hotaks444
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- Nov 15, 2016
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अरुन सरला को खड़ा करता है
और उस के सामने घुटनो पर बैठ कर
""" विल यू मैरी मी सरला ""
आई लव यू सो मच
सरला: प्यार तो मैं भी तुम से करती हूँ
पर मेरे पेरेंट्स नहीं मानेंगे।
अरुण: मैं बात करुँगा उनसे
सरला: कब बात करोगे अरुण।
अरुण: जब तुम कहो सरला
सरला: आज ही चलो।
अरुण: आज। पर हम ट्रैन में है ।
सरला: तो क्या हुआ अगले स्टेशन पर उतरते है
और मेरे साथ मेरे घर चलो मेरा हाथ माँगने , जिससे की तुम मुझे अपनी पत्नी बना कर अपने बच्चों की माँ बना सको।
सरला: बोलो अरुन माँगोगे मेरा हाथ।
अरुण: हाँ सरला
सरला: मुझे मेरे घर ले चलो।
अरुण: ओके चलते है।
और दोनों सरला के घर आने का वेट करते है
अरुण: सरला को
आई लव यू।
सरला शरमा जाती है।
अरुण: क्या हुआ मेरी जान।
सरला: कुछ नहीं और इंतज़ार नहीं होता।
अरुण: किस बात के लिये
सरला: तुम्हारी बाँहों से दुर।
और अरुण अपनी दोनों बाँहों को फेला देता है।
सरला: उसकी ओर देखते हुए नही मैं नहीं आऊँगी।
अरुण: क्यो क्या हुआ।
सरला: तुम मुझे छेड़ोगे।
अरुण: नहीं ऐसा कुछ नहीं है।
सरला: है ऐसा काफी देर से तुम मेरे सिने को घुर घुर कर देख रहे हो
अरुण: तो क्या हुआ माल का मुआयना कर रहा हूँ ।
सरला: देखा मैंने कहा न तुम्हारी नियत ठीक नहीं है
अरुण; हाँ नहीं है बोल क्या करेगि।
सरला; मैं चिलाऊँगी।
अरुण; चिलाओगी ।
सरला: हाँ ।
और अरुणअपना लंड पेंट से निकाल कर खेलने लगता है।
सरला: ये तुम क्या कर रहे हो।
अरुण; मेरा सामान मेरी मर्ज़ी कुछ भी करू।
और लंड पर अपने हाथ को आगे पीछे करने लगता है।
वही कर रहा हूँ जो करना चाहिए इसका मेरे अलावा कौन है।
सरला: एकदम अरुन के हाथ से लंड छिनते हुए और उस पर झुक जाती है और गप से अपने मुह में भर लेती है।अरुन के मुह से सिसकारी निकल जाती है।
आआह्ह्ह्हह्ह
सरला: उसकी ऑंखों में देखते हुए ।
लंड को मुह से अंदर बाहर करते हुए।
कभी चाटती है , चुस्ती है , कभी टट्टों को मुह में लेती है
और अरुन मस्ती के मारे पागल हो जाता है।
कोई सरला को देख कर ये नहीं कह सकता की ये दूसरी बार ही लाइफ में लंड चूस रही है।
अरुण: आह माँ क्या लंड चूस रही हो मेरा ऐसे ही पूरा अंदर ले लो ।
आ ह सिसकते हुए ।
सरला को अरुन को सिसकते हुए देख कर अपने हाथ और मुह दोनों का इस्तमाल और तेज कर देति है।
अरून का बदन ऐठने लगता है।और सरला के मुह में झड जाता है।और लम्बी लम्बी साँस लेने लगता है।
सरला उठ कर उसको अपनी बाँहों में लेती है
और कहती है।
आज बोलै तो बोलै अब आगे से मत बोलना की इसका कौन है कोई नहीं है पर इसकी माँ तो है जब तक उसकी माँ है उसकी हर इच्छा पूरी होगी।
अरून होश में आते हुए । किसकी।
सरला अरुन के लंड को पकड़ते हुए इसकी और किसकी और उसके टोपे पर किस कर देति है।
और ऐसे ही एक दूसरे के बाँहों में लेट जाते है और कब दोनों की आँख लग जाती है पता नहीं
कफी देर बीत जाने के बाद ।
सरला की आँख खुलती है
फ्रेश होने जाती है ।
और कपडे चेंज करती है और अरुन को जगाती है
और उसे भी फ्रेश होने के लिए बोलति है।
फ्रेश होने के बाद
सरला
अरुन : हाँ सरला
सरला: पैकिंग कर लो हमें अगले स्टेशन पे उतरना है
अरुण: क्यु
सरला: मेरा हाथ नहीं माँगना मेरे मम्मी पापा से।
अरुण को लगा शायद उसकी माँ मज़ाक कर रही है।
अरून पर वो
सरला: क्या पर वो।
नही माँगना मैं तुम्हे अच्छी नहीं लगती।
अरुण: नहीं सरला ऐसे बात नहीं है।
सरला: फिर कैसी बात है अरुण
अरुण: कुछ नहीं सरला चलते है।
सरला खुश हो कर।
जो मैं माँगूगी दोगे न ।
अरुण : हाँ
और दोनों स्टेशन पे उतर जाते है
और सरला के घर पहुच जाते है।
अरून के नाना नानी बूढ़े हो चुके थे ।
दोनो उनसे मिलते है और अरुन के मामा और मामि भी थे उनके बच्चे भी और सरला उन सब से मिलकर ऐसे शरमा रही थी जैसे नहीं नवेली दुल्हन।
नास्ता और खाना खाने के बाद।
सरला अरुन को अपने साथ रूम में ले जाती है।
और उस के सामने घुटनो पर बैठ कर
""" विल यू मैरी मी सरला ""
आई लव यू सो मच
सरला: प्यार तो मैं भी तुम से करती हूँ
पर मेरे पेरेंट्स नहीं मानेंगे।
अरुण: मैं बात करुँगा उनसे
सरला: कब बात करोगे अरुण।
अरुण: जब तुम कहो सरला
सरला: आज ही चलो।
अरुण: आज। पर हम ट्रैन में है ।
सरला: तो क्या हुआ अगले स्टेशन पर उतरते है
और मेरे साथ मेरे घर चलो मेरा हाथ माँगने , जिससे की तुम मुझे अपनी पत्नी बना कर अपने बच्चों की माँ बना सको।
सरला: बोलो अरुन माँगोगे मेरा हाथ।
अरुण: हाँ सरला
सरला: मुझे मेरे घर ले चलो।
अरुण: ओके चलते है।
और दोनों सरला के घर आने का वेट करते है
अरुण: सरला को
आई लव यू।
सरला शरमा जाती है।
अरुण: क्या हुआ मेरी जान।
सरला: कुछ नहीं और इंतज़ार नहीं होता।
अरुण: किस बात के लिये
सरला: तुम्हारी बाँहों से दुर।
और अरुण अपनी दोनों बाँहों को फेला देता है।
सरला: उसकी ओर देखते हुए नही मैं नहीं आऊँगी।
अरुण: क्यो क्या हुआ।
सरला: तुम मुझे छेड़ोगे।
अरुण: नहीं ऐसा कुछ नहीं है।
सरला: है ऐसा काफी देर से तुम मेरे सिने को घुर घुर कर देख रहे हो
अरुण: तो क्या हुआ माल का मुआयना कर रहा हूँ ।
सरला: देखा मैंने कहा न तुम्हारी नियत ठीक नहीं है
अरुण; हाँ नहीं है बोल क्या करेगि।
सरला; मैं चिलाऊँगी।
अरुण; चिलाओगी ।
सरला: हाँ ।
और अरुणअपना लंड पेंट से निकाल कर खेलने लगता है।
सरला: ये तुम क्या कर रहे हो।
अरुण; मेरा सामान मेरी मर्ज़ी कुछ भी करू।
और लंड पर अपने हाथ को आगे पीछे करने लगता है।
वही कर रहा हूँ जो करना चाहिए इसका मेरे अलावा कौन है।
सरला: एकदम अरुन के हाथ से लंड छिनते हुए और उस पर झुक जाती है और गप से अपने मुह में भर लेती है।अरुन के मुह से सिसकारी निकल जाती है।
आआह्ह्ह्हह्ह
सरला: उसकी ऑंखों में देखते हुए ।
लंड को मुह से अंदर बाहर करते हुए।
कभी चाटती है , चुस्ती है , कभी टट्टों को मुह में लेती है
और अरुन मस्ती के मारे पागल हो जाता है।
कोई सरला को देख कर ये नहीं कह सकता की ये दूसरी बार ही लाइफ में लंड चूस रही है।
अरुण: आह माँ क्या लंड चूस रही हो मेरा ऐसे ही पूरा अंदर ले लो ।
आ ह सिसकते हुए ।
सरला को अरुन को सिसकते हुए देख कर अपने हाथ और मुह दोनों का इस्तमाल और तेज कर देति है।
अरून का बदन ऐठने लगता है।और सरला के मुह में झड जाता है।और लम्बी लम्बी साँस लेने लगता है।
सरला उठ कर उसको अपनी बाँहों में लेती है
और कहती है।
आज बोलै तो बोलै अब आगे से मत बोलना की इसका कौन है कोई नहीं है पर इसकी माँ तो है जब तक उसकी माँ है उसकी हर इच्छा पूरी होगी।
अरून होश में आते हुए । किसकी।
सरला अरुन के लंड को पकड़ते हुए इसकी और किसकी और उसके टोपे पर किस कर देति है।
और ऐसे ही एक दूसरे के बाँहों में लेट जाते है और कब दोनों की आँख लग जाती है पता नहीं
कफी देर बीत जाने के बाद ।
सरला की आँख खुलती है
फ्रेश होने जाती है ।
और कपडे चेंज करती है और अरुन को जगाती है
और उसे भी फ्रेश होने के लिए बोलति है।
फ्रेश होने के बाद
सरला
अरुन : हाँ सरला
सरला: पैकिंग कर लो हमें अगले स्टेशन पे उतरना है
अरुण: क्यु
सरला: मेरा हाथ नहीं माँगना मेरे मम्मी पापा से।
अरुण को लगा शायद उसकी माँ मज़ाक कर रही है।
अरून पर वो
सरला: क्या पर वो।
नही माँगना मैं तुम्हे अच्छी नहीं लगती।
अरुण: नहीं सरला ऐसे बात नहीं है।
सरला: फिर कैसी बात है अरुण
अरुण: कुछ नहीं सरला चलते है।
सरला खुश हो कर।
जो मैं माँगूगी दोगे न ।
अरुण : हाँ
और दोनों स्टेशन पे उतर जाते है
और सरला के घर पहुच जाते है।
अरून के नाना नानी बूढ़े हो चुके थे ।
दोनो उनसे मिलते है और अरुन के मामा और मामि भी थे उनके बच्चे भी और सरला उन सब से मिलकर ऐसे शरमा रही थी जैसे नहीं नवेली दुल्हन।
नास्ता और खाना खाने के बाद।
सरला अरुन को अपने साथ रूम में ले जाती है।