hotaks444
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जुली को मिल गई मूली--1
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और कहानी लेकर हाजिर हूँ आशा करता हूँ कि ये कहानी भी आपको बहुत पसंद आएगी --मैं जूली हूँ. मैं उस समय 14 साल की थी और क्लास 9 मे थी. मैं यहाँ बता दूं कि मेरा बेडरूम और मेरे पेरेंट्स का बेडरूम साथ साथ है. दोनो के बेडरूम के बीच मे एक कामन बाथरूम है जो दोनो तरफ से यूज़ हो सकता है. अगर मुझे बाथरूम जाना हो तो मैं उसको अपने पेरेंट्स के रूम मे खुलने वाले डोर को अंदर से लॉक करती हूँ और यही मेरे पेरेंट्स करते है, मेरे रूम की तरफ खुलने वाले दरवाजे को अंदर से लॉक करते है. यह बाथरूम हमारे दोनो बेडरूम के बीच आने जाने का एक अंदर के दरवाजे का काम भी करता था.
अब तक मैं सेक्स और चुदाई के बारे मैं पूरी तरह नही जानती थी. बस, केवल आधा अधूरा ही नालेज था.
एक दिन मैं स्कूल से आने के बाद घर मे अकेली ही थी. मेरे पेरेंट्स और मेरे चाचा हमारे फार्म हाउस पर हमारे एक वर्कर की बेटी की मैरिज मे गये थे. मुझे स्कूल जाना था इसलिए मैं नही गयी थी. सब लोग शाम को ही वापस आने वाले थे. मेरी मा ने मेरा खाना बना कर किचन मे रखा था और हम रात का खाना साथ मे ही खाने वाले थे.
मैं दोपहर को करीब 12 बजे स्कूल से आई और खाना खा लिया. मैं टाइम पास के लिए VCआर पर मूवी देख रही थी. ( उस समय VCड और डVड नही थे) कुछ समय बाद मैं उस मूवी से बोर होगयि और कोई दूसरी मूवी की कॅसेट तलाश करने लगी. अचानक, मेरी मा की अलमारी मे मैने एक बिना लेबल की कॅसेट देखी. मैने सोचा देखते हैं ये कौन सी मूवी है, शायद कोई अच्छी मूवी हो. मैने कॅसेट लगाई तो देखा कि वो तो एक ब्लू फिल्म थी. घर मे कोई नही था और मैं वो ब्लू फिल्म देखने लगी. थोड़ी ही देर मे मैं गरम हो गयी और मैने देखा कि मेरी पॅंटी गीली हो गयी है. मुझे समझ मे नही आया कि ये कैसे हो गया. मैं देख रही थी कि एक गोरा आदमी अपने बड़े और मोटे लंड से एक काली लड़की को अलग अलग पोज़िशन मे चोद रहा था. मैं और गरम होने लगी और अंजाने मे मेरी उंगली मेरी छ्होटी सी चूत पर पॅनी के उपर पहुँच गयी. मैने देखा कि मेरी पॅंटी काफ़ी गीली हो गयी है. मैने अपनी पॅंटी उतार दी और धीरे धीरे अपनी उंगली अपनी छ्होटी सी चूत पर फिराने लगी. उस समय मेरी चूत गीली, और गीली होती जा रही थी. उस समय मैं ये नही समझ पाई कि ऐसा क्यों हो रहा है? क्यों मेरी चूत गीली हो गयी है? क्या मेरा पेशाब निकल गया है? मैं थोड़ा डर गयी थी और मैने अपनी चूत पर से अपनी उंगली हटा ली. मैने VCऱ से कॅसेट निकाल कर वापस मेरी मा की अलमारी मे उसी जगह रख दी. मैं डर रही थी कि अचानक मेरी चूत से पानी कैसे निकलने लगा जो रुक ही नही रहा था. जैसे मैं अपने पेशाब को कंट्रोल कर सकती थी, वैसे वो पानी कंट्रोल ही नही हो रहा था और लगातार निकलता ही जा रहा था. मैं जल्दी से बाथरूम गयी और अपनी गीली पॅंटी धोने लगी क्यों कि मैं अपने पेरेंट्स के आने से पहले वोही पॅंटी सूखा कर वापस पहन ना चाहती थी ताकि उनको पता ना चले. मैने पेशाब किया और अपनी नन्ही सी चूत को साबुन से धोया. चूत धोने के बाद उसको टवल से पोन्छा. मुझे ये देख कर संतोष हुआ कि अब और पानी नही निकल रहा है मेरी चूत से.
दूसरे दिन जब मैं स्कूल गई और मेरी सबसे अच्छी फ्रेंड आंजेलीना को बताया कि कल मेरे साथ क्या हुआ था तो वो ज़ोर ज़ोर से हँसने लगी. उसने मुझे बताया कि ये तो नॉर्मल चीज़ है और सब कुछ ठीक है. मैं जानती थी कि आंजेलीना को सेक्स का ज्ञान मेरे से ज़्यादा है क्यों कि वो मेरे से एक साल बड़ी है. मैने उसको पूछा कि उसको ये सब कैसे पता है तो उसने बताया कि उसने इसके बारे मे किताबो मे पढ़ा है. मैने उसको पूछा कि क्या उसने किसी के साथ चुदाई की है तो उसने बताया कि चुदाई तो उसने नही की है पर वो जानती है कि चुदाई कैसे होती है और एक लड़की अपने आप को कैसे सॅटिस्फाइ कर सकती है. मेरे कहने पर वो मुझे सिखाने को तय्यार हो गई.
स्कूल के बाद अपने घर पर बता कर वो मेरे साथ मेरे घर आई. लंच के बाद हम दोनो मेरे बेडरूम मे आ गई. उसने बेडरूम का दरवाजा अंदर से बंद किया और मैने बाथरूम का दरवाजा बंद किया ताकि मेरी मा मेरे बेडरूम मे बाथरूम के दरवाजे से ना आ सके क्यों कि लंच के बाद वो अपने बेडरूम मे आराम करने गयी थी.
आंजेलीना ने अपने सभी कपड़े उतार दिए और पूरी नंगी हो गयी मेरे सामने. उसने मुझे भी सभी कपड़े उतार कर नगी होने को कहा. मुझे शरम तो आई मगर उसको नंगी देख कर मैं भी अपने कपड़े उतार कर नंगी हो गयी.
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और कहानी लेकर हाजिर हूँ आशा करता हूँ कि ये कहानी भी आपको बहुत पसंद आएगी --मैं जूली हूँ. मैं उस समय 14 साल की थी और क्लास 9 मे थी. मैं यहाँ बता दूं कि मेरा बेडरूम और मेरे पेरेंट्स का बेडरूम साथ साथ है. दोनो के बेडरूम के बीच मे एक कामन बाथरूम है जो दोनो तरफ से यूज़ हो सकता है. अगर मुझे बाथरूम जाना हो तो मैं उसको अपने पेरेंट्स के रूम मे खुलने वाले डोर को अंदर से लॉक करती हूँ और यही मेरे पेरेंट्स करते है, मेरे रूम की तरफ खुलने वाले दरवाजे को अंदर से लॉक करते है. यह बाथरूम हमारे दोनो बेडरूम के बीच आने जाने का एक अंदर के दरवाजे का काम भी करता था.
अब तक मैं सेक्स और चुदाई के बारे मैं पूरी तरह नही जानती थी. बस, केवल आधा अधूरा ही नालेज था.
एक दिन मैं स्कूल से आने के बाद घर मे अकेली ही थी. मेरे पेरेंट्स और मेरे चाचा हमारे फार्म हाउस पर हमारे एक वर्कर की बेटी की मैरिज मे गये थे. मुझे स्कूल जाना था इसलिए मैं नही गयी थी. सब लोग शाम को ही वापस आने वाले थे. मेरी मा ने मेरा खाना बना कर किचन मे रखा था और हम रात का खाना साथ मे ही खाने वाले थे.
मैं दोपहर को करीब 12 बजे स्कूल से आई और खाना खा लिया. मैं टाइम पास के लिए VCआर पर मूवी देख रही थी. ( उस समय VCड और डVड नही थे) कुछ समय बाद मैं उस मूवी से बोर होगयि और कोई दूसरी मूवी की कॅसेट तलाश करने लगी. अचानक, मेरी मा की अलमारी मे मैने एक बिना लेबल की कॅसेट देखी. मैने सोचा देखते हैं ये कौन सी मूवी है, शायद कोई अच्छी मूवी हो. मैने कॅसेट लगाई तो देखा कि वो तो एक ब्लू फिल्म थी. घर मे कोई नही था और मैं वो ब्लू फिल्म देखने लगी. थोड़ी ही देर मे मैं गरम हो गयी और मैने देखा कि मेरी पॅंटी गीली हो गयी है. मुझे समझ मे नही आया कि ये कैसे हो गया. मैं देख रही थी कि एक गोरा आदमी अपने बड़े और मोटे लंड से एक काली लड़की को अलग अलग पोज़िशन मे चोद रहा था. मैं और गरम होने लगी और अंजाने मे मेरी उंगली मेरी छ्होटी सी चूत पर पॅनी के उपर पहुँच गयी. मैने देखा कि मेरी पॅंटी काफ़ी गीली हो गयी है. मैने अपनी पॅंटी उतार दी और धीरे धीरे अपनी उंगली अपनी छ्होटी सी चूत पर फिराने लगी. उस समय मेरी चूत गीली, और गीली होती जा रही थी. उस समय मैं ये नही समझ पाई कि ऐसा क्यों हो रहा है? क्यों मेरी चूत गीली हो गयी है? क्या मेरा पेशाब निकल गया है? मैं थोड़ा डर गयी थी और मैने अपनी चूत पर से अपनी उंगली हटा ली. मैने VCऱ से कॅसेट निकाल कर वापस मेरी मा की अलमारी मे उसी जगह रख दी. मैं डर रही थी कि अचानक मेरी चूत से पानी कैसे निकलने लगा जो रुक ही नही रहा था. जैसे मैं अपने पेशाब को कंट्रोल कर सकती थी, वैसे वो पानी कंट्रोल ही नही हो रहा था और लगातार निकलता ही जा रहा था. मैं जल्दी से बाथरूम गयी और अपनी गीली पॅंटी धोने लगी क्यों कि मैं अपने पेरेंट्स के आने से पहले वोही पॅंटी सूखा कर वापस पहन ना चाहती थी ताकि उनको पता ना चले. मैने पेशाब किया और अपनी नन्ही सी चूत को साबुन से धोया. चूत धोने के बाद उसको टवल से पोन्छा. मुझे ये देख कर संतोष हुआ कि अब और पानी नही निकल रहा है मेरी चूत से.
दूसरे दिन जब मैं स्कूल गई और मेरी सबसे अच्छी फ्रेंड आंजेलीना को बताया कि कल मेरे साथ क्या हुआ था तो वो ज़ोर ज़ोर से हँसने लगी. उसने मुझे बताया कि ये तो नॉर्मल चीज़ है और सब कुछ ठीक है. मैं जानती थी कि आंजेलीना को सेक्स का ज्ञान मेरे से ज़्यादा है क्यों कि वो मेरे से एक साल बड़ी है. मैने उसको पूछा कि उसको ये सब कैसे पता है तो उसने बताया कि उसने इसके बारे मे किताबो मे पढ़ा है. मैने उसको पूछा कि क्या उसने किसी के साथ चुदाई की है तो उसने बताया कि चुदाई तो उसने नही की है पर वो जानती है कि चुदाई कैसे होती है और एक लड़की अपने आप को कैसे सॅटिस्फाइ कर सकती है. मेरे कहने पर वो मुझे सिखाने को तय्यार हो गई.
स्कूल के बाद अपने घर पर बता कर वो मेरे साथ मेरे घर आई. लंच के बाद हम दोनो मेरे बेडरूम मे आ गई. उसने बेडरूम का दरवाजा अंदर से बंद किया और मैने बाथरूम का दरवाजा बंद किया ताकि मेरी मा मेरे बेडरूम मे बाथरूम के दरवाजे से ना आ सके क्यों कि लंच के बाद वो अपने बेडरूम मे आराम करने गयी थी.
आंजेलीना ने अपने सभी कपड़े उतार दिए और पूरी नंगी हो गयी मेरे सामने. उसने मुझे भी सभी कपड़े उतार कर नगी होने को कहा. मुझे शरम तो आई मगर उसको नंगी देख कर मैं भी अपने कपड़े उतार कर नंगी हो गयी.