hotaks444
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सारा अभी तक अपनी नजरें नीचे झुकाए खड़ी थी, उसने कोई जवाब नहीं दिया मगर खामोशी से बस दो कदम आगे बढ़कर बेड की साइड से लगकर खड़ी हो गई। मैंने थोड़ा आगे बढ़कर उसका हाथ पकड़ लिया। उसका हाथ पकड़ते ही मुझे महसूस हुआ कि वो धीरे-धीरे काँप रही है। मेरे हाथ पकड़ते ही सारा ने एक लम्हे के लिए अपनी नजरें उठाकर मेरी तरफ देखा। मैं अब भी उसके चेहरे पर नजरें गाड़े उसको मुश्कुराकर देख रहा था। उसने मुझे इस तरह अपनी तरफ देखते हुए पाकर जल्दी से अपनी नजरें नीची कर ली।
मैंने उसे कहा कुछ नहीं बस हल्के से उसके हाथ को अपनी तरफ खींचकर उसे बेड के साइड पर अपने पास बिठा लिया। वो भी जैसे मेरे लण्ड के ट्रांस में आई हुई मुझे महसूस हुई वो फौरन ही बेड की साइड पर बैठ गई।
मैंने उसकी तरफ देखते हुए पूछा-“सारा यह तुम क्या कर रही थी?”
मेरी बात सुनकर उसने जल्दी से अपने दूसरे हाथ से अपना चेहरा छुपा लिया, और कोई जवाब नहीं दिया।
मैंने एक बार फ़िर उससे पूछा-“सारा तुमने मेरी बात का जवाब नहीं दिया। तुम यह क्या कर रही थी?” इस बार मैंने अपने लहजे में थोड़ी सी सख्ती पैदा की और अपने चेहरे पर आने वाली मुश्कुराहट को भी बड़ी मुश्किल से छुपाया।
मेरे लहजे की सख्ती को महसूस करते हुए। सारा ने अपने चेहरे से हाथ हटा लिया और मेरी तरफ देखा तो इस बार मेरे चेहरे पर संजीदगी देखकर उसने जल्दी से अपनी नजरें झुका ली। और धीरे से हकलाते हुए जवाब दिया-“छोटे… छोटे साईं वो…। वो आपका यह… बहुत… बहुत बड़ा है तो… तो मैं देख… देखकर हैरान हो गई थी… इस लिए…”
सारा की बात सुनकर मैं थोड़ा हैरान भी हुआ और समझ गया कि लण्ड सारा के लिए कोई नई चीज नहीं है।
सारा शायद इसकी मौजूदगी और इश्तेमाल से वाकिफ है। इसीलिए तो उसे मेरे बड़े लण्ड ने अपने होश-ओ-हवस गवाँने पर मजबूर कर दिया था। मैंने सारा की बात के जवाब में उससे कहा-“क्यों, क्या तुमने पहले कभी इतना बड़ा नहीं देखा, जो मेरा देखकर तुम इतनी हैरान हो गई हो?”
मेरी बात सुनकर उसने सिर्फ़ ना में गर्दन हिलाई। मगर जबान से कोई जवाब ना दिया।
“ह्म् म्म्म…” की एक आवाज मेरे मुँह से निकली और मैं कुछ सोचने लगा। फ़िर कुछ सोचते हुए मैंने सारा से पूछा-“इसका मतलब कि तुमने पहले भी किसी का देखा है? क्या तुम मुझे बताओगी कि तुमने किसका देखा है?”
मेरी बात सुनकर उसके गाल लाल हो गये, और उसने अजीब सी नजरों से मेरी तरफ देखकर कहा-“छोटे साईं, हम दासियों को ऐसी बातें बताने की इजाजत नहीं होती। यह ना पूछें…”
मैं उसकी बात, उसकी नजरें और उसका लहजा सुनकर हैरान रह गया। मेरा दिल जोर-जोर से धड़कने लगा। लेकिन मैं इस कैफ़ियत को समझ नहीं पाया, और दिल की धड़कनों पर काबू पाते हुए उसको कहा-“क्यों, किसकी इजाजत नहीं है तुम्हें? मुझे बताओ…”
मेरी बात सुनकर सारा एक झटके से बेड पर से उठ गई, और बोली-“अभी तो हवेली में आए हैं आप। यहाँ रहेंगे तो आपको सब पता चल ही जाएगा। फ़िलहाल तो आप जल्दी से तैयार हो जाइए। बड़ी बीबी साईं आपका इंतजार कर रही हैं…”
सारा की यह बात सुनकर मेरे तो चारों तबाक रोशन हो गये। मैं जो यह सोच रहा था, सारा ने ही पहला कदम उठा लिया है, तो अभी हवेली में जाने से पहले ही सारा को चोदकर संतुष्ट कर लेता हूँ। वो सारे खलायत सारा की बात सुनकर मेरे दिमाग़ से भक्क करके उड़ गये। सारा के इस जवाब ने हवेली की पुर्सररियत मेरे दिल में और बढ़ा दी थी। अब मेरा फ़ितरती जासूस मुझे चैन नहीं लेने देगा, जब तक कि मैं अपने सारे सवालों का जवाब ना ढूँढ लूँ।
मैंने उसे कहा कुछ नहीं बस हल्के से उसके हाथ को अपनी तरफ खींचकर उसे बेड के साइड पर अपने पास बिठा लिया। वो भी जैसे मेरे लण्ड के ट्रांस में आई हुई मुझे महसूस हुई वो फौरन ही बेड की साइड पर बैठ गई।
मैंने उसकी तरफ देखते हुए पूछा-“सारा यह तुम क्या कर रही थी?”
मेरी बात सुनकर उसने जल्दी से अपने दूसरे हाथ से अपना चेहरा छुपा लिया, और कोई जवाब नहीं दिया।
मैंने एक बार फ़िर उससे पूछा-“सारा तुमने मेरी बात का जवाब नहीं दिया। तुम यह क्या कर रही थी?” इस बार मैंने अपने लहजे में थोड़ी सी सख्ती पैदा की और अपने चेहरे पर आने वाली मुश्कुराहट को भी बड़ी मुश्किल से छुपाया।
मेरे लहजे की सख्ती को महसूस करते हुए। सारा ने अपने चेहरे से हाथ हटा लिया और मेरी तरफ देखा तो इस बार मेरे चेहरे पर संजीदगी देखकर उसने जल्दी से अपनी नजरें झुका ली। और धीरे से हकलाते हुए जवाब दिया-“छोटे… छोटे साईं वो…। वो आपका यह… बहुत… बहुत बड़ा है तो… तो मैं देख… देखकर हैरान हो गई थी… इस लिए…”
सारा की बात सुनकर मैं थोड़ा हैरान भी हुआ और समझ गया कि लण्ड सारा के लिए कोई नई चीज नहीं है।
सारा शायद इसकी मौजूदगी और इश्तेमाल से वाकिफ है। इसीलिए तो उसे मेरे बड़े लण्ड ने अपने होश-ओ-हवस गवाँने पर मजबूर कर दिया था। मैंने सारा की बात के जवाब में उससे कहा-“क्यों, क्या तुमने पहले कभी इतना बड़ा नहीं देखा, जो मेरा देखकर तुम इतनी हैरान हो गई हो?”
मेरी बात सुनकर उसने सिर्फ़ ना में गर्दन हिलाई। मगर जबान से कोई जवाब ना दिया।
“ह्म् म्म्म…” की एक आवाज मेरे मुँह से निकली और मैं कुछ सोचने लगा। फ़िर कुछ सोचते हुए मैंने सारा से पूछा-“इसका मतलब कि तुमने पहले भी किसी का देखा है? क्या तुम मुझे बताओगी कि तुमने किसका देखा है?”
मेरी बात सुनकर उसके गाल लाल हो गये, और उसने अजीब सी नजरों से मेरी तरफ देखकर कहा-“छोटे साईं, हम दासियों को ऐसी बातें बताने की इजाजत नहीं होती। यह ना पूछें…”
मैं उसकी बात, उसकी नजरें और उसका लहजा सुनकर हैरान रह गया। मेरा दिल जोर-जोर से धड़कने लगा। लेकिन मैं इस कैफ़ियत को समझ नहीं पाया, और दिल की धड़कनों पर काबू पाते हुए उसको कहा-“क्यों, किसकी इजाजत नहीं है तुम्हें? मुझे बताओ…”
मेरी बात सुनकर सारा एक झटके से बेड पर से उठ गई, और बोली-“अभी तो हवेली में आए हैं आप। यहाँ रहेंगे तो आपको सब पता चल ही जाएगा। फ़िलहाल तो आप जल्दी से तैयार हो जाइए। बड़ी बीबी साईं आपका इंतजार कर रही हैं…”
सारा की यह बात सुनकर मेरे तो चारों तबाक रोशन हो गये। मैं जो यह सोच रहा था, सारा ने ही पहला कदम उठा लिया है, तो अभी हवेली में जाने से पहले ही सारा को चोदकर संतुष्ट कर लेता हूँ। वो सारे खलायत सारा की बात सुनकर मेरे दिमाग़ से भक्क करके उड़ गये। सारा के इस जवाब ने हवेली की पुर्सररियत मेरे दिल में और बढ़ा दी थी। अब मेरा फ़ितरती जासूस मुझे चैन नहीं लेने देगा, जब तक कि मैं अपने सारे सवालों का जवाब ना ढूँढ लूँ।