hotaks444
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आरती सोनल के जाने के बाद सोचती है कि उसकी वासना की आग ने उसकी बेटी को भी चपेट में ले लिया है। जहाँ आरति पहले खुश थी कि अब रवि उष्को रोक नही पायेगा वही अब वो सदमे में थी कि वो सोनल को कैसे रोकेगी। अगर सोनल ऐसे ही करती रही तो वो अपनी जिंगदी बर्बाद कर लेगी। अभी उसकी उम्र ही क्या है। अब आरती को एहसास होता है कि घर के नॉकर के साथ चुदाई करके उसने कितनी बड़ी गलती की है, अब एक तरह से रामु उनदोनो का मालिक बन जायेगा।
अगले दिन रवि घर वापिश आता है और आरती उझसे कोई बात नही करती है। रवि डाइनिग टेबल पर बताता है कि कल फॉरेन से उसके कुछ क्लाइंट आ रहे है जो कि हमारे यहा का कलचर देखना चाहते है इसलिए होटल न रुक कर यही घर पर रहेंगे।
रवि-- उप्पेर वाले कमरो को रेडी करवा देना आरती, और रामु को मना करना कि क्वाटर में रहे उप्पेर न जाये।
आरती सिर्फ सिर हिलाकर जवाब देती है।
रवि फिर से फैक्टरी चला जाता है, और सोनल स्कूल।
आरती जया और मोनिका को उप्पेर के दो कमरों की सफाई करवा देती है। रामु को जब मालूम चलता है तो वो नाराजगी दिखाता है, और आरती पर थोड़ा गुस्सा दिखाता है जिससे आरती को अहसास होता है कि रामु अपना रंग बदलने लगा है, आज उसका रिएक्शन एक नॉकर का नही था।
शाम को सोनल स्कूल से वापिश आती है तो आरती उझसे बात करना चाहती है, फ्यूचर को लेकर। लकीन सोनल कोई बात नही करती।
कुछ देर में रवि भी घर आ जाता है जल्दी ही। और बताता है कि सुबह विदेशी मेहमान आ जाएंगे।
डिनर करके सभी सोने चले जाते है, आरती और रवि कोई बात नही करते है बस चुपचाप एक एक कोना पकड़ कर लेट जाते है,
आरती अपनी ही सोच में घूम सो जाती है,
आधी रात बीतने के बाद आरती गहरी नींद में महसूस करती है कि कोई उसके बदन से छेड़छाड़ कर रहा है, उष्को अपनी चुचियो पर किसी का मुह महसूस होता जो कि उनकी निप्पल को धीरे धीरे चूस रहा था, आरती नींद से एक दम उठती है और हड़बड़ा कर देखती है अंधेरे में उसे एक शाया दिखता है, जैसे जैसे आरती की आंखे अंधेरे में देखने की अभ्यस्त होती है तो वो देख कर चौक जाती है कि रामू काका उसके सामने बिल्कुल ननगे खड़े थे, आरती रामु काका की ये हरकत देख कर घबरा जाती है, वो पास सोए रवि को देखती जो कि गहरी नींद में था,
आरती ने चाहे रवि को पकड़ लिया हो चुदाई करते लेकिन फिर भी वो एक पत्नी थी जोकि कभी सोच भी नही सकती थी कि उसके घर का नॉकर उसके पति की मौजूदगी में नँगा उसके बैडरूम में आ जायेगा ।
आरती बस अपने खयालो में थी कि तभी रामु उसके हाथों को पकड़ कर खिंचता है और बेड से खड़ी करता है, आरती उठते ही रामु को अपने से अलग करती है, और धीमे लेकिन कड़ी आवाज में रामू को चले जाने को कहती है।
लेकिन रामु उसे फिर से अपनी बाहों में जकड़ लेता है और उसके होंठो को अपने काले बढ्दै होंठो से चूसने लगता है,आरती अपनी पूरी ताकत से उष्को अपने से दूर करने कोसिस करती है, आरती की जान हलक में आ जाती है रामू की हरकत से।
रामु आरती को वही दीवार के साथ लग देता मुह मोड़ कर जिससे आरती के दोनो हाथ दीवार पर और मुह भी दीवार से लग जाता है, रामु आरती की नाइटी को उप्पेर उठा कर उसके चुतरो को मसलने लगता है, आरती अपने को छूटने की भरपूर कोसिस करती है लेकिन छूट नही पाती।
रामु आरती की पेंटी साइड में करके एक दम से अपना लण्ड उसकी चुत में गुस्सा देता है, आरती की एकदम से चीख निकलती है जोकि वो खुद अपने हाथों से मुह दबा कर रोक लेती है,
रामु अपनी ही धुन में एक लय से आरती को चोदने लगता है, अब आरती शांत खड़ी रह जाती है, वो जानती थी कि अब रामु अपना काम पूरे किए बिना नही जायेगा। रामु घचा गचक उसे चोद रहा था और उसकी निगाहे रवि पर टिकी थी जोकि सपनो की दुनिया मे ग़ुम था, आरती बस यही चाह रही थी कि रवि की नींद न टूटे और रामु जल्दी निपट कर चला जाये।
आज आरती ऐसी स्थिति में थी कि एक नॉकर उसके पति की मौजूदगी में उसे चोद रहा था और वो कुछ नही कर सकती थी, अगर उसकी गलती नही होती तो अभी तक वो रवि को उठा साख्ति थी लेकिन उसके कारनामे ही ऐसे थे कि वो क्या मुह लेकर रवि को उठाती।
वो बस दुआ कर रही थी कि रामु जल्दी से फ़ारिग़ हो और वहा से निकल जाए।
आरती के अंतरात्मा उसे धिकार रही थी, आज वो अपनी मर्जी से नही बल्कि रामु उसका रेप कर रहा था और आरती कुछ नही कर सकती थी।
तभी रामु एक जोरदार झटका देता है और अपने लण्ड को जड़ तक आरती की चुत में घुसा देता है, उसका लण्ड आरती की बच्चेदानी को ठोकर मारता है जिससे आरती की चीख निकल जाती है, और रामु अपने वीर्य की बौछार आरती की चुत में मार देता है, आरती की चीख से रवि की आंख खुल जाती है वो देखता है कि उसके घर का बुडडा नॉकर अपने लण्ड को आरती की चुत में घुसाए खड़ा है।
बिस्तर पर आआवज सुनकर रामु और आरती एकदम से उस तरफ देखते है और रवि को उठा देखते ही जैसे दोनो को लकवा मार जाता है, रामु जैसे तैसे अपने को सम्भलता है और कमरे से बाहर निकल जाता है, आरती वही दीवार के सहारे अपना मुह छुपाए बैठी होती है, तभी रवि उसे अपने सामने खड़ा हुआ दिखता है, वो थोड़ा सा अपना चेहरा उठा कर देखती है तो रवि पजामे से अपना लण्ड निकले खड़ा था, आरती उसे ऐसी हालत में देख कर चोक जाती है,
रवि अचानक नीचे बैठता है और आरति के दोनो पैरों को पकड़ कर फैला देता है जिससे आरती की चुत उसके सामने बेपर्दा हो जाती है, उसकी पैंटी साइड होकर उसकी चुत से रामु का वीर्य बाहर आ रहा था,
रवि ने आरती के बाल पकड लिया और अपना लण्ड उसके मुह में गुसा कर बोला: चूस इसे और जोर जोर से मेरी रांड, मेरे लंड को रोज लेती है नं फिर भी तेरी भोसड़ी की आग कम नहीं होती हैं मादरचोद! और मुझे शिक्षा दे रही थी।
आरती ने मुहं को खोला और रवि ने फटाक से अपने लंड को पूरा उसके मुहं में पेल दिया. टट्टे भी आ के जैसे आरती की ठोड़ी को लग रहे थे. पहले ही बोल पर सिक्स लगाईं थी रवि ने लंड को सत प्रतिशत मुहं में दे के.
और आरती को देखा तो वो किसी बेचारी के जैसे एकदम मजबूरी से लंड को सक कर रही थी. उसने अपने मुहं को पता नहीं किस अंदाज में खोला था की पूरा के पूरा लंड अन्दर जा घुसा फिर भी वो आराम से उसका लिकिंग और सकिंग कर रही थी.
रवि ने आरती के बाल पकडे और वो उसके मुहं को किसी वहसी जानवर के जैसे चोदने लगा. अब आरती भी ये एन्जॉय करती लग रही थी. क्यूंकि वो भी अपने मुहं को खोल के आराम से इस हार्ड फकिंग का मजा लुट जो रही थी.
रवि ने और पांच मिनिट आरती का फेस फक किया. और फिर वो बोला, चल अब जल्दी से घोड़ी बन जा बहन की लोडी.
आरती मना करती है लेकिन रवि उसे घूमा कर धोड़ी बना देता है
आरती अपने फैले हुए चूतड़ को रवि की तरफ कर के घोड़ी बन गई. रवि ने पहले तो अपने लोडे को आरती की गांड पर फडफडा दिया. और फिर उसने आरती की चूत के अन्दर एक ऊँगली डाली. उसकी चूत पहले से एकदम गीली थी रामु के वीर्य की वजह से. अब भी काफी वीर्य आरती की चुत में था। रवि उंगली से वीर्य को निकाल कर आरती को दिखाता है, जिसे देख कर आरती को अपने आप से घिन आती है,रवि उस उँगलु को जबरदस्ती आरती के मुह में थुश देता है। आरती के मुह में रामु का वीर्य घुल जाता है। अब रवि ने लौड़े को चूत की छेद पर रखा और एक धक्का दे दिया. एक ही झटके के अन्दर उसका पूरा लंड आरती की चुत में जा घुसा जोकि पहले से रामु के वीर्य से भरी हुई थी।
आरती ने बड़े ही प्यार से ऐसी सिसकी निकाली जैसी उसने रवि के साथ किये हुए किसी भी सेक्स में नहीं निकाली थी. रवि ने उसे अपनी बाहों में भर लिया, पीछे से ही. उसकी छाती आरती की कमर के ऊपर थी. उसने हाथ को आगे कर के अपनी सेक्सी वाइफ के बूब्स मसले और पूछा, कैसा लगा मेरी जान?
आरती मायूसी से बोली: रवि मुझे माफ़ कर दो।
लकीन रवि बिना सुने बिना कुछ बोले मजजे से धक्के लगाता रहता है अब जल्दी से जोर जोर के धक्के लगाता है और आरती की चूत में ही अपने लोडे की पिचकारी छोड़ता है!
रवि बिस्तर पर जकर पसर जाता है और फिर से सो जाता है। आरती वही बैठी अभी जो कुछ हुआ उसे सोचती रहती है। रामु तो नॉकर था जो किया सो किया लेकिन रवि रवि ने क्यो उसके साथ ऐसा किया,
रवि उससे झगड़ा कर सकता था, लेकिन उसने उस नॉकर की चोदी हुई चुत ही चोद दी, उसने साबित कर दिया कि अब मैं आरती रवि की नजर में सिर्फ एक रण्डी हु।
अगले दिन रवि घर वापिश आता है और आरती उझसे कोई बात नही करती है। रवि डाइनिग टेबल पर बताता है कि कल फॉरेन से उसके कुछ क्लाइंट आ रहे है जो कि हमारे यहा का कलचर देखना चाहते है इसलिए होटल न रुक कर यही घर पर रहेंगे।
रवि-- उप्पेर वाले कमरो को रेडी करवा देना आरती, और रामु को मना करना कि क्वाटर में रहे उप्पेर न जाये।
आरती सिर्फ सिर हिलाकर जवाब देती है।
रवि फिर से फैक्टरी चला जाता है, और सोनल स्कूल।
आरती जया और मोनिका को उप्पेर के दो कमरों की सफाई करवा देती है। रामु को जब मालूम चलता है तो वो नाराजगी दिखाता है, और आरती पर थोड़ा गुस्सा दिखाता है जिससे आरती को अहसास होता है कि रामु अपना रंग बदलने लगा है, आज उसका रिएक्शन एक नॉकर का नही था।
शाम को सोनल स्कूल से वापिश आती है तो आरती उझसे बात करना चाहती है, फ्यूचर को लेकर। लकीन सोनल कोई बात नही करती।
कुछ देर में रवि भी घर आ जाता है जल्दी ही। और बताता है कि सुबह विदेशी मेहमान आ जाएंगे।
डिनर करके सभी सोने चले जाते है, आरती और रवि कोई बात नही करते है बस चुपचाप एक एक कोना पकड़ कर लेट जाते है,
आरती अपनी ही सोच में घूम सो जाती है,
आधी रात बीतने के बाद आरती गहरी नींद में महसूस करती है कि कोई उसके बदन से छेड़छाड़ कर रहा है, उष्को अपनी चुचियो पर किसी का मुह महसूस होता जो कि उनकी निप्पल को धीरे धीरे चूस रहा था, आरती नींद से एक दम उठती है और हड़बड़ा कर देखती है अंधेरे में उसे एक शाया दिखता है, जैसे जैसे आरती की आंखे अंधेरे में देखने की अभ्यस्त होती है तो वो देख कर चौक जाती है कि रामू काका उसके सामने बिल्कुल ननगे खड़े थे, आरती रामु काका की ये हरकत देख कर घबरा जाती है, वो पास सोए रवि को देखती जो कि गहरी नींद में था,
आरती ने चाहे रवि को पकड़ लिया हो चुदाई करते लेकिन फिर भी वो एक पत्नी थी जोकि कभी सोच भी नही सकती थी कि उसके घर का नॉकर उसके पति की मौजूदगी में नँगा उसके बैडरूम में आ जायेगा ।
आरती बस अपने खयालो में थी कि तभी रामु उसके हाथों को पकड़ कर खिंचता है और बेड से खड़ी करता है, आरती उठते ही रामु को अपने से अलग करती है, और धीमे लेकिन कड़ी आवाज में रामू को चले जाने को कहती है।
लेकिन रामु उसे फिर से अपनी बाहों में जकड़ लेता है और उसके होंठो को अपने काले बढ्दै होंठो से चूसने लगता है,आरती अपनी पूरी ताकत से उष्को अपने से दूर करने कोसिस करती है, आरती की जान हलक में आ जाती है रामू की हरकत से।
रामु आरती को वही दीवार के साथ लग देता मुह मोड़ कर जिससे आरती के दोनो हाथ दीवार पर और मुह भी दीवार से लग जाता है, रामु आरती की नाइटी को उप्पेर उठा कर उसके चुतरो को मसलने लगता है, आरती अपने को छूटने की भरपूर कोसिस करती है लेकिन छूट नही पाती।
रामु आरती की पेंटी साइड में करके एक दम से अपना लण्ड उसकी चुत में गुस्सा देता है, आरती की एकदम से चीख निकलती है जोकि वो खुद अपने हाथों से मुह दबा कर रोक लेती है,
रामु अपनी ही धुन में एक लय से आरती को चोदने लगता है, अब आरती शांत खड़ी रह जाती है, वो जानती थी कि अब रामु अपना काम पूरे किए बिना नही जायेगा। रामु घचा गचक उसे चोद रहा था और उसकी निगाहे रवि पर टिकी थी जोकि सपनो की दुनिया मे ग़ुम था, आरती बस यही चाह रही थी कि रवि की नींद न टूटे और रामु जल्दी निपट कर चला जाये।
आज आरती ऐसी स्थिति में थी कि एक नॉकर उसके पति की मौजूदगी में उसे चोद रहा था और वो कुछ नही कर सकती थी, अगर उसकी गलती नही होती तो अभी तक वो रवि को उठा साख्ति थी लेकिन उसके कारनामे ही ऐसे थे कि वो क्या मुह लेकर रवि को उठाती।
वो बस दुआ कर रही थी कि रामु जल्दी से फ़ारिग़ हो और वहा से निकल जाए।
आरती के अंतरात्मा उसे धिकार रही थी, आज वो अपनी मर्जी से नही बल्कि रामु उसका रेप कर रहा था और आरती कुछ नही कर सकती थी।
तभी रामु एक जोरदार झटका देता है और अपने लण्ड को जड़ तक आरती की चुत में घुसा देता है, उसका लण्ड आरती की बच्चेदानी को ठोकर मारता है जिससे आरती की चीख निकल जाती है, और रामु अपने वीर्य की बौछार आरती की चुत में मार देता है, आरती की चीख से रवि की आंख खुल जाती है वो देखता है कि उसके घर का बुडडा नॉकर अपने लण्ड को आरती की चुत में घुसाए खड़ा है।
बिस्तर पर आआवज सुनकर रामु और आरती एकदम से उस तरफ देखते है और रवि को उठा देखते ही जैसे दोनो को लकवा मार जाता है, रामु जैसे तैसे अपने को सम्भलता है और कमरे से बाहर निकल जाता है, आरती वही दीवार के सहारे अपना मुह छुपाए बैठी होती है, तभी रवि उसे अपने सामने खड़ा हुआ दिखता है, वो थोड़ा सा अपना चेहरा उठा कर देखती है तो रवि पजामे से अपना लण्ड निकले खड़ा था, आरती उसे ऐसी हालत में देख कर चोक जाती है,
रवि अचानक नीचे बैठता है और आरति के दोनो पैरों को पकड़ कर फैला देता है जिससे आरती की चुत उसके सामने बेपर्दा हो जाती है, उसकी पैंटी साइड होकर उसकी चुत से रामु का वीर्य बाहर आ रहा था,
रवि ने आरती के बाल पकड लिया और अपना लण्ड उसके मुह में गुसा कर बोला: चूस इसे और जोर जोर से मेरी रांड, मेरे लंड को रोज लेती है नं फिर भी तेरी भोसड़ी की आग कम नहीं होती हैं मादरचोद! और मुझे शिक्षा दे रही थी।
आरती ने मुहं को खोला और रवि ने फटाक से अपने लंड को पूरा उसके मुहं में पेल दिया. टट्टे भी आ के जैसे आरती की ठोड़ी को लग रहे थे. पहले ही बोल पर सिक्स लगाईं थी रवि ने लंड को सत प्रतिशत मुहं में दे के.
और आरती को देखा तो वो किसी बेचारी के जैसे एकदम मजबूरी से लंड को सक कर रही थी. उसने अपने मुहं को पता नहीं किस अंदाज में खोला था की पूरा के पूरा लंड अन्दर जा घुसा फिर भी वो आराम से उसका लिकिंग और सकिंग कर रही थी.
रवि ने आरती के बाल पकडे और वो उसके मुहं को किसी वहसी जानवर के जैसे चोदने लगा. अब आरती भी ये एन्जॉय करती लग रही थी. क्यूंकि वो भी अपने मुहं को खोल के आराम से इस हार्ड फकिंग का मजा लुट जो रही थी.
रवि ने और पांच मिनिट आरती का फेस फक किया. और फिर वो बोला, चल अब जल्दी से घोड़ी बन जा बहन की लोडी.
आरती मना करती है लेकिन रवि उसे घूमा कर धोड़ी बना देता है
आरती अपने फैले हुए चूतड़ को रवि की तरफ कर के घोड़ी बन गई. रवि ने पहले तो अपने लोडे को आरती की गांड पर फडफडा दिया. और फिर उसने आरती की चूत के अन्दर एक ऊँगली डाली. उसकी चूत पहले से एकदम गीली थी रामु के वीर्य की वजह से. अब भी काफी वीर्य आरती की चुत में था। रवि उंगली से वीर्य को निकाल कर आरती को दिखाता है, जिसे देख कर आरती को अपने आप से घिन आती है,रवि उस उँगलु को जबरदस्ती आरती के मुह में थुश देता है। आरती के मुह में रामु का वीर्य घुल जाता है। अब रवि ने लौड़े को चूत की छेद पर रखा और एक धक्का दे दिया. एक ही झटके के अन्दर उसका पूरा लंड आरती की चुत में जा घुसा जोकि पहले से रामु के वीर्य से भरी हुई थी।
आरती ने बड़े ही प्यार से ऐसी सिसकी निकाली जैसी उसने रवि के साथ किये हुए किसी भी सेक्स में नहीं निकाली थी. रवि ने उसे अपनी बाहों में भर लिया, पीछे से ही. उसकी छाती आरती की कमर के ऊपर थी. उसने हाथ को आगे कर के अपनी सेक्सी वाइफ के बूब्स मसले और पूछा, कैसा लगा मेरी जान?
आरती मायूसी से बोली: रवि मुझे माफ़ कर दो।
लकीन रवि बिना सुने बिना कुछ बोले मजजे से धक्के लगाता रहता है अब जल्दी से जोर जोर के धक्के लगाता है और आरती की चूत में ही अपने लोडे की पिचकारी छोड़ता है!
रवि बिस्तर पर जकर पसर जाता है और फिर से सो जाता है। आरती वही बैठी अभी जो कुछ हुआ उसे सोचती रहती है। रामु तो नॉकर था जो किया सो किया लेकिन रवि रवि ने क्यो उसके साथ ऐसा किया,
रवि उससे झगड़ा कर सकता था, लेकिन उसने उस नॉकर की चोदी हुई चुत ही चोद दी, उसने साबित कर दिया कि अब मैं आरती रवि की नजर में सिर्फ एक रण्डी हु।