hotaks444
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मूवी खत्म होने के बाद जब एक्टर डाईरेक्टर आदि के नाम आ रहे थे तो प्रीती उठकर मम्मी के रूम की तरफ़ जाने लगी, मैं जब प्लेयर में से डीवीडी निकाल रहा था तभी प्रीती फ़िर से ड्रॉईंग रूम में फ़िर से सिर्फ़ ब्रा और पैन्टी पहनकर दाखिल हुई, और मेरी तरफ़ देखते हुए बोली, ''ऐ, मिस्टर प्लम्बर, तुम पानी सुखाना भी जानते हो क्या?"
मैं उसको इस तरह अर्ध नग्न अवस्था में देखकर अवाक रह गया था, किसी तरह से थूक निगलते हुए मैं बोला, ''हाँ, मैडम जानता हूँ, आप एक बार मौका तो दो।''
''तो फ़िर सुखा दो ना प्लीज, देखो ना मिस्टर प्लम्बर, कितनी गीली हो रही हूँ मैं।''
मैं टीवी स्टैण्ड के पास खड़ा होते हुए कुटिलता से बोला, ''तो तुम उस मूवी की हॉस्टल की वो स्टूडेन्ट बन जाओ और मैं प्लम्बर बन जाता हूँ। प्रीती मेरे पास आकर बोली, ''लो अब मुझे वैसे ही किस करो जैसे वो प्लम्बर मूवी में कर रहा था।''
मैं उस प्लम्बर की ही तरह अपनी छोटी बहन के सॉफ़्ट सॉफ़्ट होंठों को किस करने लगा, और अपनी जीभ उसके मुँह में घुसाकर, उसके हर हिस्से का अपनी जीभ की टिप से जायजा लेने लगा, मेरे पूरे बदन में एक्साईट्मेंट की एक लहर सी दौड़ गयी।
जब हमने एक पल को अपने होंठ अलग किये तो प्रीती उस मूवी वाली लड़की की तरह बोली, ''मिस्टर प्लम्बर, देखो कहीं तुम्हारा पाईप लीक तो नहीं कर रहा?" मैं उसकी बात सुनकर बस मुस्कुरा दिया, और फ़िर से उसे ताबड़तोड़ चूमने लगा। हम दोनों अब उस मूवी वाले करैक्टर से बाहर निकलकर, एक दूसरे से प्रेमियों की तरह चिपककर अपनी इस हॉट सैक्सी किस का आनंद लेने लगे।
जैसे ही हम साँस लेने को अलग हुए, प्रीती पीछे होते हुए अर्ध नग्नावस्था में ही सोफ़े पर बैठ गयी। मैं भी उसके राईट साईड में सोफ़े अर बैठ गया, उसने मेरे करीब आकर मेरे कंधों पर अपनी बाँहें डाल दी। उसने अपने होंठो पर जीभ फ़िराई और फ़िर से मुझे किस करने लगी, एक छोटी सॉफ़्ट और सैक्सी किस। इस हालात में जब हम दोनों के चेहरे बेहद करीब थे, वो धीमी सी आवाज में बोली, ''बहुत सैक्सी गर्मा गर्म मूवी थी, क्यों?"
मैंने एक गहरी लम्बी साँस लेते हुए कहा, ''हाँ।''
''ऐसी मूवी देखकर तो तुम भी एक्साईटेड हो जाते होंगें, क्यों?" प्रीती ने धीमी आवाज में पूछा। उसका चेहरा मेरे चेहरे के बेहद करीब था, और मैं उसकी गर्म गर्म साँसों को मेहसूस कर पा रहा था।
मैंने उसकी आँखों में आँखें डालकर जवाब दिया, ''ऐसी मूवी देखकर तो किसी का भी खड़ा हो जायेगा।''
''मैं समझ सकती हूँ, तुम क्या कहना चाह रहे हो,'' वो मुस्कुराते हुए बोली, और मुझे फ़िर से किस करने लगी, लेकिन मैंने उसको अपनी बाँहों में भर लिया, और उसको अपने कन्ट्रोल में कर लिया, और किस को भी अब मैं कन्ट्रोल करने लगा, जिस से मैं जब तक चाहूँ किस को जारी रख सकूँ। हम कुछ देर वैसे ही किस करते रहे, प्रीती मेरे लैफ़्ट में थी, मेरी बाँहें उसकी कमर के गिर्द लिपटी हुई थीं, उसकी राईट आर्म मेरे कंधे पर रखी हुई थी, और मैं हर बीतते पल के साथ और ज्यादा बेकरार होता जा रहा था। हम दोनों आपस में ज्यादा कोई बातें नहीं कर रहे थे, लेकिन हमने किस करना बंद किया, और प्रीती अपनी लैफ़्ट साईड में सोफ़े का सहारा लेकर बैठ गयी, जैसे एक हफ़्ते पहले उस दिन बैठी थी। उसने अपनी गोरी लम्बी सुडौल टाँगें मेरी गोद में रख दीं, और अपने हिप्स को थोड़ा हिलाकर इस पोजीशन में आ गयी कि उसके हिप्स ने अब मेरी जाँघों का सहारा ले रखा था, और उसकी जाँघें मेरी गोद में थीं। इस तरह खिसकने और पोजीशन बदलने की वजह से उसकी पैण्टी थोड़ा ज्यादा ही ऊपर हो गयी थी, और वो टाईट होकर चूत से चिपकी हुई थी। उसकी गोरी लम्बी टाँगें और केले के तने जैसी चिकनी जाँघों को देखकर मेरे अंदर भुत कुछ हो रहा था, और मैंने हिम्मत कर के कम्फ़र्टेबल होने के लिये उसी पोजीशन में उन पर अपना हाथ रख दिया, नॉर्मली कोई भी लड़का अपनी बहन की जाँघ पर इस तरह हाथ नहीं रखता। नॉर्मली तो इस तरह कोई बहन भी अपने भाई की गोद में सिर्फ़ ब्रा और पैण्टी पहन के इस तरह नहीं लेटती।
प्रीती ने पैण्टी में उभरी हुई अपनी चूत की तरफ़ देखा, और फ़िर कुटिलता से मुस्कुरा दी। पिछले हफ़्ते मैं उसकी चूत और गाँड़ पर अपने हाथ फ़िरा चुका था, लेकिन इस हफ़्ते थोड़ी झिझक सी मेहसूस हो रही थी, की कहीं वो मना ना कर दे। प्रीती ने पैण्टी को थोड़ा नीचे कर के नॉर्मल तरीके से कर लिया, और फ़िर धीमे से बोली, ''लास्ट वीक, तुमने कहा था ना कि तुमको मेरे वहाँ नीचे टच करना अच्छा लगता है, आज वैसे नहीं करोगे?"
''क्यों नहीं करूँगा,'' मैंने जवाब दिया, ''मैं तो तुम्हारे सिग्नल का वेट कर रहा था।'' मेरा राईट हैण्ड प्रीती की लैफ़्ट जाँघ पर रखा हुआ था, उसने मेरे हाथ को अपने हाथ से थपथपाया और फ़िर अपना हाथ हटा लिया। मैंने अपना राईट हैण्ड बढाकर उसकी पैण्टी पर रख दिया, ऐसा करते ही मेरे अंदर एक्साईट्मेंट की एक लहर दौड़ गयी, और मैं अपने राईट अंगूठे से पैण्टी के ऊपर से ही उसकी चूत के होंठों को मेहसूस करने लगा। प्रीती किसी नॉर्मल कुँवारी लड़की की तरह मुस्कुराई, और आगे बढकर उसने मुझे किस कर लिया। मैं उसकी चूत को पैण्टी के ऊपर से ही सहला रहा था, किस करते हुए मुझे मेहसूस हुआ कि उसकी सांसे और ज्यादा गर्म हो गयी थीं, किस करने के बाद वो अपने दोनों हाथ साईड में रखकर सोफ़े का सहारा लेकर बैठ गयी।
मैं उसको इस तरह अर्ध नग्न अवस्था में देखकर अवाक रह गया था, किसी तरह से थूक निगलते हुए मैं बोला, ''हाँ, मैडम जानता हूँ, आप एक बार मौका तो दो।''
''तो फ़िर सुखा दो ना प्लीज, देखो ना मिस्टर प्लम्बर, कितनी गीली हो रही हूँ मैं।''
मैं टीवी स्टैण्ड के पास खड़ा होते हुए कुटिलता से बोला, ''तो तुम उस मूवी की हॉस्टल की वो स्टूडेन्ट बन जाओ और मैं प्लम्बर बन जाता हूँ। प्रीती मेरे पास आकर बोली, ''लो अब मुझे वैसे ही किस करो जैसे वो प्लम्बर मूवी में कर रहा था।''
मैं उस प्लम्बर की ही तरह अपनी छोटी बहन के सॉफ़्ट सॉफ़्ट होंठों को किस करने लगा, और अपनी जीभ उसके मुँह में घुसाकर, उसके हर हिस्से का अपनी जीभ की टिप से जायजा लेने लगा, मेरे पूरे बदन में एक्साईट्मेंट की एक लहर सी दौड़ गयी।
जब हमने एक पल को अपने होंठ अलग किये तो प्रीती उस मूवी वाली लड़की की तरह बोली, ''मिस्टर प्लम्बर, देखो कहीं तुम्हारा पाईप लीक तो नहीं कर रहा?" मैं उसकी बात सुनकर बस मुस्कुरा दिया, और फ़िर से उसे ताबड़तोड़ चूमने लगा। हम दोनों अब उस मूवी वाले करैक्टर से बाहर निकलकर, एक दूसरे से प्रेमियों की तरह चिपककर अपनी इस हॉट सैक्सी किस का आनंद लेने लगे।
जैसे ही हम साँस लेने को अलग हुए, प्रीती पीछे होते हुए अर्ध नग्नावस्था में ही सोफ़े पर बैठ गयी। मैं भी उसके राईट साईड में सोफ़े अर बैठ गया, उसने मेरे करीब आकर मेरे कंधों पर अपनी बाँहें डाल दी। उसने अपने होंठो पर जीभ फ़िराई और फ़िर से मुझे किस करने लगी, एक छोटी सॉफ़्ट और सैक्सी किस। इस हालात में जब हम दोनों के चेहरे बेहद करीब थे, वो धीमी सी आवाज में बोली, ''बहुत सैक्सी गर्मा गर्म मूवी थी, क्यों?"
मैंने एक गहरी लम्बी साँस लेते हुए कहा, ''हाँ।''
''ऐसी मूवी देखकर तो तुम भी एक्साईटेड हो जाते होंगें, क्यों?" प्रीती ने धीमी आवाज में पूछा। उसका चेहरा मेरे चेहरे के बेहद करीब था, और मैं उसकी गर्म गर्म साँसों को मेहसूस कर पा रहा था।
मैंने उसकी आँखों में आँखें डालकर जवाब दिया, ''ऐसी मूवी देखकर तो किसी का भी खड़ा हो जायेगा।''
''मैं समझ सकती हूँ, तुम क्या कहना चाह रहे हो,'' वो मुस्कुराते हुए बोली, और मुझे फ़िर से किस करने लगी, लेकिन मैंने उसको अपनी बाँहों में भर लिया, और उसको अपने कन्ट्रोल में कर लिया, और किस को भी अब मैं कन्ट्रोल करने लगा, जिस से मैं जब तक चाहूँ किस को जारी रख सकूँ। हम कुछ देर वैसे ही किस करते रहे, प्रीती मेरे लैफ़्ट में थी, मेरी बाँहें उसकी कमर के गिर्द लिपटी हुई थीं, उसकी राईट आर्म मेरे कंधे पर रखी हुई थी, और मैं हर बीतते पल के साथ और ज्यादा बेकरार होता जा रहा था। हम दोनों आपस में ज्यादा कोई बातें नहीं कर रहे थे, लेकिन हमने किस करना बंद किया, और प्रीती अपनी लैफ़्ट साईड में सोफ़े का सहारा लेकर बैठ गयी, जैसे एक हफ़्ते पहले उस दिन बैठी थी। उसने अपनी गोरी लम्बी सुडौल टाँगें मेरी गोद में रख दीं, और अपने हिप्स को थोड़ा हिलाकर इस पोजीशन में आ गयी कि उसके हिप्स ने अब मेरी जाँघों का सहारा ले रखा था, और उसकी जाँघें मेरी गोद में थीं। इस तरह खिसकने और पोजीशन बदलने की वजह से उसकी पैण्टी थोड़ा ज्यादा ही ऊपर हो गयी थी, और वो टाईट होकर चूत से चिपकी हुई थी। उसकी गोरी लम्बी टाँगें और केले के तने जैसी चिकनी जाँघों को देखकर मेरे अंदर भुत कुछ हो रहा था, और मैंने हिम्मत कर के कम्फ़र्टेबल होने के लिये उसी पोजीशन में उन पर अपना हाथ रख दिया, नॉर्मली कोई भी लड़का अपनी बहन की जाँघ पर इस तरह हाथ नहीं रखता। नॉर्मली तो इस तरह कोई बहन भी अपने भाई की गोद में सिर्फ़ ब्रा और पैण्टी पहन के इस तरह नहीं लेटती।
प्रीती ने पैण्टी में उभरी हुई अपनी चूत की तरफ़ देखा, और फ़िर कुटिलता से मुस्कुरा दी। पिछले हफ़्ते मैं उसकी चूत और गाँड़ पर अपने हाथ फ़िरा चुका था, लेकिन इस हफ़्ते थोड़ी झिझक सी मेहसूस हो रही थी, की कहीं वो मना ना कर दे। प्रीती ने पैण्टी को थोड़ा नीचे कर के नॉर्मल तरीके से कर लिया, और फ़िर धीमे से बोली, ''लास्ट वीक, तुमने कहा था ना कि तुमको मेरे वहाँ नीचे टच करना अच्छा लगता है, आज वैसे नहीं करोगे?"
''क्यों नहीं करूँगा,'' मैंने जवाब दिया, ''मैं तो तुम्हारे सिग्नल का वेट कर रहा था।'' मेरा राईट हैण्ड प्रीती की लैफ़्ट जाँघ पर रखा हुआ था, उसने मेरे हाथ को अपने हाथ से थपथपाया और फ़िर अपना हाथ हटा लिया। मैंने अपना राईट हैण्ड बढाकर उसकी पैण्टी पर रख दिया, ऐसा करते ही मेरे अंदर एक्साईट्मेंट की एक लहर दौड़ गयी, और मैं अपने राईट अंगूठे से पैण्टी के ऊपर से ही उसकी चूत के होंठों को मेहसूस करने लगा। प्रीती किसी नॉर्मल कुँवारी लड़की की तरह मुस्कुराई, और आगे बढकर उसने मुझे किस कर लिया। मैं उसकी चूत को पैण्टी के ऊपर से ही सहला रहा था, किस करते हुए मुझे मेहसूस हुआ कि उसकी सांसे और ज्यादा गर्म हो गयी थीं, किस करने के बाद वो अपने दोनों हाथ साईड में रखकर सोफ़े का सहारा लेकर बैठ गयी।