hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
मेरी बात सुनते ही अजय का झूठमूठ का विरोध करने का सारा हौसला पस्त पड़ गया और वो बेड पर चुपचाप बैठ गया। मैं भी उसकी बगल में बैठ गया। मेरा 11" लंबा और 4" मोटा हलब्बी लौड़ा फुफ्कार मार रहा था। वो ब्रीफ फाड़कर बाहर आने के लिए मचल रहा था। अजय के प्रति आज तक जो मेरे मन में स्नेह भरा प्यार था, वो अब वासनात्मक प्यार बन गया था। मैं अपने खड़े लण्ड को ब्रीफ के ऊपर से पकड़कर हिला-हिलाकर नीचे देखते हुए अजय को दिखाने लगा। साथ ही उसके गोरे गालों पर स्नेहभरा हाथ भी फेर रहा था।
फिर विजयने कहा- “मुन्ना देख, ब्रीफ में कैसे तेरे वाली में जाने के लिए मचल रहा है। जबसे इसे पता चला है। की तू गाण्ड मरवाने का शौकीन है तब से यह मचल उठा है। एक बार मेरे वाले का मजा ले लेगा ना तो भैया का दीवाना हो जाएगा। तेरी बहुत प्यार से पूरी चिकनी करके लँगा। बोल भैया से पूरा मस्त होकर मजा लेगा। ना? आज मैं जैसा तेरा मजा लूंगा, वैसा मजा गाँव में तुझे गाँव वालों से कभी भी नहीं मिला होगा..."
अजय- “भैया बगल के कमरे में माँ सोई हुई है, कहीं माँ को पता चल जाएगा तो माँ हम दोनों भाइयों के बारे में क्या सोचेगी?” अब अजय चुदाने को आतुर लौंडिया की तरह बोला की चोद तो लो पर कहीं कोई देख लेगा तो?”
विजय- “अरे माँ की चिंता छोड़। उसके पास तो आगे वाली भी है और पीछे वाली भी है। जब तुमसे पीछे वाली
की खाज बर्दास्त नहीं होती तो अपनी मस्त और मजे लेने की शौकीन माँ आगे और पीछे दोनों जगह की खाज कैसे बर्दास्त करती होगी? पता चल जाएगा तो देखना दोनों भाइयों को आगे वाली का और पीछे वाली का दोनों का स्वाद चखाएगी। पर मुन्ना, माँ राजी-राजी देगी तो तू माँ की ले लेगा ना?”
अजय- “भैया आप बहुत गंदी-गंदी बातें करते हो। आप लेने की बात कर रहे हो मेरा तो माँ के सामने खड़ा तक नहीं होगा...”
विजय- “अभी तो सिर्फ बातें ही की है। लेकिन जब तुम्हारी ये मक्खन सी मुलायम गाण्ड तबीयत से लँगा तब देखना तुम खुद ही पीछे ठेल-ठेलकर मरवाओगे। जैसी तुम्हारी भैया मारेंगे ना वैसी तुम्हारी आज तक किसी ने भी नहीं मारी होगी...”
फिर अजय को ब्रीफ के ऊपर से लण्ड दिखाते हुए- “देख भैया का जब यह धीरे-धीरे अंदर जाएगा ना तो तुम
सबको भूल जाएगा। इसके बाद सिर्फ और सिर्फ भैया से ही मरवाएगा। बोल भैया को अपने ऊपर चढ़ाएगा ना?”
अजय- “मुझे शर्म आती है। मुझे कुछ भी नहीं कहना। आप जो चाहो वो करो। मैं सब समझ रहा हूँ। आज आप अपने छोटे भाई को छोड़ने वाले नहीं है तो मेरे से पूछ क्यों रहे हैं?”
फिर विजयने कहा- “मुन्ना देख, ब्रीफ में कैसे तेरे वाली में जाने के लिए मचल रहा है। जबसे इसे पता चला है। की तू गाण्ड मरवाने का शौकीन है तब से यह मचल उठा है। एक बार मेरे वाले का मजा ले लेगा ना तो भैया का दीवाना हो जाएगा। तेरी बहुत प्यार से पूरी चिकनी करके लँगा। बोल भैया से पूरा मस्त होकर मजा लेगा। ना? आज मैं जैसा तेरा मजा लूंगा, वैसा मजा गाँव में तुझे गाँव वालों से कभी भी नहीं मिला होगा..."
अजय- “भैया बगल के कमरे में माँ सोई हुई है, कहीं माँ को पता चल जाएगा तो माँ हम दोनों भाइयों के बारे में क्या सोचेगी?” अब अजय चुदाने को आतुर लौंडिया की तरह बोला की चोद तो लो पर कहीं कोई देख लेगा तो?”
विजय- “अरे माँ की चिंता छोड़। उसके पास तो आगे वाली भी है और पीछे वाली भी है। जब तुमसे पीछे वाली
की खाज बर्दास्त नहीं होती तो अपनी मस्त और मजे लेने की शौकीन माँ आगे और पीछे दोनों जगह की खाज कैसे बर्दास्त करती होगी? पता चल जाएगा तो देखना दोनों भाइयों को आगे वाली का और पीछे वाली का दोनों का स्वाद चखाएगी। पर मुन्ना, माँ राजी-राजी देगी तो तू माँ की ले लेगा ना?”
अजय- “भैया आप बहुत गंदी-गंदी बातें करते हो। आप लेने की बात कर रहे हो मेरा तो माँ के सामने खड़ा तक नहीं होगा...”
विजय- “अभी तो सिर्फ बातें ही की है। लेकिन जब तुम्हारी ये मक्खन सी मुलायम गाण्ड तबीयत से लँगा तब देखना तुम खुद ही पीछे ठेल-ठेलकर मरवाओगे। जैसी तुम्हारी भैया मारेंगे ना वैसी तुम्हारी आज तक किसी ने भी नहीं मारी होगी...”
फिर अजय को ब्रीफ के ऊपर से लण्ड दिखाते हुए- “देख भैया का जब यह धीरे-धीरे अंदर जाएगा ना तो तुम
सबको भूल जाएगा। इसके बाद सिर्फ और सिर्फ भैया से ही मरवाएगा। बोल भैया को अपने ऊपर चढ़ाएगा ना?”
अजय- “मुझे शर्म आती है। मुझे कुछ भी नहीं कहना। आप जो चाहो वो करो। मैं सब समझ रहा हूँ। आज आप अपने छोटे भाई को छोड़ने वाले नहीं है तो मेरे से पूछ क्यों रहे हैं?”