hotaks444
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जैसे ही में नीचे आया तो, नीलम मामी ने मुझे बरामदे में पड़े डाइनिंग टेबल पर बैठने को कहा…. मैं वही बैठ गया….थोड़ी देर बाद नीलम मेरे और अपने लिए खाना ले आई…”नजीबा ने खाना खा लिया….?”
नीलम: हां खा लिया….और मेडिसिन भी दे दी है….तुम शुरू करो…
मैं: जी….
उसके बाद मेने खाना शुरू कर दिया….मेरे सामने वाली कुर्सी पर नीलम बैठी खाना खा रही थे….”साना कैसी है….” मेने खाना खाते हुए पूछा….
“ वो ठीक है…उसके सास सुसर और सोहर बहुत अच्छे है…बड़ा ख़याल रखते है साना का…”
मैं: जी ये तो बहुत अच्छे बात है…..
नीलम: ह्म्म्मो अब तो बस एक ही दुआ है कि, जल्दी से साना की गोद भर जाए…. उसके सास सुसर को बड़ी आस है….आख़िर उनका एक ही बेटा है….
मैं: ह्म्म होनी भी चाहिए…..
हम ऐसी ही इधर उधर की बाते करते रहे….खाना खाने के बाद में जैसे ही उठने लगा तो, नीलम ने मुझसे कहा…” थोड़ी देर के लिए नजीबा के पास बैठ जो….में बर्तन किचिन में रख कर आती हूँ….” मेने नीलम मामी की बात सुन कर हां में सर हिला दिया…..और उठ कर नजीबा वाले रूम में आ गया… नजीबा बेड की पुष्ट से पीठ टिकाए टीवी देख रही थे….मुझे देख कर वो शरमा कर मुस्कुराइ और में उसके पास जाकर बैठ गया…..” तबीयत कैसी है तुम्हारी….” मेने नजीबा का हाथ अपने हाथ में लेते हुए कहा…” आप आ गये हो….में ठीक हूँ….”
इतने में नीलम भी रूम में दाखिल हुई…..मेने जल्दी से नजीबा का हाथ छोड़ दिया और टीवी देखने लगा….”अच्छा में चलता हूँ….तीन दिन बाद एग्ज़ॅम है… मेने कितने दिनो से बुक्स को हाथ भी नही लगाया….अगर रिज़ल्ट खराब आया तो, अब्बू बहुत नाराज़ होंगे….”
नीलम: ठीक है तुम जाकर पढ़ाई करो….
नजीबा: ज़्यादा देर तक मत जगाना….नही तो सुबह देर से उठोगे आप…..और रात का रटा रटाया सब भूल जाएँगे….आप अभी सो जाओ….सुबह जल्दी उठ कर पढ़ाई कर लेना…..
मैं: सुबह कब पढ़ुंगा….सुबह कॉलेज से नोट्स भी लेने जाना है…
नजीबा: कोई बात नही मामी सुबह जल्दी उठ जाती है…वो तुम्हे जगा दैन्गी…. क्यों मामी आप उठा दोगि ना…..
नीलम: हां क्यों नही…समीर तुम सो जाओ….वैसी भी आज थक गये होगे….
मैं: जी जैसे आप कहें…..
मैं वहाँ से उठ कर ऊपए रूम में आ गया….और अपने पाजामा और टी-शर्ट उतार कर एक लंबा सा शॉर्ट पहना और बेड पर लेट गया….फिर पता नही चला कब नींद आई….
नीलम: हां खा लिया….और मेडिसिन भी दे दी है….तुम शुरू करो…
मैं: जी….
उसके बाद मेने खाना शुरू कर दिया….मेरे सामने वाली कुर्सी पर नीलम बैठी खाना खा रही थे….”साना कैसी है….” मेने खाना खाते हुए पूछा….
“ वो ठीक है…उसके सास सुसर और सोहर बहुत अच्छे है…बड़ा ख़याल रखते है साना का…”
मैं: जी ये तो बहुत अच्छे बात है…..
नीलम: ह्म्म्मो अब तो बस एक ही दुआ है कि, जल्दी से साना की गोद भर जाए…. उसके सास सुसर को बड़ी आस है….आख़िर उनका एक ही बेटा है….
मैं: ह्म्म होनी भी चाहिए…..
हम ऐसी ही इधर उधर की बाते करते रहे….खाना खाने के बाद में जैसे ही उठने लगा तो, नीलम ने मुझसे कहा…” थोड़ी देर के लिए नजीबा के पास बैठ जो….में बर्तन किचिन में रख कर आती हूँ….” मेने नीलम मामी की बात सुन कर हां में सर हिला दिया…..और उठ कर नजीबा वाले रूम में आ गया… नजीबा बेड की पुष्ट से पीठ टिकाए टीवी देख रही थे….मुझे देख कर वो शरमा कर मुस्कुराइ और में उसके पास जाकर बैठ गया…..” तबीयत कैसी है तुम्हारी….” मेने नजीबा का हाथ अपने हाथ में लेते हुए कहा…” आप आ गये हो….में ठीक हूँ….”
इतने में नीलम भी रूम में दाखिल हुई…..मेने जल्दी से नजीबा का हाथ छोड़ दिया और टीवी देखने लगा….”अच्छा में चलता हूँ….तीन दिन बाद एग्ज़ॅम है… मेने कितने दिनो से बुक्स को हाथ भी नही लगाया….अगर रिज़ल्ट खराब आया तो, अब्बू बहुत नाराज़ होंगे….”
नीलम: ठीक है तुम जाकर पढ़ाई करो….
नजीबा: ज़्यादा देर तक मत जगाना….नही तो सुबह देर से उठोगे आप…..और रात का रटा रटाया सब भूल जाएँगे….आप अभी सो जाओ….सुबह जल्दी उठ कर पढ़ाई कर लेना…..
मैं: सुबह कब पढ़ुंगा….सुबह कॉलेज से नोट्स भी लेने जाना है…
नजीबा: कोई बात नही मामी सुबह जल्दी उठ जाती है…वो तुम्हे जगा दैन्गी…. क्यों मामी आप उठा दोगि ना…..
नीलम: हां क्यों नही…समीर तुम सो जाओ….वैसी भी आज थक गये होगे….
मैं: जी जैसे आप कहें…..
मैं वहाँ से उठ कर ऊपए रूम में आ गया….और अपने पाजामा और टी-शर्ट उतार कर एक लंबा सा शॉर्ट पहना और बेड पर लेट गया….फिर पता नही चला कब नींद आई….