hotaks444
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अब अजय का जोश अपनी मा को देख कर और बढ़ गया और उसने रश्मि को पकड़ कर बेड से नीचे उतारकर उसे बेड से झुका कर कस कस कर उसकी चूत को पीछे से ठोकने लगा, आरती रश्मि के आगे लेट कर उसके मोटे मोटे बोबे दबाने लगी और उसके होंठ चूसने लगी अजय रश्मि की चूत गंद मज़े से कस कस कर कूट रहा था और रश्मि हाय भैया हाय भैया ऐसे ही ऐसे ही चोदो अपनी दीदी को आह आह आह आह हाँ हाँ और तेज भैया और तेज भैया इसी तरह खूब कस कस कर मरो अपनी बहन की चूत, ओह ओह ओह ओह भैया फाड़ दो अपनी दीदी की चूत, अजय अपनी पूरी रफ़्तार से अपनी बहन की चूत मारने लगा पूरा कमरा उनकी चुदाई की मादक आवाज़ से गूँज उठा और जब अजय ने एक तगड़ा झटका अपनी बहन की चूत मे मारा तो उसका लंड अपनी बहन के चूत मे जड़ तक समा गया और रश्मि ढेर सारा पानी छोड़ती हुई बेड पर पेट के बल गिर पड़ी,
तभी अजय ने अपना मोटा लंड उसकी चूत से निकाला और तब तक आरती आकर बेड पर झुक कर अपनी मोटी गंद उठा चुकी थी फिर अजय ने एक तगड़े झटके के साथ अपना मोटा लंड अपनी भाभी की चूत मे उतार दिया, और हुमच हुमच के अपनी भाभी की मोटी गंद पकड़ के चूत मारने लगा, आरती और कस कस के मारो और कस कस के मारो फाड़ दो अपनी भाभी की चूत को और कस के चोदो मेरे देवेर राजा और अपनी तीन उंगलिया एक साथ रश्मि की खुली हुई बुर मे पेलने लगी इधर अजय तबीयत से अपनी भाभी की चूत की कुटाई करने लगा, आरती आह आह करने लगी और ज़ोर से और ज़ोर से ठोको देवेर जी अपनी भाभी को आह आह और अजय ने अपनी स्पीड पुरी रफ़्तार से बढ़ा दी, और एक घमासान चुदाई के बाद आरती भी झाड़ गई,
फिर दोनो ननद भाभी ने नीचे बैठ कर अजय के लंड को एक साथ पागलो की तरह चाटना शुरू कर दिया इस नज़ारे को देखते देखते गीता की चूत ने ढेर सारा पानी छोड़ दिया और उसके पैर खड़े खड़े काँपने लगे और वह बुरी तरह इस्खलित हो गई. इधर अजय ने भी अपने लंड से ढेर सारा जूस छ्चोड़ दिया जिसे दोनो ननद भाभी पूरा का पूरा चाट गई.
इस तरह एक जोरदार चुदाई करके तीनो नंगे होकर एक दूसरे से चिपक कर बेड पर लेट गये, और गीता लंबी लंबी साँसे लेती हुई अपने बेड पर आकर धम्म से गिर गई.
रोज की तरह सुबह सुबह सभी लोग बैठ कर चाइ पी रहे थे, रश्मि बिल्कुल नॉर्मल लग रही
थी और काफ़ी खुश नज़र आ रही थी, अजय और आरती दोनो अंदर से थोड़े व्याकुल थे लेकिन
नॉर्मल होने का दिखावा कर रहे थे, जबकि गीता का चेहरा काफ़ी तनाव से भरा था और
वह अजय,
आरती और रश्मि के चेहरो पर कुछ खोजने की कोशिश कर रही थी, अजय और आरती,
गीता की व्याकुलता को भली भाती समझ रहे थे लेकिन दोनो मे से कोई भी कुच्छ कहना नही
चाह रहा था, तभी रश्मि ने गीता से पुछा मा आज क्या खाना बनाना है, गीता तेरी
भाभी और तू दोनो मिलकर डिसाइड कर लो और इतना कह कर चुप हो गई,
क्रमशः......................
तभी अजय ने अपना मोटा लंड उसकी चूत से निकाला और तब तक आरती आकर बेड पर झुक कर अपनी मोटी गंद उठा चुकी थी फिर अजय ने एक तगड़े झटके के साथ अपना मोटा लंड अपनी भाभी की चूत मे उतार दिया, और हुमच हुमच के अपनी भाभी की मोटी गंद पकड़ के चूत मारने लगा, आरती और कस कस के मारो और कस कस के मारो फाड़ दो अपनी भाभी की चूत को और कस के चोदो मेरे देवेर राजा और अपनी तीन उंगलिया एक साथ रश्मि की खुली हुई बुर मे पेलने लगी इधर अजय तबीयत से अपनी भाभी की चूत की कुटाई करने लगा, आरती आह आह करने लगी और ज़ोर से और ज़ोर से ठोको देवेर जी अपनी भाभी को आह आह और अजय ने अपनी स्पीड पुरी रफ़्तार से बढ़ा दी, और एक घमासान चुदाई के बाद आरती भी झाड़ गई,
फिर दोनो ननद भाभी ने नीचे बैठ कर अजय के लंड को एक साथ पागलो की तरह चाटना शुरू कर दिया इस नज़ारे को देखते देखते गीता की चूत ने ढेर सारा पानी छोड़ दिया और उसके पैर खड़े खड़े काँपने लगे और वह बुरी तरह इस्खलित हो गई. इधर अजय ने भी अपने लंड से ढेर सारा जूस छ्चोड़ दिया जिसे दोनो ननद भाभी पूरा का पूरा चाट गई.
इस तरह एक जोरदार चुदाई करके तीनो नंगे होकर एक दूसरे से चिपक कर बेड पर लेट गये, और गीता लंबी लंबी साँसे लेती हुई अपने बेड पर आकर धम्म से गिर गई.
रोज की तरह सुबह सुबह सभी लोग बैठ कर चाइ पी रहे थे, रश्मि बिल्कुल नॉर्मल लग रही
थी और काफ़ी खुश नज़र आ रही थी, अजय और आरती दोनो अंदर से थोड़े व्याकुल थे लेकिन
नॉर्मल होने का दिखावा कर रहे थे, जबकि गीता का चेहरा काफ़ी तनाव से भरा था और
वह अजय,
आरती और रश्मि के चेहरो पर कुछ खोजने की कोशिश कर रही थी, अजय और आरती,
गीता की व्याकुलता को भली भाती समझ रहे थे लेकिन दोनो मे से कोई भी कुच्छ कहना नही
चाह रहा था, तभी रश्मि ने गीता से पुछा मा आज क्या खाना बनाना है, गीता तेरी
भाभी और तू दोनो मिलकर डिसाइड कर लो और इतना कह कर चुप हो गई,
क्रमशः......................