bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा - Page 5 - SexBaba
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bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा

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शाम को मैं घर आया और शालिनी ने बोला*
शालिनी- वेलकम बैक फ्रेन्ड*
क्या पियोगे,, चाय या काफी ?*

मन तो किया कि बोल दूं ना चाय ना काफी,,, मुझे तो दूध पीना है और वो भी तुम्हारा ,,, मगर अभी वो समय नहीं आया था,, और मैंने कहा - काफी

और मैं अपने कपड़े उतार कर सिर्फ ब्लैक वी शेप फ्रेन्ची में आ गया और कूलर के सामने बेड पर बैठकर अपना पसीना सुखाने लगा । शालिनी किचन से मुझे देख रही थी और ये देख कर मेरा लन्ड फिर बेकाबू होने लगा ।

शालिनी मेरी फ्रेन्ची की तरफ देखती है तो शायद उसकी धड़कन तेज हो जाती है, फ्रेन्ची में मेरा लंड विकराल रूप से तना हुआ था, आजकल ये तो अधिकतर समय खड़ा ही रहता है ,,, शालिनी अपने मन में सोचने लगी होगी कि कितना बड़ा पेनिस है उसके राजा भैया का !
शालिनी काफी का कप लेकर मेरे पास आकर बैठ गई और नजदीक से मेरे तम्बू को देखने लगी, दोपहर की गरम बातों से लंड से वीर्य रिसने के कारण एक धब्बा पड़ गया था, शालिनी समझ जाती है की लंड से निकलने वाले लिक्विड का धब्बा है ये, और वो सोच रही होगी कि मेरा पानी निकल गया है, लेकिन मैं तो इसकी बहन हूँ, क्या मुझे देखकर मेरे भाई का पेनिस खड़ा हुआ है ?

काफ़ी और नास्ता करके दोनों लोग फ्री हो जाते हैं।

थोड़ी बहुत मस्ती करते हुए हम दोनों खाना खाने के बाद एक एक करके नहाने के बाद बेड पर लेट गए और इधर उधर की बातें करते रहे,, शालिनी ने अपने कालेज की बातें भी बताई,, मगर मुझे ऐसा लग रहा था कि वो बार बार कुछ कहना चाहती है और कह नहीं पा रही है ,,,,

शालिनी शायद कोई सेक्स वाली बात पूछना चाहती थी लेकिन कैसे पूछे यही सोच सोच कर परेशान थी । लेकिन हिम्मत जुटा कर बोल ही देती है। फोन पर बात अलग थी लेकिन आमने-सामने अभी थोड़ी झिझक हो रही थी ।

शालिनी - भाई मुझे तुमसे कुछ बात करनी है?*

मैं- हां, तो बातें ही तो कर रहे हैं,,

उसके ऐसे बोलने से मुझे थोड़ी घबराहट होती है, मैं समझ जाता हूं कि शालिनी दोपहर से आगे की बात पूछेगी।

मैं - ह ह हा बोलो" घबराहट के कारण हकला जाता हूं।

शालिनी - अरे तुम इतना घबरा क्यूँ रहे हो भाई... और वो मेरा चेहरा देख कर मुस्करा देती है, मेरा डर कम हो जाता है।

मैं- नहीं यार घबरा नहीं रहा हूँ"*

शालिनी - यार भाई जबसे वो दोनो वीडियो देखें हैं ना भाई तब से बड़ा अजीब सा लग रहा है,, ये सब है क्या ? प्लीज़ फ्रेन्ड ...*
और वो नज़र नीची करके कार्नर में देखने लगी ।

मैं- तुम्हें अब क्या जानना रह गया है स्वीटू ?
करवट होकर उसकी आंखों में देखते हुए...

शालिनी- बहुत कुछ .... जैसे... जैसे ,वो लड़का जैसे तेज़ तेज़ करता है तो दर्द नहीं होता है क्या ?

मैं- हिलाने से दर्द नहीं होता है, हर लड़का अपनी कामाग्नि को शांत करने के लिए हिलाता है, इसे मुठ मारना भी कहते हैं और अंग्रेजी भाषा में masturbation कहते है"*

शालिनी यह सुनकर हैरान रह जाती है, उसे यह बात बिलकुल पता नहीं थी। शायद उसकी बुर में भी अचानक सरसराहट पैदा हो गई थी,उसे अब इन बातों के बारे में सुनना बहुत अच्छा लग रहा था।

शालिनी - (उत्सुकता से) क्या तुम भी हिलाते हो उतनी ही तेज हाथ से ?"

मैं - यार, इस टापिक को बंद कर दो,मुझे शर्म आ रही है अब बताने मे ...

शालिनी- भूल गये तुम मेरे गुरु हो और अपनी शिष्या की जिज्ञासा को शांत करना हर गुरु का फर्ज है, भाई जी मेरे मन में कई सवाल है उन सवालो को किसी और से मैं पूछ नहीं सकती हूँ, एक तुम ही तो हो जिससे मैं बात कर सकती हूँ ...

शालिनी के इस तरह के सीधे सवाल सुनकर मैं हिल गया लेकिन शालिनी की बात भी मुझे ठीक लगी,आखिर अपने सवालो के जवाब किससे पूछेगी वो,*
 
मैं बेड के कोने पर लेटा था और सामने शालिनी बेड पर ही लेट कर मेरी बातों को ध्यान से सुन रही थी, मेरी नज़र शालिनी की टांगो के बीच में चली जाती है, बुर बाली जगह निक्कर गीला हो गया था, मैं समझ गया कि शालिनी की बुर पानी छोड़ रही है।*

मैं -" हाँ यार, करता हूँ कभी कभी, तभी तो परफ्यूम मिला तुम्हें ..

शालिनी यह सुनकर शरमा जाती है।


शालिनी -"अच्छा ,,यह ..यह काम करते क्यूँ है, मतलब हिलाते क्यूँ हैं?"

मैं अब बिना झिझक बोलने लगा

मैं -" जब एक्साइट हो और सेक्स करने का मन होता है तो हाथ से हिला कर लड़के मजा ले लेते हैं, जिन लड़को की शादी हो जाती है या उनकी गर्ल फ्रेंड होती है वो सेक्स कर लेते हैं उनको हिलाना नहीं पड़ता"*

शालिनी बड़े गौर से सुनती है और मुस्करा कर बोलती है

शालिनी -"अच्छा इसका मतलब तुम्हारा मन सेक्स करने के लिए करता है इसलिए तुम हिलाते हो "*

मैं- "हाँ बेबी,, लेकिन यह काम तो लड़कियां भी करती हैं देखा नहीं था वीडियो क्लिप में .....

शालिनी- हां, लड़कियां भी करती हैं बट

मैं -"लड़कियां ऊँगली करती है"*

शालिनी हैरान रह जाती है क्योंकि उसने तो कभी ऊँगली की ही नहीं।

शालिनी- "क्या ऊँगली करती हैं,जब सेक्स करने का मन होता है तब"*

मैं-"हाँ बेबी, तुम नहीं करती हो कभी , कभी-कभार*

शालिनी अब तक काफी हॉट फील कर रही थी,जीवन में पहली बार उसे कुछ कुछ हो रहा था,जो बड़ा आनन्दायक लग रहा था शालिनी को ।

मैं- " नहीं यार, मैंने आज तक ऐसा कभी नहीं किया"*

मैं-" तुमको सेक्स करने का मन नहीं करता कभी"*

शालिनी -'अब तक तो कभी नहीं किया लेकिन वो वीडियो क्लिप देखने से पता नहीं क्यूँ बड़ा अजीब सा लग रहा है मुझे"*


मैं - अरे यार, इससे पहले जब तुमने मूवी में उस राजा भैया और दीदी को सेक्सुअल हरकतें करते देखा तो कुछ अजीब सा महसूस किया था तुमने ...

अब मेरा लंड जोर जोर से झटके मार रहा था, फ्रेन्ची में तम्बू बन गया था जिसे शालिनी देख रही थी।

शालिनी -"नहीं मुझे कुछ भी महसूस नहीं हुआ था, मजा आ रहा था बस उनकी हरकतें देख कर ,क्या कोई कमी है मुझमे"*
शालिनी थोड़ा सा घबराती हुई बोली।

मैं - नो नो बेबी, कमी तो नहीं है यार, अगर कमी होती तो तुम्हारा पानी नहीं निकलता वहां से, स्खलन तो हो रहा है तुमको"*
 
मैंने शालिनी की बुर की ओर इशारा करते हुए बोला, शालिनी यह देखकर शर्मा गई ,,

शालिनी- "धत् बड़े बेशरम हो ...अपनी ही बहन की ओर इशारा कर रहे हो ....
और उसने अपने पैर हल्के से समेट लिए...
*
मैं- यार, इसमें अब शर्म कैसी तुम मेरी शिष्या हो तो सटीक जानकारी तो देनी ही पड़ेगी, और और एक बार रात को भी तुम्हारे वहां से पानी निकल रहा था"*

शालिनी - तुमने देखा था पानी निकलते हुए,पता नहीं कब से ये प्रॉब्लम हुई है,किसी डॉक्टर को दिखाना पड़ेगा क्या?"*

मैं- अरे नहीं यार, डॉक्टर की जरुरत नहीं है, एक बार तुम ऊँगली कर लो,सारा पानी एक बार में ही निकल जाएगा,फिर बार बार नही निकलेगा"*

मेरी ऐसी खुल्लमखुल्ला बातें सुनकर शालिनी शर्मा जाती है

शालिनी- नहीं भाई, मुझे डर लगता है, ऊँगली अंदर जाएगी तो दर्द होगा"*और क्या करना ये सब करके ...

मैं उसकी बचपने भरी बातें सुनकर हंसने लगा और माहौल को थोड़ा हल्का करने की कोशिश की

मैं- तो शादी के बाद क्या करोगी तुम जब पेनिस अंदर जाएगा, तुम अपना डर अभी ख़त्म कर लो तो अच्छा है बाद में परेशानी होगी,ऊँगली तो फिर भी छोटी होती है और लड़कियां तो केला,मूली गाजर और पता नहीं क्या क्या डालती हैं"*वीडियो डाउनलोड करके दिखाऊं ......

शालिनी- व्हाट ? पेनिस अंदर कैसे जायेगा इतनी सी जगह में, पागल कुछ भी बोल देते हो ...

मैं- अरे यार, असली सेक्स में पेनिस लड़की की वजाईना के अंदर ही जाता है....*

शालिनी- हूं ... नहीं यार, ये सब मुझसे नहीं होगा , मुझे अजीब लगता है*,,,

मैं - हे बेबो , ऊँगली करने में तो मजा आता है, देखा नहीं था वीडियो में, ऐसा करो, तुम बाथरूम में जाकर एक बार ऊँगली करके आओ, वरना तुम्हारी पैन्टी और निक्कर ऐसे ही गीली होती रहेगी ,,,

शालिनी- वो पैन्टी मैंने पहनी ही नहीं है , मैं जरा साफ करके आती हूं,,,

शालिनी शर्मा रही थी,लेकिन फिर कुछ सोच कर बाथरूम में चली गई।।*


मेरा लंड भी काफी देर से झटके मार रहा था, मैं भी अब मुठ मारे बिना नहीं रह पाऊंगा ऐसा मुझे लगा। मैं लेटे लेटे सोचने लगा कि शालिनी अंदर बाथरूम में कैसे उंगली डाल कर अपनी बुर की अगन को शांत कर रही होगी,,,,

अह्ह्ह्ह क्या गजब सीन होगा अंदर...

करीब पांच मिनट बाद शालिनी बाथरूम से निकली और वो पसीने से लथपथ*थी, मेरी नज़र सीधे उसकी गीली समीज में चिपकी हुई चूचियों पर जम गई,,, मेरी और शालिनी की नजरें मिली और शालिनी शरमा जाती है।

मैं- मजा आया न बेबी , अब जब भी तुम्हारा मन करे तब कर लिया करो"

शालिनी- क्या कर लिया करूं .

मैं- (झटके से) अपनी बुर में उंगली...

शालिनी- छी छी .. तुम कितने गन्दे हो गये हो ,, और क्या बोला ... बु....

मैं- अरे मेरी स्वीट बहना, वो उंगली डाल कर पानी निकाला कि नहीं तुमने अभी

मैं हँसते हुए बोला और शालिनी मेरे खड़े लंड की तरफ देखती है जो पूरा खड़ा हुआ था,*

शालिनी- मैंने ऐसा वैसा कुछ नहीं किया है भाई

मैं- ओहो... तो इतनी देर कैसे लगी बाथरूम में बेबी... ही ही ..

शालिनी- तुम भी ना,,, यार पाटी आयी थी ,, बस और कुछ नहीं

मैं- कोई नहीं,,, आज नहीं तो कल.. उंगली...
इतना कहकर मैं हंसता रहा...

शालिनी -"ओह्ह्हो जाओ जाओ जल्दी से कर लो ,,, तुम्हें कंट्रोल नहीं हो रहा,,,... हा हा*

मैं- क्या कर लू मेरी प्यारी बहना "*
मैंने मजाक करते हुए बोला और हँसने लगा....

शालिनी- अपने इसको हिला कर शांत कर लो...

शालिनी ने मेरे खड़े लंड की ओर इशारा किया जो बरमूडे में तम्बू बना हुआ था, और मुस्कुराती रही..

जब इतनी सेक्सी बातें हो ही रही थी तो मैंने एक और चांस मारा ...

मैं- हूं,,, करना तो पड़ेगा ही नहीं तो नींद भी नहीं आने वाली ऐसे तो

शालिनी- (खिलखिला कर हंसते हुए) तो जाओ ना ,, करो ,, रोका किसने है,, अब क्या बैंड बाजा चाहिए जनाब को,,
और वो बिस्तर से थोड़ा सा साइड हो गई जैसे मुझे रास्ता दिखा रही हो बाथरूम में जाकर हस्तमैथुन करने के लिए ,,,
 
अब ये एक अलग तरह का एहसास हो रहा था जब एक लड़की कह रही हो कि जाकर लंड हिला कर पानी निकाल लो और इस तने हुए खंबे को भी आराम करने दो ...
मैं बेड से उतर कर बड़ी बेशर्मी से दरवाजे के पास रुक गया और

मैं- तुम्हें अगर परफ्यूम चाहिए हो तो अपनी ब्रा ...

शालिनी- नहीं नहीं ,यू आर टू मच.... नाटी ...ब्वाय .. अब जाओ भी
अच्छा रहने दो,,,मत करो आ जाओ लेट जाओ ,,
वो चिढ़ाते हुए बोली




मैंने उसकी एक नहीं सुनी और बाथरूम का दरबाजा बंद करके बरमूडे से लंड को आज़ाद करके शालिनी के कामरस से भरे बदन को याद करते हुए जोर जोर से लंड के सुपाड़े की चमड़ी को आगे पीछे करने लगा और आंखें बंद करते ही ऐसा लगा जैसे मैं शालिनी की बुर पर अपने लौड़े को रगड़ रहा हूं,,, और मैं यह सोचकर और जोर से अपने लंड पर मसाज करते हुए और तेज तेज मुठ मारने लगा, शालिनी की बुर का खयाल मेरी उत्तेजना और बढ़ा देता है ,,,
उसकी चूचियों को दबा कर सहलाने का भी मौका मिलता है थोड़ा थोड़ा कभी कभी,,, मगर उसकी बुर को ना तो मैं अब तक देख ही पाया था और ना ही ठीक से कभी छू पाया था,,, मैंने आज तक किसी की भी लड़की या औरत की बुर को नंगा नहीं देखा था,,, तो मेरे लिए शालिनी की पैंटी में बंद तिरकोण अब भी एक रहस्य ही था ,,,

और यही सब सोचते हुए कुुछ ही देर में मैं झड़ गया और सफाई करने के बाद रूम में आ गया ।


मैं पसीने से लथपथ हो गया था , बाथरूम में गर्मी काफी थी और उपर से इतना गर्मा गर्म बातों का दौर शालिनी के साथ...... इस तरह की सारी गर्मी का लावा अब बह चुका था और मैं तौलिया से अपने हाथों को सुखाते हुए शालिनी के पास बेड पर उसके बगल में लेट गया,,,

कूलर की ठंडी हवा में कुछ आराम मिला , शालिनी काफी रिलैक्स लग रही थी, हम लोगों में काफी देर तक कोई बात नहीं हुई ।
जाने कितनी देर तक हम दोनों आंखें बंद करके एक दूसरे के पास बराबर में लेटे रहे और बिना बात किए भी हम दोनों में बातें तो हो ही रही थी,,,

ये अभी अभी जो हम दोनों ने किया था उसके बाद हम दोनों के बीच शरमो हया की एक बड़ी दीवार गिर चुकी थी और जाने कहां तक गिरने वाली थी ,,,, अब मुझे जाने क्यों यह सब अभी भी शायद एक सपना ही लग रहा था,,,


शालिनी के कहने पर आज अभी अभी मैंने हस्तमैथुन किया है,,, क्या गजब एहसास हो रहा था ,,, क्या होगा ,,, अब ,,, क्या हो रहा है,,, हम दोनों शायद यही सोच रहे थे ,,,*
मगर जो भी है यह हम दोनों भाई बहन के प्यार और एक दूसरे पर विश्वास को और अधिक बढ़ा रहा था ...
कूलर की ठंडी हवा में कुछ आराम मिला , शालिनी काफी रिलैक्स लग रही थी, हम लोगों में काफी देर तक कोई बात नहीं हुई ।
कुछ देर बाद मैंने टीवी आन कर दी और गाने देखने लगा ,,*
कुछ देर ऐसे ही नार्मल बातें करते हुए हम सो गए ।

**************************
 
सुबह सवेरे से आज मेरा मन बड़ा चंचल और उतावला हो रहा था कि अब गाड़ी पटरी पर है और अपनी रेल जल्दी ही शालिनी की पटरी यानी बुर पर दौड़ सकती है ,,,, मगर कैसे ....

शालिनी आज मुझसे पहले उठकर फ्रेश होकर बेड टी लेकर मेरे पास आकर बोली

शालिनी - गुड मार्निंग ....

मैं- गुड मार्निंग स्वीटी ... और बेड से नीचे उतर कर उसके मुंह के पास आकर सीधे हल्का सा लिप्स पर किस किया और हम दोनों साथ में बैठकर बातें करते रहे ...
रात में हम दोनों के बीच जो भी हुआ उसकी कोई भी बात ना शालिनी ने की और ना ही मैंने ...

हम दोनों नाश्ता करने के बाद फ्री बैठकर पेपर पढ़ रहे थे और मैंने धीरे धीरे बातों का सिलसिला बढ़ाया*...

मैं- तुम्हारे कालेज में छुट्टी कब होने वाली है ,,, काफी दिनों बाद दो दिन की छुट्टियां मेरी एक साथ हो रहीं हैं 15और 16 को,, तुम्हारी भी सेम डे छुट्टियां हों तो हम लोग घर घूम कर आते हैं एक दो दिन के लिए ...

शालिनी - आज पता करती हूं कालेज में छुट्टी कब से है ,,, घर चलने का मेरा भी मन कर रहा है ,,,

मैं-ठीक है बेबी,, हम चलेंगे... अब चलो रेडी हो जाओ नहीं तो हम लोग लेट हो जायेंगे... आज मुझे थोड़ी जल्दी निकलना है ,,,

और मैंने भी अपने कपड़े उठा कर अलमारी से बाहर निकाल कर बेड पर डाल दिए और नहाने चला गया, मेरे नहाने के समय लंड फिर से कुलांचे भर रहा था मगर मैंने मुठ नहीं मारी और नहाकर रोज की तरह टावेल लपेट कर बाहर निकल आया,,, कमरे में आ कर अपनी चढ्ढी पहनी,,

शालिनी भी उठकर अपने कपड़े लेकर नहाने के लिए बाथरूम में घुस गई और मैं रेडी होने लगा ,,,

कुछ देर बाद कमरे में वही जानी पहचानी मादक खुशबू फैल गई मतलब शालिनी नहाकर कमरे में आई थी और मेरे पास से निकलते हुए पीछे कमरे में चली गई,,,,, वो एक हल्की टी-शर्ट और निक्कर पहन कर निकली थी बाथरूम से.....



शालिनी ने पीछे कमरे से ही बोला ...

शालिनी- भाई आज एक थोड़ी बड़ी टावेल ले आना,,, शाम को फुल साइज लेडी टावेल ...

मैं- हां ,, ले आऊंगा,, मगर ये टावेल भी तो नई तुम्हारे लिए ही लाया था ,,, योर फेवरेट कलर ,, ग्रीन ...

शालिनी- ये तो अच्छी है बट भाई बाथरूम में अंदर इतनी गर्मी होती है और पूरे कपड़े वही अंदर पहनो तो फिर से सब पसीने पसीने हो जाता है... बड़ी टावेल हो तो इधर कमरे में आकर कपड़े पहन लिया करूं ...

मैं ये सुनकर फिर से वासना के समंदर में गोते लगाने लगा और कल्पना करने लगा कि शालिनी जब बाथरूम से केवल एक तौलिया लपेट कर बाहर निकलेगी तो कैसी लगेगी... ऐसे सीन तो फिल्मों में ही देखें थे अब तक...
 
मैं कपड़े पहन कर तैयार हो चुका था और शालिनी का वेट कर रहा था टीवी देखते हुए और वो पीछे कमरे में तैयार हो रही थी,,, कुछ देर बाद वो बाहर निकली और बोली

शालिनी- आई एम रेडी ,, ब्रदर चलें ..

मैं- हां, चलो
और मैंने उसे स्माईल देते हुए अपना बैग उठाया और शालिनी ने भी अपना कालेज बैग अपनी पीठ पर टांग लिया,,,,,
हम दोनों बरामदे में आ गए और मैं अपनी बाइक निकालने ही जा रहा था गेट खोलकर मगर तभी शालिनी ने अचानक से कहा ,,,

शालिनी-भाई एक मिनट प्लीज़, अंदर कमरे में आओ

मैं- क्या कुछ भूल रही हो ,, ले लो,,
और मैं उसके साथ कमरे में फिर से अंदर आ गया,,,

वो मेरी तरफ पीठ करके खड़ी हो गई और बोली

शालिनी- भाई जरा मेरी ब्रा का हुक एक स्टेप आगे बढ़ा कर लगा दीजिए,,, बहुत टाइट लग रही है,, प्लीज़ यार मुझसे नहीं लगेगा जल्दी,,
और उसने अपनी टी-शर्ट अपनी पीठ से उपर तक उठा दी,, और उसकी नंगी चिकनी पीठ पर सफेद ब्रा की स्ट्रिप दिखाई देने लगी,,

ये सब एक दो सेकंड में ही हो गया और मेरे हाथ मशीन की तरह उसकी पीठ पर पहुंचे और मैंने हुक खोलने की कोशिश की,,, बहुत ही टाईट थी ब्रा की स्ट्रिप,,,,,,,,



मैं- यार ,, ब्रा तो तुम्हारे साइज़ की थी,34 साइज़ था ना ,,,,, लगता है तुम्हारी चूचियों का साइज़ बढ़ गया है।। हंसते हुए...

शालिनी- धत् पागल.... चूचियाँ बोलते हैं शर्म नहीं आती,कल बाथरूम जाते टाइम भी आपने बु .... बोला था,में समझ गई थी तुम क्या बोलना चाहते थे ... ही ही हंसते हुए

मैं- ओह्ह्ह बेबी, इनको चूचियाँ ही बोलते हैं और उसको बुर ....*

और इतना कहकर मैंने किसी तरह शालिनी की ब्रा को पहले हुक में फंसा दिया उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुए उसकी टी-शर्ट को नीचे कर दिया,,, इतने में ही मेरा लन्ड फिर से खड़ा हो कर बेकाबू होने लगा,,,
शालिनी मेरी तरफ मुड़ी और

शालिनी- ओह्ह्ह कितना गन्दा बोलते हो,,, तुम पक्का बेशरम हो , चूंची को बूब्स और बुर को वजाईना बोला करो यार,,, वैसे तुम अपने पेनिस को क्या बोलते हो ??*
और वो मेरी पैंट में फिर से उभार देख लेती है,,,,

मैं- लंड बोलता हूँ इसको, और मुझे तो शुद्ध देहाती भाषा बोलना अच्छा लगता है"*इस मामले में,,,,

शालिनी- तुम पागल हो एक दम और तुम मुझे भी बेशरम बना कर छोड़ेगे"*लंड .डडड ,,, ही ही ही ,,,
और मेरे सीने पर झूठे गुस्सा दिखाते हुए एक पंच मारा और अपनी टी-शर्ट ठीक करके

शालिनी- अब चलो भी ,, अब लेट नहीं हो रहे ,,
और एक कातिलाना मुस्कुराहट उसके चेहरे पर फैल गई,,,

मैं- पागल नहीं हूँ मैं ,, इतना प्यार करने वाला भाई तुमको नहीं मिलेगा कहीं,जो तुमको ज्ञान भी दे"*हा.... हा ...

शालिनी- "हाँ तुम तो गुरु हो ही मेरे अब ...

हमने घर लाक किया और कालेज के लिए निकल पड़े,, रास्ते में शालिनी ने बोला फ्री टाइम में मेरे कालेज के बाद काल करना ,,,
और कालेज गेट पर शालिनी को बाइक से उतार कर मैं उसे बाय बोलने ही वाला था कि तभी हम दोनों के पास से निकलते हुए एक लड़की कालेज के अंदर जा रही थी उसने एक झीना सा सफ़ेद टाईट टाप पहना था,,, जिससे उसकी अंदर की लाल ब्रा एक दम अलग ही चमक बिखेर रही थी अंदर की बड़ी चूचियों को छुपाने के बजाय और दिखा रही थी मेरे मुंह से अचानक निकल गया
ओह हहह सेक्सी...



और मेरे पास खड़ी हुई शालिनी ने मेरी कमेन्ट्री सुन ली

शालिनी- वो मेरे ही क्लास में है,, प्रतिमा नाम है उसका,, उसका ब्वायफ्रेन्ड भी है,,, तुम्हारी दाल नहीं गलने वाली....... और वो मुस्कुरा रही थी

मैं- अरे यार ऐसा कुछ नहीं है,,,वो ठीक लगी दिखने में तो बस मुंह से अचानक निकल गया,,,

शालिनी- अच्छा तो जो आपको ठीक लगता है उसे आप सेक्सी बोलते हैं इसका मतलब ये है कि मैं ठीक ठाक नहीं हूं ,,,

मैं- नहीं मेरी स्वीट बहना,, तुम तो ठीक ठाक नहीं इन जैसों में मास्टर पीस हो..... मतलब सुपर हिट,,, सुपर हाट और सुपर सेक्सी ,,,,
ये सुनकर शालिनी थोड़ा सा झेंप गई और बोली

शालिनी- अच्छा,,, अब जाओ भी झूठों के सरदार,, लेट नहीं हो रहे अब..

उसके चेहरे पर गजब की लाली छा गई थी शायद मेरे सुपर सेक्सी बोलने से और मैं भी उसे हैव ए गुड डे बोल कर अपने काम पर निकल गया ।।
 
दिन में एक दो बार मैसेज भेजते रहे हम दोनों एक-दूसरे को और दोपहर बाद शालिनी का मैसेज आया - मैं घर आकर आराम कर रही हूं, फ्री हो कर रिप्लाई करो...

मैं अपने काम से अमूमन तीन बजे तक वैसे भी फ्री हो जाता था और उसके बाद तो सीनियर मैनेजर लोग फर्जी मांडवाली करवाते थे,, खैर मैंने सबसे अलग आकर मैसेज भेजा

मैं- हाय सेक्सी

शालिनी- ओह हाय,, और सेक्सी कौन??

मैं- है एक लड़की

शालिनी- हूं हह,, तो मैसेज उसी को भेजो ,, मुझे क्यों ??

मैं- उसी सेक्सी लड़की को तो भेजा है

शालिनी- ही ही ही,, रांग नंबर

मैं- नो एक्चुअली नंबर राइट है मगर उसका साइज़ शायद अब 34B से बढ़ गया है ...

शालिनी- हे यू नाटी ब्वाय , ,, कहां पहुंच गए ,,

मैं- कहीं नहीं एक सेक्सी लड़की से व्हाटसऐप पर चैटिंग कर रहा हूं ,,

शालिनी- हूं हहह ,, मेरे राजा भैया,, इधर लाइन पर तुम्हारी छोटी बहन है,,,

मैं- हां,, मेरी स्वीट बहना,, और वो सेक्सी भी है....

शालिनी- अच्छा चलो मान लिया मैं सेक्सी हूं,, अब खुश,,

मैं- इसमें तुम्हारे मानने ना मानने से क्या ,,, जो है सो है ,,

शालिनी- हा हा हा ,, भाई वेट .. मैं जरा टायलेट करके आती हूं ,,,

कुछ मिनट बाद ,,,
शालिनी- हेलो, आय एम बैक

मैं- ओहो वेलकम बैक ,, आराम से कर लिया ना ,,,

शालिनी- हां ,,

मैं- कितनी उंगलियों से किया ??

शालिनी- ओह गॉड,, भाई मैं टायलेट करने गई थी,, तुम तो फिर शुरू हो गए....

मैं- मुझे क्या पता तुमने क्या क्या किया और कैसे कैसे किया ,,

शालिनी - अरे यार मुझे अभी जरूरत नहीं है ये सब करने की ,, तुमने तो सुबह भी किया होगा ना ,, हा हा हा...

मैं - मैंने सुबह क्या किया,, साफ बोलो ना

शालिनी- हूं,, वही जो तुमने कल रात किया था ,,,
अच्छा याद आया गुरु जी,, हस्तमैथुन,,,,, हा हा हा

मैं- हूं,, अरे सुबह थोड़े ना किया था ,,

शालिनी- तो अब कब करोगे?

मैं- पता नहीं कोई टाइम टेबल थोड़े ना है इसका

शालिनी- मतलब कल रात किया तो फिर से कब लिक्विड बन जायेगा फिर से.......

मैं- एक बार करने के बाद कुछ मिनट का टाइम चाहिए और फिर से लंड टाइट,,

शालिनी लंड शब्द पढ़कर पक्का फिर शर्मा गई होगी
 
शालिनी- छी ...कितना गन्दा बोलते हो तुम, लंड की जगह पेनिस भी तो लिख सकते हो ...*

मैं- अरे फ्रेन्ड मैं गुरु हूँ तुम्हारा , और मेरे द्वारा बोले गए हर शब्द से एक प्रतिक्रिया भी होती है, अब देखो न मैने लंड शब्द लिखा तो तुम्हारी बुर से पानी बहने लगा होगा, तुम्हारी पेंटी फिर से गीली हो गई होगी बेबी* ,, देखो ना

शालिनी-" ओह्ह्हो भाई... तुम्हारी बातों में ना,,, मतलब तुम्हारा भी गीला हो जाता है क्या"* ऐसे ही

मैं- हां कभी कभी

शालिनी - जैसे कब गीला होता है तुम्हारा??

मैं- अरे, कभी कुछ सेक्सी सीन दिखाए जाए बस हो जाता है ,,

शालिनी- सेक्सी सीन मतलब

मैं- यार किसी की चूचियों को देख कर, कभी किसी की गांड़ मतलब बैक व्यू.......

शालिनी- व्हाट,, तुम नहीं सुधरने वाले,, अब गांड़ .. हा हा हा

मैं- यार गांड़ बोलने में ज्यादा उत्तेजना होती है ना

शालिनी- हूं,, भाई तो कल रात किसकी देखी थी चूंचियां और बैक मतलब गांड़??

अब मैं फंस गया था जानती शालिनी भी थी कि मैं उसी की रसीली चूचियों और गद्देदार गांड़ को देखकर उत्तेजित होता हूं मगर एक अंतिम लाज का पर्दा अभी भी हमारे दरमियान बरकरार था जो किसी भी वक्त गिरने वाला था,, जाने कब,,,,,,,,,
फिलहाल मैंने झूठ बोला

मैं- ओह हहह कल ना वो सनी लियोनी का एक हाट वीडियो देखा था तो बस वही याद आ रहा था..

शालिनी- चल झूठे ,, सच्ची में सनी लियोनी का वीडियो ही देखा था या कुछ और....

मैं लिखना चाहता था कि मेरी बहना वो सनी लियोनी को देखकर नहीं तुम्हें देख देख कर खड़ा हुआ था मेरा लौड़ा,, मगर कुछ सोच कर

मैं- हां यार,, बहुत ही हाट था,,

शालिनी- मुझे क्या पता हाट था कि बोरिंग ,, मुझे भेजो मैं भी तो देखूं,,,,,,,,,,,,
मैं- ओह तुम रहने दो यार वो xxx है।

शालिनी- xxx मतलब,, ये कौन सी मूवी है,,,

मैं- नो यार,, xxx मतलब फुल सेक्स,,,,, असली रियल सेक्स ,,,

शालिनी- हूं हह,, भेजो मुझे भी देखना है,, होता क्या है xxx मूवी में ,,,

मैं- यार मैं तुम्हें दूसरी भेजता हूं साफ्ट सेक्सी सीन वाली ,, वो तुम रहने दो स्वीटी...

शालिनी- नहीं,, अब तो मुझे दोनों भेजो,, मुझे दोनों देखना है ,, प्लीज़ गुरु जी ,,

मैं- ठीक है बहना लेकिन बाद में मुझे मत कहना कि ये सब क्या दिखा दिया ,,

और मैंने शालिनी के मोबाइल पर सनी लियोनी की एक 15 मिनट की फुल चुदाई जिसमें वो अपने हसबैंड डेनियल वेबर के साथ मस्त सेक्स करती है और एक जिस्म फिल्म की क्लिप भेज दी.......
 
मैंने जानबूझ कर काम का बहाना बना कर मैसेज कर दिया कि अब मैं जा रहा हूं बाद में चैटिंग करते हैं,,, असल में मैं चाहता था कि शालिनी आराम से वो दोनों वीडियो क्लिप डाउनलोड करके देख लें ,,, अब जो भी होगा देखा जायेगा।। मैं अपने मन में तरह-तरह के ख्याली पुलाव पका रहा था कि शालिनी अकेले वो चुदाई के मस्त सीन कैसे देख रही होगी,,
कहीं उसे बुरा ना लगे ये सब,, मगर पिछले दिनों से उसके अंदर एक नई लड़की धीरे धीरे जन्म ले रही है जो गांव की रहने वाली सीधी-सादी शर्मीली लड़की शालिनी से एकदम अलग...... बोल्ड और बिंदास,,,,

खैर इसके बाद शालिनी ने कोई मैसेज नहीं भेजा और ना ही मैंने,,, शाम को सात बजे मैं दिल में दिल में थोड़ी थोड़ी बेचैनी के साथ घर पहुंचा ,,, और शालिनी को देखकर मेरी सारी बेचैनी जाने कहां खो गई और क्या गजब सीन में थी वो मेरे सामने ..


शालिनी ने जींस और मेरी टी-शर्ट पहन रखी थी,, मगर टी-शर्ट नीचे से उसके गुदाज और गोरी चुचियों को दिखा रही थी,,,

वो सेल्फी लेने में इतनी खोई हुई थी कि मैं गेट खोलकर जब उसके सामने आ गया तब उसने देखा मुझे ,,,,,

उसने मेरी एक पुरानी टी-शर्ट को नीचे से काटकर छोटा किया था और उसी को पहन कर सेल्फी पोज में नीचे से अपने मस्त उरोजों को नुमायां कर रही थी ,,, अचानक से होश में आने पर शालिनी ने तुरंत मोबाइल टेबल पर रख दिया और.....

शालिनी- ओह,,,, स्वारी भाई,,, आप कब आ गए,,,

और इतना कहकर उसने अपने हाथों से अपनी टी-शर्ट को नीचे खींचते हुए अपने उरोजों को छुपाने की नाकाम कोशिश की,,,, मगर टी-शर्ट को शायद उसने ज्यादा ही छोटा काट दिया था,,, और वो थोड़ा सा सकुचाते हुए पीछे कमरे में चली गई ,,,,

मेरे लिए कुछ सेकंड की उसकी चुचियों के इस तरह केे दर्शन के बाद अपने आप को फिर से कामुक विचारों से निकालना असम्भव था और मैं फिर से उसके साथ सेक्सी बातें करने के बहाने ढूंढने लगा,,,,,,, मैं भी अपने कपड़े उतार कर सिर्फ फ्रेन्ची में आ गया और तब तक शालिनी ने भी चेंज कर लिया और एक टी-शर्ट कैप्री पहनकर किचन से बोली ,,

शालिनी- क्या पियोगे भाई,, चाय या कॉफी

मैं- जो भी तुम प्यार से पिला दो ,, कुछ भी,,,

शालिनी- मैं तो हर चीज तुमको प्यार से ही पिलाती हूं मेरे राजा भैया,,,

मैं- पीने का मन तो कुछ और कर रहा है,,, पता नहीं मिलेगा कि नहीं,,,

शालिनी- बोलो ना भाई,,, जो कहो ,, वो पिला दूं,, बस वो आईटम घर में होना चाहिए,,,
इतना कहकर वो मेरे सामने ठंडे पानी की बोतल लेकर आ गई ,,,

मैं- अरे,,, जिसकी मुझे सबसे ज्यादा प्यास लगी है वो तो तुम्हारे ही पास है ,,,

शालिनी- क्या ,,, ??

और वो थोड़ा सा मुस्कुरा रही थी,, मैं भी हंसते हुए बोला

मैं- अरे स्वीटी,,, पानी,, और क्या ,,, तुमने क्या समझा,,,,,,
और पानी की बोतल उसके हाथ से लेकर मैं पानी पीने लगा

शालिनी- ,, अच्छा मैं काफी बनाती हूं ,,,,,,
 
वो किचन में गई और मैंने टीवी चला लिया और लेटकर फ्रेन्ची में उपर से ही अपने लौड़े को सहलाते हुए शालिनी के मोबाइल में उसके अभी अभी के सेक्सी फोटोशूट के फोटो देखने लगा ,,, लेकिन किसी भी फोटो में ज्यादा चूंचियां नहीं दिख रही थी,,,मेरा लन्ड ऐंठने लगा फिर से उसके फोटो गैलरी में फोटो देख देख कर,,,,

मैं- बेबो,, फैशन डिजाइनर बनने का शौक कब से शुरू हो गया ,,,

शालिनी- (किचन से) अरे कुछ नहीं,,, बैठे बैठे बोर हो रही थी तो नेट पर एक वीडियो देखा यूज्ड कपड़ों से कुछ नया बनाने वाला ,,, बस ट्राई कर लिया ऐसे ही,,,

मैं- अच्छे फोटो आये हैं ,,,

शालिनी- (लगभग चिल्लाते हुए) भाईईईईईई,, वो तुम मत देखो,,,

मैं- क्यों,, ना देखूं,,, अच्छे हैं फोटो तो देखा,,,, और तारीफ की ,,

शालिनी- ओह यार ,,, वो उसमें दिख रहा है ना सब ,,, मैं ना डिलीट करने वाली थी तब तक आप आ गये ,,,

मैं- क्या दिख रहा है ,, कि्लयर फोटो तो हैं ना ,,,

शालिनी- ओह गाड,,, वो नीचे से टी-शर्ट ज्यादा छोटी कट गई थी तो ...

मैं- तो क्या ? फोटो तो और भी अच्छे आये हैं ,,,

शालिनी- (झल्लाकर) यार डिलीट कर दो प्लीज़ ना मेरे राजा भैया,,, वो उसमें मेरी ब्रेस्ट दिख रहीं हैं ....

मैं -(हंसते हुए) हा हा हा हा हा,, साफ बोलो ना फोटो में तुम्हारी चूचियां दिख रही हैं ,,,, स्वीटी यही तो फोटो को स्पेशल बना रहा है ,,, ग्रेट लुक ,,, माडल लग रही हो तुम तो ,,,

शालिनी- अच्छा रहने दो अब झूठी तारीफें ,, मैं और माडल ,, नो वे ,,,

मैं- क्यों क्या कमी है मेरी बहना में,,,, किसी भी टाप की हीरोइन को टक्कर देने वाली तो हो ,,,34-28-36 परफेक्ट ,,,,

और इतने में वो किचन से आकर मेरे हाथ में काफी का कप पकड़ाते हुए मेरी फ्रेन्ची में से बाहर निकलने की कोशिश करते हुए मेरे लन्ड पर उसकी नजर पड़ी,,,

शालिनी- लो मेरे बेशरम,,, झूठों के सरदार ,,, काफी पी लो ,,, हंसते हुए

मैं- (काफी सिप करते हुए) येल्लो ,,अब मैंने कौन सी बेशर्मी की है ,,,

शालिनी- बेशरम,, अभी क्या कह रहे थे कि मेरी चूचियां दिख रही हैं फोटो में,,

मैं- ओह कम ऑन यार ,, वैसे ,, हैं बहुत खूबसूरत ,,, सो अपीलिंग ,,, सेक्सी,,

मैंने पहली बार शालिनी की चुचियों की तारीफ की थी उसके सामने,,, उसे भी अच्छा लग रहा था शायद,,,
लड़कियों की तारीफ करो तो वो सेन्टी हो ही जाती हैं।।

शालिनी- भाई ईईईई, तुम ना हो बहुत बड़े वाले बेशरम और अब मुझे भी अपने जैसे बना कर छोड़ेगे ,,,

मैं- तुम मेरे जैसी कहां बनोगी,, तुम्हें तो फोटो में दिखाने में भी शर्म आती है,,,चू ....
 
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