hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
सन्नी अपनी आँखे खोले लेटा हुआ था, जैसे ही उसकी नज़र डॉली से और डॉली की नज़र उससे मिलती है सन्नी अपना मूह दूसरी और फेर लेता है,
डॉली- सन्नी कॉफी बना दूं क्या ज़्यादा तबीयत खराब है, सन्नी डॉली की बात का कोई जवाब नही देता है तब डॉली कहती है अच्छा मैं कॉफी बना कर लाती हू और रूम के बाहर चली जाती है, डॉली के इस बिहेव से सन्नी का मन कुछ शांत होता
है और वह फिर से उम्मीद से भर जाता है और कुछ सोच कर उसके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान आ जाती है, थोड़ी देर बाद डॉली कॉफी लेकर आती है और सन्नी का मूह जिस तरफ था उसी तरफ जाकर उसको आँखो मे देखती हुई-
डॉली- ले सन्नी कॉफी पी ले
सन्नी- डॉली की आँखो मे गुस्से से देख कर, मुझे नही पीना तुम्हारी कॉफी
डॉली- ये रखी है मैं जा रही हू चुपचाप पी लेना, और डॉली सोफे पर जाकर टीवी ऑन करके बैठ जाती है, टीवी मे एक सेक्सी कपल एक दूसरे हो अपनी बाँहो मे भर कर चूम रहे थे, जिसे देख कर डॉली का मन विचलित होने लगता है और उसके गदराए दूध उसको परेशान करने लगते है, वह सीन कुछ ज़्यादा ही लंबा और उत्तेजित कर देने वाला था जिसे देख कर
डॉली बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो चुकी थी, उससे रहा नही जा रहा था तभी वह उठ कर सीधे सन्नी के रूम मे जाती है और
जैसे ही रूम मे एंटर होती है डॉली देखती है सन्नी जीन्स टी-शर्ट पहन कर कही जाने की तैयारी कर रहा था और उसकी
कॉफी रखी-रखी ठंडी हो चुकी थी,
डॉली- सन्नी कहाँ जा रहा है तू
सन्नी- तुमसे मतलब
डॉली- पर अभी तो तेरी तबीयत खराब थी
सन्नी- पलट कर डॉली को गुस्से से देख कर मैं मरु या जियु तुम्हे इससे क्या लेना है,
डॉली- सन्नी के पास जाकर, सन्नी ज़्यादा गुस्सा होने की ज़रूरत नही है ग़लती तेरी ही थी,
सन्नी- हाँ ग़लती मेरी है जो मैं तुम्हे पागलो की तरह चाहता हू
डॉली- पर सन्नी यह सब हमारे बीच ठीक नही है,
सन्नी- डॉली को गुस्से से देख कर मुझे तुम्हारा भासन सुनने का कोई शौक नही है,
डॉली- मुस्कुरा कर सन्नी का हाथ पकड़ कर अच्छा बाबा मुझे माफ़ कर दे
सन्नी- मैं कौन होता हू तुम्हे माफ़ करने वाला
डॉली- मुस्कुरा कर क्यो तू नही जानता कि तू मेरा कौन है
सन्नी- मुझे तुमसे कोई लेना देना नही है दीदी, तुम मेरी दीदी हो तो दीदी की तरह रहो और मेरे मॅटर मे दखल देने
की कोई ज़रूरत नही है
डॉली- मुस्कुरा कर अच्छा मुझे एक बार माफ़ कर दे तू जैसा कहेगा मैं वैसा ही करूँगी,
सन्नी- मैं तुमसे कुछ नही चाहता,
डॉली- मुस्कुरा कर, और मुझे
सन्नी- डॉली को घूरता हुआ बाहर जाने लगता है
डॉली- सन्नी कॉफी बना दूं क्या ज़्यादा तबीयत खराब है, सन्नी डॉली की बात का कोई जवाब नही देता है तब डॉली कहती है अच्छा मैं कॉफी बना कर लाती हू और रूम के बाहर चली जाती है, डॉली के इस बिहेव से सन्नी का मन कुछ शांत होता
है और वह फिर से उम्मीद से भर जाता है और कुछ सोच कर उसके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान आ जाती है, थोड़ी देर बाद डॉली कॉफी लेकर आती है और सन्नी का मूह जिस तरफ था उसी तरफ जाकर उसको आँखो मे देखती हुई-
डॉली- ले सन्नी कॉफी पी ले
सन्नी- डॉली की आँखो मे गुस्से से देख कर, मुझे नही पीना तुम्हारी कॉफी
डॉली- ये रखी है मैं जा रही हू चुपचाप पी लेना, और डॉली सोफे पर जाकर टीवी ऑन करके बैठ जाती है, टीवी मे एक सेक्सी कपल एक दूसरे हो अपनी बाँहो मे भर कर चूम रहे थे, जिसे देख कर डॉली का मन विचलित होने लगता है और उसके गदराए दूध उसको परेशान करने लगते है, वह सीन कुछ ज़्यादा ही लंबा और उत्तेजित कर देने वाला था जिसे देख कर
डॉली बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो चुकी थी, उससे रहा नही जा रहा था तभी वह उठ कर सीधे सन्नी के रूम मे जाती है और
जैसे ही रूम मे एंटर होती है डॉली देखती है सन्नी जीन्स टी-शर्ट पहन कर कही जाने की तैयारी कर रहा था और उसकी
कॉफी रखी-रखी ठंडी हो चुकी थी,
डॉली- सन्नी कहाँ जा रहा है तू
सन्नी- तुमसे मतलब
डॉली- पर अभी तो तेरी तबीयत खराब थी
सन्नी- पलट कर डॉली को गुस्से से देख कर मैं मरु या जियु तुम्हे इससे क्या लेना है,
डॉली- सन्नी के पास जाकर, सन्नी ज़्यादा गुस्सा होने की ज़रूरत नही है ग़लती तेरी ही थी,
सन्नी- हाँ ग़लती मेरी है जो मैं तुम्हे पागलो की तरह चाहता हू
डॉली- पर सन्नी यह सब हमारे बीच ठीक नही है,
सन्नी- डॉली को गुस्से से देख कर मुझे तुम्हारा भासन सुनने का कोई शौक नही है,
डॉली- मुस्कुरा कर सन्नी का हाथ पकड़ कर अच्छा बाबा मुझे माफ़ कर दे
सन्नी- मैं कौन होता हू तुम्हे माफ़ करने वाला
डॉली- मुस्कुरा कर क्यो तू नही जानता कि तू मेरा कौन है
सन्नी- मुझे तुमसे कोई लेना देना नही है दीदी, तुम मेरी दीदी हो तो दीदी की तरह रहो और मेरे मॅटर मे दखल देने
की कोई ज़रूरत नही है
डॉली- मुस्कुरा कर अच्छा मुझे एक बार माफ़ कर दे तू जैसा कहेगा मैं वैसा ही करूँगी,
सन्नी- मैं तुमसे कुछ नही चाहता,
डॉली- मुस्कुरा कर, और मुझे
सन्नी- डॉली को घूरता हुआ बाहर जाने लगता है