hotaks444
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देवा;भाभी आपको कैसा लगता है।
कौशल्या; हाँ चलो बहुत देर हो रही है तुम्हारी माँ भी वापस आ गई होंगी।
देवा;खड़ा हो जाता है और चलने लगता है।
कौशल्या; एक मिनट तुम ज़रा अपना मुंह उस तरफ करो।
देवा; क्यूं।
कौशल्या; करो भी मुझे पिशाब ज़ोर से लगी है।
देवा;अपना मुंह दूसरी तरफ कर लेता है और कुछ देर बाद फिर से सर घुमा के उस तरफ देखता है जहाँ कौशल्या खड़ी थी।
कौशल्या;मुस्कुराते हुए देवा को देखती है और फिर अचानक अपनी सलवार का नाडा खोल के निचे बैठ के देवा की तरफ देख के मुतने लगती है।
वो फिर से देवा को दूसरी तरफ देखने के लिए नहीं कहती।
पेशाब करने के बाद वो खडी होती है और अपना नाडा भी देवा को देखते हुए बाँधने लगती है।
कौशल्या; चलो।
एक बात बताओ तुम्हें अपनी माँ कैसी लगती है।
देवा; मतलब अच्छी है।
कौशल्या;देखो बुरा मत मानना। अब हमने इतना सब कुछ देख लिया है तो तुम मुझसे एक दोस्त की तरह बात कर सकते हो। मै वादा करती हूँ किसी को कुछ नहीं कहूँगी।
देवा;ठीक है।
कौशल्या;तो बताओ तुम्हें तुम्हारी माँ कैसी लगती है।
देवा;सच कहूं तो मुझे माँ साडी में बहुत अच्छी लगती है।
मा का पेट। हिलते हुए कमर मुझे हमेशा से अच्छे लगते है।
कौशल्यक; हम्म इसका मतलब।
देवा;इसका कोई मतलब नहीं निकलता भाभी आप अपना दिमाग बेकार में ऐसे वैसे बातों में मत लगाओ चलो वैसे भी घर आ गया है। मै कुछ काम निपटाके आता हूँ।।
कौशल्या;कमर हिलाते हुए घर में चली जाती है।
कौशल्या; हाँ चलो बहुत देर हो रही है तुम्हारी माँ भी वापस आ गई होंगी।
देवा;खड़ा हो जाता है और चलने लगता है।
कौशल्या; एक मिनट तुम ज़रा अपना मुंह उस तरफ करो।
देवा; क्यूं।
कौशल्या; करो भी मुझे पिशाब ज़ोर से लगी है।
देवा;अपना मुंह दूसरी तरफ कर लेता है और कुछ देर बाद फिर से सर घुमा के उस तरफ देखता है जहाँ कौशल्या खड़ी थी।
कौशल्या;मुस्कुराते हुए देवा को देखती है और फिर अचानक अपनी सलवार का नाडा खोल के निचे बैठ के देवा की तरफ देख के मुतने लगती है।
वो फिर से देवा को दूसरी तरफ देखने के लिए नहीं कहती।
पेशाब करने के बाद वो खडी होती है और अपना नाडा भी देवा को देखते हुए बाँधने लगती है।
कौशल्या; चलो।
एक बात बताओ तुम्हें अपनी माँ कैसी लगती है।
देवा; मतलब अच्छी है।
कौशल्या;देखो बुरा मत मानना। अब हमने इतना सब कुछ देख लिया है तो तुम मुझसे एक दोस्त की तरह बात कर सकते हो। मै वादा करती हूँ किसी को कुछ नहीं कहूँगी।
देवा;ठीक है।
कौशल्या;तो बताओ तुम्हें तुम्हारी माँ कैसी लगती है।
देवा;सच कहूं तो मुझे माँ साडी में बहुत अच्छी लगती है।
मा का पेट। हिलते हुए कमर मुझे हमेशा से अच्छे लगते है।
कौशल्यक; हम्म इसका मतलब।
देवा;इसका कोई मतलब नहीं निकलता भाभी आप अपना दिमाग बेकार में ऐसे वैसे बातों में मत लगाओ चलो वैसे भी घर आ गया है। मै कुछ काम निपटाके आता हूँ।।
कौशल्या;कमर हिलाते हुए घर में चली जाती है।