hotaks444
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मिनी के टच के कारण मेरा लौड़ा आधा तो खड़ा हो ही गया था।
कोमल भी मेरे करीब आई और मिनी से बोली- भाभी, मैं क्या करूँ?
मिनी ने कहा- जो तुम करना चाहो, ये तो एक मूर्ति हैं 3 मिनट तक… इस मूर्ति से जैसे चाहो खेलो, बस मूर्ति अपने आप हिल जानी चाहिए।
कोमल आरके को देखकर बोली- सुनो मेरे पास एक आईडिया है पर तुम्हें बुरा तो नहीं लगेगा?
आरके बोला- यार दोस्त यारों के साथ खेल खेलते हैं तो बुरा क्या लगना है, करो जो तुम्हें करना है।
कोमल ने आकर मेरे कमर में हाथ डाला और बोली- इनको गुदगुदी करते हैं।
मिनी बोली- इनको गुदगुदी नहीं होती यार… चल तू कोशिश कर!
मिनी बोली- तुम्हें ऐसे तो नहीं छोडूंगी।
इतने में आरके बोला- भाभी, आपको ऐसे आईडिया आते कहाँ से हैं।
मिनी जमीन में बैठकर मेरी जांघों और पैरों पर चुम्बन करने लगी, अपने हाथ फेरने लगी जो कि मेरे चूतड़ों तक जा रहे थे।
उसके कारण मेरा लंड और अकड़ गया।
मैंने यहाँ तक सब सम्भाल लिया पर कोमल भी कमर में हाथ डाले हुए थी और वो मिनी की हरकत को बड़े ध्यान से देख रही थी। तो उसके मुंह से एकदम निकल गया- भैया आपका तो बहुत बड़ा है?
मेरी नज़र एकदम से नीचे चली गई।
इतने में मिनी उछलती हुई बोली- ये… ये… आउट आउट! अब टाइम फिर से शुरू होगा।
मैंने कोमल से कहा- क्या यार, हरवा दिया तुमने?
कोमल भी हंसने लगी और वो थोड़ी और आज़ाद महसूस करने लगी क्योंकि किसी ने उसकी तरफ ऐसे देखा ही नहीं जैसे उसने कुछ गलत बोल दिया हो।
खैर में अगले 3 मिनट तक एक जैसा खड़ा रहा जबकि मिनी से 2-4 बार मेरे लंड को तौलिया के अंदर हाथ डाल के भी पुचकार दिया। हम लोग वापिस खेलने के लिए बैठ गए।
अब अभी अभी मेरे शरीर से दो लड़कियाँ खेल रही थी इसलिए लंड तो खड़ा था ही… तो मैंने कहा- देखो भई, तुम लोगों ने उकसाया है अब, अभी उसे बैठने में टाइम लगेगा, तब तक दोनों लड़कियों तुम मेरे तम्बू को देखकर अपने आप को गर्म कर सकती हो।
और हंसने लगा।
अबकी बार बोतल मुझे घुमानी थी, मैंने बोतल घुमाई और जैसा सोचा था कोमल पर जाकर रुकी।
कोमल बोली- नो नो… मैं नहीं खेल रही!
आरके बोला- वाह, जब तक हम लोगों पर आ रहा था तो मजे ले रही थी अब नहीं खेलना?
मिनी बोली- ये तो गलत बात है कोमल… ऐसे थोड़े ही होता है?
मैंने कहा- देख लो ज्यादा मुश्किल काम नहीं देंगे तुम्हें।
कोमल बोली- यार थोड़ा तो नाटक करना चाहिए न, बस वही कर रही थी, मैं तैयार हूँ, बताओ क्या करना है?
मैंने कहा- तुम्हें हम तीनों में से किसी को भी अगले 5 मिनट तक किस करना है। 5 मिनट तक होंठों से होंठ अलग हुए तो टाइम फिर से शुरू होगा। तुम जिसे भी किस करोगी उसके अलावा बाकी के दोनों लोग तुम्हारा चुम्बन तोड़ने की कोशिश करेंगे। बताओ तुम किसे चूमना चाहती हो?
कोमल थोड़ी संकोच के साथ बोली- किसी को भी?
सबने एक सुर में कहा- हाँ भई, किसी को भी!
कोमल थोड़ा सोच कर बोली- मैं नीलू को किस करुँगी।
आरके बोला- मुझे तो हमेशा ही चूमती है और चूम सकती है, चाहे तो अभी भी अपना फैसला बदल सकती है।
आरके की नशे में चूर मदहोश आवाज़ ने कोमल को दोबारा सोचने पर मजबूर किया, कोमल आरके की तरफ देखकर बोली- फिर तो मेरे पास भैया को चूमने के अलावा कोई और चारा ही नहीं है।
मैंने कहा- मजबूरी में नहीं, तुम चाहो तो मिनी को भी किस कर सकती हो।
कोमल ने मिनी की तरफ देखा और बोली- भाभी, आपके होंठ बहुत गुलाबी हैं, मैं आपको किस करू तो आपको…
मिनी बात पूरी होने से पहले ही बोली- यार, इतना मत सोच, तुम जिसको भी बोलोगी उसे तुम्हें किस करना ही पड़ेगा। वैसे मैं ज़िन्दगी में पहली बार किसी लड़की को किस करने वाली हूँ। पता नहीं कैसा लगेगा।
कोमल बोली- तो भाभी, आज चखते हैं कि लड़की को किस करना कैसा लगता है, मेरा भी यह पहला अनुभव होगा जब मैं किसी लड़की को चूमूँगी।
कोमल अपने घुटनों पर बैठ गई और मिनी भी घुटनों पर आ गई जिससे दोनों की लम्बाई बराबर आ जाये।
मैंने स्टॉप क्लॉक चालू करके कहा- आपका समय अब शुरू होता है… अब!
एक एयर होस्टेस की ड्रेस में एक नर्स की ड्रेस में छोटे छोटे कपड़ो में एक दूसरे को चूमने के लिए जैसे ही अपने होंठों को होंठों से मिलाया, मैंने आरके को इशारा किया तू मिनी के पीछे से जा, मैं कोमल के पीछे से जाता हूँ।
कोमल को बहुत देर से देख रहा था कि वो अपने छोटे कपड़ों में अपने बदन को ढकने की कोशिश कर रही थी पर अब वो कुछ ख़ास कर नहीं सकती थी। उसकी माइक्रो स्कर्ट से उसके कूल्हे न के बराबर ही ढक पा रहे थे।
मैं कोमल के पीछे जाकर उसकी टांगों की तरफ मुंह करके लेट गया और थोड़ा खिसक कर उसकी टांगों के बीच अपना मुंह पहुँचा लिया। उसने अंदर कुछ पहना तो था ही नहीं, उसकी नंगी चूत अब बिल्कुल मेरी आँखों के सामने थी।
इधर आरके मिनी के पीछे गया और मिनी को बहुत देर से अधनंगी देख देख कर आरके कामोत्तेजित हो चुका था। क्योंकि कोमल के होंठ से होंठ मिले हुए थे तो वो मिनी के पीछे क्या हो रहा है, नहीं देख सकती थी, कोमल को सिर्फ आरके की शक्ल ही दिख रही थी।
आरके ने चतुराई से कोमल से बिना नजर चुराए अपना लंड तौलिया से थोड़ा बाहर निकाल के मिनी की आधी नंगी गांड पे रगड़ना शुरू कर दिया और अपने हाथों से मिनी के कूल्हे दबा रहा था।
इधर मैं इनके चुम्बन को तोड़ने के लिए कोमल के नीचे लेटे लेटे बोला- यार कोमल, तुम्हारी चूत पर तो एक भी बाल नहीं है। आज ही बनाए हैं क्या?
वो किस करते करते उंह उंह करके कुछ बोलने की कोशिश कर रही थी और अपनी चूत पर अपना एक हाथ रख लिया।
मैंने कहा- यार कोमल, तुम्हारे चूतड़ भी बहुत बढ़िया और गोल हैं एकदम मस्त चिकने।
इस बार तो कोमल के सब्र का बाँध टूट ही गया, वह चुम्बन करना छोड़ बोली- भैया, मैं आपकी बहू जैसी हूँ, आपको इस तरह करना शोभा देता है क्या? भाभी, आप भी कुछ नहीं कह रही?
मैंने कहा- कौन बहू? मैं तो यहाँ अपने दोस्तों के साथ खेल रहा हूँ।
मिनी बोली- मैं क्या बोलूँ, आरके भी तो मेरे पीछे से मेरे कूल्हे सहला रहा है। एक दो बार तो उसकी ऊँगली मेरे छेद को भी छू आई है। पर तुम्हारा ये जोखिम पूरा हो जाये उसके लिए मैंने अपना मुंह नहीं हटाया। यार दोस्तों-यारों में सब चलता है, और फिर हमारे पति कोई बेईमानी तो कर नहीं रहे, जो कुछ कर रहे हैं, हमारे सामने ही कर रहे हैं। अब जब तुम xxx मूवीज देखती हो तो तुम्हारा भी तो मन करता है न कि सम्भोग करें। ऐसे ही मेरे पति तुम्हें और तुम्हारे पति मुझे देख कर उत्तेजित हो रहे है। उन्हें होने दो उत्तेजित… जब ज्यादा उत्तेजित होंगे तभी तो हमें अच्छे से प्यार करेंगे न।
कोमल को कुछ कुछ समझ आ रहा था, बोली- सॉरी एवरी वन! भैया टाइम दुबारा शुरू कर दो।
मैंने स्टॉप क्लॉक फिर से शुरू कर दी।
अबकी बार मैं फिर से कोमल की टांगों की बीच पहुँचा और धीरे धीरे कोमल की चूत के पास अपनी उंगली घुमाने लगा, फिर उनकी गांड में उंगली फेरने लगा, थोड़ी सी गर्दन को उठा कर उसकी चूत पर चुम्मी कर दी।
अब कोमल की साँसें तेज़ होने लगी, पर उसने मुझे रोकने की कोशिश नहीं की।
इधर आरके को भी थोड़ी और आज़ादी मिल गई थी, उसने मिनी के कंधे पर अपना मुंह रखा हुआ था, उसके हाथ मिनी के वक्ष स्थल के आसपास घूम रहे थे और कोमल की नज़र इन सभी चीज़ों पर ही थी।
जिस चीज़ पर कोमल की नज़र नहीं थी वो यह कि मिनी अपने हाथ से आरके के लंड को पुचकार रही थी और अपनी गांड पे रगड़वा रही थी।
आरके बोला- तूने मेरी बीवी की चूत देख ली, मैं भी तो अपनी भाभी की चूत देख कर आऊँ!
वो भी मेरी तरह मिनी के नीचे लेट गया और मिनी तो आरके से पहले ही चुदवा चुकी थी इसलिए वो सीधा मिनी की चूत को चाटने और चूमने लगा।
मिनी बहुत गर्म हो रही थी इसलिए उसने कोमल के हाथ अपने चूचों पर रख दिए, कोमल को भी मज़ा आया वो भी मिनी के बूब्स रगड़ के दबाने लगी।
मैंने भी इसी बीच एक दो बार अपनी ऊँगली और जीभ कोमल की चूत के अंदर तक डाल के निकाल ली।
स्टॉप क्लॉक पर टाइम खत्म होने की आवाज़ आई ‘बीप बीप…’
पर उस आवाज़ के आने के 10 सेकंड तक कोई अपनी जगह से नहीं हिला, फिर सब अपनी अपनी जगह बैठ गए।
अभी कमरे में सन्नाटा था।
मैंने मसखरी करते हुए कोमल से कहा- क्यूँ मज़ा आया न?
कोमल नज़र नीचे करके बोतल उठाने लगी।
मैं आरके से बोला- और मिनी की चूत के बारे में आपकी क्या राय है?
आरके बोला- मिनी भाभी की चूत एकदम चिकनी है और बड़ी प्यारी है।
मिनी और कोमल दोनों अब तक चुप थी।
मिनी बोली- कोमल, तू चिंता मत कर… अबकी बार इन दोनों में से किसी की बारी आने दे, ऐसा काम कराएँगे कि इनकी सारी हंसी निकल जाएगी।
कोमल ने बोतल घुमाई बोतल जाकर रुकी आरके पर… कोमल बोली- मार दिया जाये या छोड़ दिया जाये?
आरके बोला- हमें तो मरने में ज्यादा ख़ुशी मिलेगी।
सब इस बात पे हंस पड़े।
कोमल बोली- तुमने मुझे एक लड़की को किस कराया था न? अब तुम्हारा टास्क है कि तुम हम सबके सामने भैया का लंड चुसोगे।
इस पर मैंने थोड़ा नाटक करते हुए कहा- यार, हमने कब तुम्हें मजबूर किया? हमने तो कहा था कि तुम हम तीनों में से किसी को भी किस कर सकती हो, तुम खुद ही दो मर्दों को छोड़ कर लड़की को किस करने गई। इतनी बड़ी सजा मत दो हम दोनों को।
कोमल के चेहरे पर जीत की मुस्कराहट साफ़ दिखाई पड़ रही थी।
आरके बोला- यार रंगीला, इतना लंड चुसवाया है, हमेशा सोचता हूँ कि चूसने में कैसा लगता होगा। चल आज तेरा लंड चूस के देख ही लेता हूँ।
मैंने कहा- ठीक है, मैं सोफे पर बैठ जाता हूँ, तू घुटनों पर बैठ जाना।
मैंने अपना तौलिया हटाया।
कोमल भी मेरे करीब आई और मिनी से बोली- भाभी, मैं क्या करूँ?
मिनी ने कहा- जो तुम करना चाहो, ये तो एक मूर्ति हैं 3 मिनट तक… इस मूर्ति से जैसे चाहो खेलो, बस मूर्ति अपने आप हिल जानी चाहिए।
कोमल आरके को देखकर बोली- सुनो मेरे पास एक आईडिया है पर तुम्हें बुरा तो नहीं लगेगा?
आरके बोला- यार दोस्त यारों के साथ खेल खेलते हैं तो बुरा क्या लगना है, करो जो तुम्हें करना है।
कोमल ने आकर मेरे कमर में हाथ डाला और बोली- इनको गुदगुदी करते हैं।
मिनी बोली- इनको गुदगुदी नहीं होती यार… चल तू कोशिश कर!
मिनी बोली- तुम्हें ऐसे तो नहीं छोडूंगी।
इतने में आरके बोला- भाभी, आपको ऐसे आईडिया आते कहाँ से हैं।
मिनी जमीन में बैठकर मेरी जांघों और पैरों पर चुम्बन करने लगी, अपने हाथ फेरने लगी जो कि मेरे चूतड़ों तक जा रहे थे।
उसके कारण मेरा लंड और अकड़ गया।
मैंने यहाँ तक सब सम्भाल लिया पर कोमल भी कमर में हाथ डाले हुए थी और वो मिनी की हरकत को बड़े ध्यान से देख रही थी। तो उसके मुंह से एकदम निकल गया- भैया आपका तो बहुत बड़ा है?
मेरी नज़र एकदम से नीचे चली गई।
इतने में मिनी उछलती हुई बोली- ये… ये… आउट आउट! अब टाइम फिर से शुरू होगा।
मैंने कोमल से कहा- क्या यार, हरवा दिया तुमने?
कोमल भी हंसने लगी और वो थोड़ी और आज़ाद महसूस करने लगी क्योंकि किसी ने उसकी तरफ ऐसे देखा ही नहीं जैसे उसने कुछ गलत बोल दिया हो।
खैर में अगले 3 मिनट तक एक जैसा खड़ा रहा जबकि मिनी से 2-4 बार मेरे लंड को तौलिया के अंदर हाथ डाल के भी पुचकार दिया। हम लोग वापिस खेलने के लिए बैठ गए।
अब अभी अभी मेरे शरीर से दो लड़कियाँ खेल रही थी इसलिए लंड तो खड़ा था ही… तो मैंने कहा- देखो भई, तुम लोगों ने उकसाया है अब, अभी उसे बैठने में टाइम लगेगा, तब तक दोनों लड़कियों तुम मेरे तम्बू को देखकर अपने आप को गर्म कर सकती हो।
और हंसने लगा।
अबकी बार बोतल मुझे घुमानी थी, मैंने बोतल घुमाई और जैसा सोचा था कोमल पर जाकर रुकी।
कोमल बोली- नो नो… मैं नहीं खेल रही!
आरके बोला- वाह, जब तक हम लोगों पर आ रहा था तो मजे ले रही थी अब नहीं खेलना?
मिनी बोली- ये तो गलत बात है कोमल… ऐसे थोड़े ही होता है?
मैंने कहा- देख लो ज्यादा मुश्किल काम नहीं देंगे तुम्हें।
कोमल बोली- यार थोड़ा तो नाटक करना चाहिए न, बस वही कर रही थी, मैं तैयार हूँ, बताओ क्या करना है?
मैंने कहा- तुम्हें हम तीनों में से किसी को भी अगले 5 मिनट तक किस करना है। 5 मिनट तक होंठों से होंठ अलग हुए तो टाइम फिर से शुरू होगा। तुम जिसे भी किस करोगी उसके अलावा बाकी के दोनों लोग तुम्हारा चुम्बन तोड़ने की कोशिश करेंगे। बताओ तुम किसे चूमना चाहती हो?
कोमल थोड़ी संकोच के साथ बोली- किसी को भी?
सबने एक सुर में कहा- हाँ भई, किसी को भी!
कोमल थोड़ा सोच कर बोली- मैं नीलू को किस करुँगी।
आरके बोला- मुझे तो हमेशा ही चूमती है और चूम सकती है, चाहे तो अभी भी अपना फैसला बदल सकती है।
आरके की नशे में चूर मदहोश आवाज़ ने कोमल को दोबारा सोचने पर मजबूर किया, कोमल आरके की तरफ देखकर बोली- फिर तो मेरे पास भैया को चूमने के अलावा कोई और चारा ही नहीं है।
मैंने कहा- मजबूरी में नहीं, तुम चाहो तो मिनी को भी किस कर सकती हो।
कोमल ने मिनी की तरफ देखा और बोली- भाभी, आपके होंठ बहुत गुलाबी हैं, मैं आपको किस करू तो आपको…
मिनी बात पूरी होने से पहले ही बोली- यार, इतना मत सोच, तुम जिसको भी बोलोगी उसे तुम्हें किस करना ही पड़ेगा। वैसे मैं ज़िन्दगी में पहली बार किसी लड़की को किस करने वाली हूँ। पता नहीं कैसा लगेगा।
कोमल बोली- तो भाभी, आज चखते हैं कि लड़की को किस करना कैसा लगता है, मेरा भी यह पहला अनुभव होगा जब मैं किसी लड़की को चूमूँगी।
कोमल अपने घुटनों पर बैठ गई और मिनी भी घुटनों पर आ गई जिससे दोनों की लम्बाई बराबर आ जाये।
मैंने स्टॉप क्लॉक चालू करके कहा- आपका समय अब शुरू होता है… अब!
एक एयर होस्टेस की ड्रेस में एक नर्स की ड्रेस में छोटे छोटे कपड़ो में एक दूसरे को चूमने के लिए जैसे ही अपने होंठों को होंठों से मिलाया, मैंने आरके को इशारा किया तू मिनी के पीछे से जा, मैं कोमल के पीछे से जाता हूँ।
कोमल को बहुत देर से देख रहा था कि वो अपने छोटे कपड़ों में अपने बदन को ढकने की कोशिश कर रही थी पर अब वो कुछ ख़ास कर नहीं सकती थी। उसकी माइक्रो स्कर्ट से उसके कूल्हे न के बराबर ही ढक पा रहे थे।
मैं कोमल के पीछे जाकर उसकी टांगों की तरफ मुंह करके लेट गया और थोड़ा खिसक कर उसकी टांगों के बीच अपना मुंह पहुँचा लिया। उसने अंदर कुछ पहना तो था ही नहीं, उसकी नंगी चूत अब बिल्कुल मेरी आँखों के सामने थी।
इधर आरके मिनी के पीछे गया और मिनी को बहुत देर से अधनंगी देख देख कर आरके कामोत्तेजित हो चुका था। क्योंकि कोमल के होंठ से होंठ मिले हुए थे तो वो मिनी के पीछे क्या हो रहा है, नहीं देख सकती थी, कोमल को सिर्फ आरके की शक्ल ही दिख रही थी।
आरके ने चतुराई से कोमल से बिना नजर चुराए अपना लंड तौलिया से थोड़ा बाहर निकाल के मिनी की आधी नंगी गांड पे रगड़ना शुरू कर दिया और अपने हाथों से मिनी के कूल्हे दबा रहा था।
इधर मैं इनके चुम्बन को तोड़ने के लिए कोमल के नीचे लेटे लेटे बोला- यार कोमल, तुम्हारी चूत पर तो एक भी बाल नहीं है। आज ही बनाए हैं क्या?
वो किस करते करते उंह उंह करके कुछ बोलने की कोशिश कर रही थी और अपनी चूत पर अपना एक हाथ रख लिया।
मैंने कहा- यार कोमल, तुम्हारे चूतड़ भी बहुत बढ़िया और गोल हैं एकदम मस्त चिकने।
इस बार तो कोमल के सब्र का बाँध टूट ही गया, वह चुम्बन करना छोड़ बोली- भैया, मैं आपकी बहू जैसी हूँ, आपको इस तरह करना शोभा देता है क्या? भाभी, आप भी कुछ नहीं कह रही?
मैंने कहा- कौन बहू? मैं तो यहाँ अपने दोस्तों के साथ खेल रहा हूँ।
मिनी बोली- मैं क्या बोलूँ, आरके भी तो मेरे पीछे से मेरे कूल्हे सहला रहा है। एक दो बार तो उसकी ऊँगली मेरे छेद को भी छू आई है। पर तुम्हारा ये जोखिम पूरा हो जाये उसके लिए मैंने अपना मुंह नहीं हटाया। यार दोस्तों-यारों में सब चलता है, और फिर हमारे पति कोई बेईमानी तो कर नहीं रहे, जो कुछ कर रहे हैं, हमारे सामने ही कर रहे हैं। अब जब तुम xxx मूवीज देखती हो तो तुम्हारा भी तो मन करता है न कि सम्भोग करें। ऐसे ही मेरे पति तुम्हें और तुम्हारे पति मुझे देख कर उत्तेजित हो रहे है। उन्हें होने दो उत्तेजित… जब ज्यादा उत्तेजित होंगे तभी तो हमें अच्छे से प्यार करेंगे न।
कोमल को कुछ कुछ समझ आ रहा था, बोली- सॉरी एवरी वन! भैया टाइम दुबारा शुरू कर दो।
मैंने स्टॉप क्लॉक फिर से शुरू कर दी।
अबकी बार मैं फिर से कोमल की टांगों की बीच पहुँचा और धीरे धीरे कोमल की चूत के पास अपनी उंगली घुमाने लगा, फिर उनकी गांड में उंगली फेरने लगा, थोड़ी सी गर्दन को उठा कर उसकी चूत पर चुम्मी कर दी।
अब कोमल की साँसें तेज़ होने लगी, पर उसने मुझे रोकने की कोशिश नहीं की।
इधर आरके को भी थोड़ी और आज़ादी मिल गई थी, उसने मिनी के कंधे पर अपना मुंह रखा हुआ था, उसके हाथ मिनी के वक्ष स्थल के आसपास घूम रहे थे और कोमल की नज़र इन सभी चीज़ों पर ही थी।
जिस चीज़ पर कोमल की नज़र नहीं थी वो यह कि मिनी अपने हाथ से आरके के लंड को पुचकार रही थी और अपनी गांड पे रगड़वा रही थी।
आरके बोला- तूने मेरी बीवी की चूत देख ली, मैं भी तो अपनी भाभी की चूत देख कर आऊँ!
वो भी मेरी तरह मिनी के नीचे लेट गया और मिनी तो आरके से पहले ही चुदवा चुकी थी इसलिए वो सीधा मिनी की चूत को चाटने और चूमने लगा।
मिनी बहुत गर्म हो रही थी इसलिए उसने कोमल के हाथ अपने चूचों पर रख दिए, कोमल को भी मज़ा आया वो भी मिनी के बूब्स रगड़ के दबाने लगी।
मैंने भी इसी बीच एक दो बार अपनी ऊँगली और जीभ कोमल की चूत के अंदर तक डाल के निकाल ली।
स्टॉप क्लॉक पर टाइम खत्म होने की आवाज़ आई ‘बीप बीप…’
पर उस आवाज़ के आने के 10 सेकंड तक कोई अपनी जगह से नहीं हिला, फिर सब अपनी अपनी जगह बैठ गए।
अभी कमरे में सन्नाटा था।
मैंने मसखरी करते हुए कोमल से कहा- क्यूँ मज़ा आया न?
कोमल नज़र नीचे करके बोतल उठाने लगी।
मैं आरके से बोला- और मिनी की चूत के बारे में आपकी क्या राय है?
आरके बोला- मिनी भाभी की चूत एकदम चिकनी है और बड़ी प्यारी है।
मिनी और कोमल दोनों अब तक चुप थी।
मिनी बोली- कोमल, तू चिंता मत कर… अबकी बार इन दोनों में से किसी की बारी आने दे, ऐसा काम कराएँगे कि इनकी सारी हंसी निकल जाएगी।
कोमल ने बोतल घुमाई बोतल जाकर रुकी आरके पर… कोमल बोली- मार दिया जाये या छोड़ दिया जाये?
आरके बोला- हमें तो मरने में ज्यादा ख़ुशी मिलेगी।
सब इस बात पे हंस पड़े।
कोमल बोली- तुमने मुझे एक लड़की को किस कराया था न? अब तुम्हारा टास्क है कि तुम हम सबके सामने भैया का लंड चुसोगे।
इस पर मैंने थोड़ा नाटक करते हुए कहा- यार, हमने कब तुम्हें मजबूर किया? हमने तो कहा था कि तुम हम तीनों में से किसी को भी किस कर सकती हो, तुम खुद ही दो मर्दों को छोड़ कर लड़की को किस करने गई। इतनी बड़ी सजा मत दो हम दोनों को।
कोमल के चेहरे पर जीत की मुस्कराहट साफ़ दिखाई पड़ रही थी।
आरके बोला- यार रंगीला, इतना लंड चुसवाया है, हमेशा सोचता हूँ कि चूसने में कैसा लगता होगा। चल आज तेरा लंड चूस के देख ही लेता हूँ।
मैंने कहा- ठीक है, मैं सोफे पर बैठ जाता हूँ, तू घुटनों पर बैठ जाना।
मैंने अपना तौलिया हटाया।