hotaks444
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- Nov 15, 2016
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इधर....
वीर.
चलो यहीं पास एक मॉल है अगर कुछ शॉपिंग करनी है तो चलो...
फिर सब मिल माल से शॉपिंग करते है.ऑर आ कर सो जाते है..
सभी एक बेड पर सोते है....
किसी की आँखो मे नींद नही थी..
इधर विशु मन मे बस यही सोच रही थी.कास वीर मेरा भाई ना होता. इतनी केर तो लवर भी नही करता जितनी एक भाई कर रहा है..
ऐसे कुछ सोच ते सोचते सब सो जाते है...
नेक्स्ट मॉर्निंग विशु जब उठती है तो क्या देखती है..प्रिया ऑर नहिना दोनो वीर से एक दम चिपक के सो रही थी..वीर का हाथ प्रिया की गान्ड पर था ओर नहिना का हाथ वीर के लंड पर..
विशु ये सब देख शॉक थी..पर अपने मन को झटक के वीर के माथे पर किस कर देती है....
थोड़ी देर मे सब उठ जाते है .ऑर रेडी होते है...
वीर को प्रीत का फ़ोन आ जाता है.ऑर वो बात करने लगता है...
इधर..
विशु..नहिना तुम दोनो को शर्म नही आती अपने ही भाई से कैसे चिपक कर सो रही थी..
नहिना..हम तो ऐसे ही सोते है..बड़ा मज़ा आता है..दिल करता है सारी जिंदगी वीर की बाजुओं मे गुज़ार दूं..
विशु .वो हमारा भाई है...
प्रिया..इसी का तो दुख है कि वो भाई है.....नही तो कब का मज़ा लूट लिया होता..
विशु..तुम दोनो पागल हो गयी हो
वीर के प्यार मे.....
वीर...ओके गर्ल्स .मेरे साथ ऑफीस चलना है या यहीं रहना है..
सभी एक साथ...आपके साथ चलते है .
वीर...ओके चलो मीटिंग का टाइम होचला है..सब ऑफीस पहुँचते है वीर का ग्रांड वलकम किया जाता है...
...
ऑफीस मे काम करने वाली लड़कियों की तो चूत गीली हो गयी थी..वीर को देख..
मॅनेजर..वलकम..सर आइए ये है आपका कॅबिन....
वीर..थॅंक्स ..बहुत अच्छा कॅबिन बना है..मीटिंग शुरू करे सब आ गये...
फिर वीर..मीटिंग के लिए जाता है..2 घंटे तक मीटिंग चलती है. ऑर मीटिंग फिनिश कर सब बाहर आते है..सब के चेहरे पर खुशी थी..
मॅनेजर..सर आज की डील की खुशी मे पार्टी तो बनती है..
वीर...पार्टी फिर कभी अभी मैं आप सब की सल्लरी बढ़ा रहा हूँ ऑर साथ मे आप सब को बोनस भी मिलेगा बस दोस्तों सब काम को सीरियस्ली ले...अपना समझ के काम करे....
वीर...ठीक है मॅनेजर जी आप हमारे लिए टिकेट्स बुक करवा दीजिए 1 घंटे बाद की..
वीर के जाने की बात से ऑफीस की लड़किया बहुत सॅड थी..पर फिर भी वीर बहुत जल्दी आने की बात बोल अपनी बहनो के साथ निकल जाता है..इंडिया की ओर..यहाँ उसके लिए एक बुरी खबर इंतजार कर रही थी.
वीर रात को 8 बजे घर पहुँच जाता है.....
ऑर तभी बिस्वा भागता हुआ वीर के पास आता है....
बिस्वा..भाई कोई दानव जिन्न लोक मे घुसने की कोशिस कर रहा है .उसके पास उसकी सेना भी है...
वीर...वो घुस तो नही पाएगा..बट फिर भी चलो उसे सबक सिखाया जाए...
वीर...वहाँ से बिस्वा को साथ ले गायब हो जाता है..ऑर आशीष को घर की रक्षा करने को बोल देता है ...
पलक झपकते हे दोनो जिन्न लोक पहुँच जाते है..जिन लोक की धरती पर पैर पड़ते ही वीर अपने असली रूप मे आ जाता है..
सेनापति....महाराज हमारी सेना तैयार है..बोलिए क्या करना है...
वीर...उसे ख़तम करना है ऑर.क्या...पहले उसपर हमला मैं करूगा..
वीर उसकी तरफ जाता है..
वीर...कौन हो तुम..क्यूँ आए हो यहाँ
दानव कोई जवाब नही देता ऑर वीर को उठा दूर फेक देता है..
जितनी तेज़ी से वीर दूर जा गिरता है.उसे भी तेज वीर उड़ता हुआ उसे पंच मारता है.
.ऑर वो दानव उड़ता हुआ दूर जा गिरता है...
वीर.
चलो यहीं पास एक मॉल है अगर कुछ शॉपिंग करनी है तो चलो...
फिर सब मिल माल से शॉपिंग करते है.ऑर आ कर सो जाते है..
सभी एक बेड पर सोते है....
किसी की आँखो मे नींद नही थी..
इधर विशु मन मे बस यही सोच रही थी.कास वीर मेरा भाई ना होता. इतनी केर तो लवर भी नही करता जितनी एक भाई कर रहा है..
ऐसे कुछ सोच ते सोचते सब सो जाते है...
नेक्स्ट मॉर्निंग विशु जब उठती है तो क्या देखती है..प्रिया ऑर नहिना दोनो वीर से एक दम चिपक के सो रही थी..वीर का हाथ प्रिया की गान्ड पर था ओर नहिना का हाथ वीर के लंड पर..
विशु ये सब देख शॉक थी..पर अपने मन को झटक के वीर के माथे पर किस कर देती है....
थोड़ी देर मे सब उठ जाते है .ऑर रेडी होते है...
वीर को प्रीत का फ़ोन आ जाता है.ऑर वो बात करने लगता है...
इधर..
विशु..नहिना तुम दोनो को शर्म नही आती अपने ही भाई से कैसे चिपक कर सो रही थी..
नहिना..हम तो ऐसे ही सोते है..बड़ा मज़ा आता है..दिल करता है सारी जिंदगी वीर की बाजुओं मे गुज़ार दूं..
विशु .वो हमारा भाई है...
प्रिया..इसी का तो दुख है कि वो भाई है.....नही तो कब का मज़ा लूट लिया होता..
विशु..तुम दोनो पागल हो गयी हो
वीर के प्यार मे.....
वीर...ओके गर्ल्स .मेरे साथ ऑफीस चलना है या यहीं रहना है..
सभी एक साथ...आपके साथ चलते है .
वीर...ओके चलो मीटिंग का टाइम होचला है..सब ऑफीस पहुँचते है वीर का ग्रांड वलकम किया जाता है...
...
ऑफीस मे काम करने वाली लड़कियों की तो चूत गीली हो गयी थी..वीर को देख..
मॅनेजर..वलकम..सर आइए ये है आपका कॅबिन....
वीर..थॅंक्स ..बहुत अच्छा कॅबिन बना है..मीटिंग शुरू करे सब आ गये...
फिर वीर..मीटिंग के लिए जाता है..2 घंटे तक मीटिंग चलती है. ऑर मीटिंग फिनिश कर सब बाहर आते है..सब के चेहरे पर खुशी थी..
मॅनेजर..सर आज की डील की खुशी मे पार्टी तो बनती है..
वीर...पार्टी फिर कभी अभी मैं आप सब की सल्लरी बढ़ा रहा हूँ ऑर साथ मे आप सब को बोनस भी मिलेगा बस दोस्तों सब काम को सीरियस्ली ले...अपना समझ के काम करे....
वीर...ठीक है मॅनेजर जी आप हमारे लिए टिकेट्स बुक करवा दीजिए 1 घंटे बाद की..
वीर के जाने की बात से ऑफीस की लड़किया बहुत सॅड थी..पर फिर भी वीर बहुत जल्दी आने की बात बोल अपनी बहनो के साथ निकल जाता है..इंडिया की ओर..यहाँ उसके लिए एक बुरी खबर इंतजार कर रही थी.
वीर रात को 8 बजे घर पहुँच जाता है.....
ऑर तभी बिस्वा भागता हुआ वीर के पास आता है....
बिस्वा..भाई कोई दानव जिन्न लोक मे घुसने की कोशिस कर रहा है .उसके पास उसकी सेना भी है...
वीर...वो घुस तो नही पाएगा..बट फिर भी चलो उसे सबक सिखाया जाए...
वीर...वहाँ से बिस्वा को साथ ले गायब हो जाता है..ऑर आशीष को घर की रक्षा करने को बोल देता है ...
पलक झपकते हे दोनो जिन्न लोक पहुँच जाते है..जिन लोक की धरती पर पैर पड़ते ही वीर अपने असली रूप मे आ जाता है..
सेनापति....महाराज हमारी सेना तैयार है..बोलिए क्या करना है...
वीर...उसे ख़तम करना है ऑर.क्या...पहले उसपर हमला मैं करूगा..
वीर उसकी तरफ जाता है..
वीर...कौन हो तुम..क्यूँ आए हो यहाँ
दानव कोई जवाब नही देता ऑर वीर को उठा दूर फेक देता है..
जितनी तेज़ी से वीर दूर जा गिरता है.उसे भी तेज वीर उड़ता हुआ उसे पंच मारता है.
.ऑर वो दानव उड़ता हुआ दूर जा गिरता है...