hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
मेरे दोस्त की सेक्सी वाइफ़
रानी को क्या फ़र्क पड़ता अगर मैं वहां नहीं होता तो अनिल तो उसके साथ रोज़ ही ऐसा करता। मैं उमर में बड़ा और उसको अपनी बाहों में लेकर बोला सब ठीक हो जायेगा तुम चिंता मत करो बस मस्त रहो, अभी तो मैं तुमको निराश नहीं करुंगा, अनिल से ज्यादा मज़ा दूंगा और इतना कह कर मैने उसके लिप्स पर अपने लिप्स रखकर उसके लिप्स को बंद कर दिया। रानी सकपका गयी और कुछ बोल नहीं पायी, मैने उसके लिप्स जो बंद कर दिये थे। जैसे ही मैं अपने लिप्स हटाये वह बोली राज आप बहुत गंदे हो, आप ने ऐसी गंदी बात कैसे सोची। मैने कहा जो अनिल नहीं करता वह मैं करता हूं तो तुम क्यों परेशान हो, मैं कौन हूं भूल जाओ थोड़ी देर के लिये। मैं भी तुम्हारा नज़दीक का हूं और सोचो मैं वह सब तुमको दे रहा हूं जो तुम अनिल से इस समय चाहती हो, फ़िर मैं ड्रिंक भी नही करता।
मेरी इस बात का रानी पर असर हुआ और वह बोली पर मुझे डर लग रहा है, मैं उनके साथ कोई गलत तो नहीं कर रही। मैने कहा सोच लो यह तुम्हारे ऊपर है और मैं उसे चूमता और उसके जांघों और बैक पर मसाज भी करता रहा। रानी बोली प्लीज़ जैसा तुम चाहो पर प्लीज़ मेरे कपड़े मत उतारना आप बाहर से जो चाहे कर लो मुझे बड़ी शरम आ रही है। मेरा तीर सही निशाने पर लग गया था और मैने रानी को अपनी बाहों में ले लिया। फ़िर मैने बिना समय गवाये किये हुए रानी के बूब्स पर उसकी कमीज़ के बाहर से ही हल्का हाथ फ़ेरना शुरु कर दिया।
दोस्तो ये सब कैसे हो रहा था मुझे नहीं मालुम, मैं इतना हिम्मत वाला नहीं हूं। रानी मेरे टच से मस्त हो रही थी, इसी बीच मैने मौका देखकर रानी की सलवार का नाड़ा चुपके से खोल दिया और उसे पता नहीं चला। मैं उसकी चिकनी जांघों पर हाथ फ़ेरना चाहता था पर जैसे मेरा हाथ उसकी पैंटी पर टच हुआ वह एकदम से नाराज़ होते हुए बोली राज नो चीटिंग और उसने अपनी सलवार एक हाथ से पकड़ ली पर ऊपर से वह मस्त हो चुकी थी पर अभी भी मुझसे चुदवाने में वह संकोच कर रही थी पर मेरे टच से उसे मज़ा आ रहा था। पर उसकी सलवार अभी तक खुली हुई थी जिसको उसने एक हाथ से पकड़ रखा था। जैसे ही मैने उसे अपनी बाहों में लिया तो उसके हाथों से उसकी सलवार नीचे सरक गयी और मैने ऊपर से उसकी कमीज़ की ज़िप पीछे से खोल दी और उसने अंदर से काले रंग की ब्रा पहनी हुई थी। मैं तो उसके गोरे बदन पर काली ब्रा देखकर मस्त हो गया।
वैसे तो मैं तो आराम से मस्ती के साथ मज़ा लेने वाला हूं पर सोफ़े में कम्फर्टेबल न होने के कारण ऐसा नहीं कर पाया। मैने जल्दी से रानी की कमीज़ उतार दी और अब वह सोफ़े के बीच काली ब्रा और लाल पैंटी में आधी नंगी खड़ी थी। फ़िर मैने उसे कमर से पकड़ कर उसकी ब्रा के बाहर से ही उसके बूब्स पर किस करना शुरु कर दिया वह चिल्लाने वाली थी पर मैने उसे डराते हुए कहा की किसी ने सुन लिया तो तुम्हारी बहुत बे-इज़्ज़ती होगी इसलिये जैसे मैं करता हूं मुझे करने दो। मैं तो उसकी सारे शरीर पर मस्ती से मसलना, दबाना, रब करना और किस करना जारी रखा। फ़िर मैने उसकी ब्रा का हुक भी खोल दिया और उसके बूब्स को रब करने लगा अब रानी मस्ती में आने लगी और उसको मेरा ऐसा करना अच्छा लगने लगा वो मुझे बीच में प्यार से मना करती और कभी कभी चूमने लगती पर उसे इस बात का डर लगता था कि कहीं अनिल आ न जाये।
थोड़ी देर के बाद मैने उसकी पैंटी के अंदर हाथ डाल दिया तो वह परेशान हो गयी और उसने जल्दी में अपनी पैंटी अपने आप उतार दी। वाह उसकी चूत बड़ी मस्त थी एकदम गुलाबी और उसके चारों ओर छोटे छोटे से भूरे बाल, मुझे लगता है उसने अपनी चूत एक दो दिन पहले ही साफ़ की थी। उसकी चूत के बाल एकदम नरम नरम थे शायद उनको कल परसों ही काटा गया था वह ज्यादा लम्बे भी नहीं थे ज्यादा से ज्यादा १ -२ मिलीमीटर तक होंगे। उसकी चूत देखकर तो वह १८-२० साल की सी लगती थी उसे बूब्स भी एकदम टाइट और छोटे छोटे थे। पर जहां तक चूत की बात थी शायद अनिल तो कभी कभी ही उसकी चूत तक हाथ फ़ेर पाता था, उसकी चूत देखकर लगता नहीं था कि वह अभी तक एक बच्चा निकाल चुकी थी और कई बार एक ६ फुटे मर्द के लंड की मार झेलती थी। वह एकदम नर्म गुलाबी मस्त गुदगुदी मक्खन जैसी थी। उसकी ऐसी अनछुई चूत देखकर मैं अपने आप को रोके नहीं सका और मैं समझ गया कि ऐसी चूत दुबारा चोदने को शायद कब मिल पाये।
फ़िर मैने उसे सोफ़े पर लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया मैने अपने कपड़े नहीं उतारे केवल पैंट की ज़िप खोलकर पैंट नीचे कर दी और अपना लंड बाहर निकाल कर रानी के ऊपर चढ़ गया मेरे लंड के टच से तो रानी पागल हो गयी और उसकी बोडी के टच से मेरा लंड भी टाइट होता चला गया मैं अपने लंड से उसकी पूरी बोडी पर रब करने लगा और वह शरमाते हुए चीखने लगी पर वह मस्ती में ये सब कर रही थी। अचानक मुझे एक मस्ती सूझी और मैने उसके दोनो बूब्स को दोनो हाथों में लेकर उसके बीच अपना लंड रख दिया मेरा लंड देखकर शरमाते हुए रानी ने अपनी आंखें बंद कर ली और फ़िर मैं उसके दोनो बूब्स के बीच लंड को फ़िट कर के चुदाई वाली स्टाइल में उसके बूब्स से लंड को रगड़ने लगा। इससे मेरा लंड और रानी के बूब्स टाइट होते चले गये और दोनो इसे एन्जॉय करने लगे। रानी तो मेरे इस एक्शन से मचल उठी थी वह २७-२८ साल की औरत थी उसके मुकाबले मेरा चुदाई का कोई ज्यादा अनुभव नहीं था। थोड़ी देर में मेरा लंड इतना टाइट हो गया कि उसे हिलाना भी मुश्किल लग रहा था। अब मुझे लगा कि यह रानी की चूत में जाने के लिये बिल्कुल फ़िट है।
रानी को क्या फ़र्क पड़ता अगर मैं वहां नहीं होता तो अनिल तो उसके साथ रोज़ ही ऐसा करता। मैं उमर में बड़ा और उसको अपनी बाहों में लेकर बोला सब ठीक हो जायेगा तुम चिंता मत करो बस मस्त रहो, अभी तो मैं तुमको निराश नहीं करुंगा, अनिल से ज्यादा मज़ा दूंगा और इतना कह कर मैने उसके लिप्स पर अपने लिप्स रखकर उसके लिप्स को बंद कर दिया। रानी सकपका गयी और कुछ बोल नहीं पायी, मैने उसके लिप्स जो बंद कर दिये थे। जैसे ही मैं अपने लिप्स हटाये वह बोली राज आप बहुत गंदे हो, आप ने ऐसी गंदी बात कैसे सोची। मैने कहा जो अनिल नहीं करता वह मैं करता हूं तो तुम क्यों परेशान हो, मैं कौन हूं भूल जाओ थोड़ी देर के लिये। मैं भी तुम्हारा नज़दीक का हूं और सोचो मैं वह सब तुमको दे रहा हूं जो तुम अनिल से इस समय चाहती हो, फ़िर मैं ड्रिंक भी नही करता।
मेरी इस बात का रानी पर असर हुआ और वह बोली पर मुझे डर लग रहा है, मैं उनके साथ कोई गलत तो नहीं कर रही। मैने कहा सोच लो यह तुम्हारे ऊपर है और मैं उसे चूमता और उसके जांघों और बैक पर मसाज भी करता रहा। रानी बोली प्लीज़ जैसा तुम चाहो पर प्लीज़ मेरे कपड़े मत उतारना आप बाहर से जो चाहे कर लो मुझे बड़ी शरम आ रही है। मेरा तीर सही निशाने पर लग गया था और मैने रानी को अपनी बाहों में ले लिया। फ़िर मैने बिना समय गवाये किये हुए रानी के बूब्स पर उसकी कमीज़ के बाहर से ही हल्का हाथ फ़ेरना शुरु कर दिया।
दोस्तो ये सब कैसे हो रहा था मुझे नहीं मालुम, मैं इतना हिम्मत वाला नहीं हूं। रानी मेरे टच से मस्त हो रही थी, इसी बीच मैने मौका देखकर रानी की सलवार का नाड़ा चुपके से खोल दिया और उसे पता नहीं चला। मैं उसकी चिकनी जांघों पर हाथ फ़ेरना चाहता था पर जैसे मेरा हाथ उसकी पैंटी पर टच हुआ वह एकदम से नाराज़ होते हुए बोली राज नो चीटिंग और उसने अपनी सलवार एक हाथ से पकड़ ली पर ऊपर से वह मस्त हो चुकी थी पर अभी भी मुझसे चुदवाने में वह संकोच कर रही थी पर मेरे टच से उसे मज़ा आ रहा था। पर उसकी सलवार अभी तक खुली हुई थी जिसको उसने एक हाथ से पकड़ रखा था। जैसे ही मैने उसे अपनी बाहों में लिया तो उसके हाथों से उसकी सलवार नीचे सरक गयी और मैने ऊपर से उसकी कमीज़ की ज़िप पीछे से खोल दी और उसने अंदर से काले रंग की ब्रा पहनी हुई थी। मैं तो उसके गोरे बदन पर काली ब्रा देखकर मस्त हो गया।
वैसे तो मैं तो आराम से मस्ती के साथ मज़ा लेने वाला हूं पर सोफ़े में कम्फर्टेबल न होने के कारण ऐसा नहीं कर पाया। मैने जल्दी से रानी की कमीज़ उतार दी और अब वह सोफ़े के बीच काली ब्रा और लाल पैंटी में आधी नंगी खड़ी थी। फ़िर मैने उसे कमर से पकड़ कर उसकी ब्रा के बाहर से ही उसके बूब्स पर किस करना शुरु कर दिया वह चिल्लाने वाली थी पर मैने उसे डराते हुए कहा की किसी ने सुन लिया तो तुम्हारी बहुत बे-इज़्ज़ती होगी इसलिये जैसे मैं करता हूं मुझे करने दो। मैं तो उसकी सारे शरीर पर मस्ती से मसलना, दबाना, रब करना और किस करना जारी रखा। फ़िर मैने उसकी ब्रा का हुक भी खोल दिया और उसके बूब्स को रब करने लगा अब रानी मस्ती में आने लगी और उसको मेरा ऐसा करना अच्छा लगने लगा वो मुझे बीच में प्यार से मना करती और कभी कभी चूमने लगती पर उसे इस बात का डर लगता था कि कहीं अनिल आ न जाये।
थोड़ी देर के बाद मैने उसकी पैंटी के अंदर हाथ डाल दिया तो वह परेशान हो गयी और उसने जल्दी में अपनी पैंटी अपने आप उतार दी। वाह उसकी चूत बड़ी मस्त थी एकदम गुलाबी और उसके चारों ओर छोटे छोटे से भूरे बाल, मुझे लगता है उसने अपनी चूत एक दो दिन पहले ही साफ़ की थी। उसकी चूत के बाल एकदम नरम नरम थे शायद उनको कल परसों ही काटा गया था वह ज्यादा लम्बे भी नहीं थे ज्यादा से ज्यादा १ -२ मिलीमीटर तक होंगे। उसकी चूत देखकर तो वह १८-२० साल की सी लगती थी उसे बूब्स भी एकदम टाइट और छोटे छोटे थे। पर जहां तक चूत की बात थी शायद अनिल तो कभी कभी ही उसकी चूत तक हाथ फ़ेर पाता था, उसकी चूत देखकर लगता नहीं था कि वह अभी तक एक बच्चा निकाल चुकी थी और कई बार एक ६ फुटे मर्द के लंड की मार झेलती थी। वह एकदम नर्म गुलाबी मस्त गुदगुदी मक्खन जैसी थी। उसकी ऐसी अनछुई चूत देखकर मैं अपने आप को रोके नहीं सका और मैं समझ गया कि ऐसी चूत दुबारा चोदने को शायद कब मिल पाये।
फ़िर मैने उसे सोफ़े पर लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया मैने अपने कपड़े नहीं उतारे केवल पैंट की ज़िप खोलकर पैंट नीचे कर दी और अपना लंड बाहर निकाल कर रानी के ऊपर चढ़ गया मेरे लंड के टच से तो रानी पागल हो गयी और उसकी बोडी के टच से मेरा लंड भी टाइट होता चला गया मैं अपने लंड से उसकी पूरी बोडी पर रब करने लगा और वह शरमाते हुए चीखने लगी पर वह मस्ती में ये सब कर रही थी। अचानक मुझे एक मस्ती सूझी और मैने उसके दोनो बूब्स को दोनो हाथों में लेकर उसके बीच अपना लंड रख दिया मेरा लंड देखकर शरमाते हुए रानी ने अपनी आंखें बंद कर ली और फ़िर मैं उसके दोनो बूब्स के बीच लंड को फ़िट कर के चुदाई वाली स्टाइल में उसके बूब्स से लंड को रगड़ने लगा। इससे मेरा लंड और रानी के बूब्स टाइट होते चले गये और दोनो इसे एन्जॉय करने लगे। रानी तो मेरे इस एक्शन से मचल उठी थी वह २७-२८ साल की औरत थी उसके मुकाबले मेरा चुदाई का कोई ज्यादा अनुभव नहीं था। थोड़ी देर में मेरा लंड इतना टाइट हो गया कि उसे हिलाना भी मुश्किल लग रहा था। अब मुझे लगा कि यह रानी की चूत में जाने के लिये बिल्कुल फ़िट है।