hotaks444
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उमैर सुन कर ही बोखला गया ..."क्या बोल रही हो फ़िज़ा??????"
फ़िज़ा:-सर आइ लव यू......"में आपसे बोहोत प्यार केरने लगी हूँ...जबसे देखा है आपको मुझे नींद ही नहीं आ रही है...और जबसे आपने मुझे फ्रेशेरएस पार्टी वाले दिन उठाया था ...में चैन से नहीं सो पा रही हूँ.ये प्यार है या कुछ और में नहीं ...बस इतना है के आआपको हमेशा अपने सामने देखना चाहती हूँ...आपसे हमेशा बातें करना चाहती हूँ....हर पल हर लम्हा में सिर्फ़ आप ही के बारे में सोचती हूँ...में क्या करूँ....प्ल्ज़ सर आप मेरा दिल मत तोड़िएगा...में आपसे प्रॉमिस नहीं लेना चाहती हूँ ....बस आपके साथ रहना चाहती हूँ ....और अगर कभी भी किसी के बारे मैं सोचूँगी किसी भी मर्द के बारे में तो सिर्फ़ वो आप ही होंगे..वरना में शादी नहीं करूँगी..."...
उमैर तुनक कर जवाब देता है"फ़िज़ा में किसी के साथ ऑलरेडी कोँमिटेड हूँ ..में तो किसी और के बारे में सोच भी नहीं सकता...वो लड़की ही मेरी ज़िंदगी है और उसी से शादी करूँगा...म सॉरी फ़िज़ा लेकिन में तुमसे किसी भी टाइप का कोई रीलेशन नहीं मेनटेन कर पाउन्गा ...आइ आम सॉरी............"
फ़िज़ा की भावनाओ को रौंद कर वो वहीं उसे छोड़केर उठकेर चला गया...और बेचारी फ़िज़ा 2 मिनट तक ऐसे ही देखते रही जब तक उसकी आँखों से वो ओझल नहीं हो गया....
बारिश होने लगी लेकिन गार्डेन में फ़िज़ा वहीं बैठी रही.............उसके आँसुओ को बारिश में शायद कोई नहीं पहचान सकता था...........वह टूट चुकी थी...........................
उमैर ने अजय को गोशी वाली और फ़िज़ा वाली सारी बात बताई...आख़िर वो उसका बेस्ट फ़्रेंड जो था ...उससे कुछ भी नहीं छुपाता था....
अजय ने कुछ नहीं कहा.....वह सिर्फ़ उसकी बातों को बड़े गौर से सुनता ही रहा....
अगले दिन शरारती अजय...करिज़्मा लेकेर 8:30 बजे सपना के घर से थोड़े ही दूर उसका इंतेज़ार कर रहा था...अजय बड़े बाप की औलाद था...
सपना:- आ गये तुम....करिज़्मा है तुम्हारे पास..?????
अजय:- हां ....है..तो क्या करोगी ..?(अकड़ते हुए)
सपना:-बड़ा अजीब सा नेचर हैं तुम्हारा कल लाइन मार रहे थे आज अकड़ क्यूँ दिखा रहे हो...
अजय:- बैताउन्गा अब ...या मुझे टिकेट्स दे दो में चला जाता हूँ...(इतराते हुए)
सपना मूह बनाकर उसके पीछे बैठ गई.....
गाड़ी चलते वक़्त बार बार ब्रेक लगाने के कारण सपना की चूचियाँ वहाँ अजय की पीठ पर दबी जा रही थी....
अजय मुस्कुरा कर"अब क्या धस ही जाओगी अंदर मेरे...थोड़ा पीछे हो जाओ ....आज मेरा उपास है..."और ज़ोर ज़ोर से ठहाके लगाने लगा...
सपना:में क्या करूँ क्यूँ ब्रेक लगा रहे हो बार बार.............
दोनो झगड़ते हैं और मंज़िल तक पोहोच जाते हैं.......
9 बजे का शो शुरू हुआ...अजय और सपना दोनो ही बड़े मज़े से मूवी देखने में लगे हुए थे....अजय के करीब बैठी सपना ने उपेर टॉप और नीचे घुटनो तक स्कर्ट पहेन रखी थी.....
सपना बड़े मज़े से पॉपकॉर्न खा रही थी...अजय भी चुप चाप बैठ कर अच्छे बच्चो की तरह मूवी देख रहा था...पीछे से निकलते हुए किसी का धक्का सपना की पीठ पे लगा और सारे पोप कॉर्न अजय की गोद मे जा गिरे.....अजय कुछ समझ पाता के सपना उसकी झांघों के उपेर से गिरे पॉपकोर्न्स को हटाने लगी...सो सॉरी यार...
सपना के हाथों का स्पर्श पाकर अजय के लंड ने अंगड़ाई ली और वह सपना को एक तक देखने लगा...सपना इस बात से बेख़बर थी...कि उसके हाथों ने अंजाने मे ही अजय के लंड को खड़ा कर दिया...चुप चाप फिर से मूवी देखने लग गयी....
फ़िज़ा:-सर आइ लव यू......"में आपसे बोहोत प्यार केरने लगी हूँ...जबसे देखा है आपको मुझे नींद ही नहीं आ रही है...और जबसे आपने मुझे फ्रेशेरएस पार्टी वाले दिन उठाया था ...में चैन से नहीं सो पा रही हूँ.ये प्यार है या कुछ और में नहीं ...बस इतना है के आआपको हमेशा अपने सामने देखना चाहती हूँ...आपसे हमेशा बातें करना चाहती हूँ....हर पल हर लम्हा में सिर्फ़ आप ही के बारे में सोचती हूँ...में क्या करूँ....प्ल्ज़ सर आप मेरा दिल मत तोड़िएगा...में आपसे प्रॉमिस नहीं लेना चाहती हूँ ....बस आपके साथ रहना चाहती हूँ ....और अगर कभी भी किसी के बारे मैं सोचूँगी किसी भी मर्द के बारे में तो सिर्फ़ वो आप ही होंगे..वरना में शादी नहीं करूँगी..."...
उमैर तुनक कर जवाब देता है"फ़िज़ा में किसी के साथ ऑलरेडी कोँमिटेड हूँ ..में तो किसी और के बारे में सोच भी नहीं सकता...वो लड़की ही मेरी ज़िंदगी है और उसी से शादी करूँगा...म सॉरी फ़िज़ा लेकिन में तुमसे किसी भी टाइप का कोई रीलेशन नहीं मेनटेन कर पाउन्गा ...आइ आम सॉरी............"
फ़िज़ा की भावनाओ को रौंद कर वो वहीं उसे छोड़केर उठकेर चला गया...और बेचारी फ़िज़ा 2 मिनट तक ऐसे ही देखते रही जब तक उसकी आँखों से वो ओझल नहीं हो गया....
बारिश होने लगी लेकिन गार्डेन में फ़िज़ा वहीं बैठी रही.............उसके आँसुओ को बारिश में शायद कोई नहीं पहचान सकता था...........वह टूट चुकी थी...........................
उमैर ने अजय को गोशी वाली और फ़िज़ा वाली सारी बात बताई...आख़िर वो उसका बेस्ट फ़्रेंड जो था ...उससे कुछ भी नहीं छुपाता था....
अजय ने कुछ नहीं कहा.....वह सिर्फ़ उसकी बातों को बड़े गौर से सुनता ही रहा....
अगले दिन शरारती अजय...करिज़्मा लेकेर 8:30 बजे सपना के घर से थोड़े ही दूर उसका इंतेज़ार कर रहा था...अजय बड़े बाप की औलाद था...
सपना:- आ गये तुम....करिज़्मा है तुम्हारे पास..?????
अजय:- हां ....है..तो क्या करोगी ..?(अकड़ते हुए)
सपना:-बड़ा अजीब सा नेचर हैं तुम्हारा कल लाइन मार रहे थे आज अकड़ क्यूँ दिखा रहे हो...
अजय:- बैताउन्गा अब ...या मुझे टिकेट्स दे दो में चला जाता हूँ...(इतराते हुए)
सपना मूह बनाकर उसके पीछे बैठ गई.....
गाड़ी चलते वक़्त बार बार ब्रेक लगाने के कारण सपना की चूचियाँ वहाँ अजय की पीठ पर दबी जा रही थी....
अजय मुस्कुरा कर"अब क्या धस ही जाओगी अंदर मेरे...थोड़ा पीछे हो जाओ ....आज मेरा उपास है..."और ज़ोर ज़ोर से ठहाके लगाने लगा...
सपना:में क्या करूँ क्यूँ ब्रेक लगा रहे हो बार बार.............
दोनो झगड़ते हैं और मंज़िल तक पोहोच जाते हैं.......
9 बजे का शो शुरू हुआ...अजय और सपना दोनो ही बड़े मज़े से मूवी देखने में लगे हुए थे....अजय के करीब बैठी सपना ने उपेर टॉप और नीचे घुटनो तक स्कर्ट पहेन रखी थी.....
सपना बड़े मज़े से पॉपकॉर्न खा रही थी...अजय भी चुप चाप बैठ कर अच्छे बच्चो की तरह मूवी देख रहा था...पीछे से निकलते हुए किसी का धक्का सपना की पीठ पे लगा और सारे पोप कॉर्न अजय की गोद मे जा गिरे.....अजय कुछ समझ पाता के सपना उसकी झांघों के उपेर से गिरे पॉपकोर्न्स को हटाने लगी...सो सॉरी यार...
सपना के हाथों का स्पर्श पाकर अजय के लंड ने अंगड़ाई ली और वह सपना को एक तक देखने लगा...सपना इस बात से बेख़बर थी...कि उसके हाथों ने अंजाने मे ही अजय के लंड को खड़ा कर दिया...चुप चाप फिर से मूवी देखने लग गयी....