hotaks444
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किरण की कहानी पार्ट--11
लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर
हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा
गतांक से आगे........................
अब वो फिर से मालिश करने लगा लंड का सूपड़ा ऐसे ही गंद के छेद मे ही टीका हुआ था उसने थोड़ा सा और तेल खुली हुई गंद मे टपकाया और लंड के सूपदे को अंदर बहेर करने लगा. अब उसका लंड और मेरी गंद बोहोत ही चिकने हो चुके थे और सूपड़ा आसानी से अंदर बहेर हो रहा था. एसके अब मेरे ऊपेर फिर से झुक गये और ऑलमोस्ट लेट गये और मेरे शोल्डर्स को ऐसे पकड़ लिया के उनके दोनो हाथ मेरे दोनो चुचिओ के बीच मे थे जिस से मुझे बोहोत मज़ा आ रहा था और धीरे धीरे अपनी गंद उठा उठे के लंड के सूपदे को मेरी गंद के अंदर बहेर अंदर बहेर करना शुरू कर दिया दोनो के बदन चिकने होने से फिसल रहे थे. पिल्लो मेरी गंद के नीचे होने से गंद ऊपेर उठ गई थी और लंड को अंदर आने का इन्विटेशन दे रही थी. एसके ने सूपड़ा अंदर बहेर करते करते एक जम के झटका दिया तो लंड लग भाग आधा गंद के अंदर घुस गया और मेरे मूह से एक चीख निकल गैइ ह्ह्ह्ह्हाआआईईईई म्म्माऐईईए माअरर्र्र्र्ररर गाआईईए न्ननियिक्क्क्कययाऑल्लू ईससीईई वो थोड़ी देर ऐसे हे आधा लंड अंदर घुसेड के मेरे ऊपेर लेटे रहे. मेरी गंद एसके के लंड से कुछ अड्जस्ट हुई तो फिर एसके थोडा सा ऊपेर उठ
गये और फिर से अपने लंड पे जो आधा मेरी गंद के अंदर घुसा हुआ था उस के डंडे पे तेल उंड़ेल रहे थे और लंड को अंदर बहेर कर रहे थे और तेल डाल रहे थे जिस से लंड का डंडा और स्लिपरी हो चुका था और गंद का सुराख भी स्लिपरी हो गया था.
अब एसके ने कहा किरण अब तुम थोड़ा सा ऊपेर उठ के अपने नीचे से पिल्लो निकाल लो अब उसकी ज़रूरत नही है ऐसे ही नीचे रहेगा तो तुम्है और दरद होगा तो मैं थोड़ा सा उठी और एसके ने मेरे नीचे से पिल्लो निकाल लिया. एसके ने कहा किरण अब तुम अपनी गंद को थोड़ा सा ऊपेर उठा लो तो मैं ने अपने चूतदो को थोड़ा उप्पेर उठा लिया. अब मैं बेड पे उल्टा लेटी थी गंद थोड़ी से ऊपेर ऊपेर उठी हुई थी और एसके का मूसल लंड गंद मे आधा अंदर घुसा हुआ था. एसके ने फिर से अपने हाथ मेरे बदन के नीचे से डाल के शोल्डर्स को पकड़ लिया और उनके हाथ मेरे चुचिओ से लगने लगे दोनो हाथ दोनो चुचिओ के बीच मे थे. थोड़ी देर तक ऐसे ही मेरे बदन से चिपके हुए लेटे रहे दोनो अब मेरी गंद उसके लंड से पूरी तरह अड्जस्ट हो चुकी थी तो मेरी गंद अपने आप ही थोड़ी सी उठ गई और गंद के सुराख के मसल्स थोड़े रिलॅक्स हुए तो एसके ने समझ लिया के अब मैं अछी तरह से गंद मरवाने के लिए रेडी हू तो उन्हो ने अपने लंड को आधा ही अंदर बहेर अंदर बहेर कर के मेरी गंद मारनी शुरू कर दी. अब मुझे भी अछा लगने लगा और मैं मज़े लेने लगी. लंड और गंद दोनो बोहोत ही चिकने और स्लिपरी हो चुके थे. मेरी साँसें अब ठीक से चलने लगी थी. एसके ऐसे ही गंद के अंदर आधा लंड घुसा के धक्के मारते रहे और फिर मेरे शोल्डर्स को ज़ोर से पकड़ के इतनी ज़ोर से झटका मारा के मैं चिल्ला पड़ी ऊवूवयियैआइयैआइयैयीयीयियी माआआआआ माअरर्र्र्र्र्र्र्ररर गाआआआआआआईयईईईईईईईईईईईई ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ न्नीइक्क्काआआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊऊ पर अब उनका लंड पूरा जड़ तक मेरी गंद मे घुस चुका था और मुझे उसका लंड गंद फाड़ के मेरे पेट मे से घुस के मूह से बहेर तक निकलता हुआ महसूस होने लगा. डरद से मेरी आँखें बहेर निकल गई और साँसें रुक गईं और मेरे सामने अंधेरा छाने लगा शाएद मैं फिर से अनकॉन्षियस हो गई.
लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर
हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा
गतांक से आगे........................
अब वो फिर से मालिश करने लगा लंड का सूपड़ा ऐसे ही गंद के छेद मे ही टीका हुआ था उसने थोड़ा सा और तेल खुली हुई गंद मे टपकाया और लंड के सूपदे को अंदर बहेर करने लगा. अब उसका लंड और मेरी गंद बोहोत ही चिकने हो चुके थे और सूपड़ा आसानी से अंदर बहेर हो रहा था. एसके अब मेरे ऊपेर फिर से झुक गये और ऑलमोस्ट लेट गये और मेरे शोल्डर्स को ऐसे पकड़ लिया के उनके दोनो हाथ मेरे दोनो चुचिओ के बीच मे थे जिस से मुझे बोहोत मज़ा आ रहा था और धीरे धीरे अपनी गंद उठा उठे के लंड के सूपदे को मेरी गंद के अंदर बहेर अंदर बहेर करना शुरू कर दिया दोनो के बदन चिकने होने से फिसल रहे थे. पिल्लो मेरी गंद के नीचे होने से गंद ऊपेर उठ गई थी और लंड को अंदर आने का इन्विटेशन दे रही थी. एसके ने सूपड़ा अंदर बहेर करते करते एक जम के झटका दिया तो लंड लग भाग आधा गंद के अंदर घुस गया और मेरे मूह से एक चीख निकल गैइ ह्ह्ह्ह्हाआआईईईई म्म्माऐईईए माअरर्र्र्र्ररर गाआईईए न्ननियिक्क्क्कययाऑल्लू ईससीईई वो थोड़ी देर ऐसे हे आधा लंड अंदर घुसेड के मेरे ऊपेर लेटे रहे. मेरी गंद एसके के लंड से कुछ अड्जस्ट हुई तो फिर एसके थोडा सा ऊपेर उठ
गये और फिर से अपने लंड पे जो आधा मेरी गंद के अंदर घुसा हुआ था उस के डंडे पे तेल उंड़ेल रहे थे और लंड को अंदर बहेर कर रहे थे और तेल डाल रहे थे जिस से लंड का डंडा और स्लिपरी हो चुका था और गंद का सुराख भी स्लिपरी हो गया था.
अब एसके ने कहा किरण अब तुम थोड़ा सा ऊपेर उठ के अपने नीचे से पिल्लो निकाल लो अब उसकी ज़रूरत नही है ऐसे ही नीचे रहेगा तो तुम्है और दरद होगा तो मैं थोड़ा सा उठी और एसके ने मेरे नीचे से पिल्लो निकाल लिया. एसके ने कहा किरण अब तुम अपनी गंद को थोड़ा सा ऊपेर उठा लो तो मैं ने अपने चूतदो को थोड़ा उप्पेर उठा लिया. अब मैं बेड पे उल्टा लेटी थी गंद थोड़ी से ऊपेर ऊपेर उठी हुई थी और एसके का मूसल लंड गंद मे आधा अंदर घुसा हुआ था. एसके ने फिर से अपने हाथ मेरे बदन के नीचे से डाल के शोल्डर्स को पकड़ लिया और उनके हाथ मेरे चुचिओ से लगने लगे दोनो हाथ दोनो चुचिओ के बीच मे थे. थोड़ी देर तक ऐसे ही मेरे बदन से चिपके हुए लेटे रहे दोनो अब मेरी गंद उसके लंड से पूरी तरह अड्जस्ट हो चुकी थी तो मेरी गंद अपने आप ही थोड़ी सी उठ गई और गंद के सुराख के मसल्स थोड़े रिलॅक्स हुए तो एसके ने समझ लिया के अब मैं अछी तरह से गंद मरवाने के लिए रेडी हू तो उन्हो ने अपने लंड को आधा ही अंदर बहेर अंदर बहेर कर के मेरी गंद मारनी शुरू कर दी. अब मुझे भी अछा लगने लगा और मैं मज़े लेने लगी. लंड और गंद दोनो बोहोत ही चिकने और स्लिपरी हो चुके थे. मेरी साँसें अब ठीक से चलने लगी थी. एसके ऐसे ही गंद के अंदर आधा लंड घुसा के धक्के मारते रहे और फिर मेरे शोल्डर्स को ज़ोर से पकड़ के इतनी ज़ोर से झटका मारा के मैं चिल्ला पड़ी ऊवूवयियैआइयैआइयैयीयीयियी माआआआआ माअरर्र्र्र्र्र्र्ररर गाआआआआआआईयईईईईईईईईईईईई ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ न्नीइक्क्काआआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊऊ पर अब उनका लंड पूरा जड़ तक मेरी गंद मे घुस चुका था और मुझे उसका लंड गंद फाड़ के मेरे पेट मे से घुस के मूह से बहेर तक निकलता हुआ महसूस होने लगा. डरद से मेरी आँखें बहेर निकल गई और साँसें रुक गईं और मेरे सामने अंधेरा छाने लगा शाएद मैं फिर से अनकॉन्षियस हो गई.