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- Dec 5, 2013
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इस पोजीशन में राज नेहा को 10 मिनट चोदता है। अब राज सक कर नेहा को डागी स देता है, और उसके पीछे जाकर अपना लण्ड उसकी चूत पर सेट करता है और एक धक्का मारता है।
नेहा- "अहह.."
राज इस बार रुके बिना धक्के लगाने लगता है। इस बार नेहा को भी दर्द नहीं हो रहा था।
नेहा- अहह... उम्म्म्म... हाय ओम्म्म ."
सामने से व्यू मस्त था। नेहा की चूचियां लटकी हुई इधर-उधर मचल रही थी राज के हर धक्के के साथ।
राज- क्या चूत है तेरी अहह... मजा आ जाता हैं मारने में।
नेहा आगे से बेड शीट को पकड़े हुई थी। उसकी जुल्फें धक्कों के साथ इधर-उधर हो रही औं, उसके खूबसूरत चेहया । बहुत ही सेक्सी लग रही थी उस वक्त नेहा। राज नेहा की गाण्ड को दबा रहा था उसको चोदते हुए।
नेहा- "अहह... अहह... हाय अहह.. हाय आहह.."
ऐसे ही 5 मिनट चोदने के बाद राज नेहा की पीठ के ऊपर निटाल होकर गिर जाता है। थोड़ी देर बाद वो बेड में लेट जाता है और नेहा को खुद के ऊपर खींच लेता है। नेहा के दोनों पैर राज की कमर के इधर-उधर थे। अब राज नेहा की आँखों में देखते हुए पीछे से अपना लौड़ा पकड़कर नेहा की गाण्ड के छेद पर सेट करता है।
नेहा अपनी गाण्ड के छेद पर लण्ड के अहसास से डर जाती है, और कहती है- "क्या कर रहे हो?"
राज- जानेमन आज तेरी गाण्ड मारना चाहता हूँ।
नेहा- छी... कमीने कहीं के। मुझे नहीं करवाना वहाँ।
राज- करने दे मेरी जान। तुझे बहुत मजा आएगा।
नेहा- नहीं नहीं बहुत दर्द होगा। तुम्हारा वो बहुत बड़ा है।
राज- क्या बड़ा है मेरी जान?
नेहा शर्माती हैं, और कहती हैं- "मुझे नहीं पता."
राज- बता ना मेरी जान।
नेहा- वो.. वो... लण्ड.."
राज- लण्ड क्या?
नेहा- वो तुम्हारा लण्ड कहुत बड़ा है।
राज- एक बार ले ले मेरी जान। तुझे मजा आएगा।
नेहा- नहीं नहीं मुझे बहुत दर्द होगा।
राज- "कुछ नहीं होगा। एक बार ले ले." औं ऐसा बोलकर राज नेहा की गाण्ड पर अपने लौड़े से भीड़ा दबाव डालता है नीचे से।
नेहा- प्लीज़... राज मत करो। मैं मर जाऊँगी।
राज- क्यों ऐसी बातें कर रही है मेरी बुलबुल। कुछ नहीं होगा तुझे।
नेहा- नहीं तुम बस मत करो।
राज- क्यों फिकर करती है मेरी जान। तेरी गाण्ड का खयाल मेरा लण्ड रखेगा।
नेहा राज की पकड़ से निकलने की कोशिश करती हैं। लेकिन राज उसे छोड़ने वाला नहीं था। अब राज अपना बड़ा काला लण्ड नेहा की गाण्ड में घुसाने लगता है। नेहा की गाण्ड उसके पति ने भी नहीं मारी थी। ऐसे में नेहा को दर्द होना लाजमी था। लण्ड के दबाव से ही नेहा को दर्द होने लगा था।
नेहा- "अहह... राज मुझसे नहीं होगा प्लाज़्ज़.."
राज थोड़ा और दबाव डालता है। इस बार उसके लण्ड की टोपी अंदर घुस जाती है। उससे ही नेहा को बहुत तेज दर्द होता है।
नेहा- आह्ह... मर गई दर्द हो रहा है।
राज अब थोड़ा रुकता है। राज नेहा की सामने लटकी हुई चूचियों को एक बार चूमता है। नेहा के चेहरे पर दर्द का अहसास था। उसे पशीला आया हुआ था। नेहा एक बार राज को देखती है।
नेहा- प्लीज.. राज नहीं।
राज- जानेमन थोड़ा दर्द सह ले।
नेहा चुप रहती है अब्बा
राज अब नीचे से एक धक्का लगता है, तो उसका लौड़ा औड़ा अंदर जाता है।
नेहा- "अहह.. राज उम्म्म... नेहा को बहुत दर्द हो रहा था। उसकी गाण्ड जैसे कोई चौर रहा हो "आहह ... राज प्लीज... अहह.."
राज एक बार रुक कर एक जोरदार धक्का लगाता हैं। इस बार राज का बड़ा काला लण्ड आधे से ज्यादा अंदर चला जाता हैं नेहा की गाण्ड में।
नेहा- "अहह... मम्मी
मर गईई अहह.."
राज अब रुकता है। वैसे ही नेहा की गाण्ड में अपना काला बड़ा लौड़ा डाले रहा
नेहा राज से चिपक जाती है। उसकी चूचियां राज की छाती से दबी हुई थी, और उसकी गाण्ड में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था।
राज- शांत हो जा मेरी जान। बस हो गया। अब फिकर मत कर। मेरा लण्ड तेरी गाण्ड में जा चुका है।
नेहा- आह्ह... राज प्लीज़... निकालो इसे। में मर जाऊँगी.. और नेहा की आँखों से आँसू निकल रहे थे।
राज ने नेहा के चेहरे को पकड़ कर कहा- "कुछ नहीं होगा मेरी जान... अस बोड़ी देर और। फिर तू एंजाय करेंगी।
और में मेरी गर्लफ्रेंड को कुछ भी नहीं होने दूंगा.."
नेहा- मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बोलते हो, और मुझे इतना दर्द दे रहे हो... मालूम है तुमको कितना दर्द होता है?"
राज- "मैंने कहा जा थोड़ी देर मेरी जान... और नेहा को अब थोड़ा शांत देखकर राज नीचे से अपना लण्ड बाहर निकालकर फिर से धक्का लगाता है।
नेहा- अहह... मेरी गाण्ड... क्यों मारने पर तुले हुए हो मुझे?
" कहकर राज धीरे-धीरे अपना लौड़ा नेहा
राज- "तझे तो नहीं लेकिन तेरी गाण्ड जरूर मारने पर तुला है।
नेहा की गाण्ड में अंदर-बाहर करने लगता है।
नेहा- "अहह.."
राज- "वैसे मेरी जान... ऐसा लगता है की तेरी गाण्ड तेरे पति ने नहीं मारी। बोल?"
नेहा कुछ नहीं बोलती।
राज- "बोल." ऐसा कहते हुए वो एक जोर से धक्का लगाता है।
नेहा- "हाय नहींईई.."
राज- "वही तो.. किसी काम का नहीं है तेरा पति। मेरे लिए अच्छा है की तेरी कुँवारी गाण्ड मुझे मिल गई."
नेहा- देखो तुम मेरे पति के बारे में कुछ मत बोलो.."
राज ऐसा बोलने पर जोर से दो-तीन धक्के लगाता है।
नेहा- "हाय मर गई धीरे
आहह.. अहह.."
राज- पति के बारे में कुछ बुरा नहीं सुन सकती, लेकिन अपने बायफ्रेंड को नाराज़ कर सकती है हाँ ?" और जोर-जोर से नेहा की गाण्ड मेंरने लगता है- टप-टप टप-टप टप टप।
नेहा- "आहह... राज रुको अहह... दर्द हो रहा है अहह.."
लेकिन राज धक्के लगाए जा रहा था।
नेहा- "अहह.."
राज इस बार रुके बिना धक्के लगाने लगता है। इस बार नेहा को भी दर्द नहीं हो रहा था।
नेहा- अहह... उम्म्म्म... हाय ओम्म्म ."
सामने से व्यू मस्त था। नेहा की चूचियां लटकी हुई इधर-उधर मचल रही थी राज के हर धक्के के साथ।
राज- क्या चूत है तेरी अहह... मजा आ जाता हैं मारने में।
नेहा आगे से बेड शीट को पकड़े हुई थी। उसकी जुल्फें धक्कों के साथ इधर-उधर हो रही औं, उसके खूबसूरत चेहया । बहुत ही सेक्सी लग रही थी उस वक्त नेहा। राज नेहा की गाण्ड को दबा रहा था उसको चोदते हुए।
नेहा- "अहह... अहह... हाय अहह.. हाय आहह.."
ऐसे ही 5 मिनट चोदने के बाद राज नेहा की पीठ के ऊपर निटाल होकर गिर जाता है। थोड़ी देर बाद वो बेड में लेट जाता है और नेहा को खुद के ऊपर खींच लेता है। नेहा के दोनों पैर राज की कमर के इधर-उधर थे। अब राज नेहा की आँखों में देखते हुए पीछे से अपना लौड़ा पकड़कर नेहा की गाण्ड के छेद पर सेट करता है।
नेहा अपनी गाण्ड के छेद पर लण्ड के अहसास से डर जाती है, और कहती है- "क्या कर रहे हो?"
राज- जानेमन आज तेरी गाण्ड मारना चाहता हूँ।
नेहा- छी... कमीने कहीं के। मुझे नहीं करवाना वहाँ।
राज- करने दे मेरी जान। तुझे बहुत मजा आएगा।
नेहा- नहीं नहीं बहुत दर्द होगा। तुम्हारा वो बहुत बड़ा है।
राज- क्या बड़ा है मेरी जान?
नेहा शर्माती हैं, और कहती हैं- "मुझे नहीं पता."
राज- बता ना मेरी जान।
नेहा- वो.. वो... लण्ड.."
राज- लण्ड क्या?
नेहा- वो तुम्हारा लण्ड कहुत बड़ा है।
राज- एक बार ले ले मेरी जान। तुझे मजा आएगा।
नेहा- नहीं नहीं मुझे बहुत दर्द होगा।
राज- "कुछ नहीं होगा। एक बार ले ले." औं ऐसा बोलकर राज नेहा की गाण्ड पर अपने लौड़े से भीड़ा दबाव डालता है नीचे से।
नेहा- प्लीज़... राज मत करो। मैं मर जाऊँगी।
राज- क्यों ऐसी बातें कर रही है मेरी बुलबुल। कुछ नहीं होगा तुझे।
नेहा- नहीं तुम बस मत करो।
राज- क्यों फिकर करती है मेरी जान। तेरी गाण्ड का खयाल मेरा लण्ड रखेगा।
नेहा राज की पकड़ से निकलने की कोशिश करती हैं। लेकिन राज उसे छोड़ने वाला नहीं था। अब राज अपना बड़ा काला लण्ड नेहा की गाण्ड में घुसाने लगता है। नेहा की गाण्ड उसके पति ने भी नहीं मारी थी। ऐसे में नेहा को दर्द होना लाजमी था। लण्ड के दबाव से ही नेहा को दर्द होने लगा था।
नेहा- "अहह... राज मुझसे नहीं होगा प्लाज़्ज़.."
राज थोड़ा और दबाव डालता है। इस बार उसके लण्ड की टोपी अंदर घुस जाती है। उससे ही नेहा को बहुत तेज दर्द होता है।
नेहा- आह्ह... मर गई दर्द हो रहा है।
राज अब थोड़ा रुकता है। राज नेहा की सामने लटकी हुई चूचियों को एक बार चूमता है। नेहा के चेहरे पर दर्द का अहसास था। उसे पशीला आया हुआ था। नेहा एक बार राज को देखती है।
नेहा- प्लीज.. राज नहीं।
राज- जानेमन थोड़ा दर्द सह ले।
नेहा चुप रहती है अब्बा
राज अब नीचे से एक धक्का लगता है, तो उसका लौड़ा औड़ा अंदर जाता है।
नेहा- "अहह.. राज उम्म्म... नेहा को बहुत दर्द हो रहा था। उसकी गाण्ड जैसे कोई चौर रहा हो "आहह ... राज प्लीज... अहह.."
राज एक बार रुक कर एक जोरदार धक्का लगाता हैं। इस बार राज का बड़ा काला लण्ड आधे से ज्यादा अंदर चला जाता हैं नेहा की गाण्ड में।
नेहा- "अहह... मम्मी
मर गईई अहह.."
राज अब रुकता है। वैसे ही नेहा की गाण्ड में अपना काला बड़ा लौड़ा डाले रहा
नेहा राज से चिपक जाती है। उसकी चूचियां राज की छाती से दबी हुई थी, और उसकी गाण्ड में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था।
राज- शांत हो जा मेरी जान। बस हो गया। अब फिकर मत कर। मेरा लण्ड तेरी गाण्ड में जा चुका है।
नेहा- आह्ह... राज प्लीज़... निकालो इसे। में मर जाऊँगी.. और नेहा की आँखों से आँसू निकल रहे थे।
राज ने नेहा के चेहरे को पकड़ कर कहा- "कुछ नहीं होगा मेरी जान... अस बोड़ी देर और। फिर तू एंजाय करेंगी।
और में मेरी गर्लफ्रेंड को कुछ भी नहीं होने दूंगा.."
नेहा- मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बोलते हो, और मुझे इतना दर्द दे रहे हो... मालूम है तुमको कितना दर्द होता है?"
राज- "मैंने कहा जा थोड़ी देर मेरी जान... और नेहा को अब थोड़ा शांत देखकर राज नीचे से अपना लण्ड बाहर निकालकर फिर से धक्का लगाता है।
नेहा- अहह... मेरी गाण्ड... क्यों मारने पर तुले हुए हो मुझे?
" कहकर राज धीरे-धीरे अपना लौड़ा नेहा
राज- "तझे तो नहीं लेकिन तेरी गाण्ड जरूर मारने पर तुला है।
नेहा की गाण्ड में अंदर-बाहर करने लगता है।
नेहा- "अहह.."
राज- "वैसे मेरी जान... ऐसा लगता है की तेरी गाण्ड तेरे पति ने नहीं मारी। बोल?"
नेहा कुछ नहीं बोलती।
राज- "बोल." ऐसा कहते हुए वो एक जोर से धक्का लगाता है।
नेहा- "हाय नहींईई.."
राज- "वही तो.. किसी काम का नहीं है तेरा पति। मेरे लिए अच्छा है की तेरी कुँवारी गाण्ड मुझे मिल गई."
नेहा- देखो तुम मेरे पति के बारे में कुछ मत बोलो.."
राज ऐसा बोलने पर जोर से दो-तीन धक्के लगाता है।
नेहा- "हाय मर गई धीरे
आहह.. अहह.."
राज- पति के बारे में कुछ बुरा नहीं सुन सकती, लेकिन अपने बायफ्रेंड को नाराज़ कर सकती है हाँ ?" और जोर-जोर से नेहा की गाण्ड मेंरने लगता है- टप-टप टप-टप टप टप।
नेहा- "आहह... राज रुको अहह... दर्द हो रहा है अहह.."
लेकिन राज धक्के लगाए जा रहा था।