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- Dec 5, 2013
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राज- मेमसाहब मेरा उसके साथ कुछ भी नहीं है।
नेहा- झठ मत बोलो। मैंने अपनी आँखों से देखा है सब कुछ।
राज- क्या सबकुछ देखा है मेमसाहब?
नेहा- मुझे नहीं बताना।
राज- ऐसा क्यों करती हो मेमसाहब? अब बता भी दो क्या देखा?
नेहा- मैंने कहा ना मुझे नहीं बताना।
राज खुश था क्योंकी नेहा को जलन हो रहीं भी मोटा से, वो भी किसके लिए? उसी के लिए शोड़ी देर तक दोनों बात नहीं करते। ट्राफिक हटने का नाम ही नहीं ले रहा था। नेहा परेशान थी। उसे जल्दी से घर जाना था।
वो ऐसे में बीच सड़क में फंसे रहना नहीं चाहती थी।
नेहा- और कितनी देर लगेगी। आधा घंटा हो गया। यहीं पर हैं हम।
राज कुछ जवाब नहीं देता।
नेहा- ओ हेलो तुमसे बात कर रही हूँ।
राज. मेमसाहब अब क्या बताएं ये ट्रैफिक इतने जल्दी नहीं हटने वाला। लगता है आगे कुछ हुआ है।
नेहा- तो अन?
राज. वैसे मुझे एक शार्ट कट रास्ता पता है, लेकिन वो घोड़ा कच्चा रास्ता है, और जंगल से होकर गुजरता है।
नेहा- नहीं नहीं मुझे नहीं जाना ऐसे सूनसान रास्ते से।
राज. तो मेमसाहब ऐसे ही किये ट्रैफिक हटने तक।
नेहा चुप हो जाती है। नेहा को ऐसा यहां फैसे रहना ठीक नहीं लग रहा था| नेहा अब यही बिल्कुल सकला नहीं चाहती थी। नेहा बोली- "ठीक है। उसी रास्ते से चली लेकिन जल्दी.."
राज के चेहरे पर एक शैतानी स्माइल थी। उसके दिमाग में कुछ तो चल रहा था। राज बोला- "जी मेमसाहब में भी तो वहीं बोल रहा था..." फिर राज रिवर्स लेकर पास ही से एक कच्चे रास्ते से कार चला देता हैं। रास्ता काफी सनसाज लग रहा था, और रोड भी कुछ खास नहीं था। राज अब कुछ सोचता है।
राज- "मेमसाहब। वो जो मीरा है ना। अच्छी है ना? मतलब दिखने में?
नेहा को इस बात पर गुस्सा आता है- "मुझसे क्यों पूछ रहे हो? और मुझे नहीं पता वो कैसी है?"
नेहा मन में एकदम बेशर्म हैं वो मीरा..."
राज- मुझे लगा आपको पता होगा मेमसाहब।
नेहा- बोला ना मुझे नहीं पता।
राज- बताइए ना मेमसाहब। अच्छी दिखती है ना?
नेहा- "बेशर्म कहाँ के मुझे क्यों पूछ रहे हो? मुझे नहीं पता वो बेशर्म मीरा कैसी दिखती है?" और नेहा गुस्से में
अपनी जेलेसी राज को दिखा रही थी।
राज नेहा की बात सुनकर खुश हो जाता है। उसे पता था उसका प्लान कामयाब हो रहा है।
राज- मेमसाहब प्लीज़... मीरा को कुछ बुरा मत बोलिए।
नेहा मन में. "कमीना कहीं का। उस बेशर्म मीरा को बुरा कहा तो इसको बुरा लगता है। बूदा खूसट कहीं का.."
नेहा- "मुझे कोई शौक नहीं हैं उसको बुरा बोलने का..." इतना बोलकर वो दूसरी तरफ देखने लगती है।
राज- पता है मेमसाहब मैं अब मेरी दूसरी शादी करूँगा तो मोरा जैसी लड़की से ही करूँगा।
नेहा मन में "बुड्ढे की उमर हो गई है फिर भी अरमान बहुत सारे हैं। शादी करना है."
नेहा- मुझे क्यों बोल रहे हो? जाकर उस मीरा को ही बोलो ना।
राज. मैंने सोचा एक बार आपको बता दूं!
नेहा- कोई जररत नहीं है बताने की।
फिर दोनों चुप हो जाते हैं। कार इस वक्त काफी सनसान सड़क से गुजर रही थी। तभी अचानक कार को दो तीन झटके लगकर रुक जाती है।
नेहा- क्या हो गया?
राज- "रुको मेमसाहब अभी देखता है..' बोलकर वो कार से उतर जाता है और बानेट खोलकर देखने लगता है।
राज देखता है की सिर्फ एक केबल खराब हो गया आ जो आसानी से लगाया जा सकता है लेकिन राज के दिमाग में कुछ चल रहा था। वो अब पीछे जाकर- "मेमसाहब कार को ठीक होने में शायद कुछ टाइम लग जाएगा..."
नेहा- वो गोड... क्या मुसीवत है? जल्द ठीक करो उसे।
नेहा- झठ मत बोलो। मैंने अपनी आँखों से देखा है सब कुछ।
राज- क्या सबकुछ देखा है मेमसाहब?
नेहा- मुझे नहीं बताना।
राज- ऐसा क्यों करती हो मेमसाहब? अब बता भी दो क्या देखा?
नेहा- मैंने कहा ना मुझे नहीं बताना।
राज खुश था क्योंकी नेहा को जलन हो रहीं भी मोटा से, वो भी किसके लिए? उसी के लिए शोड़ी देर तक दोनों बात नहीं करते। ट्राफिक हटने का नाम ही नहीं ले रहा था। नेहा परेशान थी। उसे जल्दी से घर जाना था।
वो ऐसे में बीच सड़क में फंसे रहना नहीं चाहती थी।
नेहा- और कितनी देर लगेगी। आधा घंटा हो गया। यहीं पर हैं हम।
राज कुछ जवाब नहीं देता।
नेहा- ओ हेलो तुमसे बात कर रही हूँ।
राज. मेमसाहब अब क्या बताएं ये ट्रैफिक इतने जल्दी नहीं हटने वाला। लगता है आगे कुछ हुआ है।
नेहा- तो अन?
राज. वैसे मुझे एक शार्ट कट रास्ता पता है, लेकिन वो घोड़ा कच्चा रास्ता है, और जंगल से होकर गुजरता है।
नेहा- नहीं नहीं मुझे नहीं जाना ऐसे सूनसान रास्ते से।
राज. तो मेमसाहब ऐसे ही किये ट्रैफिक हटने तक।
नेहा चुप हो जाती है। नेहा को ऐसा यहां फैसे रहना ठीक नहीं लग रहा था| नेहा अब यही बिल्कुल सकला नहीं चाहती थी। नेहा बोली- "ठीक है। उसी रास्ते से चली लेकिन जल्दी.."
राज के चेहरे पर एक शैतानी स्माइल थी। उसके दिमाग में कुछ तो चल रहा था। राज बोला- "जी मेमसाहब में भी तो वहीं बोल रहा था..." फिर राज रिवर्स लेकर पास ही से एक कच्चे रास्ते से कार चला देता हैं। रास्ता काफी सनसाज लग रहा था, और रोड भी कुछ खास नहीं था। राज अब कुछ सोचता है।
राज- "मेमसाहब। वो जो मीरा है ना। अच्छी है ना? मतलब दिखने में?
नेहा को इस बात पर गुस्सा आता है- "मुझसे क्यों पूछ रहे हो? और मुझे नहीं पता वो कैसी है?"
नेहा मन में एकदम बेशर्म हैं वो मीरा..."
राज- मुझे लगा आपको पता होगा मेमसाहब।
नेहा- बोला ना मुझे नहीं पता।
राज- बताइए ना मेमसाहब। अच्छी दिखती है ना?
नेहा- "बेशर्म कहाँ के मुझे क्यों पूछ रहे हो? मुझे नहीं पता वो बेशर्म मीरा कैसी दिखती है?" और नेहा गुस्से में
अपनी जेलेसी राज को दिखा रही थी।
राज नेहा की बात सुनकर खुश हो जाता है। उसे पता था उसका प्लान कामयाब हो रहा है।
राज- मेमसाहब प्लीज़... मीरा को कुछ बुरा मत बोलिए।
नेहा मन में. "कमीना कहीं का। उस बेशर्म मीरा को बुरा कहा तो इसको बुरा लगता है। बूदा खूसट कहीं का.."
नेहा- "मुझे कोई शौक नहीं हैं उसको बुरा बोलने का..." इतना बोलकर वो दूसरी तरफ देखने लगती है।
राज- पता है मेमसाहब मैं अब मेरी दूसरी शादी करूँगा तो मोरा जैसी लड़की से ही करूँगा।
नेहा मन में "बुड्ढे की उमर हो गई है फिर भी अरमान बहुत सारे हैं। शादी करना है."
नेहा- मुझे क्यों बोल रहे हो? जाकर उस मीरा को ही बोलो ना।
राज. मैंने सोचा एक बार आपको बता दूं!
नेहा- कोई जररत नहीं है बताने की।
फिर दोनों चुप हो जाते हैं। कार इस वक्त काफी सनसान सड़क से गुजर रही थी। तभी अचानक कार को दो तीन झटके लगकर रुक जाती है।
नेहा- क्या हो गया?
राज- "रुको मेमसाहब अभी देखता है..' बोलकर वो कार से उतर जाता है और बानेट खोलकर देखने लगता है।
राज देखता है की सिर्फ एक केबल खराब हो गया आ जो आसानी से लगाया जा सकता है लेकिन राज के दिमाग में कुछ चल रहा था। वो अब पीछे जाकर- "मेमसाहब कार को ठीक होने में शायद कुछ टाइम लग जाएगा..."
नेहा- वो गोड... क्या मुसीवत है? जल्द ठीक करो उसे।