hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
वो दोनों बेड पर कपड़े फैला फैला कर और उलट पुलट कर देख रही थी,,, भाभी लगातार शालिनी के कपड़ों की तारीफ कर रही थी और जब शालिनी ने बताया कि ये सब मेरी पसंद के हैं तो भाभी ने कहा कि कभी हमको भी शापिंग करवा दीजिए आपकी कलर च्वाईस बहुत अच्छी है ,,,
इस बीच मैंने गौर किया कि शालिनी अपने अंडरगार्मेंट वाली पालीबैग नहीं लायी थी,,, मतलब वो भाभी के सामने ये नहीं दिखाना चाहती थी कि हम दोनों भाई बहन एक साथ एक दूसरे के अंडरगारमेंट्स की शापिंग भी करते हैं,,,
मैंने उन दोनों से कहा
मैं- मुझे तो निकलना है अभी आप दोनों साथ चले जाना,,, और मैं अपनी बाइक लेकर निकल गया ,,,
***************
शालिनी ने भाभी के साथ पार्लर पहुंच कर मुझे मैसेज किया ये बताने के लिए कि वो वहां पहुंच गई है ,,, उसके बाद मेरे एक मित्र ने मुझे अपने काम से रात के आठ बजे तक फंसाये रखा,,, इस बीच शालिनी ने घर आकर मुझे मैसेज कर दिया था ,,, मैं लगभग सवा आठ बजे घर पहुंचा और मैंने अपनी चाभी से गेट खोला और धीरे से गेट बंद करके आगे बरामदे से कमरे की ओर कदम बढ़ा दिए,, पता नहीं कैसे मेरे मन में अपने ही घर में चोरों की तरह घुसने का ख्याल आया था,,,,
इस ख्याल के पीछे कारण ये था कि मैं जब भी इस तरह चुपचाप बाहर से घर के अंदर आता हूं तो कई बार शालिनी के शरीर को अधनंगा देखने का नायाब तोहफा मिल जाता था,,, और इसी उम्मीद में मैंने दरवाजा हल्का सा अंदर की ओर धकियाया और सामने का नज़ारा देख कर मैं अपनी किस्मत पर रश्क करने लगा ,,,
सामने बेड पर शालिनी लेटी हुई थी और दबे पांव घर में अंदर आने का मेरा फैसला सही साबित हुआ,,
अब तक मैं शालिनी की चूचियों को सहलाने , हल्का सा उसके सोते समय दबाने, और ब्रा में बंद काफी बार देख चुका था,, वो खुद ही मुझे ब्रा में कसी अपनी उन्नत चूचियों को दिखा चुकी थी ,ब्रा ट्राई करते समय,,,,हम दोनों यहां तक आगे बढ़ चुके थे कि मेरे उकसाने पर शालिनी ने अपनी चूत में उंगली डाल कर अपना प्रथम हस्तमैथुन भी कर लिया था,,, मगर अब तक मैंने कभी भी शालिनी की मस्त चूचियां नंगी नहीं देखी थी,, बिना किसी अवरोध के,,
मुझसे चंद फिट दूर मेरे जीवन की पहली नंगी चूचियां मेरी नज़रों के सामने थीं,,, शालिनी के शरीर पर इस समय सिर्फ और सिर्फ एक पैंटी ही थी,,, उपर से वो पूरी तरह नंगी ही थी,, एक चादर थी और वो भी अस्त व्यस्त.....
हर सांस के साथ उसकी बड़ी-बड़ी चूचियां उपर नीचे हो कर फूल पिचक रहीं थीं और नीचे उसकी नयी छोटी सी पैंटी,,, आह,,, पैंटी में तो मैंने आज तक शालिनी को नहीं देखा था,,
क्या नजारा था मेरे सामने,,, मेरे सपनों की रानी मेरी सगी बहन इस हालत में बेखबर हो कर सो रही थी और मेरी हालत खस्ता हो रही थी,,, मैंने जल्दी से अपने मोबाइल फोन से उसके कुछ फोटो खींचे और अपने लंड को पैंट के ऊपर से ही मसलने लगा।
इस बीच मैंने गौर किया कि शालिनी अपने अंडरगार्मेंट वाली पालीबैग नहीं लायी थी,,, मतलब वो भाभी के सामने ये नहीं दिखाना चाहती थी कि हम दोनों भाई बहन एक साथ एक दूसरे के अंडरगारमेंट्स की शापिंग भी करते हैं,,,
मैंने उन दोनों से कहा
मैं- मुझे तो निकलना है अभी आप दोनों साथ चले जाना,,, और मैं अपनी बाइक लेकर निकल गया ,,,
***************
शालिनी ने भाभी के साथ पार्लर पहुंच कर मुझे मैसेज किया ये बताने के लिए कि वो वहां पहुंच गई है ,,, उसके बाद मेरे एक मित्र ने मुझे अपने काम से रात के आठ बजे तक फंसाये रखा,,, इस बीच शालिनी ने घर आकर मुझे मैसेज कर दिया था ,,, मैं लगभग सवा आठ बजे घर पहुंचा और मैंने अपनी चाभी से गेट खोला और धीरे से गेट बंद करके आगे बरामदे से कमरे की ओर कदम बढ़ा दिए,, पता नहीं कैसे मेरे मन में अपने ही घर में चोरों की तरह घुसने का ख्याल आया था,,,,
इस ख्याल के पीछे कारण ये था कि मैं जब भी इस तरह चुपचाप बाहर से घर के अंदर आता हूं तो कई बार शालिनी के शरीर को अधनंगा देखने का नायाब तोहफा मिल जाता था,,, और इसी उम्मीद में मैंने दरवाजा हल्का सा अंदर की ओर धकियाया और सामने का नज़ारा देख कर मैं अपनी किस्मत पर रश्क करने लगा ,,,
सामने बेड पर शालिनी लेटी हुई थी और दबे पांव घर में अंदर आने का मेरा फैसला सही साबित हुआ,,
अब तक मैं शालिनी की चूचियों को सहलाने , हल्का सा उसके सोते समय दबाने, और ब्रा में बंद काफी बार देख चुका था,, वो खुद ही मुझे ब्रा में कसी अपनी उन्नत चूचियों को दिखा चुकी थी ,ब्रा ट्राई करते समय,,,,हम दोनों यहां तक आगे बढ़ चुके थे कि मेरे उकसाने पर शालिनी ने अपनी चूत में उंगली डाल कर अपना प्रथम हस्तमैथुन भी कर लिया था,,, मगर अब तक मैंने कभी भी शालिनी की मस्त चूचियां नंगी नहीं देखी थी,, बिना किसी अवरोध के,,
मुझसे चंद फिट दूर मेरे जीवन की पहली नंगी चूचियां मेरी नज़रों के सामने थीं,,, शालिनी के शरीर पर इस समय सिर्फ और सिर्फ एक पैंटी ही थी,,, उपर से वो पूरी तरह नंगी ही थी,, एक चादर थी और वो भी अस्त व्यस्त.....
हर सांस के साथ उसकी बड़ी-बड़ी चूचियां उपर नीचे हो कर फूल पिचक रहीं थीं और नीचे उसकी नयी छोटी सी पैंटी,,, आह,,, पैंटी में तो मैंने आज तक शालिनी को नहीं देखा था,,
क्या नजारा था मेरे सामने,,, मेरे सपनों की रानी मेरी सगी बहन इस हालत में बेखबर हो कर सो रही थी और मेरी हालत खस्ता हो रही थी,,, मैंने जल्दी से अपने मोबाइल फोन से उसके कुछ फोटो खींचे और अपने लंड को पैंट के ऊपर से ही मसलने लगा।