Desi Chudai बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई - Page 2 - SexBaba
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Desi Chudai बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई

राहुल- ओह सोनम.....इतनी टाइट फुद्दि...हइईई क्या फुददी है तेरी जाआअँ.....आजा ले मेरे लंड.....
मे- हाए राहुल......मज़ा आ रहा है.....और चोदो मुझे........
राहुल ने मुझे चुतड़ों से पकड़ा हुआ था और उपर नीचे करे जा रहा था...उसका पूरे का पूरा लंड मेरी फुद्दि में जा रहा था.....हम दोनो को इतना मज़ा आ रहा था कि हमारे मुँह से आवाज़ें भी निकालने लगी थी. हम कंट्रोल नही कर पा रहे थे.....पककक्ककचह पचह.....की आवाज़ों से मेरी चूत को ठोके जा रहा था राहुल. मैं तो बस उसके गले में बाहें डालके उसके होठों को चूस रही थी और वो नीचे से मेरी फुद्द्द्द्दि को अपने लंड से फाड़ रहा था......हइईईई.....लंड का अलग ही मज़ा है....

मैं--.राहुल और .....प्लीज़ और करो.........प्लीज़ और करो.......करते जाऊओ माइ डार्लिंग.........

राहुल मुझे लिटा नही सकता था क्यूंकी बाथरूम नीचे गीला और गंदा था....इसीलिए उठाकर ही मुझे चोदता गया.....5-10 मिनट तक लगातार बिना रुके वो मेरी इज़्ज़त लूटता गया.....और मैं मज़े से लूटाती गई.....राहुल अब ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा और उसने अपनी दाई बाजू की एक उंगली मेरी गान्ड में घुसा दी.......अहह 
मे-राहुल......यह क्या कर रहे हो.........
राहुल- चुप कर जाओ जान...... तेरी गान्ड ने भी पागल कर रखा है सबको.....अब मुझे रोक मत......
मे- नही राहुल.......निकालो उंगली........
राहुल- नही सोनम......इसको भी मज़ा देता हूँ.......
मे राहुल नही......अहह
मैं उसे कुछ कहती इससे पहले उसने निकालने की बजाए अपनी सारी उंगली मेरे चुतड़ों के छेद में डाल दी.......हइईईईई........पूरी अंदर चली गई और राहुल फिर अंदर बाहर करने लगा.......
अब तो मेरी फुद्दि में लंड और गान्ड में उंगली थी.......इतना मज़ा आ रहा था कि मैने पानी छोड़ना स्टार्ट कर दिया........

मे- अहह राहुल.........और चोद.......अहह.......हइईईई........अहह
मैने अपना पानी छोड़ दिया......राहुल मेरी फुद्दि को ठोके जा रहा था और फिर उसने भी 4-5 मिनट बाद मेरी फुद्दि में अपने माल का फुवारा चला दिया........
राहुल- अहह......सोनम......यह ले माआल......हइईईई साली......अहह गोद्द्द्द्दद्ड
राहुल का गर्म गर्म माल मेरी चूत में छूट गया और फिर 2-3 मिनट बाद हम दोनो होश में आए.......
मे- राहुल कैसा लगा???????
राहुल- आरे जान तुम तो बॉम्ब हो......इतना मज़ा आया कि बताया नही जाएगा सोनम......
मे- अब प्लीज़्ज़ मेरा एग्ज़ॅम कर दो......मैं और भी मज़े दूँगी.....
राहुल- अरे जान तेरा तो मैं पूरा एग्ज़ॅम करूँगा......चाहे मेरा ना भी हो.......
फिर राहुल सब कपड़े पहेन कर क्लास में चला गया. मैं 5 मिनट के बाद रूम में दाखिल हुई और फिर जैसे ही टीचर 2 मिनट के लिए थोड़ा डोर के बाहर देखने गया मैने अपनी शीट उसे दे दी........

उसने 1.30 घंटे में मेरा सारा एग्ज़ॅम कर दिया....फिर हम ने शीट्स एक्सचेंज करली.....फिर वो अपना रहता हुआ एग्ज़ॅम करने लगा.....15 मिनट के बाद बेल बज गई लेकिन वो अभी भी लिख रहा था.....टीचर ने उससे शीट छीन ली और फिर हम बाहर आ गये
मे- राहुल......सॉरी मेरी वजह से तुम्हारा एग्ज़ॅम पूरा नही हुआ ? है ना??????
राहुल- अरे कोई बात नही सोनम...2 ही क्वेस्चन्स रह गये थे
मे- ओह राहुल अब क्या होगा?
राहुल- आरे जान वो नंबर तो तेरे जिस्म के मज़े की जूती भी नही है
फिर हम दोनो हँस पड़े और मैने राहुल को गुड बाइ कहा....
मैं फिर घर गई और बहुत थकि हो जाने के कारण बेड पे लेट ते ही सो गई. मैं फोन साइलेंट से हटाना भूल गई थी और जब मैं शाम को उठी तो हाथ मुँह धोया और कुछ फ्रेश सा महसूस करने लगी थी. जब मैने अपना मोबाइल उठाया और स्क्रीन को देखा तो..... ओह गॉड.....उसमे तो मेरे बाय्फ्रेंड की 50 से ज़्यादा मिस कॉल्स और 10 से ज़्यादा मेसेज आए हुए थे.मैने मन में सोचा अब तो मैं गई. मैने तभी बाय्फ्रेंड को फोन लगाया. 3-4 बेल्स के बाद उसने उठाया

मे- हेलो जान......
बाय्फ्रेंड- हेलो....हां आ गई याद मेरी?
मे- जान प्लीज़ सॉरी......मुझे पता नही लगा
बाय्फ्रेंड- अच्छा......क्यूँ ऐसा क्या हुआ आज?
मे- यार मैं सो गई थी......मुझे पता नही लगा जान.....
बाय्फ्रेंड- अच्छा....मेसेज या फ़ोन करके बता देती कि सोना है......क्यूँ नही बताया?
मे- जान मैं बहुत थक चुकी थी और आते ही सो गई यार. और मैं साइलेंट से हटाना भूल गई जान.प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो......
बाय्फ्रेंड- अच्छा.....चल माफ़ किया......
मे- ओह जानू.......लव यू सो मच.....मुँहााआअ.....
बाय्फ्रेंड- लेकिन.......एक शर्त पर?
मे- कौन सी जान??????
बाय्फ्रेंड- मुझे आज तुझे जम के चोदना है....प्लीज़ बहुत दिनो से किया नही यार.....आज बड़ा दिल कर रहा है......
मे-(मैं उसे मना नही कर स्कक्ति थी चाहे मैं थकि हुई थी, काफ़ी दिन हो गये थे उसके साथ किए हुए तो मैने)ठीक है जान......आज रात को चुपके से आ जाना.....मुझे फ़ोन कर देना........
बाय्फ्रेंड- ठीक है जान......लव यू 
मे- लव यू 2......

10 बजे तक मेरे घर पर सब ने खाना खा लिया और मोम-डॅड टीवी देखने लग गये और मैं छत पर आ गई.मैने उससे थोड़ी बहुत बातें की और फिर मैं नीचे आ गई. सभी अपने रूम में चले गये और मैं भी रूम में जाकर टीवी देखने लगी.मुझे नींद नही आ रही थी और मैं बस टीवी लगाकर लेटी हुई देख रही थी.ऐसे ही काफ़ी समय हो गया था.तभी रात को 1 बजे मेरे बाय्फ्रेंड का फ़ोन आया..
 
मैने जब फ़ोन उठाया तो उसने कहा कि वो मेरे घर के आसपास है. मैने कहा ठीक है. जब मैं कहूँ तब मेरे घर की दीवार लाँघ लेना.मेरा रूम उपर था. मैं अपने रूम से चुपकसे से बाहर निकली और नीचे आकर देखा मोम-डॅड के रूम की लाइट भी ऑफ थी और मैने नौकर के रूम की तरफ देखा तो वो भी सो रहा था. मैने बाय्फ्रेंड को फ़ोन करके सब कुछ बता दिया. तो वो पहले भी आया था कई बार. उसे पता था कॉन सी साइड की दीवार(लेफ्ट साइड) से आराम से कूद कर आ सकता था. फिर वो चुपके से अंदर दाखिल हुआ. बिल्कुल ही कुछ शोर नही हुआ. थॅंक गॉड सब कुछ आराम से हो गया. और मैं बड़े ही दबे पाँव से उसे उपर तक अपने रूम में ले आई.फिर रूम का दरवाज़ा जैसे ही बंद दिया तो मेरे बाय्फ्रेंड ने मुझे गले लगा लिया. मैं भी अपने पूरी ताक़त के साथ उससे लिपट गई. 

बाय्फ्रेंड- ओह माइ जान. आइ लव यू सो मच. आज कितने दिनो बाद तुम्हे प्यार से गले लगाने का मौका मिला है.
मे- हां जान. आइ लव यू 2. मैने भी तुमको बहुत मिस किया .
बाय्फ्रेंड-ओह सोनम......आज तो मैं तुम्हे छोड़ूँगा नही. कच्चा चबा जाउन्गा........
मे- ओह जान.....सच में......चबा डालना.....
बाय्फ्रेंड- सोनम.......आज मैं तुम्हे पूरी तरह से खा जाउन्गा.....

मे- ओह मेरी जान.....खा जाना.....मैं सारी की सारी तुम्हारी हूँ.
मैने मस्त टाइट हल्के ब्लॅक रंग की नाइटी पहनी थी....और उसके अंदर कोई भी कपड़ा नही पहना था.बाय्फ्रेंड ने शर्ट और पाजामा पहना था. और उसका लंड पाजामे के अंदर से मेरी फुद्दि को टच कर रहा था जब हम लिपटे हुए थे. इससे मुझे अंदाज़ा हो गया कि वो भी अंदर से नंगा है.फिर उसने मुझे कस के पकड़ लिया और मुझे उठाकर बेड पे पटक दिया. और वो मेरे उपर आ गया और एकदम से मेरे होठों के उपर अपने होंठ रख दिए.मैने उसे पूरे ज़ोरों से जाकड़ लिया और हम दोनो एक दूसरे में मगन होकर होठों का रस चखने लगे. उसने बहुत ज़ोर ज़ोर से मेरे लिप्स चूसी......पागलो की तरह खीच खीच कर मेरे होठों का मज़ा लिया. मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि नीचे से गीलापन महसूस होने लगा था...उसने और मैने बहुत ही बेशर्म होकर एक दूसरे की ज़ुबान और होंठों को चूसा........

होठों को वो छोड़ नही रहा था और साथ साथ फिर उसने मेरे दोनो मम्मों को अपने हाथों से मसलना शुरू कर दिया.अहह.....क्या एहसास था अपने बाय्फ्रेंड से अपने दूध को मसलवाना. उसने बहुत ज़ोर ज़ोर से मसला मेरे मोटे मम्मों को. फिर मैं उससे करवट लेकर लिपट गई और हम साइडवेज की पोज़िशन में हग करने लगे. उसने अपने दोनो हाथ मेरे बड़े चुतड़ों की तरफ बढ़ाए और उनका जायज़ा लेने लगा.
बाय्फ्रेंड- ओह सोनम.....तुम्हारे तो दूध भी बड़े हो गये है और गान्ड भी और बड़ी और मोटी हो गई है.
मे- जानू.....तुम्हारी याद में यह सब हुआ है......तुम्हारे ही आने की खुशी में फूल गये है.
बाय्फ्रेंड- ओह मेरी जान.....मस्त हो गये है यह तो.....मुआहह
फिर उसने मेरे चुतड़ों को बहुत ही ज़ोर ज़ोर से मसला और गान्ड के छेद को कपड़ो के उपर से ही उंगली करने लगा......अहह......एक करेंट सा लगा जिस्म में.....फिर धीरे धीरे वो अपने हाथ मेरी योनि की तरफ ले आया.......

धीरे धीरे मेरे शरीर में बिजली सी गुज़रने लगी ......और जब उसने मेरी गीली हो चुकी फुद्दि के उपर हाथ रखा तो बस......अंदर इतनी गर्मी भर गई कि बताए नही बता सकती.....उसे मेरी इस गर्मी का एहसास हुआ और उसने अपना हाथ मेरी नाइटी के अंदर डाल दिया और चूत के उपर रख दिया...
बाय्फ्रेंड- ओह गॉड....यह तो बहुत गीली है......यह ले जान......मेरी उंगली का मज़ा चख पहले....
इतना कहते हुए ही उसने मेरी फुद्दि में अपनी उंगली डाल दी.........अहह....की आवाज़ निकली और फिर शांति का अहसास हुआ...उसकी उंगली मेरी फुद्दि के अंदर घूम रही थी और मेरे पूरे शरीर में हवस की आग को और भड़का रही थी......अहह ......ज़ाआआआं.......और अंदर......आइ लव यू.......
बाय्फ्रेंड- ओह सोनम.......चल अब मुझे अपना जिस्म दिखा जिसका मैं दीवाना हूँ.........
उसने ऐसा कहा ही था कि अपने आप मेरी नाइटी को बदन से अलग कर दिया.......और अब मेरा नंगा शरीर उसके साथ लिपटा हुआ उसकी बाहों में था......उसने मेरे मम्मों को मूह में लिया और मेरे दोनो चुतड़ों पर हल्का सा थप्पड़ मारा.....जिससे सतत्तटटटटटटतत्त सी आवाज़ पूरे कमरे में गूँज गई..........

जिससे सॅट सी आवाज़ पूरे कमरे में गूँज गई.फिर उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए और मुझसे ऐसे लिपट गया जैसे पता नही कितने बरसो के बाद मिला हो. मेरे मोटे दूध उसकी छाती में चुभ चुके थे और मेरी चूत उसके लंड से खेल रही थी. हम दोनो का पूरा नंगा शरीर एक दूसरे से घिस रहा था जिससे गर्मी का अनोखा एहसास हो रहा था. मेरे अंदर आग जल उठी थी जो लंड माँग रही थी. फिर जब मेरे बाय्फ्रेंड ने मेरे होठों को छोड़ कर कुछ देर राहत दी तो मैं नीचे को हो गई और उसके लंड को हाथों से पकड़ लिया. हाई बहुत मोटा और कड़क तना हुआ था. मुझसे रहा नही गया और मैने उसको 2-3 बार हाथों से सहलाया और फिर एक ही झटके में मुँह के अंदर ले लिया.....गप्प्प्प.....गप्प्प्प्प्प...
बाय्फ्रेंड- ओह सोनम.....अहह......

बाय्फ्रेंड को मज़े में होते देख मेरे अंदर सेक्स और चढ़े जा रहा था.मैं उसके लंड को पूरा अपने गले के अंदर तक ले रही थी. बिल्कुल एक रंडी की तरह बेशर्म होकर उसके लंड को चूस रही थी. मेरा बाय्फ्रेंड तो बॅस मेरी चुप्पे मारने की कला से बहुत ज़्यादा मज़े ले रहा था. मैने बहुत देर तक उसका लंड चूसा. पूरे का पूरा गीला हो कर दिया था. फिर मेरे बाय्फ्रेंड ने मुझे उठाया और 69 की पोज़िशन में ले आया और मेरी गीली सी चूत उसके मुँह के उपर आ गई.
मे- अहह......वाह जान....अब इसको भी अपनी ज़ुबान से चाट कर मज़े दे दो.......
मेरे बाय्फ्रेंड ने अपना मुँह सीधा मेरी गीली चूत पे धंसा दिया....अहह.....उसने मेरी चूत को अपने दोनो हाथों से खोला और अंदर छेद में अपनी जीब कुत्ते की तरह डाल दी. 
 
अहह.....हइईई......एक अजब सा नशा छा गया मेरे शरीर में......

वो भी मेरी चूत को अंदर तक चाटे जा रहा था और अपनी ज़ुबान से चोद रहा था.उधर मैं भी उसके लंड को अपने मुँह का गीलापन दे रही थी. वो अहसास इकट्ठे एक दूसरे को चूसना.....बयान करना मुश्किल है. बहुत देर तक हम ऐसे ही एकदूसरे के गुप्त अंगों को चूस्ते रहे. फिर मेरे बाय्फ्रेंड ने मुझे सीधा किया और मैं उसके उपर आ गई. मुझे ज़ोर से लिपट कर कहने लगा
बाय्फ्रेंड- जान...क्या मस्त माल हो तुम....पता है कितने लड़के तेरी मारना चाहते है?
मे- ओह जान...तुम्हारी वजह से तो इतना मस्त माल बनी हूँ.....बताओ कितने लड़के?
बाय्फ्रेंड- अरे मेरी जान सारी दुनिया के लड़के तेरे जैसी मस्त दूध और गान्ड वाली लड़की को चोदना चाहते है. उनका बॅस चले तो सारी रात तेरी चूत और गान्ड ठोकते रहे......
मे- हाई जान......तुम्हारा दिल नही करता .....सारी रात मेरी चूत और गान्ड को ठोकने का?
बाय्फ्रेंड- ओह मेरी रानी....तू आज देखना तो सही कैसे तुझे चोदता हूँ अभी सारी रात...वो भी तेरे घर पे....तेरे ही बेड पे जान.
मे- ओह माइ जानू....लव यू सो मच.....आज मुझे बहुत आग लगी हुई है......आज मुझे छोड़ना मत....जो कहोगे वो मिलेगा.......
बाय्फ्रेंड- आजा मेरी जान.....गले लग जा.......

फिर हम दोनो ने मज़े से एक लंबा सा किस किया. तभी उसने कहा कि जान अब लेट जाओ मेरे नीचे. मैं लेट गई तो उसने मेरी दोनो टाँगों को खोला और अपना बिल्कुल तना हुआ पत्थर सा लंड मेरी चूत क उपर रखा. हइईई जान......अब रहा नही जाता ..प्लीज़ डाल दो ना......फिर थोड़ी देर मुझे तडपाने के बाद उसने अपना लंड थोड़ा सा अंदर डाला.....

मे-अहह जान......कितना मज़ा दे रहा है.......पूरा डाल दो ना जानू.....
बाय्फ्रेंड- नही जान....आज तो तुझे तरसाउंगा......
मे- जान मैं कॉन सा फर्स्ट टाइम चुद रही हूँ तुमसे,,,,पूरा धक्के से डाल दो.....फिर देखो मैं कैसे मज़े दूँगी. 

बाय्फ्रेंड- नही मेरी रानी......मैं तो आज ऐसे ही करूँगा...

फिर उसने थोड़ा थोड़ा सा और अंदर डाला.....मुश्किल से उसका आधा लंड ही अंदर गया था. मुझे तो तडपा दिया था उसने.मुझसे तो रहा नही जा रहा था. मन कर रहा था अपने बाय्फ्रेंड को पकड़ कर नीचे गिरा दूं और उसके उपर चढ़ जाउ और ऐसे चोदु इसे जैसे कि यह सारी ज़िंदगी याद रखे.....

.मे- प्लीज़ जान मेरी चूत फाड़ दो.....डाल दो अंदर.....
बाय्फ्रेंड- जान , तुझे तडपाने का मज़ा ही कुछ और है....मैं तो आज ऐसे ही करूँगा.

मैं सोचने लगी कि अगर इसने थोरी देर ट्के मुझे अपना पूरा लंड नही डाला तो मैं कुछ ऐसा करूँगी कि यह याद रखेगा....

फिर उसने अपना लंड बाहर निकाला तो मैने कहा "जान क्या कर रहे हो जल्दी से डालो ना अपनी जान की चूत में".

लेकिन वो अपने चेहरे पर शैतानी सी हँसी लिए हुए ना में सिर हिलाए जा रहा था. तभी मुझे गुस्सा आया और मैने उसके बालों से पकड़ लिया और बेक पे लिटा दिया और मैं उसके उपर आ गई. वो कुछ कहता ही इससे पहले मैने उसका लंड पूरा अपने मूह में ले लिया और बॉल्स तक मेरे लिप्स लगने लगे. मैं किसी भूखी रंडी की तरह उसका लंड निगल गई थी. मैने गपॉगप चूसने लगी. ज़ोर ज़ोर से खीचने लगी उसके लंड को अपने मूह से. वो पागल हो गया. मैं फिर उसका लंड मूह से निकाला तो वो मेरे सलाइवा से पूरा गीला हो गया था मैं तुरंत ही उसके लंड को पकड़ कर अपनी चूत में घुसा दिया...

हइईईईई......अहह. तब जा के कहीं असीम शांति मिली. पूरे का पूरा लंड अंदर चला गया . मेरे बाय्फ्रेंड की तो साँसें थम गई और मज़े में स्ककककककक स्ककककककककककक.....करने लगा. मैने थोड़ी देर धीरे धीरे उपर नीचे किया. और फिर मैं तेज़ी से जंप मारने लगी. अहह.....अहह. चुदाई की आवाज़ें तेज़ हो गई. पिचह पिछ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ों से रात की खामोशियाँ टूटने लगी. मैं बहुत ज़ोरे ज़ोर से उसे चोदने लगी और अपने अंदर छुपी हवस को मिटाने लगी. मेरे बाय्फ्रेंड को बहुत मज़ा भी आ रहा था लेकिन वो हैरान भी था कि मैं ऐसा कर रही हूँ क्यूंकी पहले कभी मैने ऐसे नही किया था. मैने उसे हग कर लिया लेकिन अपनी गान्ड को हिलाती गई और अपने बाय्फ्रेंड को चोदती गई. पॅट्ट्ट्ट पथत्तटतत्त,,,,,,पिचह.......पीउचह........हइईए...........अहह....मर गई......ओह्ह गॉड.......अहमम्म्मम....ऐसी आवाज़ें और भी मज़ा दे रही थी. 

अभी 5 ही मिनट ही हुए थे उसे इस तरह तेज़ तेज़ चोदते हुए कि वो कहने लगा"जान मेरा निकालने वाला है....रुक जाओ.....छूट जाएगा अंदर." मुझे यह सुनके बहुत मज़ा आया और मैने कहा " नही जान.....अब तो मैं नही रुकूंगी....चाहे जो मर्ज़ी हो जाए,,,,," मुझे इस बात ने इतना मज़ा दिया कि मैं उसे चोदते चोदते झड गई....हइईई ......ज़ाआाआअँ.....म्म्म्म.मममममम...........मुझे बहुत सुकून मिला था लेकिन मैने उसे चोदना ख़त्म नही किया था.....मैं जितनी ज़ोर से हो सके उसे चोद रही थी.....तभी उसके मूह से आवाज़ आई" जान रुक जऊऊ........अहह...........अहह". मैं रुकी नही और चोदती गई कि तभी मुझे अपनी चूत में उसके गरम वीर्या के छूटने का एहसास हुआ.......हइईईई......मैं तो दोबारा झड गई.........अहह जान........ओह गॉड......

फिर हम रिलॅक्स हो गये और एकदूसरे से लिपटे रहे . उठने की हिम्मत नही रह गई थी. एक दूसरे से लिपटे हुए हम पता नही कब सो गये. फिर अचानक 1-2 घंटे बाद मेरे बाय्फ्रेंड ने कहा कि सुबह होने वाली है. अब हमे ध्यान रखना चाहिए. मैने कहा मेरे बाथरूम में छिप जाना जब कोई आएगा. और जैसे ही सभी बाहर चले जाएँगे और मुझे मौका मिलेगा मैं गेट से तुम्हे बाहर भेज दूँगी. फिर उसने कहा" जान रात को ऐसा मज़ा आया जैसे पहले कभी नही आया था...अरे तुम तो माल हो यार. " फिर हम एक और लंबी किस करने लगे और रंगीन ख़यालों में डूब गये...
 
फिर सुबह आई और रोज़ की तरह मेरे मम्मी पापा अपने जॉब पे चले गये. मेरा बाथरूम अपना है इसीलिए वहाँ मैने अपने बाय्फ्रेंड को छुपाए रखा. जैसे ही मैने मौका पाया मैने उसे बाहर निकाल दिया. तब जाके मैने चैन की साँस ली. अभी 2 हॉलिडेज़ थे नेक्स्ट एग्ज़ॅम से पहले. सो मुझे इतनी टेन्षन नही थी. लेकिन मुझे पास होने की बहुत टेन्षन थी. पिछले एग्ज़ॅम्स तो मज़े से हो गये थे और अब बाकी एग्ज़ॅम्स में पास होने की टेन्षन थी. वैसे तो सर है ही मेरे साथ लेकिन फिर भी डर रहता था कि सब कुछ ठीक रहे. मैने सर को फ़ोन लगाया कि मुझे कुछ समझा दें. सर ने कहा कि वो आज घर पर हैं और उनकी पत्नी भी है.मैने तो कह दिया कि सर मुझे नही पता मैं तो आउन्गी. सर ने कहा ठीक है आ जाओ लेकिन आज मौका नही मिलेगा कुछ भी करने का. 

मैं फिर मस्त नहा धो के तैयार होने लगी. मैने अपना टाइट पाजामी सूट निकाला जो ब्लॅक शेड में था. मैने ब्रा डाल ली लेकिन पैंटी नही डाली. फिर मैने सूट पहेन लिया. जाने से पहले मैने शीशे में देखा तो मैं मस्त लग रही थी. पाजामी कसी हुई थी मेरी गान्ड और थाइस में. मेरे दूध उभरे हुए थे...कोई भी देखता तो उसके मूह में पानी आ जाता. मैं फिर अपनी अक्तिवा पर बैठी और बस सीधा सर के घर पहुँच गई. 

मैने बेल बजाई तो सर की वाइफ ने दरवाज़ा खोला. वो ऑरेंज साड़ी में थी और बिल्कुल मस्त माल थी. रंग गोरा और दूध 35 के उपर की लग रही थी. मैने नमस्ते की और उन्होने मुझे अंदर आने को कहा.

मे- नमस्ते आंटी जी....मैं सोनम......सर की स्टूडेंट हूँ...उन्होने.......
वाइफ- नमस्ते बेटा. हाँ उन्होने बताया है.....आजाओ अंदर
मैं अंदर आ गई. वो मेरे आगे चल रही थी जिससे मैने देखा कि उनकी गान्ड तो मुझसे भी ज़्यादा वाइड है और टाइट है(40 साइज़ तो होगा ही). मैं सोफे पर बैठ गई और वो अंदर सर को बुलाने चली गई.बहुत ही अच्छा घर था सर का. मैं अभी दीवार पर लगी हुई तस्वीरें देख रही थी कि सर आ गये. 

सर- हेलो बेटा........हाउ आर यू????????
मे- (खड़े होकर) हेलो सर....गुड मॉर्निंग.......आइ म फाइन......सर आप कैसे हैं?
सर (सामने वाले सोफे पर बैठते हुए)- आइ म फाइन टू.......तो और बताओ एग्ज़ॅम कैसे चल रहे है?
मे- (बैठते हुए)सर आपके होते हुए अच्छे ही होंगे.....मैने हल्की सी मुस्कान चेहरे पर लाते हुए कहा
सर (मेरी गान्ड की तरफ देखते हुए)- वो तो है बेटा (हल्की सी स्माइल)......तो शुरू करे नेक्स्ट एग्ज़ॅम की तैयारी......बड़ा टफ एग्ज़ॅम है.......
मे- हां सिर.......मुझे बहुत डर लग रहा है.......

सर- डोंट वरी बेटा......यू विल डू गुड ईवन इन दिस एग्ज़ॅम टू......डोंट वरी........
(फिर सर ने बुक उठाई और मुझे समझाने लगे...सर की वाइफ अपने रूम में चली गई.....इधर 10-15 मिनिट्स तक सीरियस्ली पढ़ने के बाद मुझसे रहा नही जा रहा था......मुझे सुस्ती पकड़ने लगी थी.......मैं सुस्ती को रोकने की असफल कोशिश कर रही थी कि तभी

सर- अरे बेटा इतनी जल्दी थक गयी......
मे- सर प्लीज़्ज़्ज़्ज़ मत कराओ और......मुझसे नही होगा......मेरा सिर दर्द करने लगा है
सर- बेटा तो फिर फिर से उसी तरह पास होना है.......
जैसे ही सर ने यह कहा मैं अपनी सीट से उठकर सर की गोद में आकर बैठ गई. जिससे उनका बैठा लंड मेरी टाइट गान्ड को छूने लगा और मैने उनके हाथ अपने दोनो मोटे दूध के उपर टिका दिए.......
मे- सर हां बिल्कुल.......इसी की तो आस लेकर आपके पास आई हूँ.....आपके होते हुए मैं फैल नही हो सकती..आइ नो सर.

सर के चेहरे पर हसीन सी रौनक आ गई और सर ने कहा 1 मिनट मे आता हूँ......सर अपने रूम की तरफ गये........मैं भी उनके पीछे आ गई.........सर डोर के पास जाकर रुक गये और चुपके से देखने ल्ग्गे........मैं भी उनके साथ आ गई और अंदर झाकने लगी.......
हम ने देखा कि उनकी वाइफ बेड पे आँखें बंद करके लेटी हुई है और टीवी चल रहा है.....सर ने फिर मेरी तरफ देखा.........मैने भी सर की तरफ देखा..
 
फिर मैने थोड़ा सा भी समय ना गँवाते हुए सर को बाहों मे जकड लिया. सर अब भी टकटकी नज़रो से रूम के अंदर बेड पर लेटी अपनी पत्नी को देख रहे थे. मैं अपने घुटनो पर आ गई और अपने नरम हाथों से उनके लंड को पेंट के उपर से धीरे धीरे सहलाया. सर का नरम लंड मेरे कोमल हाथों के स्पर्श से कडक मुद्रा मे आने लगा............ मैं होले होले उनके लंड को हाथों मे पकड़े सहला रही थी और सर उसका परम आनंद प्राप्त कर रहे थे. साथ ही साथ उनकी आँखें अपनी बीवी पर थी. फिर मैने मौके को संभाला और उनकी पेंट की ज़िप धीरे से नीचे की और अपना नरम हाथ उसके भीतर डाल दिया. जिससे मेरी उंगलिओ सर के नरम लंड के टोपे से छुई. अहह.........सर ने हल्की सी साँस ली और मेरी चूत मे पानी की हल्की हरकत होने लगी.

मैने फिर बड़े ही आराम से अपने हाथ से सर के लंड को बाहर निकाला जो एकदम कडक और खड़ा था. लंड पे कोई भी बाल नही था और एक दम चिकना था. मैने हाथों मे पकड़ा और सर की तरफ देखा......सर ने मुझे देखते हुए कहा" पसंद आया बेटा"? 
मे- सर कब का आ चुका है पसंद. और फिर मैने अच्छे से पूरे लंड को सहलाया और सर के बॉल्स को हल्का सा खीचा. सर तो बस मज़े मे थे और अपनी आँखें अपनी बीवी पर टिकाए हुए थे. आख़िरकार जब कंट्रोल नही हुआ तो मैने सर का लंड अपने मुँह मे ले लिया. 

सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स........मेरे गालो को अंदर से चीरता हुआ मुँह के अंदर तक चला गया सर का लंड. जैसे जैसे अंदर गया मेरी कम्सीन थूक से गीला होता गया . मैने फिर अपना काम चालू किया और सर को पूरी तमीज़ के साथ ब्लोव्जोब देने लगी. मूह आगे पीछे आगे पीछे करके पूरा लंड लेते हुए चूसने लगी . सर मज़े मे हिलने लगे और अपनी आँखो से बीवी को देख रहे थे.......... मैने भी थोड़ी पोज़िशन चेंज की और सर की वाइफ की ओर देखकर चुप्पे मारने लगी. सर की वाइफ को देखते हुए सर के लंड को चूसने का अनुभव बयान करना नामुमकिन है. मेरी चूत तो तार-तार गीली हो चुकी थी........... मैने पूरी मज़े के साथ लगभग 10 मिनट तक लंड चूसा. फिर मैं खड़ी हो गई और सर को गले लगा लिया. सर ने कहा "सोनम अब रहा नही जाता......बीवी की तरफ देख कर तेरी चूत मे पानी छोड़ना है, आजा सोनम बेटा...."मैने भी हँस कर हां मे सिर हिलाया और घूम गई जिससे मेरी पीठ सर की तरफ हो गई और मैने हाथ सामने दीवार से लगा लिए. सर मेरे पीछे आ गये,....अब हम दोनो सर की बीवी को देखकर चुदाई का मज़ा ले सकते थे.............

सर ने मेरी पीठ से लेकर गान्ड पर हाथ फेरा और बिना पैंटी के नंगे शरीर को जम के सहलाया. फिर सर ने मेरी टाइट पाजामी धीरे धीरे से नीचे कर दी जो मेरे घुटनों तक कर दिया जिससे मेरी हसीन गोरी गान्ड और मोटे चमकते थाइस नंगे हो गये . सर ने एक बार फिर उनको मज़े से छुआ और मसला.......हइईई मर गई.......मुझे तो मज़ा आ रहा था. फिर सर ने मेरी चूत को चेक किया जो पानी का समुंदर बन चुकी थी. सर ने कहा" बेटा तू तो पहले से ही तैयार खड़ी है....." सर ने ज़्यादा टाइम वेस्ट ना करते हुए अपना खड़ा तगड़ा लंड सीधा मेरी चूत केछेद मे घुसा दिया........अहह.......आनंद ही आनंद से मेरा शरीर भर गया........फिर सर मुझे पूरे मज़े से चोदने लगे...........मेरे मम्मों को हाथो से पकड़ लिया और कस्स कस्स के धक्के मारने लगे जिससे पूरा लंड अंदर रगड़ खा कर चूत को मज़े देने लगा....

मैं मज़े ले ले कर अपनी चूत सर को देने लगी और साथ ही साथ सर की बीवी को देख रही थी जिससे चुदाई का मज़ा दुगना हो रहा था. मैने मन मे सोचा" साली जो लंड तू लेती है रोज़ आज वोही लंड मेरी चूत की ठुकाई कर रहा है......और साली को पता भी नही है."......अहह..........अहह सर मारूऊओ......ज़ोर से मेरी चुत्त्त्त्त्त्त्त मारूऊऊऊओ. मैं बिल्कुल हल्की आवाज़ मे सर को कह रही थी. सर भी अपनी बीवी की तरफ देखकर चोद रहे थे मुझे,.....इस सीन ने वो चुदाईईईई दमदार बना डाली और सर ने बहुत देर तक मुझे कुछ परवाह ना करते हुए चोदा.......सर ने मेरी एक टाँग उठाकर भी चोदा......और साथ साथ ब्रा के अंदर हाथ डालकर मम्मों का मज़ा भी लिया....फिर जब सर का निकालने लगा तो मुझे कस के पकड़ लिया......और कहा.........सोनम........लेयययययययययी......मेरा माल. लेययययययययययययययययी अंदर............अहह.............अहह..........अहह............ सर का गरम माल पिचकारी की तरह मेरी चूत मे निकला.......सर ने सारे का सारा माल मेरी चूत मे खाली किया और मेरे उपर गिर गये.......मैने हल्के से कहा "सर पास या फैल?" सर ने हल्की सी स्माइल से कहा" फर्स्ट डिविषन बेटा".

मेरा पानी अभी निकला नही था लेकिन मुझे यह खुशी हुई कि सर को मज़ा आ गया और शूकर है उनकी बीवी भी नही उठी. हम दोनो ने कपड़े ठीक किए और मैने रुमाल से सर का माल चूत से सॉफ किया और बाहर कमरे मे चुप चाप बैठ गयी. सर ने मुझे और भी क्वेस्चन्स करवाने की कोशिश की लेकिन मेरे दिमाग़ मे कुछ नही गया. मैने कहा सर मुझे ऐसे समझ मे नही आएगा........आप एग्ज़ॅम मे ही बता देना प्लीज़. सर ने कह"ओके बेटा..." मैने कहा सर अब मैं जाउ तो सर ने रुकने का इशारा किया लेकिन तभी उनकी बीवी बाहर आ गई और किचन मे चली गई. मैं फिर सर को बाइ कह कर घर की तरफ चल परही. घर जाते समय सोच रही थी कि मेरी मारक्शीट स्कूल वाले सब्जेक्ट्स मे तो पता नही कैसी आएगी लेकिन चुदाई......ब्लोवजोब, अनल सेक्स मे तो 100/100 ही होगी.
 
उफ्फ घर आकर मैं फ्रेश हुई और कपड़े चेंज करके मैं बेड पर लेट गई और सोचने लगी कि इस एग्ज़ॅम्स ने तो मेरी बजा डाली है. मैं सोच रही थी कि कुछ पढ़ लूँ लेकिन पढ़ाई तो मेरे दिमाग़ मे घुसाए नही घुसती थी ना. अभी कल की छुट्टी थी एग्ज़ॅम से पहले. लेकिन मेरा बाय्फ्रेंड कह रहा था कि आज उसने मुझे मिलना है. हाई अब मैं क्या करूँ. उसको ना भी नही कर सकती और आज चुदाई से थक भी गई हूँ. उपर से एग्ज़ॅम्स. मे तो बुरी फसि हुई थी सब के बीच. मुझे कुछ सूझ नही रहा था तो मैं सो गई. चुदाई करके इतना थक गई थी कि बेड पर लेट ते ही ना जाने कब नींद आ गई.जब उठी तो देखा फोन की घंटी बज रही थी. मैने उठाया तो देखा कि मेरे बाय्फ्रेंड का फोन था. मैने टाइम देखा तो अभी शाम के 6.30 हुए थे. मैने सोचा इतनी जल्दी क्या पड़ी है उसे और फोन उठाया.

मे- हेलो जानू.......

बाय्फ्रेंड- हां मेरी सोना.....गुड ईव्निनिंग

मे- गुड ईव्निंग जान...इतनी जल्दी क्या है जान?

बाय्फ्रेंड- अरे नही वो बात नही है....मैं कह रहा था कि आज तायारी करके रखना अच्छे से....

मे- क्यूँ......आगे जैसे तैयारी नही करती.....

बाय्फ्रेंड- नही ऐसा नही है जानू,.आगे भी करती हो लेकिन इस बार कुछ स्पेशल करूँगा तुमसे सोना

मे- ऐसा क्या करोगी जान......??? देखो डराओ मत.........

बाय्फ्रेंड- अरे डरो मत जान बहुत मज़ा आएगा तुम्हे देखना.......मस्त हो जाओगी......

मे- देखो जानू प्लीज़.....कुछ ऐसा मत करना....पता है एग्ज़ॅम्स की पहले से ही बहुत टेन्षन है

बाय्फ्रेंड- अरे मेरी शोना डार्लिंग.....ऐसा वैसा कुछ नही है....आइ नो यू विल डू गुड इन एग्ज़ॅम्स.....बट थोड़ी टेन्षन कम कर दूँगा जान....

मे- हाई. ...क्या है ना तुम भी जानू....

बाय्फ्रेंड- अरे बेबी ट्रस्ट मी.....

मे- यह्ह्ह्ह्ह ट्रस्ट यू माइ बेबी.......

बाय्फ्रेंड- तो आज रात को 1 बजे.....तैयार रहना जानू....लव यू

मे- ओके माइ जान...लव यू टू.....

बाय्फ्रेंड से बात करके अच्छे से नींद खुल चुकी थी और अब मुझे रात का भी बंदोबस्त करना था. मैने एग्ज़ॅम्स वाली किताबें उठाई और अपने बेड पर रखी और मोम को ढूढ़ने लगी तो देखा कि मोम किचन मे खाना बना रहे थे. मैने मोम को विश किया और पूछा की मोम खाने मे क्या है. मोम ने कहा कि आज दाल चावल है......वॉवववव......मोम ..यह सुनकर मेरा चेहरा खिल गया दाल चावल मेरे फेव है. मैने मोम से कहा कि आज खाना जल्दी खाकर मैं स्टडी करूँगी. और माँ से कह दिया कि माँ मुझे डिस्टर्ब मत करना. माँ ने कहा ठीक है बेटा...ऐसे कह रही है जैसे पहले बहुत तंग करती हूँ....फिर मैं अपने कमरे मे चली गई.जब खाना बना तो मैने अपने कमरे मे ही खाना पेट भर कर खाया और फिर दरवाज़ा बंद कर दिया.

अभी रात के 11 बाज चुके थे और साला नौकर अभी तक सोया नही था. वो अभी भी टीवी पर चल रही कोई फिल्म देख रहा था. मुझे थोड़ी चिंता होने लगी क्यूंकी पहले वो 10.30 बजे तक तो सो भी जाता था. मैने सोचा यार कोई पंगा ना खड़ा कर दे यह. उधर से मेरे बाय्फ्रेंड ने फिर से कन्फर्म किया कि तो मैने कहा जान आ जाना. उसने कहा कि वो पहुँच कर फोन करेगा. धीरे धीरे टाइम बीत ता जा रहा था. मैं अपने कमरे मे बेड पर लेट गई. मैने उसके लिए अंदर आज ब्रा और पैंटी नही पहनी थी. और उसकी मनपसंद नाइटी पहेन रखी थी जो मेरे घुटनो तक थी और मेरी मोटी मोटी जांघे आधे से भी ज़्यादा नंगी दिखाई दे रही थी.

जब घड़ी पर 12.30 बजने वाले थे तो मैने अपने कमरे से बाहर झाँक कर देखा तो पाया कि नौकर के कमरे की लाइट अब भी जल रही थी. नीचे मेरे मम्मी पापा के कमरे की लाइट्स ऑफ थी.मुझे थोड़ा डर भी लगने लगा और मूड खराब भी होने लगा कि आज शायद काम ना बने क्यूंकी नौकर जाग रहा है. मैं सोचने लगी कि क्या करूँ अब????
 
मैं सोचने लगी कि अब क्या करूँ. मुझे फिर एक आइडिया सूझा. मैं अपने कमरे से बाहर निकली और ऐसे ही नाइटी मे नौकर के कमरे के पास गई.दरवाज़ा बंद था. मैने दरवाज़े पर कान रख दिए और पूरा ध्यान लगाकर अंदर की आवाज़ें सुनने की कोशिश करने लगी. लेकिन जो मैने सुना मैं सुन्न रह गई. अंदर पता चल रहा था कि टीवी चल रहा है और उसमे ऐसी आवाज़ें आ रही थी जैसे ब्लू फ़िल्मो मे होता है. मुझे समझने मे देर ना लगी कि नौकर ब्लू फिल्म देख रहा है.दरवाज़े मे हल्का सा की होल था. मैने उसमे से झाँका तो मुझे नौकर दिखाई दिया जो लेटा हुआ था.

मैं वो सीन देखकर सकते मे आ गई. ध्यान से देखने पर पाया कि नौकर अपने हाथ से अपने काले लंड को सहला रहा था. ओहूऊऊऊ नौकर मूठ मार रहा था. यह सोचते ही मुझे झटका सा लगा और कुछ अजीब सा लगा. लेकिन मैने पाया कि नौकर का लंड कितना मोटा है.

मेरा दिल इतना कमीना हो चुका था कि मुझे उत्तेजना हुई कि मैं और अच्छे से उसका लंड देखु. तो मैं अपने आप को रोक नही पाई और पूरे ध्यान से की होल से जितना देख सकता था पूरा देखने लगी. मैने देखा कि उसका लंड पूरा काले रंग का था लेकिन उसका सुपाडा हल्का लाल था. एकदम कड़क और खड़ा हुआ लंड था नौकर का. उसकी दोनो गोलियाँ नीचे लटक रही थी लेकिन वो भी मोटी थी. पूरा लंड बहुत भारी था. ऐसा मोटा लंड मैने पहली बार देखा था.

मैने तो कई लंड लिए थे जिनमे अब तक नौकर का लंड सबसे मोटा दिख रहा था. मेरे अंदर शरारत सूझी कि मैं क्या करूँ?????. नौकर को पकड़ लूँ कि क्यूंकी उसका लंड देखकर मेरी उत्तेजना बहुत बढ़ गई. बाय्फ्रेंड से तो पहले भी चुदाई करवाई थी. अब नये और मोटे लंड के अनुभव का दिल करने लगा था.

फिर मन मे ख्याल आया कि तू क्या कर रही है? यह तेरा नौकर है. तुझसे कितना अलग है. सब बातों मे तेरे ऑपोसिट है.और तेरे जैसी माल पर तो कितने जान लुटाते है और तू नौकर को ऐसे देख रही है. तेरे लिए तो लड़के पैसे देने के लिए भी तैयार हो जाए और तू नौकर का काला लंड लेने की सोच रही है. मन मे कई विचार आपस मे टकरा रहे थे लेकिन कोई भी नतीज़ा मेरे दिमाग़ मे नही पनप रहा था.

मेरी समझ मे कुछ नही आ रहा था कि मैं क्या करूँ?. अभी 1 बजे मेरा बाय्फ्रेंड आने वाला है तो मैं क्या करूँ? उससे चुदवाऊ या इस नौकर से. मेरा मन बीच मे लटका हुआ था

मैने फ़ैसला किया नही बल्कि मेरा फ़ैसला मेरे शरीर ने कर दिया. मेरी चूत मे से पानी लगातार बहने लगा. इतना मोटा लंड जो देख लिया था. मैने उसी वक़्त फटाफट सोचा कि बाय्फ्रेंड को आज नही दूँगी. वो तो पहले भी सेक्स कर चुका है मेरे साथ. अब तो मैं बस नौकर का काला लंड ही लूँगी. मैने जल्दी से अपने बाय्फ्रेंड को मेसेज किया कि “जानू सॉरी सॉरी प्लीज़. आज काम नही बन सकता. सब जाग रहे है. प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो.”. मैं जल्दी से वेट करने लगी उसके रिप्लाइ का. एक तो यह भी डर था कोई आ ना जाए. या नौकर ना दरवाज़ा खोल दे. आख़िरकार उसका रिप्लाइ आ ही गया. “ओके जान. चलो फोन पर बात करते है”.

उफ्फ यह भी कितना पीछे पड़ा है. मेरे दिल से ज़ोर की आवाज़ आई. मैने उसे मसेज किया. सॉरी जान आज नही.मैं सोने लगी हूँ. पंगा हो सकता है आज. तब जाकर वो माना और उसने मेसेज करके गुड बाइ कहा.

बस फिर क्या था मेरा तन-मन तयार था आज नौकर से चुदने के लिए. मैने अंदर देखा तो नौकर अभी भी अपना काला लंड पकड़े हुए मूठ मार रहा था. मैने दरवाज़ा खटखटाया. “ठक्क ठक्क”. थोड़ी देर के बाद आवाज़ आई “कॉन?”. 

मैने कहा” मैं हूँ राजू” 
तो नौकर कहने लगा” ओह मेम्साब. अभी आता हूँ 1 मिनट”. मैने कीहोल से देखा कि नौकर ने फटाफट अपना पाजामा पहना और सीडी बंद करके बाहर दरवाज़ा खोलने के लिए आने लगा. दरवाज़े खोलते ही उसने मुझे देखा तो वो दंग रह गया. मेरा शरीर नाइटी मे देखकर तो जैसे उसकी आँखें ही खुल गई. ट्रॅन्स्परेंट नाइटी मे मेरे बड़े मम्मे और चूत सॉफ दिख रही थी.उपर से नाइटी भी छोटी थी जिससे मेरी मोटी जांघे सॉफ नंगी उसकी नज़रो के सामने थी.
नौकर- जी मेम्साब…क्या हुआ….इतनी रात गये.?
मैं कमरे के अंदर आ गई थी ताकि कोई बाहर ना देख ले.
मे- बस मेरा दिल नही लग रहा था. तो बाहर निकली तो देखा आपके कमरे की लाइट ऑन थी सो आ गई. 
नौकर- अच्छा मेम्साब…
मे- अगर कोई प्राब्लम है तो मैं चली जाती हूँ
नौकर- ना ना मेम्साब ऐसी कोई बात नही है…आप मालकिन आपका घर है……
मे- मुझे अच्छा लगा जानकर.
नौकर- आप भी कमाल करती है.आप ही का तो घर है आपकी सेवा करना मेरा फ़र्ज़ है….
मे- अगर मैं कोई सेवा करवाना चाहूं तो करोगे…..
नौकर- मेम्साब आपकी सेवा करना मेरा फ़र्ज़ है….धर्म है..आप हुकुम करें…..
मैने दरवाज़ा बंद किया और कुण्डी लगाई और फिर सीधा चल कर उसके बेड के पास पहुँची और उसके बेड के उपर अपने दोनो हाथ रखे और धीरे धीरे नीचे झुकती हुई अपने चूतड़ बाहर को करते हुए बोली” क्या मेरी इस बड़ी सी चीज़ की सेवा करोगे?”.
नौकर- मेम्साब यह क्या कह रही हो आप?
मे- अच्छा…फिर क्यू कह रहे थे कि मालकिन की सेवा करना तुम्हारा फ़र्ज़ है?
नौकर- मेम्साब यह आपको क्या होगया है?
मे- देखो रात भर सेवा करवाउन्गी…अगर खुश कर दिया तो उस सामने घर मे जो नौकरानी आती है ना…उससे बात शुरू करवा दूँगी.
नौकर यह सुनकर चोंक गया. उसे इस बात का इतना शॉक लगा कि मुझे कैसे पता कि वो उस नौकरानी पे लाइन मारता है.
नौकर-मेम्साब आपको कैसे पता???
मे- बस सब पता रहता है मुझे राजू…अब बोलो क्या बोलते हो? ब्लू फ़िल्मो मे बहुत देख लिया अब लाइव मे देखो और करो ना यार
नौकर यह सुनकर और भी हक्का बक्का रह गया.. और उसके मूह से बस यही निकला”मेम्साब आप.को…..
मे- बस सब पता है पर किसी को नही बताउन्गी. बस जो मैं तुमसे करवाऊ वो करो….
नौकर- जी मेम्साब.
और नौकर मेरी बड़ी सी गान्ड को आँखों से निहारने लगा.
मे- जैसे दिल करता है सेवा करो…तुम्हारे उपर है/
नौकर- वाह मेम्साब क्या खूब लगती है यह..ग..आपकी
मे- कोई बात नही राजू खुल कर बोल….जो भी बोलना है और खुल के कर.जो भी करना…मेरी गान्ड अब तेरी है…
नौकर मेरी यह बात सुनकर जैसे चूहे से शेर बन गया और मुझ पर भूखे कुत्ते की तरह टूट पड़ा..
अहह मेम्साब क्या गान्ड है आपकी….उसने मेरी गान्ड को नाइटी के उपर से पकड़ा और सहलाया. मेरे तो जैसे शरीर मे करेंट दौड़ गया. उसने ज़रा भी देर ना लगाते हुए मेरी नाइटी शरीर से अलग कर दी.
अहह मेरा सारा शरीर अब उसके सामने बिना कपड़ो के था. मेरी एक एक चीज़ उसके सामने बिल्कुल नंगी थी. नौकर मेरा मेरी जवानी से भरा कॅसा हुआ शरीर देखकर मदहोश होने लगा. 
मे- अब अपना भी कोई जलवा दिखाओ ना राजू….
नौकर- जी मेम्साब……यह कहते हुए उसने अपनी शर्ट उतारी तो उसकी छाती को देखकर मेरी चुचियाँ और टाइट हो गई. घने बालो से भरी पड़ी थी. और फिर उसने अपना पाजामा नीचे उतारा और दूर फैंक दिया. अहह उसका खड़ा हुआ काला लंड मेरी आँखों के सामने था. मेरी चूत मे पानी का समंदर भरने लगा. मैने कहा”वाह राजू….क्या तकड़ा लंड है तेरा….आज मज़ा दे दे मुझे इसका”

नौकर- जी मेम्साब सब कुछ आपके लिए ही है…..
 
फिर राजू ने दौड़ते हुए मुझे गले लगा लिया और बेड पर गिरा दिया . राजू अब नौकर से मालिक बन रहा था. अपने मालिक की बेटी को चोदने और चूसने का मौका वो कैसे जाने देता. अहह उसकी सख़्त छाती मेरे बड़े से मम्मों से टकरा गई और उसका बालों से भरा लंड मेरी चिकनी चूत से चिपकने लगा. अहह मेम्साब क्या माल है आप. और राजू अपने काले गंदे होंठों से मेरे रसीले होंठों को मूह मे लेकर चूसने लगा. 

अहह मैं अपने ही नौकर का थूक अंदर ले रही थी और वो मेरी जीब को जम के बच्चे की तरह चूस्ता जा रहा था. अहह राजू क्या जम कर चूस्ते हो….अहह…..म्म्म्म ममममममम…..राजू मेरे होंठों को चूस्ता ही जा रहा था. और उसके हाथ मेरे दोनो बड़े बड़े मम्मों को खीच रहे थे. उसका शरीर मेरे शरीर से बिल्कुल चिपका हुआ था. मैं पागल हो रही थी. उसका लंड मेरी चूत के अंदर हल्का हल्का सा जा रहा था. वो किसी भूके कुत्ते की तरह मुझ पर टूट पड़ा था.

गुलूप्प्प्प्प्प्प्प्प….गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प……वो कुत्ते की तरह अब मेरे मम्मों के निपल्स चूसने लगा. मेरे दोनो मम्मो के कस कस के चुप्पे लेने लगा राजू. मैं सिसकियाँ भरने लगी थी. मैं सब भूल सी गई थी. कितने दिनो बाद एक नया लंड मिला था. राजू मेरे शरीर को ऐसे चाट और चूस रहा था जैसे ज़िंदगी मे कभी कोई लड़की ना देखी हो. 

अहह रजुउुुुउउ मस्त है यार……और चूस ..जम के चूस्स्स्स्स्स्स्सस्स……..राजू मेरे मम्मों को अच्छे से निचोड़ने के बाद मेरी नाभि मे जीब घुसाने लगा…..अहह……नाभि को कितनी देर तक जीब से चूसा…..फिर नीचे मेरी एक दम क्लीन शेव चूत मे मूह डालकर अंदर जीब फेरने लगा……मेरी चीखे निकलने लगी…अहह//////राजू कुत्तीईई…..साले भेन्चोद्द्द्द्द्द्द्द……और अंदर डाल…..मेरी आवाज़ों से राजू और तेज़ होता गया.

मैं अपनी टाँगें उठा उठा के उससे चूत चुदवा रही थी. एक दम रंडी की तरह मैं उसे अपनी चूत का पानी पिला रही थी. फिर उसने मेरी टाँगों तक अपनी जीब फिराई. पूरी टाँगें गीली कर दी. और फिर मुझे उल्टा किया और मेरी गर्दन से लेकर नीचे गान्ड तक जीभ फेरता चला गया कुत्ता राजू.अहह राजू तुम तो कमाल हो…ऐसा माज़ा तो बाय्फ्रेंड के साथ भी नही आया. राजू मेरे चुतड़ों को चाटने लगा…..अपनी पूरी जीब मेरे दोनो चुतड़ों पर जम के फेरी उसने. मेरे दोनो चुतड़ों के छेद खोलकर उसमे अपनी लंबी जीब घुसा दी. अहह राजू अपनी मालकिन की गान्ड को चाटो. अहह……राजू अपनी जीब से मेरे चूतद्द्ड़ चोदने लगा…..अहह अंदर तक घुसा रहा था राजू अपनी जीब. पूरी गांद खोलकर मेरी गंद चाटी उसने . फिर मुझे सीधा लिटाया और अपना लंड मेरे मूह मे डाल दिया.

मैं राजू से कुतिया की तरह चुद रही थी. राजू का बड़ा काला लंड मेरे मूह मे पूरा नही आ रहा था. मेरी आँखों मे अपनी आ गया जब राजू ने अपना लंड मेरे अंदर तक पहुँचा दिया. मुझे खाँसी आई लेकिन राजू मुझे बालों से पकड़ कर चोदे जा रहा था. बहुत देर तक उसने अच्छे से मेरे मूह की ठुकाई की.

फिर मुझे सीधा लिटा कर कुतिया की तरह मेरी टाँगें अपने शोल्डर्स पर रखी और अपना काला लंड मेरी चूत मे एक झटके के साथ घुसा दिया. अहह……चूत इतनी गीली दी कि ज़ोर से पछ्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ आई और उसका लंड फिसलता हुआ पूरा अंदर तक चला गया………अहह राजू की भी हल्की सी चीख निकली. फिर राजू मुझे कस कस के धक्के मारने लगा. मैने अपने नाख़ून राजू की पीठ मे गढ़ा दिए. लेकिन राजू इतनी ज़ोर से धक्के मार रहा था कि जैसे मेरी चूत फाड़ देगा.मैने उसको कस के गले लगाया हुआ था और उसका लंड अपनी चूत के अंदर तक ले रही थी. लेकिन तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया…..मैं बिल्कुल डर गई.यह कॉन हो सकता है बाहर. राजू भी डर गया और उसने फटाफट अपना लंड बाहर निकाला और मुझे आल्मिराह के पीछे छुपा दिया. फिर उसने कपड़े पहने और दरवाज़ा खोला. मैं छुप के देख रही थी. मैं देख कर दंग रह गई. वो तो मेरा बाय्फ्रेंड था. मैं सोच मे पड़ गई कि वो यहाँ क्या करने आया है. उसे तो मैने मेसेज कर दिया था. वो सीधा अंदर आने लगा. राजू ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन वो रुका नही और मेरा नाम बोलता हुआ अंदर तक आ गया. वो सीधा चल कर मेरे सामने आकर खड़ा हो गया.

बाय्फ्रेंड- हां साली. यहाँ चुदवा रही हो...

मे- नही जान मेरी बात सुनो....

बाय्फ्रेंड- चुप कर साली....मुझे बेवकूफ़ बनाकर खुद मज़े से लंड ले रही है. 

मे- लेकिन तुम यहाँ वापिस क्यू आगये?

बाय्फ्रेंड- साली मुझे शक था. मैने तुझे देख लिया था इसके कमरे के अंदर जाते हुए. हरम्खोर कुत्ति ......

मे- जान प्लीज़ आइ एम सॉरी...मुझे माफ़ कर दो.

बाय्फ्रेंड- ऐसे कैसे माफ़ कर्दु......तुझे तो मैं मज़ा चखा कर रहूँगा....अब तुझे हम दोनो चोदेन्गे....

मे- नही जान.मुझे डर लगता है......प्लीज़्ज़्ज़्ज़्ज़.

बाय्फ्रेंड- चुप कर साली....

इतना कहते ही उसने मुझे पकड़ा और मुझे नंगी को बेड पर फैंक दिया. राजू चुपचाप सब देख रहा था. लेकिन बदनामी से बचने के लिए वो भी राज़ी हो गया. मुझे भी लगा कि यह सज़ा तो मेरे लिए भी मस्त है. मैने खुद बखुद अपनी टाँगें खोल दी. मेरे बाय्फ्रेंड ने एक मिंट भी नही लगाया कपड़े खोलने मे और अपना मोटा लंड मेरे मूह मे घुसेड दिया.....राजू फिर से मेरी चूत को चोदने लगा......अहह.........अहह......मेरे मूह से आवाज़े खुद ब खुद निकल रही थी और मेरे मूह मे बाय्फ्रेंड का लंड भी जा रहा था. राजू मेरी टाँगें उठा उठा के चोद रहा था और मेरे बाय्फ्रेंड ने मेरे मूह के अंदर तक अपना लंड घुसाया हुआ था. मैं पानी पानी होती जा रही थी.
 
फिर मैं राजू के उपर आ गई और जंप करने लगी. और उधर मेरे बाय्फ्रेंड ने पीछे से मेरी गान्ड को खोला और अपना लंड उसमे कस के धकेल दिया......अहह.....मेरी गान्ड के टाइट हॉल को झटके से फाड़ दिया . अब मेरे दोनो छेदों मे मोटे मोटे लंड थे. राजू नीचे से और मेरा बाय्फ्रेंड पीछे से मेरे मोटे मम्मों को मसल मसल के खीच रहे थे. मैं तो पागल हो रही थी.

मेरी चूत और गान्ड को दो मोटे लंड फाड़ रहे थे और मेरे होंठों को कभी राजू तो कभी मेरा बाय्फ्रेंड चूस रहे थे. मैं बस आँखें बंद करते हुए मज़े मे डूबी हुई थी.फिर उन्होने अपनी पोज़िशन बदली और मुझे बीच मे लिटा दिया. अब राजू मेरी गान्ड मारने लगा और मेरा बाय्फ्रेंड मेरी चूत ठोकने लगा. अहह..मैं उन दोनो के बीच फस गई. दोनो मेरी चूत गान्ड लूट ते ही जा थे, मैने कस के पकड़ा हुआ था बाय्फ्रेंड को और नौकर ने मुझे पीछे से पकड़ा हुआ था. हम तीनो एक दूसरे से एकदम चिपके हुए थे. उसके बाद मैं 2-3 बार झड़ती चली गई.....अहह..और फिर सबसे पहले मेरे बाय्फ्रेंड ने मेरी चूत मे पानी छोड़ा.......अहह..........अहह...उसका गरम गरम माल मेरी चूत मे पिचकारी की तरह निकला......लेकिन वो फिर भी लंड अंदर बाहर करता गया. और फिर थोड़ी देर बाद नौकर ने मेरी गान्ड मे अपने लंड का पानी तेज़ प्रेशर के साथ छोड़ा.......अहह....एम्म्साअब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब........नौकर का बहुत सारा माल निकला. मैं तो दो दो लंड लेकर पागल सी हो गई.

कितनी देर तक उन्होने ऐसे ही रखा और फिर घंटे के बाद मुझे फिर चोदने लगे. इस बार उन्होने अपना माल मेरे मूह मे निकाला और मैने इकट्ठा वीर्य अपने अंदर निगल लिया. पूरी रात मेरी चुदाई होती रही. सुबह 6 बजे से पहले ही मेरा बाय्फ्रेंड वहाँ से चला गया और मैं भी अपने कमरे मे आ गई.

मेरा लास्ट एग्ज़ॅम था . मैं बहुत थक गई थी रात की चुदाई के बाद. लेकिन मुझे पता था कि मेरा एक्शन अच्छा होगा क्यूंकी मैं सर को स्पेशल इस एग्ज़ॅम के लिए चुदवा के आई थी. जब एग्ज़ॅम शुरू हुआ तो सर की ही ड्यूटी थी. सर ने जम के नकल कराई और मेरा एग्ज़ॅम बहुत बढ़िया हुआ. अब मुझे पक्का यकीन था कि मैं सभी एग्ज़ॅम्स मे पास ज़रूर हो जाउन्गी. मैने नेक्स्ट डे सर को फिर से अपनी चूत मारने दी. सर ने बहुत अच्छी तरह से मुझे चोदा. मुझे भी मज़ा आ गया. उसके बाद मैं बाय्फ्रेंड से भी चुदवाती रही और नौकर मुझे जब जी चाहे ठोकता रहा.

2-3 महीने बाद जब मेरा रिज़ल्ट आया तो मेरी खुशी का कोई ठिकाना ना रहा. मैं सभी सब्जेक्ट्स मे अच्छे नंबरों से पास हो गई थी. सब ने मुझे बधाइयाँ दी. मेरे मम्मी पापा ने कहा कि लड़की अपनी मेहनत से पास हुई है. लड़की ने बहुत टाइम दिया है स्टडीस को,. लेकिन वो तो मैं जानती हूँ मैने क्या दिया है.....मैने पास होने के लिए सर को इज़्ज़त दी है...




दा एंड
 
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