नहीं मार पाया था उसने जब अपनी माँ की गांड को देखा और उसके चहरे पर उत्तेजना छा गयी. उसने गांड चोदने का मन बना रखा था मोनिका न सही उसकी अपनी माँ ही सही... उसने आंटी के कंधे को छोड़ दिया और अपने लंड को मसलने लगा. आंटी ने मुड के उसे देखा और आँख मारी.


 
रिशू ने अपनी दो ऊँगली पर ढेर सारा थूंक निकाला और लौड़े को चिकना बना दिया. फिर उसने आंटी को पकड़ लिया. आंटी ने हिलना बंद कर दिया और मेरा लोडा उनकी चूत में पार्क हो गया. अब रिशू ने पीछे से कामिनी आंटी की गांड पर लंड रखा और एक झटके में आधा लंड अन्दर कर दिया.

उईई माँ, मर गई अह्ह्हह्ह्ह्ह….. आंटी के मुह से निकल पड़ा.

रिशू ने आंटी की गांड पर एक जोर का चांटा लगाया और बोला साली रंडी ले मेरा लंड गांड के अन्दर.

आंटी ने कहा मादरचोद आराम से डाल कुत्ते.

मैं दोनों माँ बेटे को गाली गलोच करते देख और सुन रहा था. रिशू ने आंटी के कंधे को पकड़ा और कस के ऐसा झटका मारा की लंड गांड में पूरा घुस गया. इधर मेरा लंड चूत में और उधर दूसरा गांड में. आंटी को दर्द के साथ साथ बहुत मज़ा भी आ रहा था. 
जैसे ही रिशू ने दूसरा झटका मारा वो उछल पड़ी. अब एक साथ दो दो लंड आंटी को चोद रहे थे या यूँ कहे की आंटी दो दो लंड को चोद रही थी.

आह आह, यस्स यस्सस, उईई आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह आह्ह्ह्ह मर गयीईई जोर से यीह्ह्ह्ह जैसी आवाजो से कमरा भर गया और नीचे रश्मि और मोनिका की चूतों में ये आवाजे आग लगा रही थी.

१५ मिनिट तक यही पोजीशन रही और फिर रिशू ने मुझसे कहा मोनू अब तू पीछे आ जा...

मैंने लंड निकाला तो आंटी फिर से आह्ह कर बैठी.

अब मैं पीछे से आंटी की गांड मारने लगा और आगे से रिशू उसकी चूत को पेल रहा था. पांच मिनिट और ऐसे ही चुदवा के आंटी ने हमारे लंड के पानी को अपने छेद में ले लिया.

फिर रिशू पलंग पर लेट के बोला मोनू मेरी माँ की गांड कैसी लगी?

मैंने हंस के कहा मजेदार हैं और काफी टाईट भी.

रिशू बोला सही कहा. टाईट हैं. आगे तो लंड ले ले के भोसड़ा करवा लिया है लेकिन पीछे मजेदार हैं अभी भी.

आंटी ने एक हाथ मारा रिशू को और बोली चल हट भोसड़ी के.


 
रिशू ने आंटी को पकड के अपनी और खिंच लिया और वो दोनों लिप किस करने लगे. आंटी की गांड ऊपर उठी और मैंने देखा की पिछवाड़े से मेरे वीर्य की बुँदे उसकी गांड से निकल रही थी.

मैंने आंटी की गांड सहलाते हुए कहा: अब तो रिक्की के बारे में कुछ सोचो.

रिशू के कान रिक्की का नाम सुनते ही खड़े हो गए. वो बोला रिक्की के बारे में क्या सोचना है.

कामिनी: मोनू उसे चोदने के लिए कह रहा है और बोला है की तुम्हे कोई ऐतराज़ नहीं की ये उसे चोदे तो.

मोनू: हाँ रिशू ने खुद मुझसे कहा था अगर मैं रिक्की को चोद सकूं तो चोद लूं. क्यों भाई कहा था न.

रिशू: हां कहा तो था पर मम्मी मैं भी तुमसे यही बात करना चाहता था. मुझे भी रिक्की की लेनी है.

कामिनी: दोनों मरे जा रहे है रिक्की के लिए. अरे सब चूत एक जैसी ही होती है खैर तुम दोनों ने मेरी जो सेवा की है रिशू के पापा के आने से पहले ही कुछ करवा दूँगी. वैसे भी रश्मि ने जो उसकी हरकते बताई है उसका घर में चुदना ही अच्छा वरना बाहर के लड़के न जाने क्या करें उसके साथ. चल रिशू मुझे घर छोड़ दे. 

रिशू: अरे मम्मी आज मैं यही रुक जाता हूँ. तुम भी रुक जाओ न. एक दो दिन में रश्मि के मम्मी पापा लौट आएंगे. मोनिका भी चली जाएगी. फिर मौका कहा मिलेगा.

मैंने भी कहा की आंटी आज आप रुक ही जाओ.

कामिनी: रुक तो जाती मोनू पर रात को शादी के बाद रिक्की घर वापस आ जाएगी और उसके पास घर की चाभी भी नहीं है. और फिर यहाँ रश्मि और मोनिका की दो दो चूतें तो है ही. रिशू तू मुझे घर छोड़ कर वापस लौट आना और दोनों मिल कर अपनी बहेनो को नंगा करके चोदना.

हम तीनो ने कपडे पहने और नीचे आ गए. रश्मि और मोनिका ड्राइंग रूम में बैठे थे. रिशू मोनिका से बोला

रिशू: मेरी जान. मम्मी को घर छोड़ कर आधे घंटे में आता हूँ तब तक अपनी गांड में तेल लगा कर रखो.

और वो दोनों बाहर निकल गए.


 
रिशू कामिनी को घर के बाहर छोड़ कर जल्दी से वापस आ गया ताकि वो मोनिका की गांड मार सके. मोनू और रिशू से अच्छी तरह चुद कर कामिनी आंटी का बदन टूट रहा था. उन्होंने घर का दरवाजा खोला और सीधे बेडरूम में जाकर ढेर हो गयी. काफी रात गए कुछ आवाज से उनकी नींद खुली तो उन्होंने बाहर आकर देखा कि रिक्की सोफे पे स्कर्ट और टाईट टी-शर्ट पहने लेटी है और कोई टीवी प्रोग्राम देख रही है.

कामिनी: अरे तू कब आई और अन्दर कैसे आई. क्या टाइम हुआ है.

रिक्की: तीन बजे है. तुम दरवाजा खोल कर ही सो गयी थी मम्मी. अच्छा हुआ की कोई चोर नहीं घुस आया. भैय्या कहा है.

कामिनी: ओह ध्यान नहीं रहा. रिशू मोनू के घर गया है. सुबह आयेगा. तू भी जाकर सो जा. थोड़ी देर में सुबह हो जाएगी.

रिक्की अपने कमरे में सोने चली गयी और कामिनी आंटी अपने बेडरूम में लौट आई. अब कामिनी रिक्की को एक अलग नज़रिए से देख रही थी. उस दिन दोपहर तक कामिनी सोचती थी कि उसकी बेटी बहुत ही सीधी-साधी छोटी बच्ची है पर रश्मि से उसकी अय्याशियों के किस्से सुन कर उसे एहसास हुआ कि उसकी बेटी अब काफी जवान हो गयी है और अपनी माँ की तरह ही चुदक्कड़ राँड बनने की तैय्यारी में है. रिक्की के टाईट टी-शर्ट में उसकी बड़ी-बड़ी चूचियाँ देख कर उसे ख्याल आया कि जरूर रिक्की की चूचियाँ अंकुर और जय के मसलने से इतनी बड़ी हो गयी हैं.

कामिनी को एहसास हुआ की वो अपनी काम-वासना और हवस बुझाने में इतनी मगन थी कि वो यह भी भूल गयी कि उसकी बेटी और बेटा जवान हो गए है और उन दोनों की जिस्मानी जरूरते उन्हें परेशान करती होगी. रिशू ने तो अपनी जवानी का मज़ा ले लिया था पर जवान बेटी को भी किसी की जरूरत है यही बात सोच कर कामिनी ने रिक्की को चोदने के लिए मोनू और रिशू को अगले सन्डे बुलाने का फ़ैसला किया और बिस्तर पर लेट कर सो गयी.


 
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