hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
दो कामुक सहेलियाँ-3
गतान्क से आगे………………
विनोद औंधे मुँह नीता के नंगे जिस्म पर गिर पड़ा और नीता चुप चाप उसके नीचे पड़ी रही. शिल्पा ने अपनी सलवार का नाडा बाँधा और अपने आप को संभालते हुए चुप चाप घर से बाहर चली गयी. वो अब सीधा नीता के घर की तरफ गयी.
शिल्पा के कदम नीता के घर की तरफ बढ़ने लगे और उसके मन मे बस एक ही बात आ रही थी. “अगर नीता मेरे भाई के लंड से मज़े ले सकती है तो क्या मैं सुरेश से नहीं चुदवा सकती?” नीता का भाई सुरेश बेशक अभी 16 साल का था, लेकिन काफ़ी ताकतवर था. कभी कभी तो शिल्पा को शक होता था कि सुरेश शिल्पा और नीता की कंपनी मे रहने का बहाना ढूढ़ता रहता है लेकिन कभी उसने कोई ऐसी वैसी हरकत ना की थी. औरत अगर मर्द को पटाने की सोच ले तो मर्द की क्या हिम्मत है कि वो ना कर दे.
जब शिल्पा अपनी सहेली के घर के नज़दीक पहुचि तो एक बार फिर उसने अपने मन को मज़बूत किया कि आज जो भी हो जाए अगर सुरेश घर पर हुआ तो उसको अपनी चूत का स्वाद चखा कर ही जाएगी. चाहे कुच्छ भी हो जाए! शिल्पा की किस्मत अच्छी थी कि सुरेश घर पर ही था. घर दोपहर के वक्त खाली ही होता है. नीता की मम्मी स्कूल मे टीचर है और शाम को 6 बजे वापिस आती है और पापा तो हफ्ते मे दो दिन ही घर आते हैं. सुरेश का रूम बंद था लेकिन कुच्छ दबी दबी आवाज़ आ रही थी. अंदर से सेक्सी आवाज़ें आ रही थी. शिल्पा को पूरा यकीन था कि अंदर ब्लू फिल्म चल रही है. तो सुरेश अकेले मे ब्लू फिल्म देख रहा है?शिल्पा ने धीरे से डोर खोला. डोर कीतरफ पीठ कर के सुरेश खड़ा था, बिल्कुल नंगा. उसके गोरे चुतड आगे पीच्छे हो रहे थे. सामने ब्लू फिल्म चल रही थी. सुरेश साला बेह्न्चोद ब्लू फिल्म देखते हुए मूठ मार रहा था.
“ये क्या हो रहा है, सुरेश? टीवी पर क्या चल रहा है?” शिल्पा ने सख़्त आवाज़ मे कहा तो सुरेश बेचारा घबरा कर मुड़ा. उसके हाथ मे उसका 7 इंच का लंड एकदम टाइट हो कर पकड़ा हुआ था.” कुच्छ नहीं शिल्पा दीदी. नीता दीदी घर पर नहीं है….आप यहाँ? सॉरी दीदी…घर पर कोई नहीं था तो मैने सोचा कि……नीता दीदी को मत बताना…प्लीज़” सुरेश के मुँह पर पसीना आ चुका था. शिल्पा मुस्कुराइ और आगे बढ़ कर सुरेश के कंधे पर हाथ रख कर बोली,” बहनचोड़ मुझे दीदी कहता है और मेरे सामने लंड निकाल कर मूठ मारते हुए शरम नहीं आती? अब सच बता किस को याद कर के ये सब कर रहा था?” कहते हुए शिल्पा आगे की तरफ झुकी जिस कारण उसकी चुचि का काफ़ी बड़ा भाग नंगा हो गया. सुरेश की नज़र उसकी गोरी चुचि से हट नहीं रही थी.
” नहीं दीदी, ऐसी बात नहीं है….ये तो मैं पहले से ही कर रहा था…आप एक दम सामने आ गयी..मैं अभी कपड़े पहन लेता हूँ” वो हड़बड़ा कर बोल रहा था. शिल्पा ने उसकी नंगी छाती पर हाथ फेरते हुए उसके लंड पर हाथ रख दिया. लंड किसी व्याकुल जानवर की तरह फड़फड़ा उठा.” सुरेश मैं किसी को नहीं कहूँगी कि तुम यहाँ क्या कर रहे थे. तुम मुझे बताओ कि मूठ मारते हुए मुझे याद कर रहे थे या नहीं? तुमको मैं कैसी लगती हूँ. सपने मे मुझे कभी चोदा है या नहीं?” शिल्पा ने महसूस किया कि उसका लंड और भी टाइट हो गया है.
“नहीं दीदी….ऐसा तो नहीं है…..मैने कभी….” शिल्पा ने उसके लंड को मसल्ते हुए कहा” बहन्चोद तेरी ज़ुबान कुच्छ कह रही है और ये लंड कुच्छ और. तेरा लंड तो मेरे हाथ मे और भी कड़ा हो गया है, साले ये तो मुझे चोद्ने को तड़प रहा है और तू कहता है कि तुमने कभी अपनी शिल्पा दीदी को चोद्ने के बारे नहीं सोचा? सच बता, मैं तुझे कैसी लगती हूँ? अगर तेरा जवाब ठीक हुआ तो तुझे चूत मिल सकती है” सुरेश की समझ मे कुच्छ नहीं आ रहा था.” दीदी, आप तो बस पटाखा हो! आप बहुत सेक्सी हो…सच मे मैं आपको नंगा देखने के सपने देखता रहता हूँ…अभी भी मैं आपकी कल्पना मे मूठ मार रहा था. आप तो नीता दीदी से भी सेक्सी हो!” शिल्पा सारी बात समझ कर मुस्कुराइ,” तो साले नीता को भी कल्पना मे नंगा देखता है तू? उसको कभी नंगा देखा है क्या?” सुरेश ने गर्दन झुका कर कहा” हाँ दीदी. नीता दीदी को नहाते हुए देखा करता हूँ मैं बाथरूम मे. मैं क्या करूँ? औरत का जिस्म मुझे बेकाबू कर देता है वो चाहे मेरी दीदी का ही क्यो ना हो. मैं उसको चोद्ने के लिया पागल हो जाता हूँ”
“अच्छा बेटा, तो तू चोद्ने के लिए पागल हो जाता है? कितनी को चोद चुके हो, बेह्न्चोद?”शिल्पा को यकीन हो गया था कि आज सुरेश से चुदवा लेगी.”दीदी अभी तक किसी को असलियत मे नहीं चोदा. बस कल्पना मे ही.” सुरेश ने कहा. शिल्पा ने अपना हाथ उसके मस्त लंड के ऊपर नीचे करते हुए कहा” मुझे चोदोगे? अपनी शिल्पा दीदी की चूत चोदोगे? मुझे स्पर्श तो करो, मेरे भाई!” सुरेश का हाथ काँप रहा था जब उसने शिल्पा के सीने के उभार पर हाथ रखा. हाथ रखते ही उसकी चुचि मे आग लग गयी और उसने सुरेश के लंड को ज़ोर से थाम लिया और उसके निपल को चूसने लगी. सुरेश का तो सपना सच हो गया था.
सुरेश के हाथ शिल्पा की चुचि को मसल्ने लगे और दोनो वासना की दुनिया मे उतरते चले गये.”दीदी अपनी कमीज़ उतार दो और मुझे अपने उरोज़ देख लेने दो” वो बोल उठा तो शिल्पा ने उसको कहा”बहन्चोद, अपनी शिल्पा दीदी को चोद्ने वाले हो तो कमीज़ भी उतार लो ना, रोका किसने है?मुझे अपनी तरह नंगा कर दो सुरेश. अगर शिल्पा दीदी को खुश कर दिया तो नीता दीदी की चूत भी दिलवा दूँगी तुझे. मुझे नंगी कर दो भाई”
सुरेश ने आव देखा ना ताव और उसके कपड़े उतारने लगा. कमीज़ उतरते ही उसके सामने शिल्पा दीदी का तराशा हुआ जिस्म नंगा हो गया. उसके सीने का उठान ब्रा मे ग़ज़ब ढा रहा था, गोरी चुचि पर ब्राउन चुचक, सपाट पेट और पतली कमर देख कर उसका लंड उठक बैठक करने लगा. सुरेश ने पहले ब्रा के हुक खोले और फिर सलवार का नाडा खोला. वाह! पैंटी मे धकि हुई चूत किसी को पागल बना सकती थी. उसके चुतडो का उभार देखने लायक था. सुरेश ने उसके चुतडो पर हाथ फेरा और पैंटी को नीचे सरका दिया. शिल्पा ने मदहोशी मे सुरेश को गले लगा लिया और उसके होंठों पर अपने तपते हुए होंठ रख दिए. दोनो मादरजात नंगे हो कर एक दूसरे से चिपक कर एक दूसरे मे समा जाने की कोशिश करने लगे.
सुरेश का लंड अपनी शिल्पा दीदी की चूत के मुँह पर ठोकर मार रहा था और शिल्पा के निपल उसके सीने मे धँस रहे थे. वासना का तूफान उठ चुका था. सुरेश ने उसकी चुचि को दबा कर अपने होंठ चुचक पर रख दिए और चूमने लगा. सुरेश के होंठ और ज़ुबान को अपने निपल पर महसूस करते ही शिल्पा भड़क उठी और अपने हाथ को चूत पर ले जा कर मसल्ने लगी. चूत से रस की जो बरसात थोड़ी देर पहले बंद हुई थी, फिर से बरसने लगी.” सुरेश, जल्दी करो….मुझे बिस्तर पर ले चलो…मेरी प्यासी चूत को ठंडी कर दो…मैं जल रही हूँ..वासना मुझे जला रही है….अपना लंड मेरी प्यासी चूत मे डाल कर मुझे तृप्त कर दो मेरे भाई” सुरेश ने अपनी बालिश्ट बाज़ू मे अपनी प्यारी शिल्पा दीदी को उठाया और अपने मम्मी डॅडी के डबल बेड पर लिटा दिया.
दोनो गुथम गुत्था हो कर एक दूसरे के जिस्म को चूमने और चाटने लगे. साँसों का तूफान मचल रहा था और फिर अचानक शिल्पा के ऊपर चढ़ कर अपना लंड उसकी चूत पर रख कर सुरेश ने धक्का मार दिया, “उ…सुरेश, बेह्न्चोद बता तो देता कि पेलने लगे हो…मुझे बहुत दर्द हुआ है…आराम सेमेरे भाई..तेरी दीदी भी पहली बार चुद रही है…बेह्न्चोद कोई रंडी नहीं हूँ जो पेलते ही जा रहा है…कितना मोटा है तेरा…!” शिल्पा चीख ही पड़ी, लेकिन सुरेश रुका नहीं. सुरेश के कुंवारे लंड को शिल्पा दीदी की टाइट चूत नसीब हो गयी थी अब रुकने का काम ही क्या था. उसने शिल्पा दीदी के निपल को हाथों से मसलना शुरू कर दिया और उसकी गर्दन को चूमने शुरू कर दिया. चूत चाहे चिकनी थी फिर भी टाइट इतनी थी कि लंड का अंदर जाना मुश्किल हो रहा था.” चुप साली, चुप हो जा…चोद्ने दे मुहे अपनी प्यारी शिल्पा दीदी की चूत..कब से सपने मे चोद रहा हूँ…आज असल मे चोद लेने दो और अपने सुरेश भैया का लंड ले ले अपनी चूत मे” सुरेश फुन्कार उठा.
“बहन्चोद, अपनी दीदी का दूध पी ले….मेरी चुचि चूस मदेर्चोद…अपनी मम्मी के बेड पर अपनी बेहन को चोद रहे हो साले इसी बेड पर तेरे डॅडी तेरी मम्मी को चोद्ते हैं, साले चोद अपनी दीदी को!!” शिल्पा ने भी उसको उत्तेजित करने के लिए बोलना शुरू कर दिया. असल मे चूत रस के कारण अब लंड आसानी से चूत मे परविष्ट होने लगा था और दोनो को खूब मज़ा आ रहा था.” मम्मी को भी तो मज़ा आता ही होगा डॅडी के लंड से…तू भी ले ले मज़े मेरी प्यारी शिल्पा दीदी. ला मैं तेरा दूध पी लेता हूँ अगर मेरी दीदी को ये ही पसंद है…मम्मी का दूध तो पी चुका हूँ अब दीदी का भी पी लेता हूँ!!”
शिल्पा की नज़र के सामने अपने विनोद भाई का लंड घूम रहा था और अपनी सहेली की चुदाई का सीन एक बार फिर से उभर आया. उसने अपनी चुचि उठा कर सुरेश के मूह मे दे दी और वो प्यार से उसको चूसने लगा. शिल्पा मस्ती से भर गयी और चुतड उठा कर चुदने लगी.” वाह मेरे भाई..खूब चूस मेरी चुचि…चाट ले मेरी चुचि….चोद ले मेरी चूत..आआ…ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊ…बहुत मस्त है तेरा लोड्ा…..अपनी नीता दीदी को भी चोदेगा क्या?” सुरेश मस्ती मे चुचि चूस्ता रहा और फिर चुदाई की स्पीड बढ़ाता हुआ बोला”हां दीदी…नीता को भी चोदुन्गा..अगर उसने चुदवाया तो….अपनी मम्मी को भी….चुदाई मे इतना मज़ा मिलता है…पता नही था”
शिल्पा भी आनंद की चर्म सीमा पर थी. वो अपनी चूत सुरेश के लौडे पर ज़ोर ज़ोर से मार रही थी. फिर उसने एक हाथ नीचे ले जा कर उसके अंडकोष पकड़ लिया.” साले मम्मी को भी चोदेगा? पहले अपनी शिल्पा दीदी को तो चोद, मदेर्चोद! ज़ोर से चोद…..मिटा दे खुजली इस निगोडी चूत की…वाह मेरे भाई…हम तो घर मे लंड ना देख कर कितना तड़पे हैं….अब तो खुल चुके हैं…खूब पेलो मुझे…चोद लो अपनी बेहन को!” सुरेश तूफ्फानी स्पीड से चूत को चोद्ने लगा,” चोद तो रहा हूँ….और क्या मैं पूजा कर रहा हूँ..इस से पहले की मैं झाड़ जाऊ, दीदी तुम मेरे लंड पर चढ़ कर मुझे चोद लो….मेरे लंड की सवारी कर लो..मुझे नीचे लिटा कर चोदो मेरी प्यारी दीदी!”
शिल्पा की चूत से उसने लंड निकाल लिया और खुद बिस्तर पर लेट गया. शिल्पा दीदी का गदराया जिस्म देख कर उसकी वासना और भी बढ़ गयी. शिल्पा ने टाँगें चौड़ी कर के अपनी चूत को सुरेश के सुपाडे पर रख दिया और धीरे से दबाव डाला. इस बारी लंड आसानी से घुस गया. नाग देवता अपनी बिल का रास्ता पहचान चुके थे. शिल्पा ने अपना जिस्म लंड के ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया. उसकी भारी चुचि मस्ती मे नाचने लगी. सुरेश ने उसके चुतडो को थाम कर नीचे से चोद्ना शुरू कर दिया और सिर उठा कर चुचि को मूह मे ले लिया और चूसने लगा. चुदाई अपनी चर्म सीमा पर थी. शिल्पा एक कुतिया की तरह हाँफ रही थी. तभी सुरेश का लंड छूट पड़ा. अंडकोषों से रस लंड की तरफ उठने लगा. उसने धक्के नीचे से और भी तेज़ कर दिए,” उफफफ्फ़..दीदी मैं झाड़ रहा हूँ…मेरा लंड अपनी दीदी की चूत मे झाड़ रहा है…दीदी मुझे माफ़ कर दो मैं झाड़ा”
गरम लावे की धारा शिल्पा की चूत मे जा गिरी और वो और भी ज़ोर से उठक बैठक करने लगी. उसकी चूत से रस बहने लगा था लेकिन उसको कुच्छ और देर चाहिए थी झड़ने के लिए, कुच्छ और लंड की पिटाई होनी थी उसकी चूत की तब जा कर उसकी चूत की संतुष्टि होनी थी. लेकिन चर्म-सीमा से पहुँचने से पहले ही सुरेश का लंड ढीला पड़ गया. सुरेश का लंड अभी शिल्पा की चूत मे ही था और वो दोनो एक दूसरे से लिपटे हुए थे. सुरेश ने शिल्पा के नंगे जिस्म को चूमते हुए पूछा” दीदी, कैसा लगा, मेरा लंड? मुझे तो तेरी चूत बहुत पसंद आई” शिल्पा का मन हुआ कि कह दे कि तेरे लंड मे दम नहीं है, लेकिन फिर सोचा कि बेचारे का पहला टाइम है. कोई बात नहीं धीरे धीरे तज़ुर्बे से एक्सपर्ट बन जाएगा. शिल्पा ने उसके मुँह को चूमते हुए कहा,” अपनी दीदी की चूत की धज़ियाँ उड़ा कर पूछ रहे हो कि लंड कैसा था. बहुत दम है तेरे लंड मे, मेरे छ्होटे भाई. ऐसे ही चुदाई करेगा तो चॅंपियन बनेगा एक दिन. अब बस करो, नीता आती ही होगी और मुझे खिसक लेना चाहिए”
शिल्पा ने कपड़े पहने और जाने लगी,” शिल्पा दीदी अब कब?” शिल्पा हंस पड़ी,” जल्दी ही, सुरेश. अगर लंड को आराम ना मिले तो नीता पर हाथ साफ कर लेना”
क्रमशः……………………….
गतान्क से आगे………………
विनोद औंधे मुँह नीता के नंगे जिस्म पर गिर पड़ा और नीता चुप चाप उसके नीचे पड़ी रही. शिल्पा ने अपनी सलवार का नाडा बाँधा और अपने आप को संभालते हुए चुप चाप घर से बाहर चली गयी. वो अब सीधा नीता के घर की तरफ गयी.
शिल्पा के कदम नीता के घर की तरफ बढ़ने लगे और उसके मन मे बस एक ही बात आ रही थी. “अगर नीता मेरे भाई के लंड से मज़े ले सकती है तो क्या मैं सुरेश से नहीं चुदवा सकती?” नीता का भाई सुरेश बेशक अभी 16 साल का था, लेकिन काफ़ी ताकतवर था. कभी कभी तो शिल्पा को शक होता था कि सुरेश शिल्पा और नीता की कंपनी मे रहने का बहाना ढूढ़ता रहता है लेकिन कभी उसने कोई ऐसी वैसी हरकत ना की थी. औरत अगर मर्द को पटाने की सोच ले तो मर्द की क्या हिम्मत है कि वो ना कर दे.
जब शिल्पा अपनी सहेली के घर के नज़दीक पहुचि तो एक बार फिर उसने अपने मन को मज़बूत किया कि आज जो भी हो जाए अगर सुरेश घर पर हुआ तो उसको अपनी चूत का स्वाद चखा कर ही जाएगी. चाहे कुच्छ भी हो जाए! शिल्पा की किस्मत अच्छी थी कि सुरेश घर पर ही था. घर दोपहर के वक्त खाली ही होता है. नीता की मम्मी स्कूल मे टीचर है और शाम को 6 बजे वापिस आती है और पापा तो हफ्ते मे दो दिन ही घर आते हैं. सुरेश का रूम बंद था लेकिन कुच्छ दबी दबी आवाज़ आ रही थी. अंदर से सेक्सी आवाज़ें आ रही थी. शिल्पा को पूरा यकीन था कि अंदर ब्लू फिल्म चल रही है. तो सुरेश अकेले मे ब्लू फिल्म देख रहा है?शिल्पा ने धीरे से डोर खोला. डोर कीतरफ पीठ कर के सुरेश खड़ा था, बिल्कुल नंगा. उसके गोरे चुतड आगे पीच्छे हो रहे थे. सामने ब्लू फिल्म चल रही थी. सुरेश साला बेह्न्चोद ब्लू फिल्म देखते हुए मूठ मार रहा था.
“ये क्या हो रहा है, सुरेश? टीवी पर क्या चल रहा है?” शिल्पा ने सख़्त आवाज़ मे कहा तो सुरेश बेचारा घबरा कर मुड़ा. उसके हाथ मे उसका 7 इंच का लंड एकदम टाइट हो कर पकड़ा हुआ था.” कुच्छ नहीं शिल्पा दीदी. नीता दीदी घर पर नहीं है….आप यहाँ? सॉरी दीदी…घर पर कोई नहीं था तो मैने सोचा कि……नीता दीदी को मत बताना…प्लीज़” सुरेश के मुँह पर पसीना आ चुका था. शिल्पा मुस्कुराइ और आगे बढ़ कर सुरेश के कंधे पर हाथ रख कर बोली,” बहनचोड़ मुझे दीदी कहता है और मेरे सामने लंड निकाल कर मूठ मारते हुए शरम नहीं आती? अब सच बता किस को याद कर के ये सब कर रहा था?” कहते हुए शिल्पा आगे की तरफ झुकी जिस कारण उसकी चुचि का काफ़ी बड़ा भाग नंगा हो गया. सुरेश की नज़र उसकी गोरी चुचि से हट नहीं रही थी.
” नहीं दीदी, ऐसी बात नहीं है….ये तो मैं पहले से ही कर रहा था…आप एक दम सामने आ गयी..मैं अभी कपड़े पहन लेता हूँ” वो हड़बड़ा कर बोल रहा था. शिल्पा ने उसकी नंगी छाती पर हाथ फेरते हुए उसके लंड पर हाथ रख दिया. लंड किसी व्याकुल जानवर की तरह फड़फड़ा उठा.” सुरेश मैं किसी को नहीं कहूँगी कि तुम यहाँ क्या कर रहे थे. तुम मुझे बताओ कि मूठ मारते हुए मुझे याद कर रहे थे या नहीं? तुमको मैं कैसी लगती हूँ. सपने मे मुझे कभी चोदा है या नहीं?” शिल्पा ने महसूस किया कि उसका लंड और भी टाइट हो गया है.
“नहीं दीदी….ऐसा तो नहीं है…..मैने कभी….” शिल्पा ने उसके लंड को मसल्ते हुए कहा” बहन्चोद तेरी ज़ुबान कुच्छ कह रही है और ये लंड कुच्छ और. तेरा लंड तो मेरे हाथ मे और भी कड़ा हो गया है, साले ये तो मुझे चोद्ने को तड़प रहा है और तू कहता है कि तुमने कभी अपनी शिल्पा दीदी को चोद्ने के बारे नहीं सोचा? सच बता, मैं तुझे कैसी लगती हूँ? अगर तेरा जवाब ठीक हुआ तो तुझे चूत मिल सकती है” सुरेश की समझ मे कुच्छ नहीं आ रहा था.” दीदी, आप तो बस पटाखा हो! आप बहुत सेक्सी हो…सच मे मैं आपको नंगा देखने के सपने देखता रहता हूँ…अभी भी मैं आपकी कल्पना मे मूठ मार रहा था. आप तो नीता दीदी से भी सेक्सी हो!” शिल्पा सारी बात समझ कर मुस्कुराइ,” तो साले नीता को भी कल्पना मे नंगा देखता है तू? उसको कभी नंगा देखा है क्या?” सुरेश ने गर्दन झुका कर कहा” हाँ दीदी. नीता दीदी को नहाते हुए देखा करता हूँ मैं बाथरूम मे. मैं क्या करूँ? औरत का जिस्म मुझे बेकाबू कर देता है वो चाहे मेरी दीदी का ही क्यो ना हो. मैं उसको चोद्ने के लिया पागल हो जाता हूँ”
“अच्छा बेटा, तो तू चोद्ने के लिए पागल हो जाता है? कितनी को चोद चुके हो, बेह्न्चोद?”शिल्पा को यकीन हो गया था कि आज सुरेश से चुदवा लेगी.”दीदी अभी तक किसी को असलियत मे नहीं चोदा. बस कल्पना मे ही.” सुरेश ने कहा. शिल्पा ने अपना हाथ उसके मस्त लंड के ऊपर नीचे करते हुए कहा” मुझे चोदोगे? अपनी शिल्पा दीदी की चूत चोदोगे? मुझे स्पर्श तो करो, मेरे भाई!” सुरेश का हाथ काँप रहा था जब उसने शिल्पा के सीने के उभार पर हाथ रखा. हाथ रखते ही उसकी चुचि मे आग लग गयी और उसने सुरेश के लंड को ज़ोर से थाम लिया और उसके निपल को चूसने लगी. सुरेश का तो सपना सच हो गया था.
सुरेश के हाथ शिल्पा की चुचि को मसल्ने लगे और दोनो वासना की दुनिया मे उतरते चले गये.”दीदी अपनी कमीज़ उतार दो और मुझे अपने उरोज़ देख लेने दो” वो बोल उठा तो शिल्पा ने उसको कहा”बहन्चोद, अपनी शिल्पा दीदी को चोद्ने वाले हो तो कमीज़ भी उतार लो ना, रोका किसने है?मुझे अपनी तरह नंगा कर दो सुरेश. अगर शिल्पा दीदी को खुश कर दिया तो नीता दीदी की चूत भी दिलवा दूँगी तुझे. मुझे नंगी कर दो भाई”
सुरेश ने आव देखा ना ताव और उसके कपड़े उतारने लगा. कमीज़ उतरते ही उसके सामने शिल्पा दीदी का तराशा हुआ जिस्म नंगा हो गया. उसके सीने का उठान ब्रा मे ग़ज़ब ढा रहा था, गोरी चुचि पर ब्राउन चुचक, सपाट पेट और पतली कमर देख कर उसका लंड उठक बैठक करने लगा. सुरेश ने पहले ब्रा के हुक खोले और फिर सलवार का नाडा खोला. वाह! पैंटी मे धकि हुई चूत किसी को पागल बना सकती थी. उसके चुतडो का उभार देखने लायक था. सुरेश ने उसके चुतडो पर हाथ फेरा और पैंटी को नीचे सरका दिया. शिल्पा ने मदहोशी मे सुरेश को गले लगा लिया और उसके होंठों पर अपने तपते हुए होंठ रख दिए. दोनो मादरजात नंगे हो कर एक दूसरे से चिपक कर एक दूसरे मे समा जाने की कोशिश करने लगे.
सुरेश का लंड अपनी शिल्पा दीदी की चूत के मुँह पर ठोकर मार रहा था और शिल्पा के निपल उसके सीने मे धँस रहे थे. वासना का तूफान उठ चुका था. सुरेश ने उसकी चुचि को दबा कर अपने होंठ चुचक पर रख दिए और चूमने लगा. सुरेश के होंठ और ज़ुबान को अपने निपल पर महसूस करते ही शिल्पा भड़क उठी और अपने हाथ को चूत पर ले जा कर मसल्ने लगी. चूत से रस की जो बरसात थोड़ी देर पहले बंद हुई थी, फिर से बरसने लगी.” सुरेश, जल्दी करो….मुझे बिस्तर पर ले चलो…मेरी प्यासी चूत को ठंडी कर दो…मैं जल रही हूँ..वासना मुझे जला रही है….अपना लंड मेरी प्यासी चूत मे डाल कर मुझे तृप्त कर दो मेरे भाई” सुरेश ने अपनी बालिश्ट बाज़ू मे अपनी प्यारी शिल्पा दीदी को उठाया और अपने मम्मी डॅडी के डबल बेड पर लिटा दिया.
दोनो गुथम गुत्था हो कर एक दूसरे के जिस्म को चूमने और चाटने लगे. साँसों का तूफान मचल रहा था और फिर अचानक शिल्पा के ऊपर चढ़ कर अपना लंड उसकी चूत पर रख कर सुरेश ने धक्का मार दिया, “उ…सुरेश, बेह्न्चोद बता तो देता कि पेलने लगे हो…मुझे बहुत दर्द हुआ है…आराम सेमेरे भाई..तेरी दीदी भी पहली बार चुद रही है…बेह्न्चोद कोई रंडी नहीं हूँ जो पेलते ही जा रहा है…कितना मोटा है तेरा…!” शिल्पा चीख ही पड़ी, लेकिन सुरेश रुका नहीं. सुरेश के कुंवारे लंड को शिल्पा दीदी की टाइट चूत नसीब हो गयी थी अब रुकने का काम ही क्या था. उसने शिल्पा दीदी के निपल को हाथों से मसलना शुरू कर दिया और उसकी गर्दन को चूमने शुरू कर दिया. चूत चाहे चिकनी थी फिर भी टाइट इतनी थी कि लंड का अंदर जाना मुश्किल हो रहा था.” चुप साली, चुप हो जा…चोद्ने दे मुहे अपनी प्यारी शिल्पा दीदी की चूत..कब से सपने मे चोद रहा हूँ…आज असल मे चोद लेने दो और अपने सुरेश भैया का लंड ले ले अपनी चूत मे” सुरेश फुन्कार उठा.
“बहन्चोद, अपनी दीदी का दूध पी ले….मेरी चुचि चूस मदेर्चोद…अपनी मम्मी के बेड पर अपनी बेहन को चोद रहे हो साले इसी बेड पर तेरे डॅडी तेरी मम्मी को चोद्ते हैं, साले चोद अपनी दीदी को!!” शिल्पा ने भी उसको उत्तेजित करने के लिए बोलना शुरू कर दिया. असल मे चूत रस के कारण अब लंड आसानी से चूत मे परविष्ट होने लगा था और दोनो को खूब मज़ा आ रहा था.” मम्मी को भी तो मज़ा आता ही होगा डॅडी के लंड से…तू भी ले ले मज़े मेरी प्यारी शिल्पा दीदी. ला मैं तेरा दूध पी लेता हूँ अगर मेरी दीदी को ये ही पसंद है…मम्मी का दूध तो पी चुका हूँ अब दीदी का भी पी लेता हूँ!!”
शिल्पा की नज़र के सामने अपने विनोद भाई का लंड घूम रहा था और अपनी सहेली की चुदाई का सीन एक बार फिर से उभर आया. उसने अपनी चुचि उठा कर सुरेश के मूह मे दे दी और वो प्यार से उसको चूसने लगा. शिल्पा मस्ती से भर गयी और चुतड उठा कर चुदने लगी.” वाह मेरे भाई..खूब चूस मेरी चुचि…चाट ले मेरी चुचि….चोद ले मेरी चूत..आआ…ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊ…बहुत मस्त है तेरा लोड्ा…..अपनी नीता दीदी को भी चोदेगा क्या?” सुरेश मस्ती मे चुचि चूस्ता रहा और फिर चुदाई की स्पीड बढ़ाता हुआ बोला”हां दीदी…नीता को भी चोदुन्गा..अगर उसने चुदवाया तो….अपनी मम्मी को भी….चुदाई मे इतना मज़ा मिलता है…पता नही था”
शिल्पा भी आनंद की चर्म सीमा पर थी. वो अपनी चूत सुरेश के लौडे पर ज़ोर ज़ोर से मार रही थी. फिर उसने एक हाथ नीचे ले जा कर उसके अंडकोष पकड़ लिया.” साले मम्मी को भी चोदेगा? पहले अपनी शिल्पा दीदी को तो चोद, मदेर्चोद! ज़ोर से चोद…..मिटा दे खुजली इस निगोडी चूत की…वाह मेरे भाई…हम तो घर मे लंड ना देख कर कितना तड़पे हैं….अब तो खुल चुके हैं…खूब पेलो मुझे…चोद लो अपनी बेहन को!” सुरेश तूफ्फानी स्पीड से चूत को चोद्ने लगा,” चोद तो रहा हूँ….और क्या मैं पूजा कर रहा हूँ..इस से पहले की मैं झाड़ जाऊ, दीदी तुम मेरे लंड पर चढ़ कर मुझे चोद लो….मेरे लंड की सवारी कर लो..मुझे नीचे लिटा कर चोदो मेरी प्यारी दीदी!”
शिल्पा की चूत से उसने लंड निकाल लिया और खुद बिस्तर पर लेट गया. शिल्पा दीदी का गदराया जिस्म देख कर उसकी वासना और भी बढ़ गयी. शिल्पा ने टाँगें चौड़ी कर के अपनी चूत को सुरेश के सुपाडे पर रख दिया और धीरे से दबाव डाला. इस बारी लंड आसानी से घुस गया. नाग देवता अपनी बिल का रास्ता पहचान चुके थे. शिल्पा ने अपना जिस्म लंड के ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया. उसकी भारी चुचि मस्ती मे नाचने लगी. सुरेश ने उसके चुतडो को थाम कर नीचे से चोद्ना शुरू कर दिया और सिर उठा कर चुचि को मूह मे ले लिया और चूसने लगा. चुदाई अपनी चर्म सीमा पर थी. शिल्पा एक कुतिया की तरह हाँफ रही थी. तभी सुरेश का लंड छूट पड़ा. अंडकोषों से रस लंड की तरफ उठने लगा. उसने धक्के नीचे से और भी तेज़ कर दिए,” उफफफ्फ़..दीदी मैं झाड़ रहा हूँ…मेरा लंड अपनी दीदी की चूत मे झाड़ रहा है…दीदी मुझे माफ़ कर दो मैं झाड़ा”
गरम लावे की धारा शिल्पा की चूत मे जा गिरी और वो और भी ज़ोर से उठक बैठक करने लगी. उसकी चूत से रस बहने लगा था लेकिन उसको कुच्छ और देर चाहिए थी झड़ने के लिए, कुच्छ और लंड की पिटाई होनी थी उसकी चूत की तब जा कर उसकी चूत की संतुष्टि होनी थी. लेकिन चर्म-सीमा से पहुँचने से पहले ही सुरेश का लंड ढीला पड़ गया. सुरेश का लंड अभी शिल्पा की चूत मे ही था और वो दोनो एक दूसरे से लिपटे हुए थे. सुरेश ने शिल्पा के नंगे जिस्म को चूमते हुए पूछा” दीदी, कैसा लगा, मेरा लंड? मुझे तो तेरी चूत बहुत पसंद आई” शिल्पा का मन हुआ कि कह दे कि तेरे लंड मे दम नहीं है, लेकिन फिर सोचा कि बेचारे का पहला टाइम है. कोई बात नहीं धीरे धीरे तज़ुर्बे से एक्सपर्ट बन जाएगा. शिल्पा ने उसके मुँह को चूमते हुए कहा,” अपनी दीदी की चूत की धज़ियाँ उड़ा कर पूछ रहे हो कि लंड कैसा था. बहुत दम है तेरे लंड मे, मेरे छ्होटे भाई. ऐसे ही चुदाई करेगा तो चॅंपियन बनेगा एक दिन. अब बस करो, नीता आती ही होगी और मुझे खिसक लेना चाहिए”
शिल्पा ने कपड़े पहने और जाने लगी,” शिल्पा दीदी अब कब?” शिल्पा हंस पड़ी,” जल्दी ही, सुरेश. अगर लंड को आराम ना मिले तो नीता पर हाथ साफ कर लेना”
क्रमशः……………………….