desiaks
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वेवफा थी वो :heart:
“लॅडीस आंड जेंटल्मेन , प्लीज़ वेलकम ..मिस्टर. विजय चौधरी…चेर्मन ऑफ लक्ष्मी ग्रूप ऑफ कंपनीज़…….प्लीज़ गिव आ बिग राउंड ऑफ
अपलॉज़ फॉर हिम ”
तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा हाल गूँज उठा, जिसमें से एक आवाज़ मेरी तालियों की भी थी…मिस्टर.विजय चौधरी अपनी सीट से उठे और सामने स्टेज की तरफ बढ़ गये …स्टेज पर पहुँच कर वो माइक के पास पहुँचे और फिर पीछे को मूड कर एक बार हवा में हाथ हिला कर
सबका अभिवादन किया ………और फिर टेबल के पीछे जाकर माइक के सामने खड़े होकर बोलना शुरू किया….
“थॅंक यू फ्रेंड्स… ऐज चेर्मन ऑफ लक्ष्मी ग्रूप्स , फर्स्ट आइ वुड लाइक टू डिक्लेर हाफ यियर्ली रिज़ल्ट्स ऑफ और कंपनीज़…. लक्ष्मी होटेल्स,
टोटल टर्नओवर ईज़ रूपीज. 415.88 करोड़ , टोटल सेल 213.45 करोड़...एक्सपेंडिचरर्स 123.76 करोड़……..................”
वो बोलते जा रहे थे …और मैं उनके सामने , सबसे आगे की सीट पर बैठा उनकी तरफ देख रहा था …..जो कुछ भी वो कह रहे थे , वो सब मैं पूरे ध्यान से सुन रहा था , मेरे लिए यह पहला मौका था जब मैं किसी कंपनी की जनरल मीटिंग में पार्टिसिपेट कर रहा था….चौधरी साब
बोले जा रहे थे और मैं उनके बोलने के अंदाज और आवाज़ से मन्त्र-मुग्ध होकर उनकी तरफ देखे जा रहा था ….
अचानक बोलते बोलते उन्होने वो किया जिसकी मैने और शायद वहाँ बैठे सभी लोगो ने कल्पना भी नही की थी …..
“ नाउ लॅडीस आंड जेंटल्मेन , आइ वुड लाइक टू इंट्रोड्यूस यू वित माइ सन आंड न्यू वाइस चेर्मन ऑफ लक्ष्मी फाइनान्स कंपनी , मिस्टर.
राजीव चौधरी …..प्लीज़ वेलकम हिम …..”
मैं सुन कर पहले तो अपने कानो पर विश्वास नही कर पाया….फिर तालियों की तेज़ आवाज़ से मैं वापस होश में आया और अपनी जगह पर खड़ा हो गया और फिर पीछे को घूम कर , हाथ हिलाकर सबका अभिवादन करने लगा…..मैं यकीन नही कर पा रहा था कि मैं जो सुन रहा हूँ वही हक़ीकत है…..
मैं अपनी जगह पर वापस बैठ गया , मेरे आस-पास बैठे लोगो ने हाथ मिलाकर मुझे मुबारक-बाद दी ….मिस्टर.चौधरी भी स्टेज से उतर कर वापस अपनी सीट पर , मेरे बगल में आकर बैठ गये…सीट पर बैठ कर उन्होने मेरे कंधे पर अपना हाथ रख कर थप-थपाया और फिर दूसरी तरफ बैठे किसी और आदमी से बातों में लग गये ………..
स्टेज पर अब एक लड़की माइक पर कोई और रिपोर्ट सुना रही थी …..मेरे लिए तो पहले भी यह सब बातें समझ से बाहर थी , और फिर अभी जो कुछ भी हुआ उसके बाद तो मेरा दिमाग़ मेरा साथ नही दे रहा था ………………..मैं उन सब लोगो से हाथ मिलाने में व्यस्त हो गया जो मेरी सीट के पास आकर मुझे बधाई दे रहे थे ..और मैं बार बार अपनी सीट से उठ कर, उन सभी से हाथ मिलाकर उनकी मुबारकबाद कबूल कर रहा था....