Mastaram Stories हवस के गुलाम - Page 10 - SexBaba
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Mastaram Stories हवस के गुलाम

जो 1स्ट आई है वो है अदिति:

तो अदिति जाओ और अपना कमाल दिखाओ…

अदिति वहाँ से बाबू की ओर जाने लगती है.. उन लड़कियों के सामने तो जोश में आई लेकिन बाबू के सामने जाकर भीगी बिल्ली बन गयी..

अदिति बाबू और सलीम के पास जाकर खड़ी हो गई लेकिन उस से आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं हुई.. तो अदिति बाबू की तरफ थोड़ा डरते हुए देखती है.. फिर अचानक से एक ग्लास ड्रिंक लेकर वहाँ से चली जाती है..

आरती:- आरती क्या हुआ… वापस क्यूँ आ गई.. क्या हार मान गई..

अदिति: यार यहाँ खड़े हो कर बात करना आसान है वहाँ जाकर उनसे क्या कहूँ.. आ ओ और चढ़ जाओ मुझ पर..

सभी लड़कियाँ धीरे से हंस देती है..

आरती:- तभी तो ये शर्त लगी है ना … अब या तो हार मानो या फिर जाओ और बिना काम किए वापस मत आना.. हहहे..

अदिति (मन में) अगर में नहीं जा पा रही वहाँ ये सब करने तो ये लोग कोन्सि रंडिया है जो वहाँ जाकर सीधा बोल ही देगी कि आ ओ और चोदो हमे..

अदिति: ठीक है में हार गयी..

आरती: पक्का ना

अदिति: अरे हां बाबा में हार मानती हूँ लेकिन?

आरती:- लेकिन? अब लेकिन क्या?

अदिति: में गुलाम वूलाम उसी की बनूँगी जो ये सब करके वहाँ से आएगा समझी ..

आरती: इट्स ओके मेरी जान पक्का तेरा गुलाम बन ना तो फिक्स है..

सभी लड़कियाँ हँसने लगती है..

2न्ड नंबर. खुद आरती का ही था..

आरती:- तो ये मेरा नंबर है… है ना

सभी लड़किया…. हां.. और अब तू जीत कर आना..

अदिति ; आरती के पास आकर अपनी ड्रिंक से एक हल्का सा आरती के सिर पर लगा देती है और बोलती है.. विजयी भव..

सभी लड़कियाँ फिर से हँसने लगती है..
 
आरती बाबू और सलीम के पास चली जाती है…

आरती: चाचा आप कुछ ड्रिंक्स थोड़ी हार्ड बना सकते है क्या मेरी फ्रेंड्स पूछ रही है…

सलीम : हाँ हाँ क्यूँ नहीं मेड्म अभी लो…

आरती: आप…. (बाबू की तरफ देखते हुए)

बाबू: बोउ.. जी मेरा नाम बाबू है..

आरती: आप भी हम लोगो को जाय्न कर लीजिए ना.. देखिए बाकी लड़के तो यहाँ से जा चुके अब सिर्फ़ हम गर्ल्स ही है तो थोड़ा एंजाय नहीं कर रहे है.. आप वहाँ होंगे तो शायद हम लोग भी एंजाय करेंगे..

बाबू : जी..जी बिल्कुल क्यूँ नहीं
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अब हम थोड़ा सा बॅक सीन मे चलते है जब बाबू और सलीम की बात होती है… (जब अदिति सील पॅक वापस लॉट जाती है) (*_*)

बाबू: सलीम चाचा… ये साला हथियार तो बम्बू बना बैठा है.. लेकिन ये व्याग्रा लड़कियों पर असर क्यूँ नहीं मार रही..

सलीम: भोसड़ी के लोड्‍े के चक्कर में अपने लोड्‍े मत लगवा लेना.. असर होगा धीरे धीरे होगा..

बाबू:- बीसी 20 मिनिट से उपर होगया..

सलीम: यार में भी यही सोच रहा हूँ. साला अपन दोनो के तो असर हुआ पड़ा है ये लड़कियों के क्यूँ नहीं हो रहा..

बाबू: बी.सी कहीं ये दवाई एवे तो नहीं है..

सलीम: तू रुक अभी माँ चोद ता हूँ उस मेडीकल वाले की…

सलीम मेडिकल वाले को कॉल करता है..
 
सलीम मेडिकल वाले को कॉल करता है..

सलीम: हेलो

मेडेकल शॉप वाला. शॉप: हेलो

सलीम: कॉन बोल रहा है..

मेडेकल.शॉप: जी आपको किस से बात करनी है..

सलीम: में सलीम बोल रहा हूँ अभी आपके यहाँ से व्याग्रा की टॅबलेट का एक पॅक लेकर गया था..

मेडेकल. शॉप: जी जी याद मेने ही दिए थे आपको..

सलीम: तूने तो बोला था मर्द औरत दोनो पर असरदार है ये..

मेडेकल.शॉप: जी सर..

सलीम: तो फिर भोसड़ी के मेरा हथियार तो तना पड़ा है.. मेरी औरत क्यूँ साथ नहीं दे रही..

सलीम: मेडिकल वाले को बता देता है कि कैसे उसने अपनी वाइफ को कोल्ड ड्रिंक में एक टॅबलेट पिला दी..

मेडेकल.शॉप: सिर मेडिसिन आपकी भावनाओं को भड़काने का काम करती है… आप कब्से सेक्स करना चाहते थे तो मेडिसिन का असर आप पर ज़्यादा हो रहा है.. और आपकी वाइफ सेक्स के बारे में सोच ही नहीं रही तो कैसे एफेक्ट होगा..

सलीम: क्या मतलब?

मेडेकल.शॉप: सर आप खुद समझदार है.. पहले आप अपनी बीवी के साथ थोड़ी छेड़ छाड़ करके उसे गरम तो करे.. फिर देखिए..

सलीम: और तब भी नहीं हुआ तो तेरी माँ चोद दूँगा..

मेडेकल. शॉप: अगर हो जाए तो कल फिर से एक पॅक ले जाना सर..

सलीम फोन काट कर बाबू को सब बात बता ता है..
 
सलीम फोन काट कर बाबू को सब बात बता ता है..

अभी सलीम और बाबू ये डिसकस कर ही रहे थे कि आरती आजाती है….

सलीम: मेड्म में बाबू को अभी भेज देता हूँ तब तक आप चलिए .. हम दोनो ही ड्रिंक्स तैयार करके लाते है..

आरती: इट्स ओके वी ऑल वेटिंग देयर… स्माइल करते हुए आरती वहाँ से चली जाती है..

लड़कियाँ: क्या हुआ तू भी हार गयी..

आरती: आगे देखो होता है क्या..

सलीम: सुन यहाँ लड़किया है.. तू इन सब को संभाल में ज़रा उपर बड़ी मालकिन को संभालने की कोशिश करता हूँ..

बाबू: लेकिन..

सलीम: अब अपनी माँ मत चुदा… और हां सुन चाहे कुछ भी हो जाए किसी भी छोरी को चोदना(फक) नहीं है.. बाकी सब कर ले.. वरना ऐसा फसेगा कि माँ चुद जाएगी..

बाबू: बाकी क्या करूँ..

सलीम: अब मादरचोद ये भी में ही बताऊं लड़की को गरम कैसे करते है..

बाबू और सलीम मिलकर स्ट्रॉंग पॅक वित कोल्ड ड्रिंक बना कर लड़कियों की तरफ चले जाते है वहाँ सभी को सर्व करने के बाद बाबू भी एक ग्लास लेकर वही खड़ा हो जाता है फिर सलीम: 4-5 ग्लास लेकर उपर अंजलि की तरफ जाने लगता है..

आरती कामया ये देख कर और भी खुश होने लगती है कि चलो अच्छा है अब ये लड़का हमारे बीच में अकेला है तो ज़्यादा प्राब्लम नहीं होगी…

8 में से 6 लड़किया इस गेम के लिए तैयार होती है बाकी बच 2 लड़कियाँ अपने घर को चली जाती है..

6 लड़कियों का नाम इस तरह से है..
अदिति (जो टॉस में नंबर.1 पर आई थी)

आरती की तो नज़रों से ही चंचालाहट झलकती हुई देखी जा सकती थी. कि उसका बचपन अभी तक गया नहीं था उसी में कहीं ना कहीं ज़िंदा था..

आरती (ये नंबर. 2 पर आई इसे तो आप जानते ही है)

गेम स्टार्ट करने वाली छोरी भी किसी भी हाल मे आरती से कम नहीं है ये भी खेली खाई माल है

साक्षी (ये नंबर. 3 पर ये वही है जिसने ये गेम स्टार्ट किया)

इसकी क्यूट्नेस को देख कर हवस भी हवस भूल कर बस इसे प्यार करना चाहे..

पायल (नंबर. 4 सिंपल लड़की बस आज दारू के नशे मे बहक गयी शायद)

ये है कामया ... जो अब क्या कहूँ जाने दो आप तो पहले से जानते है... बस इसके खूबसूरत बदन को अब जल्द ही खुराक मिलना स्टार्ट हो जाए भगवान से यही प्रार्थना है..
 
कामया (आरती की बड़ी बेहन ना चाहते हुए भी गेम मे आ गई. इसे भी आप सब मिल चुके है)

पूजा (इन सब मे कमाल की लोंड़िया जिस ज़िंदगी के मज़े लेना आता है)

बाबू सभी लड़कियों को ग्लास सर्व करने लगता है.. लड़कियाँ एक-एक ग्लास उठा लेती है… फिर भी ट्रे में 3-4 ग्लास रह जाते है…
आरती:सुनो तुम्हारा नाम क्या है… मेरी फ्रेंड्स को इंट्रोड्यूस तो करो खुद को…

डीजे साउंड के शोर मे आरती बाबू को बोलती है

बाबू: जी मेड्म क्या बोल रही है ठीक से समझ नहीं पा रहा…

आरती: बाबू के कान के पास आकर ज़ोर से बोलती है अपना नाम बताओ मेरी फ्रेंड्स को..

बाबू: जी मेरा नाम बाबू है…

आरती: हहेहेहेः पागल मुझे नहीं मेरी फ्रेंड्स को बताओ…चारो तरफ घूम कर..

बाबू: (मन मे, बेह्न्चोद मेरी रगिन्ग ले रही है क्या) घूमते हुए जी मेरा नाम बाबू है….

तभी आरती की एक सहेली डीजे की आवाज़ रिमोट से थोड़ी स्लो कर आती है…

आरती: ड्रिंक करते हो..

बाबू: थोड़ा शरमाते हुए जी कभी-कभी..

आरती: और ये कभी-कभी कब आता है? अपनी फ्रेंड्स की ओर देख कर हँसने लगती है..

बाबू: जी जब में मेरे दोस्तो के साथ बाहर घूमने जाता हूँ..

तभी साक्षी बोल पड़ती है..

साक्षी: तो आज हमें अपना दोस्त समझलीजिए ना

बाबू: शरमाते हुए जी दोस्त और हम… कहाँ में और कहाँ आप..

पूजा: वो सब छोड़ो आज ये एक जाम हमारी दोस्ती के नाम.. (पूजा एक ग्लास ट्रे से उठा कर बाबू के होंटो पर लगा देती है और बाबू को ना चाहते हुए भी पूरा ग्लास गटकना पड़ता है.)

आरती: अरे हम से कोई दुश्मनी है क्या.. जो आप हमारे हाथों का जाम नहीं पिएँगे..

बाबू: नशे मे धुत.. कैसी बात करती हो मेड्म.. आपके हाथ का तो ज़हेर भी पी लेंगे..

आरती: फिलहाल तो ये ग्लास ख़तम करो…

बाबू अब आरती का दिया हुआ ग्लास भी पी जाता है.. फिर तो साक्षी और पायल भी अपनी दोस्ती के नाम पर 2 ग्लास और बाबू को पिला देती है..
नतीजा ये हुआ कि अब बाबू पूरी तरह से नशे मे धुत हो चुका था और बाबू की ऐसी हालत देख पूजा को एक ख्याल आता है…

पूजा आरती के कान में कुछ बोलती है और आरती आँख निकाल कर मना करती है.. लेकिन पूजा फिर से कान में कुछ बोलती है और आरती सीरीयस होकर लड़कियों के ग्रूप से बाहर निकल जाती है…

साक्षी.. सो गर्ल्स मज़े लिए जाएँ लड़के के..

सभी लड़कियाँ.. हां बोलती है कि तभी पूजा बोलती हैनहीँ पहले हम भी तो थोड़ी बहुत पी ले.. ऐसा दिन रोज रोज नहीं आता..
 
सभी लड़कियाँ.. हां बोलती है कि तभी पूजा बोलती हैनहीँ पहले हम भी तो थोड़ी बहुत पी ले.. ऐसा दिन रोज रोज नहीं आता..

पायल: नशे मे थी फिर भी बोली हाँ मुझे भी पीनी है..

आरती: लो गर्ल्स तुम्हारी ख्वाहिश में पूरी कर देती हूँ.. (आरती ट्रे में 6 ग्लास लेकर आती है. सभी लड़कियाँ अपने अपने ग्लास उठा लेती है)

पूजा इशारे से आरती को पूछती है.. आरती इशारे से कामया की ओर देखती है..

पूजा घबराते हुए..

पूजा: कामया सुनो तो..

कामया: ड्रिंक होंटो से लगाई ही थी कि पूजा की आवाज़ सुन कर चोंक जाती है..

पूजा कामया के हाथ से ड्रिंक लेकर ट्रे में रख देती है और बोलती है..

पूजा: अब वक़्त आगया है डीजे की वॉल्यूम थोड़ी ज़्यादा करने का..

कामया चोन्क्ते हुए डीजे की वॉल्यूम बढ़ाने जाती है कि पूजा कामया का ग्लास साक्षी और पायल के ग्लास मे खाली कर देती है.. साक्षी और पायल पूजा से पूछती है कि कामया क्या लेगी…

पूजा: क्यूँ अपने यहाँ ड्रिंक की कमी है क्या..

सभी लड़कियाँ फिर से हँसने लगती है..

आरती और पूजा दोनो अपनी ड्रिंक्स ख़तम कर लेती है..

लगभग 5 मिनिट भी नहीं हुई थी कि बाबू का लंड ऐसे दर्द कर रहा था जैसे फटने वाला हो.. और वो इतने नशे मे था कि मूठ भी नहीं मार पाए…

और लड़कियाँ.. एहेहेहेहहे
 
पूजा जिसे ज़िंदगी के मज़े लेने आते है उसने आरती को अपने बॅग से फीमेल 100 हौर्स पवर व्याग्रा की गोलियाँ ड्रिंक्स मे मिलवा कर सभी लड़कियों को पिला दी… जिसका नतीजा ये हुआ कि उनकी जब जांघे भी आपस मे टकराती तो उनकी चूत गीली हो जाती..तो सभी लड़कियाँ फिलहाल हवस की आग में जल रही थी जिनमे से आरती भी एक थी.. उसने पूजा वाली टॅबलेट तो नही ली लेकिन सलीम वाली का असर अब उस पर होने लगा था. क्यूँ कि आने वाले पलों के ख्याल ने उसे भी हवस के सागर मे डुबो दिया…

वहीं दूसरी और अंजलि अपने रूम मे थी…..

अंजलि ने अभी नींबू पानी पीकर वॉमिट की थी जिस से उसे नशा तो कम हो गया लेकिन उसका सर दुख रहा था…

अभी अंजलि को बिस्तर पर लेटे 5 मिनिट भी नहीं हुए थे कि सलीम ट्रे लेकर अंजलि के रूम मे आजाता है..

सलीम: अंजलि?

अंजलि: सलीम की आवाज़ सुन कर चोंक जाती है और जल्दी से उठ बैठती है..

सलीम: क्या हुआ? सो क्यूँ रही हो? तबीयत तो ठीक है?

अंजलि सलीम के इस तरह के सवाल सुनकर मुस्कुरा पड़ती है और मन मे सोचती है ओह तो मेरे आशिक़ को मेरी फ़िक़र हो रही है..

सलीम: तुम मुस्कुरा क्यूँ रही हो? जवाब तो दो तबीयत तो ठीक है ना?

अंजलि वापस अपने होश मे आकर

अंजलि: जी….. जी में बिल्कुल ठीक हूँ…. फिर अचानक से एक सवाल माइंड मे आता है और अंजलि बिना देर किए पूछ लेती है..

सलीम जी… मेरा मतलब चाचा वो जो आपने सुबह दवा मँगवाई थी वो किस चीज़ की थी सच बताना क्यूँ कि मेडिकल वाला और लोग वहाँ मुझे घूर कर देख रहे थे…

सलीम: चोंक जाता है इस सवाल पर लेकिन तुरंत खुद को संभाल कर.. वो.. वो.. वो तो सर दर्द की दवा है… क्यूँ तुम्हे लगता है कि उस डॉवा की वजह से तुम्हे लोग देखते है… क्या तुम खूबसूरत नहीं हो…?

अंजलि: सलीम के इस पलटवार से थोड़ी सी शरमा जाती है और थोड़ी सी घबरा भी जाती है.. लेकिन खुद को संभाल कर नहीं ऐसा नहीं है.. दरस्ल मेरा सर दुख रहा था… तो आप मुझे वो टॅबलेट दे दो…

सलीम: क्या वो में..

अंजलि: देख कर क्या वो मे. क्या आप नहीं चाहते मे जल्दी ठीक हो कर पार्टी एंजाय करू…

सलीम: चाहता हूँ लेकिन मेरे पास वो टॅबलेट नहीं है…

तभी अंजलि को सलीम की उपर वाली पॉकेट मे वो पॅकेट दिख जाता है..

अंजलि बिस्तर से खड़ी होकर वो पॅकेट निकाल लेती है अंजलि चोंक जाती है कि उस पॅकेट मे सिर्फ़ 2 टॅबलेट है…

अंजलि: बाप रे 1 दिन में इतनी टॅबलेट…
 
सलीम: नहीं वो ज़्यादा दर्द था तो डॉक्टर ने बोला था 2 टॅबलेट लेने को तो सुबह और दोपहर मे ले लिए और 2 बाबू को दे दिया..

अंजलि:मुस्कुराते हुए.. ठीक है लेकिन इतनी दवाई इस उमर मे लोगे तो जल्दी खुदा को प्यारे हो जाओगे..

सलीम: सलीम इस उम्र मे से तुम्हारा क्या मतलब अभी तो जवान हूँ:

अंजलि: हहेहेहहे जवान और आप इतना बोलकर अंजलि सलीम की तरफ देखते हुए 2 टॅबलेट निकाल लेती है बिना ये देखे कि उसके पॅकेट पर क्या लिखा है..

सलीम: ये तुम क्या कर रही हो..

अंजलि: सस्स्स्शह मेरे सर मे भी ज़्यादा दर्द हो रहा है.. इतना बोल कर वो 2 टेबलेट पानी के साथ ले लेती है..

सलीम मन मे: लग गये लोड्‍े मेरे तो इस की माँ की चूत अब ये आग व्याग्रा का बाप भी नहीं भुजा पाएगा.. बेहन्चोद किश्मत ही रंडी है मेरी तो…

अंजलि: क्या हुआ आप इतना क्या सोच रहे हो…

सलीम: वो… वो टॅबलेट…

अंजलि: ओह्ह्ह वो… तो इसमे टेन्षन की क्या बात है.. कल फिर से ले आउन्गी.. इसका नाम देख लेती हूँ… ताकि याद रहे..

तभी सलीम एक दम से भाग कर वो पत्ता छीन लेता है..

सलीम: नहीं इसकी कोई ज़रूरत नहीं…

अंजलि को शॉक में सलीम अपनी ओर देखते पता है है तो बात बदल कर बोलता है…

सलीम: मेरा मतलब.. रोज रोज थोड़े ही सर दुखेगा… जब दुखेगा तो मे ले आउन्गा..

अंजलि: अरे फिर भी कभी मुझे प्राब्लम हुई तो मे ले आउन्गि.

सलीम: बस बहुत हुआ अभी आपने दवा ली है ना तो आप रेस्ट करो…

सलीम कैसे जैसे पीछा छुड़ा कर जाने वाला था कि..

अंजलि: रुकिये… आप ये ड्रिंक्स मेरे लिए लाए थे ना..

सलीम: पीछे मूड कर.. हां वो में.. लेकिन आप की तबीयत अभी ठीक नहीं है..

अंजलि: कोई बात नहीं इधर आइए..

सलीम अंजलि के पास चला जाता है..
 
अंजलि एक ग्लास उठा कर ट्रे दूसरे हाथ से बेड के पास रख लेती है और सलीम की ओर बढ़ा देती है..

सलीम: ये आपके लिए है…

अंजलि:- हहेहेहेः तो क्या में इतने सारे ग्लास अकेली पियूंगी.

सलीम: नहीं मेरा मतलब..

अंजलि: बैठिए अपन दोनो मिलकर ख़तम कर देते है,, वैसे भी कोल्ड ड्रिंक ही तो है…. और वैसे भी मेरा सर नहीं दुख़्ता अगर आपने मिक्स करके हार्ड ड्रिंक नहीं पिलाई होती.

सलीम: ऐसा कुछ भी नहीं है आप ही की ननद ने ये सब करने को बोला है… और फिर इतनी बड़ी वकील होकर भी इतनी सी समझ नहीं है कि कोल्ड ड्रिंक मे कुछ मिला है कि पहचान पाओ..

अंजलि: अच्छा अब इसमे भी मेरी ग़लती है… वैसे उन बदमाश लड़को को भगा कर आपने मेरे दिल मे जगह बना ही ली..

सलीम: सिर्फ़ दिल मे या..

अंजलि की आँखों मे लाल डोरे तैर रहे थे.. अपनी अधखुली आँखों से सलीम की आँखों मे देखते हुए या…

सलीम मुस्कुरा पड़ता है और बेड से उठ कर जाने लगता है कि अंजलि एक दम से उसका हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींचती है. जिससे सलीम अंजलि के उपर बेड पर गिरता है… उसका चेहरा ठीक अंजलि के चेहरे के पास था…

अंजलि: या फिर क्या….

सलीम: धीरे से रोमॅंटिक होते हुए… जाने दो वरना कहीं तुम्हारे अंदर की वकील साहिबा ये ना कह दे कि हम ने तुम्हारा शराब के नशे मे फ़ायदा उठाया है…

अंजलि: सो तो है… अंजलि दूसरी तरफ मूह करके सलीम की बात पर मुस्कुरा पड़ती है…

सलीम भी अब खुद को कंट्रोल नहीं कर पा रहा था आख़िर उसने भी व्याग्रा ली थी… उसका लंड अपनी औकात मे आ गया था.. सलीम अंजलि के उपर था वो धीरे धीरे अंजलि के चेहरे के करीब अपना चेहरा ले जाता है और अंजलि के चेहरे को अपनी ओर घुमाता है..अंजलि अपनी अधखुली नज़रों से सलीम को देखती है.. सलीम अपने होंठो को अंजलि के होंठो की ओर बढ़ता है…

अंजलि भी कुछ शराब के नशे मे.. कुछ भावनाओं के भंवर मे तो कुछ व्याग्रा के जोश मे सलीम का साथ देने के लिए अपने होंठ सलीम की ओर बढ़ाते हुए हल्का सा उपर होती है… सलीम के चेहरे पर ये सब देख कर एक बड़ी सी मुस्कान आजाती है.. अब सलीम देर ना करते हुए अंजलि के होंठो पर अपने होंठ रख देता है… बड़ा ही रोमॅंटिक दृश्य था… धीरे धीरे सलीम अंजलि के होंठो का रस पान कर रहा था और अंजलि भी सलीम का साथ दे रही थी… सलीम की कमर अंजलि की क़मर से उपर हवा मे थी.. जिस कारण सलीम को थोड़ी सी परेशानी हो रही थी.. सलीम अंजलि को किस करते हुए अपनी क़मर को अंजलि की क़मर पर सामने की ओर से ला छोड़ता है.. और अंजलि की सिसकी निकल जाती है…

दरअसल सलीम का लंड व्याग्रा की वजह से सख़्त हो चुका था तो उसी व्याग्रा की वजह से अंजलि की चूत भी गीली हो चुकी थी… लेकिन सलीम ने जब अपनी क़मर को नीचे की ओर पुश किया तो उसका लंड अंजलि की चूत पर घिसते हुए उसकी नाभि तक आगया…. जिस कारण अंजलि की सिसकी निकल गयी…
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उपर हवा मे थी.. जिस कारण सलीम को थोड़ी सी परेशानी हो रही थी.. सलीम अंजलि को किस करते हुए अपनी क़मर को अंजलि की क़मर पर सामने की ओर से ला छोड़ता है.. और अंजलि की सिसकी निकल जाती है…

दरअसल सलीम का लंड व्याग्रा की वजह से सख़्त हो चुका था तो उसी व्याग्रा की वजह से अंजलि की चूत भी गीली हो चुकी थी… लेकिन सलीम ने जब अपनी क़मर को नीचे की ओर पुश किया तो उसका लंड अंजलि की चूत पर घिसते हुए उसकी नाभि तक आगया…. जिस कारण अंजलि की सिसकी निकल गयी…
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वही दूसरी और पार्टी में बाबू और बाकी लड़किया भी धमाल मचा रही थी….

पार्टी में आरती और कामया दोनो अपने अपने बचाव की तैयारी कर रही है..

पूजा जबकि ,अदिति, साक्षी और पायल को अपने ही नये गेम में फँसाने की सोच रही है…

पूजा ने अपने दिमाग़ से अच्छी भली पार्टी को सेक्स पार्टी बना दी.. जैसे विदेशो में नहीं देखते विमन पार्टी में सिर्फ़ 2-4 मर्द बुलाए जाते है जो बिल्कुल न्यूड डॅन्स करते है ठीक वैसे ही और बाबू… बाबू साहिब की हालत खराब हो रखी है.. क्यूकी एक तरफ सलीम ने उसे लड़कियों को चोदने के लिए मना किया है वही दूसरी तरफ वो व्याग्रा ख़ाके बैठा है.. उपर से इन लड़कियों की सेक्सी मज़ाक…

बाबू धीरे-धीरे सभी लड़कियों से एक-एक पेग मारते मारते 8-9 पेग मार लिया.. नतीजा ये निकला कि अब बाबू पूरी तरह से नशे मे था साथ ही उसका लंड महाराज 90 डिग्री औकात मे आ रखा था..

बातो-बातो में पूजा धीरे से लड़कियों से होते हुए बाबू तक पहुँची और बाबू से मज़ाक करती करती अपनी जाँघो से बीच बीच मे बाबू के लंड को भी रगड़ रही थी.. अब तो बाबू का लंड स्टील रोड बन चुका था.

तभी आरती पूजा को इशारे से अपनी ओर बुलाती है…

आरती: यार हम जो कर रहे हैं कुछ ग़लत तो नहीं होगा ना…

पूजा: तू ना यार बहुत डरपोक है क्या ग़लत होगा.

आरती: यार मज़ाक-मज़ाक का खेल बहुत आगे बढ़ गया..

पूजा आरती की बात सुन कर उसे लगा कि कहीं किया धरा बिगाड़ ना दे ये.. तो पूजा ने कहा

पूजा: ऐसा कुछ नहीं होगा. तू रुक में अभी आई. तुझे थोड़ा सा ठंडा पीना चाहिए.. बाकी सब मुझ पर छोड़ दे में हूँ ना सब संभाल लूँगी.

आरती: ओके

पूजा काउंटर की ओर आयी और वहाँ से एक ग्लास में कोल्ड ड्रिंक ले आती है… और आरती को ऑफर कर देती है.. आरती पूजा के हाथ से कोल्ड ड्रिंक ले लेती है… पूजा वापस लड़कियों बीच चली जाती है..

कामया आरती की ओर बढ़ कर उसके हाथ से कोल्ड ड्रिंक ले कर एक ही घूँट मे पी जाती है और खाली ग्लास आरती के हाथ मे दे देती है..

आरती: दी आराम से..

कामया: सॉरी यार गला बहुत सुख रहा था और गर्मी भी लग रही है पता नहीं क्यूँ..

आरती: कोई बात नहीं..

पूजा: आरती की ओर देखती है और फिर उसके हाथ में खाली ग्लास देख कर उसकी और मुकुराते हुए उसे पास आने को बोलती है. आरती पूजा का इशारा समझ कर उसे मना करती है कि पूजा फिर से बोलती है एंजाय करेंगे..

 
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