desiaks
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ज्योति- हाँ हाँ बोल तो ऐसे रही है, जैसे तू बह्त शरीफ है। जो तूने उस दिन फ्लैट में किया था। वो कुछ कम नहीं किया मलिक के साथ।
रीत ये सुनकर शर्मा जाती है और झट से हँसकर बोलती है- “तू चुप कर प्लीज़्ज़..."
फिर वो दोनों हँसने लगती है। कुछ ही देर में माल आज जाता है। आज माल में सेल के कारण काफी भीड़ होती है। रीत स्पयकेर के शोरूम में देखती है तो वहां 50% आफ होता है। वो दोनों अंदर चली जाती है, वो सेल्समैन इतनी खूबसूरत दो लड़कियों को देखकर दीवाना सा हो जाता है, और वो उनके पास जाकर बोला।
सेल्समै- एस मेम बोलिए।
रीत- जीन्स दिखाओ।
सेल्समै- मेम आपकी वेस्ट कितनी है?
रीत- "28 इंच."
फिर वो कुछ जीन्स दिखाता है। रीत को एक ब्लू कलर की जीन्स पसंद आती है। जो बहुत टाइट होती है। वो ज्योति को दिखाकर बोलती है- “ये कैसी है ज्योति?"
ज्योति- ट्राई करके देख एक बार।
फिर रीत जीन्स ट्राई करने के लिए ट्रायल रूम में चली जाती है। इतने में ज्योति अपने मोबाइल में चैटिंग करने लगती है। करीब 5 मिनट बाद रीत जीन्स डालकर बाहर आती है। जीन्स पूरी कसी होती है, जिसने उसके चूतरों को उठाया होता है। रीत और रीत दोनों के चूतर बहुत कमाल के लग रहे थे।
सेल्समैन की नजर रीत के चूतरों पर होती है, और मोका देखकर बोलता है- "मेम अगर आप इसके साथ एक सफेद टाप ले लोगे, तो ये पूरी ड्रेस बन जाएगी और आपको पूरी ड्रेस पर अच्छा डिसकाउंट मिल जाएगा.."
ज्योति- रीत यार टाप भी ले ले डिसकाउंट तो मिल ही रहा है।
रीत- ठीक है मैं टाप भी ट्राई कर लेती हूँ।
सेल्समैन ये सुनकर खुश हो जाता है, और सोचता है, की आज इस शोणी मुटियार का खूबसूरत हुश्न देखने को मिलेगा। करीब 5 मिनट बाद रीत बाहर आती है, उसने टाप और जीन्स डाला हुआ होता है। टाप में रीत की चूचियां टाइट ब्रा होने के कारण एकदम खड़ी हो जाती हैं। अब रीत के चूतर जीन्स में से साफ-साफ नजर आ रहे थे।
रीत के मोटे-मोटे चूतर देखकर सेल्समैन से रहा नहीं जाता और वो अपना लण्ड पकड़कर पैंट के बाहर से ही मसलने लगता है। रीत अपने आपको शीशे में देखती है, और घूमकर अपने चूतरों को भी देखती है। ज्योति रीत को देखकर चूतरों की और इशारा करती है और उसके पास आकर बोली- “बहुत मस्त हैं सच में..."
रीत शर्माते हुए बोली- “चुप कर.” फिर वो ट्राई रूम में वापिस जाकर सूट डाल लेती है, और बाहर आकर ज्योति को बोलती है- “ज्योति तू भी देख ले कुछ लेना है तो?"
ज्योति उधर टंगा हुआ एक पाजामा देखती है और कहती है- “रीत तू मेरा मोबाइल पकड़ मैं इसे अभी ट्राई करके आती हूँ...”
रीत ज्योति का मोबाइल पकड़ लेती है, और ज्योति ट्राई रूम में चली जाती है। इतने में ज्योति का मोबाइल रिंग करने लगता है, वो नंबर एक अंजान नंबर होता है। रीत फोन पिक कर लेती है। रीत एकदम से उसकी आवाज पहचान जाती है, पर वो कुछ नहीं बोलती।
इतने में आगे से आवाज आती है- “क्या हुआ जान, तू कुछ बोल क्यों नहीं रही है, कहीं वो रीत तेरे साथ तो नहीं है?"
रीत अभी भी कुछ नहीं बोलती पर उसकी आँखों में आँसू आ जाते हैं।
मलिक इतने में फिर बोला- "चल यार मैं मेसेज में बात करता हूँ, अगर रीत तेरे साथ में है तो..." और फोन कट जाता है।
रीत अपने होश में नहीं होती। रीत एकदम बर्फ की तरह जम जाती है। इतने में ज्योति के फोन पर एक मेसेज आता है, और रीत उस मेसेज को खोलती है। मेसेज में लिखा होता है की- “जान मैंने तुझे कितनी बार कहा की तू रीत के साथ ज्यादा ना रहा कर। हम दोनों को बात करनी मुश्किल हो जाती है..” रीत इस मेसेज के साथ साथ बाकी सारे पुराने मेसेज भी पढ़ लेती है।
रीत के दिल में तीर लग चुका था, उसका दर्द किसी को समझ में नहीं आ सकता था। वो रोने वाली हो जाती है, वो अपने होंठों को अपने होंठों में दबाकर खड़ी होती है। तभी ट्राई रूम का दरवाजा खुलने की आवाज आती है। तभी रीत लास्ट काल डेलीट कर देती है, और जल्दी से अपने आँसू साफ करके अपने आपको नार्मल कर लेती है। फिर ज्योति के आते ही वो बोलती है।
रीत- “यार तेरा वाइब्रेट कर रहा था देख ले...”
ज्योति जल्दी से मोबाइल देखती है और मलिक का मेसेज पढ़कर वो रीत को देखती है। रीत उसके सामने ऐसे रिएक्ट करती है, जैसे उसने कुछ नहीं पढ़ा था। ज्योति कहती है- “यार तू उसको छोड़, मुझे ये बता की ये पाजामा कैसा लग रहा है?"
रीत झूठ बोलती है- “बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है.."
फिर वो दोनों वहां से निकल जाती हैं। पूरे रास्ते रीत ज्योति से कुछ नहीं बोलती, और ज्योति पीछे बैठी फोन पर लगी होती है। ज्योति को उसके घर उतारकर रीत सीधी अपने घर आ जाती है, और अपने रूम में जाकर वो अपने रूम का दरवाजा बंद करके बेड पर उल्टी लेट जाती है। फिर वो जोर-जोर से रोने लगती है, क्योंकी आज उसका दिल टूट चुका था। जिसे वो सच्चा प्यार करती थी। वो बंदा और उसकी सबसे अच्छी दोस्त मिलकर दोनों उसे धोखा दे रहे थे। रीत काफी देर तक ऐसे ही रोती है, फिर वो रोते-रोते सो जाती है।
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रीत ये सुनकर शर्मा जाती है और झट से हँसकर बोलती है- “तू चुप कर प्लीज़्ज़..."
फिर वो दोनों हँसने लगती है। कुछ ही देर में माल आज जाता है। आज माल में सेल के कारण काफी भीड़ होती है। रीत स्पयकेर के शोरूम में देखती है तो वहां 50% आफ होता है। वो दोनों अंदर चली जाती है, वो सेल्समैन इतनी खूबसूरत दो लड़कियों को देखकर दीवाना सा हो जाता है, और वो उनके पास जाकर बोला।
सेल्समै- एस मेम बोलिए।
रीत- जीन्स दिखाओ।
सेल्समै- मेम आपकी वेस्ट कितनी है?
रीत- "28 इंच."
फिर वो कुछ जीन्स दिखाता है। रीत को एक ब्लू कलर की जीन्स पसंद आती है। जो बहुत टाइट होती है। वो ज्योति को दिखाकर बोलती है- “ये कैसी है ज्योति?"
ज्योति- ट्राई करके देख एक बार।
फिर रीत जीन्स ट्राई करने के लिए ट्रायल रूम में चली जाती है। इतने में ज्योति अपने मोबाइल में चैटिंग करने लगती है। करीब 5 मिनट बाद रीत जीन्स डालकर बाहर आती है। जीन्स पूरी कसी होती है, जिसने उसके चूतरों को उठाया होता है। रीत और रीत दोनों के चूतर बहुत कमाल के लग रहे थे।
सेल्समैन की नजर रीत के चूतरों पर होती है, और मोका देखकर बोलता है- "मेम अगर आप इसके साथ एक सफेद टाप ले लोगे, तो ये पूरी ड्रेस बन जाएगी और आपको पूरी ड्रेस पर अच्छा डिसकाउंट मिल जाएगा.."
ज्योति- रीत यार टाप भी ले ले डिसकाउंट तो मिल ही रहा है।
रीत- ठीक है मैं टाप भी ट्राई कर लेती हूँ।
सेल्समैन ये सुनकर खुश हो जाता है, और सोचता है, की आज इस शोणी मुटियार का खूबसूरत हुश्न देखने को मिलेगा। करीब 5 मिनट बाद रीत बाहर आती है, उसने टाप और जीन्स डाला हुआ होता है। टाप में रीत की चूचियां टाइट ब्रा होने के कारण एकदम खड़ी हो जाती हैं। अब रीत के चूतर जीन्स में से साफ-साफ नजर आ रहे थे।
रीत के मोटे-मोटे चूतर देखकर सेल्समैन से रहा नहीं जाता और वो अपना लण्ड पकड़कर पैंट के बाहर से ही मसलने लगता है। रीत अपने आपको शीशे में देखती है, और घूमकर अपने चूतरों को भी देखती है। ज्योति रीत को देखकर चूतरों की और इशारा करती है और उसके पास आकर बोली- “बहुत मस्त हैं सच में..."
रीत शर्माते हुए बोली- “चुप कर.” फिर वो ट्राई रूम में वापिस जाकर सूट डाल लेती है, और बाहर आकर ज्योति को बोलती है- “ज्योति तू भी देख ले कुछ लेना है तो?"
ज्योति उधर टंगा हुआ एक पाजामा देखती है और कहती है- “रीत तू मेरा मोबाइल पकड़ मैं इसे अभी ट्राई करके आती हूँ...”
रीत ज्योति का मोबाइल पकड़ लेती है, और ज्योति ट्राई रूम में चली जाती है। इतने में ज्योति का मोबाइल रिंग करने लगता है, वो नंबर एक अंजान नंबर होता है। रीत फोन पिक कर लेती है। रीत एकदम से उसकी आवाज पहचान जाती है, पर वो कुछ नहीं बोलती।
इतने में आगे से आवाज आती है- “क्या हुआ जान, तू कुछ बोल क्यों नहीं रही है, कहीं वो रीत तेरे साथ तो नहीं है?"
रीत अभी भी कुछ नहीं बोलती पर उसकी आँखों में आँसू आ जाते हैं।
मलिक इतने में फिर बोला- "चल यार मैं मेसेज में बात करता हूँ, अगर रीत तेरे साथ में है तो..." और फोन कट जाता है।
रीत अपने होश में नहीं होती। रीत एकदम बर्फ की तरह जम जाती है। इतने में ज्योति के फोन पर एक मेसेज आता है, और रीत उस मेसेज को खोलती है। मेसेज में लिखा होता है की- “जान मैंने तुझे कितनी बार कहा की तू रीत के साथ ज्यादा ना रहा कर। हम दोनों को बात करनी मुश्किल हो जाती है..” रीत इस मेसेज के साथ साथ बाकी सारे पुराने मेसेज भी पढ़ लेती है।
रीत के दिल में तीर लग चुका था, उसका दर्द किसी को समझ में नहीं आ सकता था। वो रोने वाली हो जाती है, वो अपने होंठों को अपने होंठों में दबाकर खड़ी होती है। तभी ट्राई रूम का दरवाजा खुलने की आवाज आती है। तभी रीत लास्ट काल डेलीट कर देती है, और जल्दी से अपने आँसू साफ करके अपने आपको नार्मल कर लेती है। फिर ज्योति के आते ही वो बोलती है।
रीत- “यार तेरा वाइब्रेट कर रहा था देख ले...”
ज्योति जल्दी से मोबाइल देखती है और मलिक का मेसेज पढ़कर वो रीत को देखती है। रीत उसके सामने ऐसे रिएक्ट करती है, जैसे उसने कुछ नहीं पढ़ा था। ज्योति कहती है- “यार तू उसको छोड़, मुझे ये बता की ये पाजामा कैसा लग रहा है?"
रीत झूठ बोलती है- “बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है.."
फिर वो दोनों वहां से निकल जाती हैं। पूरे रास्ते रीत ज्योति से कुछ नहीं बोलती, और ज्योति पीछे बैठी फोन पर लगी होती है। ज्योति को उसके घर उतारकर रीत सीधी अपने घर आ जाती है, और अपने रूम में जाकर वो अपने रूम का दरवाजा बंद करके बेड पर उल्टी लेट जाती है। फिर वो जोर-जोर से रोने लगती है, क्योंकी आज उसका दिल टूट चुका था। जिसे वो सच्चा प्यार करती थी। वो बंदा और उसकी सबसे अच्छी दोस्त मिलकर दोनों उसे धोखा दे रहे थे। रीत काफी देर तक ऐसे ही रोती है, फिर वो रोते-रोते सो जाती है।
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