hotaks444
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इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि मैं अपने होने वाले पति के साथ सेक्स का खेल खेल रही थी कि मेरा पुराना आशिक और चोदू आ गया.अब आगे:
सीड बोला- अरे संध्या से क्या पूछना है. राज भाई, तुम यहीं रहोगे इसी रूम में जब मैं संध्या को चोदूंगा अभी तब या थोड़ी देर को बाहर जाओगे?राज बोला- यहीं रहूंगा.तब मैं बोली- आप को अच्छा नहीं लगेगा… आप बाहर चले जाते?पर राज बोला- नहीं, मैं यहीं रहूंगा!
तो सीड बोला- रहने दो!
उस समय मैंने एक टावेल लपेटा हुआ था तो सीड ने सीधे मेरे टावेल को पकड़ कर फेंक दिया और मेरे होठों को चूमने चाटने लगा, मुझसे लिपट गया और मेरे ऊपर चढ़ गया, मुझे लिटा दिया.
वो पूरा नंगा था, उसका सीना मेरे सीने से चिपक गया और उसका लन्ड मेरी चूत में रगड़ खा रहा था, मेरे मुंह को खोल कर मेरी जीभ को अपने होठों से चूमते हुए चाटने लगा, उसने मेरी कामवासना को बहुत जगा दिया तीन चार मिनट के अंदर और अब वो उल्टा हो गया जिसको ओरल सेक्स में 69 पोजीशन कहते हैं, उसका लन्ड मेरे मुंह के पास था और सीड मेरी चूत को फैला कर सीधे चाटने लगा, मुझे बोला- रंडी साली कुतिया, मेरा लन्ड चूस!
तब राज बोला- जो करना है कर… पर ये रंडी वंडी मत बोल!तब सीड बोला- राज भाई, बीस मिनट तक तो ये अब रंडी ही है, ये जो कर रही है ये छिनाल का काम होता है, इसलिए बुरा लगे तो दूसरे कमरे चले जाओ, मैं अभी गाली भी दूंगा.
तब राज फिर बोला- मैं यही हूं, करो जो मन पड़े!इतना सुनते ही सीड बोला- अब देख संध्या, तेरी चूत कैसे साफ करता हूं, तू खुद मेरा लन्ड मुंह में भर लेगी.और वो पूरी जीभ अपनी मेरे चूत में घुसा कर इतना जोर जोर से चूसने लगा और चाटने लगा कि मैं पागल हो गई और सच में उसके लन्ड को पकड़ लिया और जोर जोर से रगड़ने लगी.
तभी उसने दो उंगलियां जोर से चूत में मेरे घुसा दी, मेरे मुंह से ‘हूं उम्म्ह… अहह… हय… याह… हह’ निकल गया और मैंने सीड के लन्ड को मुंह में भर लिया क्योंकि मुझसे रहा ही नहीं गया, और वो चूत में जितना उंगली चलाये, उतना मैं सीड का लन्ड जोर-जोर से चूसूं!
करीब दस मिनट बाद मैंने लन्ड मुंह से निकाला और बोली- सीड, मर जाऊंगी मैं… मुझसे अब सहन नहीं हो रहा है, नहीं बर्दाश्त हो रहा, जल्दी अपना लन्ड डालो, जमकर चोदो… जो करना है करो, पर मुझे शांत करो.
तब सीड मेरी चूत को छोड़ कर मेरे बूब्स पर टूट पड़ा और मेरे दोनों बूब्स को एक एक हाथ से पकड़ कर इतनी ताकत से दबाने लगा कि बहुत दर्द हुआ. मेरे बूब्स अभी छोटे साइज के हैं, इसलिए एक हाथ में आ गए. वह बूब्स को जोर-जोर से खींच कर जम के मसलने लगा और बोला- मादरचोदी, बहुत टाइट और जबरदस्त दूध हैं रे संध्या तेरे!इधर सीड का लन्ड मेरे मुंह में घुसा था जिसे मैं चूस रही थी.अब सीड मेरे बूब्स को एक एक करके दोनों को चूसने लगा इतनी गन्दी गन्दी बातें और गालियां मुझे दे रहा था कि मैंने जो कभी सुनी भी नहीं थी, पर मुझे भी वो बहुत अच्छी लग रही थी और एक भी बुरी नहीं लगी.
उसकी गालियां और गंदी बातें मेरे जोश को और बढ़ा रही थी.
यह सब मेरे होने वाले पति राज सब देख और सुन रहे थे, उनके सामने उनकी होने वाली बीवी के पूरे जिस्म को कोई दूसरा मर्द मसल रहा था और गंदी से गंदी गालियां दे रहा है, और वो सब होने दे रहे थे.मैं तो सच में चुदासी थी, मुझे कुछ होश नहीं था, आज एक बार फिर मेरे जिस्म को मेरे होने वाले पति राज ने मसला और मेरे जिस्म के प्यास को इतना जगाया कि अब उसका पूरा फायदा दूसरे मर्द सीड ने उठा लिया.
सीड मेरे बूब्स को इतना जोर से चूसने लगा कि मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मैं अपने होने वाले पति राज को देख नहीं पा रही थी क्योंकि मेरे मुंह में सीड का लन्ड था.तभी सीड बोला- क्या राज भाई? अपने लंड को हाथ से मत रगड़ो, आ जाओ… ये सच में साली छिनाल है. बहुत मस्त माल है संध्या! देखो इसे इस हालत में देख कर तुम्हारा लंड एक बार झड़ने के बाद बीस मिनट के अंदर खड़ा हो गया है.
सीड बोला- आओ राज, मैं इसके मुंह से अपना लन्ड तुम्हारे लिए निकाल ले रहा हूं, राज भाई तुम डालो अपना लन्ड और जबरदस्त चुसवाओ संध्या से! अपन दोनों दोस्त हैं या भाई समझो, ये संध्या आज नहीं तो कल… ये रंडी बनेगी ही! लिख लो मेरी बात! ये संध्या जितनी गर्म है, जितनी सेक्सी है, इसकी प्यास कभी एक या दो मर्द नहीं बुझा पायेंगे, ना ये संतुष्ट हो पायेगी. इसलिए झिझक छोड़ो और अपन दोनों मिल कर इसकी आज की प्यास बुझाते हैं.
सीड बोला- अरे संध्या से क्या पूछना है. राज भाई, तुम यहीं रहोगे इसी रूम में जब मैं संध्या को चोदूंगा अभी तब या थोड़ी देर को बाहर जाओगे?राज बोला- यहीं रहूंगा.तब मैं बोली- आप को अच्छा नहीं लगेगा… आप बाहर चले जाते?पर राज बोला- नहीं, मैं यहीं रहूंगा!
तो सीड बोला- रहने दो!
उस समय मैंने एक टावेल लपेटा हुआ था तो सीड ने सीधे मेरे टावेल को पकड़ कर फेंक दिया और मेरे होठों को चूमने चाटने लगा, मुझसे लिपट गया और मेरे ऊपर चढ़ गया, मुझे लिटा दिया.
वो पूरा नंगा था, उसका सीना मेरे सीने से चिपक गया और उसका लन्ड मेरी चूत में रगड़ खा रहा था, मेरे मुंह को खोल कर मेरी जीभ को अपने होठों से चूमते हुए चाटने लगा, उसने मेरी कामवासना को बहुत जगा दिया तीन चार मिनट के अंदर और अब वो उल्टा हो गया जिसको ओरल सेक्स में 69 पोजीशन कहते हैं, उसका लन्ड मेरे मुंह के पास था और सीड मेरी चूत को फैला कर सीधे चाटने लगा, मुझे बोला- रंडी साली कुतिया, मेरा लन्ड चूस!
तब राज बोला- जो करना है कर… पर ये रंडी वंडी मत बोल!तब सीड बोला- राज भाई, बीस मिनट तक तो ये अब रंडी ही है, ये जो कर रही है ये छिनाल का काम होता है, इसलिए बुरा लगे तो दूसरे कमरे चले जाओ, मैं अभी गाली भी दूंगा.
तब राज फिर बोला- मैं यही हूं, करो जो मन पड़े!इतना सुनते ही सीड बोला- अब देख संध्या, तेरी चूत कैसे साफ करता हूं, तू खुद मेरा लन्ड मुंह में भर लेगी.और वो पूरी जीभ अपनी मेरे चूत में घुसा कर इतना जोर जोर से चूसने लगा और चाटने लगा कि मैं पागल हो गई और सच में उसके लन्ड को पकड़ लिया और जोर जोर से रगड़ने लगी.
तभी उसने दो उंगलियां जोर से चूत में मेरे घुसा दी, मेरे मुंह से ‘हूं उम्म्ह… अहह… हय… याह… हह’ निकल गया और मैंने सीड के लन्ड को मुंह में भर लिया क्योंकि मुझसे रहा ही नहीं गया, और वो चूत में जितना उंगली चलाये, उतना मैं सीड का लन्ड जोर-जोर से चूसूं!
करीब दस मिनट बाद मैंने लन्ड मुंह से निकाला और बोली- सीड, मर जाऊंगी मैं… मुझसे अब सहन नहीं हो रहा है, नहीं बर्दाश्त हो रहा, जल्दी अपना लन्ड डालो, जमकर चोदो… जो करना है करो, पर मुझे शांत करो.
तब सीड मेरी चूत को छोड़ कर मेरे बूब्स पर टूट पड़ा और मेरे दोनों बूब्स को एक एक हाथ से पकड़ कर इतनी ताकत से दबाने लगा कि बहुत दर्द हुआ. मेरे बूब्स अभी छोटे साइज के हैं, इसलिए एक हाथ में आ गए. वह बूब्स को जोर-जोर से खींच कर जम के मसलने लगा और बोला- मादरचोदी, बहुत टाइट और जबरदस्त दूध हैं रे संध्या तेरे!इधर सीड का लन्ड मेरे मुंह में घुसा था जिसे मैं चूस रही थी.अब सीड मेरे बूब्स को एक एक करके दोनों को चूसने लगा इतनी गन्दी गन्दी बातें और गालियां मुझे दे रहा था कि मैंने जो कभी सुनी भी नहीं थी, पर मुझे भी वो बहुत अच्छी लग रही थी और एक भी बुरी नहीं लगी.
उसकी गालियां और गंदी बातें मेरे जोश को और बढ़ा रही थी.
यह सब मेरे होने वाले पति राज सब देख और सुन रहे थे, उनके सामने उनकी होने वाली बीवी के पूरे जिस्म को कोई दूसरा मर्द मसल रहा था और गंदी से गंदी गालियां दे रहा है, और वो सब होने दे रहे थे.मैं तो सच में चुदासी थी, मुझे कुछ होश नहीं था, आज एक बार फिर मेरे जिस्म को मेरे होने वाले पति राज ने मसला और मेरे जिस्म के प्यास को इतना जगाया कि अब उसका पूरा फायदा दूसरे मर्द सीड ने उठा लिया.
सीड मेरे बूब्स को इतना जोर से चूसने लगा कि मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मैं अपने होने वाले पति राज को देख नहीं पा रही थी क्योंकि मेरे मुंह में सीड का लन्ड था.तभी सीड बोला- क्या राज भाई? अपने लंड को हाथ से मत रगड़ो, आ जाओ… ये सच में साली छिनाल है. बहुत मस्त माल है संध्या! देखो इसे इस हालत में देख कर तुम्हारा लंड एक बार झड़ने के बाद बीस मिनट के अंदर खड़ा हो गया है.
सीड बोला- आओ राज, मैं इसके मुंह से अपना लन्ड तुम्हारे लिए निकाल ले रहा हूं, राज भाई तुम डालो अपना लन्ड और जबरदस्त चुसवाओ संध्या से! अपन दोनों दोस्त हैं या भाई समझो, ये संध्या आज नहीं तो कल… ये रंडी बनेगी ही! लिख लो मेरी बात! ये संध्या जितनी गर्म है, जितनी सेक्सी है, इसकी प्यास कभी एक या दो मर्द नहीं बुझा पायेंगे, ना ये संतुष्ट हो पायेगी. इसलिए झिझक छोड़ो और अपन दोनों मिल कर इसकी आज की प्यास बुझाते हैं.