hotaks444
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सुमेरा: रीदा बता रही थी कि तुम्हारा उसके साथ झगड़ा हो गया है…(सुमेरा की बात सुन कर मेरी बोलती बंद हो गयी…और मे कुछ बोल ना पाया….मैं सोच रहा था कि ये ज़रूर मुझे कुछ ना कुछ सुना देगी….)
सुमेरा : तुम दोनो बच्चो की तरह झगड़ते क्यों रहते हो….चल अंदर आ मैं तुम दोनो की सुलहा करवा देती हूँ….
मैने सुमेरा को मना किया…लेकिन उसके बार -2 कहने पर मैं उसके साथ अंदर चला गया….जब मैं सुमेरा के साथ अंदर पहुचा तो, रीदा भैंस के पास बैठी दूध निकालने की तैयारी कर रही थी…मैने रीदा की तरफ देखते हुए सुमेरा से पूछा… “चाची आज इतनी देर मे दूध निकालने लगी हो….?”
सुमेरा: कुछ नही समीर सुबह से काम से फ़ुर्सत नही मिली….जा रीदा से बात करके उसे मना ले…तुमने ही उसे नाराज़ किया है…और तुम्हारा फ़र्ज़ बनता है कि तुम उसे मनाओ….
सुमेरा रीदा के पास गयी….और रीदा के पास बैठते हुए बोली….”जा समीर तुझसे बात करने आया है…” रीदा ने एक बार अपनी अम्मी सुमेरा की तरफ देखा और मूह बनाते हुए खड़ी होकर रूम के डोर के पास आकर खड़ी हो गयी….मैने रीदा का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खेंचा और दीवार की आड मे कर लिया….अब रूम का नज़ारा कुछ इस तरह था….रूम के डोर के सामने भैंस के पास सुमेरा बैठी हुई थी…उसकी नज़र हम पर भी थी….और डोर से बाहर भी थी….सुमेरा को अंदर से मेन डोर तक दिखाई दे रहा था….और मैन डोर खुला हुआ था…जिसकी वजह से सामने उसे अपने घर का गेट भी दिखाई दे रहा था…
जैसे ही मैने रीदा का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खेंचा तो, रीदा ने मुझसे अपना हाथ छुड़ाने की कॉसिश करते हुए गुस्से से देखते हुए कहा…”क्या है मेरा हाथ छोड़ो….”
मैने रीदा का हाथ नही छोड़ा और उसे झटके से अपने पास खेंच लिया…”क्या हुआ इतने नखरे क्यों कर रही हो….” मैने रीदा की कमर मे अपने बाजुओं को कसते हुए कहा….
”जाओ मुझे तुमसे कोई बात नही करनी….याद नही उस दिन तुमने मेरे साथ क्या सलूक किया था….” रीदा ने मूह बनाते हुए कहा….
मैं: तुम अभी भी उस बात को लेकर नाराज़ बैठी हो…चलो अब अपना मूड ठीक करो…देखो मेरा लंड तुम्हारी फुद्दि की खुसबू सूंघते ही कैसे खड़ा हो गया है….
रीदा मेरी बात सुन कर अपनी हँसी दबा ना पाई….उसने मुस्कुराते कर शरमाते हुए अपनी नज़रें झुका ली….मैने अपना एक हाथ नीचे लेजा कर शलवार के ऊपेर से रीदा की फुद्दि को रगड़ा तो, रीदा बुरी तरह मुझसे चिपक गयी…उसके 38 साइज़ के मम्मे मेरे सीने पर रगड़ खाने लगे….”मुझे माफ़ कर दो रीदा…..” मैने शलवार के ऊपेर से रीदा की फुद्दि को मसलते हुए कहा…..
रीदा: सीईईईईई एक शर्त पर…..
मैं: कॉन सी……
रीदा: आज भी मुझे वैसे ही चोदोगे,…..जैसे उस दिन चोदा था…
सुमेरा : तुम दोनो बच्चो की तरह झगड़ते क्यों रहते हो….चल अंदर आ मैं तुम दोनो की सुलहा करवा देती हूँ….
मैने सुमेरा को मना किया…लेकिन उसके बार -2 कहने पर मैं उसके साथ अंदर चला गया….जब मैं सुमेरा के साथ अंदर पहुचा तो, रीदा भैंस के पास बैठी दूध निकालने की तैयारी कर रही थी…मैने रीदा की तरफ देखते हुए सुमेरा से पूछा… “चाची आज इतनी देर मे दूध निकालने लगी हो….?”
सुमेरा: कुछ नही समीर सुबह से काम से फ़ुर्सत नही मिली….जा रीदा से बात करके उसे मना ले…तुमने ही उसे नाराज़ किया है…और तुम्हारा फ़र्ज़ बनता है कि तुम उसे मनाओ….
सुमेरा रीदा के पास गयी….और रीदा के पास बैठते हुए बोली….”जा समीर तुझसे बात करने आया है…” रीदा ने एक बार अपनी अम्मी सुमेरा की तरफ देखा और मूह बनाते हुए खड़ी होकर रूम के डोर के पास आकर खड़ी हो गयी….मैने रीदा का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खेंचा और दीवार की आड मे कर लिया….अब रूम का नज़ारा कुछ इस तरह था….रूम के डोर के सामने भैंस के पास सुमेरा बैठी हुई थी…उसकी नज़र हम पर भी थी….और डोर से बाहर भी थी….सुमेरा को अंदर से मेन डोर तक दिखाई दे रहा था….और मैन डोर खुला हुआ था…जिसकी वजह से सामने उसे अपने घर का गेट भी दिखाई दे रहा था…
जैसे ही मैने रीदा का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खेंचा तो, रीदा ने मुझसे अपना हाथ छुड़ाने की कॉसिश करते हुए गुस्से से देखते हुए कहा…”क्या है मेरा हाथ छोड़ो….”
मैने रीदा का हाथ नही छोड़ा और उसे झटके से अपने पास खेंच लिया…”क्या हुआ इतने नखरे क्यों कर रही हो….” मैने रीदा की कमर मे अपने बाजुओं को कसते हुए कहा….
”जाओ मुझे तुमसे कोई बात नही करनी….याद नही उस दिन तुमने मेरे साथ क्या सलूक किया था….” रीदा ने मूह बनाते हुए कहा….
मैं: तुम अभी भी उस बात को लेकर नाराज़ बैठी हो…चलो अब अपना मूड ठीक करो…देखो मेरा लंड तुम्हारी फुद्दि की खुसबू सूंघते ही कैसे खड़ा हो गया है….
रीदा मेरी बात सुन कर अपनी हँसी दबा ना पाई….उसने मुस्कुराते कर शरमाते हुए अपनी नज़रें झुका ली….मैने अपना एक हाथ नीचे लेजा कर शलवार के ऊपेर से रीदा की फुद्दि को रगड़ा तो, रीदा बुरी तरह मुझसे चिपक गयी…उसके 38 साइज़ के मम्मे मेरे सीने पर रगड़ खाने लगे….”मुझे माफ़ कर दो रीदा…..” मैने शलवार के ऊपेर से रीदा की फुद्दि को मसलते हुए कहा…..
रीदा: सीईईईईई एक शर्त पर…..
मैं: कॉन सी……
रीदा: आज भी मुझे वैसे ही चोदोगे,…..जैसे उस दिन चोदा था…