hotaks444
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मिनी मेरे लण्ड को छोड़ कर बोली- यार, आप अंदर चलो न! मैं हार गई, प्लीज मुझे अंदर ले जाकर मेरी प्यास बुझा दो। इनको चाहे कुछ याद रहे या न रहे पर इनके सामने में शायद कुछ नहीं कर पाऊँगी, चलो न अंदर!मैंने कहा- ओके, चलो पर देखो ये भी यादगार पल होंगे तुम्हारी ज़िन्दगी के जब तुम एक दूसरे मर्द के सामने चुदवा रही हो। बाकी मैं तुम्हे फ़ोर्स नहीं करूँगा, तुम जैसा कहो वैसा कर लूंगा। पर मैं इसे बहुत सालों से जानता हूँ, इसे दारु के दूसरे पेग के बाद कुछ याद नहीं रहता, इसके साथ कुछ भी करो।
मिनी ने कुछ देर सोचा फिर बोली- ठीक है, आज किसी और के सामने नंगी होकर देखती हूँ!
मुझे सोच कर ही करंट दौड़ रहा था।
और मिनी ने फिर से मेरे लण्ड को पकड़ कर सहलाने और पुचकारने लगी।
मैंने अपने पांव से मिनी का तौलिया हटाना शुरू कर दिया।
मिनी ने मेरे लण्ड को चूसना शुरू किया मैंने मिनी का तौलिया पूरी तरह उसके बदन से अलग कर दिया। मिनी ने भी मेरा तौलिया हटा दिया।
और जब मिनी मेरे लण्ड को चूस रही थी मैंने आरके को इशारा किया कि ऐसे ही चुतिया बना रह!
मिनी अच्छे से लण्ड चूसने के बाद 69 में आने लगी, बोली- आप भी करना चाह रहे होगे न? मैं मरी जा रही हूँ। वाकयी कितना अच्छा लग रहा है।
मैंने कहा- और मजा आएगा, अभी रुक तो सही।
मैंने बोला- आरके भाई, कैसी लग रही है मेरी प्यारी नंगी बीवी?
आरके बोला- भाभी तो बहुत खूबसूरत हैं।
मिनी एकदम चौंक गई और जल्दी से मेरे ऊपर से हट कर तौलिया उठाने लगी।
मैंने कहा- वो ज़िंदा है, सब देख रहा है सब कुछ कर सकता है, पर सुबह सब भूल जायेगा, कोई सोया या मरा हुआ आदमी थोड़े ही है। मिनी के चेहरे पर थोड़ी सी शान्ति का भाव आया।
फिर उसने देखा कि जल्दी के कारण वो आरके के काफी करीब खड़ी थी, आरके का लण्ड भी बाहर की ओर निकला हुआ था।
मैंने मिनी का हाथ पकड़ा और अपनी ओर खींच लिया।
मिनी बोली- सच में भैया को सुबह कुछ याद नहीं रहेगा न?
मैंने कहा- हाँ यार, सही कह रहा हूँ।
मिनी फिर बोली- मैं इनके सामने आपसे और उनसे कैसी भी बातें करूँ न?
मैंने कहा- दिल खोल के जो चाहो करो।
मिनी आरके से बोली- भैया, आपके टॉवल के अंदर से सब कुछ दिख रहा है।
आरके बोला- भाभी, उसे लण्ड बोलते है, हाँ वो बाहर आ गया है। आपको कैसा लगा मेरा लण्ड?
मिनी बोली- आपका दिखने में बहुत सुन्दर है।
मैंने कहा- तुम चाहो तो उसे छू कर देख सकती हो।
मिनी बोली- सच में? मेरा मन कर ही रहा था पर मैंने सोचा कि शायद आपको अच्छा न लगे।
मैंने कहा- यार तुम भी कैसी बातें करती हो? अगर किसी और के लौड़े को देखने या छूने से तुम्हारे मेरे लिए प्यार कम थोड़े ही होने वाला है।
थोड़ा रूक कर मैं आरके से बोला- आरके भाई, अपना टॉवल हटा कर आओ मेरी बीवी को अपना लण्ड दिखाओ, उसे अपने लण्ड को छूने दो।
आरके उठ कर खड़ा हो गया और सोफे से बिल्कुल करीब आकर बिल्कुल नंगा मेरी प्यारी बीवी मिनी की आँखों के सामने अपने लौड़े को पेश कर दिया।
मेरी बीवी ने मेरी तरफ देखते हुए उसके लण्ड को धीरे से छूने के लिए हाथ बढ़ाये, फिर पूरा मुट्ठी में भर लिया।
मिनी बोली- भैया, आपका लंड बहुत अच्छा और तना हुआ है।
आरके बोला- भाभी, क्या आप मेरे लंड को चूस कर मेरा पानी निकाल सकती हैं।
मिनी बोली- हाँ भैया, क्यूँ नहीं। पर अभी थोड़ी देर आप अपने लंड को ऐसे ही रखिये, आप आराम से हम दोनों को प्यार करते हुए देखेंगे तो आपको चुसवाने में और भी मज़ा आएगा।
फिर बीवी ने हम दोनों के लंड को पकड़ के खेलना शुरू किया, मेरे लंड को चूमती कभी आरके के लंड को।
आरके भी आहें भर रहा था और मैं भी।
मैं आरके से बोला- बहनचोद, तूने अपना लंड पकड़वाया हुआ है और वो देख, तेरे लंड को चूम भी रही है और तू है कि मेरी बीवी को प्यार भी नहीं कर रहा! चल तू भी अपना हाथ चला… मेरी बीवी को आज तक किसी और मर्द ने नहीं छुआ है। तू मेरी बीवी के किसी भी अंग को चूम और छू सकता है।
आरके बोला- भाई थैंक यू, तूने तो दिल की बात कर दी।
फिर आरके मेरी बीवी के बूब्स को सहलाने लगा और निप्पलों के साथ खेलने लगा। मिनी की साँसें गहरी होती जा रही थी, मिनी बोली अब तो आप अपना लंड मेरे अंदर डाल दो, मैं मरने वाली हूँ, कब से तड़प रही हूँ आपके लंड के लिए!
मैंने कहा- चाहो तो आज इसका लंड ले सकती हो।
मिनी बोली- नहीं, मुझे आपका ही लौड़ा अपने अंदर डलवाना है।
अब मिनी को सोफे पे लिटाया और मैं उसके ऊपर आ गया।
पर जगह कम थी इसके कारण स्ट्रोक्स अच्छे नहीं लग पा रहे थे, मैंने कहा- चल अंदर बिस्तर पे ही तेरी चुदाई करता हूँ।
मिनी बोली- हाँ, यहाँ अच्छे से लेट भी नहीं पा रही मैं।
हम तीनो नंगे ही बिस्तर पे चले गए।
आरके ने बोला- भाई क्या मैं तेरी बीवी की चूत चाट सकता हूँ? बहुत देर से इनकी खुशबू ने मुझे दीवाना बनाया हुआ है।
मैंने कहा- मुझसे क्या पूछता है, मेरी बीवी से पूछ!
उसने फिर कहा- भाभी, क्या मैं आपकी चूत चाट लूँ?
मिनी बोली- नहीं भैया, अभी नहीं अभी मुझे लौड़े की ज़रूरत है, प्लीज आप माइंड मत करना।
मैंने कहा- एक काम कर, तू मेरा लंड चूस ले!
मिनी बोली- ओह्ह… आप किसी मर्द से लंड चुसवा सकते हो, और ये किसी और लंड चूस सकते हैं?
मैंने कहा- अभी उसे चढ़ी हुई है, अभी वो कुछ भी कर सकता है। और मुंह तो औरत का हो या आदमी का रहेगा तो वैसा ही न!
मिनी बोली- नहीं, मुझे अभी आपका लौड़ा अपनी चूत में चाहिए।
और मुझे उठाने की कोशिश करने लगी। मैं उठकर उसके ऊपर चढ़ गया और दो ही बार में उसकी चूत में अपना पूरा लंड पेल दिया। अब आरके मेरी बीवी के बूब्स के ऊपर अपने लंड से मार रहा था और मुट्ठ मार रहा था।
मैंने आरके से बोला- तू अपना मुंह लंड के पास लेकर आ।
आरके उल्टा लेट गया, अब उसकी टाँगें बीवी के मुंह की तरफ और उसका मुंह मेरी बीवी की चूत और मेरे लंड के करीब था, आरके की गर्म साँसे में अपने टट्टे पर महसूस कर रहा था।
मैंने अपना लंड मिनी की चूत से बाहर निकला और आरके के मुंह पे रख दिया, आरके को जैसे ही गीला गीला महसूस हुआ, उसने तुरंत उसे अपने मुंह में ले लिया।
मैंने फिर उसके मुंह से बाहर निकाला और बीवी की चूत में डाल दिया, फिर 2 धक्के बीवी की चूत में और 2 धक्के आरके के मुंह में मारने लगा।
आरके को मिनी का पानी पीना था, उसका इससे अच्छा उपाय नहीं था। जब मैं मिनी की चूत में धक्के मारता तो आरके कभी मेरी गांड चाटता और कभी मिनी की।
इधर जब मिनी को उसकी गांड पे जीभ महसूस हुई तो और ज्यादा उत्साहित हो गई और उसने भी आरके के लंड को सहलाना और मुट्ठ मारना शुरू कर दिया, मैं मिनी की चुदाई के साथ साथ उसके बूब्स भी मसल रहा था।
हम तीनों की सिसकारियाँ और आहें कमरे में गूंजने लगी।
मिनी बोली- भैया, आप वहाँ से हट जाओ, मैं आने वाली हूँ।
आरके बोला- भाभी, आप आ जाओ, पूरा पानी मेरे ऊपर निकाल दो, कोई बात नहीं, मुझे अच्छा लगेगा।
मैंने कहा- मिनी, तुम किसी की चिंता मत करो, बस चुदो मुझसे, मैं भी आने वाला हूँ।
मेरी आवाज़ें तेज़ होती जा रही थी, मैंने कहा- रंडी साली कुतिया, दूसरे लंड को कैसे मसल रही है? तेरी माँ की चूत। तेरी चूत को मार मार के भोसड़ा बना दूंगा माँ की लौड़ी।
मिनी बोली- और चोदिये न, आपकी ही चूत है, जितना मर्जी आये, उतना इसे चोदिये, मैं तो आपसे चुदने के लिए ही बनी हूँ, आपकी रंडी बनकर ही रहना चाहती हूँ।
हम दोनों का लगभग एक साथ स्खलन हो गया।
इधर आरके लगातार मेरी और मिनी की गांड चाटे जा रहा था।
फिर जब मैं पूरी तरह मिनी की चूत में झड़ गया तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला जिसे आरके ने बहुत अच्छे से साफ़ किया। फिर उसने मेरी बीवी मिनी की चूत को भी अच्छे से चाट के साफ़ कर दिया।
इधर मिनी ने आरके को भी हिला हिला के पागल सा कर रखा था।
मैंने अपनी बीवी से उसका लंड छुड़ाया और आरके के लंड को अपनी बीवी के सामने ही चूसने लगा।
मिनी बोली- आप?
मैंने कहा- जिसने तुम्हें इतना अच्छी अनुभूति दी है, उसके लिए ये क्या मैं कुछ भी कर सकता हूँ।
मिनी बोली- आप हटो, मैं चूस लेती हूँ। आदमी का लंड औरत चूसे तो ज्यादा अच्छा लगता है।
मैंने कहा- ठीक है, पर आरके को बहुत अच्छे से तृप्त कर देना।
मैंने कहा- तुम उसके ऊपर लेट जाओ, अपने बदन से उसके बदन को रगड़ कर उसकी मलाई का कतरा कतरा निकाल दो।
मिनी ने कुछ देर सोचा फिर बोली- ठीक है, आज किसी और के सामने नंगी होकर देखती हूँ!
मुझे सोच कर ही करंट दौड़ रहा था।
और मिनी ने फिर से मेरे लण्ड को पकड़ कर सहलाने और पुचकारने लगी।
मैंने अपने पांव से मिनी का तौलिया हटाना शुरू कर दिया।
मिनी ने मेरे लण्ड को चूसना शुरू किया मैंने मिनी का तौलिया पूरी तरह उसके बदन से अलग कर दिया। मिनी ने भी मेरा तौलिया हटा दिया।
और जब मिनी मेरे लण्ड को चूस रही थी मैंने आरके को इशारा किया कि ऐसे ही चुतिया बना रह!
मिनी अच्छे से लण्ड चूसने के बाद 69 में आने लगी, बोली- आप भी करना चाह रहे होगे न? मैं मरी जा रही हूँ। वाकयी कितना अच्छा लग रहा है।
मैंने कहा- और मजा आएगा, अभी रुक तो सही।
मैंने बोला- आरके भाई, कैसी लग रही है मेरी प्यारी नंगी बीवी?
आरके बोला- भाभी तो बहुत खूबसूरत हैं।
मिनी एकदम चौंक गई और जल्दी से मेरे ऊपर से हट कर तौलिया उठाने लगी।
मैंने कहा- वो ज़िंदा है, सब देख रहा है सब कुछ कर सकता है, पर सुबह सब भूल जायेगा, कोई सोया या मरा हुआ आदमी थोड़े ही है। मिनी के चेहरे पर थोड़ी सी शान्ति का भाव आया।
फिर उसने देखा कि जल्दी के कारण वो आरके के काफी करीब खड़ी थी, आरके का लण्ड भी बाहर की ओर निकला हुआ था।
मैंने मिनी का हाथ पकड़ा और अपनी ओर खींच लिया।
मिनी बोली- सच में भैया को सुबह कुछ याद नहीं रहेगा न?
मैंने कहा- हाँ यार, सही कह रहा हूँ।
मिनी फिर बोली- मैं इनके सामने आपसे और उनसे कैसी भी बातें करूँ न?
मैंने कहा- दिल खोल के जो चाहो करो।
मिनी आरके से बोली- भैया, आपके टॉवल के अंदर से सब कुछ दिख रहा है।
आरके बोला- भाभी, उसे लण्ड बोलते है, हाँ वो बाहर आ गया है। आपको कैसा लगा मेरा लण्ड?
मिनी बोली- आपका दिखने में बहुत सुन्दर है।
मैंने कहा- तुम चाहो तो उसे छू कर देख सकती हो।
मिनी बोली- सच में? मेरा मन कर ही रहा था पर मैंने सोचा कि शायद आपको अच्छा न लगे।
मैंने कहा- यार तुम भी कैसी बातें करती हो? अगर किसी और के लौड़े को देखने या छूने से तुम्हारे मेरे लिए प्यार कम थोड़े ही होने वाला है।
थोड़ा रूक कर मैं आरके से बोला- आरके भाई, अपना टॉवल हटा कर आओ मेरी बीवी को अपना लण्ड दिखाओ, उसे अपने लण्ड को छूने दो।
आरके उठ कर खड़ा हो गया और सोफे से बिल्कुल करीब आकर बिल्कुल नंगा मेरी प्यारी बीवी मिनी की आँखों के सामने अपने लौड़े को पेश कर दिया।
मेरी बीवी ने मेरी तरफ देखते हुए उसके लण्ड को धीरे से छूने के लिए हाथ बढ़ाये, फिर पूरा मुट्ठी में भर लिया।
मिनी बोली- भैया, आपका लंड बहुत अच्छा और तना हुआ है।
आरके बोला- भाभी, क्या आप मेरे लंड को चूस कर मेरा पानी निकाल सकती हैं।
मिनी बोली- हाँ भैया, क्यूँ नहीं। पर अभी थोड़ी देर आप अपने लंड को ऐसे ही रखिये, आप आराम से हम दोनों को प्यार करते हुए देखेंगे तो आपको चुसवाने में और भी मज़ा आएगा।
फिर बीवी ने हम दोनों के लंड को पकड़ के खेलना शुरू किया, मेरे लंड को चूमती कभी आरके के लंड को।
आरके भी आहें भर रहा था और मैं भी।
मैं आरके से बोला- बहनचोद, तूने अपना लंड पकड़वाया हुआ है और वो देख, तेरे लंड को चूम भी रही है और तू है कि मेरी बीवी को प्यार भी नहीं कर रहा! चल तू भी अपना हाथ चला… मेरी बीवी को आज तक किसी और मर्द ने नहीं छुआ है। तू मेरी बीवी के किसी भी अंग को चूम और छू सकता है।
आरके बोला- भाई थैंक यू, तूने तो दिल की बात कर दी।
फिर आरके मेरी बीवी के बूब्स को सहलाने लगा और निप्पलों के साथ खेलने लगा। मिनी की साँसें गहरी होती जा रही थी, मिनी बोली अब तो आप अपना लंड मेरे अंदर डाल दो, मैं मरने वाली हूँ, कब से तड़प रही हूँ आपके लंड के लिए!
मैंने कहा- चाहो तो आज इसका लंड ले सकती हो।
मिनी बोली- नहीं, मुझे आपका ही लौड़ा अपने अंदर डलवाना है।
अब मिनी को सोफे पे लिटाया और मैं उसके ऊपर आ गया।
पर जगह कम थी इसके कारण स्ट्रोक्स अच्छे नहीं लग पा रहे थे, मैंने कहा- चल अंदर बिस्तर पे ही तेरी चुदाई करता हूँ।
मिनी बोली- हाँ, यहाँ अच्छे से लेट भी नहीं पा रही मैं।
हम तीनो नंगे ही बिस्तर पे चले गए।
आरके ने बोला- भाई क्या मैं तेरी बीवी की चूत चाट सकता हूँ? बहुत देर से इनकी खुशबू ने मुझे दीवाना बनाया हुआ है।
मैंने कहा- मुझसे क्या पूछता है, मेरी बीवी से पूछ!
उसने फिर कहा- भाभी, क्या मैं आपकी चूत चाट लूँ?
मिनी बोली- नहीं भैया, अभी नहीं अभी मुझे लौड़े की ज़रूरत है, प्लीज आप माइंड मत करना।
मैंने कहा- एक काम कर, तू मेरा लंड चूस ले!
मिनी बोली- ओह्ह… आप किसी मर्द से लंड चुसवा सकते हो, और ये किसी और लंड चूस सकते हैं?
मैंने कहा- अभी उसे चढ़ी हुई है, अभी वो कुछ भी कर सकता है। और मुंह तो औरत का हो या आदमी का रहेगा तो वैसा ही न!
मिनी बोली- नहीं, मुझे अभी आपका लौड़ा अपनी चूत में चाहिए।
और मुझे उठाने की कोशिश करने लगी। मैं उठकर उसके ऊपर चढ़ गया और दो ही बार में उसकी चूत में अपना पूरा लंड पेल दिया। अब आरके मेरी बीवी के बूब्स के ऊपर अपने लंड से मार रहा था और मुट्ठ मार रहा था।
मैंने आरके से बोला- तू अपना मुंह लंड के पास लेकर आ।
आरके उल्टा लेट गया, अब उसकी टाँगें बीवी के मुंह की तरफ और उसका मुंह मेरी बीवी की चूत और मेरे लंड के करीब था, आरके की गर्म साँसे में अपने टट्टे पर महसूस कर रहा था।
मैंने अपना लंड मिनी की चूत से बाहर निकला और आरके के मुंह पे रख दिया, आरके को जैसे ही गीला गीला महसूस हुआ, उसने तुरंत उसे अपने मुंह में ले लिया।
मैंने फिर उसके मुंह से बाहर निकाला और बीवी की चूत में डाल दिया, फिर 2 धक्के बीवी की चूत में और 2 धक्के आरके के मुंह में मारने लगा।
आरके को मिनी का पानी पीना था, उसका इससे अच्छा उपाय नहीं था। जब मैं मिनी की चूत में धक्के मारता तो आरके कभी मेरी गांड चाटता और कभी मिनी की।
इधर जब मिनी को उसकी गांड पे जीभ महसूस हुई तो और ज्यादा उत्साहित हो गई और उसने भी आरके के लंड को सहलाना और मुट्ठ मारना शुरू कर दिया, मैं मिनी की चुदाई के साथ साथ उसके बूब्स भी मसल रहा था।
हम तीनों की सिसकारियाँ और आहें कमरे में गूंजने लगी।
मिनी बोली- भैया, आप वहाँ से हट जाओ, मैं आने वाली हूँ।
आरके बोला- भाभी, आप आ जाओ, पूरा पानी मेरे ऊपर निकाल दो, कोई बात नहीं, मुझे अच्छा लगेगा।
मैंने कहा- मिनी, तुम किसी की चिंता मत करो, बस चुदो मुझसे, मैं भी आने वाला हूँ।
मेरी आवाज़ें तेज़ होती जा रही थी, मैंने कहा- रंडी साली कुतिया, दूसरे लंड को कैसे मसल रही है? तेरी माँ की चूत। तेरी चूत को मार मार के भोसड़ा बना दूंगा माँ की लौड़ी।
मिनी बोली- और चोदिये न, आपकी ही चूत है, जितना मर्जी आये, उतना इसे चोदिये, मैं तो आपसे चुदने के लिए ही बनी हूँ, आपकी रंडी बनकर ही रहना चाहती हूँ।
हम दोनों का लगभग एक साथ स्खलन हो गया।
इधर आरके लगातार मेरी और मिनी की गांड चाटे जा रहा था।
फिर जब मैं पूरी तरह मिनी की चूत में झड़ गया तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला जिसे आरके ने बहुत अच्छे से साफ़ किया। फिर उसने मेरी बीवी मिनी की चूत को भी अच्छे से चाट के साफ़ कर दिया।
इधर मिनी ने आरके को भी हिला हिला के पागल सा कर रखा था।
मैंने अपनी बीवी से उसका लंड छुड़ाया और आरके के लंड को अपनी बीवी के सामने ही चूसने लगा।
मिनी बोली- आप?
मैंने कहा- जिसने तुम्हें इतना अच्छी अनुभूति दी है, उसके लिए ये क्या मैं कुछ भी कर सकता हूँ।
मिनी बोली- आप हटो, मैं चूस लेती हूँ। आदमी का लंड औरत चूसे तो ज्यादा अच्छा लगता है।
मैंने कहा- ठीक है, पर आरके को बहुत अच्छे से तृप्त कर देना।
मैंने कहा- तुम उसके ऊपर लेट जाओ, अपने बदन से उसके बदन को रगड़ कर उसकी मलाई का कतरा कतरा निकाल दो।