hotaks444
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सरिता: ये क्या हुआ सरला ।
सरला: माँ अब ये ऐसे ही करते है ।
अरुण: छोडो उन्हें ये बताओ कैसा लगा।
सरिता: बहुत अच्छा मेरे बच्चे मजा आ गया।
सरला: माँ अच्छा लगा मेरे बेटे का ।
सरिता: बहुत अच्छा आज पूरे १५ साल बाद लंड गया था चुत में।बहुत दर्द हुआ पर अच्छा लगा।
मेरी बेटी मेरे आने का इतना फायदा होगा मुझे पता नहीं था ।आ जाओ मेरे बच्चो सो जाओ रात काफी हो गई है
कल देखते है रमेश क्या गुल्ल खिलाता है।
सरला: मेरी बच्ची नीतू रह गई आज।
सरिता: मतलब।
सरला: मतलब मेरी बच्ची चुदने से रह गई आज।
सरिता: इसका मतलब।
सरला: हाँ माँ नीतू ने अरुन की दूसरे नंबर की बीवी और रांड है।
सरिता: तुम दोनों माँ बेटा पता नहीं क्या क्या करके मानोगे।
अगले दिन रमेश सरिता से नज़र नहीं मिला रहा था
और सरला उसको देख कर मंद मंद मुस्कुरा रही थी
पर नीतू आज सरला से बात नहीं कर रही थी।
ओ ग़ुस्सा थी की उसको आये हुए पूरा एक दिन हो गया पर अभी तक अरुन ने उसे चोदा नहीं था।
इधर प्रीति परी को समझा रही थी अब आज कुछ भी हो जाये वो अरुन से चुद कर रहेगी।
सूबह सभी नास्ता कर के फ्री हो जाते है।
सरला सरिता से।
सरला: माँ किसी तरह भाई और रमेश को कुछ घण्टो के लिए बाहर ले जाओ जिस से मैं नीतू को अरुन के पास भेज दु।
मुझे रमेश की चिंता नहीं है पर भाई की है अगर उन्होंने देख लिया तो क्या सोचेंगे।
सरीता: ठीक है मन तो नहीं है जाने का पर नीतू के लिए कुछ करती हूँ।
और सरिता ने ऐसा प्लान किया की
राजेश रमेश को लेकर घर से चला गया और सरिता भी घर पे रुक गई।
जैसे ही दोनों घर से बाहर गये।
नीतु सब के सामने अरुन से लिपट गई।
और अरुन ने भी नीतू को निराश नहीं किया और उसको गोदी में उठा कर रूम में ले गया ।
और सब देखते रह गये।
और अंदर से रूम बंद कर के ।
नीतु की ऐसी ठुकाई की की बहां सब नीतू की चीखे सुनते रहें।
और नीतू की चीख सुनने के बाद परी प्रीति से।
परी: माँ मुझे नहीं चुदना अरुन से उसने नीतू की क्या हालत की होगी की पिछले आधे घंटे से नीतू चीखे जा रही है।
प्रीति: पागल है पहली बार में दर्द होता है तुझे पता नहीं है क्या उसके बाद तो मज़े ही मज़े है ।
अगर तुझे नहीं करना कोई बात नहीं मुझे तो चुदना है अरुन के मुसल से और गाण्ड में भी लेना है।
थोड़ी देर बाद रूम का दरवाजा खुला और उसमे से अरुन बाहर निकला और घर से बाहर चला गया।
और सब रूम में आए।
जहाँ बेड पे नीतू नंगी लेटी थी और उसकी गाण्ड से खून निकल रहा था।
परी: देखा माँ क्या हाल किया है नीतू का।
तुम्हारा भी ऐसा ही होगा। अगर गाण्ड मरवाओगी।
प्रीति: चुप कर।
नीतु के सर पे हाथ फेरते हुए।
बेटा दर्द हो रहा है तो गाण्ड में क्यों लिया।
नीतू: बुआ मजा तो दर्द में ही है आज जो मजा आया न वो रवि से कभी नहीं आता तभी तो भाई से चुदती हूँ।
प्रीति परी से।
देखा ये तुझ से छोटी है और देख क्या कह रही है
तेरा तो नसिब ख़राब है पति दुबई में पड़ा है।
और तुझे यहाँ मुसल दिला रही हु तो तेरी गाण्ड फट रही है लिए बिना।
प्रीति: बेटा अरुन कहा गया है।
नीतू: बुआ वो कोई ऑइंटमेंट लेने गए है
उसे लगाने से गांड का दर्द कम हो जायेगा बोल रहे थे
प्रीति: देख परी अरुन कितना ख़याल रखता है पहले मज़े दिए अब दवाई लेने गया है।
सरला: ज्यादा दर्द तो नहीं हो रहा।
नीतू: नहीं माँ बिलकुल नहीं।
और उठने लगती है।
पर दर्द की बजह से फिर से लेट जाती है।
सरिता: बेटा आराम कर तु।
नीतू: नानी आप भी ।
सरिता: हाँ तो क्या करूँ ।क्या तुम्हारा ही मन करता है मेरा नही।
और सब हँस पडते है।
सरला: माँ अब ये ऐसे ही करते है ।
अरुण: छोडो उन्हें ये बताओ कैसा लगा।
सरिता: बहुत अच्छा मेरे बच्चे मजा आ गया।
सरला: माँ अच्छा लगा मेरे बेटे का ।
सरिता: बहुत अच्छा आज पूरे १५ साल बाद लंड गया था चुत में।बहुत दर्द हुआ पर अच्छा लगा।
मेरी बेटी मेरे आने का इतना फायदा होगा मुझे पता नहीं था ।आ जाओ मेरे बच्चो सो जाओ रात काफी हो गई है
कल देखते है रमेश क्या गुल्ल खिलाता है।
सरला: मेरी बच्ची नीतू रह गई आज।
सरिता: मतलब।
सरला: मतलब मेरी बच्ची चुदने से रह गई आज।
सरिता: इसका मतलब।
सरला: हाँ माँ नीतू ने अरुन की दूसरे नंबर की बीवी और रांड है।
सरिता: तुम दोनों माँ बेटा पता नहीं क्या क्या करके मानोगे।
अगले दिन रमेश सरिता से नज़र नहीं मिला रहा था
और सरला उसको देख कर मंद मंद मुस्कुरा रही थी
पर नीतू आज सरला से बात नहीं कर रही थी।
ओ ग़ुस्सा थी की उसको आये हुए पूरा एक दिन हो गया पर अभी तक अरुन ने उसे चोदा नहीं था।
इधर प्रीति परी को समझा रही थी अब आज कुछ भी हो जाये वो अरुन से चुद कर रहेगी।
सूबह सभी नास्ता कर के फ्री हो जाते है।
सरला सरिता से।
सरला: माँ किसी तरह भाई और रमेश को कुछ घण्टो के लिए बाहर ले जाओ जिस से मैं नीतू को अरुन के पास भेज दु।
मुझे रमेश की चिंता नहीं है पर भाई की है अगर उन्होंने देख लिया तो क्या सोचेंगे।
सरीता: ठीक है मन तो नहीं है जाने का पर नीतू के लिए कुछ करती हूँ।
और सरिता ने ऐसा प्लान किया की
राजेश रमेश को लेकर घर से चला गया और सरिता भी घर पे रुक गई।
जैसे ही दोनों घर से बाहर गये।
नीतु सब के सामने अरुन से लिपट गई।
और अरुन ने भी नीतू को निराश नहीं किया और उसको गोदी में उठा कर रूम में ले गया ।
और सब देखते रह गये।
और अंदर से रूम बंद कर के ।
नीतु की ऐसी ठुकाई की की बहां सब नीतू की चीखे सुनते रहें।
और नीतू की चीख सुनने के बाद परी प्रीति से।
परी: माँ मुझे नहीं चुदना अरुन से उसने नीतू की क्या हालत की होगी की पिछले आधे घंटे से नीतू चीखे जा रही है।
प्रीति: पागल है पहली बार में दर्द होता है तुझे पता नहीं है क्या उसके बाद तो मज़े ही मज़े है ।
अगर तुझे नहीं करना कोई बात नहीं मुझे तो चुदना है अरुन के मुसल से और गाण्ड में भी लेना है।
थोड़ी देर बाद रूम का दरवाजा खुला और उसमे से अरुन बाहर निकला और घर से बाहर चला गया।
और सब रूम में आए।
जहाँ बेड पे नीतू नंगी लेटी थी और उसकी गाण्ड से खून निकल रहा था।
परी: देखा माँ क्या हाल किया है नीतू का।
तुम्हारा भी ऐसा ही होगा। अगर गाण्ड मरवाओगी।
प्रीति: चुप कर।
नीतु के सर पे हाथ फेरते हुए।
बेटा दर्द हो रहा है तो गाण्ड में क्यों लिया।
नीतू: बुआ मजा तो दर्द में ही है आज जो मजा आया न वो रवि से कभी नहीं आता तभी तो भाई से चुदती हूँ।
प्रीति परी से।
देखा ये तुझ से छोटी है और देख क्या कह रही है
तेरा तो नसिब ख़राब है पति दुबई में पड़ा है।
और तुझे यहाँ मुसल दिला रही हु तो तेरी गाण्ड फट रही है लिए बिना।
प्रीति: बेटा अरुन कहा गया है।
नीतू: बुआ वो कोई ऑइंटमेंट लेने गए है
उसे लगाने से गांड का दर्द कम हो जायेगा बोल रहे थे
प्रीति: देख परी अरुन कितना ख़याल रखता है पहले मज़े दिए अब दवाई लेने गया है।
सरला: ज्यादा दर्द तो नहीं हो रहा।
नीतू: नहीं माँ बिलकुल नहीं।
और उठने लगती है।
पर दर्द की बजह से फिर से लेट जाती है।
सरिता: बेटा आराम कर तु।
नीतू: नानी आप भी ।
सरिता: हाँ तो क्या करूँ ।क्या तुम्हारा ही मन करता है मेरा नही।
और सब हँस पडते है।