hotaks444
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रत्ना: हाँ बेटे मेरी गाँड बिलकुल कुँवारी थी इसे मैंने अपने बेटे के लिए ही संभाल के रखा हुआ था।तेरा बाप को भी वहाँ कभी हाथ लगाने नहीं दिया।आज पूरी तरह फाड़ दे मेरी गांड मेरे बेटे....
देवा: बहुत मस्त गांड है तेरी माँ ।तेरी गाँड में कितनी गर्मी है । मेरा लंड आज धन्य हो गया है अब तो रोज तेरी गांड मारूँगा साली।तेरी मतवाली गांड को आज पूरी खोल दूँगा।
रत्ना: पेल मेरे शेर जैसे मन करे वैसे पेल आज से रत्ना तेरी है जब बोलेगा तब अपनी गांड खोल देगी तेरी माँ.....
देवा: आह्ह्ह माँ कितना मज़ा आ रहा है तेरी गांड मारने में आह्ह्ह साली कितनी गरम है तू। आज से तू मेरी रांड है।
ये कहकर देवा रत्ना की गाण्ड मारने लगता है।एक घंटे तक गांड मारने के बाद देवा रत्ना की गांड में ही झड़ जाता है।इस बीच रत्ना दो बार चुकी थी।
रात गुज़रती रही देवा अपनी माँ की गाण्ड से लेकर चूत तक और चूत से लेकर मुँह तक हर एक सुराख़ खोलता चला गया।
दोनो रात भर न रुके न थके सुबह सुबह जब सूरज निकलने वाला था तब दोनों नंगे एक दूसरे की बाँहों में
लिपट कर सो जाते है।
मगर उस वक़्त भी रत्ना की खवाहिश के मुताबिक देवा अपना लंड रत्ना की चुत में ही रखता है।
देवा: बहुत मस्त गांड है तेरी माँ ।तेरी गाँड में कितनी गर्मी है । मेरा लंड आज धन्य हो गया है अब तो रोज तेरी गांड मारूँगा साली।तेरी मतवाली गांड को आज पूरी खोल दूँगा।
रत्ना: पेल मेरे शेर जैसे मन करे वैसे पेल आज से रत्ना तेरी है जब बोलेगा तब अपनी गांड खोल देगी तेरी माँ.....
देवा: आह्ह्ह माँ कितना मज़ा आ रहा है तेरी गांड मारने में आह्ह्ह साली कितनी गरम है तू। आज से तू मेरी रांड है।
ये कहकर देवा रत्ना की गाण्ड मारने लगता है।एक घंटे तक गांड मारने के बाद देवा रत्ना की गांड में ही झड़ जाता है।इस बीच रत्ना दो बार चुकी थी।
रात गुज़रती रही देवा अपनी माँ की गाण्ड से लेकर चूत तक और चूत से लेकर मुँह तक हर एक सुराख़ खोलता चला गया।
दोनो रात भर न रुके न थके सुबह सुबह जब सूरज निकलने वाला था तब दोनों नंगे एक दूसरे की बाँहों में
लिपट कर सो जाते है।
मगर उस वक़्त भी रत्ना की खवाहिश के मुताबिक देवा अपना लंड रत्ना की चुत में ही रखता है।