hotaks444
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********************दोस्तो मैं भी इस हसीन इत्तेफ़ाक पर हैरान था अब आप मेरी ये कहानी पढ़ो फ़ैसला करो और सोचो
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थियेटर मे
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मैं मुंबई को अपने बिज़्नेस के सिलसिले मे आया हुआ था. सारा दिन काम करके रात मे 9 से 12 वाला शो देखने के लिए एक थियेटर मे चला गया.. अब यह तो याद नही के फिल्म का नाम क्या था बट थी कोई सेक्सी इंग्लीश फिल्म और उस्मै हॉट सेक्स बॉम्ब शॅरन स्टोन हेरोइन थी जिसके तकरीबन 6 या 7 क्लियर चुदाई के सीन्स थे पूरी फिल्म मे.
मुझे फर्स्ट क्लास मे सब से लास्ट रो जो सब से ऊपेर भी होती है वाहा पे राइट साइड की लास्ट सीट मिली थी. इस रो के पीछे थोड़ी सी जगह खाली थी पॅसेज के लिए और डोर्स थे बाहर जाने के लिए. राइट साइड मे थोड़ी सी गली जैसी पॅसेज थी जहा से लोग नीचे उतर के भी डोर से बाहर जा सकते थे.
हा तो मैं लास्ट रो की सब से लास्ट वाली राइट साइड की सीट पे बैठा था. थियेटर अछा ख़ासा फुल था. मेरे बाज़ू वाली सीट पे कोई लड़की बैठी थी जिसकी और दूसरी साथी लड़कियाँ हमारी नीचे वाली रो मे हमारे सामने ही बैठी थी. शाएद टिकेट साथ नही लिए होंगे इसी लिए अलग से जगह मिली थी उसको. एनिहाउ मैं ने शुरू मे तो ध्यान नही दिया और शुरू शुरू की फिल्म मे तो वो अपने साथ वाली लड़कियों से झुक के बात भी कर रही थी. लड़की कॉलेज की लगती थी इतनी बड़ी एज की भी नही थी. फिल्म की लाइट मे उसको देखा तो ठीक ठाक लगी. रंग भी अछा था. बदन भी अछा मीडियम साइज़ का था. ऑन दा होल वो एक खूबसूरत लड़की
लग रही थी. मिद्डी स्कर्ट और टॉप पहना हुआ था इतना तो मैं ने देख ही लिया था कुछ फिल्म शुरू होने से पहले कुछ फिल्म के बीच मे. उसके पास से एक्सपेन्सिव पर्फ्यूम की खुसबू भी आ रही थी. कपड़ो से और बात करने के अंदाज़ से लगता था कि किसी बड़े घर की और पढ़ी लिखी पॉश लड़की लग रही है.
हमारे सीट्स को डिवाइड करने वाला हॅंड रेस्ट पे एक बटन था जिसे दबाने से सो वो दोनो सीट्स के बीच मे नीचे गिर जाता था और 2 अलग अलग सीट्स मिल के 1 हो जाते थे. उस लड़की की तरफ बार बार मेरा ध्यान जा रहा था और मेरे लंड मे भी हल चल मच रही थी. एक तो फिल्म भी सेक्सी थी और फिर बाज़ू मे बैठी हुई एक सुन्दर लड़की का स्पर्श पागल किए दे रहा था. हॅंड रेस्ट पे कभी कभी हम दोनो के हाथ एक साथ रखे होते तो सारे बदन मे करेंट जैसे दौड़ जाता.
इंग्लीश फिल्म्स छोटी होती है इसी लिए फिल्म से पहले दूसरे फिल्म्स के ट्रेलर्स और अड्वर्टाइज़्मेंट्स दिखाए जाते हैं और फिर इंटर्वल. आक्चुयल फिल्म तो इंटर्वल के बाद ही शुरू होती है ता के ऑडियेन्स एक ही सिट्टिंग मे फिल्म को सही एंजाय कर सके. फिल्म स्टार्ट हो गई सब लोग अपनी अपनी सीटन पे बैठ गये और फिल्म की सेक्सी कहानी मे खो गये किसी को होश नही था के कौन क्या कर रहा है. मैं ने हमारी चेर्स के बीचे के हॅंड रेस्ट पे हाथ रखा तो उसका हाथ वाहा ऑलरेडी रखा हुआ था. मेरा हाथ उसके हाथ पे टिक गया तो मैं ने चेक करने के लिए के उस लड़की का क्या मूड है ऐसे ही अपना हाथ उसके हाथ पे रखा छोड़ दिया तो उसने कोई ऑब्जेक्षन नही किया. मैं ने भी अपना हाथ उसके हाथ के ऊपर ही रख दिया और धीरे से अपनी उंगलियाँ उसके हाथ पे आगे पीछे करने लगा जैसे धीरे से उँगलिओ से मसाज करते हैं पर उसने कोई विरोध नही किया. फिल्म मे किस्सिंग सीन शुरू हो गया था हेरोइन ने बोहोत कम कपड़े पहने थे. उसकी ब्रा मे से उसकी चुचियाँ दिखाई दे रही थी और पॅंटी मे से उसकी मोटी चूत उभर के आई हुई थी पता नही के वो उसके झटों की वजह से फूली हुई थी या उसकी चूत ही मोटी थी.
अब मैं ने अपने हाथ से उसके हाथ को दबाया पहले धीरे से तो उसने कोई विरोध नही किया मेरी हिम्मत बढ़ी तो मैं ने उसका हाथ अपने हाथ से पकड़ लिया और मस्ती मे दबा ने लगा. गरम फिल्म से शाएद वो भी गरम हो गई थी. मैं ने हॅंड रेस्ट के बटन को दबाया और धीरे से नीचे पुश किया तो वो नीचे सरक गया और मेरा हाथ उसके थाइस पे लगा तो मैं ने अपना हाथ वाहा से नही हटाया. उसने कोई विरोध नही किया तो मैं ने अपना हाथ उसके थाइस पे आगे पीछे किया.
थियेटर मे अंधेरा था बस फिल्म की रौशनी आ रही थी लैकिन सब ही लोग फिल्म देखने मे मस्त थे. अब मुझे पता चल गया था के वो भी गरम फिल्म
देख के गरम हो चुकी है और मेरे साथ कुछ देर के लिए मज़े लेने को रेडी भी है.
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थियेटर मे
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मैं मुंबई को अपने बिज़्नेस के सिलसिले मे आया हुआ था. सारा दिन काम करके रात मे 9 से 12 वाला शो देखने के लिए एक थियेटर मे चला गया.. अब यह तो याद नही के फिल्म का नाम क्या था बट थी कोई सेक्सी इंग्लीश फिल्म और उस्मै हॉट सेक्स बॉम्ब शॅरन स्टोन हेरोइन थी जिसके तकरीबन 6 या 7 क्लियर चुदाई के सीन्स थे पूरी फिल्म मे.
मुझे फर्स्ट क्लास मे सब से लास्ट रो जो सब से ऊपेर भी होती है वाहा पे राइट साइड की लास्ट सीट मिली थी. इस रो के पीछे थोड़ी सी जगह खाली थी पॅसेज के लिए और डोर्स थे बाहर जाने के लिए. राइट साइड मे थोड़ी सी गली जैसी पॅसेज थी जहा से लोग नीचे उतर के भी डोर से बाहर जा सकते थे.
हा तो मैं लास्ट रो की सब से लास्ट वाली राइट साइड की सीट पे बैठा था. थियेटर अछा ख़ासा फुल था. मेरे बाज़ू वाली सीट पे कोई लड़की बैठी थी जिसकी और दूसरी साथी लड़कियाँ हमारी नीचे वाली रो मे हमारे सामने ही बैठी थी. शाएद टिकेट साथ नही लिए होंगे इसी लिए अलग से जगह मिली थी उसको. एनिहाउ मैं ने शुरू मे तो ध्यान नही दिया और शुरू शुरू की फिल्म मे तो वो अपने साथ वाली लड़कियों से झुक के बात भी कर रही थी. लड़की कॉलेज की लगती थी इतनी बड़ी एज की भी नही थी. फिल्म की लाइट मे उसको देखा तो ठीक ठाक लगी. रंग भी अछा था. बदन भी अछा मीडियम साइज़ का था. ऑन दा होल वो एक खूबसूरत लड़की
लग रही थी. मिद्डी स्कर्ट और टॉप पहना हुआ था इतना तो मैं ने देख ही लिया था कुछ फिल्म शुरू होने से पहले कुछ फिल्म के बीच मे. उसके पास से एक्सपेन्सिव पर्फ्यूम की खुसबू भी आ रही थी. कपड़ो से और बात करने के अंदाज़ से लगता था कि किसी बड़े घर की और पढ़ी लिखी पॉश लड़की लग रही है.
हमारे सीट्स को डिवाइड करने वाला हॅंड रेस्ट पे एक बटन था जिसे दबाने से सो वो दोनो सीट्स के बीच मे नीचे गिर जाता था और 2 अलग अलग सीट्स मिल के 1 हो जाते थे. उस लड़की की तरफ बार बार मेरा ध्यान जा रहा था और मेरे लंड मे भी हल चल मच रही थी. एक तो फिल्म भी सेक्सी थी और फिर बाज़ू मे बैठी हुई एक सुन्दर लड़की का स्पर्श पागल किए दे रहा था. हॅंड रेस्ट पे कभी कभी हम दोनो के हाथ एक साथ रखे होते तो सारे बदन मे करेंट जैसे दौड़ जाता.
इंग्लीश फिल्म्स छोटी होती है इसी लिए फिल्म से पहले दूसरे फिल्म्स के ट्रेलर्स और अड्वर्टाइज़्मेंट्स दिखाए जाते हैं और फिर इंटर्वल. आक्चुयल फिल्म तो इंटर्वल के बाद ही शुरू होती है ता के ऑडियेन्स एक ही सिट्टिंग मे फिल्म को सही एंजाय कर सके. फिल्म स्टार्ट हो गई सब लोग अपनी अपनी सीटन पे बैठ गये और फिल्म की सेक्सी कहानी मे खो गये किसी को होश नही था के कौन क्या कर रहा है. मैं ने हमारी चेर्स के बीचे के हॅंड रेस्ट पे हाथ रखा तो उसका हाथ वाहा ऑलरेडी रखा हुआ था. मेरा हाथ उसके हाथ पे टिक गया तो मैं ने चेक करने के लिए के उस लड़की का क्या मूड है ऐसे ही अपना हाथ उसके हाथ पे रखा छोड़ दिया तो उसने कोई ऑब्जेक्षन नही किया. मैं ने भी अपना हाथ उसके हाथ के ऊपर ही रख दिया और धीरे से अपनी उंगलियाँ उसके हाथ पे आगे पीछे करने लगा जैसे धीरे से उँगलिओ से मसाज करते हैं पर उसने कोई विरोध नही किया. फिल्म मे किस्सिंग सीन शुरू हो गया था हेरोइन ने बोहोत कम कपड़े पहने थे. उसकी ब्रा मे से उसकी चुचियाँ दिखाई दे रही थी और पॅंटी मे से उसकी मोटी चूत उभर के आई हुई थी पता नही के वो उसके झटों की वजह से फूली हुई थी या उसकी चूत ही मोटी थी.
अब मैं ने अपने हाथ से उसके हाथ को दबाया पहले धीरे से तो उसने कोई विरोध नही किया मेरी हिम्मत बढ़ी तो मैं ने उसका हाथ अपने हाथ से पकड़ लिया और मस्ती मे दबा ने लगा. गरम फिल्म से शाएद वो भी गरम हो गई थी. मैं ने हॅंड रेस्ट के बटन को दबाया और धीरे से नीचे पुश किया तो वो नीचे सरक गया और मेरा हाथ उसके थाइस पे लगा तो मैं ने अपना हाथ वाहा से नही हटाया. उसने कोई विरोध नही किया तो मैं ने अपना हाथ उसके थाइस पे आगे पीछे किया.
थियेटर मे अंधेरा था बस फिल्म की रौशनी आ रही थी लैकिन सब ही लोग फिल्म देखने मे मस्त थे. अब मुझे पता चल गया था के वो भी गरम फिल्म
देख के गरम हो चुकी है और मेरे साथ कुछ देर के लिए मज़े लेने को रेडी भी है.