hotaks444
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खैर, मयूरी की सिसकारियों की आवाज़ अब और तेज़ हो गयी और उसकी तेज़ आहों और सिसकारियों की आवाज़ से शीतल को और जोश मिल रहा था उसे अपनी बेटी की चूत चाटने में. यह उसके लिए पहली बार था जब वो किसी औरत का चूत चाट रही थी, लंड तो वो कई बार चूस चुकी थी अपने पति का … पर यह अहसास थोड़ा अलग था और इसी वजह से उसको कुछ ज्यादा ही मजा आ रहा था.
उत्तेजना के कारण मयूरी अपनी माँ का मुँह अपने हाथ से अपनी चूत पर जोर जोर से दबा दे रही थी जिससे शीतल को कभी कभी साँस लेने में थोड़ी दिक्कत भी हो रही थी पर इस समय वो दोनों कुछ भी कर गुजरने को बिल्कुल तैयार थे. थोड़ी देर मयूरी की रसीली चूत को चाटने के बाद, अब तक मयूरी की चूत ने 3-4 बार पानी छोड़ दिया था और उसकी माँ ने उसकी चूत के पानी का एक-एक बून्द अपनी होंठों और जबान से चाट-चाट कर साफ किया.
अब शीतल ने अपनी बीच की उंगली मयूरी के चूत में डाल दी और मयूरी की चूत पहले से ही गीली होने की वजह से वो आराम से सरसराते हुए अंदर चली गयी. हालाँकि शीतल को उसकी चूत के टाइट होने का अहसास तब भी होता है.
मयूरी अचानक से चिहुंक सी गयी और इसी बीच शीतल अपने हाथ को आगे-पीछे करके मयूरी की चूत को चोदने लगी.
शीतल ने जोश में अब अपने हाथ को मयूरी की चूत में अंदर-बाहर करने की रफ़्तार को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया, मयूरी की सिसकारियां अब बहुत ही ज्यादा तेज़ हो गयी- आ… ह… उम्म्ह… अहह… हय… याह… आह… माँ…
शीतल पूरे जोश में जोर से चिल्ला कर- मजा आ रहा है बेटी?
मयूरी- हाँ… माँ… बहुत मजा आ रहा है… आह… ह… और जोर से… करो माँ… आह… ऐसे ही… आ… बहुत मजा आ रहा है माँ… आ… ह…
शीतल अपनी बेटी को बहुत देर तक अपने हाथों से चोदती रही… फिर जबउसकी चूत से ढेर सारा पानी बाहर निकला, तब उसकी चूत का निकला हुआ पानी वो उसी के मुँह में डाल कर बोली- ले बेटा… अपनी चूत का पानी का स्वाद चख… बहुत मस्त है… मैंने इतनी देर में बहुत सारा पिया है ये स्वादिष्ट पानी!
मयूरी ने भी पूरे जोश में अपनी माँ के आदेश का पालन किया और वो सारा पानी चाट गयी.
अपनी माँ के द्वारा अपनी चूत-चटाई और उंगली से चुदाई के बाद मयूरी को अब अपनी योजना बहुत हद तक तो सफल होते हुए नज़र आ रही थी. पर वो इसके पहले की अपनी माँ के साथ अपने बेटों से चुदवाने की बात करे, वो पूरी तरह आश्वस्त हो जाना चाहती थी. इसलिए उसने इस माँ-बेटी के बीच का अनूठा प्यार को और आगे बढ़ाने की बात सोची.
उसने अपना अगली चल चली- माँ…
शीतल- हाँ बेटा?
मयूरी- अ… वो.. क्या मैं… मैं भी आपकी चूत…
शीतल- हाँ बेटा… बिल्कुल… मुझे बहुत ख़ुशी हुई यह बात जानकर कि तुम मेरा चूत चाटना चाहती हो.
मयूरी- तो आप अपने कपड़े उतार दो ना…
शीतल- जरूर…
और शीतल ने अपनी नाइटी उतार फेंकी और उसके साथ ही साथ उसने अपनी काले रंग की ब्रा और पैंटी भी फटाफट से उतार दी जैसे उसको अपनी बेटी से चूत चटवाने की कुछ ज्यादा ही जल्दी हो.
अब वो अपनी नंगी जवान बेटी के सामने खुद भी बिल्कुल नंगी थी.
उत्तेजना के कारण मयूरी अपनी माँ का मुँह अपने हाथ से अपनी चूत पर जोर जोर से दबा दे रही थी जिससे शीतल को कभी कभी साँस लेने में थोड़ी दिक्कत भी हो रही थी पर इस समय वो दोनों कुछ भी कर गुजरने को बिल्कुल तैयार थे. थोड़ी देर मयूरी की रसीली चूत को चाटने के बाद, अब तक मयूरी की चूत ने 3-4 बार पानी छोड़ दिया था और उसकी माँ ने उसकी चूत के पानी का एक-एक बून्द अपनी होंठों और जबान से चाट-चाट कर साफ किया.
अब शीतल ने अपनी बीच की उंगली मयूरी के चूत में डाल दी और मयूरी की चूत पहले से ही गीली होने की वजह से वो आराम से सरसराते हुए अंदर चली गयी. हालाँकि शीतल को उसकी चूत के टाइट होने का अहसास तब भी होता है.
मयूरी अचानक से चिहुंक सी गयी और इसी बीच शीतल अपने हाथ को आगे-पीछे करके मयूरी की चूत को चोदने लगी.
शीतल ने जोश में अब अपने हाथ को मयूरी की चूत में अंदर-बाहर करने की रफ़्तार को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया, मयूरी की सिसकारियां अब बहुत ही ज्यादा तेज़ हो गयी- आ… ह… उम्म्ह… अहह… हय… याह… आह… माँ…
शीतल पूरे जोश में जोर से चिल्ला कर- मजा आ रहा है बेटी?
मयूरी- हाँ… माँ… बहुत मजा आ रहा है… आह… ह… और जोर से… करो माँ… आह… ऐसे ही… आ… बहुत मजा आ रहा है माँ… आ… ह…
शीतल अपनी बेटी को बहुत देर तक अपने हाथों से चोदती रही… फिर जबउसकी चूत से ढेर सारा पानी बाहर निकला, तब उसकी चूत का निकला हुआ पानी वो उसी के मुँह में डाल कर बोली- ले बेटा… अपनी चूत का पानी का स्वाद चख… बहुत मस्त है… मैंने इतनी देर में बहुत सारा पिया है ये स्वादिष्ट पानी!
मयूरी ने भी पूरे जोश में अपनी माँ के आदेश का पालन किया और वो सारा पानी चाट गयी.
अपनी माँ के द्वारा अपनी चूत-चटाई और उंगली से चुदाई के बाद मयूरी को अब अपनी योजना बहुत हद तक तो सफल होते हुए नज़र आ रही थी. पर वो इसके पहले की अपनी माँ के साथ अपने बेटों से चुदवाने की बात करे, वो पूरी तरह आश्वस्त हो जाना चाहती थी. इसलिए उसने इस माँ-बेटी के बीच का अनूठा प्यार को और आगे बढ़ाने की बात सोची.
उसने अपना अगली चल चली- माँ…
शीतल- हाँ बेटा?
मयूरी- अ… वो.. क्या मैं… मैं भी आपकी चूत…
शीतल- हाँ बेटा… बिल्कुल… मुझे बहुत ख़ुशी हुई यह बात जानकर कि तुम मेरा चूत चाटना चाहती हो.
मयूरी- तो आप अपने कपड़े उतार दो ना…
शीतल- जरूर…
और शीतल ने अपनी नाइटी उतार फेंकी और उसके साथ ही साथ उसने अपनी काले रंग की ब्रा और पैंटी भी फटाफट से उतार दी जैसे उसको अपनी बेटी से चूत चटवाने की कुछ ज्यादा ही जल्दी हो.
अब वो अपनी नंगी जवान बेटी के सामने खुद भी बिल्कुल नंगी थी.