hotaks444
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थोड़ी ही देर में योगेश माधुरी की चुत पर अपनी जीभ घुआंटी रहा था जिससे माधुरी का बदन झटके पर झटके खाए झड़ रहा था आख़िर उसके सब्र का बाँध टूट ही गया और वो बड़ी बढ़ता से झड़ने लगी योगेश का मुंह माधुरी के पानी से भर चुका था और उसने अपनी प्यारी बहन के यौवन रस का तिरस्कार भी नहीं किया और सारा पानी पी गया
अब चुकी माधुरी की चुत झड़ने के कारण पूरी तरह से गीली हो गैट ही तो योगेश को ये सही मौका लगा चुदाई करने का उसने टीना को इशारा किया तो टीना झट से उठ करते एल की बॉटल उठा लाई जिसे योगेश ने अच्छे से अपने लंड और माधुरी की चुत पर लगाया और अपनी पोज़िशन ले ली और लंड चुत के मुंह पर लगा दिया टीना भी उठ कर माधुरी के सिरहाने बैठ कर उसके होठों से अपने होंठ जोड़ चुकी थी की तभी योगेश ने एक पावर फुल धक्का लगा दिया और लंड ¼ अंदर चला गया माधुरी के मुंह से एक हाहकारी चीख निकली लेकिन टीना के होठों के ढक्कन की वजह से वही दब कर रही गई योगेश चुकी पहले भी योगिता और पूजा की चुत का अनावरण कर चुका था सो उसे मालूम था की यहाँ रहम दिखना सही नहीं है इसलिए उसने 5-6 धक्के और लगते हुए अपना पूरा लंड माधुरी की चुत में घुसेड़ दिया था और फिर थोड़ी देर के लिए शांत हो गया उधर टीना लगातार माधुरी के होंठ चूसते हुए उसे शांत करने की कोशिश कर रही थी और योगेश माधुरी के बूब्स चूसते हुए अपने लंड को माधुरी की चुत में एडजस्ट करने में लग गया कुछ ही देर बाद दोनों की मेहनत रंग लाई और माधुरी की कमर थिरकने लगी योगेश समजग गया की अब लाइन क्लियर है और उसने धीरे धीरे पंपिंग शुरू कर दी कुछ समय बाद ही माहौल पूरी तरह बदल गया अब माधुरी खुद ही ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने की जिद करने लगी थी जबकि योगेश अपनी दूसरी लगातार चुदाई की वजह से थोड़ा स्लो हो चुका था लेकिन वो भी जिद्दी था उसने माधुरी की बात मानते हुए गाचा गछ लंड पेलना शुरू कर दिया था वहीं अब टीना एक साइड हो कर दोनों को मस्ती में मस्त देख रही थी लग भाग 7-8 मिनट बाद माधुरी और योगेश साथ साथ ही झाड़ गये माधुरी अपनी सुहाग रात से पूरी तरह संतुष्ट थी जबकि योगेश भी अपनी बहन की प्यास शांत करके बहुत खुश था योगेश वग़ैरह के जाने के बाद सभी लोग आराम करने के लिए अपने अपने रूम में चले गये थे मनीषा अकेली अपने रूम में थी जबकि निशा ने माधुरी का और निर्मल ने योगेश का कमरा हथिया लिया था योगिता और पूजा अपने रूम में ही थी
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 59 ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 60
निर्मल अभी भी सवेरे वाली बात याद कर रहा था की किस तरह पूजा उसके लंड से खेल रही थी आख़िर क्या है उसके मन में जबकि उन दोनों का रिश्ता ऐसा है की ये सब बातें उन दोनों के मन में आनी ही नहीं चाहिए थी लेकिन पूजा ऐसा क्यों कर रही थी तभी उसके कुवारे मन ने अंगड़ाई ली और वो भी पूजा के बारे में सोचने लगा और आख़िर में उसके अबोध मन ने फैसला सुनाया की जॉब ही हो पूजा अपनी उमर के हिसाब से बहुत ही हॉट लड़की है क्या फिगर है उऊस्का एकदम झकस और लगती भी कितनी प्यारी है एकदम पड़ी के जैसी ये सब सोचते सोचते उसका लंड टाइट हो गया था तभी उसके दिमाग ने करवट बदली ‘नहीं वो मेरी बहन है मुझे उसके बारे में ये सब नहीं सोचना चाहिए’ लेकिन उसका दिल फिर पुकार उठा ‘साले इतना बड़ा हो गया है लेकिन आज तक भी तू सेक्स जैसे मजे से अंजना है अगर वो खुद ही अपने आप को तेरे सामने परोस रही है तो फिर तुझे हर्ज क्या है भले ही वो तेरी बहन है लेकिन पहले तो वो एक लड़की है और उसके पास भी एक चुत है जिसे लंड चाहिए ही चाहिए कोई दूसरा उसे चोद दे उससे अच्छा तो ये है की यू ही शुरू हो जा और ऐसा करने से गयी भी खिचड़ी में ही जाएगा बाहर नहीं’ अब निर्मल भी धीरे धीरे कामदेव के हवाले हुए जा रही था उसने अपने दिमाग की जगह अपने दिल की बात को तवज्जो दी ‘लेकिन मैं अब क्या करूं सवेरे के बाद तो पूजा मुझ से मिली भी नहीं’ उसने अपने दिल से पूछा ‘आबे सादे हुए अगर वो तुझ से नहीं मिली तो क्या तेरे पैर गढ़े के लंड से बँधे है जो तू उसके पास जाकर उससे बात नहीं कर सकता’
‘लेकिन मैं बात क्या करूं उससे’ निर्मल ने फिर अपने दिल से पूछा
‘आबे करना क्या है उसकी सवेरे की करतूत उसे याद दिला दे और पुछले उससे की उसने ऐसा क्यों किया था तेरे साथ सवेरे साली खुद ही बक देगी सब’ निर्मल का दिल बोला
‘हाँ ये ठीक रहेगा मैं अभी जाकर पूछता हूँ उससे’ कह कर निर्मल उठ कर अपने आपको ठीक करने लगा
हलकी वो बहुत शरीफ लड़का था और उसने आज तक कोई भी लड़की नहीं पटाई थी क्योंकि वो इन सब चीज़ों से बहुत डरता था लेकिन उसके मन में पूजा को लेकर कोई भी डर नहीं था क्योंकि जो हरकत पूवज़ा ने सवेरे की ही उससे वो समझ चुका था की कुछ भी हो पूजा के मन में कुछ ना कुछ तो है ही दूसरे उसे एक बात और भी ठीक लगी थी की अगर उसका और पूजा का काम जम जाए तो बात कहीं बाहर भी नहीं जाने वाली है तो वो अब पूरी तरह तैयार हो चुका था पूजा से निपटने के लिए
उधर पूजा भी अपने रूम में बैठी यही सोच रही थी की योगेश तो अब कुछ दिन आने वाला नहीं है और वैसे भी उसे उसकी खास माधुरी की चुत मिल रही है तो फिर तो उसका नंबर लगना ही नहीं था ‘तो मैं क्या करूं साली चुत की आग बढ़ते ही जा रही है है ओउर साली उंगली अब मजा भी नहीं देती अब’ उसने सोचा तभी उसके अंदर से आवाज़ आई ‘तेरी आंखों पर क्या लंड भिड़े हुए है जो तुझे निर्मल जैसा लड़का नहीं दिखाई दे रहा है जा और जाकर फँसा ले उसे वैसे भी तू सवेरे उसका लंड तो पकड़ ही चुकी है थोड़ी और मेहनत कर शायद तुझे एक नया लंड मिल जाए’
ये सब बातें दिमाग में आते ही पूजा का खुराफाती दिमाग बड़ी तेजी से दौड़ने लगा लेकिन वो अभी भी थोड़ी झिझक रही थी निर्मल से बात आगे बढ़ने में क्योंकि वैसे ही उसे बहुत दिन हो चुके थे निर्मल से मिले हुए और भी वो उसका स्वभाव भी नहीं जानती थी की उसे ये सब पसंद है भी या नहीं अभी पूजा इसी उधेड़बुन में लगी थी की उसे ऐसा देख योगिता ने पूछ लिया “क्या हुआ पूजा तू इतनी देर से क्या सोच रही है”
“कुछ नहीं योगिता बस योगेश के बारे में सोच रही हूँ वो तो उधर मधु दीदी की खूब जोरों से बजा रहा होगा और हम दोनों यहाँ तड़प रहे है”पूजा बोली
“हाँ यार ये बात तो है लेकिन हम कर भी क्या सकते है” योगिता भी मायूस लहजे में बोली
“वाइस एक आइडिया है लेकिन पता नहीं तुझे पसंद आता है या नहीं” पूजा बोली
“कैसा आइडिया” योगिता ने पूछा
“निर्मल के बारे में तुम्हारा क्या ख्याल है,मैं सोच रही हूँ की उसी को फँसा लू और चुदाई करवा लू” पूजा ने बताया
“तू पागल तो नहीं हो गई वो तो अभी बच्चा है” योगिता बोली
“घंटे का बच्चा है वो,आज सवेरे जब मैं उसे जगाने गैट ही तब देखा था उसका हथियार ज़रा ही छोटा था योगेश भैया से और वो भी तो हमारी उमर का ही
है” पूजा बोली
“तूने कैसे देख लिया उसका लंड, क्या वो नंगा सोया था” योगिता ने हैरानी से पूछा
“नंगा नहीं सोया था लेकिन उसका पजाआंटी काफी उठा हुआ था लंड की जगह पर फिर मैंने उसे आवाज़ लगाई तो भी वो नहीं उठा तो मैंने उसका लंड पकड़ कर देखा था साला एकदम टाइट हुआ पड़ा था जैसे कोई लोहे की रोड हो” पूजा ने बताया
“सच पूजा तू बहुत शैतान हो गई है अगर उसे पता चल जाता तो” योगिता नाराज़ होते हुए बोली जाहिर था की उसे पूजा की ये हरकत पसंद नहीं आई थी
“मेरे ख्याल से उसे पता चल भी चुका है की मैंने उसका लंड पकड़ा था लेकिन उसने अभी तक मुझसे कुछ कहा नहीं है, और योगितजी चुत की गर्मी मिटाने के लिए थोड़ी रिस्क तो लेनी ही पड़ेगी ना” पूजा ने एक और झटका दिया
“हे भगवान अगर उसने किसी को बता दिया तो” योगिता डरते हुए बोली
“तू डर मत बताना होता तो अभी तक बता चुका होता, लेकिन वो बताएगा भी किसे हमारे अलावा मनीषा दीदी और निशा ही तो है यहाँ, छा लब तू डरना बंद कर मैं उसके हाल चल पता कर के आती हूँ” कह कर पूजा अपने रूम से बाहर निकल गई
निर्मल ने दरवाजा खोला और जैसे ही बाहर की ओर कदम बढ़ाया वैसे ही कोई उससे आकर टकराया और वो अपना बैलेन्स संभाल नहीं पाया और टकराने वाले को पकड़े हुए धम से नीचे गिर गया दरअसल वो पूजा थी जो अपनी ही धुन में निर्मल के कमरे का दरवाजा खोलने जा रही थी की तभी निर्मल ने दरवाजा खोल दिया और पूजा अपनी झोंक में उसपर ढेर हो गई अब दोनों नीचे पड़े थे निर्मल नीचे था और पूजा अपनी चुचियां उसके सीने में गड़ाए उसके ऊपर औंधी पड़ी थी निर्मल एकाएक हुए इस हादसे से बौखला गया था इसलिए कुछ देर तो उसे कुछ समझ ही नहीं आया के क्या हुआ है लेकिन जब उसने पूजा को अपने ऊपर इस तरह पड़े हुए देखा तो जानबूझ कर उसने उठने की कोशिश नहीं की पूजा की चुचियों की चुभन और उसके बदन से आती मादक खुशबू से वो मदहोश होने लगा था उसने अपनी आंखें बंद करली और वैसे ही पड़ा रहा पूजा के नशीले बदन के स्पर्श से ही उसका नौजवान लंड टन गया था जिसे पूजा अपनी नाभि के नीचे महसूस कर रही थी और मस्त हुए जा रही थी उसने भी उठने की कोई कोशिश नहीं की लगभग 5 मिनट तक दोनों ऐसे ही पड़े रहे लेकिन पूजा को पता था की दरवाजा खुला है और मनीषा कभी भी इधर आ सकती है इसलिए मन मर कर उसे ही उतना पड़ा
“कैसे चलता है तू, देख कर नहीं चल सकता क्या” निर्मल को झाड़ते हुए पूजा बोली
“अब इसमें मेरी क्या गलती है मैंने अपने रूम का दरवाजा खोला जी था की तू आकर मुझसे टकरा गई” निर्मल भी खड़े होते हुए बोला
“क्यों कहाँ जा रहा था तू इस वक्त” पूजा बेड पर बैठते हुए बोली
“सच बोलू मैं तेरे पास ही आ रहा था” निर्मल भी उसके बाजू में बैठते हुए बोला
“मेरे पास,, लेकिन तुझे क्या काम आ गया था मुझसे जो मेरे पास आ रहा था” पूजा ने पूछा
अब चुकी माधुरी की चुत झड़ने के कारण पूरी तरह से गीली हो गैट ही तो योगेश को ये सही मौका लगा चुदाई करने का उसने टीना को इशारा किया तो टीना झट से उठ करते एल की बॉटल उठा लाई जिसे योगेश ने अच्छे से अपने लंड और माधुरी की चुत पर लगाया और अपनी पोज़िशन ले ली और लंड चुत के मुंह पर लगा दिया टीना भी उठ कर माधुरी के सिरहाने बैठ कर उसके होठों से अपने होंठ जोड़ चुकी थी की तभी योगेश ने एक पावर फुल धक्का लगा दिया और लंड ¼ अंदर चला गया माधुरी के मुंह से एक हाहकारी चीख निकली लेकिन टीना के होठों के ढक्कन की वजह से वही दब कर रही गई योगेश चुकी पहले भी योगिता और पूजा की चुत का अनावरण कर चुका था सो उसे मालूम था की यहाँ रहम दिखना सही नहीं है इसलिए उसने 5-6 धक्के और लगते हुए अपना पूरा लंड माधुरी की चुत में घुसेड़ दिया था और फिर थोड़ी देर के लिए शांत हो गया उधर टीना लगातार माधुरी के होंठ चूसते हुए उसे शांत करने की कोशिश कर रही थी और योगेश माधुरी के बूब्स चूसते हुए अपने लंड को माधुरी की चुत में एडजस्ट करने में लग गया कुछ ही देर बाद दोनों की मेहनत रंग लाई और माधुरी की कमर थिरकने लगी योगेश समजग गया की अब लाइन क्लियर है और उसने धीरे धीरे पंपिंग शुरू कर दी कुछ समय बाद ही माहौल पूरी तरह बदल गया अब माधुरी खुद ही ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने की जिद करने लगी थी जबकि योगेश अपनी दूसरी लगातार चुदाई की वजह से थोड़ा स्लो हो चुका था लेकिन वो भी जिद्दी था उसने माधुरी की बात मानते हुए गाचा गछ लंड पेलना शुरू कर दिया था वहीं अब टीना एक साइड हो कर दोनों को मस्ती में मस्त देख रही थी लग भाग 7-8 मिनट बाद माधुरी और योगेश साथ साथ ही झाड़ गये माधुरी अपनी सुहाग रात से पूरी तरह संतुष्ट थी जबकि योगेश भी अपनी बहन की प्यास शांत करके बहुत खुश था योगेश वग़ैरह के जाने के बाद सभी लोग आराम करने के लिए अपने अपने रूम में चले गये थे मनीषा अकेली अपने रूम में थी जबकि निशा ने माधुरी का और निर्मल ने योगेश का कमरा हथिया लिया था योगिता और पूजा अपने रूम में ही थी
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 59 ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 60
निर्मल अभी भी सवेरे वाली बात याद कर रहा था की किस तरह पूजा उसके लंड से खेल रही थी आख़िर क्या है उसके मन में जबकि उन दोनों का रिश्ता ऐसा है की ये सब बातें उन दोनों के मन में आनी ही नहीं चाहिए थी लेकिन पूजा ऐसा क्यों कर रही थी तभी उसके कुवारे मन ने अंगड़ाई ली और वो भी पूजा के बारे में सोचने लगा और आख़िर में उसके अबोध मन ने फैसला सुनाया की जॉब ही हो पूजा अपनी उमर के हिसाब से बहुत ही हॉट लड़की है क्या फिगर है उऊस्का एकदम झकस और लगती भी कितनी प्यारी है एकदम पड़ी के जैसी ये सब सोचते सोचते उसका लंड टाइट हो गया था तभी उसके दिमाग ने करवट बदली ‘नहीं वो मेरी बहन है मुझे उसके बारे में ये सब नहीं सोचना चाहिए’ लेकिन उसका दिल फिर पुकार उठा ‘साले इतना बड़ा हो गया है लेकिन आज तक भी तू सेक्स जैसे मजे से अंजना है अगर वो खुद ही अपने आप को तेरे सामने परोस रही है तो फिर तुझे हर्ज क्या है भले ही वो तेरी बहन है लेकिन पहले तो वो एक लड़की है और उसके पास भी एक चुत है जिसे लंड चाहिए ही चाहिए कोई दूसरा उसे चोद दे उससे अच्छा तो ये है की यू ही शुरू हो जा और ऐसा करने से गयी भी खिचड़ी में ही जाएगा बाहर नहीं’ अब निर्मल भी धीरे धीरे कामदेव के हवाले हुए जा रही था उसने अपने दिमाग की जगह अपने दिल की बात को तवज्जो दी ‘लेकिन मैं अब क्या करूं सवेरे के बाद तो पूजा मुझ से मिली भी नहीं’ उसने अपने दिल से पूछा ‘आबे सादे हुए अगर वो तुझ से नहीं मिली तो क्या तेरे पैर गढ़े के लंड से बँधे है जो तू उसके पास जाकर उससे बात नहीं कर सकता’
‘लेकिन मैं बात क्या करूं उससे’ निर्मल ने फिर अपने दिल से पूछा
‘आबे करना क्या है उसकी सवेरे की करतूत उसे याद दिला दे और पुछले उससे की उसने ऐसा क्यों किया था तेरे साथ सवेरे साली खुद ही बक देगी सब’ निर्मल का दिल बोला
‘हाँ ये ठीक रहेगा मैं अभी जाकर पूछता हूँ उससे’ कह कर निर्मल उठ कर अपने आपको ठीक करने लगा
हलकी वो बहुत शरीफ लड़का था और उसने आज तक कोई भी लड़की नहीं पटाई थी क्योंकि वो इन सब चीज़ों से बहुत डरता था लेकिन उसके मन में पूजा को लेकर कोई भी डर नहीं था क्योंकि जो हरकत पूवज़ा ने सवेरे की ही उससे वो समझ चुका था की कुछ भी हो पूजा के मन में कुछ ना कुछ तो है ही दूसरे उसे एक बात और भी ठीक लगी थी की अगर उसका और पूजा का काम जम जाए तो बात कहीं बाहर भी नहीं जाने वाली है तो वो अब पूरी तरह तैयार हो चुका था पूजा से निपटने के लिए
उधर पूजा भी अपने रूम में बैठी यही सोच रही थी की योगेश तो अब कुछ दिन आने वाला नहीं है और वैसे भी उसे उसकी खास माधुरी की चुत मिल रही है तो फिर तो उसका नंबर लगना ही नहीं था ‘तो मैं क्या करूं साली चुत की आग बढ़ते ही जा रही है है ओउर साली उंगली अब मजा भी नहीं देती अब’ उसने सोचा तभी उसके अंदर से आवाज़ आई ‘तेरी आंखों पर क्या लंड भिड़े हुए है जो तुझे निर्मल जैसा लड़का नहीं दिखाई दे रहा है जा और जाकर फँसा ले उसे वैसे भी तू सवेरे उसका लंड तो पकड़ ही चुकी है थोड़ी और मेहनत कर शायद तुझे एक नया लंड मिल जाए’
ये सब बातें दिमाग में आते ही पूजा का खुराफाती दिमाग बड़ी तेजी से दौड़ने लगा लेकिन वो अभी भी थोड़ी झिझक रही थी निर्मल से बात आगे बढ़ने में क्योंकि वैसे ही उसे बहुत दिन हो चुके थे निर्मल से मिले हुए और भी वो उसका स्वभाव भी नहीं जानती थी की उसे ये सब पसंद है भी या नहीं अभी पूजा इसी उधेड़बुन में लगी थी की उसे ऐसा देख योगिता ने पूछ लिया “क्या हुआ पूजा तू इतनी देर से क्या सोच रही है”
“कुछ नहीं योगिता बस योगेश के बारे में सोच रही हूँ वो तो उधर मधु दीदी की खूब जोरों से बजा रहा होगा और हम दोनों यहाँ तड़प रहे है”पूजा बोली
“हाँ यार ये बात तो है लेकिन हम कर भी क्या सकते है” योगिता भी मायूस लहजे में बोली
“वाइस एक आइडिया है लेकिन पता नहीं तुझे पसंद आता है या नहीं” पूजा बोली
“कैसा आइडिया” योगिता ने पूछा
“निर्मल के बारे में तुम्हारा क्या ख्याल है,मैं सोच रही हूँ की उसी को फँसा लू और चुदाई करवा लू” पूजा ने बताया
“तू पागल तो नहीं हो गई वो तो अभी बच्चा है” योगिता बोली
“घंटे का बच्चा है वो,आज सवेरे जब मैं उसे जगाने गैट ही तब देखा था उसका हथियार ज़रा ही छोटा था योगेश भैया से और वो भी तो हमारी उमर का ही
है” पूजा बोली
“तूने कैसे देख लिया उसका लंड, क्या वो नंगा सोया था” योगिता ने हैरानी से पूछा
“नंगा नहीं सोया था लेकिन उसका पजाआंटी काफी उठा हुआ था लंड की जगह पर फिर मैंने उसे आवाज़ लगाई तो भी वो नहीं उठा तो मैंने उसका लंड पकड़ कर देखा था साला एकदम टाइट हुआ पड़ा था जैसे कोई लोहे की रोड हो” पूजा ने बताया
“सच पूजा तू बहुत शैतान हो गई है अगर उसे पता चल जाता तो” योगिता नाराज़ होते हुए बोली जाहिर था की उसे पूजा की ये हरकत पसंद नहीं आई थी
“मेरे ख्याल से उसे पता चल भी चुका है की मैंने उसका लंड पकड़ा था लेकिन उसने अभी तक मुझसे कुछ कहा नहीं है, और योगितजी चुत की गर्मी मिटाने के लिए थोड़ी रिस्क तो लेनी ही पड़ेगी ना” पूजा ने एक और झटका दिया
“हे भगवान अगर उसने किसी को बता दिया तो” योगिता डरते हुए बोली
“तू डर मत बताना होता तो अभी तक बता चुका होता, लेकिन वो बताएगा भी किसे हमारे अलावा मनीषा दीदी और निशा ही तो है यहाँ, छा लब तू डरना बंद कर मैं उसके हाल चल पता कर के आती हूँ” कह कर पूजा अपने रूम से बाहर निकल गई
निर्मल ने दरवाजा खोला और जैसे ही बाहर की ओर कदम बढ़ाया वैसे ही कोई उससे आकर टकराया और वो अपना बैलेन्स संभाल नहीं पाया और टकराने वाले को पकड़े हुए धम से नीचे गिर गया दरअसल वो पूजा थी जो अपनी ही धुन में निर्मल के कमरे का दरवाजा खोलने जा रही थी की तभी निर्मल ने दरवाजा खोल दिया और पूजा अपनी झोंक में उसपर ढेर हो गई अब दोनों नीचे पड़े थे निर्मल नीचे था और पूजा अपनी चुचियां उसके सीने में गड़ाए उसके ऊपर औंधी पड़ी थी निर्मल एकाएक हुए इस हादसे से बौखला गया था इसलिए कुछ देर तो उसे कुछ समझ ही नहीं आया के क्या हुआ है लेकिन जब उसने पूजा को अपने ऊपर इस तरह पड़े हुए देखा तो जानबूझ कर उसने उठने की कोशिश नहीं की पूजा की चुचियों की चुभन और उसके बदन से आती मादक खुशबू से वो मदहोश होने लगा था उसने अपनी आंखें बंद करली और वैसे ही पड़ा रहा पूजा के नशीले बदन के स्पर्श से ही उसका नौजवान लंड टन गया था जिसे पूजा अपनी नाभि के नीचे महसूस कर रही थी और मस्त हुए जा रही थी उसने भी उठने की कोई कोशिश नहीं की लगभग 5 मिनट तक दोनों ऐसे ही पड़े रहे लेकिन पूजा को पता था की दरवाजा खुला है और मनीषा कभी भी इधर आ सकती है इसलिए मन मर कर उसे ही उतना पड़ा
“कैसे चलता है तू, देख कर नहीं चल सकता क्या” निर्मल को झाड़ते हुए पूजा बोली
“अब इसमें मेरी क्या गलती है मैंने अपने रूम का दरवाजा खोला जी था की तू आकर मुझसे टकरा गई” निर्मल भी खड़े होते हुए बोला
“क्यों कहाँ जा रहा था तू इस वक्त” पूजा बेड पर बैठते हुए बोली
“सच बोलू मैं तेरे पास ही आ रहा था” निर्मल भी उसके बाजू में बैठते हुए बोला
“मेरे पास,, लेकिन तुझे क्या काम आ गया था मुझसे जो मेरे पास आ रहा था” पूजा ने पूछा