hotaks444
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ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
लेखक -आशु
दोस्तो ये कहानी आशु ने लिखी है मैं इसे इस फोरम पर पोस्ट कर रहा हूँ आप सब इस कहानी को ज़रूर एंजाय करेंगे
सोनू अपने स्कूल से घर जाते हुए आज कुछ ज़्यादा ही एक्साइटेड था...होता भी क्यों नहीं, आज उसकी बहन सोनिया जो आ रही थी हॉस्टल से..
सोनू और सोनिया जुड़वां भाई-बहन थे, दोनो अभी 12th क्लास में थे...
2 साल पहले 10th के बाद उनके पेरेंट्स ने सोनिया को देहरादून के एक हॉस्टिल में पढ़ने के लिए भेज दिया था.
कारण था उसका 10th में फैल हो जाना...
सोनू अपनी बहन के मुक़ाबले पढ़ाई में होशियार था, पर सोनिया का मन शुरू से ही पढ़ाई में नही लगता था... 9th तक तो वो किसी तरह पास होती रही... पर 10th में बोर्ड के एग्जाम्स थे, इसलिए उसकी कमज़ोरी सबके सामने आ गयी और वो फैल हो गयी... उसके पापा ने तुरंत उसे हॉस्टिल भेजने का इंतज़ाम कर दिया... वो बहुत गिड़गिड़ाई पर पापा का दिल नहीं पसीजा, सोनू भी बहुत रोया जब उसकी बहन जा रही थी... पर वो कुछ नही कर सकता था... पापा का गुस्सा सभी जानते थे... इसलिए उनकी मम्मी भी कुछ नही बोली.
और पिछले 2 सालो में सोनिया में आए बदलाव देखकर सभी को ये संतोष था की उसे हॉस्टिल भेजने का फ़ैसला सही था..
वो पढ़ाई में काफ़ी होशियार हो चुकी थी.
पर उसके घर वालो को ये बात पता नही थी की वो और भी चीज़ो में होशियार हो चुकी है...और वो किन-2 मामलों में होशियार हुई है, ये आपको धीरे-2 पता चल ही जाएगा.
खैर, सोनू जब घर पहुचा तो दरवाजा उसकी बहन ने ही खोला और दोनो एक दूसरे को देखकर चिल्लाते हुए गले लग गये...
''ऊऊऊऊ मेरा बच्चू ...... मेरे सोनू ........ मेरी जान........ ''
सोनिया ने जब उसे ये कहते हुए अपनी बाहों में भींचा तो छोड़ने का नाम ही नही लिया...
पहले तो सोनू खुशी के मारे कुछ रिएक्ट ही नही कर पाया पर कुछ देर बाद उसे एहसास हुआ तो वो झेंप सा गया... उसकी बहन ने उसे ज़ोर से भींचा हुआ था...सोनू के सीने से सोनिया की ब्रेस्ट बुरी तरह से रगड़ खा रही थी.
सोनू के लिए ये पहला मौका था जब वो किसी लड़की की ब्रेस्ट को इस तरह से महसूस कर पा रहा था...
उसे अच्छा तो बहुत लग रहा था,पर वो उसकी बहन थी..
उसके अंतरमन से एक आवाज़ आई.. 'ये क्या कर रहा है सोनू... ये तेरी सग़ी बहन है... छोड़ इसे .... ये ग़लत है'
वो तुरंत उसकी पकड़ से छूट गया...
और उसे देखते हुए बोला : "वाव सोनीया........ पूरे 8 महीने बाद आई है इस बार.... आई एम सो हैप्पी टू सी यू ... और तू कितनी बदल गयी है ....... शायद पहले से ज़्यादा मोटी भी हो गयी है...''
सोनू उसे उपर से नीचे तक देखते हुए बोला.
और सोनू का ये कहना बिल्कुल सही था.. बदलने का मतलब उसके कपड़ो से था...
हमेशा शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने वाली सोनिया ने इस वक़्त एक स्लीवलेस टॉप और निक्कर ही पहनी हुई थी... ऐसे फंकी कपड़ो में सोनू ने उसे आज तक नही देखा था...
और उसे मोटी उसने इसलिए कहा क्योंकि उसकी मोटी-2 टांगे उसने पहली बार देखी थी...
और वो मोटी और चिकनी टांगे किसी फिल्मी हेरोइन से कम नही लग रही थी..और टाइट टॉप की वजह से उसकी छातियाँ भी ज़रूरत से ज़्यादा बाहर निकल कर चमक रही थी... आज से पहले सोनू ने उसकी ब्रेस्ट का साइज नोट नहीं किया था पर ऐसे कपड़ों में वो उन्हें नरअंदाज भी नही कर सकता था
और कुछ देर पहले सोनू ने जिस तरह से उसके गुदाजपन को महसूस किया था, उसके हिसाब से तो उन छातियों में काफ़ी माल भरा हुआ था.
पर इन गंदे ख्यालों के एक बार फिर से दिमाग़ में आते ही उसने उन्हे झटक दिया... ये कहते हुए... 'ये ग़लत है'.
दोनो अंदर आ गये और बैठकर काफ़ी देर तक एक दूसरे से बात की..
सोनू नोट कर रहा था की सोनिया भी उसे देखकर उतनी ही एक्साइटेड है जितना की वो...
इस बार वो कई महीनों के बाद वापिस आई थी... और वो भी पूरे 2 महीने के लिए...
वो दोनो बाते कर रहे थे और उनकी मॉम, वाणी अंदर आई और उन्हे खाने की टेबल पर आने को कहा...
वाणी ने भी अपने आप को काफी मेंटेन करके रख हुआ था वाणी एक डॉक्टर थी
आज घर मे सब कुछ सोनिया की पसंद का ही बना था... वैसे एक ख़ास बात थी, शुरू से ही जो सोनू को पसंद आता था,वही सोनिया को भी पसंद आता था.. इसलिए ये कहना ग़लत होगा की आज सब कुछ सिर्फ़ सोनिया की पसंद का बना था...सोनू को भी ये सब उतना ही पसंद था जितना उसकी बहन को..यानी राजमा-चावल, आलू का रायता, आलू पालक की सब्जी संग परांठे और मीठे में मलाई वाली खीर.
सबने मिलकर खाना खाया और एक बार फिर से दोनो भाई-बहन अपने रूम में जाकर गप्पे मारने लगे..
और अंदर जाते ही सबसे पहला सवाल जो सोनिया ने किया, उसे सुनकर सोनू की सिट्टी पिट्टी गुम हो गयी
वो बोली : "और सुना ब्रो.... तूने साक्षी के साथ कुछ किया क्या... किस्स-विस्स करी क्या उसको...''
साक्षी दरअसल सोनू की क्लास में ही थी... पिछली बार जब सोनिया घर आई थी तो साक्षी उसकी नोटबुक लेने घर आई थी... देखने में वो काफ़ी एट्रेक्टिव सी थी, बिल्कुल रिया सैन जैसी शक्ल थी उसकी...
उसके चले जाने के बाद सोनिया काफ़ी देर तक सोनू को साक्षी का नाम लेकर छेड़ती रही थी.... और अंत में उसने सोनू से ये बात उगलवा ही ली की वो वन साइडेड उसको लाइक करता है.
और आज वो ये जानना चाहती थी की सोनू ने उसे किस्स किया या नही.... WTF
ये कैसी बाते करने लगी है सोनिया एक दम से... इतनी फ्रेंक तो वो पहले कभी नही थी... सपनों को खुद ही शर्म आई की उसकी बहन उससे ये कैसा प्रश्न पूछ रही है... वो झेंप सा गया...
पर सोनिया ने उसका पीछा नही छोड़ा.... वो बार -2 उसकी ही बात करके सोनू को छेड़ती रही...
अंत में सोनू ने उससे पीछा छुड़वाने के लिए बोल ही दिया
''देखो सोनिया.... उसके और मेरे बीच की बात कहाँ तक पहुँची है,इससे तुम्हारा कोई मतलब नही होना चाहिए... मैने तो आज तक तुमसे तुम्हारी लाइफ के बारे में कुछ नही पूछा... तो तुम क्यो पूछ रही हो..''
वो बड़े ही कैज़ुअल तरीके से बोली : "अरे, तो इसमे क्या प्राब्लम है.... तू भी पूछ ले.... मेरी लाइफ के बारे में ...''
उसने ये बात आँख मारते हुए कही....
लेखक -आशु
दोस्तो ये कहानी आशु ने लिखी है मैं इसे इस फोरम पर पोस्ट कर रहा हूँ आप सब इस कहानी को ज़रूर एंजाय करेंगे
सोनू अपने स्कूल से घर जाते हुए आज कुछ ज़्यादा ही एक्साइटेड था...होता भी क्यों नहीं, आज उसकी बहन सोनिया जो आ रही थी हॉस्टल से..
सोनू और सोनिया जुड़वां भाई-बहन थे, दोनो अभी 12th क्लास में थे...
2 साल पहले 10th के बाद उनके पेरेंट्स ने सोनिया को देहरादून के एक हॉस्टिल में पढ़ने के लिए भेज दिया था.
कारण था उसका 10th में फैल हो जाना...
सोनू अपनी बहन के मुक़ाबले पढ़ाई में होशियार था, पर सोनिया का मन शुरू से ही पढ़ाई में नही लगता था... 9th तक तो वो किसी तरह पास होती रही... पर 10th में बोर्ड के एग्जाम्स थे, इसलिए उसकी कमज़ोरी सबके सामने आ गयी और वो फैल हो गयी... उसके पापा ने तुरंत उसे हॉस्टिल भेजने का इंतज़ाम कर दिया... वो बहुत गिड़गिड़ाई पर पापा का दिल नहीं पसीजा, सोनू भी बहुत रोया जब उसकी बहन जा रही थी... पर वो कुछ नही कर सकता था... पापा का गुस्सा सभी जानते थे... इसलिए उनकी मम्मी भी कुछ नही बोली.
और पिछले 2 सालो में सोनिया में आए बदलाव देखकर सभी को ये संतोष था की उसे हॉस्टिल भेजने का फ़ैसला सही था..
वो पढ़ाई में काफ़ी होशियार हो चुकी थी.
पर उसके घर वालो को ये बात पता नही थी की वो और भी चीज़ो में होशियार हो चुकी है...और वो किन-2 मामलों में होशियार हुई है, ये आपको धीरे-2 पता चल ही जाएगा.
खैर, सोनू जब घर पहुचा तो दरवाजा उसकी बहन ने ही खोला और दोनो एक दूसरे को देखकर चिल्लाते हुए गले लग गये...
''ऊऊऊऊ मेरा बच्चू ...... मेरे सोनू ........ मेरी जान........ ''
सोनिया ने जब उसे ये कहते हुए अपनी बाहों में भींचा तो छोड़ने का नाम ही नही लिया...
पहले तो सोनू खुशी के मारे कुछ रिएक्ट ही नही कर पाया पर कुछ देर बाद उसे एहसास हुआ तो वो झेंप सा गया... उसकी बहन ने उसे ज़ोर से भींचा हुआ था...सोनू के सीने से सोनिया की ब्रेस्ट बुरी तरह से रगड़ खा रही थी.
सोनू के लिए ये पहला मौका था जब वो किसी लड़की की ब्रेस्ट को इस तरह से महसूस कर पा रहा था...
उसे अच्छा तो बहुत लग रहा था,पर वो उसकी बहन थी..
उसके अंतरमन से एक आवाज़ आई.. 'ये क्या कर रहा है सोनू... ये तेरी सग़ी बहन है... छोड़ इसे .... ये ग़लत है'
वो तुरंत उसकी पकड़ से छूट गया...
और उसे देखते हुए बोला : "वाव सोनीया........ पूरे 8 महीने बाद आई है इस बार.... आई एम सो हैप्पी टू सी यू ... और तू कितनी बदल गयी है ....... शायद पहले से ज़्यादा मोटी भी हो गयी है...''
सोनू उसे उपर से नीचे तक देखते हुए बोला.
और सोनू का ये कहना बिल्कुल सही था.. बदलने का मतलब उसके कपड़ो से था...
हमेशा शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने वाली सोनिया ने इस वक़्त एक स्लीवलेस टॉप और निक्कर ही पहनी हुई थी... ऐसे फंकी कपड़ो में सोनू ने उसे आज तक नही देखा था...
और उसे मोटी उसने इसलिए कहा क्योंकि उसकी मोटी-2 टांगे उसने पहली बार देखी थी...
और वो मोटी और चिकनी टांगे किसी फिल्मी हेरोइन से कम नही लग रही थी..और टाइट टॉप की वजह से उसकी छातियाँ भी ज़रूरत से ज़्यादा बाहर निकल कर चमक रही थी... आज से पहले सोनू ने उसकी ब्रेस्ट का साइज नोट नहीं किया था पर ऐसे कपड़ों में वो उन्हें नरअंदाज भी नही कर सकता था
और कुछ देर पहले सोनू ने जिस तरह से उसके गुदाजपन को महसूस किया था, उसके हिसाब से तो उन छातियों में काफ़ी माल भरा हुआ था.
पर इन गंदे ख्यालों के एक बार फिर से दिमाग़ में आते ही उसने उन्हे झटक दिया... ये कहते हुए... 'ये ग़लत है'.
दोनो अंदर आ गये और बैठकर काफ़ी देर तक एक दूसरे से बात की..
सोनू नोट कर रहा था की सोनिया भी उसे देखकर उतनी ही एक्साइटेड है जितना की वो...
इस बार वो कई महीनों के बाद वापिस आई थी... और वो भी पूरे 2 महीने के लिए...
वो दोनो बाते कर रहे थे और उनकी मॉम, वाणी अंदर आई और उन्हे खाने की टेबल पर आने को कहा...
वाणी ने भी अपने आप को काफी मेंटेन करके रख हुआ था वाणी एक डॉक्टर थी
आज घर मे सब कुछ सोनिया की पसंद का ही बना था... वैसे एक ख़ास बात थी, शुरू से ही जो सोनू को पसंद आता था,वही सोनिया को भी पसंद आता था.. इसलिए ये कहना ग़लत होगा की आज सब कुछ सिर्फ़ सोनिया की पसंद का बना था...सोनू को भी ये सब उतना ही पसंद था जितना उसकी बहन को..यानी राजमा-चावल, आलू का रायता, आलू पालक की सब्जी संग परांठे और मीठे में मलाई वाली खीर.
सबने मिलकर खाना खाया और एक बार फिर से दोनो भाई-बहन अपने रूम में जाकर गप्पे मारने लगे..
और अंदर जाते ही सबसे पहला सवाल जो सोनिया ने किया, उसे सुनकर सोनू की सिट्टी पिट्टी गुम हो गयी
वो बोली : "और सुना ब्रो.... तूने साक्षी के साथ कुछ किया क्या... किस्स-विस्स करी क्या उसको...''
साक्षी दरअसल सोनू की क्लास में ही थी... पिछली बार जब सोनिया घर आई थी तो साक्षी उसकी नोटबुक लेने घर आई थी... देखने में वो काफ़ी एट्रेक्टिव सी थी, बिल्कुल रिया सैन जैसी शक्ल थी उसकी...
उसके चले जाने के बाद सोनिया काफ़ी देर तक सोनू को साक्षी का नाम लेकर छेड़ती रही थी.... और अंत में उसने सोनू से ये बात उगलवा ही ली की वो वन साइडेड उसको लाइक करता है.
और आज वो ये जानना चाहती थी की सोनू ने उसे किस्स किया या नही.... WTF
ये कैसी बाते करने लगी है सोनिया एक दम से... इतनी फ्रेंक तो वो पहले कभी नही थी... सपनों को खुद ही शर्म आई की उसकी बहन उससे ये कैसा प्रश्न पूछ रही है... वो झेंप सा गया...
पर सोनिया ने उसका पीछा नही छोड़ा.... वो बार -2 उसकी ही बात करके सोनू को छेड़ती रही...
अंत में सोनू ने उससे पीछा छुड़वाने के लिए बोल ही दिया
''देखो सोनिया.... उसके और मेरे बीच की बात कहाँ तक पहुँची है,इससे तुम्हारा कोई मतलब नही होना चाहिए... मैने तो आज तक तुमसे तुम्हारी लाइफ के बारे में कुछ नही पूछा... तो तुम क्यो पूछ रही हो..''
वो बड़े ही कैज़ुअल तरीके से बोली : "अरे, तो इसमे क्या प्राब्लम है.... तू भी पूछ ले.... मेरी लाइफ के बारे में ...''
उसने ये बात आँख मारते हुए कही....