hotaks444
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रुक्मिणी बिल्कुल वैसा ही करने लगी जो देवा कह रहा था। अब कमरे में दृश्य ऐसा था कि देवा धीरे-धीरे करके अपना लंड रुक्मिणी की कसी हुई टाइट गाँड में अपना मोटा लंड घुसाते हुए उसे चोद रहा था और रुक्मिणी अपनी गाँड मरवाती हुई झुक के अपनी बेटी की चूत चाट रही थी।
रानी अपनी माँ से अपनी चूत चटवाती हुई रुक्मिणी की चुचियों से खेल रही थी।जब रुक्मिणी की गाँड में लंड आराम से अंदर बाहर होने लगा। तो देवा अपना लंड रुक्मिणी की गाँड से निकाल के रानी के मुँह में पेलने लगा।
देवा रानी का मुँह चोदते-चोदते रानी की चुचियों से भी खेल रहा था। बड़ी बेरहमी से वो माँ बेटी की गाँड और मुँह चोद रहा था। रुक्मिणी बेशरम होके अपनी बेटी की चूत चाट रही थी और रानी भी मस्ती से उसकी चुचियाँ मसल रही थी।
देवा फिर से रुक्मिणी की कमर पकड़ के उसकी गाँड में ज़ोरदार धक्के मारते हुए बोला, “आहह...रुक्मिणी तेरी गाँड तेरी बेटी जैसी लाजवाब है... साली जब तुझे मैंने नंगी देखा था तबसे तेरी गाँड चोदने की तमन्ना हुई। उस दिन हिम्मत के सामने तेरी गाँड मारी तब बहुत मुझे सकून मिला... जबसे तेरी बेटी और तुझको चोदा तबसे लंड को चैन ही नहीं मिलता। बहनचोद क्या मस्त गरम रंडियाँ हो तुम माँ बेटी।”
रुक्मिणी रानी की चूत चाटती हुई देवा का पूरा लंड ले रही थी अपनी टाइट गाँड में। रानी भी अब जोश में अपनी माँ की चूचियाँ मसलती हुई बीच बीच में देवा का लंड चूस रही थी।
देवा 10-12 धक्के रुक्मिणी की गाँड में पेलने के बाद अपना लंड निकाल के रानी के मुँह में पेलने लगता।देवा आगे पीछे करते हुए पूरा लंड रानी के मुँह में डालके उसे चोदते हुए बोला, “साली कुतिया... रंडी की औलाद... तू भी अपनी माँ जैसी ही मस्त लंड चूसती है। रुक्मिणी भले तेरे मर्द ने और कोई अच्छा काम किया हो या नहीं पर साले ने तेरी जैसी गरम बीवी और रानी जैसी कमसीन चूत मेरे लिए यहाँ छोड़ के जाने का अच्छा काम किया है। क्या मस्त गरम बेटी पैदा की है तेरे पति ने... साली आगे जाके तेरी बेटी तेरा नाम रोशन करेगी। मेरा लंड चूस छिनाल और अपनी माँ को मुझ से गाँड मरवाते भी देख।”
देवा माँ बेटी के साथ बेरहमी से पेश आ रहा था। लेकिन यह बेरहमी उन माँ बेटी को अच्छी लग रही थी। सब गालियाँ और बेइज़्ज़ती उन्हें और चुदासी बना रही थी और वो दोनों माँ बेटी बेशरम हो के देवा से अपनी चूत और गाँड चुदवा रही थीं।
रानी अपनी माँ से अपनी चूत चटवाती हुई रुक्मिणी की चुचियों से खेल रही थी।जब रुक्मिणी की गाँड में लंड आराम से अंदर बाहर होने लगा। तो देवा अपना लंड रुक्मिणी की गाँड से निकाल के रानी के मुँह में पेलने लगा।
देवा रानी का मुँह चोदते-चोदते रानी की चुचियों से भी खेल रहा था। बड़ी बेरहमी से वो माँ बेटी की गाँड और मुँह चोद रहा था। रुक्मिणी बेशरम होके अपनी बेटी की चूत चाट रही थी और रानी भी मस्ती से उसकी चुचियाँ मसल रही थी।
देवा फिर से रुक्मिणी की कमर पकड़ के उसकी गाँड में ज़ोरदार धक्के मारते हुए बोला, “आहह...रुक्मिणी तेरी गाँड तेरी बेटी जैसी लाजवाब है... साली जब तुझे मैंने नंगी देखा था तबसे तेरी गाँड चोदने की तमन्ना हुई। उस दिन हिम्मत के सामने तेरी गाँड मारी तब बहुत मुझे सकून मिला... जबसे तेरी बेटी और तुझको चोदा तबसे लंड को चैन ही नहीं मिलता। बहनचोद क्या मस्त गरम रंडियाँ हो तुम माँ बेटी।”
रुक्मिणी रानी की चूत चाटती हुई देवा का पूरा लंड ले रही थी अपनी टाइट गाँड में। रानी भी अब जोश में अपनी माँ की चूचियाँ मसलती हुई बीच बीच में देवा का लंड चूस रही थी।
देवा 10-12 धक्के रुक्मिणी की गाँड में पेलने के बाद अपना लंड निकाल के रानी के मुँह में पेलने लगता।देवा आगे पीछे करते हुए पूरा लंड रानी के मुँह में डालके उसे चोदते हुए बोला, “साली कुतिया... रंडी की औलाद... तू भी अपनी माँ जैसी ही मस्त लंड चूसती है। रुक्मिणी भले तेरे मर्द ने और कोई अच्छा काम किया हो या नहीं पर साले ने तेरी जैसी गरम बीवी और रानी जैसी कमसीन चूत मेरे लिए यहाँ छोड़ के जाने का अच्छा काम किया है। क्या मस्त गरम बेटी पैदा की है तेरे पति ने... साली आगे जाके तेरी बेटी तेरा नाम रोशन करेगी। मेरा लंड चूस छिनाल और अपनी माँ को मुझ से गाँड मरवाते भी देख।”
देवा माँ बेटी के साथ बेरहमी से पेश आ रहा था। लेकिन यह बेरहमी उन माँ बेटी को अच्छी लग रही थी। सब गालियाँ और बेइज़्ज़ती उन्हें और चुदासी बना रही थी और वो दोनों माँ बेटी बेशरम हो के देवा से अपनी चूत और गाँड चुदवा रही थीं।