hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
कुणाल अपनी कार से ही घर जाता था हमेशा...करीब 3 घंटे की ड्राइव के बाद वो गाँव पहुँच गये...
रास्ते में कुणाल ने उसे अपनी पिछली लाइफ के बारे में यानी अपनी कामिनी के बारे में सब कुछ सच-2 बता दिया..
वो अपनी नयी जिंदगी शुरू करने से पहले आपस में कोई परदा नही रखना चाहता था..
जल्द ही वो गाँव पहुँच गये..
उसे गाँव कहना तो ग़लत होगा क्योंकि एक छोटा सा शहर बन चुका था वो समय के साथ..
कुणाल की माँ ने अपनी होने वाली बहू को देखते ही गले से लगा लिया और उसकी तारीफों के पुल बाँध दिए..
वो बोली की ऐसी बहू तो वो भी ढूँढती तो ना मिलती..कुणाल के पिता को भी कामिनी काफी पसंद आयी
एक ही दिन में कामिनी अपने सास-ससुर के साथ अच्छे से घुल मिल गयी.
अगले दिन कुणाल के चाचा और ताया भी अपनी फैमिली के साथ घर आए..
त्योहारो के दिन और उपर से कुणाल की होने वाली बीबी को देखने की चाह सबमें थी, इसलिए पूरा घर खचाखच भर गया...
सबने अपनी तरफ से होने वाली बहू को मुँह दिखाई और सगन दिया...
कुणाल की माँ ने भी उसे अपने खानदानी कंगन पहना कर उसे अपना आशीर्वाद दे दिया और इस तरह से उन्होने कामिनी का रोक्का करके उसे कुणाल के लिए स्वीकार कर लिया.
कामिनी ने अपनी माँ से भी सबकी बात करवाई , वो भी काफ़ी खुश हुई..
उन्हे तो बस इसी बात का सकून था की उनकी बेटी एक अच्छे घर में जा रही है.
इस तरह से पूरा दिन बीत गया...
कुणाल और कामिनी के सोने का अलग-2 इंतज़ाम किया हुआ था घर वालो ने..
अगली सुबह कुणाल की सबसे हसीन सुबह थी...
चाय का कप लकर कामिनी ने ही उसे उठाया...
और उठाने के साथ ही उसे एक गरमा गर्म किस्स भी दी...
अपनी आने वाली लाइफ में ऐसी गर्म चाय और किस्सेस की कल्पना मात्र से ही उसका लंड खड़ा हो गया..
उसे चादर के अंदर अपना लंड मसलते हुए देखकर कामिनी बोली : "ओले-२...लगता है तुम्हारा दोस्त सुबह -2 तुम्हे परेशान कर रहा है...''
कुणाल : "ये तो इसका रोज का काम है...पर ये बताओ मुझे की इसमे तुम मेरी क्या हेल्प कर सकती हो...''
कामिनी : "सच कहूं ...अगर माँ पिताजी का डर ना होता या हम दिल्ली में ही होते ना...तो इस वक़्त तक तो मैं चुद रही होती....तुम्हारे उपर बैठकर...तुम्हारे इस मोटे लंड से...''
उसने एक-2 शब्द इतने सैक्सी अंदाज में उसकी आँखो में देखते हुए बोला था की कुणाल ने एक ही झटके में उसे पकड़कर फिर से चूम लिया...
वो तो बाहर से माँ के क़दमों की आहट से दोनो ने किस्स तोड़ी वरना वही चुद जानी थी वो कामिनी..
नाश्ता करके वो कामिनी को अपना छोटा सा शहर दिखाने निकल पड़ा..
और रास्ते में उसे उसकी लाइफ का सबसे बड़ा झटका लगा जब उसे अपनी पुरानी गर्लफ्रेंड कामिनी के पापा मिल गये...
कुणाल भला उन्हे कैसे भूल सकता था...
अभी तक वो वैसे ही दिख रहे थे..
उन्होने भी कुणाल को एकदम से पहचान लिया..
इधर उधर की बातो के बाद पता चला की पिछले महीने ही उनका ट्रांसफर फिर से उसी जगह पर हो गया है...
कुणाल ने बातों -2 में उनसे कामिनी के बारे में भी पूछ लिया तो उन्होने बताया की वो भी साथ ही आई है , कोलकता में जॉब कर रही थी वो छोड़कर अब यहाँ जॉब ढूँढेगी....
कामिनी की अभी तक शादी नही हुई है ये जानकार उसे अंदर से थोड़ी खुशी भी हुई और गम भी...
खुशी इसलिए की उसकी शादी नही हुई अब तक
और गम इसलिए की वो मिली भी तब जब उसकी होने वाली है...
उन्होने काफी ज़ोर देकर कुणाल को घर आने के लिए भी कहा ताकि वो कामिनी की जॉब सर्च में हेल्प भी कर सके..
कामिनी को तो वो भी देखना चाहता था, इसलिए उसने तुरंत हां कर दी...
और शाम को उनके घर आने का वादा करके वो वापिस निकल पड़ा.
कामिनी को वो अपनी पिछली लाइफ के बारे में वो अब तक सब बता ही चुका था इसलिए उसको समझाने में ज़्यादा दिक्कत नही आई उसे..
पर कुणाल के साथ उसने भी जाने की जिद्द पकड़ ली क्योंकि वो भी देखना चाहती थी की उसके होने वाले पति की पहली गर्लफ्रेंड कैसी है..
शाम को दोनो तैयार होकर उनके घर पहुँच गये...
दरवाजा अंकल जी ने ही खोला..
उनकी पत्नी का देहांत 2 साल पहले हो चुका था इसलिए अब घर में सिर्फ़ कामिनी और वो ही थे.
कुछ ही देर में कामिनी भी आ गयी और उसे देखने मात्र से ही कुणाल के दिल की धड़कने तेज हो उठी...
वो तो उसे एकटक देखता ही रह गया...
क्या गज़ब का रूप निकल आया था उसका...
लंबी ,पतली और भरे हुए स्तन...
गांड भी उतनी ही बाहर थी जीतने उसके मम्मे ...
देखने में एकदम अप्सरा लग रही थी वो...
बिल्कुल फिल्मी हीरोइन करीना कपूर जैसी.
कुणाल तो एकटक उसे देखता ही रह गया...
और कुछ ऐसा ही हाल कामिनी का भी था जो कुणाल को देखकर एक बार फिर से अपने पुराने ख़यालो में खो गयी थी और जब उसने साथ बैठी एक लड़की को भी देखा तो उसके चेहरे पर सवाल उठ खड़े हुए..
रास्ते में कुणाल ने उसे अपनी पिछली लाइफ के बारे में यानी अपनी कामिनी के बारे में सब कुछ सच-2 बता दिया..
वो अपनी नयी जिंदगी शुरू करने से पहले आपस में कोई परदा नही रखना चाहता था..
जल्द ही वो गाँव पहुँच गये..
उसे गाँव कहना तो ग़लत होगा क्योंकि एक छोटा सा शहर बन चुका था वो समय के साथ..
कुणाल की माँ ने अपनी होने वाली बहू को देखते ही गले से लगा लिया और उसकी तारीफों के पुल बाँध दिए..
वो बोली की ऐसी बहू तो वो भी ढूँढती तो ना मिलती..कुणाल के पिता को भी कामिनी काफी पसंद आयी
एक ही दिन में कामिनी अपने सास-ससुर के साथ अच्छे से घुल मिल गयी.
अगले दिन कुणाल के चाचा और ताया भी अपनी फैमिली के साथ घर आए..
त्योहारो के दिन और उपर से कुणाल की होने वाली बीबी को देखने की चाह सबमें थी, इसलिए पूरा घर खचाखच भर गया...
सबने अपनी तरफ से होने वाली बहू को मुँह दिखाई और सगन दिया...
कुणाल की माँ ने भी उसे अपने खानदानी कंगन पहना कर उसे अपना आशीर्वाद दे दिया और इस तरह से उन्होने कामिनी का रोक्का करके उसे कुणाल के लिए स्वीकार कर लिया.
कामिनी ने अपनी माँ से भी सबकी बात करवाई , वो भी काफ़ी खुश हुई..
उन्हे तो बस इसी बात का सकून था की उनकी बेटी एक अच्छे घर में जा रही है.
इस तरह से पूरा दिन बीत गया...
कुणाल और कामिनी के सोने का अलग-2 इंतज़ाम किया हुआ था घर वालो ने..
अगली सुबह कुणाल की सबसे हसीन सुबह थी...
चाय का कप लकर कामिनी ने ही उसे उठाया...
और उठाने के साथ ही उसे एक गरमा गर्म किस्स भी दी...
अपनी आने वाली लाइफ में ऐसी गर्म चाय और किस्सेस की कल्पना मात्र से ही उसका लंड खड़ा हो गया..
उसे चादर के अंदर अपना लंड मसलते हुए देखकर कामिनी बोली : "ओले-२...लगता है तुम्हारा दोस्त सुबह -2 तुम्हे परेशान कर रहा है...''
कुणाल : "ये तो इसका रोज का काम है...पर ये बताओ मुझे की इसमे तुम मेरी क्या हेल्प कर सकती हो...''
कामिनी : "सच कहूं ...अगर माँ पिताजी का डर ना होता या हम दिल्ली में ही होते ना...तो इस वक़्त तक तो मैं चुद रही होती....तुम्हारे उपर बैठकर...तुम्हारे इस मोटे लंड से...''
उसने एक-2 शब्द इतने सैक्सी अंदाज में उसकी आँखो में देखते हुए बोला था की कुणाल ने एक ही झटके में उसे पकड़कर फिर से चूम लिया...
वो तो बाहर से माँ के क़दमों की आहट से दोनो ने किस्स तोड़ी वरना वही चुद जानी थी वो कामिनी..
नाश्ता करके वो कामिनी को अपना छोटा सा शहर दिखाने निकल पड़ा..
और रास्ते में उसे उसकी लाइफ का सबसे बड़ा झटका लगा जब उसे अपनी पुरानी गर्लफ्रेंड कामिनी के पापा मिल गये...
कुणाल भला उन्हे कैसे भूल सकता था...
अभी तक वो वैसे ही दिख रहे थे..
उन्होने भी कुणाल को एकदम से पहचान लिया..
इधर उधर की बातो के बाद पता चला की पिछले महीने ही उनका ट्रांसफर फिर से उसी जगह पर हो गया है...
कुणाल ने बातों -2 में उनसे कामिनी के बारे में भी पूछ लिया तो उन्होने बताया की वो भी साथ ही आई है , कोलकता में जॉब कर रही थी वो छोड़कर अब यहाँ जॉब ढूँढेगी....
कामिनी की अभी तक शादी नही हुई है ये जानकार उसे अंदर से थोड़ी खुशी भी हुई और गम भी...
खुशी इसलिए की उसकी शादी नही हुई अब तक
और गम इसलिए की वो मिली भी तब जब उसकी होने वाली है...
उन्होने काफी ज़ोर देकर कुणाल को घर आने के लिए भी कहा ताकि वो कामिनी की जॉब सर्च में हेल्प भी कर सके..
कामिनी को तो वो भी देखना चाहता था, इसलिए उसने तुरंत हां कर दी...
और शाम को उनके घर आने का वादा करके वो वापिस निकल पड़ा.
कामिनी को वो अपनी पिछली लाइफ के बारे में वो अब तक सब बता ही चुका था इसलिए उसको समझाने में ज़्यादा दिक्कत नही आई उसे..
पर कुणाल के साथ उसने भी जाने की जिद्द पकड़ ली क्योंकि वो भी देखना चाहती थी की उसके होने वाले पति की पहली गर्लफ्रेंड कैसी है..
शाम को दोनो तैयार होकर उनके घर पहुँच गये...
दरवाजा अंकल जी ने ही खोला..
उनकी पत्नी का देहांत 2 साल पहले हो चुका था इसलिए अब घर में सिर्फ़ कामिनी और वो ही थे.
कुछ ही देर में कामिनी भी आ गयी और उसे देखने मात्र से ही कुणाल के दिल की धड़कने तेज हो उठी...
वो तो उसे एकटक देखता ही रह गया...
क्या गज़ब का रूप निकल आया था उसका...
लंबी ,पतली और भरे हुए स्तन...
गांड भी उतनी ही बाहर थी जीतने उसके मम्मे ...
देखने में एकदम अप्सरा लग रही थी वो...
बिल्कुल फिल्मी हीरोइन करीना कपूर जैसी.
कुणाल तो एकटक उसे देखता ही रह गया...
और कुछ ऐसा ही हाल कामिनी का भी था जो कुणाल को देखकर एक बार फिर से अपने पुराने ख़यालो में खो गयी थी और जब उसने साथ बैठी एक लड़की को भी देखा तो उसके चेहरे पर सवाल उठ खड़े हुए..