Indian Sex Story बदसूरत - SexBaba
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hotaks444

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बदसूरत


सभी पाठको को मेरा प्रणाम....दोस्तों मैं अपनी पहली स्टोरी लिखने जा रहा हु....आशा करता हु की सबको पसंद आये.....आपकी राय की प्रतीक्षा करूँगा।


बदसूरत ये एक ऐसा वर्ड है जो किसीके लिए गाली है तो किसी के लिए जीवन ककी सच्चाई....मैं खूबसूरती और बद्सुरती को नहीं मानता...मेरा मानना है की जिसकी सीरत अच्छी वो दुनिया का सबसे अच्छा इंसान।


मैं ये कहानी किसीको आहत करने के इरादे से नहीं लिख रहा हु....बस कुछ हद तक उनके दिल की बातो को उजागर करने के लिए लिख रहा हु।


आप लोगो का साथ और आप लोगो की राय का इंतजार रहेगा।


तो दोस्तों ये कहानी है एक लड़की की जो बाकि सभी चीजो में तो सबसे बेहतर है पर सिर्फ सूरत ही थोड़ी अछि नहीं है ....और इसी बात को बार बार अनुभव करने से वो गलत रास्ते पे निकल पड़ती है।


पात्र परिचय

सुहानी:- इस कहानी की मुख्य पात्र है।उम्र 23 साल *ये एक इंजीनियर है। और एक बहोत बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करती है। जैसे की कहानी का। शीषर्क है दिखने में ये कुछ ख़ास नहीं है पर बाकि चीजे एकदम परफेक्ट है।

फिगर बिलकुल किसी फिल्मी हेरोइन की तरह है। 362436

स्वाभाव बहोत ही प्यारा है सबसे घुलमिल के रहती है।

पापा:- ये एक सरकारी ऑफिस में काम क्करते है। उम्र 48 साल

माँ:- ये एक हाउसवाइफ है उम्र 43 साल

सोहन:- इंजीनियरिंग के पहले साल में है उम्र 19 साल

बाकि पात्र का परिचय कहानी के दौरान ।



भाग 1

एक बड़े फाइव स्टार होटल के आलिशान हॉल में एक शादी चल रही है। सभी अपने आपने कामो में व्यस्त है। लोग आपस में बाते कर रहे थे। शादी हो चुकी थी दूल्हा दुल्हन से लोग एक एक करके मिल रहे थे उन्हें भावी जीवन की शुभककामनाय दे रहे थे। उसी समय कैमरामैन उन सब को रिकॉर्ड करने में लगा हुआ था।

वैसे तो बहोत से कैमरामैन शादी की शूटिंग में लगे थे पर ये कैमेरामन सिर्फ बाकि लोगो को शूटिंग कर रहा था।

लेकिन शूटिंग करते वक़्त उसका कैमरा एक जगह जाके रुक सा गया।


एक लड़की पे.....जो इस वक़्त कैमरे के तरफ पीठ करके खड़ी थी। जिसने एक गोल्डन और सिल्वर कलर का लहँगा चोली पहन रखा था। पीछे उसकी पतली नंगी कमर और लगभग नंगी पीठ जिसपे उसके लंबे बाल बिखरे हुए थे। उसका घागरा एकदम टाइट फिटिंग वाला था। जिसकी वजह से उसके नितम्ब के उभर और भी जादा उभर के आ रहे थे। वो किसीसे बात कर रही थी। और कैमरामैन उसके उस पीछे से दिखने वाले हुस्न को कैमरे
में कैद ककर रहा था।


उसका साथी जो ये सब देख रहा था उससे कहता है...

"भाई बस कर एक को कितना शूट करेगा....किसीने देख लिया तो जूते पड़ेंगे"

कैमरामैन:- भाई उस लड़की की फिगर तो देख अह्ह्ह्ह्ह क्या माल है कसम से ऐसी फिगर यहाँ किसीकी नहीं*

दूसरा:- हा ये बात तो सही है रंग सावला है पर कातिल है बॉस....मेरा तो लंड खड़ा हो गया...

पहला:- हा भाई....स्सस्सस्स पतली चिकनी कमर और पीठ उफ्फ्फ्फ्फ्फ और गांड तो देख कैसी उभरी हुई है स्सस्सस्स*

दूसरा:-स्स्स्स्स् हा बॉस स्स्स कसम से ऐसी लड़की चोदने मिल जाय तो मजा आ जाय.....

तभी वो लड़की थोडा मूडी...लेकिन बालो की वजह से उसका चेहरा दिखाई नहीं दे रहा था। लेकिन मुड़ने की वजह से उसके बूब्स कैमेरामन और उसके साथी को दिखने लगे.......
 
कैमरामैन:- अह्ह्ह्ह बेहनचोद....क्या चुचिया है मार डाला रे स्स्स्स्स्

उसका साथी बस आँखे फाड़ के देखे जा रहा था।

उस लड़की की गांड और चुचिया देख के दोनों की हालत ख़राब हो चुक्की थी। ये हाल सिर्फ उन दोनों का ही नहीं बल्कि वहा मौजूद सभी लागो का था।


ललेकिन.......


कैमरामैन:-चल थोडा आगे चल के इस के हुस्न को कैमरे में कैद करते है और इसका चेहरा भी तो देखे कैसा है...


दोनों थोडा आगे बढे और उस लड़की को पिछेसे ऊपर से लेके निचे तक शूट करने लगे।


लेकिन जैसे ही वो लड़की थोड़ी मुड़ी और उसका चेहरा उन दोनों ने देखा....वो दोनों एक दूसरे की तरफ देख के हैरान से हो गए.....ये चीज उस लड़की ने भी देखि ककी वो दोनों उसकी तरफ देख के किस तरह भौचक्के से खड़े थे....अगले ही पल वो दोनों संभले और वहा से निकल गए....

वो लड़की भी वहा से नियल गयी।


वो दोनों थोडा कार्नर में गए।

कैमरामैन:- हट्ट साला पीछे से क्या क़यामत धा रही थी और जैसे ही चेहरा देखा दिमाग आउट हो गया...

दूसरा:- हा बॉस...कितनी "बद्सुरत" थी वो....डिलीट कर दो उसका फुटेज...बहनचोद दुबारा देखेंगे तो दो दिन लंड खड़ा नहीं होगा....

कैमरामैन:- हा भाई सच बोला तूने.....चल एक एक पेग लगाते है....लड़की ने तो मूड का सत्यानाश कर दिया....

दूसरा:- सच में बॉस पीछे से देख के तो ऐसा लग रहा था की अभी मेरा लंड पानी छोड़ देगा....पर...चलो मुझे भी एक पेग की जरुरत महसूस हो रही है।


वो दोनों वहा से चले गए....इस बात से अनजान की उनकी ये सारी बाते साइड में खड़ी वो लड़की...."सुहानी" सुन रही थी।


ऐसी बाते सनके उसे रोना सा आ गया....वो वैसेही वहा से मुड़ी और तेज तेज चलते हुए अपने रूम में आ गयी और बाथरूम में घुस गयी और वही निचे बैठ के फुट फुट कर रोने लगी.....उसकी आखो के सामने उसकी 23 साल की जिंदगी किसी फ़िल्म की तरह चलने लगी।


बचपन से ही वो इनसब बातो कको झेलते हुए आ रही थी। उसका रंग थोडा सावला सा था भले उसके चेहरे पे कोई दाग नहीं था लेकिन बनावट थोड़ी अजीब सी थी।

बचपन में स्कूल में उसके कोई दोस्त नहीं था। उससे सब चिढ़ाते रहते...कोई उससे दोस्ती नहीं करना चाहता था। यहाँ तक की उसके पापा भी उससे कुछ ख़ास लगाव नहीं था। माँ के लिए तो सभी बच्चे एक समान होते है। जब उसका भाई पैदा हुआ तो उसे लगा की अब उसे एक दोस्त मिल गया लेकिन ये उसी गलत फैमि थी। उसका भाई उसे बिलकुल भी पसंद नहीं करता था। उसे उसके खेलने में या कही बहार जाने में शरमन्दगी महसूस होती थी।


सुहानी ऐसेही अपने आप रहने लगी। उसका पूरा ध्यान सिर्फ पढाई में रहता। लेकिन दिल में हमेशा इस चीज का मलाल रहता की वो खूबसूरत नहीं है क्यू की उसका कोई दोस्त नहीं था। उसे कोई भी अपने ग्रुप में शामिल नहीं करता। ग्रुप के खेल में भी उसे कोई लेना नहीं चाहता था भले ही वो सबसे अच्छा खेलती थी। लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी खेल जो अकेले खेला जाता उसमे उसने हमेशा अव्वल स्थान प्राप्त किया।


हालांकि दिखने में थोड़ी बहुत बदसूरत लडकिया और भी थी पर पता नहीं क्यू लोगो को उसके प्रति ही घृणा क्यू थी? इसका जवाब था उसके चहरे की बनावट। इसमे उसका कोई दोष नहीं था। क्यू की वो सब हुआ था कोई दवाई के साइड इफ़ेक्ट ककी वजह से जो उसकी माँ को दी गयी थी जब वो पेट में थी।


जब वो थोड़ी बड़ी हुई उसे सब समझ आने लगा और उसने सबसे दुरी बनाय राखी और सिर्फ पढाई में ध्यान देने लगी।


लेकिन उसका ध्यान पढाई में रहने के कारन वो हमेशा क्लास में टॉप रहती।*

जब वो कॉलेज गयी तो वहा उसे और भी जादा बेइज्जती सहनी पड़ी। लेकिन उपरवाला अपने बन्दों ओ ऐसेही नहीं छोड़ देता। इंजीनियरिंग कॉलेज में उसकी पहचान पूनम से हुई....पूनम एक बहोत ही आमिर घर की लड़की थी लेकिन वो दिल क8 बहोत अच्छी थी। उसने सुहानी की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया...और सुहानी के लाइफ का एक नया अध्याय शुरू हुआ जिसमे उसने मस्ती मजाक और वो सारी चीजे की जो वो अबतक कभी नहीं की थी। पूनम उसे एक अलग ही दुनिया में ले गयी। वो दोनों एक दूसरे ककी जान थे।


लेकिन आज उसका वो सहारा भी छूट रहा था आज पूनम की शादी थी। शादी के बाद वो हमेशा के लिए us जाने वाली थी। पूनम के साथ बिताये पलो की याद आते ही सुहानी के चहरे पे एक स्माइल आ गयी। आज वो जितनी उदास थी उससे कही जादा खुश थी क्यू की उसके जान उसके सबसे अच्छे दोस्त की शादी थी। और उसने उसे सिखाया था की ""लोग जो मर्जी आये वो कहे या करे लेकिन तुम उनकी बातो को दिल पे मत लगाना""
 
ये सोच ककए सुहानी उठी और फ्रेश होने लगी। उन दोनों लोगो की बात को अनदेखा करके वो ख़ुशी ख़ुशी बाहर आने लगी ......


लेकिन बाहर आने के लिए जैसे ही उसने दरवाजा खोला उसके पाँव वाही जम गए....*


बाहर निशा (उसे क्लास की एकक। लड़की) किसी लडके का लंड चूस रही थी।*


लड़का:- जल्दी करो मेरी जान कोई आ जायेगा।


निशा :- (उसका लंड मुह से निकालते हुए) कोई नहीं आएगा यहाँ...ये रूम *सुहानी और मेरी है।

लड़का:- वो। *सुहानी आ गयी किसीके साथ तो??

निशा:- हा हा हा सुहानी और भी किसी लड़के के। साथ हा हा हा....तुमने उसे देखा नहीं इसलिए ऐसा बोल रहे हो.... उसे देखोगे ना तो ये तुम्हारा खम्बे जैसा खड़ा लंड एक मिनट में मुरझा जायेगा ...हा हा हा ....छोडो मुझे इस लंड का मजा लेने दो उम्म्म्म। बड़े दिनों बाद ऐसा तगड़ा लंड मिला है उम्म्म्म्म

सुहानी उसी बात सुनके थोड़ी दुखी हुई लेकिन जो उसके आँखों के समने चल रहा था उससे वो नजरे नहीं हटा पा रही थी।

निशा उस लड़क्के का लंड निचे से लेकर ऊपर तक जुबान से चाट रही थी। उसके सुपाड़े को मुह में लेकर चूस रही थी। ये सब देख के सुहानी के जिस्म में एक अलग ही लहर दौड़ पड़ी थी। और उसकी चूत में थोड़ी चुलबुलाहट सी महसूस कर रही थी।


निशा:-उफ्फ्फ्फ़ क्या मस्त लंड है तेरा उम्म्म्म्म*


लड़का:-स्स्स्स्स्स्स्स अह्ह्ह्ह मेरी जान चुस्ती ही रहोगी या चूत में भी लोगी???


निशा ये सुनके मुस्कुराई और अपना घाघरा ऊपर करके दोनों पैर फैला के लेट गयी। उसने अंदर पैंटी नहीं पहनी थी। उसके ऐसे करने से उसकी चूत थोड़ी खुल सी गयी अंदर की गुलाबी रंग की चूत देख वो लड़का थोडा मुस्कुराया....

लड़का:- वाओ मेरी जान क्या ख7बसुरत चूत है तुम्हारी उम्म्म्म्म

नीशा:-अह्ह्ह्हज स्स्स्स अब आ भी जाओ डालो न अंदर उम्म्म्म

लड़का:- बड़ी बेसब्री हो यार तुम

निशा:- क्या करू कॉलेज के बाद चुदाई का मौका बहोत कम मिलता है आर उसमे तुम्हारे लंड जैसा लैंड तो बहोत दिनों बाद मिला है...

लड़का:- कितनो से चुदवाया है अब तक??? कितने आशिक़ है तुम्हारे....

निशा:-उम्म्म्म उससे तुम्हे क्या आ जाओ मजा करो और चले जाओ.....


सुहानी निशा को अछि तरह जानती थी। वो एक नम्बर की चुद्दक्कड़ लड़की थी। कॉलेज में न जाने कितनो से चुदवाया होगा उसने। वो आखे फाड़ के निशा को चुदते हुए आज पहली बार देख रही थी।

*अब उस लड़के ने अपना लंड अपने हाथ में।लिया और निशा के चूत पे रखने लगा। सुहानी पहली बार किसी का रियल लंड देख रही थी। लंबा काला लंड देख स7हानि का गला सुख सा गया था। अपने आप ही उसका हाथ अपनी गीली हो रही चूत की और बढ़ने लगा।


उस लड़के ने निशा के चूत पे लंड रखा और अंदर डालने लगा। निशा निचे से अपनी गांड ऊपर उठा के उसका लंड अपनी चूत के अंदर लेने लगी। देखते ही देखते उसका पूरा लंड चूत के अंदर चला गया। सुहानी के आखो के सामने ये सब पहली बार हो रहा था।वो ये देख के हैरान थी की निशा की छोटी सी चूत में वो इतना मोटा लंबा लंड इतनी आसानी से चला गया। उसने ये देक्ख के अपनी चूत को हलके से भींच लिया। उसे एक अलग ही अनुभूति हो रही थी। ऐसा नहीं था की उसने कभी अपनी चूत में ऊँगली करके खुद को शांत नहीं किया था पर आज उसे अलग ही मजा आ रहा था।


इधर वो लड़का अब निशा को खच खच चोद रहा था। निशा भी उसका साथ दे रही थी। निशा ने उसे अपने ऊपर खीच लिया और उसके ओठों को अपने होठो में लेकर चूसने। लगी।


इधर सुहानी अपने होश खो चुकी थी। उस लड़के का लंड निशा की चूत में अंदर बाहर होते उसे दिख रहा था।


सुहानी ने अपना हाथ अपने घगरे के अंदर डाल दिया था और अपने चुत के दाने को मसलने लगी थी। उसकी चूत बहोत जादा गीली हो चुकी थी। उसे इतना मजा अपनी चूत रगड़ने में कभी नहीं आया था।


निशा:-स्सस्सस्स हाय रे क्या मस्त चुदाई करते हो तुम उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़ चोदो मेरी जान। *उम्म्म्म्म और ...,और....हा ऐसेही उफ्फ्फ जोर से उम्म्म्म्म्म

लड़का:- अह्ह्ह्ह्ह स्सस्सस्स तेरी चूत का तो भोसड़ा बना हुआ ....मेरा लंड तो आसानी से अंदर बाहर हो रहा है

निशा:- उम्म्म्म्म पर मुझे तो। बहोत मजा आ रहा है स्सस्सस्स बस और थोड़ी देर अह्ह्ह्ह्ह मेरा होने वाला है स्स्स्स्स्

लड़का:- अह्ह्ह्ह्ह मजा तोमुझे भी आ रहा है स्सस्सस्स*

निशा:-तो फिर चोद न जोर से स्सस्सस्स


ये सुन के वो लड़का जोर जोर से निशा की चूत चोदने लगा। पूरा कमरा चुदाई के आवाज से भर गया।

पुरे रूम में। *अह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स उफ्फ्फ्फ्फ़। और थप थप की आवाजे थी *और फिर अगले ही पल सब शांत हो गया। निशा और वो लड़का दोनों झड़ गए थे।


सुहानी ये देख के दरवाजा बंद कर लिया और अंदर आके निचे बैठ गयी अपनी चूत ओ देखने लगी उसकी सावली सी चूत बहोत गीली हो चुकी थी। अंदर का गुलाबी हिस्सा पानी की वजह से चमक रहा था। सुहानी ने धीरे से अंदर एक उंगली डाली और अपनी चूत को ऊँगली से चोदने लगी। थोड़ी ही देर में वो भी झड़ गयी लेकिन पहली बार वो इतना तेज झड़ी थी। लगभग 1 मिनट तक उसकी चूत फड़फड़ाते हुए पानी छोड़ रही थी।

वो उठी और अपने कपडे ठीक किये और बाहर देखा....निशा और वो लड़का जा चुके थे।


वो भी धीरे से बाहर आयी और हॉल में चली गयी।


पूनम ने उसे देखा तो उसे इशारे से बुला लिया।


पूनम:- कहा चली गयी थी?? और तुझे कहा था मेरे साथ रह करके।

सुहानी:- रूम में थी...और मई तेरे साथ नहीं रह सकती तुझे पता है ना....

पूनम:- देख तू फिर शुरू हो गयी...बकवास करना बंद कर और चुपचाप खड़ी रह यहाँ।

सुहानी:- घुस्सा क्यू होती है...मई यहाँ पीछे रहती हु...


पूनम उसे कहना चाहती थी पर फिर से ल9ग उनक्को बधाई देने आने लगे तो चुप हो गयी।


ऐसेही धीरे धीरे सब प्रोग्राम खत्म होने लगे।


बिदाई का टाइम जैसे जैसे नजदीक आ रहा था वैसे सुहानी बेचैन हो रही थी। उसके आंसू रुक ही नहीं रहे थे।

पूनम का भी यही हाल था। जब भी वो सुहानी को देखती उसके आँखों से पानी दुगनी तेजी से निकल पड़ते। सुहानी को लगा की पूनम मुझे ऐसे देख के जादा दुखी हो रही है। वो पूनम के पास गयी...पूनम ने उसे झट से गले लगा लिया। दोनों भी फुट फुट कर र9ने लगी।


सुहानी को लगा की बस अब बहोत हो गया पूनम ख़ुशी ख़ुशी विदा करना चाहिए।


सुहानी:- बस कर अब मुझे और मत रुला....उसने पूनम के आंसू पोछते हुए कहा।

पूनम:- हा तुझे ऐसे देख इ रोना आ रहा है...

सुहानी:- मैं बहोत खुश हो रे...तू चिंता मत कर...और तुझे पता है मैं अभी क्या देखा??


सुहानी आगे हुई और उसके कान में निशा वाली सारी बात बता दी....ये सुनके दोनों जोर जोर से हँसने लगी।
 
उनको इस तरह से हस्ता देख सब लोग उनको देखने लगे।


थोड़ी ही देर में पूनम फूलो से सजी कार में बैठ इ अपने घर जा रही थी और सुहानी भीगी आँखों से उसे जाते हुए देख रही थी और सोच रही थी की क्या उसके नसीब शादी बिदाई लिखी है या नहीं?????


बिदाई के बाद सुहानी पूनम के मम्मी पापा से मिलके वापस अपने घर की और निकल पड़ी। रात के लघबघ 1 बज गया था। पूनम के पापा ने सुहानी को अपनी कार में घर पहोचाने का इंतजाम कर दिया था।


सुहानी घर पहूंची उसकी ममी उसका ही इन्तजार कर रही थी। बाकि लोगो को तो जैसे उससे कुछ लेना देना ही नहीं था।


मम्मी:- आ गयी तू...दरवाजा खोलते ही ममी ने उसे गले लगते हुए कहा....कैसी रही शादी।



सुहानी:- बहोत बढ़िया ....पूनम आपको बहोत याद कर रही थी। आपको आना चाहिये था।

मम्मी:- मेरी तो बहोत इच्छा थी पर.....

सुहानी:- हा जानती हु....पापा ने मना कर दिया होगा....चलो आप सो जाओ मैं भी सोती हु।


सुहानी अपना बैग लेके अपने कमरे में आ गयी। रूम का दरवाजा बंद किया और आईने के सामने बैठ के अपनी ज्वेलरी निकालने लगी। एक एक करके वो ज्वेलरी उतार रही थी और शादी में हुइ बातो के बारे में सोच रही थी।


जब उसने कपडे निकालने शुरू किये तब उसका ध्यान अपनी पैंटी की तरफ गया जहा दाग लगा हुआ था। उसे देख के सुहानी शर्मा सी गयी। उसे निशा और उस लड़के की चुदाई याद आने लगी। और खुद भी कैसे अपनी चूत रगड़ रही थी ये याद आते ही उसकी धड़कन तेज हो गयी। लेकिन अगले ही पल उसे उन कैमरामैन की बाते याद आने लगी।

सुहानी:-मन में.... मुझे एक बात समझ नहीं आती ये लोग समझते ककया है खुदको...जब मेरा चेहरा देखा नहीं था तब तो मुझे पिछेसे शूट कर रहे थे...ओह्ह्ह ओ दोनों क्या बाटे कर रहे थे....पिछेसे मेरी गांड और चुचिया देख के उनका लंड खड़ा हो गया था....उफ्फ्फ्फ़ ये में क्या सोच रही हु....लेकिन वो दोनों तो बाटे कर रहे थे। की ....एक मिनट मई भी तो देखु जरा....वो खुदको आईने में देखने लगी....उसकी उभरी हुई गांड लाल रंग की पैंटी में कैद थी और उसकी गोल कड़क चुचिया ब्रा में से उछल के आने को तैयार....ये देख के वो भी अचंभित हो गयी....सच में लोग सिर्फ मेरी गांड और बूब्स देखे तो वो पागल हो जायेंगे....पूनम भी तो मेरी फिगर की कितनी तारीफ करती थी।


ये सोच के उसे उन सब लोगो की नजरे याद आने लगी जो सिर्फ उसकी गांड और चुचिया देख के अपना लंड मसलने लगते थे। इस बात से उसकी पुरे शरीर में चीटिया दौड़ने लगी। उसने अपना फ़ोन उठाया और अपनी सूरत छोड़ के अपनी तस्वीर लेने लगी। दो तिन तस्वीर लेने के बाद उसने देखा तो वो बहोत खुश हुई क्यू की उसकी कातिल फिगर फ़ोटो में कयामत ढा रही थी।


अपनी और भी तस्वीरे लेने लगी। अब उसने धीरे से अपना ब्रा निचे किया और तस्वीरे लेना जारी रखा। ये सब क्करते हुए वो थोडा उत्तेजित होने लगी थी। अपने बूब्स अपने हाथो से दबाने लगी। और मुह से अह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स ऐसी आवाजे निकलने लगी।



फिर उसने अपनी पैंटी को उतरा और अपनी चूत को देखने लगी। उसकी चूत गीली होने लगी थी। वो अपनी चूत के भी फ़ोटो खीचने लगी। चूत फैलाके अंदर के गुलाबी हिस्से की तस्वीर लेके जब उसने देखा तो वो खुद ही कुछ जादा ही उत्तेजित हो गयी।



और अपनी चूत में ऊँगली डाल के अपनी चूत चोदने लगी और फ़ोटो भी खीचने लगी। फिर उसने अपनी नंगी गांड की फ़ोटो अलग पोज़ में ली कुछ टाइमर सेट करके भी वो फ़ोटो खीचने लगी। उसे बहोत मजा आ रहा था।






फिर उसने वो किया जिससे उसककी उत्तेजना चरम सीमा तक पहोंच गयी। उसने अपनी गांड ओ दोनों हाथो से फैलाया और उसके छेद में एक ऊँगली डाल दी।


सुहानी:- अह्ह्ह्ह्हस्स्सस्सस्स उफ्फ्फ्फ्फ्फ मर गयी उम्म्म्म्म कितना मजा आ रहा अह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स् काश कोई मर्द मेरे साथ ये सब करता उफ़फ़फ़फ़फ़ अह्ह्ह्ह अपना तगड़ा प्रीकम से गुला लंड मेरी चूत और गांड के छेद पे सहलाता स्स्स्स्स् उम्म्म्म्म फिर मेरी चूत में डाल के मुझे कभी तेज तो ककभी धीरे धीरे मुझे चोदता स्स्स्स्स्स्स्स उम्म्म्म

ये सोच के वो तेजी से अपनी उंगली चूत में अंदर बाहर करने लगी। कुछ ही देर में वो झड़ के शांत हो गयी....और ऐसेही बेड पे पड़ी रही।


जब वो पूरी तरह से शांत हुई उसने नाईट सूट पहना और फ्रेश हो के ल8घट बंद करके अपने बेड पे लेट गयी।


पर नींद उसकी आँखों स3 कोसो दूर थी। वो बस करवट बदल रही थी।ऐसेही थोड़ी देर चलता रहा। फिर उसकी नजर फ़ोन पर पड़ी उसने फ़ोन उठाया और उसमे उसने खिची हुई फ़ोटो देखने लगी।

पता नहीं उसे क्या लगा उसने इंटरनेट सुरु किया और उसपे वो लड़कियो की नंगी फ़ोटो सर्च करने लगी। उसने देखा इंटरनेट पर ऐसी कई तस्वीरे थी जोनुसाने अभी खींची थी।

फिर वो नंगे लड़को की फ़ोटो देखने लगी। लंबे काले मोठे तगड़े लंड देख के उसकी चूत में हलचल। सी होने लगी। अपने आप ही उसका हाथ अपनी चूत पर चला गया। फोटोज देक्खते देखते वो एक चैटिंग साईट पर चली गयी। उसने पहले कभी भी ऐसी कोई साईट को विजिट नहीं किया था। उत्तेजना और क्यूरोसिटी के वजह से वो उस साईट में अपना नाम दाल के एंटर कर दिया। वो एक ऐसेही सेक्स चाट साईट थी।उसका दिल जोर जोर से धड़क रहा था।तभी उसे एक मेसेज आया।

मेसेज बिग कॉक के नाम से था। उसने वो मेसेज ओपन किया तो उसने देखा उसमे लिखा था....hi want to see my cock??

उसने तुरंत वो वmessage डिलीट कर दिया।


उसकी सांसे जोर जोर से चल रही थी। उसने देखा की उसे बहोत सारे मेसेज आ रहे थे। लेकिन उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी कोई मेसेज खोल इ देखे।

तभी उसे फिर से बिग कॉक कक मेसेज देखा। उसने वो ओपन किया।उसमे एक फ़ोटो थी। उसने वो ओपन किया तो उसकी आँखे फटी ई फटी रह गयी। उसने सच में उसके लंड की फ़ोटो भेज दी थी। उस लंड को देख के उसकी चूत गीली होने लगी थी।तभी एक मेसेज आया?? Like it??

उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था क्या करे?? उसने ऐसेही यस लिख के भेज दिया...उधर से जवाब आया thanks...where are you from??

सुहानी को अब थोडा मजा आने लगा था।

उसने अपने शहर का नाम लिख भेज दिया।

वो:- ओह्ह तो तुम्हे हिंदी आती है?

सुहानी:- हा...

वो:-मेरा नाम समीर है और तुम्हारा??

सुहानी:- सुहानी....उसने अपना असली नाम बता दिया था।

समीर:- अच्छा नाम।है...तो तुम्हे मेरा लंड कैसा लगा??

सुहानी :- अच्छा...

वो अब भी थोडा दरी हुई थी।

समीर:- कभी चुदवाया है??

सुहानी ये सवाल सुन के एकदम से भौचक्की रह गयी....लेकिन उसे अगले ही पल याद आया की वो एक सेक्स चाट साईट पर है।

सुहानी:- नहीं...

समीर:- ओह्ह क्यू तुम 23 साल की हो न...तुमारे नाम के आगे लिखा है...

सुहानी अब उसे क्या बताती...

समीर:- बोलो क्या हुआ???

सुहानी:-ऐसेही....

समीर:- मुझसे चुदवाओगी???

सुहानी ये देख के शर्मा। सी गयी....उसने सोचा की ये अगर मुझे देख ले तो मुझसे बात भी ना करे....चुदाई तो बहोत दूर की बात है....लेकिन शायद यही इस साईट की अछि बात थी की कोई किसीको पर्सनली नहीं जनता था।

सुहानी ऐसी बाटे सुन के थोड़ी उत्तेजित हो गयी थी। उसे मजा आने लगा था।

सुहानी:- नहीं....तुमारा बहोत बड़ा है....
 
सुहानी ऐसी बाटे सुन के थोड़ी उत्तेजित हो गयी थी। उसे मजा आने लगा था।

सुहानी:- नहीं....तुमारा बहोत बड़ा है....

उसे खुद पे यकीं नहीं हो रहा था की वो इसतरह की बाटे कर रही थी। और वो भी एक लड़के के साथ जिसे वो जानती तक नहीं।

समीर:- तो क्या हुआ...लड़कियो को बड़ा ही पसंद आता है...जितना बड़ा लंड उतना जादा मजा आता है....वो उसे उकसा रहा था।

सुहानी:- तुमने क्किसके साथ किया था??

समीर:- तिन लड़कियो से....

सुहानी:- ओह्ह्ह तुमारी गर्लफ्रेंड थी??

समीर:- नहीं...इसी साईट पे मिली थी...समीर उसे बहकाने ककी कोशिस कर रहा था।

सुहानी:- अच्छा...

समीर:-बोलो चुदवाओगी मुझसे.....मस्त चुदाई ककरूँगा तुमारी....

सुहानी ये सुनके शर्मा सी गयी...उसकी धड़कने बढ़ने लगी थी...सांसे जोर जोर से चलने लगी।

सुहानी:- पता नहीं...

समीर समझ रहा था की ये लड़की फसने जैसी है। वो बहोत ही चालाक ककिस्म का लड़का था। वो उसे और भड़काने लगा।

समीर:- मेरे लंड की और फ़ोटो देखना चाहोगी??

सुहानी:-हा...उसने लिख तो दिया मगर फिर खुद ही शर्म से पानी पानी हो गयी...

समीर ने उसे तिन चार और फ़ोटो भेज दी। उसमे उसका लंड का सुपाड़ा गिला था। और उसकी बॉडी भी दिखाई दे रही थी। सुहानी देखा की वो सिर्फ उसको बॉडी और लंड की फ़ोटो भेज रहा था।

सुहानी:- तुम अपना फेस क्यू नहीं दिखा रहे??

समीर:- यहाँ बस ऐसेही फ़ोटो दिखाते है...अगर तुम्हे मेरा फेस देखना है तो भेज देता हु। और समीर ने उसे अपना एक फ़ोटो भेज दिया। सुहानी ने देखा समीर एक अच्छा ख़ासा handsome लड़का था।

समीर:- मेरा तो सब देख लिया अब तुम भी कुछ दिखाओ....

सुहानी:- नहीं मैं तुम्हे अपनी फ़ोटो नहीं दिखा सकती....सुहानी को लगा की वो शायद उसके चेहरे की फ़ोटो मांग रहा है...

समीर:- अरे मैं समजता हु लड़की के लिए ये बहोत मुश्किल है....तुम अपना फेस छोड़ के अपना जिस्म दिखाओ...

सुहानी की तो जैसे मुराद ही पूरी हो गयी थी।

उसने झट से अपनी अपनी ब्रा पैंटी वाली फ़ोटो उसे भेज दी।

समीर उसकी वो तस्वीर देख के अवाक सा रह गया।

समीर:- वाओ....तुम बहोत सेक्सी हो ....क्या मस्त गांड है उफ्फ्फ्फ़ मेरा तो लंड खड़ा हो गया।

सुहानी अपनी तारीफ़ सुन के खुश होने लगी।

सुहानी:- थैंक यू....

समीर:- और भेजो ना प्लीज....सुहानी ने अपनी दो तिन फ़ोटो और भेज दी। जिसमे वो अपने बूब्स दबा रही थी। अपनी चूत सहला रही थी और गांड दिखा रही थी।







समीर ये देख के पागल हो गया।

समीर:- wowwww सुहानी तुम बहोत सेक्सी हो उफ्फ्फ्फ्फ़ तुम्हे चोदने में बहोत मजा आएगा अह्ह्ह्ह तुम्हे तो मैं दिन रात बिना रुके चोद सकता हु स्सस्सस्स मेरा लंड तो खम्बे जैसा खड़ा हो गया है।

सुहानी:- थैंक यू....

समीर:-सुहानी एक बात कहू?? क्या हम स्काइप पे बात करे?? तुम्हे लाइव अपना लंड भी दिखाऊंगा और बात भी कर सककते है।

सुहानी ने कुछ सोचा और...

सुहानी:- हा ठीक है पर एक प्रॉमिस कारना पड़ेगा तुम रिकॉर्ड नहीं करोगे और मैं अपना चेहरा नहीं दिखाउंगी।

समीर:- हा पक्का....समीर एक पक्का खिलाडी था उसे पता था की ऐसे साईट पप लड़कियो को कैसे फ़साना प्प्पड़ता है।


और सुहानी को ये नहीं पता था की ऐसे किसी अनजान से ऐसे चाट करना कितना खतरनाक हो सकता है। पर वासना में अंधी हुई सुहानी को सिर्फ इस बात ककी तस्सली थी की उसे उसका चेहरा दिखना नहीं पड़ रहा।


सुहानी ने उसे अपना स्काइप id दे दिया। और लैपटॉप लेके बैठ गयी और कैमरा ऐसे एडजस्ट किया की उसका चेहरा ना दिखे। और हैडफ़ोन भी लगा लिए।

तभी समीर का कॉल आ गया। उसने एक्सेप्ट किया।

समीर:- हाय सुहानी...

सुहानी:- हाय...

समीर:- ओह्ह्ह वाओ तुमारी आवाज कितनी प्यारी है ...

सुहानी ने देखा वो सिर्फ अंडरवियर में बैठा था।

सुहानी:- थैंक यू...

समीर:- उम्म्म तुमारी फिगर सच में बहोत सेक्सी है....अब भी तुमारे टॉप में तुम्हारी चुचिया समां नहीं रही हैं...उफ्फ्फ काश मैं वहा होता तुमरे साथ*
 
सुहानी ने देखा ऐसा बोलते हुए वो अपना लंड मसल रहा था। सुहानी की चूत बहोत गीली हो चुकी थी।

सुहानी:-क्या करते अगर तुम यहाँ होते....सुहानी पहली बार किसी लड़के के साथ ऐसी बाते कर रही थी। वासना का खुमार उसके दिलो दिमाग पे छा चूका था।

समीर:- अह्ह्ह पहले तो तुम्हे नंगा करता....फिर खुद के कपडे उतार के तुमसे लिपट जाता....तुम्हारे अंग अंग को चूमता....तुम्हारी चुचिया दबाता उन्हें मसलता...तुम्हारे निप्प्ल्स कको मुह में लेके चूसता....

सुहानी:-फिर.....

समीर:- फिर तुम्हे बेड पे लिटा के तुम्हारे *चूत को चूमता....उसका रास चाटता....जुबान से तुम्हारे चूत के दाने ओ सहलाता...उसे मुह में लेके चूसता...तुम्हारी चूत में जुबान डाल के अंदर बाहर करता।

सुहानी ये सब सुन बहोत उत्तेजित हो चुकी थी। उसका हाथ अपनी चुचिया और चूत पे अपनेआप ही जाने लगा था।

समीर ये सब देख रहा था।

समीर:-सुहानी प्लीज म7झे तुम्हारी चुचिया और चूत दिक्खाओ ना....

सुहानी:-पहले तुम दिखाओ अपना...

समीर:- क्या दिखाऊ...

सुहानी:- वो...

समीर:- वो क्या बोलो ना...

सुहानी:- मुझे शर्म आती है...

समीर :- शर्माना क्या...मैं तो खुल के बोल रहा हु....तुम भी बोलो...मजा आएगा...

सुहानी:- नहीं...

समीर:- प्लीज सुहानी....

सुहानी को अब खुद पे काबू नहीं रहा था।

सुहानी:- ल..लंड...

समीर:- पूरा बोलो मेरी जान...

सुहानी:- समीर तुम्हारा लंड दिखाओ ना मुझे....

समीर:-स्सस्सस्स अह्ह्ह्ह सुहानी तुम्हारी मीठी आवाज में ये सुन के बहोत मजा आ रहा है....

सुहानी शर्म से पानी पानी हो रही थी।

समीर ने अपना अंडरवियर निकल के फैक् दिया और पूरा नंगा हो गया।

सुहानी उसे ऐसे देख के पागल हो गयी। पहली बार कोई लड़का उसके सामने नंगा खड़ा था। समीर अपना लंड कैमरा के नजदीक लेके आया। सुहानी उसके 8 इंच लंबे 3 इंच मोठे लंड को देख रही थी।

समीर:- अह्ह्ह सुहानी देखो कैसे खड़ा है ये तुम्हारे लिए।

सुहानी के मुह से आवाज नहीं निकल रही थी। बस वो समीर के लंड को देखे जा रही थी जो हलके हलके झटके ले रहा था।

समीर:-सुहानी प्लीज अब तुम दिखाओ ना...

सुहानी ने हैडफ़ोन निकाला और अपना टॉप निकालने लगी। उसने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी। सुहानी की बड़ी बड़ी चुचिया समीर के सामने एक दम नंगी थी। सुहानी को यकीं नहीं हो रहा था की वो किसी लड़के को अपनी चुचिया दिखा रही है।



समीर:-उफ्फ्फ्फ्फ्फ स7हानि मार डाला तुमने स्सस्सस्सईसी चुचिया तो किसी पोर्न स्टार की भी नहीं है स्सस्सस्स इतना मजा आएगा जब मैं तुम्हारी चुचियो के बिच अपना लंड डालूंगा स्स्स्स्स्

सुहानी:-थैंक यू...,तुम्हारा लंड भी बहोत अच्छा है....

समीर:-थैंक यू सुहानी....ये देखो कितना प्रीकम छोड़ रहा है स्स्स्स्स्

सुहानी ने देखा उसकक लंड के सुपाड़े पे प्रीकम आ रहा था।

सुहानी:- इससे या होता है??

समीर:- लड़कियो कको ये चाटना बहोत पसंद आता है....

सुहानी:-सच में ?? लडकिया इसे चाटती है....

समीर:- हा और बहोत चाव से....सिर्फ ये ही नहीं जब लंड झड़ता है तो उसका वीर्य भी पि जाती है...

सुहानी:-ओह्ह्ह वो बहोत अच्छा होता है क्या??

समीर:-हा...जैसे हमें तुम्हारी चूत का पानी पीना पसंद होता है....वैसेही....सुहानी तुम्हारी चूत दिखाओ ना....

सुहानी अब इस खेल में इसकदर खो गयी थी की समीर उसे जो कहता वो करने लग जाती।

सुहानी ने अपना पजामा निकल दिया कैमरे के सामने खड़ी हो गयी।

..
.
समीर:- ऐसे नही जान थोडा पीछे सरक् के पैरो को फैला के दिखाओ....

सुहानी बैठ गयी और *अपने पेअर फ़ैलाने लगी। उसकी बिना बालो वाली चिकनी सावली चूत जो उसके गीली होने से चमक रही थी। समीर उसे देखे जा रहा था।
..


समीर:-ओह सुहानी 7म्मम्मम्म क्या चूत है अह्ह्ह्ह्ह्ह

और वो अपना लंड जोर जोर से हिलाने लगा।

समीर:-अह्ह्ह्ह सुहानी चूत को थोडा ऊँगली से फैलाव ना....

सुहानी:-उफ्फ्फ अह्ह्ह्ह ...सुहानी ने जैसेही चूत कको हाथ लगाया उसके मुह से सिसकारी निकल गयी।

समीर:-अह्ह्ह क्या हुआ जान??

सुहानी:-ओह्ह्ह्ह समीर.... बहोत अच्छा लग रहा है....

समीर:-मेरी जान मजा आ रहा है ना?

सुहानी:- अह्ह्ह बहोत...

समीर:- और मजा करना चाहोगी??

सुहानी:-हा...

समीर:-म7झसे चुदवाओगी??

सुहानी:- हा....स्स्स्स्स्...सुहानी अपनी चूत को सहलाती हुई कहने लगी।
..


समीर:-पूरा बोलो मेरी जान...

सुहानी:- हा समीर मैं तुमसे चुदवाऊँगी...

समीर:- मेरा लंड अपने मुह में लेके चूसोगी???

सुहानी:-हा समीर तुम्हारा लंड चूसूंगी स्स्स

समीर:-अपनी चूत में मेरा लंड लोगी?

सुहानी:- हा स्स्स्स उफ्फ्फ्फ्फ़*

समीर:-अह्ह्ह्ह्ह मेरी जान उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़देखो अपनी चूत को कैसे तड़प रही है मेरा लंड लेने के लिये..

सुहानी:- अह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स समीर उम्म्म्म्महा बहोत तड़प रही है स्सस्सस्सस

समीर:-बहोत जल्द तुम्हारी चूत में मेरा लंड होगा जानेमन स्स्स्स पर आज तो तुम्हे अपनी ऊँगली से काम चलाना पड़ेगा।

सुहानी:-समीर स्सस्सस्स तुम सच में मुझे चोदोगे स्सस्सआआ

समीर:- हा मेरी जान...

सुहानी:- पर तुम्हारा मोटा लंड मेरी छोटीसी चूत में कैसे जायेगा ह्ह्ह्ह

समीर:- तुम उसकी चिंता मत करो स्सस्सस्स फ़िलहाल तो तुम अपनी चूत में एकनउंग्लि डाल लो स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह अब मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा मुझे अपना पानी निकलना है।

सुहानी ने अपनी चूत में ऊँगली डाल ली और धीरे धीरे आगे पीछे करने लगी।



समीर :+सोचो की मैं तुम्हे चोद रहा हु....अह्ह्ह्ह समीर अपन्नन लंड जोर जोर से आगे पीछे करने लगा।
 
सुहानी ने आँखे बंद करके ये सोचने लगी की सच में समीर उसे चोद रहा है।

सुहानी:- अह्ह्ह्ह समीर उफ्फ्फ्फ़ बहोत मजा आ रहा है स्सस्सस्स

समीर:- हा सुहानी मुझे भी उम्म्म्म्म

सुहानी:- अह्ह्ह्ह्ह समीर जोर से चोदो अह्ह्ह्ह और जोर से उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़ ह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह

समीर:- अह्ह्ह्ह्ह सुहानी मेरा निकलने वाला है अह्ह्ह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़

सुहानी:- हा मेरा भी उफ्फ्फ्फ्फ्फ स्स्सस्सस्सस्सस्स

सुहानी जादा देर तक खुद झड़ने से रोक नहीं पायी। समीर भी पहली बार इतनी सेक्सी लड़की से चाट कर रहा था वो भी खुदको कण्ट्रोल नहीं कर पाया।

सुहानी और समीर दोनों ही झड़ने के बाद दो मिनट तक चुप्प रहे। फिर सुहानी को होश आया उसने देखा कही समीर ने उसका चेहरा तो नहीं देख लिया... लेकिन समीर बेड पे लेटा हुआ था। और उसके पेट पे उसका वीर्य था। सुहानी ने देखा समीर किरण सारा वीर्य निकला था।

सुहानी:-समीर उफ्फ्फ्फ़ इतना निकलता है पानी??

समीर:-हा मेरी जान जब तुम्हारे जैसी सेक्सी लड़की साथ हो तो ऐसेही निकलता है....समीर ने अपने पेट से वीर्य साफ़ करते हुए कहा।

सुहानी ने देखा रत के चार बज चुके थे।

सुहानी:- ओह्ह्ह समीर थैंक यू...आज मुझे सच में बहोत मजा आया....चलो अभी सो जाते है...बहोत लेट हो गया।

समीर:-सुहानी प्लीज मुझे अपना चेहरा दिखाओ ना....

सुहानी एकदम से डर गयी...और झट से डिसकनेक्ट कर दिया और नेट भी बंद कर दिया। समीर को कुछ समझ नहीं आया....उसने दोबारा कॉल क्किया लेकिन लगा नहीं...उसने फिर से ट्राय क्किया पर सुहानी ने नेट ही बंद आर दिया था।


सुहानी इधर सोच में पद गयी की अगर सच में उसे समीर के सामने जाना पड़े तो वो क्या करेगी?? नहीं नहीं मैं कभी उसे अपना चेहरा नहीं दिखाउंगी...क्यू की मुझे पता है मेरा चेहरा देखते ही वो मुझसे कभी बात नहीं करेगा। मुझे इसके बारे में कुछ सोचना पड़ेगा।


वो उठी और कपडे पहन के फ्रेश होने के बाद सो गयी।*


आज वो चैन की नींद सोने वाली थी.........

दूसरे दिन सुबह जब सुहानी की आखे खुली तब लगबघ 9 बज चुके थे। उसने अंगड़ाई लेते हुए घडी की तरफ देखा तो 9 बज चुके थे।

सुहानी:-ओह्ह 9 *बज गए ...मैं तो बड़ी देर तक सोती रही...और ममी ने भी नहीं जगाया...मुझे पूनम के घर भी जाना है...उसके पग फेरे की रसम के लिए वो श्याम को आने वाली है....

सुहानी फटाफट उठ के बाथरूम में घुस गयी।*


जब उसने नहाने के लिए अपने सारे कपड़े उतारे....उसे रात की बाते याद आने लगी। कैसे वो पूरी नंगी होके समीर को अपनी चूत गांड दिखा रही थी। किस तरह उसके सामने ही चूत में ऊँगली कर रही थी। ये सब सोच के एक शर्म भरी मुस्कान उसके होठो पे आ गयी।


वो बाथरूम से निकल के कपडे देखने लगी। उसने एक टाइट सी कुर्ती और लेगिंग्स पहन लिया। उसने खुद ओ आईने में देखा..उसकी गांड और चुचिया मस्त कसी हुई लग रही थी।। उसने अपने कुर्ती के सामने के दो बटन खोल दिए और देखने लगी। उसकी आधे से जादा चुचिया दिखने लगी।तो उसने सिर्फ एक ही बटन खोला...उसमें भी उसकी चुचियो की झलक दिखाई देने लगी।




वो कभी भी ऐसे नहीं करती थी मगर आज उसके अंग अंग में मस्ती भरी हुई थी। ऐसा उसने कभी फील नहीं किया था।

उसने खुद को आईने में देखा टोसिर्फ उसका चेहरा ही था जो उसेके बाकी खूबसूरती को पूरक नहीं था। उसने एक स्कार्फ लिया और चहरे पे बाँध लिया। अब वो किसी मॉडल से कम नहीं लग रही थी।*

सुहानी:- हा ये सही है...अपना चेहरा छुपा लेती हु ...लेकिन अभी नहीं जब घर से बाहर निकलूंगी तभी।


वो अपने रूम से बाहर आयी ।

ममी:- अरे उठ गयी तुम...आ जाओ नास्ता रेडी है...

सुहानी डाइनिंग टेबल पे जाके बैठ गयी। उसके पापा वाही हॉल में बैठ के पेपर पढ़ रहे थे। सुहानी ने उन्हें गुड मॉर्निंग विश किया उन्होंने उसे नजर उठा के। *एक बार देखा और रुखा सुखा गुड मॉर्निंग बोल के फिर से पेपर। पढ़ने लगे*

तब तक सुहानी की। मम्मी ने उसे नास्ता दे दिया था। सुहानी मोबाइल देखते। देखते नास्ता करने लगी।

ममी:- अच्छा तू आज पूनम ककए वहा जाने वाली है न शाम। को...

सुहानी कुछ बोल पाती उसके पहले ही उसके पापा बोल पड़े...

पापा:- अरे अब हो गयी न शादी...अब क्या है वहा...

सुहानी:- वो...वो...पापा पग फेरे के लिए आने वाली है और फिर परसो वो स्विट्ज़रलैंड जाने। वाली है हनीमून के लिए और वही से us के लिए निकल जाएंगे।

सुहानी ने। डरते डरते कहा...

पापा:- तो तुम उसके लिए अपना जॉब छोड़ डौगी क्या??

सुहानी:- वो पापा मैंने पहले ही छुट्टी ले। रखी। है कल तक...परसो मैं भी ज्वाइन हो जाउंगी...

पापा:-जो मर्जी आये वो करो...उसकी तो शादी हो गयी....बड़े बाप की बेटी है...पर तुम...

मम्मी:- आप भी ना क्या लेके बैठ गए...सुहानी की मम्मी बिच में बोल पड़ी क्यू की उन्हें पता था उसके पापा क्या बोलने वाले है...

सुहानी ने उसकी मम्मी की तरफ देखा...और वो नास्ता करने लगी।

मम्मी:- उसे कुछ कहने से पहले अपने बेटे को संभालिये....आजकल पढाई में ध्यान नहीं है उसका...रात को लेट आने लगा है।

पापा:- हा ठीक है...उसे भी बात करूँगा...पर तुम नहीं समझ रही हो की मैं...

मम्मी:- मई सब समझती हु...आप चलिए तैयार हो जाइये आप का टिफिन बना देती हु...और सुहानी तुम ये सब समेत लो और मेरी हेल्प करो।
 
ये सब रोज का था सुहानी के। घर का सिन...पापा का ग़ुस्सा और मम्मी की तरफदारी...ऐसेही चलता आ रहा था। सुहानी को हमेशा लगता था ककी उसके पापा उससे प्यार करे...उससे बाते करे...जैसे बाकि लोगो के पापा होते है...पर पता नहीं क्यू उसके पापा उसे हमेशा डाँटते ही रहते।

सुहानी खाना बनाने में उसके मम्मी की हेल्प करने लगी।


फिर सब निपटा के अपने रूम में गयी। उसने अपना लैपटॉप सुरु किया और देखने लगी। जैसे उसने स्काइप में लोग इन किया उसपे बहोत से टेक्स्ट मेसेज उसे आने लगे।*

समीर के मेसेज थे। वो पढने लगी।

समीर:- क्या यार तुम अचानक से चली गयी...प्लीज़ अपना चेहरा दिखा दो...

ठीक है मैं समझता हु...जब तुमारा मन करे तब दिखा देना...वरना जब हम मिलेंगे तब मैं तुम्हें पहचानूँगा कैसे...

वैसे कल बताया नहीं...मैं एक फार्मेसी ग्रेजुएट हु और मेरा खुदका एक मेडिकल शॉप है।


बाकि बाते रात को करेंगे...मिल रही हो ना आज?? मैं इंतजार करूँगा रात को 10 बजे...

सुहानी मन ही मन खुश होने लगी। उसने रिप्लाई किया...

सुहानी:- वो लैपटॉप की बैटरी खत्म हो गयी थी...लेकिन आज रात को नहीं हो पायेगा मैं अपने फ्रेंड के यहाँ जा रही हु....कल बात करते है।


सुहानी ने अपना लैपटॉप बंद किया। और बहार हॉल में जाके टीवी देखने लगी। दोपहर में खाना खाने के बाद थोडा आराम किया और फिर 3 बजे वो पूनम के घर के। लिए निकल गयी। जैसा उसने सोचा था उसने स्कार्फ अपने चहरे पे बाँध रक्खा था। वो जैसे ही घर से कुछ दुरी पर पहूंची आने जाने वाले सभी उसकी तरफ एक बार मुड़के उसकी उछलती हुए चुचिया और मटकती गांड जरूर देखता...




सुहानी भी मन ही मन खुश होते हुए अपनी भारी गांड को मटका के चलने लगी। उसे ऐसे चलते देख लोगो के लंड पैंट में ही खड़े होने लगे।

सुहानी ने टैक्सी पकड़ी और पूनम के घर के और निकल पड़ी।


पूनम के घर पहूंची तो उसे उसके घर का नोकर चंदू दिखाई दिया।*

सुहानी:- चंदू पूनम आ गयी क्या??

चंदू ने उसे देखा...पहले तो। उसे पहचान नहीं पाया पर आवाज से पहचान लिया।

चंदू:- जी मैडम...अभी आयी है। हॉल में बैठी है।

सुहानी जल्दी हॉल में पहूंची...उसने स्कार्फ बांध रखा था इसलिए उसे। *कोई पहचान नहीं रहा था।

सबकी नजरे उसपे थी। वो धीरे धीरे आगे बढ़ी पूनम के पापा चाचा और उसका हस्बैंड सब उसे। *ही देख रहे थे। पूनम ने उसे पहचान लिया था।

पूनम:- सुहानी ये आतंकवादी बन के। क्यू आयी है तू...


जब पूनम ने उसका नाम लिया तो सब के होश उड़ गए...क्यू की वो बहोत सेक्सी लग रही थी। उसकी बदसूरती की वजह से उसे कभी किसीने गौर से नहीं देखा था। लेकिन आज सब उसे घूरे जा रहे थे। खासकर उसके चाचा।
 
सुहानी ने स्कार्फ खोला और आके पूनम के पास बैठ गयी। उसने *एक पैर के ऊपर दूसरा पैर रखा था...साइड से उसकी जांघे और गांड को देख वह बैठे सब के लंड में हलचल होने लगी थी।



उसके चाचा तो लंड मसलने लगे थे।और जब उनकी नजर कुर्ती में से दिखाने वाली सुहानी की चुचियो पे पड़ी तो उनका लंड तन के खड़ा हो गया।



पूनम और सुहानी अपनी बातो में लगे हुए थे।


सुहानी:- चल तेरे रूम में चलते है।

पूनम की मम्मी:- हा तुम ऊपर ही कहले जाओ...और आराम करो...थोड़ी देर में पूजा सुरु हो जायेगी।

दोनों उठ के ऊपर जाने लगी। पूनम के चाचा और पापा सुहानी की मटकती गांड को देखने लगे। हवा से उसकी कुर्ती थोड़ी ऊपर हुई तो उसकी मांसल गांड को वो दोनों आवाक होके देखने लगे।

पूनम और सुहानी रूम में...

सुहानी:- ओह हो...आज तो तू चमक रही है....

पूनम:- वो तो चमकुंगी ही...पर तुझे क्या हुआ है...जो तू भी ऐसे लग रही है जैसे की तेरी भी सुहागरात हुई है कल...

सुहानी:- कुछ भी...वो तो तेरी सुहागरात के बारे में सोच कर...

पूनम:- झूठ मत बोल...तुझे पता है ...म7झसे तू झूठ नहीं बिल पाती ...बता क्या हुआ?

सुहानी ने समझ लिया ई पूनम ने पहचान लिया है...उसने उसे चैटिंग के बारे में सब बात बता दी शिवाय इसके की उसने भी उसे नंगे पिक्स भेजे और वेबकेम पे एकदूसरे को नंगा देख के मजे किये।


पूनम:- देख सुहानी ये ऑनलाइन रिश्ते सब बकवास होते है...तू संभल के रहना...जब तक सब पक्का विस्वास न हो तब तक नहीं मिलना...

सुहानी:- हा रे मैं संभल के रहूंगी...उसने ऐसा बिल तो दिया मगर उसके मन में उसकी बात बैठ गयी की भरोसा नहीं करना चाहिए।

फिर वो दोनों ऐसेही हँसी मजाक चलता रहा। थोड़ी देर में फिर पूजा शुरू हुई ...पूनम और उसका हस्बैंड विनीत पूजा में बैठे थे। बाजु में पूनम के ममी पापा...बाकि लोग साइड में बैठ के देख रहे थे।

पूनम के चाचा सुहानी को ही घूरे जा रहे थे। जब भी सुहानी पूनम के घर जाती तो अक्सर उससे कोई जादा बात नहीं करता। उसके चाचा भी उन्ही में से एक थे। लेकिन वो बहोत ही रंगीन किस्म के इंसान थे। अपने ऑफिस में बहोत सी लड़कियो को वो अपने बिस्तर तक ले गए थे। लेकिन घर पे बहोत शरीफ बनते थे। उन्हें लडकिया फ़साने का काफी अनुभव था।

पूनम की मम्मी ने जब उसकी चाची को प्रसाद बनाने के लिए भेजा तो उन्हें मौका मिल गया सुहानी से बात करने का...वो सुहानी के पास आके खड़े हो गए। सुहानी ने उनके तरफ देखा और स्माइल किया...और फिर से पूजा देखने लगी।

चाचाजी फिरसे थोडा सुहानी की तरफ खिसके...वो लगबघ सुहानी से चिपक ही गए थे।*

सुहानी ने उनकी तरफ देखा तो वो स्माइल ककरन लगे।

चाचा:- और सुहानी बेटा...कैसा चल रहा है तुम्हारा काम??

सुहानी हैरान थी की उसके चाचा उससे बात ककर रहे है जो कभी उसकी तरफ थिक् से देखते तक नहीं थे।

सुहानी:- सब ठीक है अंकल...

चाचा:-अब तो पूनम चली जायेगी...और तुम भी यहाँ आना बंद कर दोगी...

सुहानी:- नहीं अंकल...मैं आउंगी ना कभी कभार आंटी से मिलने...पूनम ने मुझसे प्रॉमिस लिया है की जब भी टाइम मिले मम्मी से मिलने जानेका...

चाचा:- ह्ह्ह्म्म्म अच्छा है उसी बहाने हमसे मुलाकात हो जायेगी....ऐसा बोल के वो और सुहानी के नजदीक सरक गए...उनका कन्धा सुहानी के कंधे से टच हो रहा था। और हाथ निचे जांघो से। सुहानी ने इग्नोर किया...

चाचा:- तुम सॉफ्टवेयर में कम करती हो ना?

सुहानी:- जी...

चाचा:- ओह्ह अगर तुम सिविल में होती तो तुम्हे अपनी कंपनी में जॉब पे रख लेता...वैसे आजकल तुमारे जैसे इंटिलेजेंट बच्चे कहा मिलते है...

और ऐसे बोल के उसके चाचा ने सुहानी के जांघो को हलके से छुआ...सुहानी को लगा की अनजाने में गुआ होगा...उसने फिर से इग्नोर किया।

सुहानी:-ऐसी बात नहीं है अंकल...

चाचा:- अरे ऐसेही बात है...आजकल की लडकिया सिर्फ अपनी खूबसूरती के भरोसे जॉब हासिल करना चाहती है...तुम समझ रही हो ना...

ऐसा बोल के हलके से सुहानी की जांघो को सहलाया...

सुहानी को अब की बार एक झटका सा लगा....उसने पीछे मुद के देखा पीछे कोई नहीं था...फिर चाचा क्किबतर्फ देखा वो सामने की और देख रहे थे।

सुहानी:-ज..जी अंकल...

सुहानी को समझ नहीं आ रहा था की क्या करे...एक तो पहली। बार उसे ऐसे कोई छु रहा था।

चाचा:-वो लडकिया कुछ भी करने को तैयार रहती है....वो दो उंगलिया से जांघो को सहलाने लगे।
 
सुहानी:- जी अंकल...सुहानी कक ध्यान सिर्फ उनकी उंगलियो पे था...वो क्या बोल रहे है कुछ समझ नही आ रहा था। उसके पसीने छूटने लगे। डर के मारे जब उसने निचे देखा तो उसका ध्यान चाचा के लंड पे गया...उन्होंने ककुर्ता पैजामा पहन रखा था इसके बावजूद उनके लंड का उभार दिखाई दे रहा था। सुहानी समझ गयी की चाचा जान बुज कर ये हरकत कर रहा है। लेकिन कल तक ठीक से हाय हेल्लो नहीं करने वाला इंसान आज उससे इतनी नजदीकियां क्यू बढ़ा रहा है ये सोच के सुहानी के दिल को एक अजीब सा सुकून मिल रहा था।

चाचा:- कहा खो गयी?? मैं कुछ पूछा तुमसे??

सुहानी:- अ..क..क्या अंकल??

चाचा:- अरे मैं पूछ रहा था तुम कब शादी करने वाली हो??

सुहानी:- मुझसे कोण शादी करेगा अंकल...सुहानी के इस बात में दर्द था जो वो कभी ककिसीसे कह। नहीं पति थी।

चाचा:ह ऐसा क्यू सोचती हो?? तुम खूबसूरत ना सही पर ...

सुहानी:- पर क्या अंकल...

चाचा:- पर..तुम अछि लगती हो..

सुहानी:- ये क्या बात हुई...खूबसूरत नहीं पर अच्छी...

चाचा:- अरे मेरा मतलब है की...बाकि चीजे बहोत अच्छी है...ऐसी तो मैंने आजतक नहीं देखि...वो सुहानी की चुचियो की तरफ देखते हुए कहने लगे....सुहानी ने देखा की चाचा उसकी चुचियो को देख के ये बात बोल रहे थे।



सुहानी की धड़कन तेज होने लगी थी। चाचा उसके चहरे के बदलते हावभाव पढ़ रहा था। उसका छूना सुहानी अच्छा लग रहा है ये बात उसने जान ली....उसने धीरे से अपना हाथ ऊपर ककए और बढ़ाया...सुहानी ये देख की चाचा उसकी गांड पे हाथ रखना चाहता है वो झट से दूर हो गयी। चाचा को झटका सा लगा...वो मन में...

चाचा:- ओह्ह्ह थोडा जल्दबाजी कर दी...आराम से लेना पड़ेगा ...पर वाकई क्या माल है ...साला आजतक कैसे छूट गयी ये मेरी नजर से...

चाचा:- क्या हुआ सुहानी??

सुहानी:- क..कु..कुछ नहीं अंकल...तभी पूनम की मम्मी ने सबको आरती के लिए बुला लिया...पूजा खत्म होने के बाद सब ने मिल के खाना खाया...फिर सब बैठ के बाते करते रहे...इस दौरान चाचा सुहानी के तरफ कुछ जादा ही ध्यान दे रहा था। सुहानी इस बात से डर भी रही थी और खुश भी थी।


रात को सब अपने अपने कमरे जाने लगे...सुहानी हमेशा पूनम के कमरे में रहती थी लेकिन आज वो गेस्ट रूम में रहने वाली थी। पूनम और विनीत ने कहा की वो पूनम के साथ रह ले विनीत गेस्ट रूम में रह लेगा...लेकिन सुहानी ने मना कर दिया।


सुहानी रूम में आयी और चेंज करके बाहर बालकनी में गयी...बाहर का नजारा देलहने लगी...तभी उसने देखा की बाजु में चाचाजी बालकनी में खड़े हो के स्मोकिंग कर रहे थे। दोनों की नजरे मिली तो दोनों ने स्माइल किया...सुहानी को शाम को बक्की चीजे याद आयी तो वो शर्मा गयी...अंकल उसकी और बढे...उन्हें अपनी और आता देख सुहानी भी आगे बढ़ी....दोनों बालकनी के बिच थोडा अंतर था।

चाचा:- ह्म्म्म तो आज गेस्ट रूम में हो तुम

सुहानी:- हा...

चाचा:- हा अब पूनम अपने पति के साथ रहेगी और मजे करेगी...

ये सुन के सुहानी शर्मा गयी...

सुहानि:- आंटी सो गयी??

चाचा:- हा...इतने दिनों से भाग दौड़ चल रही थी...आज आराम से दो पेग लगाये और सो गयी....

सुहानी:- ओह्ह...

चाचा:- मेरा अब तीसरा चल रहा है...तुम्हारे लिए बनाऊ??

सुहानी:- नहीं...मैं नहीं पीती....

चाचा:- अरे हा क्या?? पर पूनम तो पीती है कभी कभी...

सुहानी:- हा...पार्टी होती है तो थोडा पि लेती है...

चाचा:- तो तुम क्यू नहीं पीती??

सुहानी:- बस ऐसेही....

चाचा:- तो आज मेरे साथ एक छोटा सा पेग पिलो...

सुहानी:- नहीं अंकल...

चाचा:- अरे एक से कुछ नहीं होता....और हो भी जाय तो मैं हु ना सँभालने के लिए...

चाचाजी सुहानी के टाइट टॉप में उसके बूब्स को देखते हुए कहा....सुहानी कोसमझ गया की उसकी नजर कहा है....

सुहानी:- नहीं मुझे नहीं पीना....

चाचा:- अरे कुछ नहीं होता...मुझे भी कंपनी मिल जायेगी....तुम्हारी चाची तो सो गयी टुन्न हो के...रुको मैं उधर आता हु...ऐसा बोल।के वो अंदर गए और शराब की बोतल और बाकि आइस लेके वापस आये और बिच की स्लाइडिंग खोल के उसमे से सुहानी वाले रूम के बालकनी में। *आ गए...वहा दो चेयर और छोटा टेबल था उसपे बैठ गए....

सुहानी:- अंकल आप लीजिये मैं नहीं पियूंगी....

चाचा:- बस छोटा ...मेरे साथ बैठो...

ऐसा बोल के चाचा ने कोटा बोल के बड़ा सा पेग बना दिया...और सुहानी को थामा दिया।

सुहानी थोडा सा पिया...
 
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