hotaks444
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वीरेंदर बीना को बाहों मे भरते हुए: तूने ही तो कहा है कि कुँवारी लड़की मेरा लौडा शायद झेल ना पाए. तू चिल्लाएगी सही पर मेरा ले तो लेगी ना अपनी चूत में.
बीना: हट बेशरम कहीं का, कितनी गंदी लॅंग्वेज यूज़ करता है अपनी माँ समान चाची के साथ.
वीरेंदर: चाची?
बीना: और नहीं तो क्या?, तुम अभय को चाचू नहीं बोलते हो क्या.
वीरेंदर: वो तो मैं ऐसे ही बोलता हूँ. तुम तो मेरी रानी हो.
बीना: मुझे भी तो बीना आंटी बुलाते थे.
वीरेंदर: सबके सामने बुलाना पड़ता है, दिल मे तो तू हमेशा मेरी रानी बनके रही है.
बीना: अच्छा, फिर रूपाली का क्या?
वीरेंदर ने एक दम उसे झटका देकर अपने से दूर कर दिया.
वीरेंदर: तू रूपाली के बारे में कैसे जानती है.
बीना एकदम घबरा गई, यह उसने क्या कह दिया. वीरेंदर ने तो कभी बीना से या किसी से रूपाली का ज़िक्र किया ही नहीं.
बीना: हड़बड़ाते हुए वो ...वो..वो. रूपाली की सहेली मेरी मौसी के बेटे की बीवी है. उसी ने मुझे तुम्हारे और रूपाली के बारे मे बताया था.
रूपाली का नाम आने से वीरेंदर काफ़ी उखड़ गया था. बीना ने मोके की नज़ाकत को समझते हुए वीरेंदर का लंड पकड़ लिया और बोली बेचारा देखो अभी तक सलामी दे रहा है. इसका कुछ करना ही पड़ेगा. वीरेंदर के लौडे पर पहली बार किसी औरत का हाथ लगते ही उसके दिमाग़ के सारे फ्यूज़ उड़ गये और उसके मूह से एक आह निकली.
बीना: अगर मेरे पीरियड्स ना होते तो मैं आज इसे बिना तेल लिए भी अपने अंदर लेने को तैयार थी लेकिन कोई बात नहीं मैं इसे ठंडा तो कर ही सकती हूँ.
वीरेंदर: क्या यार तेरे पीरियड्स बीच मे कहाँ से आ गये.
बीना: क्या करूँ रोमीयो आज से ही स्टार्ट हुए हैं. अब तो 4-5 दिन किसी तरह से निकाल लो उसके बाद तो तेरी सील मैं अपनी चूत से ही तोड़ूँगी.
वीरेंदर(खुशी से चहकते हुए): सच.
बीना: मुच.
बीना: अच्छा एक काम करो तुम आराम से बेड पर बैठ जाओ, मैं अभी आती हूँ. वीरेंदर बेड पर टेक लगाकर बैठ गया और बीना बाथरूम मे चली गई. थोड़ी देर बाद बीना अपने हाथ मे हेर आयिल की बॉटल लेकर आ गई.
वीरेंदर तैल की बॉटल देख कर बोलता है: यह तैल किस लिए, चूत का लाल दिवस है तो क्या गान्ड देने का इरादा है.
बीना(शरमाते हुए): वो भी ले लीजिएगा पर पहले चोदने के लायक तो बन जाइए जनाब.
वीरेंदर: हाए कुर्बान जाउ तेरी इस अदा पर रानी.
बीना: तुम लेट जाओ, और देखो मेरा जादू.
वीरेंदर: दिखाएगी तो देखूँगा ना.
बीना:क्या मतलब?
वीरेंदर अपने कपड़े तो उतार.
बीना: नहीं मुझे शरम आती है.
वीरेंदर: तो चूत क्या कपड़े लगा कर देगी.
बीना: जाओ मैं नहीं करती कुछ. तुम इतने बेशरम बनजाओगे मुझे पता भी ना था.
वीरेंदर: अभी तुमने मेरी बेशर्मी देखी कहाँ है. एक बार तुम्हारी चूत ग्रीन सिग्नल दे दे, सारे घर मैं नंगी घुमा-घुमा कर चोदुन्गा.
बीना: जब घूमाओगे तब देखेंगे. अब तुम लेट जाओ जल्दी से, मुझे क्लिनिक भी जाना है.
वीरेंदर: अच्छा अपनी कमीज़ तो उतार दो. कम से कम अपने मम्मों से तो खेलने दो.
बीना जानती थी कि एक बार वो गरम हो गई तो उसे अपने आप को रोकना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा. वो नहीं चाहती थी कि आशना से पहले वो वीरेंदर से चुदे.
बीना: जानू प्लीज़ समझा करो, 4-5 दिन की बात है, फिर सब देख लेना.
वीरेंदर: चल जा, तू भी क्या याद करेगी. आ जा और कर ठंडा मेरा लौडा.
बीना ने बॉटल से तैल निकाल कर अपनी हथेलियो पर लिया और उन्हे अच्छी तरह से तर कर दिया. फिर बेड पर आकर वो वीरेंदर की टाँगो के बीच बैठ गई और बोली " जानू देखो जब होने लगे तो बता देना. मेरे उपर मत कर देना, यहाँ से सीधा हॉस्पिटल जाना है.
वीरेंदर: तो एक काम कर मेरा मूह मे ले ले और सारा माल पी जा.
बीना: छी, छी कितने गंदे हो तुम. इसे कोई मुँह मे लेता है क्या?
वीरेंदर: रानी इसे मूह मे लेकर तो प्यार किया जाता है, क्या तुम्हे नहीं पता.
बीना: लेकिन मैने कभी भी नहीं लिया, अभय ने मुझे कभी कहा ही नहीं.
वीरेंदर : तो आज ट्राइ कर ले.
बीना: आज नहीं, मेरा मन खराब हो जाएगा, मुझे पारीोड्स चल रहे हैं.
वीरेंदर मन मार कर रह गया और बोला: चल झट से ही झाड़ दे.
बीना ने उसके सुलगते हुए लौडे को अपने हाथों से पकड़ा तो एक पल के लिए उसके हाथ कांप गये. वीरेंदर का लौडा आग उगल रहा था. गरम लोहे की सलाख के जैसे वो एक दम आकड़ा खड़ा था. बीना ने उसके सुपाडे की चमड़ी को अच्छी तरह तैल से चुपडा और धीरे धीरे उसका सारा लंड तैल से चुपड दिया.
वीरेंदर: अरे वाह बड़ा मज़ा आ रह है.
बीना: अब थोड़ा दर्द होगा, जहाँ तक हो सके बर्दाश्त करना और अगर ज़्यादा हो तो बता देना.
वीरेंदर ने हां मे गर्दन हिलाई.
बीना: हट बेशरम कहीं का, कितनी गंदी लॅंग्वेज यूज़ करता है अपनी माँ समान चाची के साथ.
वीरेंदर: चाची?
बीना: और नहीं तो क्या?, तुम अभय को चाचू नहीं बोलते हो क्या.
वीरेंदर: वो तो मैं ऐसे ही बोलता हूँ. तुम तो मेरी रानी हो.
बीना: मुझे भी तो बीना आंटी बुलाते थे.
वीरेंदर: सबके सामने बुलाना पड़ता है, दिल मे तो तू हमेशा मेरी रानी बनके रही है.
बीना: अच्छा, फिर रूपाली का क्या?
वीरेंदर ने एक दम उसे झटका देकर अपने से दूर कर दिया.
वीरेंदर: तू रूपाली के बारे में कैसे जानती है.
बीना एकदम घबरा गई, यह उसने क्या कह दिया. वीरेंदर ने तो कभी बीना से या किसी से रूपाली का ज़िक्र किया ही नहीं.
बीना: हड़बड़ाते हुए वो ...वो..वो. रूपाली की सहेली मेरी मौसी के बेटे की बीवी है. उसी ने मुझे तुम्हारे और रूपाली के बारे मे बताया था.
रूपाली का नाम आने से वीरेंदर काफ़ी उखड़ गया था. बीना ने मोके की नज़ाकत को समझते हुए वीरेंदर का लंड पकड़ लिया और बोली बेचारा देखो अभी तक सलामी दे रहा है. इसका कुछ करना ही पड़ेगा. वीरेंदर के लौडे पर पहली बार किसी औरत का हाथ लगते ही उसके दिमाग़ के सारे फ्यूज़ उड़ गये और उसके मूह से एक आह निकली.
बीना: अगर मेरे पीरियड्स ना होते तो मैं आज इसे बिना तेल लिए भी अपने अंदर लेने को तैयार थी लेकिन कोई बात नहीं मैं इसे ठंडा तो कर ही सकती हूँ.
वीरेंदर: क्या यार तेरे पीरियड्स बीच मे कहाँ से आ गये.
बीना: क्या करूँ रोमीयो आज से ही स्टार्ट हुए हैं. अब तो 4-5 दिन किसी तरह से निकाल लो उसके बाद तो तेरी सील मैं अपनी चूत से ही तोड़ूँगी.
वीरेंदर(खुशी से चहकते हुए): सच.
बीना: मुच.
बीना: अच्छा एक काम करो तुम आराम से बेड पर बैठ जाओ, मैं अभी आती हूँ. वीरेंदर बेड पर टेक लगाकर बैठ गया और बीना बाथरूम मे चली गई. थोड़ी देर बाद बीना अपने हाथ मे हेर आयिल की बॉटल लेकर आ गई.
वीरेंदर तैल की बॉटल देख कर बोलता है: यह तैल किस लिए, चूत का लाल दिवस है तो क्या गान्ड देने का इरादा है.
बीना(शरमाते हुए): वो भी ले लीजिएगा पर पहले चोदने के लायक तो बन जाइए जनाब.
वीरेंदर: हाए कुर्बान जाउ तेरी इस अदा पर रानी.
बीना: तुम लेट जाओ, और देखो मेरा जादू.
वीरेंदर: दिखाएगी तो देखूँगा ना.
बीना:क्या मतलब?
वीरेंदर अपने कपड़े तो उतार.
बीना: नहीं मुझे शरम आती है.
वीरेंदर: तो चूत क्या कपड़े लगा कर देगी.
बीना: जाओ मैं नहीं करती कुछ. तुम इतने बेशरम बनजाओगे मुझे पता भी ना था.
वीरेंदर: अभी तुमने मेरी बेशर्मी देखी कहाँ है. एक बार तुम्हारी चूत ग्रीन सिग्नल दे दे, सारे घर मैं नंगी घुमा-घुमा कर चोदुन्गा.
बीना: जब घूमाओगे तब देखेंगे. अब तुम लेट जाओ जल्दी से, मुझे क्लिनिक भी जाना है.
वीरेंदर: अच्छा अपनी कमीज़ तो उतार दो. कम से कम अपने मम्मों से तो खेलने दो.
बीना जानती थी कि एक बार वो गरम हो गई तो उसे अपने आप को रोकना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा. वो नहीं चाहती थी कि आशना से पहले वो वीरेंदर से चुदे.
बीना: जानू प्लीज़ समझा करो, 4-5 दिन की बात है, फिर सब देख लेना.
वीरेंदर: चल जा, तू भी क्या याद करेगी. आ जा और कर ठंडा मेरा लौडा.
बीना ने बॉटल से तैल निकाल कर अपनी हथेलियो पर लिया और उन्हे अच्छी तरह से तर कर दिया. फिर बेड पर आकर वो वीरेंदर की टाँगो के बीच बैठ गई और बोली " जानू देखो जब होने लगे तो बता देना. मेरे उपर मत कर देना, यहाँ से सीधा हॉस्पिटल जाना है.
वीरेंदर: तो एक काम कर मेरा मूह मे ले ले और सारा माल पी जा.
बीना: छी, छी कितने गंदे हो तुम. इसे कोई मुँह मे लेता है क्या?
वीरेंदर: रानी इसे मूह मे लेकर तो प्यार किया जाता है, क्या तुम्हे नहीं पता.
बीना: लेकिन मैने कभी भी नहीं लिया, अभय ने मुझे कभी कहा ही नहीं.
वीरेंदर : तो आज ट्राइ कर ले.
बीना: आज नहीं, मेरा मन खराब हो जाएगा, मुझे पारीोड्स चल रहे हैं.
वीरेंदर मन मार कर रह गया और बोला: चल झट से ही झाड़ दे.
बीना ने उसके सुलगते हुए लौडे को अपने हाथों से पकड़ा तो एक पल के लिए उसके हाथ कांप गये. वीरेंदर का लौडा आग उगल रहा था. गरम लोहे की सलाख के जैसे वो एक दम आकड़ा खड़ा था. बीना ने उसके सुपाडे की चमड़ी को अच्छी तरह तैल से चुपडा और धीरे धीरे उसका सारा लंड तैल से चुपड दिया.
वीरेंदर: अरे वाह बड़ा मज़ा आ रह है.
बीना: अब थोड़ा दर्द होगा, जहाँ तक हो सके बर्दाश्त करना और अगर ज़्यादा हो तो बता देना.
वीरेंदर ने हां मे गर्दन हिलाई.