hotaks444
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किसी ने सच कहा है कि, अपने जवान हो रहे बच्चों पर कड़ी नज़र रखनी चाहिए. दुनिया में क्या सही और क्या ग़लत है, हमारे जवान हो रहे बच्चे इस बात को सही तरीके से समझ नही पाते…..और जो बाहर से उन्हे पता चलता है, वही उनके लिए सही होता है…..ऐसा वो सोचते है. अब उस दिन विमला भाभी और उसके बीच में एक अजीब सा रिस्ता बनने लगा था…उस दिन जब विमला भाभी उसे अपने घर ले गयी. तो क्या हुआ वही में बताने जा रही हूँ…..उस दिन जब नाजिया विमला भाभी के घर गयी तो,नाजिया विमला भाभी के रूम में बैठी हुई थी. उनका बेटा बाहर हाल में टीवी देख रहा था….
विमला भाभी ने अपने कपड़ो को प्रेस करते हुए नाजिया से कहा……”नाजिया देख ना क्या जमाना आ गया है, आज कल किसी पर कोई भरोसा नही किया जा सकता…..”
नाजिया: क्यों क्या हुआ आंटी जी…..
विमला: अब देखो ना…..ये जो हमारी पड़ोसन मीना है ना ?
नाजिया: हां क्या हुआ उससे…..?
विमला: अर्रे होना क्या है उसे……कल से घर से लापता है…..
नाजिया: क्या ?
विमला: हां और नही तो क्या….मुझे तो पहले से ही पता था कि यही होने वाला है…
नाजिया: पर हुआ क्या मीना आंटी को ? और आप को क्या पता है……
विमला: अर्रे कुछ नही अपने यार के साथ भाग गयी है……अपने घर वाले को छोड़ कर….
नाजिया: आप को कैसे पता…..
विमला: नाजिया बताना नही किसी को…..मेने एक बार पहले भी विजय (मीना के हज़्बेंड ) और उसकी माँ सीमा को ये बात बताई थी कि, उनकी बहू के चाल चलन ठीक नही है….पर वो माँ बेटा उल्टा मुझ पर ही बरस पड़े…..कहते है कि, मुझे दूसरे के घरो में तान्क झाँक करने की आदत है……और में अपने काम से काम रखा करूँ….उनके घर में मुझे दखल देने की ज़रूरत नही है…..अगर मेरी बात पहले मान लेते तो, आज मोहल्ले वालो के सामने यूँ जलील तो ना होना पड़ता……
नाजिया: पर आप को पहले कैसे पता चल गया आंटी ?
विमला: अर्रे क्या बताऊ तुम्हे नाजिया…..एक दिन में दोपहर को अपनी छत पर सूखे कपड़े उतारने के लिए गयी थी…..तब मेने पहली बार उस लड़के को छत पर देखा था….. जब मेने विजय की माँ से पूछा तो उसने कहा कि, ऊपेर के रूम में किराए पर रह रहा है…मेने भी ज़्यादा ध्यान नही दिया….पर फिर एक दिन और मेने उनकी बहू मीना को छुपते हुए, उसके रूम में जाते हुए देखा, तो मेरा दिमाग़ ठनक गया….मेने उन दोनो पर नज़र रखनी शुरू कर दी……
एक दिन मुझे याद है, तब शायद विजय टूर पर गया हुआ था……और उसकी माँ सीमा बाहर गयी हुई थी किसी काम से……तो मेने उन दोनो को उस लड़के कमरे के बाहर बरामदे में रंग रलियाँ मनाते हुए देख लिया था….अब तुम्हे क्या बताऊ नाजिया मेने जो देखा….मुझे तो देखते ही शरम आ गयी….
नाजिया: (नाजिया के दिल की धड़कने भी विमला की बातें सुन कर बढ़ने लगी थी) क्या क्या देखा आप ने….?
विमला: जाने दे, तुम्हारी उम्र नही है इन्नसब बातों के बारे में जानने की …..कही ग़लती से तूने कही मुँह खोल दिया, तो सारा मोहल्ला मेरा ही कसूर निकालने लग जाएगा….
नाजिया: नही आंटी में नही बताती आप बताओ ना क्या देख आप ने…..
विमला: पक्का ना…..नही बतायेगी ना….?
नाजिया: हां नही बताउन्गी……
विमला: तो उस दिन जब में ऊपेर छत पर गयी तो, मेने देखा कि दोनो उस लड़के के रूम के बाहर बरामदे में खड़े हुए थे….दोनो ने एक दूसरे को बाहों में कस रखा था….मीना ने उस समय मॅक्सी पहनी हुई थी….और उस लड़के ने मीना को अपनी बाहों में उठा रखा था….और वो भी किसी कंजरी की तरह उसकी कमर में अपनी दोनो टाँगें लपेटे हुए थी. उसकी मॅक्सी उसकी कमर तक ऊपेर चढ़ि हुई थी…..”हाए-2 नाजिया मेने आज तक किसी को ऐसे करते नही देखा….वो तो उसकी खड़े-2 ही ले रहा था….और वो कमीनी भी उसकी गोद में चढ़ि हुई, अपनी कमर हिला-2 कर उसे दे रही थी……
विमला की बातें सुन कर नाजिया का दिल जोरो से धड़कने लगा….बुर की फांके कुलबुलाने लगी… और ऐसे धुनकने लगी, जैसे उसकी बुर में ही उसका दिल धड़क रहा हो….”हाए आंटी क्या खड़े खड़े ही, वो भी गोद में उठा कर…..” नाजिया ने धड़कते हुए दिल के साथ कहा…. “हां और नही तो क्या…..आज कल ये सब नये फॅशन है….” विमला उठ कर नाजिया के पास आकर बेड पर बैठ गयी…..”पर आंटी ऐसे खड़े होकर कैसे कर सकते है….”
विमला: अर्रे तूने अभी तो कुछ देखा ही नही है…..आज कल के लोग तो पता नही क्या क्या करते है…..तुम देख लोगी तो तोबा कर उठोगी……
नाजिया: क्या….पर आप ने सब कहाँ देखा….क्या अंकल भी आपके साथ…..?
विमला: चुप कर बदमाश एक मारूँगी हां….
नाजिया: फिर बताओ ना, अगर अंकल ऐसे नही करते तो आपको कैसे पता कि क्या क्या करते है.?
विमला: हाए मुई हमारी किस्मत में कहाँ ये सब….ये तो आज कल के लौन्डे लौंडिया करते है. तुम्हारे अंकल को तो देखा है ना……कितने सुस्त से रहते है..जब से उन्हे डाइयबिटीस हुई है, थोड़ा सा काम करते ही थक जाते है….साँस फूलने लग जाती है…..
नाजिया: तो फिर आप ने कहीं ना कही तो देखा होगा…….
विमला: अर्रे वो आती है ना ब्लू फिल्म उसमे देखा है….
नाजिया: ब्लू फिल्म वो क्या होता है…..?
विमला: अर्रे वही जिसमे औरतों और आदमियों को सेक्स करते दिखाया जाता है….कमाल है तुम्हे नही पता…..वरना आज कल के बच्चे तोबा….पैदा बाद में होते है, और उनको सब पहले से ही पता होता है…..
नाजिया: आपका मतलब पॉर्न मूवीस ?
विमला: हां वही….तूने देखी है….?
नाजिया: नही बस सुना है….स्कूल में मेरी एक फ्रेंड है. उसके घर पर कंप्यूटर है और इंटरनेट लगा हुआ है….उसने बताया था.
विमला: सिर्फ़ सहलियाँ ही है…या अभी तक कोई बाय्फ्रेंड भी बनाया है….?
नाजिया: (शरमाते हुए) नही आंटी जी….
विमला: अर्रे तू तो ऐसे शर्मा रही है……जैसे सच में तेरा कोई बाय्फ्रेंड हो…..सच-2 बता ना है क्या कोई…..? देख मुझसे क्या छुपाना………..में भी तुम्हारी सहेली जैसी हूँ….
नाजिया: नही आंटी सच में कोई नही है……
विमला: अच्छा चल ठीक है…..में तेरी बात मान लेती हूँ…..पर अगर कभी तेरा कोई बाय्फ्रेंड बने तो मुझे बताना…..देख जमाना बहुत खराब है…..बाहर कुछ ग़लत मत कर देना….मुझे बताना…..में तुम्हारी मदद करूँगी…..
नाजिया: सच्चा आंटी…?
विमला: (विमला को खटक गया कि, नाजिया उस से झूठ बोल रही है…..क्योंकि नाजिया मुँह से कुछ और बोल रही थी…..पर उसका चेहरा कुछ और बोल रहा था…)हां और नही तो क्या….देख हम दोनो हमेशा सहेलयों की तरह रहे है……और आगे भी ऐसे ही रहेंगे…..
नाजिया: ठीक आंटी जी……..अगर मेरे लाइफ में कोई आया तो में आपको ज़रूर बताउन्गी….
विमला: वैसे नाजिया जो तुम्हारे घर में नया किराए दार आया है क्या नाम है उसका ?
नाजिया: जी राज….
विमला: हां राज बहुत हॅंडसम है……तेरा क्या ख़याल है….
नाजिया: होगा मुझे उससे क्या…..?
विमला: नही में तो वैसे ही पूछ रही थी……..वैसे तुम तो इतनी खूबसूरत हो…..तुम्हारा जिस्म तो कयामत है……उसने तुम्हारे साथ कभी ट्राइ नही किया फ्रेंडशिप करने को…?
नाजिया: नही आंटी…….मेने उसकी तरफ कभी ध्यान ही नही दिया….
विमला: फिर तो तू बड़ी मासूम है…..घर में इतना जवान और हॅंडसम लड़का है…..और तू कह रही कि, तुझे उसमे कोई इंटेरेस्ट नही है….काश तेरी जगह में होती…..(विमला ने एक ठंडी साँस लेते हुए कहा…..)
नाजिया: अच्छा आंटी जी एक बात पुच्छू…?
विमला: हां बोल ना….
नाजिया: अगर वो लड़का आपसे सेट्टिंग करना चाहता हो तो क्या आप उससे कर लेंगी…?
विमला: (नाजिया की बात सुन कर थोड़ा हैरान हो गयी) चुप कर में तो वैसे ही बोल रही थी.
नाजिया: नही आंटी प्लीज़ सच बताए……
विमला: पहली बात तो ये की मेरी किस्मत ऐसी कहाँ कि, वो मुझे लाइन मारे…और दूसरी बात जब वो तेरे जैसी लड़की को देख कर तुझ पर नही लाइन मार रहा तो मेरे को खाक मारेगा….
नाजिया: ओह्ह आंटी क्यों आप में क्या बुराई है…..आप तो हमारे मोहल्ले में सबसे सुंदर औरत हो……
विमला: पता नही मुझे और वैसे भी वो भला मुझ पर क्यों लाइन मारने लगा…..और अगर ऐसे हुआ तो सच कहती हूँ कि में तेरी जैसी मूरख नही हूँ…..मौका हाथ से नही जाने दूँगी हाहाहा हा……
नाजिया: पर अभी तो आप कह रही थी कि, मुझे उसके साथ फ्रेंडशिप कर लेनी चाहिए…बहुत चालाक हो आप आंटी…..अब खुद की सेट्टिंग करने के बारे में सोचने लगी…..
विमला: देख नाजिया यार….ये जिंदगी है ना बार-2 नही मिलती…तो क्यों ना इसका ज़्यादा से ज़्यादा मज़ा लिया जाए….और वैसे भी क्या फरक पड़ता है….अगर वो मेरे साथ भी कर लेगा….
नाजिया: (काँपती हुई आवाज़ में) क्या करलेगा…..
विमला: सेक्स और क्या…..उसका क्या बिगड़ जाएगा…….और तेरा भी क्या बिगड़ जाएगा….अर्रे मेने ऐसी-2 ब्लू फिल्म देखी है…..जिसमे एक पत्नी अपनी बहनों के साथ अपनी पति को शेर करती है. और अपनी पति से ही अपनी बहनों को चुदवाती है….फिर वो कॉन सा तेरा पति है…..और में कॉन सी तेरी बेहन हूँ…..
नाजिया: क्या सच में होता है ऐसे……
विमला: चल तुझे में एक मूवी दिखाती हूँ……
ये कह कर विमला ने अपनी अलमारी खोली, और उसमे से एक सीडी निकाल कर नाजिया की तरफ बढ़ाई…..
नाजिया: ये ये क्या है आंटी……
विमला: वही जिसे तुम पॉर्न कहती हो….देखनी है तो देख लो…..में बाहर सन्नी का होम वर्क करवा कर आती हूँ….
ये कह कर विमला नाजिया के हाथ में सीडी थमा कर बाहर चली गयी….और हाल में सन्नी को उसके स्कूल का होम वर्क करने लगी…..नाजिया ने काँपते हुए हाथो से उस डिस्क को डीवीडी प्लेयर में और ऑर क्या…………उस डीवीडी में बहुत सारे थ्रीसम सेसेंस थी……अब नाजिया के हालत थी उसका अंदाज़ा आप भी लगा सकते होंगे….
विमला भाभी ने अपने कपड़ो को प्रेस करते हुए नाजिया से कहा……”नाजिया देख ना क्या जमाना आ गया है, आज कल किसी पर कोई भरोसा नही किया जा सकता…..”
नाजिया: क्यों क्या हुआ आंटी जी…..
विमला: अब देखो ना…..ये जो हमारी पड़ोसन मीना है ना ?
नाजिया: हां क्या हुआ उससे…..?
विमला: अर्रे होना क्या है उसे……कल से घर से लापता है…..
नाजिया: क्या ?
विमला: हां और नही तो क्या….मुझे तो पहले से ही पता था कि यही होने वाला है…
नाजिया: पर हुआ क्या मीना आंटी को ? और आप को क्या पता है……
विमला: अर्रे कुछ नही अपने यार के साथ भाग गयी है……अपने घर वाले को छोड़ कर….
नाजिया: आप को कैसे पता…..
विमला: नाजिया बताना नही किसी को…..मेने एक बार पहले भी विजय (मीना के हज़्बेंड ) और उसकी माँ सीमा को ये बात बताई थी कि, उनकी बहू के चाल चलन ठीक नही है….पर वो माँ बेटा उल्टा मुझ पर ही बरस पड़े…..कहते है कि, मुझे दूसरे के घरो में तान्क झाँक करने की आदत है……और में अपने काम से काम रखा करूँ….उनके घर में मुझे दखल देने की ज़रूरत नही है…..अगर मेरी बात पहले मान लेते तो, आज मोहल्ले वालो के सामने यूँ जलील तो ना होना पड़ता……
नाजिया: पर आप को पहले कैसे पता चल गया आंटी ?
विमला: अर्रे क्या बताऊ तुम्हे नाजिया…..एक दिन में दोपहर को अपनी छत पर सूखे कपड़े उतारने के लिए गयी थी…..तब मेने पहली बार उस लड़के को छत पर देखा था….. जब मेने विजय की माँ से पूछा तो उसने कहा कि, ऊपेर के रूम में किराए पर रह रहा है…मेने भी ज़्यादा ध्यान नही दिया….पर फिर एक दिन और मेने उनकी बहू मीना को छुपते हुए, उसके रूम में जाते हुए देखा, तो मेरा दिमाग़ ठनक गया….मेने उन दोनो पर नज़र रखनी शुरू कर दी……
एक दिन मुझे याद है, तब शायद विजय टूर पर गया हुआ था……और उसकी माँ सीमा बाहर गयी हुई थी किसी काम से……तो मेने उन दोनो को उस लड़के कमरे के बाहर बरामदे में रंग रलियाँ मनाते हुए देख लिया था….अब तुम्हे क्या बताऊ नाजिया मेने जो देखा….मुझे तो देखते ही शरम आ गयी….
नाजिया: (नाजिया के दिल की धड़कने भी विमला की बातें सुन कर बढ़ने लगी थी) क्या क्या देखा आप ने….?
विमला: जाने दे, तुम्हारी उम्र नही है इन्नसब बातों के बारे में जानने की …..कही ग़लती से तूने कही मुँह खोल दिया, तो सारा मोहल्ला मेरा ही कसूर निकालने लग जाएगा….
नाजिया: नही आंटी में नही बताती आप बताओ ना क्या देख आप ने…..
विमला: पक्का ना…..नही बतायेगी ना….?
नाजिया: हां नही बताउन्गी……
विमला: तो उस दिन जब में ऊपेर छत पर गयी तो, मेने देखा कि दोनो उस लड़के के रूम के बाहर बरामदे में खड़े हुए थे….दोनो ने एक दूसरे को बाहों में कस रखा था….मीना ने उस समय मॅक्सी पहनी हुई थी….और उस लड़के ने मीना को अपनी बाहों में उठा रखा था….और वो भी किसी कंजरी की तरह उसकी कमर में अपनी दोनो टाँगें लपेटे हुए थी. उसकी मॅक्सी उसकी कमर तक ऊपेर चढ़ि हुई थी…..”हाए-2 नाजिया मेने आज तक किसी को ऐसे करते नही देखा….वो तो उसकी खड़े-2 ही ले रहा था….और वो कमीनी भी उसकी गोद में चढ़ि हुई, अपनी कमर हिला-2 कर उसे दे रही थी……
विमला की बातें सुन कर नाजिया का दिल जोरो से धड़कने लगा….बुर की फांके कुलबुलाने लगी… और ऐसे धुनकने लगी, जैसे उसकी बुर में ही उसका दिल धड़क रहा हो….”हाए आंटी क्या खड़े खड़े ही, वो भी गोद में उठा कर…..” नाजिया ने धड़कते हुए दिल के साथ कहा…. “हां और नही तो क्या…..आज कल ये सब नये फॅशन है….” विमला उठ कर नाजिया के पास आकर बेड पर बैठ गयी…..”पर आंटी ऐसे खड़े होकर कैसे कर सकते है….”
विमला: अर्रे तूने अभी तो कुछ देखा ही नही है…..आज कल के लोग तो पता नही क्या क्या करते है…..तुम देख लोगी तो तोबा कर उठोगी……
नाजिया: क्या….पर आप ने सब कहाँ देखा….क्या अंकल भी आपके साथ…..?
विमला: चुप कर बदमाश एक मारूँगी हां….
नाजिया: फिर बताओ ना, अगर अंकल ऐसे नही करते तो आपको कैसे पता कि क्या क्या करते है.?
विमला: हाए मुई हमारी किस्मत में कहाँ ये सब….ये तो आज कल के लौन्डे लौंडिया करते है. तुम्हारे अंकल को तो देखा है ना……कितने सुस्त से रहते है..जब से उन्हे डाइयबिटीस हुई है, थोड़ा सा काम करते ही थक जाते है….साँस फूलने लग जाती है…..
नाजिया: तो फिर आप ने कहीं ना कही तो देखा होगा…….
विमला: अर्रे वो आती है ना ब्लू फिल्म उसमे देखा है….
नाजिया: ब्लू फिल्म वो क्या होता है…..?
विमला: अर्रे वही जिसमे औरतों और आदमियों को सेक्स करते दिखाया जाता है….कमाल है तुम्हे नही पता…..वरना आज कल के बच्चे तोबा….पैदा बाद में होते है, और उनको सब पहले से ही पता होता है…..
नाजिया: आपका मतलब पॉर्न मूवीस ?
विमला: हां वही….तूने देखी है….?
नाजिया: नही बस सुना है….स्कूल में मेरी एक फ्रेंड है. उसके घर पर कंप्यूटर है और इंटरनेट लगा हुआ है….उसने बताया था.
विमला: सिर्फ़ सहलियाँ ही है…या अभी तक कोई बाय्फ्रेंड भी बनाया है….?
नाजिया: (शरमाते हुए) नही आंटी जी….
विमला: अर्रे तू तो ऐसे शर्मा रही है……जैसे सच में तेरा कोई बाय्फ्रेंड हो…..सच-2 बता ना है क्या कोई…..? देख मुझसे क्या छुपाना………..में भी तुम्हारी सहेली जैसी हूँ….
नाजिया: नही आंटी सच में कोई नही है……
विमला: अच्छा चल ठीक है…..में तेरी बात मान लेती हूँ…..पर अगर कभी तेरा कोई बाय्फ्रेंड बने तो मुझे बताना…..देख जमाना बहुत खराब है…..बाहर कुछ ग़लत मत कर देना….मुझे बताना…..में तुम्हारी मदद करूँगी…..
नाजिया: सच्चा आंटी…?
विमला: (विमला को खटक गया कि, नाजिया उस से झूठ बोल रही है…..क्योंकि नाजिया मुँह से कुछ और बोल रही थी…..पर उसका चेहरा कुछ और बोल रहा था…)हां और नही तो क्या….देख हम दोनो हमेशा सहेलयों की तरह रहे है……और आगे भी ऐसे ही रहेंगे…..
नाजिया: ठीक आंटी जी……..अगर मेरे लाइफ में कोई आया तो में आपको ज़रूर बताउन्गी….
विमला: वैसे नाजिया जो तुम्हारे घर में नया किराए दार आया है क्या नाम है उसका ?
नाजिया: जी राज….
विमला: हां राज बहुत हॅंडसम है……तेरा क्या ख़याल है….
नाजिया: होगा मुझे उससे क्या…..?
विमला: नही में तो वैसे ही पूछ रही थी……..वैसे तुम तो इतनी खूबसूरत हो…..तुम्हारा जिस्म तो कयामत है……उसने तुम्हारे साथ कभी ट्राइ नही किया फ्रेंडशिप करने को…?
नाजिया: नही आंटी…….मेने उसकी तरफ कभी ध्यान ही नही दिया….
विमला: फिर तो तू बड़ी मासूम है…..घर में इतना जवान और हॅंडसम लड़का है…..और तू कह रही कि, तुझे उसमे कोई इंटेरेस्ट नही है….काश तेरी जगह में होती…..(विमला ने एक ठंडी साँस लेते हुए कहा…..)
नाजिया: अच्छा आंटी जी एक बात पुच्छू…?
विमला: हां बोल ना….
नाजिया: अगर वो लड़का आपसे सेट्टिंग करना चाहता हो तो क्या आप उससे कर लेंगी…?
विमला: (नाजिया की बात सुन कर थोड़ा हैरान हो गयी) चुप कर में तो वैसे ही बोल रही थी.
नाजिया: नही आंटी प्लीज़ सच बताए……
विमला: पहली बात तो ये की मेरी किस्मत ऐसी कहाँ कि, वो मुझे लाइन मारे…और दूसरी बात जब वो तेरे जैसी लड़की को देख कर तुझ पर नही लाइन मार रहा तो मेरे को खाक मारेगा….
नाजिया: ओह्ह आंटी क्यों आप में क्या बुराई है…..आप तो हमारे मोहल्ले में सबसे सुंदर औरत हो……
विमला: पता नही मुझे और वैसे भी वो भला मुझ पर क्यों लाइन मारने लगा…..और अगर ऐसे हुआ तो सच कहती हूँ कि में तेरी जैसी मूरख नही हूँ…..मौका हाथ से नही जाने दूँगी हाहाहा हा……
नाजिया: पर अभी तो आप कह रही थी कि, मुझे उसके साथ फ्रेंडशिप कर लेनी चाहिए…बहुत चालाक हो आप आंटी…..अब खुद की सेट्टिंग करने के बारे में सोचने लगी…..
विमला: देख नाजिया यार….ये जिंदगी है ना बार-2 नही मिलती…तो क्यों ना इसका ज़्यादा से ज़्यादा मज़ा लिया जाए….और वैसे भी क्या फरक पड़ता है….अगर वो मेरे साथ भी कर लेगा….
नाजिया: (काँपती हुई आवाज़ में) क्या करलेगा…..
विमला: सेक्स और क्या…..उसका क्या बिगड़ जाएगा…….और तेरा भी क्या बिगड़ जाएगा….अर्रे मेने ऐसी-2 ब्लू फिल्म देखी है…..जिसमे एक पत्नी अपनी बहनों के साथ अपनी पति को शेर करती है. और अपनी पति से ही अपनी बहनों को चुदवाती है….फिर वो कॉन सा तेरा पति है…..और में कॉन सी तेरी बेहन हूँ…..
नाजिया: क्या सच में होता है ऐसे……
विमला: चल तुझे में एक मूवी दिखाती हूँ……
ये कह कर विमला ने अपनी अलमारी खोली, और उसमे से एक सीडी निकाल कर नाजिया की तरफ बढ़ाई…..
नाजिया: ये ये क्या है आंटी……
विमला: वही जिसे तुम पॉर्न कहती हो….देखनी है तो देख लो…..में बाहर सन्नी का होम वर्क करवा कर आती हूँ….
ये कह कर विमला नाजिया के हाथ में सीडी थमा कर बाहर चली गयी….और हाल में सन्नी को उसके स्कूल का होम वर्क करने लगी…..नाजिया ने काँपते हुए हाथो से उस डिस्क को डीवीडी प्लेयर में और ऑर क्या…………उस डीवीडी में बहुत सारे थ्रीसम सेसेंस थी……अब नाजिया के हालत थी उसका अंदाज़ा आप भी लगा सकते होंगे….